चुनावी माहौल के बीच कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ ली है। बीते 24 घंटे में 1413 नए संक्रमित मिले हैं। वहीं एक मरीज की मौत हुई है। संक्रमण दर 07.79 प्रतिशत हो गई है। जबकि 482 संक्रमित ठीक हुए हैं। 14118 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। कुल संक्रमितों की संख्या 350885 हो गई है।
उत्तराखंड में चुनावी माहौल के बीच कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। रविवार को प्रदेश में एक दिन में 1413 लोग कोरोना की चपेट में आए हैं। जबकि देहरादून जिले में सबसे अधिक 505 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।
नैनीताल में 139, हरिद्वार में 299, पिथौरागढ़ में 8, अल्मोड़ा में 21, ऊधमसिंह नगर में 203, चंपावत में 12, टिहरी में 22, उत्तरकाशी में 8, बागेश्वर में 3, पौड़ी में 147, चमोली में 34, रुद्रप्रयाग में 12 संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों की तुलना में ठीक होने वालों की संख्या घटी है। राज्य में कुल 332655 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। रिकवरी दर 94.80 प्रतिशत दर्ज की गई। कुल मृतकों की संख्या 7424 हो गई है।

पर्यटकों की आमद बढ़ने से रोपवे कर्मचारी भी संक्रमित
चमोली जिले में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। रविवार को जोशीमठ-औली रोपवे के 27 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आए हैं। जबकि दो कर्मचारी दो दिन पहले पॉजिटिव आए थे। जिसके चलते प्रशासन ने रोपवे का संचालन फिलहाल बंद करा दिया गया है। एसीएमओ डा. उमा रावत ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि रोपवे कर्मचारियों के पॉजिटिव आने की सूचना प्रशासन को दे दी गई है।
दरअसल इन दिनों औली में बड़ी संख्या में बाहर से पर्यटक आ रहे हैं, जिसमें अधिकांश रोपवे से औली पहुंचना पसंद कर रहे हैं। जोशीमठ-औली मोटर मार्ग पर बर्फ और पाला गिरा होने से भी मार्ग काफी खतरनाक बना हुआ है, जिसके चलते इस पर वाहनों का आवागमन काफी सीमित हो रखा है। ऐसे में अब जीएमवीएन (गढ़वाल मंडल विकास निगम) को रोपवे संचालन करना चुनौती बन गया है।
एसडीएम जोशीमठ कुमकुम जोशी ने बताया कि कर्मचारियों के स्वस्थ होने तक रोपवे का संचालन बंद रहेगा। सोमवार को वहां सैनिटाजेशन किया जाएगा। साथ ही अन्य कोविड गाइड लाइन का पालन कराते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी।

गुरु का जीवन और संदेश लाखों लोगों को शक्ति का देता है-धामी

गुरु गोबिंद सिंह की आज 355वीं जयंती है। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को बधाई दी और कहा कि गुरु का जीवन और संदेश लाखों लोगों को शक्ति का देता है। गुरु गोविंद सिंह महाराज का प्रकाशोत्सव राज्य में हर्षाेल्लास व श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार भव्‍य पांडाल नहीं सजाए गए। गुरुद्वारों में सूक्ष्‍म आयोजन कर श्रद्धालुओं ने माथा टेका।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेसकोर्स स्थित गुरुद्वारे में माथा टेक राज्य की खुशहाली के लिए अरदास कराई। गुरूद्वारे परिवार की और से मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि जब भी धर्म पर संकट आया महापुरुषों ने जन्म लेकर उसकी रक्षा की। गुरु गोविंद सिंह का सिख धर्म में अमूल्य योगदान है। वे सत्य और धर्म की रक्षा के मार्ग पर चलने वाले सच्चे दिव्यात्मा थे। त्याग और बलिदान के साथ ही दृढ़ संकल्प का अद्भुत रूप गुरू गोविंद सिंह में था। गुरू गोविंद सिंह में गुरू नानक देव की दसवीं ज्योति प्रकाशमय हुई। जिस वजह से इन्हें दसवीं ज्योति भी कहा जाता है। वह साहस, करुणा और उदारता के प्रतीक थे। दलितों की सेवा करने के उनके प्रयासों को दुनिया भर में व्यापक रूप से सम्मानित किया जाता है। हमारा समाज उनकी शिक्षाओं और बलिदानों का ऋणी रहेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। शासन-प्रशासन ने अपनी तरफ से आमजन की सुरक्षा के सभी इंतजाम किए हुए हैं। कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन करें। आम जनमानस की जरा सी लापरवाही स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है। इसलिए सभी लोगों को चाहिए कि मास्क पहनकर ही घर से निकले और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें। विधानसभा चुनाव में मतदान के दौरान भी हमें इन बातों का ध्यान रखना होगा।

गुरु गोबिंद सिंह की जयंती पर प्रकाश पर्व का उल्लास
हर वर्ष गुरु गोविंद सिंह की जयंती 9 जनवरी को मनाई जा जाती है। प्रकाश पर्व के इस अवसर पर देश में खुशी और उल्लास का माहौल है। सवा लाख से एक लड़ावाँ ताँ गोविंद सिंह नाम धरावाँष् का उद्घोष करने वाले गुरु गोबिंद सिंह जी मानव रूप में सिखों के दसवें और अंतिम गुरु थे। बिहार के पटना साहिब में जन्मे गुरु गोविंद सिंह का बचपन का नाम गोबिंद राय था, उनके पिता, नौवें गुरु थे। गुरु तेग बहादुर जी की शहादत के बाद, नौ साल की उम्र में उन्हें श्गुरु गद्दीश् में विराजमान किया गया था। गुरु गोविंद सिंह की जयंती के अवसर पर प्रभात फेरी निकाली जाती है गुरुद्वारों में सबद, कीर्तन, अरदास और लंगर का आयोजन होता है।

मुख्यमंत्री का दावा, विकास के नाम पर बीजेपी को वोट देगी जनता

उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि हम लोकतंत्र के इस पर्व का स्वागत करते हैं। भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड समेत पांचों राज्यों में चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में भाजपा की प्रचण्ड बहुमत की सरकार बननी तय है। हमें पूरा विश्वास है कि डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों को देखते हुए जनता भाजपा को फिर से दिल खोलकर आशीर्वाद देगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारतीय निर्वाचन आयोग ने आज उत्तराखण्ड समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तिथियां घोषित कर दी हैं। इसके साथ ही उत्तराखण्ड में चुनाव आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण फिर तेजी से फैल रहा है। इस संक्रमण के बीच सुरक्षित तरीके से चुनाव करवाना निर्वाचन आयोग के लिए एक बड़ी चुनौती है। यदि सभी राजनैतिक दल और नागरिक निर्वाचन आयोग से जारी गाइडलाइन का पालन करें तो इस चुनौती का सामना किया जा सकता है। धामी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों के दौरान उत्तराखण्ड में भाजपा सरकार ने विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं। केन्द्र सरकार के सहयोग से अवस्थापना विकास, पर्यटन, महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। डबल इंजन सरकार ने जनहित और प्रदेशहित को सर्वाेपरी रखते हुए राज्य को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाया। समाज के हर वर्ग (युवा, महिला, किसान, व्यापारी, शिक्षकदृकर्मचारी, संविदा, आउटसोर्स कर्मी आदि) के हितों को ध्यान में रखते हुए फैसले लिए और उनको विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के सफल प्रयास किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने चुनाव पूर्व किए अधिकांश वायदे पूरे किए हैं, यही हमारी ताकत भी है। भाजपा कार्यकर्ता पूरी ऊर्जा और उमंग के साथ चुनाव में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेगा, जिसके बूते उत्तराखण्ड में फिर से भाजपा जीतेगी और नया इतिहास बनेगा। मुख्यमंत्री धामी ने सभी नागरिकों से कोरोना को लेकर सतर्क रहने और कोविड गाइडलाइन का पालन करने का अनुरोध किया है।

पालिका प्रशासन ने सरकारी संपत्तियों से हटाई प्रचार सामग्री

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से सभी संबंधित विभाग आगामी विधानसभा चुनाव-2022 की निर्वाचन तैयारियों को अमली जमा पहनाने में जुट गए हैं। इसके तहत नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला ने निकाय क्षेत्र में सरकारी संपत्तियों में लगे होर्डिंग्स, बैनर, फ्लेक्स आदि को हटाया।
आचार संहिता प्रभावी होने के बाद उपजिलाधिकारी नरेंद्र नगर की ओर से दिए निर्देशों के अनुपालन में नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला ने सरकारी संपत्तियों में लगी विभिन्न राजनीतिक दलों की प्रचार सामग्री को हटाया। इस दौरान पालिकाकर्मियों ने कई जगहों से राजनीतिक पार्टियों से संबंधित फ्लैक्स, होल्डिंग, बैनर व अन्य प्रचार सामग्री को हटाया। उपजिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में आचार संहिता के दौरान सरकारी संपत्तियों पर राजनीति दलों से संबंधित प्रचार व अन्य सामग्री लगाने पर पाबंदी रहेगी, जिसका पूर्णतया करना अनिवार्य होगा। इस दौरान मौके पर आदर्श आचार संहिता के लागू होने के उपरांत नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती ढालवाला द्वारा उपजिलाधिकारी नरेंद्र नगर द्वारा दिये गए निर्देश के अनुपालन में नगर क्षेत्र में सरकारी संपत्तियों से राजनैतिक पार्टियों के होर्डिंग, बैनर आदि को हटाने की करवाई प्रारम्भ की गई है। इस दौरान स्वास्थ्य लिपिक दीपक कुमार, रंजन कंडारी, पर्यावरण पर्यवेक्षक आदि मौजूद रहे।

मास्क नही पहनने वालों पर सख्त हुई पुलिस, की कार्रवाई

रविवार को रायवाला पुलिस ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए रायवाला थाना क्षेत्र के रायवाला बाजार, हरिपुरकलां और छिद्दरवाला में विशेष चेकिंग अभियान चलाया। पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढौंढियाल के निर्देश पर विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वालों पर शिकंजा कसा। कार्रवाई से लोगों में हड़कंप मच गया। हालात यह रहे कि कार्रवाई से बचने के लिए लोग मास्क लेने के लिए मेडिकल स्टोर की ओर दौड़ते नजर आए।
थाना प्रभारी ने बताया कि पहले दिन कार्रवाई के दौरान कोविड नियमों का उल्लंघन करने में 75 लोगों का चालान किया है। उन्होंने रायवाला बाजार क्षेत्र के सभी व्यापारियों को निर्देशित किया कि सोमवार से चेकिंग अभियान में तेजी लायी जाएगी। दुकान के बाहर सेनेटाइज की व्यवस्था रखें। हिदायत दी कि चालान से बचना है तो मास्क पहनकर ही घर से निकले। बाजार और सार्वजनिक स्थान पर दो गज की दूरी बनाए रखें। सभी की जागरूकता से ही इस महामारी से लड़ा जा सकता है।

समाज की बेहतरी के लिए गुरु के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए-अग्रवाल

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह के जन्म दिवस के अवसर पर आज हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा ऋषिकेश और सिंह सभा गुरुद्वारा गढ़ी श्यामपुर में माथा टेक कर उनका भावपूर्ण स्मरण किया। इस अवसर पर उन्होंने गुरु गोविंद सिंह के त्याग को अद्वितीय बताया। अग्रवाल ने गुरुद्वारा सिंह सभा गढ़ी श्यामपुर में पंगत के साथ बैठकर लंगर भी छका।
प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह सिख पंथ के दसवें और अंतिम सिख गुरु थे। जो 9 साल की उम्र में गुरु के रूप में उदित हुए। अग्रवाल ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने जाति वर्ग के भेद को दूर कर खालसा पंथ की स्थापना की। उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह समाज और धर्म के ऐसे योद्धा थे जिन्होंने जीवन पर्यंत अपने संपूर्ण परिवार को धर्म के लिए समर्पित कर दिया।
अग्रवाल ने कहा कि सामाजिक मान्यताओं की विभिन्न विषमताओं के साथ लड़ने की क्षमता गुरु गोविंद सिंह के अंदर थी। वह ऐसे योद्धा थे, जो हर सामाजिक बुराई का डटकर मुकाबला करते थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने सिख पंथ के माध्यम से ऐसे स्वाभिमानी लोग तैयार किए जो अपने धर्म व समाज के लिए हमेशा अडिग रहे।
इस अवसर पर क्षेत्र में हुए विकास कार्यों को लेकर गढ़ी श्यामपुर स्थित सिंह सभा गुरुद्वारे में अग्रवाल को गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों ने सरोपा भेंट कर सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर सरदार लक्ष्मण सिंह, राजपाल पवार, सरदार बृजपाल सिंह, सरदार कुलवंत सिंह, सरदार हरबंस सिंह, सरदार जसपाल सिंह, केसर सिंह गुसाईं, जोगिंदर सिंह सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।

14 फरवरी भाजपा सरकार की विदाई का दिन-खरोला

कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने चुनाव आयोग की ओर से 14 फरवरी को मतदान का दिन तय किए जाने का स्वागत किया और दावा किया कि उत्तराखंड की जनता इस दिन भाजपा सरकार की विदाई करेगी।
खरोला ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चुनाव की तिथियों का राज्य की जनता उत्साहपूर्वक प्रतीक्षा कर रही थी। राज्य की जनता में चुनाव को लेकर भारी जोश है। यही जोश और उत्सुकता इस बात का द्योतक है कि राज्य में परिवर्तन की बयार बह रही है।
खरोला ने स्थानीय विधायक और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि 5 साल वे सत्ता की मलाई खाने में लगे रहे और आखरी समय चुनाव आने से पूर्व ऋषिकेश विधानसभा की जनता को बरगलाने के लिए घोषणा पर घोषणा करते रहे, पर वे इस बात से अनजान है कि ऋषिकेश विधानसभा की जनता उनकी इस राजनितिक चाल को समझ चुकी है और कई बार देख चुकी है और आगामी विधानसभा चुनाव में अपने वोट की चोट से विधायक का अहंकार दूर करेगी।
खरोला ने कहा कि 15 साल में जो भाजपा के स्थानीय विधायक ऋषिकेश विधानसभा का विकास ना कर पाए आचार संहिता लगने के 2 घंटे पूर्व करोड़ो रूपये की कोरी घोषणाये करके उन्होंने अपनी इच्छाशक्ति का परिचय दे दिया।
2012-2017 चुनाव के भांति इस बार 2022 के चुनाव से पूर्व जिस तरह की बड़ी-बड़ी घोषणाएं करने का काम प्रेमचंद्र अग्रवाल ने किया है उससे स्पष्ट होता है यहां घोषणाएं भी पिछली घोषणाओं के जैसी साबित होगी। जहां ऋषिकेश में नया डिग्री कॉलेज, मल्टी स्टोरी पार्किंग, ऋषिकेश को जिला बनाना, संजय झील का निर्माण, गंगा की धारा को त्रिवेणी घाट तक लाना, ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण, आढ़त बाजार का निर्माण करना जैसी घोषणा है। पिछले वर्षों में भी उनके द्वारा की जा चुकी है जिसमें से एक भी घोषणा आज तक पूरी नहीं हुई। उन्होंने दावा किया कि ऋषिकेश विधानसभा में परिवर्तन की बयार बह रही है और 10 मार्च के बाद 11 मार्च को ऋषिकेश विधानसभा के विकास के लिए नया सूर्याेदय होगा।

आज फिर से कोरोना के मामले में आयी तेजी, मिले 1560 नए मामले

उत्तराखंड में बीते 24 घंटों में 1560 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। शनिवार को किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। आज देहरादून जिले में 537 संक्रमित मिले हैं। कुल संक्रमितों की संख्या 349472 हो गई है। प्रदेश की रिकवरी दर 96 प्रतिशत घट कर 95.05 प्रतिशत हो गई है। वहीं, सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण दर 10.26 प्रतिशत पहुंच गई है। अब प्रदेश में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 3254 हो गई है।
हरिद्वार में 303 , नैनीताल में 404, पौड़ी में 24, ऊधमसिंह नगर में 37, बागेश्वर में 13, अल्मोड़ा में 52, चमोली में 08, टिहरी में 28, चंपावत में 46, पिथौरागढ़ में 82, रुद्रप्रयाग में छह और उत्तरकाशी जिले में 20 जिले में एक संक्रमित मिले हैं। जबकि 270 मरीजों ने संक्रमण को मात दी है। इन्हें मिलाकर अब तक 332173 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।

शिक्षण संस्थानों में भी तेजी से फैल रहा कोरोना
देहरादून जिले में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अब संस्थानों में सामूहिक रूप से कोरोना संक्रमण का प्रसार होने लगा है। आरटीओ कार्यालय में दस कर्मचारी, एफआरआई डीम्ड विवि में दस छात्र-छात्रा और कोरोनेशन अस्पताल में 10 मरीज, नर्सिंग कॉलेज में सात छात्राओं की रिपोर्ट कोरोना संक्रमित पाई गई है। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. राजीव दीक्षित ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आरटीओ कार्यालय में एक कर्मचारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जांच कराई गई थी। जिनमें 10 की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है, एफआरआई डीम्ड में 8 छात्र, दो कर्मी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। एफआरआई में कुछ छात्र हरिद्वार से आने पर संक्रमित मिले थे। उसके बाद जांच कराने पर अन्य की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सभी को होम आइसोलेशन में रहने के लिए निर्देशित कर दिया गया है। अतिरिक्त एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। दून अस्पताल में लेब में भी 10 कर्मचारी पॉजिटिव मिले हैं।

उत्तराखंड में 14 फरवरी को चुनाव, 10 मार्च को परिणाम

उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों का ऐलान आज चुनाव आयोग ने कर दिया है। उत्तराखंड में 14 फरवरी को मतदान होगा। 21 जनवरी को अधिसूचना जारी होगी। 28 जनवरी को नामांकन का अंतिम दिन होगा। नामांकन पत्रो की जांच 29 जनवरी और नाम वापसी के लिए 31 जनवरी का दिन निर्धारित किया गया है। पांचों राज्यों के परिणाम 10 मार्च को आयेंगे। नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि किसी भी राज्य में रैलियों और रोड शो के आयोजन की परमिशन नहीं होगी। इसके अलावा किसी नुक्कड़ सभा का आयोजन भी सार्वजनिक स्थानों पर नहीं किया जा सकेगा। साइकिल रैली और बाइक रैली जैसी चीजों पर भी रोक रहेगी। कई नियमों का ऐलान करते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चन्द्रा ने कहा कि उम्मीदवार ऑनलाइन नामांकन भी दाखिल कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि गोवा, पंजाब और उत्तराखंड में एक फेज में चुनाव होगा।
यूपी में पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा। 14 फरवरी को दूसरे मतदान का चुनाव होगा। पंजाब और उत्तराखंड में 14 फरवरी को मतदान होगा। यूपी में 20 फरवरी को तीसरे चरण का मतदान होगा। यूपी में 23 फरवरी को चौथे चरण का मतदान होगा। यूपी में 27 फरवरी को पांचवे चरण का मतदान होगा। मणिपुर में दो चरणों में मतदान होगा। चुनाव आयुक्त ने कहा कि मीडिया का चुनाव में अहम रोल है। मीडिया हमारा दोस्त है। आपके जरिए हमारी बातें लोगों तक पहुंचती है। नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई की जाएगी। कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करना अनिवार्य होगा। वहीं, उत्तराखंड सहित तीन राज्यों में उम्मीदवार 40 लाख ही चुनाव खर्च कर पाएंगे। डिजिटल और वर्चुअल तरीके से चुनाव प्रचार होगा। पदयात्रा और रोड शो, साइकिल रैली और बाइक रैली नहीं होगी। 15 जनवरी तक इन पर रोक रहेगी। चुनाव आयुक्त ने कहा कि जीत के बाद जश्न या विजय जुलूस की इजाजत नहीं होगी। डोर टू डोर कैंपने के लिए पांच लोगों की ही इजाजत रहेगी। कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। किसी भी तरह के नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। चुनाव आयुक्त ने कहा हम मेडिकल एक्सपर्ट्स से सलाह भी ले चुके हैं। सभी चुनाव कर्मी फ्रंटलाइन कर्मी हैं। पोलिंग बूथ पूरी तरह से सैनिटाइज होगा। पोलिंग की टाइमिंग एक घंटे से ज्यादा होगी। चुनाव आयोग ने लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान की अपील की है।
पांच राज्यों में मतदान की घोषणा के बाद चुनाव की अधिसूचना तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। चुनाव आयुक्त ने बताया कि 80 प्लस और दिव्यांग और कोविड प्रभावित के लिए पोस्टिंग बैलेट की व्यवस्था बनेगी। उम्मीदवारों के लिए आपराधिक जानकारी देना जरूरी होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि 5 जनवरी को मतदाता की सूची डाली गई थी। 24.9 लाख मतदाता की पहली बार वोट डालेंगे।

अचानक सेवाओं से हटाने पर कर्मचारियों का हंगामा, कनक धनाई ने संभाली कमान

शनिवार को ऋषिकेश एम्स परिसर में एम्स प्रशासन मुर्दाबाद के नारों से गूंज उठा। उत्तराखंड जनएकता पार्टी के संस्थापक सदस्य एवम ऋषिकेश विधानसभा सीट से प्रत्याशी कनक धनाई, निष्काषित 98 कर्मचारियों समेत सैकड़ों की संख्या में लोग एम्स परिसर में एकत्र हो विरोध के नारे लगाने लगे।
बता दें कि एम्स में रोजगार में भ्रष्टाचार एवम इलाज में अव्यस्थाओं को लेकर लोग आए दिन परेशान रहते हैं। एम्स से त्रस्त कर्मचारी पिछले कुछ दिनों से एम्स प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। ऐसे में 98 कर्मचारियों को एक साथ नौकरी से निकाल दिया गया, उपरोक्त सूचना जैसे ही धनाई तक पहुंची वे तुरंत 98 निष्काषित कर्मचारियों समेत एम्स प्रसाशन का घेराव करने पहुंच गए एवम कर्मचारियों को निकाले जाने के स्पस्टीकरण को लेकर नारेबाजी करने लगे। इतने में उजपा के तमाम समर्थक एवम इलाज कराने आये हुए लोग भी प्रदर्शन में शामिल हो गए। लंबे समय की इंतज़ार के बाद जब कोई प्रतिक्रिया नही दी गई तो भीड़ प्रशासनिक कक्ष के बाहर पहुंचकर नारेबाजी करने लगी। स्थिति अनियंत्रित होती देख मौके पर पुलिस बल भी पहुँच गया। काफी देर तक बातचीत का आश्वाशन देकर भी जब कोई बातचीत करने हेतु नही आया तो प्रदर्शन उग्र हो गया। पुलिस ने भी जब स्थिति हात से निकलती देखी तो भारी मात्रा में पीएससी बुलानी पड़ी। परिस्थिति को भांपते हुए मौके पर तहसीलदार समेत उप जिला प्रशाशन भी पहुंच गया।
इस मौके पर कनक धनाई ने कहा कि एम्स में रोजगार में हो रही दलाली, स्वास्थ्य सुविधाओं में अव्यवस्थाओं एवम पार्किग में मची लूट को लेकर हम लंबे समय से समाधान एम्स अभियान चला रहे हैं। ऐसे में जैसे ही निकाले गए कर्मचारियों में से ही किसी ने सूचना दी कि टीडीएस कंपनी द्वारा 98 अटेंडेंट को एक साथ हटा दिया गया है तो हम सभी निष्काषित कर्मचारियों के साथ सुबह ही एम्स प्रशासन से जवाब मांगने आ गए। परंतु हमे बस लटकाया जा रहा है कोई संतोषजनक निष्कर्ष नहीं निकाला जा रहा, आवाज को दबाने हेतु पुलिस बल का सहारा लिया जा रहा है। परंतु हम सभी लोग बिना अपना हक लिए यहां से हटने वाले नहीं हैं।
एम्स प्रशासन की ओर से कार्यवाही हेतु 1 हफ्ते का समय मांगा गया है तथा यह निश्चित हुआ है कि 30 जनवरी तक 98 की अटेंडेंट की तनख्वाह यथावत मिलती रहेगी तथा निकाले गए अटेंडेंट को टीडीसी कंपनी उत्तराखंड में किसी भी विभाग में रोजगार मुहैया कराएगी।
मौके पर गुरुमुख सिंह, सोम अरोड़ा, हिमांशु पंवार, चंद्रकांत कलूडा़, रवि कलूडा़, शिवम प्रजापति, अभिषेक शर्मा, शिव प्रसाद रतूड़ी, नितिन पोखरियाल, अभिषेक रावत, निखिल वर्मा, सचिन सेमवाल समेत उजपा के तमाम कार्यकर्ता तथा इलाज कराने आये लोग एवम उनके परिजन प्रदर्शन में मौजूद रहे।