मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को किया सम्मानित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को देहरादून स्थित नवीन बहुद्देशीय क्रीड़ा भवन, परेड ग्राउण्ड में खेल विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वर्ष 2019-20 के लिए बैडमिन्टन खिलाड़ी लक्ष्य सेन, वर्ष 2020-21 के लिए एथलेटिक्स खिलाड़ी चन्दन सिंह को देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया। देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार वर्ष 2019-20 के लिए बैडमिन्टन प्रशिक्षक धीरेन्द्र कुमार सेन, वर्ष 2020-21 के लिए ताईक्वांडो प्रशिक्षक कमलेश कुमार तिवारी एवं वर्ष 2021-22 के लिए तीरंदाजी प्रशिक्षक संदीप कुमार डुकलान को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। साथ ही खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिए जाने पर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार वर्ष 2021-22 से एथलेटिक्स खिलाड़ी सुरेश चन्द्र पाण्डे को सम्मानित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा वर्ष 2021 एवं 2022 के राष्ट्रीय स्तर के 168 पदक विजेता खिलाड़ियों एवं 42 प्रशिक्षकों को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया। खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को कुल 2.08 करोड़ रूपये की धनराशि वितरित की गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के युवा खिलाड़ी राष्ट्रीय एंव अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर एवं पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। जब कोई खिलाड़ी अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर खेल रहा होता है, तो पूरे देश की भावनाएं उससे जुड़ी होती हैं। राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य में “मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना“ प्रारंभ की गई है। प्रत्येक जिले के 150 बालक और 150 बालिकाओं अर्थात प्रदेश के कुल 3900 उभरते खिलाड़ियों को खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है। सरकारी नौकरियों में खेल कोटे को भी पुनः प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। नई खेल नीति में खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक नये भारत, शक्तिशाली भारत और समृद्धशाली भारत का निर्माण हो रहा है। खेलों के क्षेत्र में भी भारत का मान सम्मान बढ़ रहा है, दुनिया में कहीं भी खेल का मैदान हो, आज भारत का तिरंगा शान से लहराता हुआ दिखता है। प्रधानमंत्री ने देश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई नई पहलें प्रारंभ की हैं। खेलो इंडिया कार्यक्रम इसी सोच का एक सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। आज देश में खेल प्रतिभाओं को हर स्तर पर बढ़ावा दिया जा रहा है और उन्हें बेहतर से बेहतर ट्रेनिंग सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। जब हम अपना लक्ष्य निर्धारित करते हैं और उस पर आगे बढ़ते हैं, तो सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है, इसके लिए जो जिस क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार ने एक साल में खेल के क्षेत्र में अनेक निर्णय लिये हैं। राज्य में नई खेल नीति बनाई गई, जिसमें खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा दी जा रही है। पारंपरिक खेलों को भी खेल नीति में जोड़ा है। राज्य के 8 से 14 साल के 3900 बच्चों को प्रतिमाह 1500 रूपये की धनराशि मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत दी जा रही है। 2024 में 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी उत्तराखण्ड करेगा।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, विशेष प्रमुख सचिव खेल अभिनव कुमार, निदेशक खेल जितेन्द्र कुमार सोनकर उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित खेल विवि के संबंध में अधिकारियों के साथ की बैठक

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में प्रस्तावित खेल विश्वविद्यालय के सबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि खेल विश्वविद्यालय के लिए अवस्थापना सुविधाओं के विकास के साथ ही खेल एवं आवश्यक शैक्षणिक गतिविधियों के लिए इस क्षेत्र के विषय विशेषज्ञों के सुझाव लिये जाएं। विशेषज्ञों के सुझाव के आधार पर खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के सबंध में अग्रिम आवश्यक कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हल्द्वानी स्थित खेल मैदान का बेहतर तरीके से उपयोग हो सके, इसके लिए हल्द्वानी में भी खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए संभावनाएं तलाशी जाएं। इसके लिए आवश्यक अतिरिक्त भूमि की व्यवस्था पर भी उन्होंने ध्यान देने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं हैं। राज्य में युवाओं को बेहतर खेल सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। 2024 में उत्तराखण्ड में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होना है। नई खेल नीति में खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये गये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में खेल विश्वविद्यालय बनने से राज्य के युवाओं को खेल के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने के बेहतर अवसर मिलेंगे।
बैठक में खेल मंत्री रेखा आर्या, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर, महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत, खेल निदेशक जितेन्द्र सोनकर उपस्थित थे।

सीएम ने की बास्केटबॉल टूर्नामेंट के समापन पर शिरकत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रेमनगर आश्रम में डिस्ट्रिक्ट बास्केटबॉल एसोसिएशन हरिद्वार द्वारा आयोजित अखिल भारतीय बास्केटबॉल इन्विटेशन टूर्नामेंट के समापन अवसर पर प्रतिभाग कर पुरस्कार वितरित किये। उन्होंने इस मौके पर रानीपुर विधायक आदेश चौहान के अनुरोध पर हरिद्वार में जगह चिह्नित कर एक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का बास्केटबॉल कोर्ट बनाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के विभिन्न राज्यों से आये बास्केट बाल खिलाड़ियों का स्वागत करते हुये कहा कि इस तरह की प्रतियोगिता उत्तराखण्ड में पहली बार आयोजित होना अच्छी पहल है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इससे भी बड़ी प्रतियोगिता यहां आयोजित की जाय।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि खेल हमारे चहुंमुखी विकास के लिये बहुत जरूरी हैं तथा समूह में टीम भावना से कैसे काम करना है, इसकी प्रेरणा हमें खेलों से ही मिलती है। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हर क्षेत्र में विकास कर रहा है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन से खेलों में योग्यता, प्रतिभा, क्षमता तथा पारदर्शिता का पूरा ध्यान रखते हुये खिलाड़ियों का चयन किया जाता है, जिससे भारत का झण्डा विश्व में बुलन्द हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने खेल कोटा पुनः लागू करने का निर्णय लिया है तथा हमारे खिलाड़ी खेल के क्षेत्र में विश्व पटल पर भारत का नाम रोशन कर रहे हैं एवं भारत हर क्षेत्र में विश्व गुरू बनने को तैयार है। उन्होंने कहा कि पहले कहावत थी कि खेलोगे, कूदोगे होओगे खराब, लेकिन अब हजारों बच्चे खेल के क्षेत्र में भी अपना कैरियर बना रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिशा निर्देशन में हमारी सरकार उत्तराखंड को “सर्वश्रेष्ठ उत्तराखण्ड“ बनाने हेतु प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। “सर्वश्रेष्ठ उत्तराखण्ड“ के निर्माण के लिए युवाओं का सशक्तिकरण जरूरी है इसके लिये हमारी सरकार पूर्ण रूपेण संवेदनशील है। हमारी सरकार युवाओं को बेहतर शिक्षा और बेहतर खेल सुविधायें दोनों प्रदान करने के लिए कृत संकल्पित है। हमने नई खेल नीति बनाकर अपने युवा खिलाड़ियों का ध्यान रखने का कार्य किया है। नई खेल नीति में राज्य के युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए उचित आर्थिक प्रोत्साहन का प्रावधान भी सुनिश्चित किया गया है।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया, खिलाड़ियों के साथ बास्केटबॉल भी खेला तथा अखिल भारतीय बास्केट बाल इन्वीटेशन टूर्नामेंट में जिन आठ टीमों-ओएनजीसी, रेड आर्मी, कोलकत्ता टीम, इण्डियन एयर फोर्स, ग्रीन आर्मी, दिल्ली, चण्डीगढ, पंजाब पुलिस ने भाग लिया था, उनमें से रेड आर्मी तथा इण्डियन एयर फोर्स, जिनका मुकाबल फाइनल में हुआ था, उनका रोमांचक मैच भी मुख्यमंत्री ने देखा, जिसमें रेड आर्मी ने विजय हासिल की तथा इण्डियन एयर फोर्स रनर अप रही, जिसमें विजेता टीम रेड आर्मी को एक लाख रूपये तथा रनर अप टीम इण्डियन एयर फोर्स को 51 हजार का प्रतीकात्मक चेक तथा ट्राफी मुख्यमंत्री ने पुरस्कार के रूप में प्रदान की। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने विभिन्न खेलों में उत्तराखण्ड का प्रतिनिधित्व करने वाले कई बास्केट बाल खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया।

कार्यक्रम को हरिद्वार विधायक मदन कौशिक तथा रानीपुर विधायक आदेश चौहान ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर हरिद्वार विधायक मदन कौशिक, रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, पूर्व कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानन्द, भाजपा जिला अध्यक्ष हरिद्वार संदीप गोयल, जिला भाजपा अध्यक्ष रूड़की शोभाराम प्रजापति, जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह सहित उदीयमान खिलाड़ी तथा खेल प्रेमी उपस्थित थे।

सीएम की पहल पर हॉकी खिलाड़ी बॉबी सिंह धामी को मिली हॉकी किट और सहायता

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य में खेल प्रतिभाओं को निखारने और खेल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। नई खेल नीति हो या वृहद स्तर पर खेलों का आयोजन धामी सरकार लगातार नये आयामों को छू रही है। उत्कृष्ट खिलाड़ियों को भी धामी सरकार आवश्यक संसाधनों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित कर रही है। इसी क्रम में उत्तराखण्ड राज्य के हॉकी खिलाड़ी बॉबी सिंह धामी जो भारतीय जूनियर हॉकी टीम के उप कप्तान हैं द्वारा पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार से मुलाकात कर आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया था, जिस पर मुख्यमंत्री द्वारा यथोचित सहयोग उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य सरकार की ओर से बॉबी सिंह धामी को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराये जाने हेतु प्रयास किये गये हैं। राज्य सरकार की ओर से सीएसआर के माध्यम से उत्कृष्ट खिलाड़ी को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के क्रम में मेसर्स बहल पेपर मिल लिमिटेड द्वारा बॉबी सिंह धामी को हॉकी किट एवं अन्य आवश्यक संसाधनों को स्पॉन्सर किया गया है। जिस हेतु धनराशि रू 6.6 लाख उपलब्ध कराये गये हैं।
खेल मंत्री रेखा आर्य द्वारा खेल विभाग की मुखिया के रूप में मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के इस प्रयास पर आभार प्रकट करते हुये मेसर्स बहल पेपर मिल लिमिटेड को आवश्यक सहयोग प्रदान करने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा किये गये इस प्रयास से खिलाड़ियों के मनोबल के साथ-साथ उनके खेल कौशल को भी सकारात्मक दिशा मिलती है। बॉबी सिंह धामी द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, बहल पेपर मिल लिमिटेड और खेल विभाग उत्तराखंड का आभार व्यक्त किया गया है।

मिश्र परिवार ने कराई ऐतिहासिक रही दंगल प्रतियोगिता

ऋषिकेश नगर निगम के प्रांगण में स्वर्गीय कमल नारायण मिश्र और स्वर्गीय शिव मोहन मिश्र की स्मृति में दंगल प्रतियोगिता आयोजित की गई। दंगल में विभिन्न प्रदेशों से आए पुरुष पहलवानों और रुड़की से आई महिला पहलवानों ने अपने दांव दिखाए।
लायंस क्लब ऋषिकेश डिवाइन के सहयोग से आयोजित दंगल में देश के विभिन्न शहरों से आए नामी-गिरामी पहलवानों ने अपने जबरदस्त दांव पेच से दर्शकों की जहां खूब तालियां बटोरी। वहीं कुछ हैरतअंगेज अदाओं से लोगों को दातों तले उंगली दबाने पर मजबूर भी कर दिया।
दर्शकों की खचाखच भीड़ के बीच दंगल का शुभारंभ भारत माता मंदिर के महामंडलेश्वर महाराज ललितानंद गिरी ने किया। दंगल में कुल 32 कुश्तियां आयोजित हुई जिसमें सबसे बड़ी इनामी कुश्ती ₹11000 की मेरठ के उमेश पहलवान और दिल्ली के जसविंदर पहलवान के बीच हुई लेकिन तमाम जोर आजमाइश के बावजूद बराबरी का मुकाबला रहा जिसके चलते दोनों पहलवानों को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया गया।
दोनों पहलवानों को दंगल के आयोजक ललित मोहन मिश्र और लायंस क्लब ऋषिकेश डिवाइन के अध्यक्ष रजत भोला ने ट्रॉफी एवं इनामी राशि प्रदान की।
लायंस क्लब ऋषिकेश डिवाइन के संस्थापक ललित मोहन मिश्र ने दंगल की अभूतपूर्व सफलता पर नगर वासियों का आभार जताया। ऋषिकेश का यह दंगल ऐतिहासिक रूप से सफल रहा। दिल्ली मेरठ बिजनौर मध्य प्रदेश और अयोध्या, मध्यप्रदेश व उत्तराखंड के पहलवानों ने ऋषिकेश में अपना हुनर दिखाया। रेफरी जयप्रकाश ठेकेदार, राम प्रसाद भारद्वाज और श्याम बहादुर ने संयुक्तरुप से किया।
दंगल के दौरान लायंस क्लब डिवाइन के अध्यक्ष रजत भोला एवं उनकी पूरी टीम पूर्व पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा, पूर्व पार्षद रवि जैन, समाजसेवी अजय गर्ग, घनश्याम, नगर निगम पार्षद मनीष शर्मा, राकेश मियां, राजेंद्र सिंह बिष्ट, नरेंद्र मैनी, राजेश अग्रवाल, हरदेव पनेसर, विनय उनियाल, दीप सुनेजा, संदीप खुराना, जोगेंद्र कुमार, अभिषेक शर्मा, सुनील तिवारी, नागेंद्र सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

अनिल जोशी को फिर से सचिवालय क्रिकेट क्लब की कमान

शुक्रवार को सचिवालय क्रिकेट क्लब की आम सभा सचिवालय स्थित राज्य आपदा परिचालन केन्द्र सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि फिट इंडिया मूमेन्ट के अन्तर्गत सचिवालय में खिलाड़ियों को खेल के प्रति प्रोत्साहन किया जायेगा, शीघ्र ही नये प्रारूप में सचिवालय कार्मिकों के मध्य क्रिकेट टुर्नामेन्ट का सक्रियता से आयोजन किया जायेगा।
बैठक में चन्दन सिंह विष्ट पूर्व कोषाध्यक्ष द्वारा आय-व्ययक का लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया। अनिल जोशी, अध्यक्ष, सचिवालय क्रिकेट क्लब द्वारा क्लब की गतिविधियों से सदन को अवगत कराया गया, साथ ही गठित कार्यकारिणी का कार्यकाल पूर्ण होने पर वर्तमान कार्यकारणी को भंग करते हुए आम सदस्यों से नई कार्यकारणी गठित करने का अनुरोध किया गया।
पन्ना लाल शुक्ला अध्यक्ष सचिवालय बैडबिन्टन क्लब, डी०एम०एम०सी० के देख रेख में क्लब के चुनाव सम्पन्न हुये, जिसमें सर्वसम्मति से 3 वर्षो के लिए सचिवालय क्रिकेट क्लब की कार्यकारणी निर्विरोध निर्वाचित हुई जिसमें अनिल जोशी को निर्विरोध अध्यक्ष तथा टी०एच० खान को उपाध्यक्ष, राजेन्द्र रतूडी को सचिव, रवि रंसवाल को संयुक्त सचिव तथा अतुल परमार को कोषाध्यक्ष निर्वाचित किया गया।
चुनाव अधिकारी पन्ना लाल शुक्ला के द्वारा आम सदस्यों से सदन में ध्वनिमत प्रस्ताव के आधार पर अन्य कार्यकारिणी सदस्यों को नामित किये जाने हेतु अध्यक्ष एवं नई कार्यकारिणी को अधिकृत किया गया।
इस अवसर पर राकेश जोशी, अध्यक्ष डी०सी०डी०यू०, पूर्व उपाध्यक्ष राकेश महर, पूर्व सचिव हरीश सैनी, पूर्व कोषाध्यक्ष चन्दन सिंह विष्ट, संयुक्त सचिव अमित तोमर, पूर्व कार्यकारिणी सदस्य, मनोज भट्ट आदि उपस्थित रहे।

खेलो इंडिया विंटर गेम्स के विजेताओं को सीएम ने दी बधाई

गुलमर्ग में आयोजित तीसरे खेलो इंडिया विंटर गेम्स में स्नो स्कीइंग और स्नो शू में उत्तराखण्ड के पदक विजेताओं को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सम्मानित किया। उत्तराखण्ड से शालिनी राणा, ऋषभ रावत, मयंक डिमरी एवं जगदीप भट्ट ने पदक जीते। मुख्यमंत्री ने सभी पदक विजेताओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

इस अवसर पर स्कीइंग एवं माउंटनेयरिंग एसोसिएशन उत्तराखण्ड से लक्ष्मण मेहता, अजय भट्ट, इन खिलाड़ियों के कोच विकेश डिमरी एवं डब्बर सिंह उपस्थित थे।

किक बाॅक्सिंग प्रतियोगिता में तीर्थनगरी के खिलाड़ियों ने लहराया परचम

जयराम आश्रम में आयोजित ओपन देहरादून डिस्ट्रिक्ट किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देव भूमि ऋषिकेश की खिलाड़ियों ने 20 स्वर्ण पदक, 20 रजत पदक, 22 कांस्य पदक सहित 62 पदक जीतकर तीर्थ नगरी नगरी का परचम लहराया है

कोच शिवानी गुप्ता ने बताया कि जयराम आश्रम में एक दिवसीय ओपन देहरादून डिस्ट्रिक्ट के किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप का आयोजन हुआ जिसमें जिले के लगभग 250 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया प्रतियोगिता का शुभारंभ प्रसिद्ध गायनोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रियंका गोयल जी एवं उत्तराखंड एमेच्योर किकबॉक्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद कोटनाला जी द्वारा किया गया उन्होंने खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य की कामना की प्रतियोगिता में ऋषिकेश के 65 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग कर 62 पदक हासिल कर तीर्थ नगरी का नाम रोशन किया है।

कार्यक्रम में समापन के शुभ अवसर पर डॉ हरक सिंह रावत जी ने शिरकत की जिला प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को पदक पहनाकर खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी व ऋषिकेश ने उक्त प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

कार्यक्रम के अवसर पर देव भूमि ऋषिकेश मार्शल आर्ट ट्रेनिंग सेंटर अध्यक्ष सत्यवीर सिंह तोमर, महासचिव अलक्षेंद्र सिंह, राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, समाजसेवी सरोज डिमरी, विपिन डोगरा, प्रदीप कोहली, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष दीप शर्मा, सीमा रानी, रोटरी क्लब ऋषिकेश अध्यक्ष राकेश अग्रवाल, भाजपा जिला अध्यक्ष कविता शाह, समाजसेवी प्रिंसी रावत, सेवानिवृत्त डीपी रतूड़ी, पूर्व प्रधानाचार्य डीबीपीएस रावत आदि उपस्थित रहे

बालिकाओं को सशक्त बनाने की दिशा में हो कार्य-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर परेड ग्राउण्ड देहरादून स्थित नवीन बहुद्देशीय हॉल में ‘महिलाओं की खेल में सहभागिता’ विषय पर आयोजित सेमिनार में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न खेलों में सराहनीय प्रदर्शन करने वाले महिला खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सभी बालिकाओं को राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस महिला सशक्तिकरण को लेकर हमारी प्रतिबद्धता को दोहराने और बालिकाओं को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सशक्त बनाने के लिए चल रहे प्रयासों को और अधिक मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने कहा कि बेटियों की सुरक्षा हम सभी की जिम्मेदारी है। राज्य का मुख्य सेवक होने के नाते प्रदेश की किसी भी बेटी का अपमान करने वाले के खिलाफ हम कठोरतम कार्रवाई करने से कभी पीछे नहीं हटेंगे। हमारी बेटियां हमारी शान, मान एवं अभिमान हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में तीलू रौतेली, टिंचरी माई, गौरा देवी, चन्द्रप्रभा ऐतवाल, गंगोत्री गर्ब्याल और बछेंद्री पाल, वंदना कटारिया जैसे अनेक नाम हैं जिन्होंने हर चुनौती को छोटा साबित करते हुए प्रदेश का मान और सम्मान बढ़ाया। आज हमारी बेटियों ने हर क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम बनाया है और प्रदेश का नाम रोशन किया है। शिक्षा से लेकर खेल के मैदान और वैज्ञानिक अनुसंधान से लेकर सेना के अभियान तक में हमारी बेटियां बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ की गई विभिन्न योजनाएं हमारी बेटियों को और अधिक आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने में सहयोग प्रदान कर रही हैं। राज्य सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण देने का प्राविधान किया है। उन्होंने कहा कि कुछ माह पूर्व ही राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की 80 हजार बालिकाओं को 323 करोड़ रुपये की धनराशि “नंदा गौरा योजना“ के अंतर्गत हस्तांतरित की गई थी। जो निश्चित ही हमारी बेटियों के बेहतर भविष्य की नींव रखने में काम आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यालयों मे बेटियों के नामांकन में बढ़ोतरी हुई है और लिंगानुपात में सुधार हुआ है, इससे स्पष्ट है कि बेटियों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाएं सफल हो रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के मूलमंत्र को लेकर राज्य सरकार ने भी बेटियों के जन्म से लेकर उनकी शिक्षा,स्वास्थ और कौशल विकास तक के लिए विभिन्न योजनाएं प्रारंभ की हैं, जिनमें “महालक्ष्मी किट योजना“,“खुशियों की सवारी“ योजना, “नंदा गौरा“ योजना, “मुख्यमंत्री आंचल अमृत“ योजना,“मुख्यमंत्री महिला पोषण“ जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि 2025 में उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाएगा, उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का जो लक्ष्य रखा है, उसमें हमारी बेटियों और मातृशक्ति की अहम भूमिका होगी।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास तथा खेल मंत्री रेखा आर्या ने राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य महिला आयोग द्वारा खेल को केंद्रित करते हुए बालिकाओं को लेकर सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है, यह सराहनीय पहल है। राज्य में बालिकाएं खेल के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़े इसके लिए राज्य में नई खेल नीति में हर संभव सुविधा देने के प्रयास किए गए हैं। खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभाओं को उजागर करने के लिए आर्थिक संकट से न गुजरना पड़े, इसके लिए नई खेल नीति में हर सुविधा देने के प्रयास किए गए है। खिलाड़ियों को भोजन के लिए दी जाने वाली धनराशि 150 रुपए से बढ़ाकर 175 रुपए की गई है। राज्य में लगभग 3900 बच्चों को मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत 1500 रुपए प्रति बच्चे को छात्रवृत्ति दी जा रही है, जिसमें 50 प्रतिशत बालिकाएं शामिल हैं।

राज्य सरकार द्वारा महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही कुछ महत्वपूर्ण योजनाएं…

राज्य में महिला सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री लखपति दीदी योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत 2025 तक राज्य की 1.25 लाख महिलाओं को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना के तहत प्रथम दो बालिकाओं के जन्म पर माता और नवजात कन्या शिशु को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट दी जा रही है। खुशियों की सवारी योजना के माध्यम से गर्भवती महिला को अस्पताल तक लाने की व्यवस्था एवं बच्चे के जन्म के बाद जच्चा एवं बच्चा को घर तक ले जाने की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई है। नंदा गौरा योजना के तहत राज्य में गरीब कन्याओं के लिए राज्य सरकार द्वारा 51 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। साथ ही बालिका के जन्म के समय माता-पिता को 11 हजार रूपये की धनराशि दी जा रही है। मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना के तहत मां और नवजात शिशु की साफ-सफाई एवं पोषण के लिए राज्य सरकार द्वारा मौसम के हिसाब से अलग-अलग किट प्रदान की जा रही है। राज्य में महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण के दृष्टिगत सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयों में कामकाजी महिलाओं के लिए गौरा शक्ति एप बनाया गया है। गौरा शक्ति के अन्तर्गत स्व रजिस्ट्रेशन के अतिरिक्त महिलाएं ई-शिकायत भी दर्ज करा सकती हैं, साथ ही इसमें महिलाओं के कानूनी अधिकारों की जानकारी और महत्वपूर्ण फोन नम्बर भी उपलब्ध हैं।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, सविता कपूर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल, खेल निदेशक जितेन्द्र सोनकर एवं राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आई बालिकाएं मौजूद रही।

दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता जीतकर बढ़ाया राज्य का सम्मान, मुख्यमंत्री ने दी शुभकामना

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में उत्तराखण्ड व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों ने भेंट की। इस अवसर पर यूनाइटेड दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन उत्तराखण्ड के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के ओडिशा में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता जीतने पर बधाई दी तथा टीम के सदस्यों को भविष्य के लिये शुभकामनायें दी। उन्होंने कहा कि दिव्यांग क्रिकेट टीम की सफलता से राज्य का ही मान नहीं बढ़ा बल्कि इससे समाज में दिव्यांग जनों को प्रेरणा भी मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने दिव्यांगों को खेलों की मुख्यधारा से जोड़ने के लिये समेकित प्रयासों की जरूरत बताते हुए यूनाइटेड दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन के प्रयासों की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने एसोसिएशन द्वारा उत्तराखण्ड में व्हीलचेयर क्रिकेट प्रतियोगिता के आयोजन की सफलता की कामना की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर विधायक सुरेश गड़िया, क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष गणेश शाह, उपाध्यक्ष विजय रमोला, सचिव उपेन्द्र पंवार, टीम के कप्तान धन सिंह, उपकप्तान धनवीर सिंह एवं अन्य खिलाड़ी उपस्थित थे।