तिरंगा अभियान को लेकर श्रद्धालुओं में भी खासा उत्साह

आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भगवान बदरी विशाल के मंदिर में सेना के जवानों विदेशी और स्वदेशी श्रद्धालुओं ने तिरंगा यात्रा निकाली। वहीं बाबा केदारनाथ में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की श्रृंखला में बाबा केदारनाथ धाम में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन व मन्दिर समिति के संयुक्त तत्वाधान में कार्यक्रम आयोजित कर केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों एवं केदारनाथ धाम मे यात्रा व्यवस्था में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों तीर्थ पुरोहितों व्यापारियों द्बारा मानव श्रृंखला बनाकर कर तिरंगा रैली का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ केदारनाथ मंदिर परिसर से किया गया। तिरंगा रैली कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य हर घर तिरंगा फहराये जाने के लिए जनपद वासियों सहित प्रदेश वासियों को जागरूकता संदेश दिया गया। जिससे सभी लोग इस राष्ट्रीय पर्व में शामिल होकर अपने घरों में तिरंगा अवश्य फहराये।
जिला मुख्यालय रूद्रप्रयाग में शिक्षा विभाग के तत्वावधान में सरस्वती विद्या मंदिर के छात्र छात्राओं ने नगर में तिरंगा रैली का आयोजन किया गया। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज विभाग द्वारा कार्यक्रम आयोजित कर ग्रामीणों द्बारा अपने घरों में तिरंगा लगाने के लिए तिरंगा झंडा उपलब्ध कराने के साथ साथ लोगों को सभी घरों मे 13 से 15 अगस्त तक राष्ट्रीय ध्वज लगाये जाने के लिए जागरुक किया गया।

बग्वाल मेले में पहुंचे सीएम, हजारों श्रद्धालुओं के साथ देखी पौराणिक परंपरा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को चंपावत जिले के देवीधुरा स्थित मां वाराही धाम में लगने वाले प्रसिद्ध बग्वाल मेले में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने माँ वाराही मंदिर में विधि विधान से पूजा कर राज्य की खुशहाली की कामना की एवं मां वाराही धाम में चार खाम सात थोक के बीच खेले जाने वाले प्रसिद्ध पाषाण युद्ध के साक्षी बने। इस अवसर पर उन्होंने देवीधुरा में पुलिस चौकी के निर्माण कार्य किए जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा की संस्कृति और संस्कार के इस उत्तराखंड प्रदेश के चम्पावत, देवीधुरा में स्थित मां वाराही धाम को शीश झुकाकर कोटिश प्रणाम करता हूं। इस क्षेत्र में अवस्थित भीम शिला, आदि शक्ति गुफा, एवं समस्त देवी-देवताओं के आशीर्वाद से 2021 को बग्वाल मेले को राजकीय मेला घोषित किया गया था। कोरोना काल में दो साल से प्रतीकात्मक बग्वाल आयोजित की जा रही थी। उन्होंने कहा कि रक्षा बन्धन के शुभ अवसर पर बग्वाल युक्त इस मेले से देवीधुरा चम्पावत की प्रसिद्धि, ख्याति पूरे देश भर में ही नहीं अपितु विदेशों में भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा की जोशीमठ के सितूण में स्थित माता सीता के 4 दशक एवं 2 वर्ष बाद हो रहे महायज्ञ में जाने का अवसर प्राप्त हुआ था, जहां माता सीता जी को प्रसन्न किये जाने हेतु उनकी विराजमान पाषाण शिला की अर्चना की जाती है, तो वहीं माँ वाराही देवी को प्रसन्न किये जाने हेतु पाषाण युद्ध अर्थात बग्वाल खेला जाता है। उन्होंने कहा देवीधुरा के बग्वाल पूजन से क्षेत्र में खुशहाली आए, फसलों की अच्छी पैदावार हो, क्षेत्र वासी रोग मुक्त हों, निवासियों को अन्न-धन की प्राप्ति हो, ऐसी मेरी प्रार्थना है। उन्होंने कहा कुमायूं के प्राचीन मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन की शुरुआत की गई है। इस मिशन के अन्तर्गत ही माँ वाराही धाम देवीधूरा को भी जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा की प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केदारनाथ मंदिर का भव्य एवं दिव्य निर्माण कार्य हुआ है, साथ ही बद्रीनाथ धाम का निर्माण कार्य भी तेजी से किया जाएगा। चार धाम यात्रा में इस साल रिकॉर्ड श्रद्धालु आ रहे हैं। उन्होंने कहा ऑल वेदर रोड के निर्माण कार्य से पर्यटक एवं श्रद्धालुओं का सफर सुगम एवं सुरक्षित हुआ है। संपूर्ण देश प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। उन्होंने कहा हमारी सरकार ने संकल्प लिया है कि हम उत्तराखंड राज्य के 25 वें राज्य स्थापना दिवस पर देश के सर्वश्रेष्ठ राज्य बने।
इस अवसर पर सांसद अजय टम्टा, अध्यक्ष वन विकास निगम उत्तराखंड कैलाश चन्द्र गहतोड़ी, अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, विधायक लोहाघाट खुशाल सिंह अधिकारी, भीमताल राम सिंह कैड़ा, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, पूर्व सांसद महेंद्र पाल, पूर्व दर्जा मंत्री हयात सिंह मेहरा, आयुक्त कुमाऊं दीपक रावत, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा, मुख्य विकास अधिकारी आर एस रावत, मंदिर समिति के संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया, अध्यक्ष खीम सिंह लमगड़िया, खाम प्रमुख त्रिलोक सिंह बिष्ट, गंगा सिंह चम्याल, बद्री सिंह बिष्ट, वीरेंद्र सिंह लमगड़िया एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

जोशीमठ में सीता माता अखंड महायज्ञ में सीएम ने किया प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बड़ागांव में सीता-माता (सितूण) अखण्ड महायज्ञ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बडागांव में 42 साल बाद सीता माता का महायज्ञ हो रहा है, हम सौभाग्यशाली हैं कि इसके साक्षी बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि सब पर भगवान श्री राम एवं माता सीता का आशीर्वाद एवं कृपा बनी रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बडागांव में माता सीता मंदिर के निर्माण के लिए धनराशि दी जायेगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। वैश्विक स्तर पर भारत का मान, सम्मान एवं स्वाभिमान बढ़ा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में नई कार्य संस्कृति आई है। कोविड पर भारत ने प्रभावी नियंत्रण किया। दो स्वदेशी वैक्सीन बनाई और 20 करोड़ से अधिक कोविड डोज अन्य देशों को भी भारत ने दी। जल जीवन मिशन के तहत राज्य में 07 लाख से अधिक परिवारों को पेयजल के कनेक्शन दिये जा चुके हैं। राज्य में गरीबों को साल में 03 सिलेण्डर मुफ्त देने का जो संकल्प लिया गया। इसके लिए इस बार के बजट में व्यवस्था की गई है और इसका शासनादेश भी हो चुका है। बुजुर्गों एवं विधवाओं को दी जाने वाली पेंशन में भी वृद्धि की गई है। किसी परिवार में पति-पत्नी दोनों बुजुर्ग हैं, तो दोनों को पेंशन देने की व्यवस्था की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री बद्रीनाथ के मास्टर प्लान के लिए 280 करोड़ रूपये की धनराशि जारी की गई है। चारधाम सर्किट में अवस्थापना सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। नगरीय क्षेत्र में पार्किंग सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। देवभूमि उत्तराखण्ड को भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए 1064 एप लांच किया गया है। अधिकारियों को प्रत्येक कार्यदिवस में 10 बजे से 12 बजे तक जनसुनवाई करने के निर्देश दिये गये हैं। प्रदेश में 207 प्रकार की जांचे निःशुल्क की जा रही हैं।

इस अवसर पर विधायक अनिल नौटियाल, भोपाल राम टम्टा, भाजपा के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना, एसपी स्वेता चौबे, मेला समिति के अध्यक्ष डॉ. मोहन सिंह रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य लक्ष्मी रावत, ग्राम प्रधान विमला भंडारी आदि उपस्थित थे।

उत्तराखंड में लिंगानुपात बढ़ाने को लेकर मंत्री आर्या ने निकाली कांवड़ यात्रा

सावन मास की शिवरात्रि को प्रदेश की महिला सशक्तिकरण व बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने‌‌ उत्तराखंड में लिंगानुपात को प्रति 1000 बालकों पर 1000 बालिकाएं करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ हर की पौड़ी से वीरभद्र महादेव मंदिर ऋषिकेश तक संकल्प कांवड यात्रा निकाली। यात्रा का समापन वीरभद्र महादेव मंदिर ऋषिकेश में भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग का जलाभिषेक कर किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने उनका जगह-जगह पुष्प वर्षा कर भव्यय स्वागत किया।
इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यह यात्रा उत्तराखंड में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के साथ लिंगानुपात के प्रति जागरूक किए जाने को लेकर समर्पित है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा उत्तराखंड में देवभूमि की तरह देवी भूमि के रूप में पहचान दिलाए जाने की पहल भी है। हरकीपैड़ी से इस यात्रा में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग उत्तराखंड के सचिव हरि चंद्र सेमवाल, डिप्टी डायरेक्टर सतीश कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी देहरादून अखिलेश मिश्रा, डीपीओ निदेशालय विक्रम सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी हरिद्वार सुलेखा सहगल, सुपरवाइजर गीता शर्मा, सुनीता जोशी, कविता जाखड़ एवं शहर परियोजना तथा डोईवाला परियोजना की आंगनवाड़ी सुपरवाइजर प्रीति भंडारी, आंगनबाडी-अनुराधा, सुलोचना, पिंकी, संगीता गोयल, देहरादून से आगंबाडी इन्दू छेत्री, आशा थापा, सुधा शर्मा प्रमुख रूप से चल रहे थे। जिनका ऋषिकेश पहुंचने पर वित्त एवं शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, पूर्व राज्यमंत्री संदीप गुप्ता आदि ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया।

दरबंद बिरादरी ने पांच हजार को लोगों को खीर का प्रसाद बांटा

दरबंद बिरादरी ऋषिकेश द्वारा आज सावन के दूसरे सोमवार को खीर प्रसाद का वितरण भोले नाथ के भक्तो और कावड़ियों को किया गया। जिसमें लगभग पांच हजार से ज्यादा लोगों को खीर प्रसाद वितरित की गयी।
सोमवार को हरिद्वार रोड स्थित खीर वितरण कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रेम चंद्र अग्रवाल ने पहुँच कर बिरादरी के इस नेक कार्य के लिए बिरादरी को शुभकामनाएं दी। कहा कि सरकार और प्रशासन द्वारा कावड़ मेले के लिए सभी तरह से चाक चौबंद इंतजाम किये गये है, जो की आमजन की भागीदारी के बिना पूर्ण नहीं हो सकते।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि दरबंद बिरादरी तथा अन्य सामाजिक संस्थाएं जिस तरह से सरकार का साथ दे रही है, पूर्ण विश्वास है की सरकार और प्रशासन इस कांवड़ मेले को निर्विघ्न रूप से निपटाने में सफल होंगी।
इस मौके पर बिरादरी के अध्यक्ष पाली डंग एवं महासचिव राजेश अरोड़ा ने बताया कि बिरादरी द्वारा समय समय पर समाज सेवा के कार्य किए जाते रहें हैं, बिरादरी द्वारा मनीराम मार्ग पर बिरादरी भवन में होम्यो पेथी क्लिनिक का सफल रूप से संचालन किया जा रहा हैं। इसी कड़ी में कावड़ियों को खीर वितरण का कार्यक्रम किया गया हैं।
इस अवसर पर बिरादरी के वरिष्ठ सदस्य हरिकिशन अरोड़ा, सुभाष अरोड़ा, गोवर्धन लाल चावला, नंद किशोर बत्रा, अमन सदाना, महेश डंग, योगेश पाहवा, हरिश अरोड़ा, मनोज कालड़ा, दिलीप अरोड़ा, ओमप्रकाश बत्रा आदि उपस्थित रहे।

हरिद्वार में कांवड़ यात्रियों पर हेलीकाप्टर से की गयी पुष्प वर्षा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में हरिद्वार के जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेन्द्र रावत द्वारा जनपद हरिद्वार के नारसन बार्डर से, कांवड़ पट्टी पर चल रहे, श्रद्धालु कांवड़ियों के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कर स्वागत व अभिनन्दन किया गया। श्रद्धालु कावंड़ियों के ऊपर पुष्प वर्षा करने का यह क्रम बैरागी कैम्प, शंकराचार्य चौक, हरि की पैड़ी तथा अपर रोड़ तक संचालित किया गया। पुष्प वर्षा के समय का यह अलौकिक दृश्य देखने लायक था। श्रद्धालु कांवड़िये अपने ऊपर पुष्प वर्षा होते देख भाव विभोर हो रहे थे तथा सरकार द्वारा किये जा रहे स्वागत व अभिनन्दन व्यवस्थाओं की हृदय से प्रशंसा करते दिखाई दिये। हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा के समय बम-बम भोले की गूंज से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा था।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी बुधवार को हरिद्वार में डामकोठी के निकट गंगा घाट पर शिव भक्तों का स्वागत किया। उन्होंने कांवड़ यात्रा में देवभूमि उत्तराखण्ड आये शिव भक्तों के चरण धोकर एवं गंगाजली देकर स्वागत किया था। उन्होंने श्रावण मास में भगवान शंकर को जल अर्पित करना पुरातन परंपरा है। यह मास भगवान शंकर को समर्पित रहता है।
हरिद्वार में प्रतिदिन लाखों शिवभक्तों का कांवड़ यात्रा में शामिल होकर मां गंगा का आशीर्वाद लेने का क्रम निरंतर जारी है। अब तक लाखों शिवभक्त पवित्र गंगा जल लेकर अपने गंतव्य की ओर लौट चुके हैं। अपने अपने क्षेत्रों के शिवालयों में गंगाजल अर्पण के पश्चात उनकी यात्रा पूर्ण होती है।
कावड़ यात्रा के संबंध में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि कावड़ यात्रियों का देवभूमि उत्तराखण्ड में सभी सुविधाओं का ध्यान रखा जाए तथा उनकी सेवा में कोई कमी न रहे।

जीरो जोन घोषित करने से वाहनों का संचालन ठप लगाया उत्पीड़न का आरोप

विक्रम, ऑटो और ई-रिक्शा संचालकों ने टिहरी पुलिस प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। इसके विरोध में उन्होंने शुक्रवार को वाहनों के संचालन बंद कर दिया। ऑटो-विक्रम न चलने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। दोपहर बाद पुलिस के आश्वासन पर ऑटो-विक्रम का संचालन शुरू हो पाया।
चंद्रभागा पुल से ब्रह्मानंद मोड़ तक जीरो जोन घोषित किए जाने से शहर के टेंपो और ई रिक्शा चालक नाराज हो गए। उन्होंने टिहरी पुलिस प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाते तिपहिया वाहनों का संचालन बंद कर दिया। अपनी मांगे पूरी नहीं होने तक अनिश्चितकाल हड़ताल पर रहने की चेतावनी दी है। दोपहर बाद टिहरी पुलिस प्रशासन के आश्वासन के बाद ऑटो-विक्रम का संचालन शुरू हो पाया। इससे पहले गढ़वाल विक्रम टैम्पों वैलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने हरिद्वार मार्ग स्थित कार्यालय में बैठक की। जिसमें एसोसिएशन के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत ने कहा कि टिहरी पुलिस प्रशासन विक्रम चालकों के साथ ही ई-रिक्शा संचालकों का भी उत्पीड़न कर रहा है। मौके पर रामझूला विक्रम यूनियन अध्यक्ष सुनील कुमार, महामंत्री पंकज शर्मा, कोषाध्यक्ष गोविन्द पयाल, पूर्व अध्यक्ष फेरू जगवानी, प्रवीण नौटियाल, लक्ष्मण झूला विक्रम यूनियन के अध्यक्ष त्रिलोक भंडारी, महामंत्री अरूण कुमार, उपाध्यक्ष विक्रम यूनियन ऋषिकेश वीरेंद्र सिंह सजवाण, कोषाध्यक्ष हरिमोहन टीटू, सुरेश जाटव, आटो युनियन बस अड्डा के अध्यक्ष राजेन्द्र लाम्बा, संरक्षक आशुतोष शर्मा, ई रिक्शा के अध्यक्ष संजय शर्मा, मनीष कोहली, आटो यूनियन ऋषिकेश के उपाध्यक्ष सोहन गौनियाल, सचिन अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

कांवड़ यात्रा में सहयोग करें ऑटो-विक्रम वाले
नरेंद्र नगर के सीओ आरके चमोली ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से समय-समय पर बदलाव किए जाने के निर्णय बैठकों में लिए गए थे। जिन पर अब अमल करने का समय आया है। कांवड़ियों की भीड़ बहुत अधिक है। इसलिए सहयोग मांगते हुए ब्रह्मानंद मोड़ से चंद्रभागा तक जीरो जोन बना दिया गया है। इसमें नाराज होने वाली बात नहीं होनी चाहिए। चालकों को कावड़ यात्रा में अपना सहयोग देना चाहिए।

कांवड़ियों को हुई परेशानी
ऑटो-विक्रम न मिलने से कांवड़िये भड़क उठे। उन्होंने हरिद्वारमार्ग स्थित कोयलघाटी के पास धरना शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस के हाथ-पैर फूल गए। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और उन्हें समझाया। कांवड़ियों को बसों से हरिद्वार की ओर रवाना कर उन्हें शांत किया। इस दौरान टेंपो यूनियन के पदाधिकारियों की टिहरी पुलिस के साथ वार्ता भी हुई। सकारात्मक वार्ता होने के बाद फिलहाल टेंपो चालकों ने हड़ताल स्थगित कर दी है।

अतिरिक्त दुरी के साथ बड़ा किराया भी देना पड़ रहा

कांवड़ यात्रा के चलते रोडवेज ने दिल्ली की बसों का रूट बदल दिया है। अब बसें करनाल (हरियाणा) होकर दिल्ली पहुंच रही है। यहां से यात्रियों को 41 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। साधारण बसों के किराया में तीस रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है।
कांवड़ यात्रा में दून-मेरठ-दिल्ली पर यात्रियों की भीड़ बढ़ती जा रही है। इसकी वजह से पुलिस ने बुधवार से दिल्ली जाने और वहां से आने वाली बसों का रूट बदल बदल दिया है। अब दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद और जयपुर की बसें वाया पांवटा साहिब-करनाल से आवाजाही जा रही हैं। यहां से बसों को 41 किमी की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। देहरादून से वाया रुड़की दिल्ली की दूरी 258 किमी है, जो अब बढ़कर 317 किमी हो गई है। इसी हिसाब से किराया भी बढ़ गया है। साधारण बस का दिल्ली का किराया 375 से 405, एसी जनरथ का 525 से 604 और वॉल्वो का 888 रुपये से 919 रुपये हो गया है।
महाप्रबंधक (संचालन) दीपक जैन ने बताया कि किराया बढ़ोतरी केवल रूट डायवर्जन तक ही लागू रहेगी। यात्रा समाप्त होने के बाद जैसे ही पुराने रूट पर रोडवेज बसें चलेंगी, वैसे ही किराया भी पूर्व की भांति कम हो जाएगा।

पंचक हटते ही कांवड़ियों की संख्या में इजाफा
पंचक बुधवार को हट गए। पंचक में कांवड़ न उठाने वाले क्षेत्रों के भी लाखों कांवड़िए मंगलवार को ही हरिद्वार पहुंच गए थे। बुधवार सवेरे से बड़ी संख्या में हरियाणा, पंजाब और दिल्ली से कांवड़ियों का आगमन प्रारंभ हो गया। हाईवे से लेकर शहर का कोना-कोना भोले के जयकारों से गूंज उठा।
कांवड़ पटरी पर शिवभक्तों का कारवां अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहा है। डीजे की धुन पर नृत्य करते हुए भोले के भक्तों का सैलाब हाईवे पर आरक्षित लेन में दिखाई दे रहा था। रंग-बिरंगी कांवड़ को देखने के लिए हाईवे के दोनों तरफ लोगों की भीड़ जुट रही है। हाईवे पर कांवड़ियों की भीड़ को देखते हुए पुलिस भी चप्पे-चप्पे पर तैनात है।

सीएम ने हरिद्वार में किया शिवभक्तों का स्वागत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को हरिद्वार में डामकोठी के निकट गंगा घाट पर शिव भक्तों का स्वागत किया। उन्होंने कांवड़ यात्रा में देवभूमि उत्तराखण्ड आये शिव भक्तों के चरण धोकर एवं गंगाजली देकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मां गंगा की कृपा सभी पर बनी रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने डामकोठी में वृक्षारोपण भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड आये शिव भक्तों में भगवान शिव का अंश दिखता है। उन्होंने कहा कि कांवड़ की सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चले, इसके लिए सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा के लिए पहली बार अलग से बजट की व्यवस्था की गई। सभी कांवड़ श्रद्धालु गंगा जल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। श्रद्धालुओं को राज्य में कोई भी परेशानी न हो, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा हर सम्भव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये गये हैं। कांवड़ मेले के सुचारू प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री ने सामाजिक संस्थाओं, स्वयं सेवी संस्थाओं, शासन एवं जिला प्रशासन के कार्यों की भी सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में इस वर्ष चारधाम एवं कांवड़ में रिकॉर्ड श्रद्धालु आ रहे हैं। अभी तक 27 लाख से अधिक रजिस्टर्ड श्रद्धालु चारधाम दर्शन के लिए आ चुके हैं। आज 28 लाख से अधिक कांवड़ यात्री देवभूमि उत्तराखण्ड में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा में श्रद्धालुओं को किसी भी परेशानी का सामना न करने पड़े, इसके लिए उच्च स्तर पर एक वाट्सप ग्रुप भी बनाया गया है, इस ग्रुप के माध्यम से सभी व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग की जा रही है, मुख्यमंत्री स्वयं इस ग्रुप से जुड़े हैं।
इस अवसर पर विधायक आदेश चौहान, प्रदीप बत्रा, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, डीआईजी गढ़वाल के. एस. नगन्याल, जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पाण्डेय, एस.एस.पी डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत, मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन एवं शिवभक्त मौजूद रहे।

कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर एसएसपी ने दिये अहम निर्देश

उत्तराखंड में भी कांवड़ यात्रा में तलवार, डंडे, त्रिशुल आदि लेकर आने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी ने बॉर्डर चेकिंग में इन्हें जब्त करने के निर्देश दिए। कहा कि इस मामले में थाना और चौकी प्रभारी भी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
14 जुलाई से आरंभ हो रही कांवड़ यात्रा को निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी, एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी, पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढौंडियाल ने व्यापारिक संगठनों, ऑटो, ई-रिक्शा यूनियन और प्रतिनिधियों की बैठक ली। इसमें पार्किंग, ट्रैफिक, सफाई, पेयजल आदि व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई। यात्रा के दौरान ओवररेटिंग रोकने के लिए व्यापारिक प्रतिष्ठानों, धर्मशाला और होटल में रेट लिस्ट चस्पा करने के निर्देश दिए।
एसएसपी ने मौके पर मौजूद लोगों की समस्याएं भी सुनीं। व्यापारी संजय व्यास ने पूर्व की तरह कांवड़ यात्रा में लोकल सवारियों के लिए अलग से ऑटो आरक्षित रखने, पंकज गुप्ता ने गंगा जल के लिए बिकने वाले प्लास्टिक कैन को जब्त करने के नाम पर व्यापारियों के उत्पीड़न पर रोक लगाने की मांग की। इस पर एसएसपी ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। साथ ही मुनिकीरेती, लक्ष्मणझूला, ऋषिकेश कोतवाली पुलिस को बेहतर तालमेल बनाकर कार्य करने को कहा। यात्रा के दौरान कांवड़ियों की अचानक भीड़ उमड़ने पर क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश को आवश्यक वनवे रूट प्लान तैयार कर प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए निर्देशित किया।
मौके पर ट्रक यूनियन अध्यक्ष जगमोहन सकलानी, प्रांतीय व्यापार अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल, नगर महासंघ अध्यक्ष राजेश भट्ट, नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र, महामंत्री प्रतीक कालिया, यातायात संघ अध्यक्ष मनोज ध्यानी, टीजीएमओ उपाध्यक्ष यशपाल राणा, स्वर्णकार संगठन उपाध्यक्ष हितेंद्र पंवार, रवि जैन, अभिषेक शर्मा, पार्षद गुरविंदर सिंह, भगवान सिंह पंवार, कोतवाल रवि सैनी, यातायात निरीक्षक हितेश कुमार, एसओजी प्रभारी देहात मुकेश डिमरी, थानाध्यक्ष रानीपोखरी शिशुपाल सिंह राणा, थानाध्यक्ष रायवाला भुवनचंद्र पुजारी, एसएसआई डीपी काला, एसआई विनोद कुमार आदि मौजूद रहे।