सड़कों का निर्माण तय समय और गुणवत्ता के साथ करना सुनिश्चित करे अधिकारी

लोक निर्माण विभाग, ऋषिकेश के नए अधिशासी अभियंता धीरेंद्र कुमार ने कार्यभार संभालने के बाद रविवार को उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से भेंट की। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने अधिशासी अभियंता सहित विभागीय अधिकारियों के संग ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र में हो रहे सड़क निर्माण कार्यों को लेकर समीक्षा की। साथ ही अधिकारियों को निर्धारित समयावधि के भीतर गुणवत्ता के साथ निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
बैराज स्थित कैम्प कार्यालय में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग की ओर से किए जा रहे सड़क निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी अधिकारियों से ली। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने लोनिवि अधिकारियों से क्षेत्र में निर्माणाधीन विभिन्न सड़कों को तेजी से पूरा करने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण कार्याे की गुणवता में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सड़कों के निर्माण को लेकर अधिकारियों को गंभीरता बरतने के निर्देश दिए। साथ ही कार्यों की प्रगति की समय-समय पर विभागीय समीक्षा करने को भी कहा।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिन सड़क निर्माण कार्य में लॉकडाउन एवं बरसात के कारण देरी हुई है उनका निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर पूर्ण करा लिया जाए और जिन सड़कों का पैच वर्क कराया जाना है उन्हें भी समय सीमा के अंतर्गत पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाए ताकि जनता को कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
विस अध्यक्ष अग्रवाल ने निर्देशित करते हुए कहा है कि जिन मार्गों के प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं उन्हें शासन से धनराशि स्वीकृत कराए और जिन सड़क मार्गाे की निविदा प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है उन मार्गाे के शिलान्यास कार्यक्रम शुरू कराए जाएं और जिन सड़क मार्गाे का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है उनके शीघ्र लोकार्पण कार्यक्रम संपन्न कराए जाएं ।
इस अवसर पर सहायक अभियंता आरसी कैलकुला एवं अपर सहायक अभियंता लक्ष्मीकांत गुप्ता मौजूद थे।

तीर्थ पुरोहितों के हक हकूक रहेंगे सुरक्षित, सीएम ने दिलाया विश्वास

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आवास में चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत समिति के प्रतिनिधिमंडल ने भेंट वार्ता की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के चारधाम देश-दुनियां के लिए आस्था के प्रमुख केन्द्र हैं। सरकार का काम मंदिरों में अवस्थापना विकास को सुदृढ़ बनाना है। चारधाम यात्रा जल्द शुरू हो इसके लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम से जुड़े लोगों के हक-हकूक को किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं होने दिया जायेगा। देवस्थानम बोर्ड के तहत बनाई गई उच्च स्तरीय समिति द्वारा चारधाम से जुड़े तीर्थ पुरोहित की बात सुनकर सरकार के समक्ष अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। कमेटी में चारों धामों से दो-दो तीर्थ पुरोहितों को भी शामिल किया जायेगा। कमेटी की रिपोर्ट के बाद सरकार को निर्णय लेना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य हित में जो होगा, वह कार्य किया जायेगा।
बैठक के बाद गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं चारधाम महापंचायत समिति के संयोजक सुरेश सेमवाल ने कहा कि आज बड़ा सौभाग्य है कि ऊर्जावान मुख्यमंत्री ने हमें आज आमंत्रित किया था। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट यह बात कही कि जो हाई पॉवर कमेटी बनाई गई है, उसमें आपकी ओर से आठ लोगों को मेंबर बनाया जायेगा। जो रिपोर्ट होगी, उसके आधार पर आगे उचित समाधान निकाला जायेगा। चारधाम महापंचायत समिति द्वारा मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया गया है कि हमारा जो भी धरना प्रदर्शन एवं आन्दोलन है, हम इसे स्थगित करते हैं। 30 अक्टूबर 2021 तक हमें इसे स्थगित रखेंगे। सभी विषयों को गंभीरता से लेने वाले मुख्यमंत्री हमें मिले हैं, उसके लिए उनका धन्यवाद भी व्यक्त किया।
चारधाम महापंचायत सदस्य उमेश सती ने कहा कि मुख्यमंत्री से आज सकारात्मक बातचीत हुई है। हमें पूरी उम्मीद है कि इस बातचीत से जल्द से जल्द उचित निष्कर्ष तक पहुंचेगे। मामले का उचित हल निकलने की पूरी आशा है। हम चारों धामों के लोगों ने निर्णय लिया है कि 30 अक्टूबर 2021 तक हम अपना आन्दोलन स्थगित रखेंगे। उसके बाद जैसा आउटकम सरकार की तरफ से आएगा, आगे के बारे में उसके बाद तय करेंगे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री अरविंद पाण्डेय, गणेश जोशी, सचिव शैलेश बगोली, सीईओ देवस्थानम् बोर्ड रविनाथ रमन, सचिव एच.सी. सेमवाल, एसीईओ देवस्थानम् बोर्ड बी.डी. सिंह एवं चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत समिति के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

टिहरी में 16431.72 लाख की 49 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड को देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह काम समाज, संतों और सरकार के संयुक्त प्रयास से ही पूरा हो सकेगा। योजना बनाई जा रही है कि अगले 10 वर्ष में उत्तराखण्ड को देश का नंबर 1 राज्य बनाया जा सके। यह बात उन्होंने टिहरी जिला मुख्यालय में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कही। समारोह में उन्होंने 16431.72 लाख लागत की कुल 49 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण, टिहरी यूथ क्लब का उद्घाटन, देवप्रयाग के वैष्णो माता ग्राम संगठन के हिलांस तुलसी चाय उत्पाद का अनावरण और पर्यटन आवास गृह सुनहरीगाड जाखणीधार की चाबी का हस्तांतरण किया। इसके अलावा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत लाभार्थियों को चेक भी वितरित किए। टिहरी जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों के विकास के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं करते हुए उन्होंने शानदार अभिनंदन के लिए क्षेत्र की जनता का आभार प्रकट किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षों पहले उनका कई बार टिहरी आना हुआ है, आज टिहरी झील देखकर पहले की स्मृतियां ताजा हुईं तो मैं भावुक हो गया, लेकिन टिहरी के लोग बहुत सौभाग्यशाली हैं। यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री देश में सी प्लेन की व्यवसायिक उड़ान का जो सपना देख रहे हैं, उसी तर्ज पर जल्दी से जल्दी टिहरी झील में सी प्लेन उतारा जाएगा। इतना ही नहीं टिहरी को अत्याधुनिक शहर बनाने के लिए विश्व स्तरीय कंसल्टेंट हॉयर किए जायेंगे। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास के लिए प्रधानमंत्री का लगातार मार्गदर्शन और सहयोग मिल रहा है। केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड में आगामी दिसंबर माह तक कोरोना टीकाकरण अभियान को पूरा कर लिया जाएगा। सभी को मुफ्त कोरोना टीका उपलब्ध करवाने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम के बाद अब बदरीनाथ धाम को स्मार्ट और सुविधाजनक बनाने के प्रोजेक्ट पर काम शुरू की जाएंगी।

11242 लाख की योजनाओं का लोकार्पण और 5188 लाख की योजनाओं का हुआ शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने टिहरी में 16431.72 लाख लागत की कुल 49 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इन योजनाओं में से 11242.94 लाख की 37 योजनाओं का लोकार्पण और 5188.78 लाख की 12 योजनाओं का शिलान्यास किया गया।

शहीद की माता को किया सम्मानित
समारोह में मुख्यमंत्री ने कारगिल शहीद दिनेश दत्त बहुगुणा की माता जी को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और उनके पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया।

ये लोग रहे मौजूद
समारोह में टिहरी के प्रभारी और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, स्थानीय विधायक धन सिंह नेगी, धनोल्टी विधायक प्रीतम सिंह पंवार, घनसाली विधायक शक्तिलाल शाह, प्रतापनगर विधायक विजय सिंह पंवार ‘गुड्डू’, टिहरी जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवान, भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी, जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट समेत तमाम गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।

सीएम ने टिहरी जिले में विकास कार्यों की प्रगति जानीं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान जिला कार्यालय सभागार में अधिकारियों की बैठक ली। मुख्यमंत्री ने बैठक में कोविड-19 टीकाकरण की स्थिति, खाद्य आपूर्ति विभाग से संबंधित योजनाओं, जल जीवन मिशन, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, सीएम हेल्प लाइन, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट इत्यादि की जानकारी ली।
बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत 407 लाभार्थियों का चयन किया गया है। मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट वितरण योजना के तहत अप्रैल से जून तक 740 किट प्राप्त हुई थी जिसमें से 640 का वितरण किया जा चुका है जबकि जुलाई व अगस्त हेतु डिमांड भेजी गयी है। वन भूमि हस्तांतरण के 201 प्रकरणों में से 107 पर सैद्धांतिक स्वीकृति मिलना बताया गया है जबकि 57 एप्रूव्ड व 4 प्रकरण चीफ कंजरवेटर स्तर पर लंबित होना बताया गया हैं। मुख्यमंत्री स्वरोजगार शिविरों का आयोजन अब तक तक सात विकास खंडों में किया जा चुका है जिसमें स्वरोजगार से संबंधित कुल 1800 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना व जनपद में खाद्य वितरण व राशन कार्डाे की स्थिति की भी जानकारी सम्बंधित अधिकारियों द्वारा दी गई।
मुख्यमंत्री ने ग्रामीण सड़कों के अवरुद्ध होने पर प्रशासन द्वारा उनको खोले जाने की कार्यवाही की भी जानकारी ली। उन्होंने बैठक में जेसीबी ऑपरेटर को सीधे फोन कॉल कर उनकी लोकेशन के साथ-साथ अन्य जानकारी भी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार नो पेंडेंसी पर कार्य कर रही है जिसके तहत शासन से लेकर जिला प्रशासन स्तर पर किसी भी कार्यालय में कोई भी मामले लंबित रहने पाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए दूरस्थ गांव से अपनी समस्याओं के निस्तारण हेतु कार्यालयों में आने वाले आम जनमानस की समस्याओं का निस्तारण हो सके, इस हेतु सभी कार्यालयों में प्रातः 10 से 12 तक सभी अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सेवा का अवसर मिला है तो इसका शत प्रतिशत सदुपयोग होना चाहिए।
बैठक में विधायकगणों ने ऑल वेदर मोटर मार्ग पर गतिमान निर्माण कार्याे में तेजी लाने की आवश्यकता बताई। जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में संबंधित उच्चाधिकारियों की एक बैठक देहरादून में शीघ्र ही आहूत की जाएगी।
बैठक में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, स्थानीय विधायक धन सिंह नेगी, विधायक धनोल्टी प्रीतम सिंह पंवार, विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, विधायक देवप्रयाग विनोद कंडारी, विधायक प्रतापनगर विजय सिंह पवार, जिला पंचायत अध्यक्षा सोना सजवाण, जिला अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी विनोद रतूड़ी, जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी नमामि बंसल, डीएफओ कोको रोसे, सीएमओ डॉ संजय जैन आदि उपस्थित थे।

टिहरी जिले की कई विधानसभाओं के लिए सीएम ने की घोषणा

टिहरी विधान सभा क्षेत्र
बौराड़ी स्टेडियम का विस्तारीकरण एवं निकासी की व्यवस्था, खण्डोगी जाखनीधार में पचास बेड के आयुष अस्पताल की अतरिक्त धनराशि की स्वीकृति, नई दिहरी में बांध विस्थापितों के लिए एक्स्ट्रा स्पेस की स्वीकृति होगी, विधान के केमसारी पिपली होकर बायपास पैन्यूला तक सड़क का निर्माण, नकोट में मिनी स्टेडियम का निर्माण, पौखाल महाविद्यालय का नाम शहीद प्रकाश चन्द्र कुमाई के नाम पर रखा जायेगा, पीपलडाली-चाह गडोलिया मोटर मार्ग का डामरीकरण, बगासूघर में यात्री प्रतिक्षालय एवं रेन स्टेक का निर्माण किया जायेगा, ढुंगीधार के इंटर कालेज का नाम प्रथम विश्व युद्ध में शहीद प्रताप सिंह के नाम पर रखने की घोषणा की।

विधानसभा क्षेत्र घनसाली
चमियाला क्षेत्र में 32 किमी पर्वतीय नहरों, बूढ़ाकेदार व विनयाखाल की 20 पर्वतीय नहरों का जीर्णाेद्धार किया जायेगा, कोठियाडा से पिण्डेश्वर महादेव घाट तक एक किमी मोटर मार्ग की स्वीकृति, ग्राम सभा तल्लाघार में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्वीकृति प्रदान की।

विधानसभा क्षेत्र प्रताप नगर
गडुवागाड-स्यान्सू भैंगा-गोदडी 5 किमी मोटर मार्ग निर्माण, सौड़ से हलेथ-मिश्रवाणगांव 5 किमी मोटर मार्ग निर्माण, स्यालगी-पिपलोगी-बिजपुर 4 किमी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य, चौदाणा से थात तक सड़क का 4 किमी डामरीकरण, कोपड़धार इण्टर कालेज खेल मैदान निर्माण, सेम-मुखेम धाम में रोपवे।

देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र
जामणीखाल में पार्किंग की घोषणा, काण्डी बगडियों में मिनी स्टेडिय का निर्माण, पटटी डागर क्षेत्र में मिनी स्टेडियम का निर्माण, तेगड बाजार में पार्किंग निर्माण कार्य, सीएचसी हिडोलाखाल व कीर्तिनगर को उप जिला चिकित्सालय बनाये जाने की घोषणा, नैखरी महाविद्यालय में श्रीदेव सुमन महाविद्यालय परिसर खोला जायेगा, देवप्रयाग में आस्था पथ का निर्माण किया जायेगा, घण्टाकर्ण में विश्रामगृह का निर्माण, नैथाणा में विद्युत लाइन को भूमिगत किया जाने की घोषणा की।

नरेन्द्रनगर क्षेत्र
तपोवन क्षेत्र को नगर पंचायत मे परिवर्तन किया जायेगा, मुन्नाखाल-पुण्डेरी मोटर मार्ग का डामरीकरण, सोनी-रानीपोखरी मोटर मार्ग का निर्माण, बछेली खाल-पाली मोटर मार्ग का निर्माण, शीशमझाड़ी में भूमिधर का अधिकार, पावकी देवी तहसील भवन का निर्माण की घोषणा की।

विधानसभा क्षेत्र धनोल्टी
सांकरी-भखोली बनवाडी मोटर मार्ग का निर्माण, दुघली-दिमोली मोटर मार्ग का निर्माण, रौसाल-कांण्डी मोटर मार्ग का निर्माण, छाम-मैण्डखाल’ ज्वारन मोटर मार्ग का डामरीकरण, मैण्डखाल-सावली मोटर मार्ग कार्य, भवान-शाखाधार मोटर मार्ग का डामरीकरण, सकलाना में महाविद्यालय आगामी सत्र से स्थापना की जायेगी की घोषणा की।

राज्यपाल को दी गई विदाई, सम्मान समारोह का हुआ आयोजन

मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता मिलन हॉल में शनिवार को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें पौधा भेंट करने के साथ ही शाल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रदेश की जनता ने उन्हें जो सम्मान दिया है उसके लिये वे आभारी हैं, उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को वे कभी नहीं भूल सकती हैं। राज्यपाल ने कहा कि यहां के फलों, जड़ी बूटी व अन्य परम्परागत उत्पादों की प्रदर्शनी देश के विभिन्न भागों में आयोजित की जानी चाहिए, इससे राज्य को पहचान मिलेगी, उन्होंने राज्य की महिलाओं के कल्याण के लिये भी बहुत कुछ किये जाने की जरूरत बतायी। राज्यपाल ने कहा कि वे गंगोत्री व यमुनोत्री के दर्शनार्थ यहां आयेंगी। उन्होंने राज्य के लोगों के लिये शुभकामनायें भी दीं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सदैव एक अभिभावक की तरह उनका मार्गदर्शन किया। उन्होंने मुझे चूंकि मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई है इसका भी स्मरण उन्हें जीवन भर रहेगा। छोटे भाई की तरह उनका स्नेह भी उन्हें प्राप्त होता रहा है। उनके सभी से आत्मीय सम्बन्ध रहे। प्रदेश की जनता में वे काफी लोकप्रिय रहीं। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि उनका सम्बन्ध उत्तराखण्ड से सदैव बना रहेगा तथा उत्तराखण्ड भी उनका सहयोगी बना रहेगा। यहां से जाने के बाद भी उत्तराखण्ड के प्रति उनका स्नेह बना रहेगा, इसकी भी उन्होंने कामना की।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, स्वामी यतीश्वरानंद, विधायक विनोद चमोली, उमेश शर्मा काऊ, सांसद नरेश बंसल, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, मनीषा पंवार, आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, सचिव एल. फैनई, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी, मुख्य आयकर आयुक्त विपिन चंद्रा, अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार के साथ ही अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

प्रतीत नगर में जन समस्याओं के निस्तारण को लगा शिविर, स्पीकर ने सुनी समस्यायें

प्रतीत नगर ग्राम पंचायत भवन में बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा विधिवत रूप से किया गया।
शिविर में विभिन्न विभागों की समस्या से संबंधित 140 आवेदन पत्र प्राप्त हुए जिसमें से संबंधित विभागों द्वारा 77 शिकायतों का समाधान मौके पर किया गया वहीं 63 शिकायतों के निस्तारण के लिए विभागीय अधिकारियों को 15 दिन का समय दिया गया। शिविर में पेंशन योजनाओं से संबंधित 10 आवेदन पत्रों को निस्तारित किया गया, 20 लाभार्थियों का दिव्यांग प्रमाण पत्र हेतु पंजीकरण किया गया जिसमें मौके पर 7 दिव्यांग प्रमाण पत्र निर्गत किए गए। 11 दिव्यांग लाभार्थियों के यूडीआईडी कार्ड हेतु पंजीकरण किया गया, राशन कार्ड संबंधी 30 आवेदन पत्र प्राप्त किए गए।शिविर में 55 परिवार रजिस्टर की नकल संबंधी कार्य हए जिसमें 48 परिवार रजिस्टर जारी की गई।
शिविर के दौरान समाज कल्याण, चिकित्सा विभाग, जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र, पशुपालन विभाग, सहकारिता विभाग, खादी ग्रामोद्योग विभाग, कृषि एवं उद्यान विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, ग्राम विकास एवं पंचायती राज विभाग, राजस्व विभाग, लीड बैंक अधिकारी देहरादून एवं बाल विकास विभाग के स्टाल लगाए गए।
शिविर में विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से आए फरियादियों की शिकायतों को गंभीरता से सुना गया।यहां पर आए लोगों को सभी विभागों की योजनाओं की जानकारी दी गई और लोगों की समस्याओं का मौके पर ही निदान किया गया। परिसर में स्थापित विभागीय स्टॉलों से ग्रामीणों ने योजनाओं की जानकारी प्राप्त करते हुए योजनाओं का लाभ उठाया तथा प्रमाण पत्र आदि दस्तावेज प्राप्त किये।
बहुउद्देशीय शिविर का उद्घाटन करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार जनता की समस्याओं के समाधान के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। सरकारी योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन हो सके, इसके लिए विभागीय स्तर पर किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्रवासियों को समस्याओं के समाधान के लिए विभागों के चक्कर नहीं काटने होंगे, इसके लिए बहुउद्देशीय शिविर लगाया गया है। इससे सभी समस्याओं का समाधान एक ही छत के नीचे किया जा सके।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जनता के प्रति समर्पित रहे और जिम्मेदारी से कार्यों को पूरा किया जाए। उन्होंने कहा की सरकार का उद्देश्य अच्छी कार्यप्रणाली के साथ जनता को बेहतर सेवा देना है ताकि जनता को उसका लाभ मिल सके।
बहुदेशीय शिविर में परियोजना निदेशक डीपीआरओ विक्रम सिंह, उप जिलाधिकारी विकासनगर परितोष कुमार, तहसीलदार ऋषिकेश अमृता सिंह, खंड विकास अधिकारी भगवान सिंह नेगी, जिला पंचायत सदस्य रीना रागड, जिला पंचायत सदस्य दिव्या बेलवाल, प्रधान सोवन सिंह कैंतूरा, प्रधान प्रतीत नगर अनिल कुमार, प्रधान गोहरी माफी रोहित नौटियाल, प्रधान चमन पोखरियाल, मंडल अध्यक्ष गणेश रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य कृष्णा जोशी, ज्योति जुगलान, बॉबी रागड, वीना डंगवाल, वेद ग्वाडी, कुंवर सिंह नेगी, रमन रागड, सतपाल सैनी, राजेश जुगलान आदि सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
बहुउददेशीय शिविर के दौरान 140 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें मौके पर 77 शिकायतों का निस्तारण किया गया।वहीं 63 शिकायतों के निस्तारण के लिए 15 दिन का समय विभागीय अधिकारियों को दिया गया।
बहुउददेशीय शिविर के दौरान 140 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें मौके पर 77 शिकायतों का निस्तारण किया गया। वहीं 63 शिकायतों के निस्तारण के लिए 15 दिन का समय विभागीय अधिकारियों को दिया गया।

मुख्यमंत्री बोले, जहां आऊंगा वहां दफ्तरों का करूंगा औचक निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को रुड़की स्थित नेहरू स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में कुल 5871.17 लाख की 56 योजनाओं का लोकार्पण एवं 1206.99 लाख की कुल 11 योजनाओं का शिलान्यास किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार उत्तराखण्ड को आदर्श राज्य बनाना चाहती है, इसके लिए राज्य के विकास का अगले 10 वर्ष का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा रुड़की में मिनी स्टेडियम और जिला अस्पताल बनाने समेत कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रुड़की का अपना अद्भुत इतिहास है। सबसे पुरानी सैन्य छावनी और आईआईटी औद्योगिक संस्थान यहां स्थित है। इस ऐतिहासिक नगर के विकास में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि राज्य की कार्य संस्कृति में सुधार किया जा रहा है। अधिकारियों की जनता के प्रति जवाबदेही तय करने के लिए उन्हें हर कार्य दिवस पर सुबह 10 से 12 बजे तक जनसुनवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार नो पेंडेंसी को आधार बनाकर कार्य करेगी। दफ्तरों में ज्यादा मामले लंबित तो नहीं हैं इसे देखने के लिए मैं खुद जहां जाऊंगा वहां औचक निरीक्षण करूंगा। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि प्रधामनंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के हाथों में देश सुरक्षित है। उनके कार्यकाल में देश ने विकास के नए आयाम स्थापित किए और दुनिया में भारतवर्ष का गौरव भी बढ़ा। हमारी राज्य सरकार भी मोदी जी के पदचिन्हों पर चलते हुए उत्तराखण्ड की निरंतर प्रगति कर रही है। हमारी सरकार ने कोरोना से प्रभावित सभी क्षेत्रों के लोगों को राहत पैकेज की घोषणा की है। पर्यटन, स्वास्थ्य, परिवहन और आजीविका के क्षेत्र में राज्य सरकार ने करोड़ों की राहत राशि प्रदान की है। कोरोना की लड़ाई में अभूतपूर्व योगदान देने वाले कार्मिकों को भी सम्मान राशि देकर प्रोत्साहित किया गया है। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा शुरू न हो पाने से लाखों लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है। सरकार जल्दी से जल्दी यात्रा शुरू करवाने के गंभीर प्रयास कर रही है। इसके लिए सरकार हाईकोर्ट में महत्वपूर्ण तथ्य और दस्तावेज पेश करेगी।

विधानसभा वार शिलान्यास एवं लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने रुड़की विधानसभा हेतु कुल 2413.07 लाख की 29 योजनाओं का लोकार्पण एवं 274.85 लाख की 3 योजनाओं का शिलान्यास किया। झबरेड़ा विधानसभा हेतु कुल 3212.07 लाख की कुल 25 योजनाओं का लोकार्पण एवं 727.12 लाख की कुल 7 योजनाओं का शिलान्यास किया गया। भगवानपुर विधानसभा हेतु 246.03 लाख की 2 योजनाओं का लोकार्पण किया। इसके अलावा पिरान कलियर विधानसभा हेतु 205.02 लाख की 1 योजना का शिलान्यास किया।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने रुड़की क्षेत्र के लिए कई घोषणाएं भी की। जिसके तहत विधानसभा क्षेत्र रुड़की के अंतर्गत नेहरू स्टेडियम रुड़की को सुदृढ़ीकरण कर मिनी स्टेडियम के रूप में विकसित किया जाएगा। विधानसभा क्षेत्र रुड़की के अंतर्गत राजकीय इंटर कॉलेज रुड़की को ब्लॉक एवं विद्यालय स्तर की खेलकूद प्रतियोगिताओं के आयोजनों हेतु स्कूल के ग्राउंड में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की स्थापना, के साथ ही इंडोर बैडमिंटन कोर्ट, बास्केटबॉल कोर्ट और रनिंग ट्रैक बनाया जाएगा। रुड़की विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत जल संस्थान रुड़की सीवरेज योजना के तहत रख रखाव एवं अनुरक्षण कार्य हेतु धन राशि प्रदान की जाएगी। सिविल लाइन रुड़की में नजूल भूमि के सम्बंध में जांच कराकर नए सिरे से शासनादेश जारी किया जाएगा। रुड़की स्थित संयुक्त चिकित्सालय की कमियों को दूर करते जिला अस्पताल में उच्चीकृत किया जाएगा।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, स्वामी यतीश्वरानंद, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, स्थानीय विधायक प्रदीप बत्रा, विधायक लक्सर संजय गुप्ता, विधायक खानपुर कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, विधायक झबरेड़ा देशराज कर्णवाल एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।

संतों का आशीर्वाद लेकर मिशन 2022 के लिए जुटे कर्नल कोठियाल

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कर्नल अजय कोठियाल मिशन 2022 के लिए संतों की शरण पहुंचे। हरिपुर कलां क्षेत्र में विभिन्न संत, महंतो और महामंडलेश्वरों से मुलाकात कर उनका आर्शीवाद प्राप्त किया। उन्होंने देवभूमि उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाए जाने के लिए संतों से सुझाव भी लिए।

इस अवसर पर कनर्ल कोठियाल ने सभी महात्माओं को केदारनाथ धाम त्रासदी के प्रतीक चिन्ह के रूप में बनाये गए शिवलिंग एवं त्रिशूल भेंट किये।

हरिपुर कला पहुँचकर सबसे पहले कर्नल कोठियाल ने भारतमाता मंदिर के महंत एवं पंचायती निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज से भेंटवार्ता की। उसके बाद वह हरिसेवा आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी स्वामी हरिचेतनानंद महाराज, भारत साधु समाज के अध्यक्ष श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती महाराज से भी मिले और उनसे उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाए जाने को लेकर मंत्रणा की। इस मौके पर महामण्डलेश्वर हरिचेतनानंद महाराज एवं महामण्डलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कर्नल कोठियाल को दोशाला ओढ़ाकर एवं रुदाक्ष की माला पहनाकर सम्मानित किया।

कर्नल अजय कोठियाल ने कहा कि उत्तराखंड को विश्व के हिंदुओ की आध्यत्मिक राजधानी बनाना श्आपश् का सपना है जिसे मिशन 2022 के पूर्ण होते ही साकार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि देश का संत समाज सनातन परंपराओं का बखूबी निर्वहन कर रहा है। राष्ट्र के निर्माण में संतों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। समाज में भटके हुए लोगों को सदमार्ग संत ही दिखाते हैं। सामाजिक विकृतियों को दूर करने के लिए संतों को आगे आना होगा तभी समाज से कुरीतियां साफ होंगी। उन्होंने कहा जब -जब समाज में कुरीतियां बढ़ी हैं ऐसे समय में सामाजिक समरसता के लिए संत समाज ही आगे आया है। संत सेवा करते हैं और उसका फल सभी को मिलता है।हमें अपने महापुरुषों, ऋषियों व संतों द्वारा दिखाये गये मार्ग पर चलकर राष्ट्र व समाज को ओर अधिक मजबूत बनाना है व उनके दिखाये गये पदचिन्हों पर चलने के लिए स्वयं तथा दूसरों को भी प्रेरणा देनी है। इस दौरान आप के बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ उपाध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी, दिल्ली आप उत्तराखंड प्रकोष्ठ अध्यक्ष बृजमोहन उप्रेती, विनोद कपूरवान, सत्यव्रत पंत, महंत विनायक गिरी, विक्रांत भारद्वाज, नरेंद्र सिंह हिमांशु रावत, आलोक पटेल नीरज कश्यप आदि उपस्थित रहे।

उत्तराखंड की राज्यपाल ने दिया इस्तीफा, यूपी में बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चा

उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। राज्यपाल के सचिव बीके संत ने इसकी पुष्टि की है। बेनी रानी मौर्य उत्तराखंड की राज्यपाल के तौर पर बीती 26 अगस्त को अपने तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी हैं।
दो दिन पहले नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात के बाद से ही उनके इस्तीफा देने की चर्चाएं तेज होने लगी थीं। उन्हें उत्तर प्रदेश बीजेपी में बड़ी जिम्मेदारी देने की चर्चाएं हैं। वहीं, अब प्रदेश के नए राज्यपाल की जिम्मेदारी किसे मिलेगी इसको लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है।

महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने पर दिया जोर
हाल ही में बेबी रानी मौर्य राज्यपाल पद पर तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद मीडिया से रूबरू हुई थीं। उन्होंने प्रदेश में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के मुद्दों पर जोर दिया था। उनका कहना था कि प्रदेश की महिलाएं मेहनती और जुझारू हैं। महिलाओं को राजभवन से जो बेहतर सहयोग किया जा सकता है उसके लिए आगे भी ठोस प्रयास किए जाएंगे।

उत्तराखंड की दूसरी महिला राज्यपाल थीं बेबी रानी मौर्य
तीन साल पहले उत्तराखंड में राज्यपाल की कमान संभालने वालीं आगरा निवासी बेबी रानी मौर्य प्रदेश की दूसरी महिला राज्यपाल थीं। उनसे पहले मारग्रेट आल्वा प्रदेश की राज्यपाल रह चुकी थीं।

ये है उनका सार्वजनिक-राजनीतिक जीवन
– वर्ष 1995 से वर्ष 2000 तक आगरा की महापौर।
– वर्ष 1997 में वर्तमान राष्ट्रपति और तत्कालीन अध्यक्ष राष्ट्रीय अनुसूचित मोर्चा राम नाथ कोविंद के साथ बतौर कोषाध्यक्ष कार्य।
– वर्ष 2001 में प्रदेश, सामाजिक कल्याण बोर्ड की सदस्य।
– वर्ष 2002 में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य।

सम्मान
– वर्ष 1996 में सामाजिक कार्यों के लिए समाज रत्न।
– 1997 में उत्तर प्रदेश रत्न।
– 1998 नारी रत्न।

उत्तराखंड में अब तक रहे राज्यपाल, ये रहा कार्यकाल
सुरजीत सिंह बरनाला-09 नवंबर 2000-07 जनवरी 2003
सुदर्शन अग्रवाल-08 जनवरी 2003-28 अक्तूबर 2007
बनवारी लाल जोशी-29 अक्तूबर 2007-05 अगस्त 2009
मार्गरेट अल्वा-06 अगस्त 2009-14 मई 2012
अज़ीज़ कुरैशी-15 मई 2012-08 जनवरी 2015
कृष्ण कांत पॉल-08 जनवरी 2015-25 अगस्त 2018
बेबी रानी मौर्य-26 अगस्त 2018-08 सितंबर 2021