ई संवाद यात्रा उत्तराखंड वाहन का सीएम ने किया फ्लैग ऑफ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में ‘मुख्य सेवक आपके द्वार’ अन्तर्गत ‘ई-संवाद यात्रा उत्तराखण्ड’ वाहन का फ्लैग ऑफ किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रचार वाहन के माध्यम से सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। इस वाहन को विशेष रूप से आउटडोर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए तैयार किया गया है और इसका उपयोग दूर-दराज के गांवों में भी लोगों से बातचीत करने के लिए किया जाएगा। मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग सुविधा के माध्यम से इस वाहन से दूर-दराज के लोगों से जुड़ सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सुविधा से राज्य के लोगों को मुख्यमंत्री कार्यालय के संपर्क करने में भी मदद मिलेगी।

राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण, सीएम ने जारी किया संदेश

“हमें प्रदेश की सम्मानित जनता का आशीर्वाद और भरपूर स्नेह मिला है। इसके लिए माताओं, बहनों, बुजुर्गों और युवा साथियों का बहुत आभार व्यक्त करता हूं। प्रदेश के इतिहास में ये पहली बार था की किसी सरकार को दुबारा जनता ने अपना आशीर्वाद दिया हो। मैं विश्वास दिलाता हूं कि आमजन ने जो विश्वास और भरोसा हम पर जताया है, उस पर हमारी सरकार खरा उतरने का पूरा प्रयास करेगी। माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड को वर्ष 2025 तक हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए हम संकल्पबद्ध हैं।

मैं इस अवसर पर उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के सभी अमर शहीदों और राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।

स्वर्गीय अटल जी ने उत्तराखण्ड बनाया था तो देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी इसे संवारने का काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री जी का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव किसी से छुपा नहीं है। उनके मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड तेजी से विकास की ओर अग्रसर हो रहा है।

माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज भारत की शक्ति और सामर्थ्य को पूरे विश्व ने पहचाना है, माना है। यह भारत की बढ़ती शक्ति का परिणाम है कि भारत को ळ20 की अध्यक्षता मिली है। बड़ी प्रसन्नता की बात है कि उत्तराखण्ड में भी ळ 20 की तीन बैठकें आयोजित की जा रही हैं।

हमारी सरकार युवाओं के लिए समर्पित सरकार है। हमने भर्ती माफिया के खिलाफ सख्त कार्यवाही की है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली करने वाले 80 से ज्यादा लोगों को जेल में डाला है। हमारे युवाओं के साथ कोई धोखा करने की सोचे भी नहीं, इसके लिये हमने देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून लागू किया है। पूरी पारदर्शिता और समयबद्धता से परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। तीन परीक्षाओं का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है। अन्य परीक्षाओं का आयोजन जारी कैलेण्डर के अनुसार किया जा रहा है।

हमने चुनावों से पहले समान नागरिक संहिता का वायदा किया था और जनता जनार्दन से हमें भरपूर आशीर्वाद भी मिला। समान नागरिक संहिता के लिये गठित समिति जनप्रतिनिधियों, विभिन्न संगठनों, संस्थाओं, आमजन आदि से सुझाव लेकर ड्राफ्ट तैयार कर रही है।

जबरन या प्रलोभन से धर्म परिवर्तन पर रोक लगाने के लिये हमारी सरकार ने उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता(संशोधन) विधेयक पारित किया है। इसके मायने यह हुए कि प्रदेश में अब मतांतरण कराने वालों पर रोक लगेगी।

हमारे प्रदेश की बहनें बहुत ही कठिन परिस्थितियों में काम करती हैं। हमने प्रदेश में महिलाओं को 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था कानून बना कर एक बार लागू की है।

पिछले वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाएं प्रदेश के लिए स्वीकृत हुई हैं।
प्रधानमंत्री जी स्वयं केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों तथा बदरीनाथ धाम के विकास कार्यों का अनुश्रवण कर रहे हैं। प्रधानमंत्री जी ने गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का शिलान्यास किया है।
प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश में मल्टी मॉडल कनेक्टीवीटी पर अभूतपूर्व काम हुआ है।

हमारी सरकार जो कहती है वो करती है। हमने जनता से जो भी वायदे किये हैं, उन्हें अवश्य पूरा करेंगे। हमने समान नागरिक संहिता की दिशा में मजबूत पहल की है। राज्य के अन्त्योदय परिवारों को वर्ष में 3 गैस रीफिल निशुल्क दी जा रही है।

स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की शुरूआत करने में उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में है। राज्य में खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए नई खेल नीति लाई गई है।

उद्योगों को आकर्षित करने के लिये लघु एवं सूक्ष्म उद्योग विभाग ने कस्टमाइज पैकेज की नीति तैयार की है। नई स्टार्ट अप नीति भी तैयार की गई है। एम.एस.एम.ई के तहत निजी क्षेत्र में औद्योगिक संस्थानों की स्थापना की जाएगी।
उद्योग अनुकूल नीतियों और प्रभावी सिंगल विंडो सिस्टम से निवेशक राज्य में आए हैं।

हमने राज्य में निशुल्क जांच योजना प्रारम्भ की है। इसके तहत मरीजों को 207 प्रकार की पैथेलॉजिकल जांचों की निशुल्क सुविधा मिल रही है।
आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना में प्रदेश के सभी परिवारों को 5 लाख रूपये वार्षिक तक के निशुल्क ईलाज की सुविधा दी जा रही है। टेली मेडिसिन के लिए 400 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को 04 मेडिकल कॉलेज से जोड़ा गया है।उधमसिंहनगर जिले में एम्स का सैटेलाईट सेंटर बनने से एक बड़ी आबादी को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा मिलेगी।

हमारी सरकार अन्त्योदय की भावना के अनुरूप विकास का लाभ, अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है। लोगों को योजनाओं का लाभ मिले और उनकी समस्याओं का समाधान हो, इसके लिए सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि पर खास तौर पर फोकस किया गया है।
अपणि सरकार पोर्टल, ई-ऑफिस, सीएम हेल्पलाईन, के चलते कार्यसंस्कृति में गुणात्मक सुधार हुआ है। भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिये भ्रष्टाचार मुक्त एप 1064 लांच किया गया।

वोकल फॉर लोकल पर आधारित ‘एक जनपद दो उत्पाद’ योजना से स्थानीय उत्पादों को पहचान मिलेगी।

माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में सांस्कृतिक पुनर्जागरण का यज्ञ चल रहा है। उत्तराखण्ड का भी इस यज्ञ में महत्वपूर्ण योगदान है। श्री केदारपुरी का पुनर्निर्माण, श्री बदरीनाथ धाम के पुनर्विकास की योजना आदरणीय प्रधानमंत्री जी के विजन, नेतृत्व एवं संकल्प का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का शिलान्यास माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा किया गया। सिद्धपीठ सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे शुरू किया जा चुका है।
पिछले वर्ष 45 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किये। कोविड से पूर्व वर्ष की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक यात्री यहां आए। कुशल प्रबंधन से कांवड़ यात्रा भी निर्विघ्न सम्पन्न हुई। करोड़ों कांव़ड़ यात्री गंगा जल लेकर गये।

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की दिशा में आगे बढ़ते हुए केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम की तर्ज पर कुमाऊ के पौराणिक और प्राचीन मंदिरों के विकास के लिय हम मानसखण्ड मंदिर माला मिशन पर काम कर रहे हैं।
हम आकर्षक नई पर्यटन नीति लेकर आए हैं। इसमें स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए 100 प्रतिशत तक सब्सिडी का प्रावधान किया है। हमारी 06 एरोमा वैली विकसित किये जाने की योजना है। मिशन एप्पल और मिशन किवी के साथ ही मिशन दालचीनी, मिशन तिमरु प्रारंभ करने का निर्णय किया है।

माननीय प्रधानमंत्री जी के विशेष प्रयासों से वर्ष 2023 को प्दजमतदंजपवदंस ल्मंत वि डपससमजे के रूप में मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी के विजन से भारत के पोष्टिक मोटे अनाजों को विश्व स्तरीय पहचान मिल रही है। हम भी अपने प्रदेश में मंडुवा, झंगोरा आदि स्थानीय मोटे अनाजों को बढ़ावा दे रहे हैं। स्टेट मिलेट मिशन को मंजूरी दी गई है। किसानों से 3578 रूपये प्रति क्विंटल मंडुवा खरीदा जा रहा है और राशन कार्ड धारक को 1 किलो पोष्टिक मंडुवा उपलब्ध कराया जा रहा है।
अपनी माताओं और बहनों के सशक्तिकरण के लिये हमने ‘मुख्यमंत्री लखपति दीदी योजना’ की शुरूआत की। इसके तहत हमने वर्ष 2025 तक महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 1.25 लाख बहनों को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा है।

इकोलॉजी और इकोनॉमी में संतुलन के लिए इस बार बजट में हमने कुल पूंजीगत परिव्यय का 0.5 प्रतिशत जलवायु परिवर्तन शमन के लिए प्रावधान किया है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हमारे द्वारा ये पहल की गई है।हमने राज्य आंदोलनकारियों के लिए 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का निर्णय लिया है।

इस वर्ष हमें जोशीमठ भू धंसाव जैसी प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ा। लेकिन स्थानीय लोगों के सहयोग से सरकार द्वारा कुशल प्रबंधन तथा त्वरित राहत एवं बचाव कार्यों को सुनिश्चित करते हुए किसी प्रकार की जीवन हानि नहीं होने दी गई। इस कार्य में केंद्र सरकार का भी पूरा सहयोग राज्य सरकार को मिला। प्रभावितों को सही समय पर राहत शिविरों में विस्थापित किया गया। राज्य सरकार तथा प्रशासन विस्थापितों के साथ हर कदम में साथ खड़ा रहा। मुआवजा वितरण का कार्य निरंतर जारी है। इस बजट में हमने 1000 करोड़ का प्रावधान किया है।
हमारी सरकार प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए जहां एक ओर पर्यटन नीति,सौर ऊर्जा नीति लेकर आयी है, वही दुसरी और होम स्टे को बढ़ावा के साथ उद्यान,कृषि जैसे क्षेत्रों को प्रमुखता दे रही है।

वर्ष 2025 उत्तराखण्ड को को देश का नम्बर एक राज्य बनाने के लिये हम विकल्प रहित संकल्प के साथ काम कर रहे हैं। हम विश्वास के साथ कह सकते हैं कि हम समृद्ध, सशक्त और आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड का निर्माण करेंगे।“

चारधाम यात्रा के प्रति सकारात्मक वातावरण बने, इसका ध्यान रखें अधिकारी

आगामी चारधाम यात्रा व्यवस्थित ढंग से संचालित हो इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समय से आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के प्रति सकारात्मक वातावरण बने इस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने पर्यटन एवं पुलिस के अधिकारियों को चारधाम यात्रा से जुड़े जिलाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर आवश्यक तैयारियों को अन्तिम रूप देने को कहा है। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग से जुड़े व्यवसायियों की भावनाओं का भी सम्मान हो यह भी देखा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा में इस वर्ष की अपेक्षा और अधिक श्रद्धालु प्रदेश में आयेंगे इस दृष्टि से व्यवस्थायें की जानी जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि यात्रा व्यवस्थाओं को 15 अप्रैल तक पूर्ण कर लिया जाए। यात्रा रूट की सड़को के सुधार के साथ यात्रियों की सुविधा से सम्बन्धित व्यवस्थाओं पर प्रभावी कार्ययोजना के साथ कार्य करने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए हैं।

सीएम ने किया सचिवालय बैडमिंटन क्लब की स्मारिका का विमोचन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में उत्तराखण्ड सचिवालय बैडमिंटन क्लब की स्मारिका ‘‘प्रयास’’ का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सचिवालय बैडमिंटन क्लब द्वारा समय-समय पर बैडमिंटन प्रतियोगिता के आयोजन के साथ क्लब की गतिविधियों पर आधारित स्मारिका का प्रकाशन किया जाना सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि स्मारिका प्रयास बेहतर कल के लिये खेलों को बढ़ावा देने के लिये प्रेरणा का भी कार्य करेगी। सचिवालय बैडमिंटन क्लब द्वारा विभागीय कार्यों के साथ खेल को भी बढ़ावा देने का यह सराहनीय प्रयास है।
उन्होंने कहा कि खेल भावना अपने कार्यों के प्रति अनुशासन के लिए भी प्रेरित करती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारत के खिलाड़ी वैश्विक स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। राज्य की नई खेल नीति में खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा देने के प्रयास किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के पास प्रकृति प्रदत्त सब कुछ है। उत्तराखण्ड का प्राकृतिक सौन्दर्य सबको आकर्षित करता है। अपने प्राकृतिक संसाधनों के सही उपयोग से हमें उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाना है। राज्य के समग्र विकास के लिए सभी की सहभागिता जरूरी है।
इस अवसर पर सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, महानिदेशक शिक्षा एवं सूचना बंशीधर तिवारी, सचिवालय बैडमिंटन क्लब के अध्यक्ष पन्ना लाल शुक्ल, स्मारिका के प्रधान सम्पादक भूपेंद्र बसेड़ा, संयुक्त सचिव जे.पी. मैखुरी के साथ ही अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

824 बहनों को नवरात्रि के प्रथम दिन मिली स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में नियुक्ति

नवसंवत्सर और चौत्र नवरात्रि के अवसर पर प्रदेश की 824 बहनों को स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में विभिन्न जनपदों में नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये। मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 187 एएनएम को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। नारी शक्ति उत्सव के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, ग्राम्य विकास एवं कृषि मंत्री गणेश जोशी एवं परिवहन मंत्री चंदन राम दास भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चयनित सभी एएनएम को बधाई देते हुए कहा कि हमारी इन बहनों को जन सेवा करने का भगवान ने सुनहरा अवसर दिया है, जन सेवा करने से इनको जो संतुष्टि मिलेगी एवं लोगों का जो आशीर्वाद मिलेगा उससे इनका जीवन पूर्णतः सफल होगा। प्रदेश के सुदूर गांवों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले इसके लिए इन महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को ग्रामीण क्षेत्रों में नियुक्ति प्रदान की जा रही है। प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं व शिशुओं की भी देखभाल करने की इन पर जिम्मेदारी होगी। स्वास्थ्य कार्यकर्ता बहनें अपने क्षेत्र के उपकेन्द्र के आस-पास की आबादी को उपचार प्रदान करने की जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगी। प्रसूती माताओं को सहयोग करने के साथ-साथ गर्भावस्था की जाँच, पंजीकरण सहित नवजात शिशु की देखभाल आदि कार्यों में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका हमारी एएनएम निभाती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मातृ शक्ति को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश मातृ शक्ति के जीवन में कल्याणकारी परिवर्तन लाने और उनके भविष्य को उत्कृष्ट बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। राज्य में महिलाओं को 30 प्रतिक्षत क्षैतिज आरक्षण दिया जा रहा है। आज हमारी बहन-बेटियों ने हर क्षेत्र में अपना एक अलग स्थान बनाया है और प्रदेश का नाम रोशन किया है। उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का जो सरकार ने लक्ष्य रखा है, उसमें हमारी मातृशक्ति का सहयोग एवं आशीर्वाद जरूरी है। उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए सभी विभागों द्वारा आगामी 10 साल के रोडमैप पर कार्य किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि आज जिन एएनएम को नियुक्ति दी गई हैं, ये सभी अगले पांच सालों तक प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों में सेवाएं देंगी। अब प्रदेश में 92 प्रतिशत एएनएम उपलब्ध हो गये हैं। जल्द ही मेडिकल कॉलेजों में 171 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति की जा रही है। इससे अल्मोड़ा, श्रीनगर एवं हल्द्वानी में असिस्टेंट प्रोफेसर की कमी दूर हो जायेगी। जल्द ही 300 एमबीबीएस डॉक्टर पासआउट हो रहे हैं। उन्हें भी जल्द नियुक्ति पत्र दिये जायेंगे। राज्य सरकार का प्रयास है कि 2024 तक प्रदेश में शत प्रतिशत एमबीबीएस डॉक्टर की नियुक्ति हो जाए। स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत बनाने के लिए मुख्यमंत्री स्वास्थ्य चौपाल लगाये जायेंगे। इसके लिए पूरा रोस्टर बनाया जा रहा है।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने सभी नवनियुक्त एएनएम को बधाई देते हुए कहा कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में हमारी ये बहने महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिस सेवा भाव से स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी जान की परवाह किये बिना लाखों लोगों की जान बचाई, इसके लिए वे साधुवाद के पात्र हैं। प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में एएनएम की नियुक्ति होने से, वहां लोगों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी राहत मिलेगी।
कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास ने कहा कि 2025 तक उत्तराखण्ड को अग्रणी बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। युवाओं एवं मातृशक्ति को रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ने में सतत प्रयास किये जा रहे हैं। सरकार का कल एक साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है, इस दौरान जनहित में अनेक निर्णय लिये गये हैं। समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए कार्य किये गये हैं।
इस अवसर पर कुलपति हे.न.ब. चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हेमचंद्र पाण्डे, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. विनीता शाह, प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज डॉ. आशुतोष सयाना, अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रक्रियाओं के सरलीकरण पर दिया जाए ध्यानः मुख्यमंत्री

विधायकगणों द्वारा अपने विधानसभा क्षेत्र की जो समस्याएं रखी जा रही हैं, उनका अधिकारी शीघ्रता से समाधान करें। अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि सामान्य प्रक्रिया के तहत चलने वाले कार्यों में अनावश्यक विलंब न हो, उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में क्षेत्रों की छोटी समस्याएं न आयें, इनका निदान जिलाधिकारी जनपद स्तर पर यथाशीघ्र करें। विधायकगणों द्वारा अपनी विधानसभा क्षेत्रों के जो कार्य प्राथमिकता पर रखे गये हैं, उनमें अनावश्यक विलंब न हो। यह निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में टिहरी लोकसभा क्षेत्र की विधानसभाओं के गतिमान कार्यों एवं विकासपरक योजनाओं की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा विधानसभाओं की समीक्षा बैठक के दौरान विभिन्न क्षेत्रों की जो भी समस्याएं आ रही हैं, उनके समाधान के लिए विभिन्न विभागों द्वारा क्या आवश्यक कार्यवाही की जा रही है, इसकी भी नियमित समीक्षा की जाए। जनसमस्याओं के त्वरित समाधान के लिए प्रक्रियाओं के सरलीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए। विभागीय सचिव विधानसभा क्षेत्रों की समस्याओं के निराकरण के लिए अपने विभागों की नियमित समीक्षा करें। जनपदों के प्रभावी सचिव भी नियमित रूप से जनपदों में विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि विधानसभाओं के विकास कार्यों की समीक्षाएं प्रत्येक तीन माह में की जायेंगी। अभी जो बैठक हो रही है, इनमें विधायकगणों द्वारा अपनी विधानसभा क्षेत्रों की जो समस्याएं रखी गई है, उनके समाधान के लिए किये गये प्रयासों की भी अगली बैठक में समीक्षा की जायेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड में बागवानी, कृषि, पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। इन क्षेत्रों में लोगों की आजीविका बढ़ाने के लिए और तेजी से कार्य किये जाएं। स्थानीय स्तर पर लोगों को स्वरोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध होने से पलायन भी रूकेगा। एप्पल एवं कीवी मिशन के तहत भी तेजी से कार्य किये जाएं। किसानों को बागवानी और खेती के लिए उन्नत किस्म के बीज और पौध की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। राज्य की आर्थिकी को तेजी से बढ़ावा देने के लिए और प्रयासों की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये की आगामी ग्रीष्म काल के दृष्टिगत पेयजल आपूर्ति की समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
बैठक में विधाकगणों द्वारा सड़कों के निर्माण, स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने, बाढ़ सुरक्षा के कार्य, पेयजल की समस्या, कूड़ा निस्तारण की समस्या, ड्रेनेज एवं सीवरेज की समस्या से अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकगणों द्वारा जो भी जन समस्याएं रखी गई हैं, उनका हर संभव समाधान किया जायेगा।
बैठक में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सांसद टिहरी माला राज्यलक्ष्मी शाह, विधायक किशोर उपाध्याय, प्रीतम सिंह पंवार, शक्तिलाल शाह, मुन्ना सिंह चौहान, सहदेव सिंह पुण्डीर, उमेश शर्मा काऊ, खजान दास, सविता कपूर, दुर्गेश्वर लाल, सुरेश सिंह चौहान, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, सचिव आर.मीनाक्षी सुंदरम, बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम, डॉ. रंजीत सिन्हा, एच.सी. सेमवाल, डॉ. आर. राजेश कुमार, एस.एन.पाण्डेय, महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी, अपर सचिव जगदीश चन्द्र काण्डपाल, संबंधित विभागीय अधिकारी एवं वर्चुअल माध्यम से संबंधित जनपदों के जिलाधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

राज्य में पांच चिकित्सा इकाईयों के उच्चीकरण पर खर्च होंगे 147 करोड़

राज्य सरकार ने चार धाम एवं यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तारीकरण के लिये केन्द्र सरकार से 500 करोड़ की धनराशि स्वीकृत करने की मांग की है। जिसके लिये विभागीय अधिकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के समक्ष योजना का विस्तृत प्रस्तुतिकरण देकर डीपीआर को अंतिम रूप दिया। नई योजनाओं के तहत चार धाम के अंतर्गत आने वाले पांच चिकित्सा इकाईयों के उच्चीकरण के साथ ही श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कैथ लैब सहित कार्डिक यूनिट, ट्रामा सेंटर व मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर स्थापित करना शामिल है। इसके साथ ही चार धाम यात्रा पर तैनात चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टॉफ एवं अन्य कार्मिकों को प्रोत्साहन भत्ता देने की भी योजना है।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज यमुना कलोनी स्थित अपने शासकीय आवास में स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों की बैठक ली। जिसमें विभागीय अधिकारियों ने चार धाम यात्रा के अंतर्गत चारों धामों सहित यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तारीकरण संबंधी योजना का प्रस्तुतिकरण दिया। डॉ. रावत ने बताया कि प्रत्येक वर्ष चार धाम यात्रा पर पूरे भारतवर्ष से लाखों यात्री पहुंचते हैं, लेकिन इन स्थानों पर समिति स्वास्थ्य सुविधाओं के चलते यात्रियों को समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना संभव नहीं हो पाता है। जिसको देखते हुये पिछले दिनों केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित बैठक में चार धाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तारीकरण के लिये पृथक पैकेज की मांग रखी गई थी। जिसकी विस्तृत कार्ययोजना (डीपीआर) तैयार कर भारत सरकार को भेजी जा रही है। जिसमें स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तारीकरण के लिय लगभग 500 करोड़ की मांग की गई है।

जिसके अंतर्गत जोशीमठ, गुप्तकाशी, भटवाडी, पुरोला व बड़कोट चिकित्सा इकाईयों के उच्चीकरण के लिये 150 करोड़, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कैथ लैब सहित कार्डिक यूनिट, ट्रामा सेंटर व मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर की स्थापना के लिये 27 करोड़, विभिन्न स्थानों पर ट्रंजिट हास्टल एवं स्वास्थ्य कुटिर की स्थापना हेतु 37 करोड़, मानव संसाधन के वेतन भत्तों एवं प्रोत्साहन राशि के लिय 270 करोड़, कार्डिक मोबइल वैन/एम्बुलेंस हेतु 1.5 करोड़, जनजागरूकता एवं चिकित्सकों व कार्मिकों के विशेष प्रशिक्षण हेतु 2 करोड़ तथा विभिन्न मेडिकल उपकरणों हेतु 6.5 करोड़ शामिल है। विभागीय मंत्री ने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर देश के अन्य राज्यों से भी मेडिकल कॉलेज के पीजी छात्रों को यात्रा काल के लिये चार धाम यात्रा में तैनात करने की मांग केन्द्र सरकार से की जायेगी ताकि देशभर से उत्तराखंड आने वाले तीर्थ यात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा सके।

बैठक में अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर, महानिदेशक स्वास्थ्य डा. विनीता शाह, डा. सुजाता सहित उत्तराखंड हेल्थ सिस्टम डेवलपमेंट की टीम व विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

विभागीय मंत्री के समक्ष परिवहन व्ववसायियों ने रखी अपनी मांग

उत्तराखंड परिवहन महासंघ का एक प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष सुधीर राय के नेतृत्व में सूबे के परिवहन मंत्री चंदन रामदास से विधान सभा देहरादून में मिला एवं वाहनों पर लगने वाली व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस के संबंध में माननीय परिवहन मंत्री जी को अवगत कराया।

राय ने कहा की राज्य परिवहन प्राधिकरण द्वारा समस्त यात्रा में चलने वाली वाहनों में शर्त लगाई की वाहनों में वीएलटीडी लगाना अनिवार्य होगा। तत्पशात ही यात्रा में ग्रीन कार्ड जारी होगा। उन्होंने कहा कि ऐसा होने पर यात्रा काल में अफरा-तफरी का माहौल हो जाएगा। जिससे यात्रा प्रभावित होगी, सरकार को चाहिए कि यात्रा समाप्ति के पश्चात स्टेप वाइज वाहनों पर वीएलटीडी लगाना सुनिश्चित करें।

माननीय परिवहन मंत्री जी ने समस्त बातो को ध्यान पूर्वक सुना और ये आश्वस्त किया की यात्रा से पूर्व इस तरह की कार्यवाही नही की जाएगी यात्रा को निर्विवाद रूप से एवं सुरक्षित यात्रा कराना हमारी जिम्मेदारी है ।

प्रतिनिधिमंडल में रुपुकुंड पर्यटन के अध्यक्ष भुपाल सिंह नेगी,यातायात पर्यटन विकास सहकारी संघ के उपाध्यक्ष नवीन चंद रमोला एवं वाहन स्वामी ओम प्रकाश रुडोला उपस्थित थे ।

सैनिकों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है धामी सरकारः जोशी

प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सैनिक विश्राम गृह जखोली (रुद्रप्रयाग) एवं सैनिक विश्राम गृह घनशाली (टिहरी गढ़वाल) में विश्राम गृहों की साज-सज्जा के लिए वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति दी है।

मंत्री ने बताया कि रुद्रप्रयाग और घनशाली के पूर्व सैनिकों द्वारा सैनिक विश्राम गृहों में साज-सज्जा करवाने के लिए कई बार पत्राचार किया गया था, जिस क्रम में उनके द्वारा अधिकारियों को प्रस्ताव भेजने के निर्देश जारी किये गये थे। मंत्री ने कहा कि सैनिक विश्राम गृह जखोली के लिए रुपये 12.99 लाख एवं सैनिक विश्राम गृह घनशाली के लिए रुपये 10.05 लाख की स्वीकृति दी गयी है। प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी सैनिक विश्राम गृहों के निर्माण या मरम्मत की स्वीकृतियां दी जा रही हैं। टनकपुर में भी तीन करोड़ से अधिक की लागत से सैनिक विश्राम गृह का निर्माण होने जा रहा है, जिसके लिए धनराशि जारी की जा चुकी है।

पत्रकारों के महाधिवेशन में उत्पीड़नात्मक घटनाओं पर हुई चिंता व्यक्त

रूद्रपुर (उघमसिंहनगर)। उत्तराखण्ड के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में आये पत्रकारों ने यहां आयोजित नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के द्विवार्षिक महाधिवेशन में उनके साथ होने वाली हिंसक और उत्पीड़नात्मक घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्य में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की। कई वक्ताओं ने कैशलेस चिकित्सासुविधा और दुर्घटना बीमा पर कार्यवाही आगे न बढ़ने पर सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया।

महाधिवेशन के पहले दिन प्रिंट व इनेक्ट्रॉनिक मीडिया तथा न्यूज पोर्टल पत्रकारों के साथ कम्यूनिटी रेडियो और तहसील स्तरीय रिपोर्टरों की प्रेस मान्यता का मुद्दा महाधिवेशन में छाया रहा। पत्रकारों ने मीडिया विज्ञापन सूचिबद्धता, उत्तराखण्ड से प्रकाशित समाचार पत्रों की उपेक्षा कर राज्य से बाहरी प्रदेश के प्रकाशनों के विज्ञापन जारी करने पर भी चिंता जाहिजाहिर की। विभिन्न जिला इकाइयों के जिलाध्यक्षों ने अपनी इकाई की ओर से वार्षिक रिपोर्ट पेश करते हुए पत्रकारों के हित में महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये। अधिवेशन में निर्णय लिया गया कि महाधिवेशन में पारित प्रस्ताव और मांगों से सरकार और सूचना विभाग को अवगत कराते हुए सबको साथ लेकर संघर्ष की रणनीति तय की जायेगी।
रूद्रपुर के होटल उदय रेजीडेंसी में आयोजित दो दिवयी द्विवार्षिक महाधिवेशन के दूसरे दिन के कार्यक्रम की शुरुआत उत्तराखंड छोलिया नृत्य से की गयी जिसकी थाप पर पत्रकार खूब नाचे। इस अवसर यूनियन की स्मारिका उत्तर पथ 2022-23 का भी विमोचन किया गया. पत्रकारों के महासम्मेलन कार्यक्रम की अध्यक्षता विजय भूषण गर्ग के द्वारा की गयी।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड राज्य के सूचना आयुक्त योगेश भट्ट एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर उत्तरांचल प्रेस क्लब देहरादून के अध्यक्ष अजय राणा, अति विशिष्ट अतिथि में जिला प्रभारी पुष्कर सिंह काला और पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल भाजपा मौजूद रहे।

नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के इस महाधिवेशन में पूरे प्रदेश से ईलेक्ट्रोनिक प्रिंट और वेब मीडिया के पत्रकारों ने महासम्मेलन में भाग लिया और पत्रकारों के हितों के लिए अनेक सुझाव रखे। उत्तरांचल प्रेस क्लब के अध्यक्ष अजय राणा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि इस वक़्त मीडिया की स्थिति बेहद चिंताजनक है एक पत्रकार विभिन्न विषम परिस्थितियों में समाज और देश के लिए कर्तव्यों का पालन कर रहा है लेकिन उत्तराखंड में पत्रकार सुरक्षा और सुविधा से आज भी वंचित है उन्होने आगे कहा कि अब समय आ गया है कि हम सभी को एक होकर पत्रकारों के हितों के लिए आवाज़ उठानी चाहिए।
उत्तराखंड राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट ने भी पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि कहने को पत्रकार चौथा स्तम्भ कहलाता है लेकिन चौथे स्तम्भ का संविधान में कहीं कोई उल्लेख नहीं है लेकिन फिर भी एक पत्रकार संविधान का न दिखने वाला चौथा स्तम्भ बनकर आज लड़ाई लड़ रहा है इस बदलते परिवेश में जहां खबरों का मतलब केवल सूचना देना रह गया है वही पत्रकारों को आज खबर के सही मायने समझने होंगे कि उनके द्वारा प्रकाशित की गयी ख़बर यथा स्थिति में वही है जो ख़बर है या फिर किसी प्रभाव के वो ख़बर वो नहीं है जो वास्तविकता में है, साथ ही यह भी ध्यान रखने की जरूरत है कुछ घटनाएँ ख़बर के रूप में तो होती है लेकिन वो देश और समाज में नकारात्मकता और वैमनस्य आदि पैदा करती है इसलिए ख़बर के प्रकाशन से ज्यादा ख़बर को छुपाना भी कभी कभी देश और समाज के हित में हो जाता है जिसका सभी पत्रकारों को ध्यान रखना चाहिए।
आगे योगेश भट्ट ने कहा कि देश में आज भी भ्रष्टाचार है और हमारे हाथ में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सूचना का अधिकार है लेकिन दुर्भाग्य से उत्तराखंड में सूचना के अधिकार का उपयोग बहुत कम होता है जिसे हमें बढ़ाना होगा और जब प्रत्येक पत्रकार सूचना के अधिकार का उपयोग करेगा तो धीरे धीरे भ्रष्टाचार भी कम होता चला जाएगा ।
इसी कढ़ी में नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के संस्थापक और नवनिर्वाचित अध्यक्ष त्रिलोक चन्द्र भट्ट ने भी पत्रकारों को संबोधित किया और पत्रकारों के हितो को लेकर बात की । त्रिलोक चन्द्र भट्ट ने कहा कि आज अनेक राज्यों में पत्रकारों की सुरक्षा हेतु कानून बन चुके है लेकिन उत्तराखंड में पत्रकार इससे अछूते है जिस कारण पत्रकारों का उत्पीड़न होना एक आम बात हो गयी है । त्रिलोक चंद्र भट्ट ने आगे कहा कि हमें बड़ा पत्रकार और छोटा पत्रकार की सोच से आगे बढ़ना होगा और पत्रकार किसी भी क्षेत्र का हो हम सभी को एक होकर यह लड़ाई लड़नी होगी । नव निर्वाचित अध्यक्ष त्रिलोक चन्द्र भट्ट के द्वारा कई सुझाव भी संगठन को दिये गए एनयूजे के सभी सदस्यों और पदाधिकारियों ने पत्रकारों की सुरक्षा हेतु कानून ,स्वास्थ्य बीमा योजना ,कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत पत्रकारों का पंजीकरण ,इलेक्ट्रोनिक और प्रिंट के अलावा वेब मीडिया के पत्रकारों और कम्यूनिटी रेडियो के पत्रकारों को मान्यता आदि प्रस्तावों पर संगठन के समस्त पत्रकारों की मुहर लगाई गयी ।
अध्यक्षता कर रहे द्रोण ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन विजय भूषण गर्ग ने भी मंच से विचार रखे,उन्होनें कहा कि नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट का मतलब राष्ट्रवादी पत्रकार संगठन होता है आज के परिवेश में राष्ट्रवादी होना बहुत जरूरी है और अगर पत्रकारों का एक संगठन
राष्ट्रवादी सोच के साथ पत्रकारिता करता है तो वह एक तरह से देश के हित के लिए कार्य कर रहा है विजय भूषण गर्ग ने एनयूजे के प्रत्येक सदस्य निरंतर निर्भीक निष्पक्ष होकर कार्य करने के लिए बधाई दी ।
एनयूजे के द्विवार्षिक महाअधिवेशन में उत्तराखंड की संस्कृति पर आधारित उत्पादों की प्रदर्शन भी लगाई गयी जिसमें स्वयंसेवी संस्थाओं और सांस्कृतिक विभाग के द्वारा जैविक उत्पाद सोलर उत्पाद और विभिन्न कलाकृतियों और विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे पत्रकारों की पत्रिकाओं समाचार पत्रों और रचनाओं की प्रदर्शनी लगाई गयी । इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही हस्तियों को सम्मान दिया गया जिसमें पत्रकारिता क्षेत्र में वरिष्ठ पत्रकार उमेश कश्यप, पर्यावरण क्षेत्र में डॉ मनमोहन सिंह, राष्ट्रीय स्तर एथलीट में लंबी कूद में राष्ट्रीय रिकार्ड बनाने पर होली चाइल्ड स्कूल से शगुन सिंह,शूटिंग में राष्ट्रीय स्तर पर कांस्य पदक जीतने पर डीपीएस एकेडमी के मास्टर धैर्य डांगी, बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मास्टर करमनदीप सिंह,जिला शासकीय अधिवक्ता ब्रीट सिंह समाजसेवी हरविंदर सिंह चुघ, अरुण चुघ, प्रथम बिष्ट, राजीव त्यागी, लकी खरबन्दा, आशु अहमद और उदय रेसिडेंसी से सिद्धान्त त्यागी को सम्मानित किया गया । पत्रकारिता के साथ कोरोनाकाल में रक्तदान, जन सेवा, पशु सेवा के लिए बागेश्वर से जगदीश उपाध्याय, हल्द्वानी से संदीप पाण्डे और पूरन रूवाली, धौलछीना (अल्मोड़ा) से दरवान सिंह रावत, जागेश्वर से कैलाश भट्ट, हरिद्वार से मुकेश सिंह सूर्या सूर्या सिंह राणा, उत्कृष्ट लेखन के लिए बागेश्वर के पत्रकार शंकर पाण्डे भी सम्मानित हुए।
महा विद्या कला केंद्र दिनेशपुर से आए चित्रकारों ने स्केच से नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष त्रिलोक चन्द्र भट्ट, उधमसिंह नगर के जिलाध्यक्ष भूपेश छिमवाल, तथा नैनीताल की जिलाध्यक्ष दया जोशी का स्केच बनाकर सबका मन मोह लिया चित्रकारों में सुदीपता तरफदार विशाल राय और प्रीति हलदार को भी सम्मानित किया गया ।
नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के महाधिवेशन की मेजबानी उधम सिंह नगर इकाई के सदस्यों द्वारा की गयी जिनमें मुख्य रूप से आयोजकों में जिलाध्यक्ष भूपेश छिमवाल,जिला महा सचिव सागर गाबा उपाध्यक्ष शादाब हुसैन कोषाध्यक्ष गिरधर सिंह रावत,नगर रुद्रपुर नगर अध्यक्ष तापस विश्वास जिला प्रचार मंत्री ब्रिज किशोर मण्डल दिनेशपुर नगर अध्यक्ष काजल राय रहे और मंच का संचालन रवि सरकार के द्वारा किया गया ।

कार्यक्रम में नवनिर्वाचित कार्यकारिणी से अध्यक्ष त्रिलोक चन्द्र भट्ट, महासचिव सुनील मेहता, उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह और संदीप पाण्डेय प्रदेश सचिव गोपाल गुरूरानी और हरपाल सिंह प्रदेश संगठन मंत्री गिरीश बिष्ट और जगदीश उपाध्याय प्रदेश प्रचार मंत्री पुष्पेन्द्र राणा और हयात राम आर्य कोषाध्यक्ष शशि शर्मा एवं कार्यकारिणी सदस्य धन सिंह बिष्ट,सुनील शर्मा,जोध सिंह रावत, धर्मानन्द खोलिया, कैलाश चन्द्र भट्ट, अरुण कुमार मोगा, कुलदीप सिंह, राजकुमार केसरवानी उपस्थित रहे ।
साथ ही एनयूजे के अधिवेशन के दौरान उत्तराखंड प्रदेश के विभिन्न जिलों से भारी संख्या में आए सदस्यों में नैनीताल जिले से जिलाध्यक्ष दयाजोशी, जिला महासचिव पूरन रुवाली,कोषाध्यक्ष ईश्वरी दत्त भट्ट जिला उपाध्यक्ष दान सिंह लोधियाल जिला सचिव मनोज जोशी सदस्य पंकज बिष्ट,हल्द्वानी महानगर अध्यक्ष आनंद बत्रा महासचिव विजय गुप्ता ,लालकुआ नगर अध्यक्ष मुन्ना अंसारी नगर सचिव पंकज पांडे, चंपावत से जिलाध्यक्ष जगदीश राय चमोली से अध्यक्ष डॉ. अवतार सिंह नेगी, बागेश्वर से जिला उपाध्यक्ष संजय शाह जगाती, हरिद्वार से जिलाध्यक्ष प्रमोद पाल अल्मोड़ा से जिलाध्यक्ष दरवान सिंह, पौड़ी से पुष्पेन्द्र राणा देहरादून से अनुज अवस्थी, दया शंकर पांडे और संदीप नेगी आदि सैकड़ों पत्रकार उपस्थित रहे।