डेडलाइन नजदीक, कैसे पूरे होंगे निर्माण कार्य

ऋषिकेश। दयाशंकर पाण्डेय
गढ़वाल के आयुक्त विनोद शर्मा चारधाम यात्रा की तैयारियों से संतुष्ट नहीं दिखे। उन्होंने चारधाम यात्रा को उत्तराखंड का महापर्व बताया। बोले-चारधाम यात्रा की डेड लाइन को पखवाड़ा भर रह गया है लेकिन ऐसा लग रहा कि हम अभी भी तैयार नहीं हैं।
मंगलवार को गढ़वाल आयुक्त ने चारधाम यात्रा को लेकर गंभीर टिप्पणी की। हालांकि उनकी टिप्पणी सभागार में बैठे अधिकारियों के कानों तक नहीं पहुंची। समीक्षा बैठक में सड़क, शौचालय और यातायात व्यवस्था पर उन्होंने नाराजगी जताई। कहा कि 25 लाख श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड आएंगे लेकिन हमारी व्यवस्थाएं अभी तक चाक-चौबंद नहीं हैं। विभागवार और जिलेवार समीक्षा की तो निर्माण कार्य और व्यवस्थाओं पर 20 अप्रैल तक काम पूरे कर लिए जाने का उत्तर सुनने को मिलता रहा।
हालांकि आयुक्त इस बात से नाराज दिखे और बार-बार कहते रहे पखवाड़े भर का समय रह गया है कैसे तैयारियों को पूरा करोगे? बैठक में कई विभागों के अधिकारी गैर हाजिर भी रहे। आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग, खाद्य सुरक्षा विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों से चर्चा करनी चाही तो उनके अधिकारी मिले ही नहीं। उनकी बातों से ऐसा लगता रहा कि अधिकारी यात्रा को लेकर गंभीर नहीं हैं। वहीं बैठक में भी जिले के कई शीर्ष अधिकारी फोन और आपस में बात करते दिखे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के मद्देनजर स्थानीय विभागों के अधिकारियों को ऋषिकेश में कैंप करने के निर्देश दिए जाएंगे। विभागों में आपसी समन्वय स्थापित करने पर भी उन्होंने जोर दिया।

ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट में 105 किमी हिस्सा टनल का

देहरादून।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को सीएम आवास स्थित कैम्प कार्यालय में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग नई ब्राडगेज लाईन प्रोजेक्ट के सम्बन्ध में कार्यदायी संस्था रेल विकास निगम लि के साथ बैठक की। बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह रेलवे लाईन कई मायनों में महत्वपूर्ण है। रेलवे लाईन से जहाँ एक ओर चारधाम यात्रा आसान होगी वहीं दूसरी ओर अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगा राज्य होने के कारण दूरस्थ क्षेत्रों से कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी। इसके लिये जरूरी है कि यह रेल प्रोजेक्ट समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए। उन्होंने रेल विकास निगम लि के अधिकारियों से कहा कि इस प्रोजेक्ट में टनल बनाने एवं अन्य सभी कार्यों हेतु आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग किया जाए।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सम्बन्धित जिला प्रशासन को निर्देशित किया कि रेलवे लाईन के कारण पुनर्वास एवं पुनस्थापन की अद्यतन समीक्षा अगले 2 माह में पूर्ण कर ली जाए। मुख्यमंत्री रावत ने पुनर्वास एवं पुनस्थापन हेतु कमिश्नर गढ़वाल की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जहा अपेक्षित है, उत्तराखण्ड पावर कार्पोरेशन लिमिटेड, पिटकुल एवं लोनिवि द्वारा रेल प्रोजेक्ट में सहयोग दिया जाए।
अध्यक्ष, रेल विकास निगम लि सतीश अग्निहोत्री ने बताया कि इस रेल प्रोजेक्ट की कुल लम्बाई 125 किमी है जिसमें 105 किमी हिस्सा टनल वाला है। इसके साथ ही इसमें 98 किमी लम्बी एस्केप टनल भी बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट में आधुनिकतम तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रूड़की देवबन्द नई रेल लाईन, हरिद्वार लक्सर दोहरीकरण एवं हरिद्वार देहरादून रेलवे लाईन में सुविधाओं के विकास से सम्बन्धित प्रोजेक्ट्स की अद्यतन जानकारी ली। बैठक में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव एस.रामास्वामी, सचिव शैलेश बगोली, अरिवन्द सिंह हयांकी, कमिश्नर गढ़वाल विनोद शर्मा, प्रमुख वन संरक्षक आरके महाजन सहित सम्बन्धित विभागों के विभागाध्यक्ष एवं जिलाधिकारी उपस्थित थे।

टिहरी राज्य के एतिहासिक जन विद्रोह का विमोचन

अरुण शर्मा।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता दर्शन हाल में परिपूर्णानन्द पैन्यूली पर केन्द्रित दस्तावेज पर आधारित वरिष्ठ पत्रकार जयसिंह रावत की नवीन कृति ‘‘टिहरी राज्य के एतिहासिक जन विद्रोह’’ के विमोचन के अवसर पर उत्तराखण्ड को आई.आई.टी. की तर्ज पर प्लास्टिक इंजीनियरिंग टेक्नोलाजी इंस्टीट्यूट एवं 100 जनऔषधी केन्द्रों, जिनमें बाजार मूल्य से काफी कम कीमत पर दवाएं उपलब्ध होंगी, की सौगात मिलने पर प्रदेशवासियों को बधाई दी।
मुख्यमंत्री रावत ने पुस्तक के विमोचन के अवसर पर कहा कि इतिहास हमको बुद्धिमान बनाता है। हमें इतिहास पढ़ना आवश्यक है। उत्तराखण्ड के दर्द का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का दूरस्त क्षेत्र राज्य निर्माण तक भी विकास से अछूता था। ऐसे-ऐसे गांव भी थे जहां 20, 25 किमी पैदल चलना पड़ता था। उन्होंने कहा कि राज्य में पलायन एक बड़ी समस्या है। पलायन यदि विकास के लिये हो तो अच्छा होता परन्तु राज्य में पलायन समस्याओं के कारण हुआ है। हमें इसे रोकने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि इतिहास पर शोध को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रामाणिक एवं तथ्यात्मक इतिहास पर शोध को बढ़ावा दिया जाना चाहिये। इस अवसर पर उन्होंने श्री जयसिंह रावत द्वारा समाचार पत्रों में प्रकाशित लेखों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने श्री परिपूर्णानन्द पैन्यूली जी को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी, पदमश्री अवधेश कौशल, पदमश्री लीलाधर जगुडी, पदमश्री बसन्ती बिष्ट आदि उपस्थित थे।

सचल दस्ते ने 15 हजार रुपये का जुर्माना वसूला

ऋषिकेश।
हरिद्वारमार्ग पर गुरुवार को सचल दस्ते ने चेकिंग के दौरान वाहन (यूके07सीसी,2108) को रोका। उसमें 15 कुंतल सागौन की लकड़ियां भरी हुईं थीं। कागजात न दिखाने पर वाहन स्वामी से मंडी शुल्क वसूला गया। दूसरे वाहन (यूपी12 एटी, 1948) को भी पकड़ा। उसके पास भी मंडी से संबंधित कोई कागजात नहीं थे। वाहन में 20 कुंतल यूके लिप्टस लकड़ी भरी थी। दोनों से करीब 15 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया। मंडी समिति के अध्यक्ष रामविलास रावत ने बताया कि विभिन्न स्थानों पर सचल दस्ते चेकिंग कर रहे हैं। गुरुवार को एक दर्जन से अधिक वाहनों की चेकिंग की गई, जिसमें दो वाहन पकड़े गए। अभियान में मंडी सहायक चन्द्रशेखर, किशनपाल सिंह, अनुपम सक्सेना, देवेन्द्र कुमार आदि शामिल थे। चेकिंग के दौरान हाईवे पर जाम लगने से दिक्कत भी आई।

हंस कल्चरल सेंटर ऋषिनगरी के गंगा घाटों के सौंदर्यीकरण की कर रहा तैयारी

ऋषिकेश।
हंस कल्चरल सेंटर वाराणसी की तर्ज पर ऋषिनगरी के गंगाघाटों की सूरत बदलने की तैयारी कर रहा है। बुधवार को हंस कल्चरल सेंटर और इंडोनेशिया से आये डेलीगेट्स ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता की। उन्होंने लक्ष्मणझूला से बैराज तक के गंगा घाटों का सौंदर्यीकरण और रखरखाव करने की अनुमित मांगी।
बुधवार को कैलाशगेट स्थित होटल त्रिहरी में हंस कल्चरल सेंटर के पदाधिकारी और इंडोनेशिया से आए डेलीगेट्स ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता की। हंस कल्चरल सेंटर के सचिव चंदन सिंह भंडारी ने बताया कि ऋषिकेश सेंटर की ओर से माता मंगला और भोले जी महाराज को ऋषिनगरी के गंगा घाटों का सौंदर्यीकरण और रखरखाव का प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे दोनों ने अपनी स्वीकृति दे दी है। उन्होंने लक्ष्मणझूला से बैराज मार्ग तक के गंगा घाटों का सौंदर्यीकरण और रखरखाव लोकल प्रशासन की अनुमित मिलने पर कार्य करने की इच्छा जाहिर की। इंडोनेशिया से आये डेलीगेट्स ने गंगा घाटों को विकसित करने के लिए हंस कल्चरल सेंटर के साथ मिलकर कार्य करने की इच्छा जाहिर की। बताया कि इंडोनेशिया के लोग भारत की संस्कृति को पंसद करते है। पर्यटन और धार्मिक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए गंगा घाटों का विकसित होना जरूरी है। प्रेसवार्ता के बाद हंस कल्चरल सेंटर की ओर से उत्तरकाशी के रेकच्या में हुए अग्निकांड पीड़ितों और 70 लोगों को शिक्षा और इलाज के लिए 55 लाख रुपये के चेक भी वितरित किए गए।
इस मौक पर ऋषकेश सेंटर के प्रभारी प्रदीप राणा, दिनेश कंडारी, पं. मुन्ना लाल नौटियाल, सुरेन्द्र गुसाईं, सुशीला बिष्ट आदि मौजूद थे।

इंडोनेशिया के संगीत कलाकारों ने समां बांधा

ऋषिकेश।
महर्षि पतंजलि योग मंडप में सुबह साधकों को योगाचार्य सुयेन्द्र पुरी ने सूर्य क्रिया का अभ्यास कराया। योगी जयदेवन ने कहा कि शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास के लिए योग और प्राणायाम जरूरी है। योग साधना से मनुष्य का तन और मन दोनों स्वस्थ होता है। साथ ही यौगिक क्रियाओं से साधक स्वयं का आत्म साक्षात्कार कर लेता है।
महर्षि वशिष्ठ सभागार में अस्ट्रेलिया से आई योगगुरु तारा ने हठ योग की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसके निरंतर अभ्यास से मांस पेशियां मजबूत होती हैं। वहीं जोड़ों के दर्द से मुक्ति मिलती है। योगी अमित शर्मा ने एंगर योग की जानकारी देते हुए बताया कि इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और तनमन निरोग रहता है। स्विटजरलैंड से आई ऊषा देवी ने योग साधकों को प्राणायाम और योगासन का अभ्यास कराया। डॉ. स्वामी भारत भूषण ने कुंडलिनी जागरण के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसी खास तरह की धुन, संगीत और नृत्य से कुंडलिनी जागरण का कोई लेना-देना नहीं है। यह एक गहन साधना है। योग दिवस के छठें दिन ऋषिकेश आर्ट एंड फेस्टिवल कार्यक्रम के तहत इंडोनेशिया के संगीतज्ञों ने सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

चार महिला ग्राम प्रधान को सम्मानित करेंगे पीएम

स्वच्छ भारत अभियान और शौचालय युक्त ग्राम सभा में श्यामपुर, खांडगांव, गौहरीमाफी व प्रतीत नगर ग्राम सभाओं का चयन

ऋषिकेश। दयाशंकर पाण्डेय
स्वच्छता अभियान को अपनी लगन और मेहनत से सफल बनाने वालों के सम्मान का सिलसिला शुरु हो गया है। अभियान में बेहतर कार्य करने वाली ऋषिनगरी की चार महिला ग्राम प्रधानों को अन्तर राष्ट्रीय महिला दिवस पर देश के प्रधानमंत्री गुजरात में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित करेंगे। चारों ग्राम प्रधान गांधीनगर गुजरात के लिए रविवार को रवाना हो गयी है।
रविवार को श्यामपुर ग्राम प्रधान शाकुंबरी बिष्ट, खांडगांव ग्राम प्रधान उदिना नेगी, गौहरीमाफी ग्राम प्रधान सरिता रतूड़ी व प्रतीतनगर ग्राम प्रधान शोभा रावत गांधीनगर गुजरात के लिए रवाना हो गये। आठ मार्च को अन्तर राष्ट्रीय महिला दिवस पर पीएम मोदी चारों ग्राम प्रधानों को स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय युक्त ग्राम के लिए उत्कृष्ठ कार्य करने के लिए सम्मानित करेंगे। ये महिला ग्राम प्रधान गुजरात में कृषि, डेयरी, व जल संरक्षण आदि क्षेत्रों में हुए उल्लेखनीय विकास से भी रुबरु होंगी।
बता दें कि अन्तर राष्ट्रीय महिला दिवस पर आठ मार्च को गुजरात के गांधी नगर स्थित महात्मा मंदिर में महिला सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। सम्मेलन में स्वच्छता अभियान मं सराहनीय कार्य करने वाली महिला ग्राम प्रधानों को प्रतिभाग करने के लिए बुलाया गया है। जबकि खुले में शौच मुक्त गांवों की प्रधान भी इसमें प्रतिभाग करेंगी। आयोजन से पहले इन महिला प्रधानों को स्टडी टूर के लिए गांधी नगर में डेरी को ऑपरेटिव, जल संरक्षण, इरीगेशन, स्वयं सहायता समूह, खाद्य प्रसंस्करण, ई ग्राम खादी उद्योग के अलावा विकास से महकते गांवों का भ्रमण भी कराया जायेगा।

90 प्रतिशत घटा बजट, तैयारियों पर दिखा असर

ऋषिकेश।
उत्तराखंड में पर्यटन को आय का मुख्य साधन माना जाता है और ऋषिनगरी को योग की अंतरराष्ट्रीय राजधानी। अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव की तैयारियों में जुटा गढ़वाल मंडल विकास निगम बजट के अभाव में अपनी तैयारियों में पिछड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। 35 लाख रुपये के अनुमानित बजट के सापेक्ष निगम को मात्र दस लाख रुपये में ही काम चलाना पड़ रहा है।
अपना इंफ्रास्ट्रक्चर और कर्मचारियों की अच्छी संख्या होने के बाद भी निगम को योग महोत्सव में बड़ी कामयाबी नहीं मिली। इसके पीछे शासन द्वारा निगम को योग महोत्सव के बजट में भारी कटौती करना माना जा रहा है।
2015 में शासन से निगम को योग महोत्सव संपन्न कराने के लिए एक करोड़ रुपये का भारी भरकम बजट मिला था। निगम ने भी योग महोत्सव को भव्य रूप देकर देश-विदेश से प्रतिष्ठित योग साधकों को बुलाया था लेकिन अगले वर्ष 2016 और 2017 में शासन ने बजट में 90 प्रतिशत की कटौती कर मात्र 10 लाख रुपये ही जारी किए जबकि निगम ने 35 लाख रुपये का अनुमानित बजट शासन से मांगा था।

गैंड़खाल दुर्घटना के मृतकों के परिवारों को सहायता

ऋषिकेश।
सोमवार को कैलाशगेट स्थित हंस कल्चरल सेंटर के ऋषिकेश ब्रांच कार्यालय में सेंटर प्रभारी प्रदीप राणा ने इन चेकों का वितरण किया। यमकेश्वर गैंडखाल में जीप दुर्घटना में मारे गए 12 मृतकों के परिवार के सदस्यों को 25-25 हजार के चेक दिए गए जबकि 68 मेधावी छात्रों को 25 लाख रुपये के चेक बांटे गए।
सेंटर प्रभारी प्रदीप राणा ने बताया कि शिक्षा के लिए प्रियंका चमोली को 33 हजार, प्रदीप सेमवाल को 55 हजार, पूनम नेगी को 28 हजार, संदीप गैरोला को 34 हजार, अजय रावत को 36 हजार, अरुण बुटोला को 40 हजार, मिता बडोला को 35 हजार, रोहन रावत को 36 हजार, तनुज को 42 हजार, रितिका ध्यानी को 72 हजार, सीमा रावत को 66 हजार रुपये की धनराशि के चेक वितरित किए गए। मौके पर राजेन्द्र राणा, महावीर खरोला, सरिता भट्ट, सुशीला बिष्ट, ईश्वर गुप्ता आदि मौजूद थे।

पार्टी में दम है तो सभी इस्तीफा देने वालों को करें निष्कासित

भाजपा के खिलाफ कोर्ट में जाएंगे निष्काषित नेता
इस्तीफा देने के बावजूद निष्कासन की कार्रवाई से हैं खफा

ऋषिकेश।
रेलवे मार्ग स्थित अग्रवाल धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत में निष्काषित भाजपा नेता जयदत्त शर्मा ने कहा कि भाजपा ने प्रत्याशी चयन में पहली बार क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं से रायशुमारी नहीं की। विरोध के बावजूद टिकट आवंटित कर दिया गया जबकि भाजपाई किसी भी दूसरे व्यक्ति को टिकट देने की मांग कर रहे थे। इसके लिए बाकायदा पार्टी को समय दिया गया। उन्होंने कहा कि जिन भाजपाइयों को पार्टी से निष्काषित किया गया है, वे तो पहले ही इस्तीफा दे चुके थे। इसके बावजूद निष्कासन की कार्रवाई की गई, इसलिए निष्काषित भाजपाइयों ने कोर्ट जाने का निर्णय लिया है।
पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष गोविन्द अग्रवाल ने कहा कि 700 भाजपाइयों ने पार्टी को इस्तीफा भेजा है लेकिन निष्कासित मात्र आधा दर्जन लोगों को ही किया गया। यदि पार्टी में दम है तो सभी का निष्कासन करे। पूर्व जिलाध्यक्ष ज्योति सजवाण ने कहा कि भाजपा के पास कार्यकर्ता ही नहीं बचे हैं। लगातार इस्तीफा देने का सिलसिला चल रहा है। सांसद प्रतिनिधि पंकज गुप्ता ने कहा कि भाजपा यदि 24 घंटे के लिए मिस्डकॉल नम्बर खोल दे तो उसे पता चल जाएगा कि क्षेत्र में कितनी नाराजगी है। इस अवसर पर श्रवण जैन, प्रदीप दुबे, अशोक पाल, राकेश पारछा भी उपस्थित थे।