ऋषिकेश।
इसवर्ष चारधाम यात्रा के लिए संयुक्त रोटेशन को मिली जबरदस्त एडवांस बुकिंग से अनुमान है, कि देशभर से पहले ही महीने में लाखों श्रद्धालु बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री के दर्शनों को पहुंच जाएंगे। सरकार के तमाम महकमों ने भी चाकचौबंद व्यवस्थाओं के साथ दर्शनार्थियों के वेलकम का दावा किया है। मगर, धरातल पर अधिकारियों के दावों के उलट दिख रही है। यात्रा के प्रमुख संचालन केंद्र बस टर्मिनल कंपाउंड पर ही सरसरी नजर दौड़ाएं, तो चप्पे-चप्पे पर अव्यवस्थाएं साफ दिख रही हैं।
टर्मिनल को जोड़ने और निकासी वाली सड़क पर जगह-जगह गड्डे बने हुए हैं। सड़कों का डामरीकरण तो दूर पैचिंग तक नहीं की गई है। नालियों और आसपास गंदगी के अंबार लगे हैं। टर्मिनल में प्रतीक्षालयों में दरवाजे, पंखे, बेंच सब कुछ टूटी फुटी स्थिति में है। पानी के टूटे स्टैंड पोस्ट दुरस्त नहीं हुए हैं। टंकियों की साफ-सफाई भी रामभरोसे है। इसी तरह शहर की सड़कों पर भी अव्यवस्थाएं हावी दिख रही हैं।
मजेदार बात की जिस रोटेशन के पास 1000 से अधिक बसों की एडवांस बुकिंग आई है, उसे भी टर्मिनल में संचालन के लिए जगह नहीं मिली है। रोटेशन अब भी पुरानी जर्जर बिल्डिंग से ही यात्रा के संचालन को मजबूर है। ऐसे में चारधाम यात्रा को लेकर शासन-प्रशासन की तैयारियों को समझा जा सकता है।एसडीएम वृजेश कुमार का कहना है कि क्षतिग्रस्त संयुक्त बस अड्डे की सड़क मरम्मत को लोनिवि को कहा गया है। बुधवार तक मरम्मत कार्य हो जायेगा।