सीएम ने चार धाम यात्रा को और बेहतर सुगम बनाने को सभी तीर्थ पुरोहितों से लिये सुझाव

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तराखण्ड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत एवं चारों धामों के पुरोहितों ने भेंट की। इस अवसर पर चार धामों से आए तीर्थ पुरोहितों ने शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा दिए जाने पर मंत्र उच्चारण के साथ मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने चार धाम यात्रा को और बेहतर बनाए जाने हेतु सभी तीर्थ पुरोहितों के सुझाव भी लिए।

मुख्यमंत्री ने सभी तीर्थ पुरोहितों का अभिनंदन करते हुए कहा कि राज्य सरकार तीर्थ पुरोहितों की सहयोगी बनकर चार धामों की यात्रा को और अधिक सफल और बेहतर बनाने पर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा चार धामों के कपाट खुलने से पहले ही राज्य सरकार सभी तैयारियां पूर्ण करेगी। उन्होंने कहा राज्य सरकार चार धामों के साथ ही शीतकालीन चार धाम यात्रा को भी बढ़ावा दे रही है, जिसके लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शीतकालीन यात्रा को लेकर राज्य सरकार व्यापक प्रचार प्रसार कर रही है। बीते वर्ष की यात्रा में जो कमियां रही थी उन्हें इस वर्ष सुधारा जा रहा है। उन्होंने कहा प्रशासन यात्रा से पहले सभी तीर्थ पुरोहितों के साथ बैठक करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा चार धाम के साथ हमें अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक एंव पर्यटन स्थलों का प्रचार प्रसार कर उन्हें विकसित करना है ताकि वहां भी अधिक से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। उन्होंने कहा चार धाम यात्रा उत्तराखंड को समृद्ध बनाने का भी मार्ग है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में बाबा केदार के प्रांगण का भव्य निर्माण कार्य हो रहा है। बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने हमेशा चार धामों को बढ़ावा दिया है। आगे भी प्रधानमंत्री जी ने शीत कालीन यात्रा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है।

उत्तराखण्ड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के सदस्यों ने सरकार द्वारा चार धाम यात्रा को बढ़ावा दिए जाने, शीतकालीन यात्रा के प्रचार प्रसार के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की। महासचिव उत्तराखंड तीर्थ पुरोहित महापंचायत डॉ बृजेश सती ने कहा कि मुख्यमंत्री निरंतर चार धाम के विकास को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी को भी मां गंगा के शीतकालीन पूजा स्थल मुखवा (मुखीमठ) का निमंत्रण दिया है, जो मुख्यमंत्री की चार धामों और पुरोहित समाज के प्रति सवेदना को दर्शाता है।

इस अवसर पर गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे, पंचायत के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल, डॉ बृजेश सती महासचिव उत्तराखंड तीर्थ पुरोहित महापंचायत, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, महा पंचायत उपाध्यक्ष उपाध्यक्ष संतोष त्रिवेदी, यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुनील प्रसाद उनियाल, मंदिर समिति के संरक्षक ज्योति प्रसाद उनियाल, ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित पंचायत समिति बदरीनाथ के अध्यक्ष उमेश सती, बद्रीश पंडा पंचायत बदरीनाथ के अध्यक्ष प्रवीण ध्यानी, महासचिव राजेंद्र प्रसाद तिवारी, युवा पुरोहित संगठन बदरीनाथ के सचिव गौरव पंचभैया, व्यापार सभा केदारनाथ अध्यक्ष चंडी प्रसाद तिवारी, व्यापार सभा महामंत्री तेज प्रकाश त्रिवेदी, मनोज तिगसोला आदि उपस्थित रहे।

सीएम ने शीतकालीन यात्रा हेतु श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों से शीतकालीन प्रवास स्थलों में दर्शन करने की अपील की

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शीतकालीन यात्रा पर आधारित गीत ‘देवभूमि आओ-उत्तराखण्ड आओ’ का पोस्टर का विमोचन करते हुए गीत को यूट्यूब पर लांच किया। मुख्यमंत्री ने इस गीत की सराहना करते हुए राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष से प्रारम्भ की गयी शीतकालीन यात्रा के प्रचार-प्रसार एवं उत्तराखण्ड की आध्यात्मिक और नैसर्गिक सुंदरता के परिप्रेक्ष्य में भी इस प्रयास को प्रासंगिक बताया।

मुख्यमंत्री ने तीर्थाटन एवं शीतकालीन यात्रा हेतु श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों से वर्ष भर उत्तराखण्ड आकर शीतकालीन प्रवास स्थलों में दर्शन करने की अपील करते हुए कहा कि इसके लिये राज्य सरकार द्वारा व्यापक व्यवस्थायें सुनिश्चित की गई हैं। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व चारधाम यात्र ग्रीष्म काल में ही संचालित होती थी, अब शीतकालीन प्रवास स्थलों पर भी दर्शन की व्यवस्था की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शीतकालीन यात्रा राज्य की आर्थिकी को बढावा देने में भी मददगार होगी। उन्होंने कहा कि गीत अत्यन्त मधुर है तथा उत्तराखण्ड की नैसर्गिक सुंदरता, अध्यात्म एवं यहाँ के पवित्र धामों व मंदिरों से आम जनमानस को जोड़ते हुए उन्हें देवभूमि उत्तराखण्ड आने को भी यह प्रयास प्रेरित करेगा।

इस गीत को गीतकार व गायक भूपेन्द्र बसेड़ा द्वारा तैयार किया गया है तथा नवोदित संगीतकार ललित गित्यार द्वारा संगीतबद्ध किया गया है। गीत के माध्यम से उत्तराखण्ड में प्रारम्भ की गयी शीतकालीन यात्रा के विशेष महत्व का उल्लेख करते हुए दर्शनार्थियों और पर्यटकों से देवभूमि उत्तराखण्ड आने तथा यहाँ के शीतकालीन प्रवासस्थलों- के दर्शन कर पुण्य अर्जित करने का अनुरोध किया गया है।

इस गीत में उत्तराखण्ड के अन्य तीर्थ स्थलों-यथा पंचकेदार, पंच बद्री, पंच प्रयाग, आदि कैलाश, ओम पर्वत, जागेश्वर, बागेश्वर, पूर्णागिरी, ऋषिकेश व हरिद्वार जैसे धामों व तीर्थ स्थलों का उल्लेख करते हुये उत्तराखण्ड की नैसर्गिक सुंदरता से भरपूर कौसानी, मुक्तेश्वर, बिनसर, नैनीताल, मसूरी, चकराता व औली आदि स्थलों में आकर कुछ समय बिताने की अपील की गयी है।
गीत के विमोचन के अवसर पर अपर सचिव पन्ना लाल शुक्ल, श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के सचिव विजय थपलियाल आदि मौजूद थे।