तीर्थनगरी में सात अवैध निर्माणाधीन भवन हुए सील

भरत विहार में राजस्व अभिलेखों में जिलाधिकारी के नाम दर्ज भूमि पर बन रहे सात अवैध निर्माणाधीन भवनों को एमडीडीए, एसडीएम कार्यालय, नगर निगम ऋषिकेश की संयुक्त टीम ने सील कर दिया है। बता दें कि निर्माणाधीन भवन जिस भूमि पर बन रहे थे विवादास्पद है।

बता दें कि ऋषिकेश में खसरा नंबर 279 भरत विहार कॉलोनी पर उपरोक्त सातों भवन निर्माणाधीन है वह स्थल जिलाधिकारी देहरादून के नाम पर राजस्व अभिलेखों में दर्ज है। उक्त सातों भवन बिना मानचित्र स्वीकृति के बनाए गए थे। जिसके चलते उपजिलाधिकारी कार्यालय द्वारा तीन विभागों की एक समिति बनाई गईं। इसमें नगर निगम ऋषिकेश, मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण तथा एसडीएम कार्यालय को नामित किया गया है। संयुक्त टीम के स्थलीय निरीक्षण किया। इसमें सातों भवन पूर्ण रूप से अवैध पाए गए। आज संयुक्त टीम ने सातों भवनों को सील किया है।

सहायक अभियंता ने बताया कि अवैध निर्माण के सिलिंग की रिपोर्ट एमडीडीए सचिव को प्रेषित कर दी है। मौके पर एमडीडीए अवर अभियंता महिपाल सिंह, सुपरवाइजर सत्यनारायण भट्ट, सतीश कुमार और पुलिस फोर्स मौजूद रही।

पुलिस ने दो राफ्टों को किया सीज, अंधेरे में चलाने पर की कार्रवाई

चेतावनी के बावजूद गंगा नदी में अंधेरे में राफ्ट चलाना दो संचालकों को भारी पड़ गया। मुनिकीरेती पुलिस ने दो राफ्ट संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सीज किया है।

मुनिकीरेती थाना पुलिस के मुताबिक शनिवार शाम नियम तोड़ने वाले राफ्टिंग संचालकों के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान दिन ढलने के बाद राफ्टिंग करा रहे दो संचालकों को पुलिस ने मुनिकीरेती स्थित गंगा घाट पर पकड़ लिया। पुलिस ने दोनों संचालकों के खिलाफ चालान की कार्रवाई की। फिर दोनों राफ्टें को कब्जे में लेकर सीज कर दिया।

प्रभारी निरीक्षक रितेश साह ने बताया कि पर्यटकों की जान से खिलवाड़ करने और नियम तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पहले भी राफ्टिंग संचालकों के साथ बैठक कर सचेत किया जा चुका है, कि किसी भी तरीके से ओवरलोड राफ्टिंग न कराएं। सूर्यास्त के बाद गंगा में राफ्टिंग न कराएं। यह राफ्टिंग गाइड और पर्यटकों की जान के साथ खिलवाड़ है। बाज नहीं आ रहे राफ्टिंग संचालकों के खिलाफ पुलिस ने अभियान छेड़ दिया है। पहले दिन दो राफ्टें सीज कर संचालकों के खिलाफ चालान की कार्रवाई की गई है। वहीं जिला पर्यटन अधिकारी टिहरी अतुल भंडारी ने बताया की राफ्टिंग के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही बतरने पर राफ्ट संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। सीज राफ्टों को पर्यटन विभाग ने कब्जे में ले लिया है।

मोतीचूर फ्लाईओवर के पास वाहन से टकराकर बुजुर्ग महिला की मौत

रायवाला थाना पुलिस के मुताबिक सूचना मिली कि मोतीचूर फ्लाईओवर के पास कोई अचेत अवस्था में पड़ा हुआ है। सूचना मिलने पर पुलिस को मौके पर पहुंची और पाया कि एक महिला रोड पर घायल अवस्था में पड़ी है। महिला के पैर वाहन से कुचले हुए मिले। तत्काल महिला को पुलिस ने 108 एंबुलेंस से एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
थानाध्यक्ष भुवन चंद्र पुजारी ने बताया कि महिला के पास किसी प्रकार का पहचान पत्र नहीं मिला। जिस वजह से उसकी पहचान की जा सके। फिलहाल मृतका के शव को एम्स अस्पताल की मोर्चरी में शिनाख्त के लिए रखवा दिया है।

आवारा कुत्तों की तादात ने राहगीरों का किया जीना दुश्वार

गंगानगर क्षेत्र में आवारा कुत्तों का आंतक बना हुआ है। गंगानगर की प्रत्येक सड़क पर आवारा कुत्तों का झुंड बना रहता है और गंगानगर की प्रत्येक सड़क पर चलने वाले राहगीरों व स्कूली बच्चे महिलाएं वह बुजुर्गों को काट रहे हैं। पूरे गंगानगर क्षेत्र में भय का आतंक बना हुआ है घर से निकलने वाले यह सोचने में मजबूर हैं कि किस सड़क से निकला जाए जहां आवारा कुत्ते ना हो, लेकिन सभी सड़कों पर प्रतिदिन आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ती जा रही है गत बुधवार को एक स्कूली बच्चे व दो महिलाओं को बुरी तरह से कुत्तों ने काट दिया जिनका इलाज चल रहा है।

हनुमंत पुरम विकास मंच के अध्यक्ष के के सचदेवा व महामंत्री अतुल गुप्ता, श्री गंगा पुरम रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष एसपीएस चौहान व गंगा नगर क्षेत्र की पार्षद उमा बृजपाल राणा ने आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश को अवगत कराया है। साथ ही तत्काल कार्यवाही की मांग की।

गंगा की तेज धारा में बहने लगा साधू, जल पुलिस ने निकाला

गंगा की तेज धारा में एक अधेड़ उम्र का साधु स्नान के दौरान फिसल गया। इसके बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। साधू के गंगा में बहने की सूचना पाकर जल पुलिसकर्मी गंगा में कूदे और बामुश्किल साधु को बाहर निकाला।

घटना आज शाम पांच बजे की है। जब एक साधु बाबा जिसकी उम्र करीब 65 वर्ष है, त्रिवेणी घाट में स्नान कर रहा था। तभी गंगा की तेज धारा की चपेट में आकर साधु का पैर फिसल गया। देखते ही देखते साधु गंगा में बहने लगा। यह देख जल पुलिस के जवान विनोद सेमवाल और ज्ञान सिंह ने तुरंत रेस्क्यू के लिए गंगा में छलांग लगा दी। काफी जद्दोजहद के बाद साधु बाबा को 50 मीटर बहने के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया।

पूछताछ में साधू ने अपना नाम हरदेव बताया। इसके अलावा साधु अपनी पूरी जानकारी देने में अक्षम रहा। इसके बाद जल पुलिस ने बाबा को चेतावनी देकर घाट पर सुरक्षित स्नान करने व चैन पकड़कर नहाने की सलाह दी।

वन्य जीवों के आक्रमण से मानव सुरक्षा के लिए टास्क फोर्स का गठन किया जायः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वन विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि गुलदार एवं अन्य वन्य जीवों के आक्रमण से मानव सुरक्षा के लिए विभिन्न विभागों के समन्वय से एक टास्क फोर्स बनाया जाय।

कहा कि यदि किसी क्षेत्र में किसी बच्चे पर गुलदार आक्रमण करता है, तो इसके लिए संबंधित क्षेत्र के वनाधिकारी एवं डीएफओ की जिम्मेदारी तय की जाय। गुलदार के मानव आक्रमण से संबंधित चिन्हित स्थानों के लिए एक्शन प्लान बनाया जाय। वन क्षेत्र में अवैध खनन एवं अवैध पातन पर सख्त कारवाई की जाय। वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी प्रयास किये जाय। वनों के संरक्षण एवं वनाग्नि को रोकने के लिए वन विभाग द्वारा जन जागरूकता के साथ जन सहभागिता पर भी विशेष ध्यान दिया जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वनों के संरक्षण, मानव एवं वन्यजीवों के संघर्ष को कम करने, भूस्खलन को कम करने के लिए वन विभाग द्वारा इनोवेटिव प्रयास किये जाय। इनोवेटिव कार्यों के लिए वन विभाग के अधिकारियों को लक्ष्य दिया जाय। जंगली जानवरों से किसानों को नुकसान न हो, इसके लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाय। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो भी कार्य किये जा रहे हैं, वह धरातल पर दिखें।

बैठक में केबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख वन संरक्षक विनोद कुमार सिंघल, महाप्रबंधक वन निगम डी.जे.के शर्मा, प्रमुख वन संरक्षक ज्योत्सना शिथलिंग एवं वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

घर से बिना बताए निकली किशोरी को पुलिस ने किया बरामद

परीक्षा में कम नंबर आने से आहत एक किशोरी घर छोड़कर चली गई। साइकिल लेकर निकली किशोरी के लापता होने की सूचना मिलने से हड़कंप मच गया। रायवाला थाना पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में उसकी तलाश शुरू कर दी। सघन चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस ने साइकिल सवार किशोरी को छिद्दरवाला क्षेत्र से सकुशल बरामद कर लिया।

रायवाला थाना पुलिस के मुताबिक ऋषिकेश कंट्रोल रूम 112 से रायवाला थाना पुलिस को सूचना मिली कि रायपुर खादर निवासी एक 17 किशोरी घर से बिना बताए कहीं चली गई है। वह साइकिल लेकर घर से निकली है। सूचना मिलने पर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया। थानाध्यक्ष भुवन चंद्र पुजारी बताया कि सूचना मिलने के बाद रात्रि अधिकारी, चीता पुलिस को भी अलर्ट किया। इस बीच चेकिंग के दौरान किशोरी साइकिल के साथ छिद्दरवाला में पुलिस को मिली। परिजनों को बुलाकर किशोरी को उनके सुपुर्द कर दिया है। किशोरी ने पुलिस को बताया परीक्षा में कम नंबर आने के कारण वह घर छोड़कर आई है।

पुलिस ने दिखाई सर्तकता, तो सुसाइड के लिए जा रहे युवक की बची जान

फाइनेंस कंपनी में कार्यरत एक युवक संदिग्ध हालत में घर से लापता हो गया। सूचना मिलते ही छानबीन में जुटी पुलिस को उसकी लोकेशन लोकेशन रानीपोखरी-नरेंद्रनगर मार्ग पर मिली। मौके पर पहुंची पुलिस दंग रह गई, युवक यहां जंगल में एक पेड़ पर फांसी का फंदा लगाने की तैयारी कर रहा था। पुलिस ने उसे आत्मघाती कदम उठाने से रोक लिया।

रायवाला पुलिस के मुताबिक रविवार दोपहर 12 बजे सूचना मिली कि ललित मोहन बर्त्वाल निवासी प्रतीतनगर थाना रायवाला अपने घर से बिना बताए कहीं चला गया। उस पर काफी कर्जा भी है। संभवतया वह आत्महत्या कर सकता है। उसकी लोकेशन रानीपोखरी से नरेंद्रनगर जाने वाले मार्ग पर मिली है। पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची तो युवक मनइच्छा मंदिर से आगे जंगल में एक पेड़ पर ललित मोहन रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने प्रयास कर रहा था। काफी समझाने के बाद पुलिस को युवक को पेड़ से नीचे उतारने में सफलता मिली। पुलिस युवक को लेकर थाने ले आयी। परिजनों को थाने बुलाया गया। थानाध्यक्ष भुवन सिंह पुजारी ने बताया कि युवक किसी फाइनेंस कर्मी में काम करता है। कंपनी के भाग जाने के बाद लोग उससे पैसे वापस दिलाने का दबाव बना रहे थे। इससे तंग आकर वह आत्महत्या करने प्रयास कर रहा था।

चाचा भतीजा को जल पुलिस ने डूबने से बचाया


बनखंडी निवासी कविन सिंह और गजेंद्र सिंह त्रिवेणी घाट में नहाने के लिए पहुंचे। इस दौरान नहाते समय गंगा के तेज बहाव में बहने लगे। घाट पर मौजूद जल पुलिस और आपदा राहत के जवानों ने तत्काल रेक्स्यू कर दोनों को बचा लिया।

बचाने वाली टीम में कांस्टेबल हरीश गुसाईं, विनोद सेमवाल आदि शामिल रहे।

जल पुलिस ने गंगा में डूबे पर्यटकों के शव को बाहर निकाला

मुनिकीरेती थाना पुलिस के मुताबिक आज सुबह 11 बजे तपोवन स्थित नीम बीच गाजियाबाद, यूपी निवासी छह दोस्त घूमने के लिए पहुंचे। इस दौरान वे यहां पर गंगा में नहाने के उतर गए। इसीबीच अचानक उनमें दो युवक गंगा के तेज बहाव में डूबने लगे। साथ दोस्तों की चीख पुकार मचने पर जल पुलिस ने तुरंत उनकी गंगा में सर्चिंग शुरू कर दी। जल पुलिस ने स्कूबा डाइबिंग कर एक घंटे में दोनों युवकों के शव को पानी से बाहर निकाला।

इसके बाद शवों को 108 एंबुलेंस की मदद से राजकीय चिकित्सालय में भिजवाया। घटना के बाद पुलिस ने परिजनों को सूचित कर दिया है। थाना निरीक्षक रितेश साह ने बताया कि मृतक युवकों की पहचान 25 वर्षीय शुभम पुत्र पदम सिंह निवासी शालीमार गार्डन, साहिबाबाद, गाजियाबाद, 21 वर्षीय रजत खन्ना पुत्र प्लाट नंबर शालीमार र्गाडन, गाजियाबाद, यूपी के रूप में हुई है।