मुख्यमंत्री धामी ने जहां की जनसभा, वहां खिला कमल

पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में से तीन बड़े राज्यों में भाजपा को मिली जीत में ‘मोदी फैक्टर’ प्रमुख कारण रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व पार्टी हाईकमान क्षमताओं के आधार पर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी सौंपते रहे हैं। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी राजस्थान और मध्यप्रदेश में 9 विधानसभाओं में प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जिनमें सभी पर भाजपा प्रत्याशियों को जीत हासिल हुई। मोदी जो भी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंपते हैं, धामी अब तक उस पर खरे उतरते आए हैं।

उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का जलवा अब दूसरे राज्यों में भी देखने को मिल रहा है। उन्होंने राजस्थान और मध्यप्रदेश की कुल 9 विधानसभा सीटों पर धुआंधार प्रचार किया था जिनमें से सभी सीटों पर भाजपा ने जीत (फिलहाल निर्णायक बढ़त) हासिल की है। वह एक दिन में तीन-तीन जनसभाओं को संबोधित करते थे। उनके कई रोड शो भी हुए। जीत के लिहाज से धामी का स्ट्राइक रेट 100ः रहा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों में सबसे युवा मुख्यमंत्रियों में से एक हैं। अपने जनहित से जुड़े कार्यों और धाकड़ फैसलों की वजह से मातृशक्ति और युवाओं के बीच उनकी खासी लोकप्रियता है। यही वजह है कि उत्तराखण्ड से बाहर अन्य राज्यों में होने वाले चुनावों में भी उनकी काफी डिमांड रहती है। राजस्थान और मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनावों में भाजपा हाईकमान ने कई विधानसभा क्षेत्रों में धामी की जनसभाएं और रोड शो करवाए। उनके हर कार्यक्रम में बड़ी तादाद में भीड़ जुटी। राजस्थान में उन्हानें 6 विधानसभा क्षेत्रों सांगानेर, झोटवाड़ा, विराटनगर, सांगोद, रामगंज मंडी और डग विधानसभा सीटों पर धुआंधार प्रचार किया था। जनसभाओं के अलावा उन्होंने समाज के किसान और व्यापारी वर्ग से सीधा संवाद भी कायम किया था। उनके रोड शो भी सफल रहे। इन छह विधानसभाओं में भाजपा को शानदार जीत हासिल हुई है। इस जीत में धामी की मौजूदगी भी एक बड़ा फैक्टर माना जा रहा है। सांगानेर से भजना लाल शर्मा, झोटवाड़ा सीट से राज्यवर्धन राठौर, विराटनगर से कुलदीप, सांगोद से हीरालाल नागर, रामगंज मंडी से मदन दिलावर और डग से कालूराम को विजय प्राप्त हुई।

मध्य प्रदेश में भी पुष्कर सिंह धामी ने तीन विधानसभा सीटों के कई स्थानों पर चुनाव प्रचार किया। भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में भी उन्होंने प्रतिभाग किया। उन्हें ऐसी विधानसभा सीटों पर प्रचार में उतारा गया जहां उत्तराखण्ड मूल के लोगों की संख्या अधिक है। मध्य प्रदेश में जिन तीन विधानसभा सीटों पर धामी ने चुनाव प्रचार किया उनमें इंदौर-2, खुरई और सागर विधानसभा सीटें शामिल हैं। जिनमें क्रमशरू भाजपा प्रतयाशी रमेश मेंदोला, भूपेन्द्र सिंह और शैलेन्द्र कुमार जैन को जीत मिली।

दरअसल, पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्यमंत्री अभी तक के अपने लगभग ढाई वर्ष के कार्यकाल में जनहित में कई साहसिक और एतिहासिक फैसले लिए हैं। जिनमें नकल विरोधी कानून, सख्त धर्मांतरण कानून लागू करना शामिल हैं। इसके अलावा जमीन जेहाद के खिलाफ चलाया गया उनका बुल्डोजर पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। इतना ही नहीं समान नागरिक संहिता लागू करने को लेकर उनके द्वारा प्रदेश में की गई ठोस पहल को भी समूचे देश में सराहना मिली है। विस्तार ले रही रही उनकी लोकप्रियता की वजह से अन्य प्रदेशों के चुनाव में भी उनकी डिमांड बढ़ी है।

उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर यह रहे रूझान, विजयी प्रत्याशियों की यह है सूची

उत्तराखंड 2022 विधानसभा चुनाव के नतीजों का इंतजार अब खत्म हो गया है। दरअसल सभी विधानसभा सीटों के नतीजे आ चुके हैं। भाजपा 47 सीटों पर चुनाव जीती है तो वहीं कांग्रेस ने 19 सीटें हासिल की है। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी विनर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होनी बाकी है। बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 57 सीटें जीती थी। उस हिसाब से भाजपा ने 10 सीटें खोई है। जबकि कांग्रेस 11 से बढ़कर 19 सीटों पर पहुंची है।

लेकिन 2022 उत्तराखंड भाजपा अपने दम पर पूर्ण बहुमत की फिर से सरकार बना रही है। यह अलग बात है कि जिस मुख्यमंत्री के चेहरे पर भाजपा चुनाव जीती है वह खुद हार गए हैं। अब सीएम को लेकर मंथन शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री के लिए कई दिग्गज नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। हालाकि पुष्कर सिंह धामी को फिर मुख्यमंत्री बनाने की भी चर्चा साथ-साथ चल रही है।

उत्तराखंड में तीसरा विकल्प बनकर मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी ने एक भी सीट हासिल नहीं की। एएपी को जनता ने पूरी तरह नकारा है और भाजपा पर ही दोबारा विश्वास जताया है। इसके इतर दो सीटों पर निर्दलीय और दो पर बसपा कब्जा जमाने में कामयाब रही है।

ये जीते चुनाव, देखिए पूरी लिस्ट

1. अल्मोड़ा- कैलाश शर्मा (bjp)

2. रानीपुर आदेश चौहान (bjp)

13. बद्रीनाथ – राजेंद्र सिंह भंडारी (cong)

4. बागेश्वर- चंदन राम दास (bjp)

5. बाजपुर- यशपाल आर्य (cong)

6. भगवानपुर- ममता राकेश (cong)

7. भीमताल- राम सिंह खेरा (bjp)

8. चकराता- प्रीतम सिंह (cong)

9. चंपावत- कैलाश चंद्र (bjp)

10. चौबट्टाखाल- सतपाल महाराज (bjp)

11. देहरादून कैंट- सविता कपूर (bjp)

12. देवप्रयाग – विनोद कंडारी (bjp)

13. धनोल्टी- प्रीतम सिंह पंवार (bjp)

14. धर्मपुर- विनोद चमोली (bjp)

15. धारचूला- हरीश सिंह धामी (cong)

16. डोईवाला- बृज भूषण गैरोला (bjp)

17. डीडीहाट- बिशन सिंह चुफाल (bjp)

18. द्वाराहाट- मदन सिंह बिष्ट (cong)

19. गदरपुर- अरविंद पांडे (bjp)

20. गंगोलीहाट- फकीर राम (bjp)

21. गंगोत्री- सुरेश सिंह चौहान (bjp)

22. घनसाली- शक्ति लाल शाह (bjp)

23. हल्द्वानी- सुमित हृदेश (cong)

24. हरिद्वार- मदन कौशिक (bjp)

25. हरिद्वार ग्रामीण- अनुपमा रावत (cong)

26. जागेश्वर- मोहन सिंह ( bjp)

27. जसपुर- आदेश सिंह चौहान (cong)

28. झबरेड़ा- वीरेंद्र कुमार (cong) –

29. ज्वालापुर- रवि बहादुर (cong)

30. कालाढूंगी- बंशीधर भगत (cong)

31. कपकोट- सुरेश गढ़िया (bjp)

32. कर्णप्रयाग- अनिल नौटियाल (bjp)

33. काशीपुर- त्रिलोक सिंह चीमा (bjp

34. केदारनाथ – शैला रानी रावत (bjp)

35. खानपुर- उमेश शर्मा (निर्दलीय)

36. खटीमा- भुवन चंद्र कापडी (cong)

37. किच्छा- तिलक राज बेहड़ (cong)

38. कोटद्वार- रितु खंडूरी (bjp)

39. लक्सर- शहजाद (bsp)

40. लाल कुआं- मोहन सिंह बिष्ट (bjp)

41. लैंसडाउन – दिलीप रावत (bjp)

42. लोहाघाट- खुशाल सिंह (cong)

43. मंगलौर – सरवत करीम अंसारी (bsp)

44. मसूरी- गणेश जोशी (bjp)

45. नैनीताल- सरिता आर्या (bjp)

46. नानकमत्ता- गोपाल सिंह राणा (cong)

47. नरेंद्र नगर- सुबोध उनियाल (bjp)

48. पौड़ी- राजकुमार पोरी (bjp)

49. पिरान कलियर- फुरकान अहमद (cong)

50. पिथौरागढ़- मयूख महर (cong)

51. प्रतापनगर- विक्रम सिंह नेगी (cong)

52. पुरोला- दुर्गेश लाल (bjp)

53. रायपुर- उमेश शर्मा काऊ (bjp)

54. राजपुर रोड- खजान दास (bjp)

55. रामनगर- दीवान सिंह बिष्ट (bjp)

56. रानीखेत- प्रमोद नैनवाल (bjp)

57. ऋषिकेश- प्रेमचंद्र अग्रवाल (bjp)

58. रुड़की- प्रदीप बत्रा (bjp)

59. रुद्रप्रयाग- भरत सिंह चौधरी (bjp)

60. रुद्रपुर- शिव अरोड़ा (bjp)

61. सहसपुर- सहदेव सिंह पुंडीर (bjp)

62. सल्ट – महेश जीना (bjp)

63. सितारगंज- सौरभ बहुगुणा (bjp)

64. सोमेश्वर- रेखा आर्य (bjp)

65. श्रीनगर- धन सिंह रावत (bjp)

66. टिहरी- किशोर उपाध्याय (bjp)

67. थराली – भोपाल राम टम्टा (bjp)

68. विकासनगर- मुन्ना सिंह चौहान (bjp)

69. यम्केश्वर- रेनू बिष्ट (bjp)

70. यमुनोत्री- संजय डोभाल (निर्दलीय)