हर घर नल योजना के तहत ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के हर घर में पहुंचे पानी

क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने जल जीवन मिशन के तहत ऋषिकेश विधानसभा में हर घर नल के कार्यों की प्रगति जानी। इस दौरान मंत्री डॉ अग्रवाल ने कार्यों को गुणवत्ता के साथ करने तथा ससमय पूर्ण करने के निर्देश दिए।
बैराज रोड स्थित कैम्प कार्यालय में हुई बैठक में डॉ अग्रवाल को जल संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत भट्टोवाला, चक जोगीवाला, छिद्दरवाला, गढ़ी मयचक, गौहरी माफी, गुमानीवाला, हरिपुरकलां, खांड गांव रायवाला, खेरीकला, साहबनगर में जल जीवन मिशन के प्रोजेक्ट गतिमान हैं। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश तहसील के कई क्षेत्रों में फेज दो के कार्य गतिमान है। जिस पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने निर्देशित कर कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही न बरती जाए, लोगों को आवागमन में परेशानी न हो, इसका विशेष ख्याल रखा जाए।
डॉ अग्रवाल ने निर्देश दिए कि हर हाल में गतिमान कार्यों को समय पर पूर्ण किया जाए। साथ ही उच्च गुणवत्तापूर्ण कार्य हो, इसका ध्यान रखा जाए। इस मौके पर जल संस्थान के सहायक अभियंता एवीएस रावत, अपर सहायक अभियंता मनोज डबराल आदि उपस्थित रहे।

हर घर में प्रतिदिन 16 घंटे पानी उपलब्ध हो, ऐसी कार्य योजना बनेः मुख्यमंत्री

(एनएन सर्विस)
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में ‘जल जीवन मिशन’ की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि ‘जल जीवन मिशन’ के तहत होने वाले कार्यों को शीर्ष प्राथमिकता में रखा जाय। 2024 से पूर्व हमें ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर में जल पहुंचाना है। इसके लिए प्रत्येक वर्ष का टारगेट बनाया जाये। पानी की उपलब्धता के साथ ही शुद्धता का भी पूरा ध्यान रखा जाय। ऐसे क्षेत्र चिन्हित किये जाय, जहां पानी की गुणवत्ता सही नहीं हैं, उन क्षेत्रों के लिए पूरा प्लान भी बनाया जाय। इस मिशन के सफल क्रियान्वयन के लिए पेयजल, राजस्व एवं वन विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। संबंधित विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य कर इस मिशन के तहत निर्धारित लक्ष्य पूरा करें।
‘जल जीवन मिशन’ के तहत अगले 2 वित्तीय वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों में 75 प्रतिशत तक पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। इस वर्ष 3 लाख 58 हजार 880 घरों को इस मिशन के तहत पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल उपलब्ध कराने के लिए 90 प्रतिशत धनराशि केन्द्र सरकार एवं 10 प्रतिशत धनराशि राज्य सरकार द्वारा दी जायेगी। इस मिशन के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 में रेट्रोफिटिंग एवं नई स्कीम के तहत कुल 1465 करोड़ रूपये के कार्य किये जायेंगे।
अर्द्ध नगरीय क्षेत्रों के लिए घरों में प्रतिदिन 16 घण्टे पेयजल की उपलब्धता के लिए 22 अर्द्धनगरीय क्षेत्रों में कार्य किये जा रहे हैं। इस प्रोजक्ट के तहत 96797 घरों को लाभ मिलेगा। यह प्रोजक्ट 877.50 करोड़ रूपये का है। इस प्रोजक्ट के तहत 22 में से 12 स्कीम पर कार्य शुरू हो गये हैं।
बैठक में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव नितेश झा, सौजन्या, एमडी स्वजल उदयराज एवं संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।