चोर कितने ही शातिर क्यों न हो। पुलिस के आगे बौन ही होते है, यह साबित कर दिखाया है कोतवाली ऋषिकेश पुलिस ने। यहां कोतवाल रितेश शाह ने दो दिन पूर्व हुई चोरी का खुलासा ऐसे वक्त पर कर दिया, जब सारे चोरी के आरोपी सामान को बेचने की फिराक में थे। जैसा ही प्रत्येक चोरी में घर के भेद जानने वाला कोई करीबी इंसान ही होता है, वैसा ही यहां भी देखने को मिला। व्यापारी के घर की सभी जानकारी पूर्व में काम कर चुके नौकर को थी। उसी ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया।
पुलिस ने सभी से मामले में एक नाबालिग सहित चार लोगों को अरेस्ट किया है। साथ ही शत प्रतिशत चोरी का सामान (करीब 14 तोले सोने व हीरे के आभूषण कीमत लगभग आठ लाख पचास हजार रूपये), कैमरा, हेडफोन, मोबाईल फोन, डिस्को लाईट व 7000 हजार रूपये बरामद की है। चोरी की घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी देहरादून की ओर से ढाई हजार रूपए का इनाम देने की घोषणा की गई है।
दरअसल बीते 19 दिसंबर 2020 को व्यापारी अंकित नारंग पुत्र ओमप्रकाश नारंग निवासी 98 अद्वैतानन्द मार्ग ऋषिकेश ने कोतवाली में सूचना दी थी और अज्ञांत चोरो के विरूद्ध धारा 457, 380 भादवि में मुकदमा दर्ज कराया था। कोतवाल रितेश शाह के नेतृत्व में टीम तैनात की गई। घटना स्थल के आसपास के कैमरे खंगाले गए। इसके बाद पुलिस ने नेपाली फार्म से चार आरोपियों को अरेस्ट किया है।
आरोपियों में घर का भेद जानने वाला सानू कुमार उर्फ यश कुमार निवासी गली नंबर दो, शांतिनगर ऋषिकेश, गौतम जाटव निवासी म0नं0 140, गली नं0 05 शान्तिनगर ऋषिकेश, विजय जाटव उर्फ अजय निवासी म0नं0 150, गली नं0 5, शान्तिनगर ऋषिकेश तथा विधि विवादित किशोर शामिल रहे।
खुलासा करने वाली पुलिस टीम में कोतवाल रितेश शाह, एसएसआई ओमकान्त भूषण, एसआई आशीष गुसांई, एसआई विनय शर्मा, कांस्टेबल नवनीत सिंह नेगी, कांस्टेबल मनोज कुमार, कांस्टेबल सोनी कुमार, कांस्टेबल अनित कुमार, कांस्टेबल सन्दीप छाबड़ी शामिल रहे।