काबीना मंत्री ने टनकपुर में मांगे पुष्कर धामी के लिए वोट

चंपावत उप चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने डोर टू डोर जनसंपर्क अभियान चलाया। जबकि नुक्कड़ सभाएं कर भाजपा प्रत्याशी पुष्कर सिंह धामी के लिए वोट मांगे। इस दौरान सभी वर्ग के वोटरों का उन्हें समर्थन भी मिला।

आज कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने जनसंपर्क अभियान की शुरूआत रेलवे बस्ती वार्ड संख्या चार टनकपुर से की। यहां भारी बारिश के बावजूद मंत्री अग्रवाल जनता के बीच डोर टू डोर प्रचार को पहुंचे। उन्होंने पुष्कर सिंह धामी को युवा आदर्श बताते हुए समर्थन मांगा। इस दौरान लोगों ने अपना समर्थन भी मौके पर दिया। इस मौके पर बूथ अध्यक्ष अनिता देवेंद्र सिंह, असफाक, रबदीन, वकील अंसारी, जमीर अहमद, करन सिंह, सुनील वाल्मीकी आदि उपस्थित रहे।

वहीं, बूथ संख्या 117 ग्राम सभा मनिहारकोट में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने नुक्कड़सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा जो कहती है वह करती है और जो कहेगी। उसे करके दिखायेगी। कहा कि हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के सिद्धांत पर कार्य करती है। कहा कि उत्तराखंड को आज युवा मुख्यमंत्री धामी की जरूरत है, खटीमा की जनता से यह मौका छूट गया। मगर, चंपावत की जनता के पास अब सुनहरा अवसर है। उन्होंने चंपावत की धरती को नमन करते हुए कहा कि चंपावत प्रदेश का इतिहास रचने जा रहा है। आने वाली तीन जून को प्रदेश का मुख्यि चंपावत की धरती से होगा। इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा अमजद हुसैन, शाहिद अली, मौलाना असलम कादरी, फरवरूदीन, जमीर भाई, चैयरमैन विपिन कुमार आदि सैकड़ों की संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।

उधर, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बूथ संख्या 114, ग्रामसभा सैलानीगोट में बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि खटीमा से हार के बावजूद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने पुष्कर धामी को पुनः मुख्यमंत्री बनाया। पुष्कर धामी में काम करने की काबलियत है, वह दूरदृष्टि वाले नेता है। कहा कि युवा और पहाड़ी क्षेत्र से होने के नाते उन्हें यहां के हर दर्द के मरहम का इलाज मालूम है। उन्होंने कहा कि चंपावत की इस पावन धरती को ऐसे युवा मुख्यमंत्री को चुनकर विधानसभा में भेजना है, जिससे पुष्कर धामी पुनः मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर राज्य के विकास को तीव्र गति से चला सकें। इस मौके पर अधिक से अधिक संख्या में मतदान दिवस के दिन वोट पुष्कर सिंह धामी को देने की अपील की गई।

इस अवसर पर ग्राम प्रधान पूनम चंद, बूथ अध्यक्ष जितेंद्र चंद, विपिन, महिला मोर्चा उपाध्यक्षा शारदा कापड़ी, हरीश हैसियत, बसंत जोशी, प्रकाश पांडेय, शाहूजी, सुनील आदि भारी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।

चंपावत में मुख्यमंत्री धामी के लिए प्रचार में आए यूपी सीएम, रोड शो कर जनता का किया संबोधित

चंपावत उपचुनाव के लिए प्रचार अंतिम दौर में है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के पक्ष में आज यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विशाल रोड शो औऱ जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान बुलडोजर बाबा के कार्यक्रम में बुलडोजर छाए रहे। रोड शो के दौरान कई कार्यकर्ता बुलडोजर लेकर टनकपुर पहुंचे। (Bulldozers seen in cm yogi’s Tanakpur rally and road show for cm dhami) इतना ही नहीं रैली के दौरान सीएम धामी ने भी अपने संबोधन में बुलडोजर का जिक्र किया और कहा कि यूपी की तरह उत्तराखंड में भी अब बुलडोजर चलेगा

यूपी में अपराधियों पर बुलडोजर कार्रवाई एक मिसाल बन चुकी है। इसलिए योगी को लोग बुलडोजर बाबा के नाम से भी पुकारते हैं। इसका असर उत्तराखंड में दिख रहा है। 26 मई को उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर में हत्या के फरार आरोपी के गोदाम को बुलडोजर से ध्वस्त किया गया था। चंपावत विधानसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पक्ष में योगी ने टनकपुर मे विशाल रोज शो किया। इसके बाद योगी ने जनसभा भी की। इस पूरे कार्यक्रम में भी बुलडोजर की धमक दिखी।

योगी के रोड शो के दौरान भाजपा के कई कार्यकर्ता जेसीबी लेकर समर्थन देने पहुंचे। सीएम योगी ने भी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद गांधी मैदान पर योगी नेविशाल जनसभा को संबोधित किया।

उत्तराखंड में भी चलेगा बुलडोजर

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यूपी में हम हर दिन अपराध की खबरें सुनते थे, लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ जी ने ऐसा बुलडोजर चलाया कि अपराधी अब कांपते हैं। धामी ने कहा कि हर गलत काम पर सीएम योगी का बुल्डोजर चलता है। धामी ने कहा कि यूपी की तरह उत्तराखंड में भी बुलडोजर चलेगा और महाराज के बुल्डोजर का असर उत्तराखंड में भी होगा।

चंपावत के पास सीएम को चुनने का अवसर: योगी

जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, मां पूर्णागिरी का आशीर्वाद इस बार सीएम धामी को मिलेगा। योगी ने कहा कि चंपावत की जनता के पास इस बार एक बड़ा अवसर है। आमतौर पर जनता विधायक या सासंद चुनती है, लेकिन चंपावत की जनता के पास मुख्यमंत्री को चुनने का अधिकार मिला है। इस क्षेत्र के विकास के लिए यहां की जनता को सीएम धामी को अपना समर्थन देना होगा।

चंपावत पहुंचकर मुख्यमंत्री धामी ने कई घोषणाएं कर लोगों को दी सौंगाते

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का चंपावत के तल्ला देश क्षेत्र में विख्यात एवं पवित्र धाम बाबा गुरु गोरख नाथ मंदिर में निर्धारित समयानुसार आगमन हुआ। तल्ला देश क्षेत्र के मंच में बने अस्थाई हेलीपैड में मुख्यमंत्री एवं उनके साथ मुख्यमंत्री के लिए विधायकी छोड़ने वाले कैलाश गहतोड़ी एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद का जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, जिलाधिकारी विनीत तोमर, एसपी देवेन्द्र पींचा, भाजपा जिलाध्यक्ष दीप पाठक समेत अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुष्प गुच्छ देकर गर्मजोशी से स्वागत किया।

इसके बाद मुख्यमंत्री लगभग दो किलोमीटर के पहाड़ी चढ़ाई वाले पगडंडी मार्ग से बाबा गोरख नाथ के मंदिर में पहुंचे। मंदिर में पहुंचकर श्री धामी ने मंदिर में पूजा अर्चना एवं मंदिर की परिक्रमा कर जनपद एवं राज्य की सुख समृद्धि की कामना की। मंदिर में पूजा अर्चना कर तथा बाबा का आशीर्वाद लेने के बाद मुख्यमंत्री ने एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विधायकी छोड़ने वाले कैलाश गहतोड़ी का आभार व्यक्त किया तथा तल्ला देश की जनता को धन्यवाद दिया।

इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी सरकार विकल्प रहित संकल्प के मंत्र पर राज्य का विकास करने को प्रतिबद्ध है। राज्य के विकास के लिए एक विजन प्लान के तहत कार्य किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्य के प्रति सद्भावना के दृष्टिगत उन्होंने कहा कि आने वाला दशक उत्तराखंड के विकास को समर्पित है तथा आने वाले वर्षों में उत्तराखंड को नंबर एक राज्य का दर्जा देने के लिए काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता को भी जल्द लागू किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि कुमाऊं अंचल के प्रमुख सत्रह धामों के लिए एक खास कॉरिडोर बनाया जाएगा जिसमे गुरु गोरख धाम भी शामिल है। जिससे सभी प्रमुख धामों का विकास एवं पर्यटन की दृष्टि से क्षेत्र का विकास हो सके। भगवान गोलजू के तीनो प्रमुख धाम यथा चंपावत, अल्मोड़ा एवं घोड़ाखाल के लिए भी एक खास कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनपद चंपावत को विश्व मानचित्र पर प्रसिद्ध करने के लिए पर्यटन के क्षेत्र में विशेष कार्य योजना के तहत कार्य कर यहां पर्यटन की संभावनाओं को उभारा जाएगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद के विकास के लिए कई घोषणाएं भी की।

1. चंपावत में एआरटीओ कार्यालय को खोला जाएगा।
2. बनबसा में मिनी स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा।
3. अमोडी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोला जाएगा।
4. मंच उपतहसील में जल्द ही कार्य प्रारंभ किए जाएंगे।
5. टनकपुर इंजीनियरिंग कॉलेज को आईआईआईटी (जतपचसम आईटी) बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।
6. चंपावत को अखिल भारतीय स्तर पर पर्यटन मानचित्र में लाने के लिए पर्यटन विभाग विशेष कार्ययोजना तैयार करेगा।
7. मां पूर्णागिरी मंदिर क्षेत्र व देवीधुरा मंदिर क्षेत्र का विकास प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
8. चंपावत गोल्जू देवता, घोड़ाखाल गोल्जू देवता व चितई गोल्जू देवता को मिलाकर एक विशेष गोल्जू कोरिडोर बनाया जाएगा।
9. चंपावत के चाय बागान से हिंगला देवी तक रोपवे मार्ग बनाने के लिए शीघ्र ही संबंधित विभाग को निर्देशित किया जाएगा।
10. निम्नलिखित मार्गों को राज्य मार्गों में परिवर्तित किया जाएगा –
ककराली गेट – ठुली गाड़ – भराव मंदिर मोटर मार्ग
सुखीधांग – डाडा मीनार – रीठा साहिब मार्ग
सुखिधांग से श्यामला ताल मोटर मार्ग
इस दौरान विधायकी छोड़ने वाले कैलाश गहतोड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री के चंपावत से चुनाव लडने के फैसले ने उन्हें एवं जनपद की जनता को बहुत बड़ा उपहार दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के यहां से चुनाव लड़ने एवं यहां से जीतने के बाद यहां का चहुंमुखी विकास हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने चंपावत के अमोडी में दुर्घटना के पीड़ितों को राहत चेक भी वितरित किए। मुख्यमंत्री ने बङी संख्या में आए स्थानीय लोगों के साथ बातचीत भी की।
इस दौरान जिलाध्यक्ष दीप पाठक, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सतीश पांडे, संगठन मंत्री अजय सिंह भट्ट, नगर अध्यक्ष कैलाश अधिकारी तथा अन्य पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

सीएम ने चंपावत जिले में हुई दुर्घटना में जताया शोक

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत जनपद में सुखीढांग-डांडा-मीनार मार्ग पर हुए वाहन दुर्घटना में मृतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।

मुख्यमंत्री ने स्थानीय प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्यों को पूर्ण तत्परता के साथ करने एवं घायलों के शीघ्र उपचार करने के निर्देश दिए हैं।

उत्तराखंड के लोगों का सामर्थ्य, इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाएगा-प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हल्द्वानी (नैनीताल) में आयोजित कार्यक्रम में कुल 17 हजार 547 करोड रूपए के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इसमें 3 हजार 420 करोड रूपए़ की 6 योजनाओं का लोकार्पण औरं 14 हजार 127 करोड़ रूपए की 17 योजनाओं का शिलान्यास किया।

उत्तराखंड के लोगों का सामर्थ्य, इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाएगा
प्रधानमंत्री ने विकास परियोजनाओं के लिए उत्तराखण्ड की जनता को बधाई देते हुए कहा कि आज कुमाऊ आने का सौभाग्य मिला तो कई पुरानी यादें ताजा हो गई हैं। ये इतनी आत्मीयता से आपने जो उत्तराखंडी टोपी मुझे पहनाई गई है, वो उसे पहनकर मुझे गर्व का अनुभव हो रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को युवा, कर्मठ और लोकप्रिय मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में तेजी से हो रहे विकास को और तेजी से करना है। उत्तराखंड के लोगों का सामर्थ्य, इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाएगा। उत्तराखंड में बढ़ रहा आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, चार धाम महापरियोजना, नए बन रहे रेल रूट्स, इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाएंगे।

आपके सपने, हमारे संकल्प
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपके सपने, हमारे संकल्प हैं, आपकी इच्छा, हमारी प्रेरणा है, और आपकी हर आवश्यकता को पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है। आज दिल्ली और देहरादून में सत्ताभाव से नहीं, सेवाभाव से चलने वाली सरकारें हैं। उत्तराखंड तेज विकास की रफ्तार को और तेज करना चाहता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मिट्टी की ताकत को जानता हूं। बढ़ रहा इन्फ्रास्ट्रक्चर, चारधाम परियोजना, रेल परियोजना, नये हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट, बढ़ रही औद्योगिक क्षमता, टूरिज्म सेक्टर में बढ़ रही सुविधाएं, होम स्टे, प्राकृतिक खेती, हर्बल उत्पाद से ये दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। सबका साथ, सबका विकास से उत्तराखण्ड और देश का विकास हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एम्स के सैटेलाईट सेंटर और पिथौरागढ़ के मेडिकल कालेज से कुमाऊं और तराई क्षेत्र के लोगों के लिए विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। विभिन्न सड़क प्रोजेक्ट कुमाऊं को बेहतर कनेक्टीवीटी देंगे। टनकपुर-बागेश्वर रेल लाईन पर भी जल्दी से काम शुरू होगा। ये सभी शिलान्यास, पत्थर मात्र नहीं हैं, ये हमारी संकल्प शिलाएं हैं। जिन्हें कि हमारी सरकार सिद्ध करके दिखाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि हल्द्वानी को नये साल की एक और सौगात दी जाएगी। हल्द्वानी के ऑवरऑल विकास के लिए 2 हजार करोड़ की योजनाएं लाएंगे जिससे यहां अभूतपूर्व विकास होगा।

दशकों से लटकी परियोजनाएं हो रही पूरी
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड से कितनी ही नदियां निकलती हैं। आजादी के बाद से ही, यहां के लोगों ने दो धाराएं और देखी हैं। एक धारा है- पहाड़ को विकास से वंचित रखने की। और दूसरी धारा है- पहाड़ के विकास के लिए दिन रात एक कर देने की। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हम किसी ऐतिहासिक स्थल पर जाते हैं तो वहां हमें ये बताया जाता है कि इस स्थान को इतने साल पहले बनाया गया था, ये इमारत इतनी पुरानी है। दशकों तक देश का ये हाल रहा है कि बड़ी योजनाओं की बात आते ही कहा जाता था- ये योजना इतने साल से अटकी है, ये प्रोजेक्ट इतने दशक से अधूरा है। आज यहां उत्तराखंड में जिस लखवाड़ प्रोजेक्ट का काम शुरू हुआ है, उसका भी यही इतिहास है। इस परियोजना के बारे में पहली बार 1976 में सोचा गया था। आज 46 साल बाद, हमारी सरकार ने इसके काम का शिलान्यास किया है।

गंगोत्री से गंगासागर तक स्वच्छ भारत मिशन
प्रधानमंत्री ने कहा कि गंगोत्री से गंगासागर तक हम एक मिशन में जुटे हैं। शौचालयों के निर्माण से, बेहतर सीवरेज सिस्टम से और पानी के ट्रीटमेंट की आधुनिक सुविधाओं से गंगा जी में गिरने वाले गंदे नालों की संख्या तेजी से कम हो रही है। केंद्र सरकार ने नैनीताल के देवस्थल पर भारत की सबसे बड़ी ऑप्टिकल टेलीस्कोप भी स्थापित की है। इससे देश-विदेश के वैज्ञानिकों को नई सुविधा तो मिली ही है, इस क्षेत्र को नई पहचान मिली है।

सेना और सैनिकों को मजबूत किया
प्रधानमंत्री ने कहा कि कनेक्टिविटी के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा के हर पहलू को अनदेखा किया गया। हमारी सेना और सैनिकों को सिर्फ और सिर्फ इंतजार ही कराया। पहले की सरकारों ने सीमावर्ती राज्य होने के बावजूद कैसे इस क्षेत्र की अनदेखी की, ये राष्ट्ररक्षा के लिए संतानों को समर्पित करने वाली कुमाऊं की वीर माताएं भूली नहीं हैं। हमारी सरकार ने सैनिकों का मान बढ़ाया। उनकी वन रैंक वन पेंशन की मांग को पूरा किया। उच्च कोटि के हथियार उपलब्ध कराकर सेना को मजबूत किया। अब हमारी सेना को दुश्मन को करारा जवाब देने के लिए अनुमति का इंतजार नहीं करना पड़ता।
प्रधानमंत्री ने कुमाऊँनी बोली में नये साल और घुघुतिया त्यौहार की बधाई भी दी।

प्रधानमंत्री भारतीय संस्कृति की पताका विश्व में लहरा रहे-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देवभूमि उत्तराखण्ड में स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री, स्वामी विवेकानंद की तरह भारतीय संस्कृति की पताका को पूरे विश्व में लहरा रहे हैं, सरदार वल्लभभाई पटेल की तरह राष्ट्र को सुदृढ़ एवं संगठित बना रहे हैं, बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की तरह दलितों एवं वंचितों की चिंता कर रहे हैं और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के आदर्शों पर चलते हुए अंत्योदय के स्वप्न को साकार करने के लिए कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री जिस कठिन परिश्रम द्वारा भारत को पुनः विश्व गुरू बनाने के प्रति प्रयत्नशील है वह न केवल मेरे जैसे सामान्य व्यक्ति को और अधिक परिश्रम करने के लिए प्रेरित करता है बल्कि सवा सौ करोड़ भारतीयों में आशा एवं विश्वास का बीज रोपित करता है।

कोरोना महामारी में किये गये कार्यों की विश्वभर में हुई सराहना
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए भारत द्वारा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में किए जा रहे कार्यों की न केवल डब्ल्यूएचओ जैसे संगठनों ने सराहना की है बल्कि अन्य देश भी भारत द्वारा दिखाए गए अदम्य साहस, विश्वास एवं जीवटता की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हैं। कोरोना काल में जहां एक ओर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना ने करोड़ो लोगों के दो वक्त का भोजन सुनिश्चित किया है, वहीं आयुष्मान भारत योजना ने देश के नागरिकों को यह भरोसा दिलाया कि बीमार होने पर उन्हें निःशुल्क उपचार अवश्य मिलेगा। सर्वस्पर्शी विकास को लेकर प्रधानमंत्री जी की सोच कितनी व्यापक है ये नमामि गंगे, स्वच्छता अभियान, नई शिक्षा नीति, इन्द्रधनुष योजना, वन नेशन वन राशन कार्ड जैसी अनेकों जनकल्याणकारी योजनाओं से प्रदर्शित होता है।

राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त, धारा 370 का दाग मिटा
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व का ही कमाल है कि आज जहां एक ओर धारा 370 का काला दाग भारतीय संविधान से मिटा, वहीं भारत के राष्ट्र पुरुष मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। इसके साथ-साथ आज हम देखते हैं भव्य और दिव्य काशी का जो स्वप्न पंडित मदन मोहन मालवीय जी ने देखा था वो स्वप्न प्रधानमंत्री के नेतृत्व में साकार हो रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अयोध्या एवं काशी के कायाकल्प के साथ-साथ केदारपुरी के पुनर्निर्माण की यात्रा भी अत्यन्त ही रोचक है। जिस यात्रा का साक्षी मैं स्वयं भी हूं।

प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड उन्नति पथ पर अग्रसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की विकास केंद्रित नीतियों पर चलकर ही आज उत्तराखण्ड उन्नति की राह पर अग्रसर है। उत्तराखंड के सतत विकास के प्रति यह आदरणीय प्रधानमंत्री के समर्पण का ही नतीजा है कि आज उनके द्वारा साढ़े सत्रह हजार करोड़ से अधिक की विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया है। जिसमें पांच हजार सात सौ सैंतालीस करोड़ रूपये की लखवाड़ बहुउद्देशीय परियोजना भी शामिल है। इस परियोजना से 300 मेगावाट जल विद्युत का उत्पादन होगा जिससे हमारा प्रदेश न केवल ऊर्जा के क्षेत्र में एक ’’पावर हाउस’’ बनेगा बल्कि हमारे यहां बड़े स्तर पर रोजगारों का सृजन भी होगा। साथ ही साथ इस परियोजना से 6 राज्यों को पीने का पानी भी उपलब्ध होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे नजूल का मुद्दा हो, बंगाली समाज को पूर्वी पाकिस्तानी शब्द सम्बोधन से मुक्त करना हो या गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाना हो, हमारी सरकार इन सभी समस्याओं को प्रधानमंत्री के ही सहयोग से दूर कर सकी है। केन्द्र सरकार की ओर से कुमाऊं संभाग में लगभग 500 करोड़ से अधिक की लागत से एम्स का सेटेलाईट सेंटर के प्रारम्भ होने के पश्चात उत्तराखण्ड भारत का वह पहला राज्य बन जाएगा जहां एम्स के अतिरिक्त एम्स का सेटेलाइट सेंटर भी स्थापित होगा। पहाड़ के दुर्गम क्षेत्रों तक उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के उद्देश्य से 455 करोड़ रुपये की लागत से पिथौरागढ़ में मेडिकल कॉलेज के निर्माण का मार्ग भी प्रशस्त हो गया है। सरकार चारधाम कॉरिडोर की तर्ज पर कुमाऊं क्षेत्र में मानस खंड कॉरिडोर बनाने के लिए भी प्रयासरत है। इससे जहां एक ओर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं दूसरी ओर पूरे कुमाऊं के आधारभूत ढांचे को भी बल मिलेगा।

सपने हो रहे साकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमने कनेक्टिविटी को विकास का मूल मानकर कार्य किया है। पहाड़ पर रेल का जो स्वप्न उत्तराखण्ड की कई पीढ़ियां वर्षों से देख रहीं थीं वो भी अब साकार होता प्रतीत हो रहा है। टनकपुर-बागेश्वर रेललाइन परियोजना भी इसी का एक उदाहरण है। विगत चौवालिस वर्षों से लंबित जमरानी बांध एवं पेयजल योजना प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से शीघ्र ही प्रारम्भ होने जा रही है। हल्द्वानी में एकीकृत शहरी मूलभूत ढांचे के विकास (इन्टीग्रेटेड अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट इन हल्द्वानी) के लिए केन्द्र सरकार के गंभीर प्रयासों से लगभग इक्कीस सौ करोड़ रूपये स्वीकृत हुए हैं। एक तरफ राज्य के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने का काम किया जा रहा है वहीं पर्यटन, रोजगार और पलायन जैसे विषयों पर भी ठोस रणनीति बना कर प्रो एक्टिव मोड़ में कार्य किये जा रहे हैं। हमारी होम स्टे योजना पर्यटन और पर्यटन केंद्रित रोजगार के क्षेत्र में नित नए आयाम स्थापित कर रही है।

जनरल बिपिन रावत के सपनों को पूरा कर रही सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत का असमय हमारे बीच से चले जाना जहां एक ओर देश और प्रदेश की अपूरणीय क्षति है, वहीं मेरे लिए भी यह एक निजी क्षति है। उनके दो ही ध्येय थे, सेना का सुदृढीकरण और उत्तराखंड की उन्नति। इन्हीं दो उद्देश्यों को लेकर हमारी केन्द्र व राज्य सरकारें निरन्तर कार्य कर रही हैं। आज हमें गर्व है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सेना का मनोबल और उसका आत्मसम्मान लगातार बढ़ रहा है। आधुनिक हथियारों और साजो सामान से जहां सेना को और भी अधिक सशक्त बनाया जा रहा है वहीं उन्हें दुश्मन को जवाब देने के लिए अब दिल्ली की ओर भी नहीं देखना पड़ता। गलवान घाटी हो या कश्मीर से लेकर कच्छ तक का इलाका… आज हमारे बहादुर सैनिक दुश्मन को उसी की भाषा में मुंहतोड़ जवाब देते हैं। आज सीमा से सटे इलाकों में जिस प्रकार से सड़कों और पुलों को निर्माण किया जा रहा है वो भी अपने आप में अभूतपूर्व है।

वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को बनाएंगे श्रेष्ठ राज्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने हर विभाग से अगले दस साल का रोड मैप मंगवाया है, ताकि हम भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप राज्य के विकास का खाका खींच सकें। उत्तराखण्ड को लेकर हमारी नीति और नीयत… दोनों ही स्पष्ट हैं, ईमानदार हैं। आज हमारा उत्तराखण्ड विकास चाहता है… हमारा उत्तराखण्ड संभावनाओं से भरा आकाश चाहता है… हमारा उत्तराखण्ड अपने सपनों को साकार करना चाहता है और भाईयो-बहनो, उत्तराखण्ड फिर एक बार हमारी सरकार चाहता है। जिस विकास पथ पर अपना उत्तराखण्ड बढ़ चला है, हमें इस यात्रा को रुकने नहीं देना है। हमने अपने प्रदेश को, राज्य की रजत जयंती वर्ष 2025 तक भारत का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है। हम ’’विकल्प रहित संकल्प’’ के मंत्र के अनुयायी हैं और उत्तराखण्ड के विकास के लिए यही हमारा अंतिम ध्येय है।

लोकार्पण
1. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 74 पर नगीना से काशीपुर कुल 99 किलोमीटर में सड़क का चौड़ीकरण : इस पर कुल 2536 करोड़ रूपये की लागत आई है। इसमें 6 बड़े ब्रिज, 19 छोटे ब्रिज, 2 रेलवे ओवरब्रिज और 36 अंडरपास बनाए गए हैं। इससे यात्रियों को आने जाने में समय व ईंधन की बचत होगी। ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी। क्षेत्र में पर्यटन, औद्योगिक और वाणिज्यिक गतिविधियों में वृद्धि होगी। इससे रोजगार के अवसरों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष बढ़ोतरी होगी।

2. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 125 पर टनकपुर-पिथौरागढ़ रोड़ पर च्युरानी से ऐंकोली 32 किलोमीटर मे सड़क चौड़ीकरण : ऑल वेदर रोड़ प्रोजेक्ट के अंतर्गत इस पर 284 करोड़ रूपए की लागत आई है। इस मार्ग के निर्माण से जनपद पिथौरागढ़ की चीन से लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा में सैन्य आवागमन की सुलभता के साथ-साथ ही कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए भी ऑलवेदर उपलब्धता सुनिश्चित हुई है।

3. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 125 पर टनकपुर-पिथौरागढ़ रोड़ पर बिलखेत से चम्पावत-29 किलोमीटर मे सड़क चौड़ीकरण : इस पर 267 करोड़ रूपए की लागत आई है। इस मार्ग के निर्माण से भी जनपद पिथौरागढ़ की चीन से लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा में सैन्य आवागमन की सुलभता के साथ-साथ ही कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए भी ऑलवेदर उपलब्धता सुनिश्चित हुई है।

4. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 125 पर टनकपुर-पिथौरागढ़ रोड़ पर तिलोन से च्युरानी-28 किलोमीटर मे सड़क चौड़ीकरण : इस पर 233 करोड़ रूपए की लागत आई है। राज्य के दुर्गम व दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को इसका काफी लाभ मिलेगा। इसका सामरिक महत्व के साथ ही कैलाश मानसरोवर यात्रा की दृष्टि से भी महत्व है।

5. सुरिनगाड फेज- II जलविद्युत परियोजना : मुन्स्यारी, पिथौरागढ़ में उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम की रन ऑफ रिवर परियोजना‘सुरिनगाड फेज- II जलविद्युत परियोजना’ का निर्माण किया गया है। 5 मेगावाट विद्युत क्षमता की इस परियोजना पर 50 करोड़ रूपए की लागत आई है। इससे विद्युत उत्पादन के साथ ही स्थानीय ग्रामीणों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।

6. नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत 50 करोड़ रुपए की लागत से रामनगर, नैनीताल में सीवरेज कार्य : नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वीकृत 50 करोड़ रुपए की लागत से रामनगर, नैनीताल में 7 एमएलडी और 1.5 एमएलडी क्षमता के दो सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लान्ट एवं तत्सम्बन्धी कार्यो का निर्माण किया जा चुका है, जिसके अन्तर्गत 06 नालो को टैप कर इन्हें निर्मित एसटीपी से जोड़ा गया है। इससे कोसी नदी को प्रदूषित होने से रोका गया है।

शिलान्यास
1. लखवाड़ बहुद्देशीय परियोजना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृढ़ इच्छा शक्ति से दशकों से लम्बित राष्ट्रीय महत्व की परियोजना लखवाड़ बहुद्देशीय परियोजना अब साकार होने जा रही है। इसके जलाशय में 330 मिलियन क्यूबिक मीटरसंचित जल से उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली राज्यों को सिंचाई एवं पीने के पानी की आपूर्ति होगी। साथ ही यमुना नदी के पुनरूद्धिकरण की दिशा में प्रगति होगी। लगभग 33 हजार 780 हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि की सिंचाई होगी। इस परियोजना से 300 मेगावाट जलविद्युत का भी उत्पादन होगा। परियोजना की कुल लागत 5747 करोड़ रूपए है। इससे ऊपरी यमुना क्षेत्र के विकास के साथ बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।

2. मुरादाबाद-काशीपुर 4 लेन रोड : कुल 4002 करोड़ रूपए की लागत से 85.3 किलोमीटर लम्बाई की 4 लेन मुरादाबाद-काशीपुर रोड राज्य के कुमांयू व गढ़वाल की कनैक्टीविटी को मजबूत करेगी। कार्बेट जाने में इससे 1.5 घंटे की बचत होगी। इसमें मुरादाबाद एवं काशीपुर बाईपास इस हाईवे पर निर्बाध यातायात सुनिश्चित करेगा। राज्य के कुमांऊ व तराई क्षेत्र के लिए यह एक बडी देन है।

3. जल जीवन मिशन के तहत 73 जलापूर्ति योजनाएं : प्रधानमंत्री द्वारा हर घर को नल से जल के लिए महत्वाकांक्षी परियोजना 15 अगस्त, 2019 को प्रारम्भ की गई है। उत्तराखण्ड में जल जीवन मिशन के तहत वर्ष 2023 तक हर ग्रामीण घर को नल से जल उपलब्ध कराए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें बहुत तेजी से कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में 15 लाख 18 हजार ग्रामीण घरों के सापेक्ष 7 लाख 50 हजार से अधिक घरों को पानी का कनेक्शन दिया जा चुका है। शेष को भी निर्धारित समय से पानी का कनेक्शन देने के लिए तेजी से प्रयास किये जा रहे है। इसी के तहत 13 जिलों में 73 पम्पिंग पेयजल योजनाओं का शिलान्यास किया गया है, जिसकी कुल लागत 1250 करोड़ है, इन योजनाओं के निर्माण उपरान्त प्रदेश के 1 लाख 33 हजार ग्रामीण परिवार लाभान्वित होंगे। पर्वतीय जनपदों में ऊंचाई के क्षेत्र में पम्पिंग द्वारा पेयजल आपूर्ति पश्चात् ग्रामीणों का श्रम एवं समय की बचत होगी तथा पेयजल की उपलब्धता से पलायन की समस्या का भी समाधान होने के साथ होम स्टे में रोजगार के अवसर में वृद्धि होगी।

4. पीएमजीएसवाई के अंतर्गत 133 सड़कों का डामरीकरण : प्रधानमंत्री द्वारा नेशनल हाईवे के निर्माण के साथ-साथ गांवों को भी सड़क मार्ग से जोड़ने का काम किया गया है। डबल इंजन सरकार में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में उत्तराखण्ड में उल्लेखनीय कार्य हुए है। पी.एम.जी.एस.वाई के तहत कुल 627 करोड़ रूपए की लागत से प्रदेश में 133 सड़कों का डामरीकरण किया जायेगा। इनकी कुल लम्बाई 1157 किलोमीटर होगी। इससे निश्चित तौर पर राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी और बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।

5. एम्स का सैटेलाइट सेंटर : ऊधमसिंहनगर में लगभग 500 करोड़ रूपये की लागत से एम्स का सैटेलाईट सेंटर स्थापित किया जा रहा है। यह उत्तराखण्ड को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की एक बड़ी सौगात है। ऊधमसिंहनगर में एम्स के सैटेलाईट सेंटर से राज्य के कुमांऊ व तराई क्षेत्र के लोगों को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। एम्स ऋषिकेश, यहां के लोगों के लिए दूर पड़ता है। साथ ही उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों से भी आने वाले जन-सामान्य को भी बेहतर चिकित्सा सुविधा का लाभ मिल पायेगा।

6. जगजीवन राम राजकीय मेडिकल कालेज, पिथौरागढ़ : प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में डबल इंजन सरकार के समय राज्य में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में काफी विस्तार हुआ है। सरकार की कोशिश है कि राज्य के दूरस्थ व दुर्गम क्षेत्रों तक उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचे। इसी क्रम में 455 करोड़ रूपए की लागत से जनपद पिथौरागढ़ में जगजीवन राम राजकीय मेडिकल कालेज बनाया जा रहा है।

7. पीएमजीएसवाई के अंतर्गत 151 सेतु का निर्माण : प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में 151 सेतु बनाए जाएंगे। इन सभी कार्यों को सितम्बर, 2022 तक पूर्ण किये जाने का लक्ष्य है। इन सेतुओं के निर्माण के फलस्वरूप निर्मित मार्गों पर बारहमासी यातायात की सुविधा में वृद्धि होगी। इससे प्रदेश की ग्रामीण कनेक्टिविटी मजबूत होगी।

8. हरिद्वार व नैनीताल में जलापूर्ति योजनाएं : विश्व बैंक कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वीकृत पैरी अरबन क्षेत्रों हेतु हरिद्वार के जगजीतपुर, बहादराबाद व ढ़ढेरा जलापूर्ति योजना से 14 हजार 496 उपभोक्ता कनैक्शन दिये जाएंगे और 1,03,080 जनसंख्या लाभान्वित होगी। इससे मानको के अनुरुप क्वॉलिटी पानी की सतत आपूर्ति सुनिश्चित होगी। इसी प्रकार हल्द्वानी (नैनीताल) में गौजाजाली उत्तर जलापूर्ति योजना से 2 हजार 423 प्राइवेट उपभोक्ताओं को पानी के कनेक्शन दिये जाएंगे, जिससे 12 हजार 408 जनसंख्या लाभान्वित होगी। इससे मानकों के अनुरूप 24X7 क्वालिटी जल की सत्त आपूर्ति सुनिश्चित होगी।

9. नमामि गंगे के अंतर्गत जनपद ऊधमसिंहनगर में नदी पुनरुद्धार : ऊधमसिंहनगर में 6 स्थानीय नदियों में प्रदूषण रोकने के लिए 9 एस.टी.पी. नमामि गंगे कार्यक्रम में स्वीकृत किये गये है, जिसके अन्तर्गत 17 नालों को टेप करके दूषित जल को इन एस.टी.पी. के द्वारा शोधित किया जाएगा। इस योजना में काम्प्रीहेन्सिव को-ट्रीटमेंट और स्लज ट्रीटमेंट सुविधा युक्त एस.टी.पी. का निर्माण किया जा रहा है, जो कि उत्तराखण्ड में इस प्रकार का पहला प्रोजेक्ट है। इसके अतिरिक्ति दूरवर्ती क्षेत्रों में 3 पैकेज्ड एस.टी.पी. भी स्थापित किये जाएंगे। इस पर कुल लागत 199 करोड़ रूपए आएगी।

10. प्रधानमंत्री आवास योजना में 2424 आवासीय इकाइयों का निर्माण : आवास और शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) एवं आवास विभाग उत्तराखण्ड सरकार की उत्तराखण्ड जनआवास योजना के अंतर्गत जिला उधमसिंह नगर के सितारगंज में 1168 आवास एवं काशीपुर में 1256 आवास कुल 2424 आवास अल्प आय वर्ग हेतु बनाए जा रहे हैं। उक्त आवासों के निर्माण में कुल रू. 171 करोड़ की लागत आयेगी। आगामी 02 वर्षों में यह आवास आवंटियों को निवास हेतु उपलब्ध हो जायेंगे। उक्त योजना में प्रति आवास मात्र रू0 6 लाख मूल्य के सापेक्ष प्रत्येक लाभार्थी को प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अन्तर्गत रू. 1 लाख 50 हजार तथा उत्तराखण्ड जनआवास योजना अंतर्गत रू. 1 लाख कुल रू. 2 लाख 50 हजार का अनुदान प्राप्त होगा। शेष रू. 3 लाख 50 हजार लाभार्थी द्वारा 02 वर्षों में निर्माण की प्रगति के सापेक्ष भुगतान किया जाना होगा। लाभार्थी के अंशदान हेतु बैंकों द्वारा गृह ऋण की सुविधा भी उपलब्ध करायी जा रही है। इन परियोजनाओं में गेट बन्द कॉलोनी के साथ-साथ, सड़क, नाली, सीवर शोधक संयन्त्र, सामुदायिक सुविधायें, विद्युत एवं स्वच्छ पेयजल की सुविधा उपलब्ध होगी। इन परियोजनाओं के निर्माण से 2424 दुर्बल आय वर्ग के परिवारों का अपने घर का सपना पूर्ण हो सकेगा।

11. एरोमा पार्क : सगंध क्षेत्र के कृषकों की उपजों को स्थानीय स्तर पर बेहतर बाजार उपलब्ध कराने और उद्योगों को उनकी आवश्यकानुसार एकीकृत सुविधा उपलब्ध कराने के लिएसिडकुल द्वारा काशीपुर में 41 एकड़ में एरोमा पार्क विकसित किया जा रहा है। एरोमा पार्क में परीक्षण प्रयोगशाला सी.ई.टी.पी., लॉजिस्टिक एवं पार्किंग की सुविधाओं के साथ विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाएगा। 35 करोड़ रूपए की लागत से 6 माह में एरोमा पार्क का निर्माण पूर्ण कर लिया जाएगा। एरोमा पार्क में 300 करोड़ रूपए से अधिक के निवेश की सम्भावना है, जिससे 2500 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रोजगार का अवसर उपलब्ध होने के साथ राज्य के सगंध कृषकों को अपनी उपज का उचित बाजार उपलब्ध होगा।

12. नैनीताल में सीवरेज कार्य : प्रदेश के मुख्य पर्यटन नगरों में से एक नैनीताल शहर में रू. 77 करोड़ 58 लाख लागत की इस परियोजनामें 3.04 कि.मी. सीवर लाइन तथा 17.5 एम.एल.डी के सीवर शोधन संयंत्र के निर्माण से लगभग 50 हजार जनसंख्या लाभान्वित होगी। इस परियोजना के निर्माण से नैनीताल झील को प्रदूषित होने से बचाया जा सकेगा। पर्यावरणीय दृष्टि से भी उपयोगी इस परियोजना के अन्तर्गत सीवर शोधन संयंत्र से प्राप्त शोधित जल को सिंचाई हेतु भी उपयोग किया जा सकेगा।

13. प्लास्टिक पार्क : भारत सरकार द्वारा घरेलू डाउन स्ट्रीम प्लास्टिक प्रसंस्करण उद्योगों की क्षमताओं को समेकित करने के लिए आवश्यकता आधारित प्लास्टिक पार्क योजना लागू की गई है। इसी के तहत सितारगंज में 40 एकड़ में प्लास्टिक औद्योगिक पार्क स्थापित किया जा रहा है। लगभग 66 करोड़ की लागत से इसमें आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है। एक साल में इसे पूर्ण कर लिया जाएगा। यहां लगभग 250 करोड़ रूपये के निवेश की सम्भावना है, जिससे 2500 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।

14. मदकोटा से हल्द्वानी सड़क सुदृढिकरण : केन्द्रीय सड़क अवस्थापना निधि के अन्तर्गत गदरपुर-दिनेशपुर- मदकोटा- हल्द्वानी मोटरमार्ग (राज्य मार्ग सं.-5) को गदरपुर से हल्द्वानी तक दो-लेन पेव्ड शोल्डर सहित चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के कार्य हेतु 21.640 कि.मी. लम्बाई में रू. 58.06 करोड़ की लागत से निर्मित किया जा रहा है। यह मार्ग राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली व इस क्षेत्र के अन्य प्रमुख मैदानी नगरों को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है। पर्यटन स्थल नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ, कैलाश मानसरोवर आदि दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। मार्ग के चौडीकरण से सिड़कुल इण्डस्ट्रीयल एरिया रूद्रपुर व इण्डस्ट्रीयल एरिया लालकुआ प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। साथ ही प्रस्तावित अमृतसर इकोनोमिक इण्डस्ट्रीयल कोरीडोर के लिए भी प्रमुख मार्ग के रूप में कार्य करेगा।

15. किच्छा से पंतनगर सड़क सुदृढ़िकरण : केन्द्रीय सड़क अवस्थापना निधि के अन्तर्गत जनपद ऊधमसिंहनगर में नगला-किच्छा राज्य मार्ग संख्या-44 (किच्छा पन्तनगर मोटर मार्ग) का दो-लेन में पेव्ड शोल्डर सहित चौड़ीकरण एवं सुद्वढीकरण के कार्य हेतु 17.700 कि.मी. लम्बाई में रू. 53 करोड़ 73 लाख की लागत से स्वीकृत है। यह मार्ग सिड़कुल इण्डस्ट्रीयल एरिया व इण्डस्ट्रीयल एरिया लालकुॅआ को प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित करेगा। साथ ही प्रस्तावित अमृतसर इकोनोमिक इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए प्रमुख मार्ग के रूप में कार्य करेगा।

16. किच्छा बाईपास : ऊधमसिंह नगर जिले में खटीमा बाईपास, कुमराहा गांव से प्रारम्भ होकर कुटारी गांव तक बनेगा। इस पर 1 बड़ा व 3 छोटे पुल प्रस्तावित हैं। 53 करोड़ की लागत से खटीमा बाईपास के निर्माण से यात्रियों के समय व ईंधन की बचत होगी। पिथौरागढ़ से बेहतर कनैक्टीविटी होगी। क्षेत्र का आर्थिक विकास होने से रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। नेपाल से कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा।

17. एशियन हाईवे के अंतर्गत नेपाल से कनेक्टीवीटी : एशियन हाईवे के अन्तर्गत नेपाल के साथ कनैक्टीविटी बढ़ाने के लिए 3.86 कि.मी. से लगभग 177 करोड़ रूपए की लागत से 4-लेन राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 109 डी) का निर्माण किया जा रहा है। इसके अंतर्गत 02 वी.यू.पी., 01 एल.यू.वी.पी., 01 बड़ा ब्रिज कम अंडरपास व 01 आर.ओ.बी का निर्माण किया जाएगा। इससे उत्तराखण्ड व नेपाल में कनेक्टिविटी बेहतर होगी और बिना बाधा के यातायात व वस्तुओं का परिवहन होगा। इससे नेपाल के साथ आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी और आपसी संबंध और भी मजबूत होंगे।

चंपावत के राइंका सूखढांग में भोजन माता प्रकरण की जांच करे डीआईजी कुमांयूः सीएम


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीआईजी कुमांयू डॉ. नीलेश आनन्द भरणे को निर्देश दिये कि चम्पावत जनपद के राजकीय इण्टर कॉलेज सूखीढ़ांग में भोजन माता प्रकरण की जाँच करवाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कारवाई करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में दुष्प्रचार करने वालों पर भी निगरानी रखी जाय। डीआईजी कुमांयू द्वारा मौके पर जाकर पूरे मामले की जांच की जायेगी।

बता दें कि जीआईसी सूखीढांग में भोजनमाता के रिटायरमेंट के बाद नवंबर माह में एक भोजन माता की नियुक्ति हुई थी। ज्वाइनिंग से पहले उसे हटा दिया और विद्यालय प्रशासन ने दिसंबर माह के पहले हफ्ते दूसरी नियुक्त कर दी। इस बीच कुछ अवांछनीय तत्व सक्रिय हो गए और कुछ बच्चों ने स्कूल में मिड डे मिल का बना खाना छोड़ दिया।

सीएम धामी ने डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे को मौके पर जाकर इस मामले की जांच के निर्देश दिए। कहा कि जो भी तत्व माहौल खराब कर रहे हैं, उन पर निगरानी रख कार्रवाई की जाए। उधर, डीआईजी भरणे ने बताया कि तीन-तीन भोजन माताओं की नियुक्ति से यह भ्रांति पैदा हुई है। मामले की जांच कराई जा रही है।

भीमताल विधानसभा में 38 करोड़ के विकास कार्यो का लोकार्पण और शिलान्यास

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को विधानसभा भीमताल के विकास खण्ड ओखलकाण्डा खनस्यू में 3.67 करोड़ की 6 योजनाओं का लोकार्पण एवं 34.21 करोड़ की 17 योजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने बडौन राजकीय इन्टर कालेज का उच्चीकरण, ककोड में मोबाइल टावर हेतु धनराशि देने, विकास खण्डों में सोशल आडिट कार्य आगे बढ़ाने, देवलीधार-सुरंग मोटर मार्ग, ओखलढूगा-कुडगांव मोटर मार्ग, देवीधार-सुरंग मोटर मार्ग का नाम स्व ताराराम कवि के नाम पर रखने व खनस्यू सब स्वास्थ्य केन्द्र के निर्माण कार्य हेतु धनराशि उपलब्ध कराने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने राज्य योजना के अन्तर्गत नैनीताल विधानसभा क्षेत्र भीमताल के ओखलकाण्डा में जिन योजनाओं का लोकार्पण किया उनमें ओखलकाण्डा के ग्राम कैडागांव के पास लधिया नदी पर 60 मी. विस्तार पैदल झूला पुल का निर्माण कार्य लागत 220 लाख की धनराशि, विकास खण्ड ओखलकाण्डा के अन्तर्गत ग्राम थलाड़ी में गौला पुल नदी पर 36 मी. स्पान स्टील गार्डर पैदल पुल का निर्माण लागत 92 लाख, जिला फाउण्डेशन मद के अन्तर्गत ओलकाण्डा ब्लॉक में करायल बैण्ड से टुकरा वन चौकी तक (विभिन्न रीचों पर) मुख्य मार्ग में सीसी निर्माण कार्य लागत 25 लाख, विकास खण्ड ओखलकाण्डा के ग्राम सभा ककोड के मेवाडीगांजा गणेश सिंह के घर से हरीशताल गांजा मोटर मार्ग की आर.सी.सी निर्माण कार्य लागत 15 लाख, विकासखण्ड ओखलकाण्डा के चिलवालगांजा में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से गोरखनाथ मन्दिर की ओर सीसी में सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य लागत 10 लाख तथा कैचुली देवी मन्दिर भीमताल में सौन्दर्यीकरण कार्य लागत 5 लाख की कुल धनराशि 3.67 लाख की योजनाओं का लोकार्पण शामिल है।
मुख्यमंत्री द्वारा जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया उनमें राज्य योजना के अन्तर्गत जनपद नैनीताल के विधानसभा क्षेत्र भीमताल में चौरलेख-मल्लीदीनी मोटर मार्ग का सुधारीकरण एंव सुदृढीकरण का कार्य लागत 312 लाख, विकासखण्ड ओखलकाण्डा में छीड़ाखान से हाईस्कूल तल्ली पोखरी तक मोटर मार्ग का निर्माण कार्य लागत 283 लाख, विकासखण्ड ओखलकाण्डा में रीखाकोट पेयजल योजना लागत 90.32 लाख, पश्यां पेयजल योजना लागत 119.39, धैना पेयजल योजना लागत 112.73 लाख, कालाआगर बहुल ग्राम पम्पिंग पेयजल योजना लागत 2370.22 लाख, अटल उत्कृष्ट रा.इ.का. पतलोट ओखलकाण्डा में राष्ट्रीय स्तर खेलकूद हेतु बास्केटबॉल कोर्ट का निर्माण एंव स्माट मैथ लैब इग्लिस लैब की स्थापना (मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना) लागत 27 लाख, राजकीय प्राथमिक विद्यालय मटेला विकासखण्ड ओखलकाण्डा के एक कक्षा-कक्ष को स्मार्ट क्लास के रूप में विकसित किया जाना (मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना) लागत 6.50 लाख, जिला खनिज फाउण्डेशन मद के अन्तर्गत ओखलकाण्डा ब्लॉक के ग्राम सभा कालाआगर के धमद्वारी नदी में पुल निर्माण कार्य लागत 6 लाख, अनरोड़ी पेयजल योजना लागत 19.38 लाख, कालागढ़ी पेयजल योजना लागत 14.65 लाख, विकासखण्ड धारी के मज्यूली-अनर्पा के जौलपोखरा में सीसी निर्माण कार्य लागत 7.50 लाख, विकासखण्ड ओखलकाण्डा के ग्राम सभा कचलाकोट में कचलाकोट से पड़ायल मोटर मार्ग मरम्मत, चौकडैम दीवार निर्माण कार्य लागत 20 लाख, ओखलकाण्डा के ग्रामसभा पश्या के इण्टर कालेज को जाने वाले गधेरे में पुलिया निर्माण कार्य लागत 6 लाख, विकासखण्ड धारी के सुनकिया ग्राम सभा के मुख्य नदी में पुलिया निर्माण कार्य लागत 8 लाख, विकासखण्ड ओखलकाण्डा के ग्राम सभा डालकन्या के कुकाड गाड़ नदी में पुलिया निर्माण कार्य लागत 8 लाख तथा विकास खण्ड धारी के ग्राम सभा सुनकिया में गड़खा मोटर मार्ग का जीर्णाद्धार लागत 10 लाख की धनराशि से कुल 34.21 करोड़ की योजनाओ का शिलान्यास शामिल है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे लिए राजनीति नहीं बल्कि विकास का लाभ समाज के अन्तिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुॅचाना चुनौती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी कहा है कि 21 वीं शदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। यही नहीं जब हमारा राज्य अपने स्थापना दिवस की सिल्वर जुबली मना रहा होगा तब राज्य सभी क्षेत्रों में देश का उत्कृष्ट एवं आदर्श राज्य हो इसका विजन प्रधानमंत्री ने दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य को उत्कृष्ट एवं आदर्श बनाने के लिए बुद्धिजीवियों से विचार लिये जा रहे हैं। बुद्धिजीवियों के विचार हेतु बोधिसत्व श्रृंखला आयोजित की जा रही है। वर्ष 2025 में राज्य शिक्षा, चिकित्सा, उद्योग, बागवानी, कृषि एवं रोजगार आदि के क्षेत्रों में उत्कृष्ट एवं अग्रणी राज्य बने, जिसके लिए बुद्धिजीवियों के सुझावों के साथ ही विभागों से भी विकास का ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विकास यात्रा किसी की व्यक्तिगत यात्रा नहीं है, ये सामूहिक यात्रा है। युवा राज्य के युवा सपनों को पंख देने का काम सभी को मिलकर करना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की सहयोगी के रूप में काम कर रही है। क्षेत्र का चहुमुखी विकास हो रहा है आज 37 करोड 87 लाख के कार्या का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया है। जिसका लाभ क्षेत्र की जनता को मिलेगा। उन्होंने कहा अपने पांच माह के कार्यकाल मे जो भी उन्होंने घोषणायें की है उनको धरातल पर उतारा भी है। हर वर्ग का विकास किया जा रहा है यह सरकार का लक्ष्य भी है। प्रदेश में होम स्टे को बढावा दिया जायेगा जो स्वरोजगार व पर्यटन के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत पांच लाख तक का उपचार प्रत्येक व्यक्ति को देने का कार्य किया है साथ ही चौबीस हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी है। उन्होने कहा कि सरकार आईएएस, आईपीएस, सीडीएस, पीसीएस अन्य सेवाओं के प्री परीक्षा पास करने वाले युवाओं को आगे की तैयारी हेतु 50 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। उन्हांने कहा कि कुमाऊं में शीघ्र एम्स का सैटलाइट सेन्टर खोला जायेगा। राज्य सरकार केन्द्र सरकार के सहयोग से प्रदेश मे सड़कों का जाल बिछाने के साथ ही रेल लाईनें भी बिछाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना, महालक्ष्मी किट योजना, एकल खिड़की के माध्यम से स्वरोजगार मेलों का आयोजन, महिला स्वरोजगार के लिए 119 करोड की धनराशि जारी करने के साथ ही कोरोना मे पर्यटन की खराब स्थिति को देखते हुये 200 करोड़ का पैकेज प्रभावितों के लिए दिया गया है। उन्होंने कहा गत माह मे आयी दैवीय आपदा के कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वयं सहायता समूह तेजी से आगे बढें तथा रोजगार, स्वरोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध हों इसके लिए प्रयास किये गये हैं। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर स्वयं सहायता समूहों के लिए ब्याज रहित धनराशि की निर्धारित सीमा को बढ़ाया जायेगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों व स्वंय सहायता समूहों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी स्टालों का भी निरीक्षण किया तथा उनके उत्पादो की सराहना की।
क्षेत्रीय विधायक रामसिह कैडा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुये कहा कि युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी के नेतृत्व में प्रदेश चहुमुखी विकास कर रहा है। ओखलकाडा क्षेत्र में भी करोड़ों के विकास कार्य किये गये हैं व किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा क्षेत्र में लगभग 17 सड़कों की स्वीकृति मुख्यमंत्री द्वारा पीएमजीएसवाई योजना से कराई गई है।
कार्यक्रम को बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भटट, ब्लाक प्रमुख ओखलकाडा कमलेश कैडा द्वारा भी सम्बोधित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के जनसम्पर्क अधिकारी दिनेश आर्या, अनिल कपूर डब्बू, ज्येष्ठ प्रमुख प्रदीप मटियाली आयुक्त कुमाऊं दीपक रावत, डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शनी आदि उपस्थित रहे।

खटीमा में गंगा स्नान मेले का सीएम ने किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर खटीमा स्थित 22 पुल झनकईया में लगने वाले गंगा स्नान मेले का शुभारंभ किया तथा शारदा के गंगा घाट पर गंगा आरती की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मेले हमारी कला एवं संस्कृति को संजो कर रखने का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं उन्होंने कहा कि बचपन से ही मेले का लगाव रहा है, जिस कारण मैं कक्षा चार से ही 22 पुल झनकईया मेले में शामिल होता रहा हूं। उन्होंने कहा कि इस मेले से मेरा बचपन से ही लगाव एवं जुड़ाव होने के कारण समिति के कहने पर व्यस्ततम कार्यक्रम के बावजूद मेले में शामिल हुआ हूँ। यह मेरा सौभाग्य है कि गंगा स्नान पर्व यहाँ मना रहा हूँ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 21 सालों से उत्तर प्रदेश के साथ परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर वार्ताएं चल रही थी परंतु समाधान तक नहीं पहुंच पा रही थी। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करते हुए कि मुख्यमंत्री स्तर की बैठक में एक-एक करके परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर एक-एक बिंदु पर सहमति बन गई। मुख्यमंत्री ने परिसंपत्तियों के बंटवारे से उत्तराखंड व क्षेत्र को होने वाले फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर मेला कमेटी ने मोमेंटो भेंट कर मुख्यमंत्री को सम्मानित किया। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने बगूलिया दुर्गा मन्दिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की तथा प्रदेश वासियों की सुख-समृद्धि एंव खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री ने वन शक्ति मन्दिर में भी पूजा की।
इस अवसर पर विधायक नानकमत्ता प्रेम सिंह राणा ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान मेला कमेटी अध्यक्ष शेर सिंह दानू, उपाध्यक्ष ओमनाथ यादव, प्रबन्धक पूरन सिंह धामी, जिलाधिकारी उधम सिंह नगर रंजना राजगुरु, एसएसपी दलीप सिंह कुंवर, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई, परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी, अपर जिलाधिकारी जयभारत सिंह सहित क्षेत्रीय जनता उपस्थित रहीं।

धामी ने खटीमा में एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को नागरिक चिकित्सालय खटीमा पहुंचकर ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू एंव सीसीयू का शुभारंभ किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने दो एंबुलेंस जिनमें पहली एंबुलेंस को बग्घा चौवन व दूसरी एम्बुलेंस को दिया चाँदपुर के लिए हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कोरोना काल में उत्कृष्ट कार्य करने वाली पाँच आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों मीनू जोशी, पुष्पा मेहता, रश्मि जोशी, हेमंती तथा विद्यावती को प्रशस्ति पत्र देकर व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार नागरिकों के स्वास्थ्य को लेकर बहुत संजीदगी से कार्य कर रही है। गढ़वाल के साथ ही अब शीघ्र ही कुमाऊं वासियों को भी कुमाऊं में एम्स का लाभ मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के लिए सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा की ऑक्सीजन प्लांट के बनने से ऑक्सीजन की कोई कमी नही रहेगी तथा आईसीयू व सीसीयू के बनने से मरीजों का और भी बेहतर ढंग से इलाज हो सकेगा।
इस अवसर पर नानकमत्ता विधायक श्री प्रेम सिंह राणा भी उपस्थित थे।

धार्मिक महत्व और संस्कृतियों पर आधारित मां पीताम्बरा पुस्तक में प्राचीन धर्मस्थलों का है वर्णन

नैनीताल पर्यटन एवं परिवहन विकास सहकारी संघ लिमिटेड द्वारा उत्तराखण्ड की धार्मिक संस्कृति एवं प्राचीन धर्म स्थलों के महत्व पर लिखित पुस्तक मां पीताम्बरा का आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून स्थित मुख्यमंत्री आवास में विमोचन किया।
इस अवसर पर पुस्तक के लेखक रमाकान्त पन्त व प्रकाशक ललित पंत को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि देव भूमि उत्तराखण्ड में ऐसे अनेकानेक प्राचीन धार्मिक स्थल मौजूद हैं, जो देव भूमि की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के अंचलों में स्थित ऐसे धर्म स्थल जहां स्थानीय लोगों की धार्मिक परम्पराओं के प्रमुख केन्द्र हैं वहीं धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से भी ये काफी महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि ऐसे प्राचीन धार्मिक स्थलों के समुचित विकास के लिए सरकार निरंतर प्रयत्नशील है उन्होंने इस दिशा में नैनीताल पर्यटन एवं परिवहन विकास सहकारी संघ लिमिटेड द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं प्रयासों की सराहना करते हुए समाज के लिए प्रेरणादायी बताया। इस इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार पवन पांडे, दानेश्वर मंदिर कमेटी के अध्यक्ष प्रसाद चंद्र भट्ट, समाज सेविका निर्मला जोशी, डॉ बीएस नेगी, मंगल सिंह, मनोज कुमार सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।