देवभूमि उत्तराखंड पर्यावरण को सुरक्षित करने में अपनी भूमिका बखूबी तरह से निभा रहा है। राज्य में विभिन्न जगहों पर हरेला महोत्सव के अंतर्गत पौधारोपण कार्यक्रम चलाये जा रहे है। आपसी जन सहभागिता के कुछ भी काम सफल नहीं होता। इसलिये उन्होंने सभी नागरिकों से उत्तराखंड को हरा-भरा बनाये रखने में सहयोग करने की अपील की।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को भोगपुर (बागी) के कुआंखाला मे उत्तराखंड वन विभाग के तत्वधान में वह विभिन्न सामाजिक संगठनों, विद्यालयो के स्कूली छात्र छात्राओं के साथ थानों रेंज मे वृहद पौधारोपण कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के परमाध्यक्ष चिदानंद स्वामी, पर्यावरणविद् हैस्को के संस्थापक डॉ अनिल जोशी के साथ बेलपत्री, चंदन, रुद्राक्ष, पीपल आदि के पौधे रोपकर पर्यावरण संरक्षण का आव्हान भी किया। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष मुनि स्वामी चिदानंद ने कहा कि वृक्षों से मनुष्य का प्राचीन समय से नाता रहा है। इसलिए इनकी रक्षा करना हमारा धर्म भी है। उन्होंने कहा कि पेड़ पौधे प्रकृति के बीच संतुलन बनाने के साथ हमारे प्राण तत्व भी है।
पर्यावरणविद् हैस्को के संस्थापक डॉक्टर अनिल जोशी ने कहा कि पेड़ पौधे सुरक्षित रहेंगे। तभी हमारा जीवन व पर्यावरण सुरक्षित रहेगा। ग्लेशियर भी सुरक्षित रहेंगे।
प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड जयराज सिंह ने कहा कि विभाग पूरे प्रदेश में पौधारोपण कार्यक्रम को बढ़ावा दे रहा है। वन संरक्षक राहुल सिंह, प्रभारी डीएफओ भारत भूषण मर्तोलिया, थानों रेंज अधिकारी डॉक्टर उदय नंद गौड ने भी पौधारोपण का आह्वान किया। पौधरोपण कार्यक्रम में श्री गुरु रामराय विद्यालय भोगपुर, चार्ल्स बेन स्कूल, दून भवानी इंटरनेशनल विद्यालय, राजकीय इंटर कॉलेज रानीपोखरी, आर्यन पब्लिक स्कूल, शिशु विद्या मंदिर व इको टास्क फोर्स के जवानों ने भी पौधारोपण कार्यक्रम में शिरकत की।