भवन कर वृद्धि वापस लेने की मांग को लेकर रैली निकालीं

उत्तराखंड जन विकास मंच ने नगर निगम प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। भवन कर वृद्धि वापस नहीं होने से नाराज मंच के सदस्यों ने आक्रोश रैली निकाली। नगर निगम प्रशासन पर आम जनता का शोषण करने का आरोप लगाया।
रविवार को उत्तराखंड जन विकास मंच के लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस के सामने धरना रविवार को 21वें दिन भी जारी रहा। नगर निगम प्रशासन पर आक्रोशित मंच सदस्यों ने आम लोगों के साथ धरना स्थल से आक्रोश रैली शुरू की। यह विभिन्न मार्गों से होते हुए त्रिवेणीघाट स्थित गांधी स्तंभ पर संपन्न हुई। मंच अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने कहा कि निगम प्रशासन ने भवन कर की दरों को संशोधित कर कम करने के बजाय सिर्फ छूट का प्रस्ताव बोर्ड बैठक पारित कर छलावा किया है। उन्होंने भवन कर की दरों में की गई बढ़ोतरी के साथ ही पेयजल और बिजली की बढ़ाई गई दरों को भी वापस लेने की मांग उठाई है।
रैली में मंच सचिव लेखराज भंडारी, संरक्षक रामकृपाल गौतम, राजकुमार अग्रवाल, ललित मोहन मिश्रा, राजेंद्र पाल, सुधीर राय, मानवेंद्र सिंह कंडारी, महावीर उपाध्याय, लक्ष्मण चौहान, जतिन जाटव, बैचेन गुप्ता, लल्लन राजभर, उमेश शर्मा, प्रवीण सिंह, सुभाष शर्मा, अरुण पंडित, मुरली शर्मा, जनार्दन नवानी, बीडी चंदोला, विपिन शर्मा, रमेश, जयकुमार, कुंवर सिंह, विक्रम सिंह, धर्मपाल सिंह, मोहित राजपूत, दीनानाथ, वीर सिंह नेगी, गजेंद्र बिष्ट, संदीप भंडारी, देवेंद्र बेलवाल, हीरा सिलस्वाल, रश्मि, कविता, सरोज, मुन्ना, कुसुम, मोहिनी, अंशुल, आकाश सिंह, सुरेंद्र नेगी, महेंद्र, सुशील पाल, अशोक पाल, सुरेश कुमार, नरेश पोखरियाल, रमेश भट्ट, सुरेंद्र थापा, संतोष सिंह, संदीप, कुशल पाल आदि शामिल रहे।

युवा व्यापारी नेता ने सीएम को बताई मंडी व्यपारियों की समस्या

व्यापार मंडल के महामंत्री प्रतीक कालिया ने प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के व्यापारियों पर मंडी के बाबत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि विगत 8 जून को प्रदेश सरकार द्वारा एक अध्यादेश जारी कर मंडी के बाहर व्यापार करने वाले व्यापारियों से मंडी शुल्क समाप्त करते हुए उन्हें लाइसेंस की अनिवार्यता से मुक्त कर दिया गया था। जिससे व्यापारियों को मंडी प्रपत्र की पर्ची संख्या 9 से मुक्ति मिल गई थी। लेकिन केंद्र सरकार द्वारा लाये गये कृषि कानून पर किसानों के आंदोलन के कारण वापस लेने की वजह से मंडी शुल्क फिर लागू हो गया है।
इस संदर्भ में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जनवरी माह में व्यापारियों को दी जा रही छूट का हवाला देते हुए उत्तराखंड में जनवरी माह में मंडी शुल्क पर छूट दिए जाने व इस निर्णय को अगली सरकार के विवेक पर छोड़े जाने की व्यापारी नेता प्रतीक कालिया द्वारा मुख्यमंत्री से मांग की गई। व्यापार मंडल के महामंत्री की तमाम बातें गौर से सुनने के पश्चात मुख्यमंत्री ने इस संदर्भ में सकारात्मक कारवाई का आश्वासन दिया। जिस पर युवा व्यापारी नेता ने मुख्यमंत्री का आभार जताया।

प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारियों ने सीएम से की मुलाकात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्य सचिव डॉ. एस.एस संधु के साथ भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों तथा पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के नेतृत्व में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों ने भेंट की। सभी ने मुख्यमंत्री को नववर्ष की शुभकामनायें दी तथा मुख्यमंत्री के दीर्घ जीवन की कामना की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सभी को नववर्ष की बधाई दी तथा कामना की कि नववर्ष में सभी की नई ऊर्जा के साथ प्रदेश विकास की राह में अग्रसर होगा।

सीएम ने किया कैलाशानन्द महाराज के प्रथम सन्यास दीक्षा समारोह में प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को जगद्गुरू आश्रम कनखल में निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द महाराज के प्रथम सन्यास दीक्षा समारोह में प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर समारोह को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द महाराज के दीक्षा समारोह की वजह से आज मुझे सभी पूज्य सन्तों का एक साथ आशीर्वाद मिलने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता के लिये पूज्य सन्तों का आशीर्वाद बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बिनु हरि कृपा मिलहि न सन्ता….। सत्संग का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि सत्संग का मनुष्य के जीवन में काफी प्रभाव पड़ता है, जिस तरह का सत्संग होगा, उसी तरह का मनुष्य का आचार-व्यवहार होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि संस्कृति की बात हो या अन्य, हर क्षेत्र में पताका फहराने का काम प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हो रहा है।
समारोह को जगद्गुरू शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम, जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरिजी महाराज, स्वामी महामण्डलेश्वर कैलाशानन्द महाराज, स्वामी हरिचेतनानन्द, स्वामी चिदानन्द मुनि, आचार्य बाल कृष्ण, युग पुरूष परमानन्द महाराज, महन्त प्रेम गिरि महाराज, पूज्य हरिगिरि महाराज, महन्त विज्ञानानन्द महाराज, पदम, सतपाल ब्रह्मचारी महाराज, देवानन्द सरस्वती महाराज, तन्मय वशिष्ठ, महामंत्री श्रीगंगा सभा, राजीव शर्मा नगर पालिका अध्यक्ष आदि ने सम्बोधित किया।
मंच का संचालन आखाड़ा परिषद व मंसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष रविन्द्रपुरी जी महाराज ने किया।
जगद्गुरू आश्रम कनखल पहुंचने पर मुख्यमंत्री का शाल ओढ़ाकर, विशाल माला, पुष्पगुच्छ तथा प्रतीक चिह्न भेंटकर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानन्द, ललितानन्द महाराज, कमलदास महाराज, महेश पुरी महाराज, भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ जयपाल सिंह चौहान, महामंत्री विकास तिवारी, जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेन्द्र सिंह रावत, एसडीएम पूरण सिंह राणा, सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।
जगद्गुरू आश्रम कनखल के पश्चात मुख्यमंत्री ने जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरिजी महाराज से हरिहर आश्रम पहुंचकर शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर अन्तर्राष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी बबीता फोगाट भी उपस्थित रहीं।

निशुल्क मोबाईल टैबलेट योजना से 2 लाख 65 हजार विद्यार्थी होंगे लाभान्वित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज राजपुर रोड, देहरादून में निःशुल्क मोबाईल टैबलेट योजना के क्रियान्वयन हेतु आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विद्यालय की 100 छात्राओं को निःशुल्क टैबलेट प्रदान किये। शनिवार को यह कार्यक्रम प्रदेश के सभी 70 विधानसभाओं में आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज राजपुर रोड में ऑडिटोरियम बनाया जायेगा।
प्रदेश में लगभग 2 लाख 65 हजार विद्यार्थियों को पढ़न-पाढ़न हेतु राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क टैबलेट खरीद हेतु प्रति विद्यार्थी को डीबीटी के माध्यम से 12 हजार रूपये की धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है। इसी क्रम में टैबलेट खरीद हेतु राजकीय स्कूलों के 10वीं, 12वीं के 1 लाख 59 हजार विद्यार्थियों को डीबीटी द्वारा धनराशि दी गई है।
मुख्यमंत्री ने सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कोरोना काल में ऑनलाईन पढ़ाई के लिए बच्चों को पढ़ाई के लिए काफी परेशानियों को सामना करना पड़ा। बच्चों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा उनके लिए टैबलेट उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी वे बच्चों के बीच जाते हैं, तो उनकी बचपन की यादें ताजा हो जाती हैं। उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए सबको समय का सदुपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि जीवन में जो भी कार्य करें, पूर्ण मनोयोग से करें। विकल्प रहित संकल्प के साथ सबको जीवन में आगे बढ़ना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत एक युवा देश है। देश की 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम आयु वर्ग की है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश तेजी से प्रगति के पथ पर अग्रसर है। भारत आत्मनिर्भर भारत बन रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शिक्षा के गुणात्मक सुधार के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। डिजिटल लर्निंग के अन्तर्गत राज्य के 500 स्कूलों में वर्चुअल कक्षाएं चलाई जा रही हैं। 600 अन्य स्कूलों में भी शीघ्र ये सेवाएं शुरू की जायेंगी। राज्य के 709 राजकीय विद्यालयों में 1418 स्मार्ट कक्षाएं स्थापित की जा रही हैं, यह कार्य 15 जनवरी 2022 तक पूर्ण कर लिया जायेगा। राज्य सरकार की ओर से सभी राजकीय विद्यालयों में कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क पाठ्य पुस्तक उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। राजकीय स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए भी निःशुल्क बैग एवं जूते उपलब्ध कराये जा रहे हैं। छात्रहित में राज्य स्तरीय छात्रवृत्ति की धनराशि बढ़ाई गई है। शिवानन्द नौटियाल राज्य योग्यता छात्रवृत्ति की धनराशि को प्रतिमाह 250 रूपये से बढ़ाकर 1500 रूपये किया गया है तथा लाभार्थी विद्यार्थियों की संख्या भी 11 से बढ़ाकर 100 की गई है। श्रीदेव सुमन छात्रवृत्ति की धनराशि भी 150 रूपये से बढ़ाकर 1 हजार रूपये की गई है। मुख्यमंत्री प्रतिभा प्रोत्साहन योजना के तहत 12वीं कक्षा के मेधावी विद्यार्थियों को 2500 रूपये की छात्रवृत्ति 5 साल तक दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों से अपील की कि कोविड के नये वेरिएंट ओमीक्रोन से बचाव के लिए सतर्कता जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोविड एप्रोप्रिएट विहेवियर का पालन जरूर करें। कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा पूरी तैयारी की गई है, लेकिन इससे बचाव के लिए सतर्कता बहुत जरूरी है।
इस अवसर पर सचिव शिक्षा आर. मीनाक्षी सुन्दरम, जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आर. राजेश कुमार, शिक्षा महानिदेशक वंशीधर तिवारी, माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी, निदेशक एससीईआरटी आरके कुंवर, मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून डॉ. मुकुल कुमार सती, प्रधानाचार्या राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज राजपुर रोड प्रेमलता बौड़ाई, स्कूल की शिक्षिकाएं एवं छात्राएं मौजूद रहे।

हरीश रावत ने कांग्रेस की सत्ता वापसी के लिए कार्यकर्ताओं में भरा जोश

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि जनवरी में कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी जायेगी। कहा कि उत्तराखंड की जनता के इस बार भाजपा को सत्ता से बाहर करने का मन बना चुकी है। भाजपा के अंदर इस समय संग्राम मचा है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस चुनाव में भारी बहुमत से जीत दर्ज करेगी।
ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र में शनिवार को मतदाता जागरूकता अभियान पदयात्रा के समापन पर पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि इस समय भाजपा में अंदर झगड़ा चल रहा है। इससे राज्य को नुकसान हो रहा है। सत्तारूढ़ दल बुरी तरह से आपस में उलझा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि खनन और भ्रष्टाचार चल रहा है। पद बिक रहे हैं। अब जनता कांग्रेस को ही सत्ता में देखना चाहती है। कहा कि जनवरी में कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी जायेगी। राज्य में आधे से अधिक सीटों पर सहमति बन चुकी है। उन्होंने महंगाई और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गौदियाल ने कहा कि राज्य में जन आक्रोश को लेकर भाजपा परेशान है। इसलिये भाजपा नेता लगातार उत्तराखंड धमक रहे हैं। महंगाई, बेराजगारी और भ्रष्टाचार से परेशान जनता भाजपा को सबक सिखाने को तत्पर है। इस दौरान रेलवे मार्ग स्थित नीरज भवन से त्रिवेणीघाट तक मतदाता जागरूकता अभियान पदयात्रा निकाली गई। यह रेलवे मार्ग, घाट चौक होकर त्रिवेणीघाट पर संपन्न हुई। त्रिवेणीघाट पर पूर्व सीएम हरीश रावत के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गंगा आरती भी की। इसमें बड़ी संख्या में कांग्रेसी शामिल हुये। इस अवसर पर पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण, पूर्व ब्लॉक प्रमुख डा.केएस राणा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष टिहरी अंबिका सजवाण, पूर्व पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा, जयेन्द्र रमोला, महंत विनय सारस्वत, सुधीर राय, सरोज देवराडी, पार्षद मनीष शर्मा, संजय गुप्ता, प्यारेलाल जुगरान, सोनू पाण्डेय, दीपक धमांदा, राव शाहीद अहमद, मुर्सलीन, उर्मिला नौटियाल, अरविंद जैन, सतेन्द्र रावत समेत अन्य मौजूद रहे।

रावत ने चुनावी बिगुल फूंका
दिल्ली से लौटने के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपनी चुनावी यात्रा का पहला पड़ाव ऋषिकेश को बनाया। यहां पार्टी प्रत्याशी का चेहरा घोषित करने को लेकर स्थानीय राजनीति कई खेमों में बंटी हुई है। रावत ने ‘राजपथ की चाहत रखने वालों को यहां परोक्ष रूप से प्रत्याशी को लेकर संकेत भी दिया। हालांकि किसी भी अनापेक्षित विवाद से बचने के लिए उन्होंने वही ट्रिक इस्तेमाल किया जो हाईकमान ने उनके साथ दिल्ली में किया था। कार्यक्रम के आयोजक कांग्रेस प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला को उन्होंने कार्यक्रम के दौरान बगलगीर बनाये रखा।

एसबीएम इंटर कॉलेज का वैक्सीन टीम ने किया निरीक्षण

तीन जनवरी को 15 से 18 वर्ष की आयु के किशोरों को कोविड वैक्सीन उनके स्कूल में ही लगेगी। इसके तहत शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सर्वाधिक छात्र संख्या वाले एसबीएम इंटर कॉलेज में पहुंचकर तैयारियों को जायजा लिया। साथ ही स्कूल प्रबंधन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
शनिवार को राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश के नर्सिंग ऑफिसर राहुल सक्सेना टीम के साथ हरिद्वार रोड स्थित एसबीएम इंटर कॉलेज पहुंचे। यहां प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत के साथ कक्षा कक्षों का निरीक्षण किया। कॉलेज में वैक्सीनेशन रूम बनाने के लिए रूम चिह्नित किया गया। नर्सिंग ऑफिसर ने बताया कि वैक्सीनेशन रूम ऐसी जगह बनेगा, जहां वैक्सीनेशन के लिए आने वाले छात्र-छात्राओं को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो। बताया कि वैक्सीनेशन को एक उत्सव के रूप में मनाने की भी योजना बनाई गई।
विद्यालय के नोडल अधिकारी रंजन अंथवाल ने विद्यार्थियों को बताया कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। यह केवल एक इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने वाली प्रक्रिया है। विद्यालय में लगभग 1250 छात्र-छात्राओं का वैक्सीनेशन होना है। मौके पर उप प्रधानाचार्य यमुना प्रसाद त्रिपाठी, डा. सुनील दत्त थपलियाल, प्रवीन रावत, विकास नेगी, धनजंय रांगड़, रमेश बुटोला आदि मौजूद रहे।

कोरोना और नए वैरियंट की रोकथाम को लेकर सीएम ने दिये निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सायं मुख्यमंत्री आवास में कोविड 19 एवं नये वेरिएंट ओमीक्रॉन की रोकथाम के साथ ही प्रदेश में 15 से 18 वर्ष तक आयु के बच्चों को कोविड 19 टीकाकरण की कार्य योजना की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सम्बन्धित विभागों के समेकित प्रयासों से हम कोविड 19 की पहली व दूसरी लहर का सामना करने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि नये वेरिएंट ओमीक्रॉन का प्रभाव धीरे-धीरे बढ़ता दिखाई दे रहा है। इसके लिये सभी अस्पतालों में प्रभावी व्यवस्थायें कर ली जाए। इसे गम्भीरता से लेने की उन्होंने जरूरत बतायी। उन्होंने रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डों पर राज्य के बाहर से आने वालों की जांच की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये। बैठक में सभी जिलाधिकारी भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड 19 की दूसरी वैक्सीनेशन डोज भी शत प्रतिशत सभी को लगाई जाए इसके लिये अभियान चलाया जाए। इसी प्रकार 15 से 18 साल तक के बच्चों का 3 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान की सभी जिलाधिकारी एवं शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा सहित अन्य सम्बन्धित विभाग प्रभावी कार्य योजना तैयार कर लें। इसके लिये मेगा वैक्सीनेशन कैम्प पहले की तरह संचालित किये जाए। एक दिन में एक लाख वैक्सीनेशन का लक्ष्य निर्धारण की बात मुख्यमंत्री ने कही। इसके लिये व्यापक जन जागरूकता के प्रकार के भी निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में स्थापित किये जाने वाले डायलिसिस सेंटरों की स्थापना भी एक सप्ताह में करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिये अविलंब सभी आवश्यक अवस्थापना सुविधाओं तथा मानव संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के 15 से 18 वर्ष आयु के लगभग 6.50 लाख बच्चों का टीकाकरण किया जाना है। इसके लिये सभी विधानसभा क्षेत्रों की स्कूलों में बच्चों की टीकाकरण की व्यवस्था 3 जनवरी से 9 जनवरी के मध्य आयोजित की जानी है। उन्होंने कहा कि जिन अस्पतालों में वार्ड बॉय के पद खाली हैं वहां पर आउटसोर्स के माध्यम से व्यवस्था की जाए ताकि अस्पतालों के स्तर से टीकाकरण के साथ ही उपचार आदि में कोई कठिनाई न हो।
सचिव स्वास्थ्य डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय ने सभी जिलाधिकारियों से बच्चों के टीकाकरण अभियान को सफलतापूर्वक संचालन के लिये प्रभावी कार्य योजना के साथ कार्य करने को कहा। इसके लिये हफ्ते में दो दिन महाअभियान के रूप में संचालन के साथ इसका साप्ताहिक कार्यक्रम भी निर्धारण करने को कहा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जो कार्य योजना तैयार की गई है। उसके अनुसार कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि इसके बाद फ्रंट लाइन वर्करों को प्रिकोशन डोज लगायी जानी है। उन्होंने कहा कि 60 साल से अधिक उम्र वालों को भी प्रिकोशन डोज लगाये जाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने जिलाधिकारियों से अपेक्षा की कि बच्चों के टीकाकरण में सभी बच्चे शामिल हो जाए इसकी व्यवस्था की जाए। इसके लिये कोवैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने जिलाधिकारियों से कंट्रोल रूम तथा आइसोलेशन सेंटरों को क्रियाशील बनाये जाने तथा टेस्टिंग बढ़ाये जाने पर भी ध्यान देने को कहा।
बैठक में कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, विधायक सुरेश राठौर, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम, एस.ए मुरूगेशन, एच.सी. सेमवाल, अपर सचिव आशीष श्रीवास्तव, जिलाधिकारी देहरादून आर. राजेश कुमार, महानिदेशक सूचना रणवीर सिंह चौहान, महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी, महानिदेशक स्वास्थ्य तृप्ति बहुगुणा सहित अन्य अधिकारी एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित रहे।

जानिए, इस साल की आखिरी कैबिनेट के फैसले

राज्य में भाजपा सरकार की इस साल की आखिरी कैबिनेट बैठक आज सचिवालय में संपन्न हुई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में 26 मामले प्रस्तुत किए गए। इस दौरान पुलिस के 4600 ग्रेड पे के मामले में कैबिनेट ने मुख्यमंत्री को अधिकृत किया। इसके साथ ही कई अन्य फैसलों पर भी मुहर लगी।

इन फैसलों पर लगी मुहर-
– पीआरडी के मामले में सीएम अधिकृत किया।
– अस्पतालों में ओपीडी शुल्क नहीं बढ़ेगा, सरकारी अस्पतालों में ओपीडी की पर्ची पर सालाना 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी नहीं होगी।
– राज्य के सभी महाविद्यालयों में हर विकासखंड के एक इंटर कॉलेज में 214 योग प्रशिक्षितों को आउट सोर्स पर लगाने का फैसला किया।
– वृद्धा एवं विधवा पेंशन को 1200 से बढ़ाकर 1400 रुपए किया।
– नियमित नियुक्ति से प्रभावित अतिथि शिक्षकों को उनके गृह जनपद में नियुक्ति दी जाएगी।
– महिला अतिथि शिक्षकों को मातृत्व अवकाश की मांग देय होगी।
– नगर निकायों की सीमा विस्तार के बाद विस्तारित क्षेत्र में कमर्शियल टैक्स के संबंध में सीएम को अधिकृत किया।
– नरेंद्रनगर में विधि संस्थान खोलने के लिए कैबिनेट की मंजूरी।
– वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना में अब पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में जाएगा।
– हर जिले में डिस्ट्रिक टूरिज्म कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया।
– नए महाविद्यालय में शिक्षकों के खाली पदों पर प्रधानचार्य 35 हजार रुपए प्रति माह पर अतिथि शिक्षकों की तैनाती कर सकेंगे।
– हड़ताल पर रहे मनरेगा कर्मचारियों को हड़ताल अवधि का वेतन मिलेगा। छुट्टियां एडजस्ट होंगी।

सीएम ने प्रदेशवासियों से अपील कर सहयोग मांगा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोविड-19 एवं नये वेरिएंट ओमीक्रॉन के रोकथाम के संबंध में प्रदेश वासियों से अपील की है कि हम सभी भली भांति परिचित हैं कि कोविड-19 संक्रमण अभी पूरी तरह से गया नहीं है। कम मात्रा में ही सही किन्तु आज भी कोविड-19 से ग्रसित रोगी औसतन लगभग 30 से 50 की संख्या में प्रतिदिन रिपोर्ट हो रहे हैं। जबकि आज 88 मामले दर्ज हुए हैं। इस वायरस के नये स्वरूप निरन्तर ही हमारे लिये चिंता का विषय बने रहते हैं। इस स्थिति में भी हम सबको मिलकर पूर्ण जन सहयोग व पूरी शक्ति के साथ इस महामारी से लड़ना है, अपना एवं अपनों का बचाव करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस सम्बन्ध में अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर रही है। कोविड-19 व उसके नये वेरिएंट ओमीक्रॉन को लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन इसकी रोकथाम हेतु सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। कोविड से बचाव के उपायों को हमें छोड़ना नहीं है वरन पूरी शिद्दत के साथ उसका पालन करना है।
मुख्यमंत्री ने अपील की है कि सभी लोग अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं, साबुन पानी अथवा हैन्ड सेनीटाइज़र से हाथों को निरन्तर साफ करें भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें, सर्दी-जुकाम के लक्षण होने पर जांच करवायें एवं आस-पास के लोगों को भी जागरूक करें। उन्होंने कहा कि देश भर में कोविङ-19 के रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। उत्तराखण्ड राज्य में भी औसतन मामूली बढ़ोतरी दर्ज हुई है। कोविड को पुनः महामारी का रूप लेने से रोकने के लिये पूर्ण प्रयास किये जा रहे हैं।
राज्य में कुल तीन सौ दो (302) सक्रिय रोगी हैं। कुछ को प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों एवं अधिकांश लक्षणहीन रोगियों को होम आइसोलेशन में रखकर निगरानी करते हुये उपचार प्रदान किया जा रहा है। राज्य का रिकवरी रेट 95.98 प्रतिशत है। राज्य में कोविड-19 उपचार हेतु पर्याप्त आइसोलेशन ब्रेड ऑक्सीजन सपोर्ट बेड, आई०सी०यू० बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर व ऑक्सीजन कॉन्सेन्ट्रेटर उपलब्ध है। साथ ही प्रदेश में इकहत्तर (71) ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट कार्यशील है एवं सत्रह (17) ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट स्थापना का कार्य गतिमान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में कोविड-19 टीकाकरण में भी प्रबल रूप से कार्यवाही की गई है। वर्तमान में कोविड-19 टीकाकरण की प्रथम डोज 100 प्रतिशत लोगों को प्रदान की जा चुकी है व द्वितीय डोज भी यानि पूर्ण टीकाकरण 82 प्रतिशत लोगों को दिया जा चुका है। राज्य में दिनांक 3 जनवरी, 2022 से कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण 15 से 18 वर्ष (वर्ष 2007 या उससे पूर्व जन्मे) तक के समस्त बच्चों का वैक्सीनेशन एवं दिनांक 10 जनवरी, 2022 से स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं एवं फ्रंट लाइन वर्कर तथा 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग को मोर्बिडिटी वाले नागरिकों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। 30 दिसम्बर, 2021 तक उत्तराखण्ड राज्य में चार (04) कोविड-19 ओमीक्रॉन वेरिएंट रोगी की पुष्टि हुई है। चारों ही रोगी अब कोविड मुक्त हैं एवं पूर्णतयः स्वस्थ हैं। ओमीक्रॉन को फैलने से रोकने के लिये सभी प्रयास किये जा रहे है। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि सभी प्रदेश वासियों के सम्मिलित सहयोग से हम इस नये वेरिएंट को फैलने से रोकने में सफल होंगे।