देवभूमि की धार्मिक अस्मिता के अनुरूप कराए जा रहे हैं विकास कार्यः मेयर अनिता

मेयर अनिता ममगाई ने हरिद्वार रोड़ पुरानी चुंगी स्थित गैरोला नगर से आस्था पथ को जोड़ने वाली सीढ़ियों का औचक निरीक्षण किया। नव निर्मित सीढ़ियों के निर्माण कार्य से संतुष्ट नजर आई मेयर अनिता ने कहा कि ऋषिकेश की आस्था के अनुरूप शहर को डेवलप किया जा रहा है। विकास को सतत प्रकिया बताते हुए उन्होंने शहरवासियों से देवभूमि ऋषिकेश को स्वच्छ और सुंदर बनाने में अपना अमूल्य सहयोग देनें की अपील भी की।

मेयर अनिता ने पुरानी चुंगी स्थित गैरोला नगर से आस्थापथ को जोड़ने वाली 13 लाख की लागत से निर्माणाधीन सीढ़ियों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गैरोला नगर में वर्षों से पाल समाज के लोग अपना जीवन यापन करते आए हैं। यहां से आस्था पथ जाने वाली सीढियां जीर्ण शीर्ण हो चुकी थी जिन्हें नगर निगम प्रशासन द्वारा बेहद खूबसूरती के साथ बनवाया जा रहा है। महापौर ने बताया कि ऋषिकेश का आस्था पथ देवभूमि की शान है ।इसे सजाने और संवारने के लिए तमाम के अभिनव प्रयोग निगम प्रशासन की ओर से किए जा रहे हैं। जल्द ही आस्था पथ अपनी चमक बिखेरता हुआ नजर आएगा।

इस दौरान पार्षद पार्षद विजय बडोनी, राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट, राजेश दिवाकर, अनीता रैना, विजेंद्र मोगा, कमलेश जैन, सतवीर तोमर, राजपाल ठाकुर, करणी सिंह पवार, मनु कोठारी, पूरण पवार, गोविंद चैहान, रंजन अंथवाल, परीक्षित मेहरा, दिनेश बिष्ट, सुनील, धर्मपाल कश्यप, गरीबदास, मिट्ठू, लालू आदि मौजूद रहे।

गंगा तट पर बनी ये अद्भुत पेंटिंग्स तीर्थनगरी की सुंदरता पर लगाएंगी चार चांदः अनिता

ऋषिकेश के आस्थापथ पर नगर निगम द्वारा शहर के उदयीमान कलाकारों द्वारा बनवाई गई पेंटिंग्स का आज दोपहर मेयर अनिता ममगाई ने लोकार्पण किया। मौके पर गंगा की स्वच्छता के लिए सजग प्रहरी बनकर कार्य करने की शपथ दिलाई गई। वहीं शहर में गंगा की स्वच्छता के लिए शानदार कार्य कर रहे रवि शास्त्री, रोहित प्रताप, अशोक बेलवाल को तीर्थ नगरी का स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया।

आज सांई घाट के समीप आस्था पथ पर बनी खूबसूरत पेंटिंग का लोकार्पण कर मेयर अनिता ने कहा कि शहर के कलाकारों द्वारा बनाई गई पेंटिंग से आस्था पथ की आभा में चार चांद लगाने का काम किया है ।यहां आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को इन पेंटिंग को देख कर उत्तराखंड की महान संस्कृति के दर्शन होंगे। पेंटिंग में गोमुख, हिमालय, भागीरथी नदी अलकनंदा नदी, देवप्रयाग संगम, कौड़ियाला, ऋषिकेश, त्रिवेणी घाट, हरिद्वार हरकी पैड़ी आदि का सजीव चित्रण देवभूमि के हुनरमंद कलाकारों द्वारा किया गया है। आस्थापथ पर 400 स्क्वायर फिट के एरिया में माँ गंगा की गोमुख से हरिद्वार तक कि यात्रा के जीवंत चित्रण की पेंटिंग सभी के आर्कषण का केन्द्र रही।

इस दौरान सहायक नगर आयुक्त विनोद लाल, पार्षद मनीष शर्मा, विजय बडोनी, विजेंद्र मोगा, अनीता प्रधान, अनीता रैना, लक्ष्मी रावत, राजेश दिवाकर, उमा बृजपाल राणा, शकुंतला शर्मा, पंकज शर्मा, गौरव कैंथोला, शीलू अग्रवाल, प्रिया ढकाल, गुरविंदर सिंह, लक्ष्मी शर्मा, शैलेंद्र रस्तोगी, ममता नेगी, सफाई निरीक्षक धीरेंद्र सेमवाल, अभिषेक मल्होत्रा, सचिन रावत, प्रशांत कुकरेती आदि मौजूद रहे।

आस्था पथ के कायाकल्प में खर्च होंगे पौने बारह करोड़ रूपए

योग नगरी ऋषिकेश के आस्था पथ के जीर्णोद्धार में करीब पौने बारह करोड़ रुपए का खर्च आएगा। मेयर अनिता ममगाईं ने कुंभ मेला के अंतर्गत सिंचाई विभाग द्वारा मैरीन ड्राइव के पुनरुद्धार कार्य का शिलान्यास किया। मेयर अनिता ने कहा कि मुंबई के मैरीन ड्डाइव की तर्ज पर ऋषिकेश में गंगा किनारे बना आस्था पथ 2013 की केदार आपदा के दौरान विभिन्न स्थानों पर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके पुनरुद्धार के लिए नगर निगम प्रशासन की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे थे। प्रदेश सरकार द्वारा अब इसका पुनरुद्धार कुंभ मेला अंतर्गत पौने करोड़ रुपए की लागत से कराया जाएगा। उन्होंने विश्वास जताया कि आगामी कुंभ से पूर्व आस्था पथ के जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण हो जाएगा। जिसका लाभ कुंभ के दौरान यहां आने वाले श्रद्धालुओं सहित तीर्थ नगरी में वर्षभर आने वाले पर्यटकों को भी मिलेगा।

मरीन ड्राइव बना नशेड़ियों का अड्डा

बैचों के आसपास पड़ी रहती हैं चिलम, भांग और शराब की खाली बोतलें
असामाजिक तत्वों के चलते मरीन ड्राइव पर घूमने जाने से घबरा रहे लोग

ऋषिकेश।
शहर का मरीन ड्राइव नशेड़ियों का अड्डा बन गया है। यहां शाम होते ही नशेड़ियों की महफिल जम जाती है। बैंचों के आसपास शराब की खाली बोतलें, डिस्पोजल ग्लास, नजकीन आदि के पैकेट, चिलम, भांग इसकी गवाही देने के लिए काफी हैं। ऐसे में घूमने आने वाले लोग असहज महसूस करते हैं। कई बार महिलाओं और युवतियों से अभद्रता की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं। बावजूद इसके पुलिस असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती। त्रिवेणीघाट से बैराज के बीच गंगा किनारे मरीन ड्राइव बना है। शहरवासी और पर्यटक यहां घूमने जाते हैं। कोई सुबह और शाम को वॉक के लिए यहां भीड़ रहती है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से मरीन ड्राइव पर घूमने वाले लोगों की संख्या में कम हो रही है। कारण शाम होते ही नशा करने वाले लोग यहां सक्रिय हो जाते हैं। इनके डर से महिलाएं और युवतियां यहां जाने से बच रही हैं।
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स्थानीय निवासी अशोक शर्मा, रंजन अंथवाल, मोहनीश शर्मा, मनीष अरोड़ा का कहना है कि पहले मरीन ड्राइव पर नशेड़ी सक्रिय नहीं थे, जब से पुलिस की गश्त कम हुई है नशेड़ी शाम होते ही मरीन ड्राइव पर कब्जा जमा लेते हैं। कई युवक तो दिन के समय भी नशा करते नजर आते हैं। यह लोग नशा करने के बाद नशेड़ी सरकारी संपत्ति को नुकसान भी पहुंचा रहे हैं। कुछ दिन पहले यहां गमले तोड़ दिए गए थे। डस्टबीन उखाड़ कर फेंक दिए गए। कोतवाल वीसी गुसाईं का कहना है कि रिपोर्टिंग पुलिस चौकी त्रिवेणीघाट को निर्देश दिए जाएंगे कि वे गश्त बढ़ाए। नशेड़ियों की धरपकड़ की जाएगी। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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पुलिस चौकी खुलने का मामला लटका
मरीन ड्राइव की सुरक्षा के मद्देनजर स्थानीय लोगों ने यहां पुलिस चौकी खोलने की मांग की थी, लेकिन पुलिस चौकी का मामला लटका हुआ है। कई बार मरीन ड्राइव पर आपराधिक घटनाएं भी हो चुकी हैं। हालांकि पुलिस समय-समय पर कार्रवाई करती है। नशे के सामान के साथ कई युवकों को पकड़ जा चुका है। अगर यहां पुलिस चौकी खुलती है तो असामाजिक तत्वों पर लगाम लगेगी।