चंपावत में सीटी स्कैन के लिए मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा बाहर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिला अस्पताल चंपावत में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए 5 करोड़ 18 लाख 68 हजार रुपये की धनराशि से स्थापित सिटी स्कैन मशीन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने जिला अस्पताल में मरीजों से मिलकर उनका हाल जाना एवं जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। साथ ही मरीजों को बेहतर से बेहतर ईलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदर्श जनपद बनने की ओर जिला चंपावत तेजी से बढ़ रहा है। जनपद में विकास कार्यों के साथ-साथ लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। जनपद में सीटी स्कैन मशीन की सुविधा से जहां एक ओर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया होंगी वही आदर्श जनपद चंपावत की परिकल्पना भी एक कदम और अग्रसित होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद में लगातार स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी हो रही है। जिला अस्पताल लगातार आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित अस्पताल बन रहा है। सीटी स्कैन मशीन संचालित होने के बाद जनपद के मरीजों को बाहरी जनपदों के अस्पतालों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। मरीजों को सिटी स्कैन की सुविधा अपने ही जिले में प्राप्त होगी। उन्होंने कहा की जिला अस्पताल में लगातार विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की गई है तथा जिन चिकित्सकों/विशेषज्ञों की तैनाती नहीं हुई है, उनकी भी शीघ्र तैनाती की जाएगी। जिससे यहां आने वाले मरीजों को बेहतर उपचार के लिए कहीं अन्यंत्र नहीं जाना पड़ेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा जनपद में क्रिटिकल केयर यूनिट का भी निर्माण कराया जा रहा है जो शीघ्र ही पूर्ण हो जाएगा। उन्होंने कहा अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं के विस्तार होने से क्षेत्र में पलायन रुकेगा एवं सीमांत क्षेत्र को इसका लाभ मिलेगा।

इस मौके पर अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महारा, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

चंपावत में सीएम ने जानी वरिष्ठजनों व नागरिकों की समस्याएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोरलचौड़ मार्ग चंपावत में स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए वरिष्ठजन एवं जनमानस से भेंटवार्ता कर उनसे संवाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के निरीक्षक भवन, चंपावत के प्रथम तल पर सभागार तथा कक्ष/गार्ड रूम निर्माण कार्य का लोकार्पण भी किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने बड़ी संख्या में आए स्थानीय लोगों से मुलाकात कर लोगों की समस्याएं सुनी एवं समस्याओें के त्वरित समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह बात सुनिश्चित कर लें कि आमजन को अपनी समस्याओं को लेकर बेवजह भटकना न पड़े। जनता की सेवा ही हम सभी का प्रथम कर्तव्य है। सरलीकरण, समाधान निस्तारण राज्य सरकार का मूल मंत्र है, जिसका आभास जन-जन को होना चाहिए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सामाजिक संरचना को मजबूत आधार देने के लिए वरिष्ठजनों के अनुभवों का उपयोग किया जाना आवश्यक है। आदर्श जनपद की परिकल्पना भी तभी साकार होगी जब वरिष्ठजनों के अनुभव इसमें साझा होंगे। वरिष्ठजन, अपने जीवन में अनुभवों का खजाना संजोए रखते हैं। जो जीवन के हर पहलू को देख चुके होते हैं, हर परिस्थिति का सामना कर चुके होते हैं। उनके पास समस्याओं का समाधान खोजने की एक अनोखी क्षमता होती है, जो युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।

मुख्यमंत्री ने कहा वरिष्ठ जनों के अनुभव इसलिए भी जानने-सुनने जरूरी हैं, ताकि हम अपनी जड़ों से जुड़े रह सकें। यह युवाओं के लिए जरूरत भी है और समाज के लिए बड़ी अहमियत भी। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास कार्य और हर वर्ग और गांव के अंतिम छोर तक योजनाओं का लाभ देना सरकार की प्राथमिकता है। सरकार द्वारा आदर्श उत्तराखंड एवं चंपावत को आदर्श जिला बनाने के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा अनेक सेवाएं ऑनलाइन दी जा रही हैं, सभी विभागों की कल्याणकारी नीतियों व योजनाओं को ऑनलाइन मोड पर लाया गया है। इस कारण अब लोगों को सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं। अब लोगों को सरकारी योजनाओं व कार्यक्रमों का घर बैठे सीधा लाभ मिल रहा है। हमारा उद्देश्य है कि राज्य के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को भी सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त हो।

मुख्यमंत्री ने कहा शासन एवं प्रशासन आमजन की समस्याओं को पूर्ण गंभीरता से लेती है। जनहित से जुड़े कार्यों में किसी तरह की भी लापरवाही होने पर संबंधित अधिकारियों एवं विभागों की जवाबदेही तय की जा रही है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर उत्तराखंड को आगे ले जाने के लिए कार्य कर रही है।

इस दौरान अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, दर्जा राज्य मंत्री गणेश भंडारी, क्षेत्र प्रमुख चंपावत रेखा देवी, लोहाघाट नेहा ढेक, बाराकोट विनीता फर्त्याल, पाटी सुमनलता भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल माहरा, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, दीपक रजवार जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, मुख्य विकास अधिकारी, संजय कुमार सिंह, एडीएम हेमंत कुमार वर्मा, सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि गणमान्य नागरिक एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

विश्व प्रसिद्ध पाषाण युद्ध के साक्षी बने मुख्यमंत्री धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को रक्षाबंधन के अवसर पर चंपावत जिले के देवीधुरा स्थित मां वाराही धाम में लगने वाले बगवाल मेले में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मां वाराही मंदिर में घंटी चढ़ाई तथा राज्य की खुशहाली एवं तरक्की की कामना की। मुख्यमंत्री, मां वाराही धाम में चार खाम सात थोक के बीच फलों फूलों से खेले जाने वाले विश्व प्रसिद्ध पाषाण युद्ध के साक्षी बने। इस वर्ष पाषाण युद्ध करीब 11 मिनट तक चला।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि रीठा में रतिया नदी में बाढ़ सुरक्षा का निर्माण कार्य एवं वैकल्पिक एप्रोच रोड का निर्माण कार्य किया जायेगा एवं मानसखण्ड कॉरीडोर के अन्तर्गत वाराही मंदिर के छूटे हुये अवस्थापना कार्यों को सम्मिलित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलो का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए सभी देवी-देवताओं को नमन किया। उन्होंने कहा देवीधुरा के ऐतिहासिक और रमणीक क्षेत्र में आकर स्वयं को अभिभूत महसूस कर रहा हूं। बग्वाल मेला हमारी लोक संस्कृति, आस्था और परंपराओं का संगम है। यह मेला हमारी संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने के साथ ही हमारी संस्कृति का भी संवर्धन करता है। उन्होंने कहा पुरानी परंपराओं को निभाने और आगे बढ़ाने की ऊर्जा आने वाली पीढ़ी को मिलते रहनी चाहिए। पीढ़ी दर पीढ़ी लोक संस्कृति को आगे बढ़ाना हम सभी का कर्तव्य है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि देवभूमि के कण-कण में देवताओं का वास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार देवभूमि की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के साथ ही पौराणिक स्थलों का भी संवर्धन कर रही है। मानसखंड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत कुमाऊं क्षेत्र के पौराणिक मंदिरों का सौंदर्यीकरण हो रहा है। देवीधुरा भी इस मिशन का महत्वपूर्ण भाग है। उन्होंने कहा चार धामों के साथ ही मानसखंड में मंदिरो को भी रोपवे से जोड़ने का कार्य जारी है। माँ पूर्णागिरि धाम को रोप-वे से जोड़ा जा रहा है। मानसखंड यात्रा के तहत विशेष ट्रेन भी चलवाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में मंदिर के संवर्धन के साथ ही कृषि, दुग्ध उत्पादन, शिक्षा, बागवानी, जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर कार्य कर रही है। चंपावत महाविद्यालय को सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के कैंपस के रूप विकसित किया जा रहा है। चंपावत मुख्यालय में एआरटीओ का उप कार्यालय खोला गया है। चंपावत को आदर्श जिला बनाने के साथ ही उत्तराखंड को एक सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने पर राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है।
इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा लोक कलाकार गिरीश बरगली द्वारा तैयार “जय मां वाराही“ वीडियो को लांच किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी द्वारा हेलीपेड के निकट जीआईसी परिसर देवीधुरा में पौधा रोपण किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, विधायक खुशाल सिंह अधिकारी, विधायक राम सिंह कैड़ा, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महरा, पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र सिंह पाल, उपाध्यक्ष सेतु श्री राजशेखर जोशी, बाराही मंदिर समिति संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया, अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

मुस्लिम बहनों से सीएम की कलाई पर बांधी राखी, तिलक लगाकर किया स्वागत

रक्षाबंधन समारोह के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुमंगलम बैंकट हॉल बनबसा में मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना के अंतर्गत कार्यक्रम में प्रतिभाग कर नारी शक्ति का अभिनंदन कर रक्षाबंधन के पावन पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर नारी शक्ति द्वारा मुख्यमंत्री को तिलक लगाकर, रक्षा धागा बांधकर अभिनंदन एवं स्वागत किया। मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को भी सम्मानित किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा बनबसा भ्रमण के दौरान क्षेत्र के विकास के लिए 2 घोषणाएं की जिसमें- बनबसा नगर पंचायत के अन्तर्गत अत्यन्त खराब मोटर मार्गों एवं नालियों का निर्माण कार्य किया जायेगा। बनबसा के ग्रामीण क्षेत्रों में आंतरिक 10 किमी. सड़कों का निर्माण किया जायेगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा हस्त निर्मित पिरूल, ऐपण, कढ़ाई, बुनाई, सूत व अन्य स्थानीय उत्पादों से बनाई गई राखियों व अन्य निर्मित उत्पादों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि हाउस आफ हिमालया के माध्यम से स्थानीय लोगों द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों की मांग दुनिया भर में हो रही है। उन्होंने कहा कि मातृ शक्ति संकल्पित होकर अपने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रही है और स्वरोजगार के साथ ही आत्मनिर्भर बन रही है यह अविश्वशनीय है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि महिलाओं को और अधिक आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उन्हें स्वरोजगार से जोड़कर प्रदेश के विकास में अपनी भागीदारी दें। उन्होंने कहा कि प्रदेश का विकास बिना मातृशक्ति के भागीदारी के संभव नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं द्वारा जो भी उत्पाद उत्पादित किए जाते हैं व बनाए जाते हैं उन्हें बेहतर बाजार दिलाने के लिए सरकार प्राथमिकता के साथ कार्य कर रही हैं, जिसके लिए ग्रोथ सेंटरों की स्थापना की गई है।

उन्होंने कहा कि मातृ शक्ति के साथ ही पूरे प्रदेशवासियों के स्नेह, प्रेम एवं आशीर्वाद के कारण आज मुझे प्रदेश की सेवा करने की लिए ऊर्जा मिल रही है और सभी के सहयोग से ही आदर्श चंपावत के साथ ही आदर्श उत्तराखंड का निर्माण हो पाएगा।

इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल महरा, विधायक प्रतिनिधि दीपक रजवार, प्रदेश मंत्री भाजपा हेमा जोशी, जिला प्रभारी भाजपा विकास शर्मा, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, उप जिलाधिकारी आकाश जोशी, पूर्व विधायक नानकमत्ता प्रेम सिंह राणा, नोडल अधिकारी मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय केदार सिंह बिष्ट, विभिन्न जनप्रतिनिधि, मातृ शक्ति, गणमान्य नागरिक,अधिकारी, कर्मचारी आदि मौजूद रहे।

रखाबंधन पर्व के अवसर पर सीएम की कलाई पर चंपावत की बहनों ने बांधा रक्षासूत्र

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी, चम्पावत में रक्षाबन्धन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए 3916.85 लाख रूपए की 26 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें 2510.95 लाख की 13 योजनाओं का लोकार्पण एवं 1465.90 लाख की 13 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाओं ने मुख्यमंत्री की कलाई में रक्षा सूत्र बांधा तथा उनके दीर्घायु की कामना की।

इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई घोषणाएं कि जिसमें बेलखेत क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा का कार्य किए जाने, राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी की सुरक्षा हेतु बाढ़ सुरक्षा के लिए कार्य किए जाने, बेलखेत में झूला पुल का निर्माण किया जाने, चम्पावत में निर्माणाधीन स्टेडियम का नाम स्व० कैलाश गहतोड़ी के नाम पर रखें जाने एवं भारतीय सेना के शहीद कमांडो नवीन सिंह बिष्ट के नाम से ग्राम पंचायत दुधौली के खरकोडी मार्ग को किए जाने की घोषणा शामिल है।

मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत महिला लाभार्थियों को चेक वितरण किए एवं जिला खनन न्यास निधि से पशुपालन विभाग को उपलब्ध कराई गई एक एंबुलेंस तथा पुलिस विभाग को आपदा प्रबंधन अंतर्गत उपलब्ध कराई गई तीन मोटरसाइकिलों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। मुख्यमंत्री ने जनपद में बेहतर कार्य कर रही महिलाओं को सम्मानित भी किया। उन्होंने जनपद की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा हस्त निर्मित पिरूल, ऐपण, सूत व अन्य स्थानीय उत्पादों से बनाई गई राखियों व अन्य निर्मित उत्पादों की भी सराहना की।

मुख्यमंत्री ने सभी महिलाओं को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि चंपावत उनका घर है एवं यहां का हर कोई उनका परिजन है। उन्होंने कहा वो हर स्थिति में अपने परिजनों एवं प्रदेशवासियों के साथ रहेंगे। माताओं एवं बहनों से मिले आशीर्वाद से वो स्वयं को ऊर्जावान एवं गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा रक्षाबंधन त्यौहार भाई बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है, साथ ही रक्षाबंधन महिलाओं के सम्मान के साथ-साथ पौराणिक एवं सांस्कृतिक महत्व का पर्व भी है। यह पर्व हमें अपने कर्तव्य, वचनों के प्रति भी बोध करवाता है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं के उत्थान पर राज्य सरकार निरंतर कार्य चल रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण पर पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। राज्य में डेढ़ लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाए जाने पर कार्य गतिमान है। विभिन्न जनकल्याणकारी एवं महिला सशक्तिकरण आधारित योजनाओं से हमारा प्रयास महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। आज हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित हो रही है। स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाएं, स्वयं को, परिवार एवं राज्य को आत्मनिर्भर बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। राज्य सरकार ने महिलाओं को सरकारी नौकरी में 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखंड के प्रत्येक जनपद में मातृशक्ति सबसे आगे हैं। स्वयं सहायता समूह के उत्पाद, मल्टीनेशनल कंपनी के उत्पादों को भी पीछे छोड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना के अंतर्गत महिलाओं के द्वारा निर्मित उत्पादों को बेचने के लिए उचित बाजार उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सर्वाधिक कार्य महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में हुए हैं। बेटियों के सपनों को पंख लगाने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का शुभारंभ किया गया। आज मातृशक्ति हर क्षेत्र में प्रतिनिधित्व कर देश का नाम विश्व पटल पर अंकित कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खेत में अनाज उगाने से लेकर अंतरिक्ष तक महिलाएं अपनी छाप छोड रही हैं। उन्होंने कहा चंपावत के साथ ही उत्तराखंड के विकास के लिए निरंतर बड़े फैसले लिए जा रहे हैं। चंपावत को आदर्श जनपद बनाने हेतु विशेष परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा आदर्श चम्पावत का जो संकल्प लिया गया है उसमें प्राथमिकता के आधार पर कार्य जारी हैं।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल मेहरा, ब्लॉक प्रमुख चंपावत रेखा देवी, लोहाघाट नेहा ढेक, पाटी सुमनलता, बाराकोट विनीता फर्त्याल, सदस्य जिला पंचायत क्षेत्र धूरा दीपा जोशी, ग्राम प्रधान अमोडी लाल मणि भट्ट, छटकोट विजय राणा, मण्डल भाजपा अध्यक्ष नवीन भट्ट, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता सुंदर बोहरा, भाजपा महामंत्री मुकेश कलखुड़िया, जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सीएम धामी ने कहा लापरवाही पर संबंधित अधिकारियों पर होगी सख्त कार्रवाई

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनपद चंपावत में एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम पर बनबसा पहुंचे। बनबसा के एनएचपीसी सभागार में उन्होंने विद्युत, पेयजल, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग तथा सिंचाई विभाग आदि की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों की लापरवाही एवं उदासीनता पर सख्त होते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई कहा कि सभी अपनी कार्यशैली में सुधार लाएं साथ ही उन्होंने ऊर्जा और पेयजल के क्षेत्र में लापरवाही करने वाले अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि बिजली पानी से जनता परेशान हुई तो अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होंगे। उन्होंने पूर्णागिरि में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के निर्देश दिए साथ ही उन्होंने कहा कि मां पूर्णागिरी में आने वाले श्रद्धालुओं को भी बिजली पानी की दिक्कत न होने पाए।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भविष्य को देखते हुए आवश्यक विद्युत की मांग के अनुरूप आपूर्ति की योजनाएं अभी से तैयार कर लें। उन्होंने यूपीसीएल, पिटकुल व उरेडा से मिलकर प्रस्ताव तैयार करते हुए नए विद्युत घरों के कार्य का निर्माण शीघ्र करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे को निर्देश दिए कि जनपद में होने वाले प्रत्येक निर्माण कार्यों में पूर्ण गुणवत्ता, समयबद्धता तथा पारदर्शिता रहे। इस हेतु वह स्वयं स्थलीय निरीक्षण कर समीक्षा करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वन भूमि हस्तांतरण के कारण जो भी परियोजनाएं लंबित हो रही हैं। उनका त्वरित निस्तारण करते हुए अधिकारी व्यक्तिगत जिम्मेदारी से कार्य करें और शासन स्तर की समस्या हेतु अधिकारी देहरादून आकर संबंधित विभाग और स्वयं उनसे मिलकर समस्या का निवारण करें, ताकि समस्या का समाधान शीघ्र हो सके। उन्होंने कहा कि टनकपुर बनबसा क्षेत्र में पुरानी विद्युत लाइनें एवं ट्रांसफार्मर को एक माह के भीतर बदलने के साथ ही एलटी लाइन को भूमिगत करने हेतु प्रस्ताव तैयार करें साथ ही नए टर्मिनल भी बनाएं।

उन्होंने कहा कि अधिकारी जनता की समस्याएं प्राथमिकता से सुनते हुए उनका निस्तारण करें और किसी भी प्रकार से जनता को उनकी समस्याओं से उलझाए नहीं। ग्रीष्मकाल में बढ़ती विद्युत की मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अपने कार्यालय एवं आवासों में ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट (सीएम सूर्य घर योजना) को लगाने के निर्देश दिए। साथ ही मुख्यमंत्री श्री धामी ने जनता से भी इस योजना का लाभ लेने की अपील की।

मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग में प्रमुख अभियंता को प्रदेश के छोटे शहर व कस्बों जहां जाम की स्थिति होती है वहां बाईपास का निर्माण कराने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। किसी भी समस्या का स्थाई समाधान हो इस हेतु अधिकारी इसे गंभीरता से लें। जो कार्य जिस स्तर पर संभव हो अधिकारी व्यक्तिगत लेते हुए कार्यों को अपने स्तर से ही स्वीकृत कराए, बेवजह उन्हें लंबित न रखें। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड है।

मुख्यमंत्री ने कुमाऊं आयुक्त को समय-समय पर विकास योजनाओं की अपने स्तर से समीक्षा बैठक करने के निर्देश दिए। उन्होंने पूर्णागिरि मेला क्षेत्र व शारदा घाट हेतु बनने वाले शारदा कॉरिडोर के निर्माण हेतु बेहतर कार्य योजना तैयार करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि भविष्य के लिए जो भी योजनाएं बनाई जाती हैं उसके लिए भूमि का चयन करते समय उसकी पूरी उपयोगिता जनता को मिले इसका विशेष ध्यान भूमि चयन करते समय रखा जाए।

आयुक्त कुमाऊं दीपक रावत ने वर्तमान में विद्युत, पेयजल आदि की व्यवस्था एवं मानसून की पूर्व तैयारी के संबंध में जानकारी दी। बैठक में उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन, पिटकुल, उत्तराखंड जल निगम, विद्युत निगम, लोक निर्माण विभाग एवं जल संस्थान के विभागाध्यक्ष द्वारा वर्तमान में विद्युत पेयजल की समस्या के समाधान हेतु की जा रही कार्यवाही को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से अवगत कराया। बैठक में विद्युत विभाग के विभागाध्यक्ष ने अवगत कराया की टनकपुर- बनबसा क्षेत्र के अंतर्गत वर्तमान में विद्युत लाइन की फीडर है व पुरानी होने के साथ ही एक ही फीडर से ही चार सब स्टेशन के कारण समस्या हो रही है। वर्तमान में इस समस्या के समाधान हेतु अलग सर्किट का निर्माण तथा 6 नए बिजली घर प्रदेश में बनाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री धामी ने पर्यटन हेतु स्वदेश दर्शन योजना, शारदा कॉरिडोर, मुख्यमंत्री घोषणा, सड़क मार्गों, सिंचाई परियोजना आदि की भी समीक्षा की। उन्होंने नदियों में बाढ़ सुरक्षा हेतु चौनेलाइजेशन, रिवर ट्रेनिंग आदि सुरक्षा के कार्यों के साथ ही बरसात से पूर्व सभी सड़क मार्ग में नाली सफाई, ड्रेनेज व्यवस्था आदि करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि विभागाध्यक्ष जिला स्तर पर वर्चुअल माध्यम से कार्य योजनाओं की समीक्षा करें।

बैठक में दर्जा प्राप्त मंत्री अनिल डब्बू, अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महरा, प्रमुख अभियंता सिंचाई जयपाल सिंह, मुख्य अभियंता लोनिवि अल्मोड़ा अशोक कुमार, निदेशक परिचालन यूजेवीएनएल अजय कुमार सिंह, प्रबंधक निदेशक पीटीसीयूएल पीसी ध्यानी, प्रमुख अभियंता लोनिवि दीपक कुमार यादव, निदेशक पीटीसीयूएल जीएस बुदीमाल, डीएफओ चंपावत आरसी कांडपाल, सीडीओ संजय कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।

सीएम ने चंपावत में उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरी मेले की तैयारियों के संबंध में ली समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एनएचपीसी, बनबसा में उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरी मेले की तैयारियों के संबद्ध में समीक्षा बैठक ली।

मुख्यमंत्री ने मां पूर्णागिरी मेले के संबंध में विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि पूर्णागिरी मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम, सुरक्षित हो। श्रद्धालुओं को यात्रा एवं पैदल मार्गाे पर किसी तरह की कोई दिक्कत न हो, इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाए। उन्होने कहा सभी के सहभागिता से पूर्णागिरी मेले को नया स्वरूप देना है। हमारा संकल्प है कि पूर्णागिरी मेले से श्रद्धालु अच्छा अनुभव लेकर जाए।

मुख्यमंत्री ने जिला पंचायत द्वारा मेले के अंतर्गत मुंडन हेतु लिए जाने वाली धनराशि पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मुंडन हेतु कम से कम शुल्क लिए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा शासन प्रशासन का ध्येय लोगों को सहूलियत पहुंचाना है। उन्होंने कहा मुंडन हेतु ली जाने वाली धनराशि के कम होने से श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी। मुख्यमंत्री ने बनबसा कैनाल क्षेत्र में 1 हज़ार लोगों के लिए रैन बसेरे की व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा स्थानीय लोगों, मंदिर समिति एवं प्रशासन के सहयोग से शारदा एवं बूम घाट में नियमित रुप से भव्य शारदा आरती का आयोजन हो। उन्होंने कहा श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक इस आरती से जोड़ा जाए एवं आरती हेतु जागरूक किया जाए।

मुख्यमंत्री ने शारदा कॉरीडोर (शारदा रिवर फ्रंट डेवलपमेंट) के विकास कार्य बारे में भी जानकारी लेते हुए कहा कि शारदा कॉरिडोर का भव्य निर्माण हो, इसके लिए यू.आई.डी.बी को जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा क्षेत्र का विकास दीर्घ कालीन विजन के साथ किया जाए। हमे वर्तमान के साथ भविष्य के विकास को भी ध्यान के रखना है। उन्होंने कहा सभी विभाग, पूर्णागिरी मेला क्षेत्र में अस्थाई व्यवस्थाओं की जगह स्थाई व्यवस्थाओं पर अधिक प्रथमिकता दे। साथ ही सभी ऑनरशिप लेकर कार्य करें। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को मेले हेतु पुनः मैनपावर का आंकलन करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा अनुसार पैदल मार्गाे पर स्वास्थ शिविरों, डॉक्टरों की तैनाती, आवश्यक दवाईयों की व्यवस्था की जाएं। उन्होंने कहा यात्रा मार्ग पर पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था हो। इसके साथ ही पूर्णगिरी क्षेत्र हेतु अतिरिक्त पेयजल योजना बनाई जाए। उन्होने कहा पूर्णागिरी एवं टनकपुर क्षेत्र में जन सहभागिता से विशेष स्वच्छता कार्यक्रम चलाए जाए। मार्गाे पर बने शौचालयों में भी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा पूर्णागिरी क्षेत्र में यातायात व्यवस्थाओं को सुगम संचालन हो। आने वाले श्रद्धालुओं हेतु पार्किंग की भी पर्याप्त व्यवस्था हो। साथ ही मार्गाे पर पुलिस की अस्थाई चौकी एवं खोया पाया केंद्र की व्यवस्था हो। उन्होंने संपूर्ण यात्रा मार्ग पर हाई मास्क लाइट, सौर ऊर्जा लाइट, स्ट्रीट लाइट लगाए जाने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्णागिरी मेले में आने वाले श्रद्धालु अधिक से अधिक दिनों तक क्षेत्र में रुके एवं आस पास के पर्यटक स्थलों का दीदार करें, इसके लिए योजना बनाई जाए। उन्होंने कहा मेले में स्थानीय उत्पादों की उपलब्धता हो इसके लिए स्थानीय उत्पादों के स्टॉल खोले जाए। साथ ही प्लास्टिक फ्री पूर्णागिरी यात्रा पर भी कार्य हो। मुख्यमंत्री ने पूर्णगिरि मेले में स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़े जाने, मेले में आने वाले श्रद्धालुओं हेतु पर्यटन स्पॉट का विकास, बच्चों हेतु पार्क एवं मेले के साथ ही साहसिक खेलों को भी आगे बढ़ाने की बात कही।

मुख्यमंत्री ने पूर्णागिरि मंदिर हेतु पूर्व में की गई घोषणाओ के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि संचार व्यवस्था हेतु स्वीकृति दो मोबाइल टावरों को शीघ्र लगाया जाए। संपूर्ण पूर्णागिरी मंदिर, पैदल मार्ग , गाड़ी मार्ग में संचार व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होने बाटनागाढ पुल निर्माण कार्य, पूर्णागिरी मुख्य मंदिर से काली मंदिर तक व्यकल्पिक पैदल मार्ग, एवं रोपवे निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्थाई मेला कार्यालय, सामुदायिक भवन का व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए।

इस दौरान अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, दर्जा राज्यमंत्री डॉ. अनिल डब्बू, जिला अध्यक्ष भाजपा निर्मल माहरा, पूर्णागिरी मंदिर समिति अध्यक्ष किशन तिवारी, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, डीएफओ आरसी कांडपाल, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, सीडीओ संजय सिंह, जीएम एनएचपीसी राजिल व्यास एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

अचानक लोहिया हेड मिनी स्टेडियम पहुंचे सीएम धामी, फुटबॉल खेल रहे युवाओं से की वार्ता

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चंपावत में स्थानीय कार्यक्रमों में सहभागिता के उपरांत खटीमा लोहिया हेड पहुंचने पर मुख्यमंत्री धामी ने ’लोहिया हेड मिनी स्टेडियम’ में फुटबॉल खेल रहे स्थानीय युवकों के मध्य अचानक पहुंचकर उनके साथ अनुभव साझा किये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ’खेलेगा युवा, जीतेगा भारत’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए हमारी सरकार ने युवा खिलाड़ियों के लिए खेल में अपना सुनहरा भविष्य बनाने के लिए अनेकों योजनाएं को प्रारंभ किया है।
हमारे युवा खेल के माध्यम से एक विकसित भारत एवं श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करें इसके लिए अत्यंत आवश्यक है कि उनके पोषाहार से लेकर एक सफल खिलाड़ी बनने तक हर वह सुविधा मुहैया कराई जाए जो उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें।
इस अवसर पर युवा खिलाड़ियों के साथ मुख्यमंत्री धामी ने अपने बचपन की स्मृतियां एवं उनके पिता स्वर्गीय शेर सिंह धामी द्वारा सिखाए गए कड़े अनुशासन एवं लक्ष्य के प्रति एकाग्रता कैसे प्राप्त की जाती है, अनुभवों को साझा किया।
विदित हो कि लोहिया हेड मिनी स्टेडियम में मुख्यमंत्री धामी के स्वर्गीय पिता की स्मृति में प्रत्येक वर्ष फुटबॉल टूर्नामेंट भी आयोजित किया जाता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री को अपने मध्य प्रकार फुटबॉल खेल रहे युवा खिलाड़ियों में एक उत्साह का भाव देखने को मिला।

सीएम ने टनकपुर से देहरादून के लिए पहली एक्सप्रेस ट्रेन संचालन के लिए प्रधानमंत्री एवं रेल मंत्री का जताया आभार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेलवे स्टेशन टनकपुर से टनकपुर-देहरादून साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने टनकपुर से देहरादून के लिए पहली एक्सप्रेस ट्रेन संचालन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार जताते हुए इसे एक स्वप्न का पूरा होना भी बताया क्योंकि आजादी से पहले बने टनकपुर रेलवे स्टेशन से देहरादून के लिए यह पहली एक्सप्रेस ट्रेन संचालित हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि टनकपुर एक्सप्रेस के संचालन में टनकपुर से देहरादून तक अनेक महत्वपूर्ण शहरों को सीधे जोड़ा गया है, जिससे लोगों को सुविधा होगी। इस एक्सप्रेस के माध्यम से बनबसा, खटीमा, पीलीभीत, भोजीपुरा, बरेली सिटी, बरेली जंक्शन, चंदोसी, मुरादाबाद, नजीबाबाद, लक्सर, हरिद्वार रेलवे स्टेशन से जुड़े लोगों को यात्रा करने का आसानी से विकल्प भी मिलेगा और उनका समय भी बचेगा। इसके साथ ही यह ट्रेन सेवा इन शहरों से मां पूर्णागिरी के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यातायात का एक बेहतर विकल्प भी बनेगी। मुख्यमंत्री ने स्वयं भी ट्रेन से टनकपुर से खटीमा तक की यात्रा की तथा ट्रेन में यात्रियों से मुलाकात कर उनका फीडबैक लिया तथा सभी को शुभकामनाएं दी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेल स्वर्णिम युग की ओर बढ़ रही हैं। पिछले 10 वर्षों में भारतीय रेलवे को नए भारत की आकांक्षाओं तथा आत्मनिर्भर भारत की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए तैयार किया जा रहा है । 2014 के बाद से भारतीय रेल एक नए रूप में हमारे सम्मुख है। आज जहां एक ओर ब्रॉड गेज रेल लाइनों से मानव रहित रेल क्रॉसिंग को ख़त्म करके भारतीय रेलवे को पहले से कहीं अधिक सुरक्षित बनाया गया है। वहीं दूसरी ओर आज भारतीय रेलवे की रफ्तार भी पहले से कहीं अधिक बढ़ चुकी है। आत्मनिर्भरता और आधुनिकता के प्रतीक चिन्ह के रूप में वंदे भारत जैसी मेड इन इंडिया ट्रेनें रेल नेटवर्क का हिस्सा बन रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड में पहाड़ तक ट्रेन पहुंचाने का सपना सच होने जा रहा है। दुर्गम पहाड़ो के बीच से ऋषिकेश से आगे कर्णप्रयाग तक ट्रेन का संचालन होना किसी सपने का साकार होने जैसा है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन पर तेज गति से कार्य चल रहा है। टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन पर भी सर्वे का कार्य पूर्ण हो गया है और जल्दी ही इसमें भी काम शुरू हो जायेगा। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री जी द्वारा अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उत्तराखंड के छह स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। देहरादून से आनन्द विहार के बीच इसी वर्ष वन्दे भारत ट्रेन का संचालन होना हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है। अब शीघ्र ही हमें देहरादून से अयोध्या और वाराणसी के मध्य भी वंदे भारत ट्रेन के संचालन की सौगात मिलने वाली है। आज हमारी डबल इंजन की सरकार अंतिम छोर में खड़े व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए तमाम योजनाओं को धरातल पर उतारने का कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद चंपावत के विकास के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। हमने मॉ पूर्णागिरी धाम में धार्मिक पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाये जाने के उद्देश्य से पूर्णागिरी मंदिर रोपवे के निर्माण हेतु 45 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की है। साथ ही ककरालीगेट से पूर्णागिरी धाम तक अवस्थापना सुविधाओं को विकसित करने एवं श्रद्धालुओं की सुलभ सुविधाओं हेतु केदारनाथ की तर्ज पर मास्टर प्लान बनाये जाने हेतु योजना तैयार की जा रही है। शारदा कॉरिडोर के अंतर्गत हरिद्वार तथा ऋषिकेश की तर्ज पर घाट का निर्माण किया जाएगा जहां प्रातः एवं सायं काल आरती प्रतिदिन भव्य रूप से की जाएगी।

उन्होंने कहा कि हनुमानगढ़ी- गैंडाखाली-खेतखेड़ा में मोटर्स पुल का 13 करोड़ 77 लाख की लागत से निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिससे वर्षाकाल में मॉ पूर्णागिरी के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना नहीं करना पडेगा। भारत एवं नेपाल सीमा में व्यापारिक गतिविधियों को बढावा देने एवं आर्थिक गतिविधियों के विकास हेतु 3.82 किलोमीटर के इंडो नेपाल ड्राई पोर्ट का निर्माण 177 करोड की धनराशि से किया जा रहा है।

टनकपुर एवं बनबसा क्षेत्र में जल निकासी के कार्य हेतु 130 करोड की डी0पी0आर0 का गठन कर लिया गया है। टनकपुर में 56 करोड़ की लागत से बस टर्मिनल का निर्माण प्रारम्भ कर दिया गया है। कुमांऊ के प्रमुख मन्दिरों को मानस खण्ड कोरिडोर के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसमें जनपद चम्पावत के लगभग सभी प्रमुख मंदिर हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी योजनाओं के पूर्ण होने पर आदर्श और विकसित चंपावत की अवधारणा के साथ करें। उत्तराखंड को श्रेष्ठ एवं अग्रणी राज्य बनाने के अपने “विकल्प रहित संकल्प“ के मंत्र को साकार करने में भी हम सफल होंगे। उन्होंने श्रेष्ठ उत्तराखंड निर्माण के लिए सभी से सहयोग और समर्थन की भी अपेक्षा की।

इस मौके पर मंडलीय रेल प्रबंधक रेखा यादव ने कहा कि इस रेल सेवा का लाभ सीमांत के चंपावत व पिथौरागढ़ जिले के लोगों को मिलेगा और सस्ती शुलभ और आरामदायक रेल सेवा मिलेगी।

इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल महरा, प्रदेश मंत्री भाजपा हेमा जोशी, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, दीपक रजवार, भाजपा महामंत्री मुकेश कलखुडिया, पूर्वाेत्तर रेल प्रबंधक रेखा यादव, जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, रेलवे प्रशासन एवं जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।

हमारा स्वप्न और संकल्प है कि एक आदर्श चंपावत बनाएंः धामी

मुख्यमंत्री ने चंपावत से वर्चुअल रूप से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हिमालयन बास्केट की शुरुआत वर्ष 2018 में सुमित और स्नेहा थपलियाल ने की थी। उन्होंने कहा कि सुमित पेशे से एक इंजीनियर हैं और स्नेहा एक मार्केटिंग पेशेवर हैं। देवभूमि से होने के कारण, दोनों हमेशा स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए कुछ अलग करना चाहते थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों ने डेयरी, खेती और उनके पहलुओं से संबंधित विकल्पों पर विचार कर हिमालयन बास्केट की स्थापना का निर्णय लिया।

हिमालयन बास्केट के तहत दूध, हल्दी, पुदीना जैसे कृषि उत्पाद खरीदकर इनसे अलग-अलग उत्पाद बनाकर विदेशों में सप्लाई करते हैं। उत्पाद बनाने के लिए 200 से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दूध से बनने वाले उत्पाद ’चुरपी’ और ’घी’ की अधिक डिमांड है। क्योंकि चुरपी गाय के दूध से बना एक विशेष कठोर पनीर है और दोनों ने उत्तराखंड में इसके उत्पादन का बीड़ा उठाया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह सरकार और जिला प्रशासन की मदद से दोनों को बागवानी कोल्ड स्टोर लीज पर मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग भी इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं हमारी सरकार उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा स्वप्न और संकल्प है कि एक आदर्श चंपावत बनाएं। इसके लिए हमें चाहिए कि चंपावत के जो भी उत्पाद हैं, वो सभी आदर्श होने चाहिए। इस अवसर पर जिलाधिकारी नवनीत पांडे, भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल मेहरा आदि उपस्थित रहे।