ऋषिकेश स्थित एम्स संस्थान वैसे तो सारी सुविधाओं से लैस हैं। मगर, इतने बड़े संस्थान में शव विच्छेदन गृह की सुविधा का अभाव है। अगर, यहां शव विच्छेदन गृह खुल जाता तो पांच जनपदों की पुलिस को दूर जाकर शव का पोस्टमार्टम नहीं करना पड़ता।
विदित हो कि जनपद पौड़ी के थाना लक्ष्मणझूला पुलिस को शव का पोस्टमार्टम कराने के लिये हरिद्वार जाना पड़ता है। इसी तरह टिहरी के थाना मुनिकीरेती पुलिस को भी नरेन्द्रनगर की शरण लेनी पड़ती है।
ऋषिकेश में हालांकि बाईपास मार्ग पर शव विच्छेदन गृह है, लेकिन 72 घंटे शिनाख्त के लिये अज्ञात शवों को रखने की पर्याप्त व्यवस्था यहां भी नहीं है। यहां अखिल भारतीय आयर्विज्ञान संस्थान के खुल जाने के बाद यह उम्मीद बन गयी थी कि अब यहां पोस्टमार्टम हाउस खुल जायेगा। मगर, अब तक नहीं खुला है। एम्स प्रशासन द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के जरिये शासन से एम्स में शव विच्छेदन गृह के लिये अधिसूचना आदेश जारी करने की मांग की गयी थी। इस मामले में नोटिफिकेशन गृह विभाग द्वारा किया जाना है। मगर, संबंधित फाइल कभी एसएसपी कार्यालय, कभी पुलिस मुख्यालय तो कभी शासन के विभिन्न विभागों में घूम कर रह गयी है।