यूपीएससी परीक्षा में भाजपा प्रवक्ता की बेटी दीक्षा ने हासिल की ऑल इंडिया 19वीं रैंक

पिथौरागढ़ की बेटी डॉ दीक्षा जोशी ने यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया स्तर पर 19 वीं रैंक हासिल करके देवभूमि का मान बढ़ाया है। डॉ. दीक्षा भाजपा प्रवक्ता सुरेश जोशी की बेटी हैं। दीक्षा हिमालयन अस्पताल से एमबीबीएस कर चुकी हैं। दीक्षा की इस उपलब्धि से उनके परिवार सहित पूरे पिथौरागढ़ जिले में खुशी की लहर है। दीक्षा के घर में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।

दीक्षा जोशी पिथौरागढ़ जिले की पहली महिला आईएएस है जिसने पूरे देश में 19 वीं रैंक हासिल की है। दीक्षा जोशी ने तीसरी बार में यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की है। दीक्षा की इस उपलब्धि से उसके परिवार में खुशी की लहर है। दीक्षा जोशी की यूपीएससी में 19वी रैंक आने पर उनके माता-पिता ने गर्व महसूस करते हुए इसे पूरे ज़िले और उत्तराखंड के लिए खुशी की बात बताया है।

दीक्षा ने प्राथमिक शिक्षा पिथौरागढ़ से हासिल की है। उन्होंने वेल्हम गर्ल्स कॉलेज देहरादून से इंटर की परीक्षा पास की। जिसके बाद दीक्षा ने हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट से एमबीबीएस की पढ़ाई की। दीक्षा का कहना है कि एमबीबीएस के बाद दून अस्पताल में इंटर्नशिप के दौरान उन्हें महसूस हुआ कि प्रशासनिक सेवा में जाकर हेल्थ सिस्टम को मजबूत किया जा सकता है। तब जाकर उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। सबसे बड़ी बात यह है कि दीक्षा ने बिना किसी कोचिंग के ही खुद से तैयारी कर यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की है। दीक्षा ने इसका श्रेय अपने माता-पिता के साथ ही गुरु अनुपम जैन को दिया है

हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने पर भाजपा ने ली चुटकी

पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के कॉंग्रेस में शामिल होने पर भाजपा ने हरीश रावत और कॉंग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि आज पूरी तरह साबित हो गया है, हरीश रावत और कॉंग्रेस पर लगे भ्रष्टाचार और राज्य विरोधी आरोप बिलकुल सही हैं।
पार्टी प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी की तरफ से जारी किए आधिकारिक बयान में कहा गया कि कल तक सार्वजनिक और मीडिया मंचों पर उनकी ही पोल खोलने वाले हरक को पार्टी में शामिल करने का तो यही अर्थ है कि उन्हे वह सभी आरोप स्वीकार है। उन्होने कहा कि कल तक हरीश रावत उनको लोकतन्त्र का हत्यारा बताते हुए पानी पी-पी कर अनेकों अलंकारों से सुशोभित कर रहे थे। आज उनको और कॉंग्रेस को वही उज्याडु बैल स्वीकार है। उन्हे जनता के सामने अपने इस हृदय परिवर्तन के कारणों को स्पष्ट करना चाहिए अन्यथा जनता से गलतबयानी के लिए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। इस सारे प्रकरण के बाद भाजपा को भरोसा है कि जनता में भी उनकी पोल खुल गयी है और अब अब न केवल हरीश रावत और बल्कि किसी भी कॉंग्रेस नेता की बातों पर भरोसा नहीं करने वाली है। इसलिए उनका सकारात्मक वोट प्रदेश में भाजपा की पुनः सरकार बनाने के पक्ष में पड़ने वाला है।