हड़ताली कर्मचारियों के समर्थन में विधायकों ने पत्र के जरिए प्रमोशन पर रोक हटाने का किया आग्रह

उत्तराखंड में प्रमोशन में आरक्षण के खिलाफ हड़ताल कर रहे जनरल और ओबीसी कर्मचारियों को समर्थन मिल रहा है। कई संगठनों के बाद अब राज्य के विधायकों ने उनके समर्थन में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को पत्र लिखा है। यह सभी विधायक सत्ता पक्ष यानी भाजपाई है।

उत्तराखंड जनरल ओबीसी इम्पलाइज एसोसिएशन पिछले दो मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ, गणेश जोशी, महेंद्र भट्ट, दलीप सिंह रावत, विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान के बाद शुक्रवार को रामनगर के विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने भी आंदोलन का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री से प्रमोशन पर लगी रोक हटाने का आग्रह किया।

रुद्रप्रयाग जनपद की तुलंगा पंचायत प्रधान नवीन सिंह रावत ने जनरल ओबीसी कर्मचारियों के आंदोलन के समर्थन में सीएम को पत्र लिख कर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करने का आग्रह किया है। इसके साथ ही आजाद मंच, अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद ने आंदोलन का समर्थन किया है।

कर्मचारियों से काम पर लौटने की अपील
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कोरोना वायरस के संक्रमण और बजट सत्र का हवाला देते हुए हड़ताल कर रहे कर्मचारियों से काम पर लौटने की अपील की है। उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा है कि विधानसभा बजट सत्र के बाद सरकार कर्मचारियों की मांगों का समाधान तलाश लेगी।

उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में कर्मचारियों की हड़ताल राज्य के लिए आत्मघाती साबित होगी। सरकार कोरोना वायरस से निपटने की कोशिश में लगी है। सरकार का यह प्रयास कर्मचारियों की सहभागिता के बिना संभव नहीं है।

ऐसे में यदि प्रदेश में कर्मचारियों की हड़ताल जारी रहती है तो उसका असर पड़ना स्वाभाविक है। सभी हड़ताली कर्मचारी संगठनों को प्रदेश की जनता के व्यापक हित को देखते आंदोलन स्थगित कर काम पर लौटना चाहिए।