नगर निगम महापौर शहर के विकास कार्यों को अवरुद्ध करने का षड़यंत्र रचने वालों के खिलाफ जमकर गरजी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि शहर के विकास कार्यों को बाधित करने वालों के खिलाफ नगर निगम प्रशासन हर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करायेगा। मामले में यदि कोई अधिकारी भी सलिंप्त पाया गया तो उसके खिलाफ एक्शन लेने से भी गुरेज नहीं किया जाएगा।
गौरा देवी चौक के निरीक्षण के लिए पहुंची महापौर द्वारा चौक के निर्माण कार्य में बार-बार अवरोध उत्पन्न किए जाने पर तीखा आक्रोश जताया गया। मौके पर ही उन्होंने शहर कोतवाल को भी तलब कर लिया। चंद मिनटों में ही मौके पर पहुंचे कोतवाल को जानकारी देते हुए महापौर ने बताया कि शहर में कुछ लोग निगम द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों को पचा नहीं पा रहे है। उनके द्वारा बार-बार निर्माण कार्य में अवरोध उत्पन्न किया जा रहा है। गौरा देवी चौक पर कई मर्तबा निर्माण कार्य में लगे मजदूरों से मारपीट की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि नगर निगम के निर्माण कार्यों को अवरुद्ध कराने में यदि किसी अधिकारी की भी संलिप्तता पाई गई तो उसके खिलाफ भी आवश्यक कदम उठाने में नगर निगम प्रशासन कोई गुरेज नहीं करेगा। महापौर ने जानकारी दी कि तहसील चौक पर सड़क हादसों में कई लोगों की जान जा चुकी है। अभी भी आये दिन वाहन चालक इस चौक पर दुघर्टनाओं मे चोटिल हो रहे हैं। ऐसे में साफ है कि चौक पर निर्माण कार्यों का विरोध करने वालों को लोगों की सुरक्षा की कोई चिन्ता नही है। उन्होंने बताया कि निगम बोर्ड की प्रथम बैठक में तमाम निर्वाचित सदस्यों की मौजूदगी में तहसील चौक के निर्माण का प्रस्ताव पारित किया गया था। निर्वाचित बोर्ड के प्रस्ताव पर विरोध करना सही नहीं हैै। यदि किसी व्यक्ति को उक्त चौक के निर्माण कार्य पर आपत्ति है तो वह नगर निगम में आकर अपनी बात रखने के लिए स्वतंत्र हैं। उनकी समस्या का समाधान कराया जायेगा। इस दौरान पार्षद विजेंद्र मोगा, पार्षद वीरेंद्र रमोला, पार्षद अनिता रैना, पार्षद राकेश सिंह मियां, पार्षद मनीष शर्मा, पार्षद देवेंद्र प्रजापति सहित नगर निगम के सहायक अभियंता आनंद मिश्रावान मौजूद रहे।