निबंध प्रतियोगिता के विजेता पुरस्कृत

बाल अधिकार एवं संरक्षण पर कराई गई थी निबंध स्पर्धा
ऋषिकेश से 70 छात्र-छात्राएं ने लिया प्रतियोगिता में भाग
ऋषिकेश।
नौ अगस्त को देहरादून जिले के विभिन्न स्कूलों में बाल अधिकार एवं संरक्षण पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसमें राज्य के विभिन्न विद्यालयों से 280 छात्र शामिल हुए थे। ऋषिकेश के विजेता छात्रों को शुक्रवार को नगर पालिका ऋषिकेश के स्वर्ण जयंती सभागार में पुरस्कृत किया गया। इसमें प्रथम स्थान पर 21 हजार, द्वितीय पर 11 हजार और तीसरा स्थान पर रहने वाले प्रतिभाग को पांच हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया। 105
निबंध प्रतियोगिता पंजाबी भाषा वर्ग में पंजाब सिंध क्षेत्र इंटर कालेज की मनप्रीत कौर ने पहला, गुरु नानक पब्लिक स्कूल के विकास ने दूसरा और पंजाब सिंघ क्षेत्र कालेज के गुरप्रीत सिंह ने तीसरा स्थान हासिल किया। संस्कृत भाषा वर्ग में साधु महाविद्यालय के प्रांशु ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी एसपी खाली, संस्कृत भारती के अध्यक्ष योगेश्वर ध्यानी, आरोग्य भारती वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष यज्ञवृत्त शर्मा, उपाध्यक्ष दिनेश कुमार मृदगल, सचिव विद्यावृत शर्मा, सहसचिव मुकेश जैन, सभासद अरविंद जैन, नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शिवमोहन मिश्रा, जयेन्द्र रमोला, मदन सिंह चौहान, कमलेश गुप्ता, अभिषेक शर्मा आदि उपस्थित थे। संचालन मदनमोहन शर्मा ने किया।

ऑटोनामस कालेज में चलेगी संस्कृत की पाठशाला

ऋषिकेश।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार के अधीनस्थ साहित्य संस्कृत संस्थान की ओर से ऋषिकेश के आटोनामस कालेज में अनौपचारिक संस्कृत कक्षाएं चलाई जाएंगी। इसके लिए शिक्षण केंद्र की स्थापना की गई है। शुक्रवार को अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण केंद्र का शुभारंभ विधायक प्रेमचंद अग्रवाल, हनुमान मंदिर के महंत महामंडलेश्वर डा. रामेश्वर दास महाराज और प्राचार्य डा. डीसी नैनवाल ने किया। कार्यक्रम में संस्कृत के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अतिथियों का स्वागत किया गया। वक्ताओं ने कहा कि संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है।111 उन्होंने संस्कृत भाषा के अधिकतम प्रयोग पर जोर दिया। संचालन संस्कृत केंद्र के शिक्षक राजेश शर्मा ने किया। छात्रों ने संस्कृत में लघु नाटक और गीत भी प्रस्तुत किए। इस मौके पर डा. दयाधर दीक्षित, डा. विनोद प्रकाश अग्रवाल, डा. डीपी भट्ट, डा. अशोक नेगी, डा. योगेश्वर प्रसाद ध्यानी, राधे श्याम, स्वाति, नम्रता, प्राची, आकांक्षा आदि मौजूद रहे।

यमकेश्वर ब्लाक की संस्कृत प्रतियोगिता में छात्रों ने दिखाया उत्साह

ऋषिकेश।
यमकेश्वर ब्लाक की संस्कृत प्रतियोगिता में राजकीय इंटर कालेज दिउली का दबदबा रहा। वाद विवादए नृत्य, समूहगान के कनिष्ठ व वरिष्ठ वर्ग में प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विजेता प्रतिभागी जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे।9rsk13a
गुरुवार को संस्कृत प्रतियोगिता के वाद विवाद, समूहगान व संस्कृत नृत्य में राजकीय इंटर कालेज दिउली कनिष्ठ व वरिष्ठ वर्ग में पहले स्थान में रहा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि शोभाराम रतूड़ी, भाजपा मंडल अध्यक्ष विक्रम सिंह रौथाण, ग्राम प्रधान रघुवीर सिंह सजवाण, दिनेश भट्ट, बलदेव प्रसाद कुकरेती, योगेश्वर प्रसाद ध्यानी व अन्नपूर्णा गौड़ ने संयुक्तरुप से विजेता छात्रों को सम्मानित किया। वक्ताओं ने कहा कि आने वाले समय में ज्ञान विज्ञान व तकनीकी के क्षेत्र में संस्कृत भाषा की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। 9rsk13
संस्कृत प्रतियोगिता में यमकेश्वर ब्लाक के 165 छात्रों ने भाग लिया। इस मौके पर खंड संयोजक डॉ. संजू प्रसाद ध्यानी, प्रधानाचार्य मुन्ना सिंह, प्रभाकर बाबुलकर, संजय थपलियाल, गिरिराज बिष्ट, डॉ एनके गौड, परमपाल सिंह आदि मौजूद रहे।

उत्तराखंड को शिक्षा का हब बनायेंगेः हरीश रावत

गुमानीवाला स्थित जयराम उद्यान में श्रद्धांजलि सभा में बोले सीएम रावत
जयराम आश्रम के ब्रह्मलीन संत देवेन्द्र स्वरूप ब्रह्मचारी को दी श्रद्धांजलि
श्यामपुर।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि ऋषिकेश मेडिकल का हब बनेगा। कहा कि एम्स के साथ.साथ ऋषिकेश में मेडिकल सुविधाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है। 110
जयराम आश्रम के ब्रह्मलीन संत देवेन्द्र स्वरूप महाराज की पुण्यतिथि पर गुमानीवाला स्थित जयराम उद्यान में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। ब्रह्मलीन संत को श्रद्धांजलि देने पहुंचे सीएम हरीश रावत ने कहा कि सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दे रही है। स्वास्थ्य बीमा की राशि बढ़ाने के साथ नर्सिग होम खुल रहे हैं। राज्य में निजी अस्पताल खुलने से सरकार पर निर्भरता कम हो रही है। उन्होंने सरकार के कार्यों में जनता से सहयोग भी मांगा। जयराम आश्रम के अध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि वह अपने गुरु के बताए मार्ग पर आगे चल रहे हैं। शिक्षा से ही समाज को कुछ दिया जा सकता है।
इस अवसर पर हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, राज्यसभा सदस्य सुभाष चंद्रा, पूर्व गृह राज्यमंत्री चिन्मानंद महाराज, परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि, विधायक प्रेमचंद अग्रवाल, पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा, भारत माता मंदिर के संस्थापक सत्यमित्रानंद महाराज, अवधेशानंद महाराज, हास्य कवि सुरेन्द्र शर्मा, दर्जाधारी विजय सारस्वत, महंत विनय सारस्वत, जूना अखाड़े के नरेन्द्र गिरी, जय सिंह रावत, डॉ केएस राणा, शिवा ढौंडियाल, राव राशिद, महावीर उपाध्याय, विनोद चौहान, राजेश व्यास, रमेश रांगड़, रतन सिंह पंवार, विक्रम सिंह रावत, कमलजीत पनेसर, इन्द्र कुमार गोदवानी, सेवादल अध्यक्ष दीपक धमांदा आदि उपस्थित थे।

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ऋषिकेश कोतवाल सम्मानित
सीएम हरीश रावत ने ऋषिकेश कोतवाल वीसी गोसाईं को सम्मानित किया है। कोतवाल की बेहतर कार्यप्रणाली एवं अपराध के लगातार खुलासे करने पर पुरस्कार दिया।

हाथी ने ग्रामीणों की गन्ने की फसल भी रौंद डाली

आबादी क्षेत्र में हाथी घुस आने से लोगों में दहशत
रानीपोखरी के घमंडपुर क्षेत्र में देर रात हाथी ने प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्रीवाल तोड़ डाली। साथ ही खेतों में घुसकर ग्रामीणों की गन्ने की कई बीद्या फसल को नष्ट कर दी।112
सोमवार देर रात को घमंडपुर में एक हाथी आ धमका। हाथी ने पहले तो प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्रीवॉल को क्षतिग्रस्त कर दी। खेतों में घुसकर हाथी ने करीब दस बीघा गन्ने की फसल रौंद दी। ग्रामीण जयप्रकाश, सुमेर चंद, पुष्कर, यशपाल, रामप्रकाश, धर्मपाल, दीपचंद का कहना है कि सोमवार देर रात इलाके में जंगल से हाथी घुस गया। उन्होंने कहा कि आए दिन हाथी रिहायशी क्षेत्र में प्रवेश कर नुकसान पहुंचा रहे हैं। वन विभाग को इस बाबत कई बार शिकायत की जा चुकी है। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। चेताया कि जल्द ही हाथी के रिहायशी क्षेत्र में प्रवेश करने पर रोकथाम न लगी तो ग्रामीण वन विभाग के खिलाफ आंदोलन करेंगे।

शिक्षकों के बिना राष्ट्र निर्माण संभव नहीं: राज्यपाल

देहरादून।
प्रदेश में शिक्षक दिवस पर जगह-जगह सम्मान समारोह आयोजित कर शिक्षकों को सम्मानित किया गया। राजभवन में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में राज्यपाल डा. कृष्ण कांत पाल ने प्रदेश के 26 शिक्षकों को ‘गवर्नर्स टीचर्स अवार्ड’ से सम्मानित किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में राज्यपाल ने कहा कि बच्चों और युवाओं को आकार देकर राष्ट्रनिर्माण में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है जिसके बिना देश की प्रगति संभव नहीं है।
गवर्नर्स अवार्ड से सम्मानित श्क्षिकों को शिक्षक दिवस व गणेश चतुर्थी की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह विशिष्ट अवसर देश के उन सभी शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करने का है जिनके सतत् प्रयासों से देश प्रगति के पथ पर अग्रसर है। शिक्षकों, गुरूआंे का सम्मान हमारे देश की संस्कृति व परम्परा है। इस गौरवशाली परम्परा को बनाये रखना सारे समाज का दायित्व है।101
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षक संस्थान, स्कूल, शैक्षणिक ज्ञान से ज्यादा सामाजिक शिक्षा के स्थल हैं। उन्हांेने शिक्षकों का आह्वाहन करते हुए कहा कि वे निरन्तर अपने ज्ञान और कौशल को अद्यतन करते रहें। पढ़ने की आदत डालें, अच्छी पुस्तकों का अध्ययन स्वयं भी करें और बच्चों को भी अच्छी पुस्तकों के अध्ययन के लिए प्रेरित करते रहें। अच्छी पुस्तकें अच्छे व्यक्तित्व के निर्माण में सहायक होती हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को शिक्षण की उन सभी आधुनिक तकनीकों और विधियों को अमल में लाना चाहिए जो विद्यार्थियों को सीखने में मदद कर सकें। उन्होंने कहा कि ‘‘आज के समय में अधिकांश अभिभावकों के नौकरी पेशा होने के कारण बच्चों को अपेक्षित भावनात्मक सहयोग नहंी मिल पाता ऐसे में शिक्षकों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। सूचना तकनीकी के इस आधुनिक युग में शिक्षकों को अपनी भूमिका मार्गदर्शक के रूप में केन्द्रित करनी होगी। विद्यार्थियों को इन्टरनेट में उपलब्ध अथाह जानकारी से दिशाहीन और भ्रमित होने से बचाने के लिए शिक्षकों का दायित्व है कि बच्चों को रचनात्मक सोच और विचारों के लिए प्रोत्साहित करें। न्यूक्लियर फैमिली के इस युग में बच्चे दिग्भ्रमित होकर अपनी जड़ों और संस्कृति से विमुख हो रहे हैं ऐसे में शिक्षकों का यह भी दायित्व है कि वे स्कूलों में ऐसा वातावरण सृजित करें कि विद्यार्थी भारत की गौरवशाली सभ्यता, संस्कृति और मूल्यों की विरासत को आत्मसात कर उन्हें जीवित रख सकें। अच्छा विद्यार्थी वही है जो एक अच्छा इंसान और अच्छा नागरिक बने। शिक्षकों को राष्ट्रनिर्माण के लिए विद्यार्थियों के चरित्रनिर्माण पर विशष ध्यान देना है, मूल्य विहीन शिक्षा निरर्थक है।’’
राज्यपाल ने यह भी कहा कि शिक्षकों को, युवा शक्ति को सही दिशा देते हुए यह सुनिश्चित करना है कि वे राष्ट्रीय उत्थान व पुनर्निर्माण में सहयोग कर सकें। राज्यपाल ने विगत वर्ष के सापेक्ष इस वर्ष के बेहतर शिक्षा परिणामों से शिक्षा में सुधार की स्थिति पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने शिक्षकों पर विश्वास व्यक्त किया कि उनके सहयोग से राज्य में शिक्षा के स्तर में उत्तरोतर वृद्धि होगी। इस अवसर पर राज्यपाल ने देश के पूर्व राष्ट्रपति, चिन्तक, शिक्षाविद् और महान शिक्षक डा0 एस राधाकृष्णन को विनम्र श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शिक्षक दिवस व गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षक अपने ज्ञान के माध्यम से दीप श्रंृखला आभासित कर उत्तराखण्ड निर्माण में योगदान कर रहे हैं। गर्वनर्स टीचर्स अवार्ड से सम्मानित किए गए अध्यापकों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि सम्मानित होने वाले अध्यापकों में अधिकाश महिलाएं व दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यालयों में कार्य कर रहे अध्यापक हैं। उन्होंने कहा कि बेहतर परिणाम देने वाले अध्यापकों को आदर्श अध्यापक के रूप में लेते हुए दूसरे अध्यापकों को उनका अनुकरण करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। इस वर्ष परिणाम में प्राथमिक शिक्षा में 3 प्रतिशत व माध्यमिक शिक्षा में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है इसे 10 प्रतिशत तक ले जाना होगा। हमारे प्रकाश स्तम्भ हमारे शिक्षक हैं। प्रतिस्पर्धी भारत में आगे बढ़ना है तो हमें अपने मानव संसाधन पर अधिक ध्यान देना होगा। मानव संसाधन को संवारने का काम शिक्षक ही कर सकते हैं। राज्य सरकार एक-एक कर शिक्षकों की सभी समस्याओं को दूर कर रही है।
शिक्षा मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी ने कहा कि हमें विश्व गुरू के गौरव को फिर से पाना है तो इसमें शिक्षकों को अहम भूमिका निभानी होगी। हमारा देश ऋषि मुनियों की भूमि रहा है। यहां प्राचीन समय से ही अनेक शोध हुए हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि विश्व प्रसिद्ध भारतीय ऋषियों व विद्वानों के नाम से भी पुरस्कार प्रारम्भ किए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री ने शिक्षकों को ‘गवर्नर्स अवार्ड’ से सम्मानित किए जाने की परम्परा शुरू करने के लिए राज्यपाल का आभार व्यक्त किया। आज, के समारोह में विद्यालयी शिक्षा के अन्तर्गत राजकीय विद्यालयों के 26 उत्कृष्ट शिक्षक, शिक्षिकाओं को ‘गवर्नर्स टीचर्स अवार्ड’ के अन्तर्गत प्रत्येक अवार्डी को 10 हजार रूपये की नकद धनराशि, एक प्रशस्ति पत्र तथा महान शिक्षाविद् डा0 एस.राधकृष्णन की पुस्तकें प्रदान की गई। अवार्ड के लिए परिषदीय परीक्षा 2016 के परिणामों के आधार पर श्रेष्ठ शिक्षकों का चयन किया गया।
अपर मुख्य सचिव डा0 रणबीर सिंह ने अथितियों का स्वागत तथा सचिव विद्यालयी शिक्षा विनोद शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। सम्मान समारोह में मंच पर मुख्य सविव शत्रुघ्न सिंह, सचिव राज्यपाल अरूण ढौंडियाल तथा दर्शक दीर्घा में शिक्षा विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी, गणमान्य प्रबुद्ध नागरिकों सहित राजभवन के सभी अधिकारी भी मौजूद थे।

डोईवाला में भगवा लहराया

एबीवीपी के लोकेश राणा बने अध्यक्ष, आर्यन ग्रुप के दीपक सचिव चुने गए

डोईवाला।
ऑटोनॉमस कॉलेज ऋषिकेश के बाद डोईवाला डिग्री कॉलेज में भी अध्यक्ष पद पर एबीवीपी ने कब्जा किया है। छात्रसंघ चुनाव में गुरुवार को अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के लोकेश सिंह राणा विजयी रहे। जबकि सचिव पद पर आर्यन ग्रुप के दीपक सिल्सवाल ने बाजी मारी। एबीवीपी प्रत्याशियों ने अध्यक्ष, सहसचिव, कोषाध्यक्ष और यूआर पदों पर जीत दर्ज की। वहीं एनएसयूआई को सिर्फ उपाध्यक्ष की कुर्सी से संतोष करना पड़ा।
डोईवाला स्थित शहीद दुर्गा मल्ला राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में गुरुवार को छात्रसंघ चुनाव के लिए मतदान हुआ। अध्यक्ष पद पर एबीवीपी प्रत्याशी लोकेश सिंह राणा ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एनएसयूआई के विवेक सैनी को 60 वोटों से हराया। लोकेश को 412, जबकि विवेक को 352 वोट मिले। उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की ममता बर्तवाल ने एबीवीपी की दिव्या भारती को 264 वोटों से हराया। जबकि सचिव पद पर आर्यन ग्रुप के दीपक सिल्सवाल ने एनएसयूआई के हरजीत सिंह को 294 मतों से शिकस्त दी। सहसचिव बने एबीवीपी के आकाश थापा ने एनएसयूआई प्रत्याशी हिमानी राणा को नजदीकी मुकाबले में 51 वोटों से हराया। कोषाध्यक्ष पद पर एबीवीपी की नेहा तोमर विजयी रहीं। उन्होंने एनएययूआई की वैशाली को 136 वोटों से मात दी।
विश्वविद्यालय प्रतिनिधि (यूआर) पद पर एबीवीपी के नितेश ने एनएसयूआई के आकाश असवाल को 108 वोटों से शिकस्त दी। इसके अलावा छह कार्यकारिणी सदस्य पदों पर अंकित टम्टा (615), दीपिका सेमल्टी (451), गुरप्रीत सिंह (385), गौरव सिंह (336), कंचन नेगी (329), अजय सिंह (325) ने अधिकतम मत पाकर जीत दर्ज की।
इससे पहले दोपहर दो बजे से मतों की गिनती का काम शुरू हुआ। शाम सवा पांच बजे कॉलेज के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. एसपी सती ने विजेता प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की। प्राचार्य डॉ. हर्षवंती बिष्ट ने पदाधिकारियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उन्होंने बताया कि अगले दो दिन कॉलेज में अवकाश रहेगा।

एबीवीपी प्रत्याशियों के विजय जुलूस को पुलिस ने रोका तो भड़के छात्र

डोईवाला।
डोईवाला डिग्री कॉलेज के बाहर छात्रसंघ चुनाव के बाद विजय जुलूस को लेकर हंगामा खड़ा हो गया। पुलिस ने दून हाईवे पर एबीवीपी का जुलूस रोका तो छात्र भड़क गए। बड़ी संख्या में भाजपा नेता भी समर्थन में उतर आए। नाराज कार्यकर्ताओं ने हाईवे पर जाम लगा दिया। मौके पर कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच खूब धक्का-मुक्की हुई। संपर्क मार्गों से जुलूस निकालने की अनुमति मिलने के बाद कार्यकर्ताओं ने जाम खोला।
गुरुवार शाम को एबीवीपी के विजयी प्रत्याशियों ने नगर में जुलूस निकालना चाहा, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी। इसपर एबीवीपी कार्यकर्ता भड़क गए। उन्होंने कॉलेज के बाहर देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर जाम लगा दिया और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसी बीच स्थानीय भाजपा नेता भी मौके पर पहुंच गए। भाजपा नेता भी विजयी प्रत्याशियों को जुलूस निकालने देने की मांग करने लगे। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि मुख्य बाजार में नहीं निकालने दिया जाएगा। कोतवाली प्रभारी विक्रम सिंह रावत ने बताया कि छात्रों से भानियावाला तिराहे तक और रानीपोखरी मार्ग पर जुलूस निकालने की बात कही गई। इसपर छात्र नेता मान गए। संपर्क मार्गों पर जुलूस की अनुमित मिलने पर कार्यकर्ताओं ने जाम खोल दिया। हालांकि इस दौरान देहरादून हाईवे पर दो किमी लंबा जाम लग गया। पुलिस को जाम खुलवाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
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आर्यन और एनएसयूआई कार्यकर्ता भिड़े
छात्रसंघ चुनाव का परिणाम आने के बाद आर्यन ग्रुप और एनएसयूआई के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। सूत्रों के अनुसार आर्यन ग्रुप और एनएसयूआई ने चुनाव में आपसी गठबंधन कर रखा था। चुनाव परिणाम आने के बाद सचिव पद पर आर्यन का प्रत्याशी तो जीत गया, लेकिन एनएसयूआई के उपाध्यक्ष पद को छोड़कर सारे प्रत्याशी हार गए। इसको लेकर छात्र नेता आपस में उलझते नजर आए। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को अलग-अलग किया और मामला बढ़ने से रोका।

शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार जारी

विद्यालयी कार्यालय के कार्यों पर पड़ने लगा असर

ऋषिकेश।

संशोधित ग्रेड पे की मांग को लेकर अशासकीय विद्यालयों के शिक्षणेत्तर कर्मचारी बुधवार को भी कार्य बहिष्कार पर रहे। 16 दिन से आंदोलन कर रहे कर्मचारियों की मांगें सरकार कब तक मानेगी, यह तो नही कहा जा सकता है। लेकिन विद्यालय के आवश्यक कार्य जरुर प्रभावित होने लगे है। इन दिनों अर्द्ध शासकीय विद्यालयों में छात्रवृति के फॉर्म भरे जाने है। कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते छात्रों के फॉर्म भरने में शिक्षकों के पसीने छूट रहे है। 102

कई विद्यालय तो कर्मचारियों के नही होने का हवाला देकर छात्रवृति फॉर्म ही नही भर रहे है। ऐसे में छात्रों को चिंता होने लगी है कि उनकी छात्रवृति कैसे मिलेगी। यही हाल शिक्षकों का भी है। इन विद्यालयों में सरकारी शिक्षकों के साथ ही अभिभावक संघ द्वारा नियुक्त किये गये शिक्षकों को तनख्वाह कैसे मिलगी, की चिंता सताने लगी है। कार्यालय के अन्य आवश्यक कार्य भी प्रभावित हो रहे है। सबसे बुरा हाल छोटे अशासकीय विद्यालयों का है जहां एक या दो शिक्षणेत्तर कर्मचारी तैनात है।
श्री भरत मंदिर इंटर कालेज, हरिचंद आदर्श कन्या इंटर कालेज, पंजाब सिंध क्षेत्र इंटर कालेज नगर के बड़े अशासकीय विद्यालय है। इनमें कर्मचारियों की कमी के चलते अभिभावक संघ की ओर से नियुक्त किये गये कुछ कर्मचारी पूर्व में रखे गए थे। इस समय विद्यालय उन्हीं से कार्य संपादित करवा रहा है। लेकिन सरकारी कार्य करवाने में विद्यालय को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

प्रांतीय धरने को दिया समर्थन
सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर संशोधित ग्रेड पे की मांग को लेकर शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार बुधवार को 16वें दिन भी जारी रहा।
बुधवार को नगर के अशासकीय कर्मचारियों ने देहरादून में चल रहे प्रांतीय पदाधिकारियों के धरना स्थल में जाकर अपना समर्थन व एक दिवसीय धरना दिया। देहरादून में धरना देने वालों में देवेन्द्र सजवाण, यज्ञव्रत पोखरियाल, नागेन्द्र पोखरियाल, अरुण प्रकाश नौटियाल, सुमित्रा मेहर, सावित्री बिष्ट, कमलेश्वर भटट, बिशन सिंह नेगी, चन्द्रपाल कश्यप, राजेश्वरी नेगी आदि शिक्षणेत्तर कर्मचारी शामिल रहे।

 

प्रशिक्षण में आचार्यों ने लिया भाग

ऋषिकेश। श्रीमती पुष्पा वडेरा सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कालेज, ढालवाला में 52 आचाय/आचार्यों ने विज्ञान, गणित एवं अंग्रेजी विषयों के द्वि-दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का उद्घाटन भारतीय शिक्षा समिति उत्तराखण्ड के प्रदेश निरीक्षक डा0 विजयपाल सिंह पटवाल, संकुल प्रमुख नरेश चौहान ने दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन कर किया। प्रथम सत्र में प्रदेश निरीक्षक डा0 विजय पाल सिंह पटवाल द्वारा विद्या भारती के पाँच आधारभूत विषयों शारीरिक शिक्षा, योग शिक्षा, संगीत शिक्षा, संस्कृत शिक्षा एवं नैतिक व आध्यात्मिक शिक्षा पर विस्तार से विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विद्या मन्दिर शैक्षिक एवं शिक्षणेत्तर क्रिया-कलापों के माध्यम से समाज में अपनी विशिष्ट पहचान बनाये हुए है। शिक्षा में नवीनतम प्रयोग करते हुए बाल केन्द्रित, क्रिया आधारित शिक्षण के माध्यम से सुनियोजित ढंग से विषयों का प्रतिपादन किया जा रहा है।

द्वितीय सत्र में सभी विषयों के अनुसार भिन्न-भिन्न कक्षाओं में विषय-विशेषज्ञों के निर्देशन में विषयानुकूल विचार विमर्श किया, जिसमें अलख नारायण दूबे, जिला विज्ञान समन्वयक टि0ग0, रामाश्रय सिंह स0अ0 रा0इ0का0 तपोवन एवं रामगोपाल गंगवार, जिला समन्वयक, राष्ट्रीय मा0शिक्षा अभियान (रमसा) का निर्देशन एव मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। तृतीय संयुक्त सत्र में राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय ने विद्या भारती की पचपदी शिक्षा पद्घति के अंतर्गत अधीति, बोध, अभ्यास, प्रयोग व प्रसार का विस्तारपूर्वक वर्णन एवं विवेचना की।