जब्त गाड़ी से पुलिस को आपत्तिजनक सामान बरामद

पंचकूला में हुई हिंसा के दौरान पुलिस ने बाबा गुरमीत की कई संदिग्ध गाड़ियां जब्त की थी। जो फिलहाल पंचकूला के मनसा देवी पुलिस स्टेशन में खड़ी हैं। पुलिस ने जब इन गाड़ियों की तलाशी ली तो पाया कि यह लग्जरी गाड़ियों में ऐशगाह का वह सारा सामान है, जो किसी पांच सितारा होटल में होता है। पुलिस को गाड़ी में से कई आपत्तिजनक सामान भी मिले है। जिसमें महिलाओं के सेनेटरी नैपकिन भी शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक, हंगामे के दौरान पकड़ी गई इन गाड़ियों से जो चीजें मिली उससे पता चलता है कि बाबा को कैसे भगाना था। पुलिस थाने में मौजूद फायर ब्रिगेड की गाड़ी में एक 5/4 का बॉक्स मिला है। यह बॉक्स आमतौर पर किसी भी फायर टेंडर के अंदर नहीं होता है। इस बॉक्स में जांच करने के बाद सामने आया कि इसमें पेट्रोल डाला गया था। ये पेट्रोल वहीं से पानी में सप्लाई करना था और आग लगाई जानी थी। गाड़ियों में से कुछ हथियार भी मिले हैं। इन गाड़ियों में से कुछ लिफाफे मिले हैं जो साल 2017 के हथियारों के लिए यूज किए जाते हैं। लेकिन इसमें से हथियार गायब हैं। लग्जरी गाड़ियों में मिले सूटकेसों में कई कपड़े भी मिले हैं। इससे साफ होता है कि गुरमीत को भगाकर ले जाने के लिए प्लानिंग की गई थी। रामरहीम के काफिले से जब्त की गई इन गाड़ियों में महंगे पर्दे और सीट कवर लगाए गए थे। वहीं, सीटें आरामदायक सौफे की तरह थी।
साजिश के तहत कोर्ट में दोषी साबित होने के बाद गुरमीत सिंह को बाहर लाया गया, तो गुरमीत के गनमैनों ने एक आईपीएस अधिकारी के साथ हाथापाई की। वहीं पर बलात्कारी बाबा को भगाने की कोशिश की गई थी। इस दौरान कई गाड़ियों का काफिला डेरा मुखी के काफिले के पीछे भागा था। प्लानिंग के दौरान जब ये झगड़ा हो रहा था, इसी दौरान आदित्य सहित बाकी लोगों ने यहां सेक्टर 2/4 के चौक पर पहले से ही प्लांड प्रोग्राम के तहत दंगा करवा दिया था। प्लानिंग थी कि दंगा होने के बाद सारी पुलिस फोर्स का ध्यान पब्लिक पर हो जाएगा। पब्लिक भी अच्छी संख्या में है, जो पूरे जोश में थी। ऐसे में दंगा को फैलाने की साजिश करने वाले यहां दंगा होने पर वहां से निकल गए।

हाइकोर्ट ने पंचकुला मामले में सरकार को लताड़ा, कहा हर मोर्चे पर रहे नाकाम

डेरा सच्चा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पंचकूला की सीबीआई की एक कोर्ट ने शुक्रवार को रेप के 15 साल पुराने मामले में दोषी माना। बाबा को दोषी ठहराए जाने के तुरंत बाद ही उनके समर्थक उग्र हो गए और हरियाणा-पंजाब समेत 5 राज्यों में उन्होंने तांडव मचाया। हिंसा का सबसे ज्यादा असर पंचकूला में देखने को मिला, जहां 29 लोगों की मौत हो गई। वहीं सिरसा में भी 2 लोगों की जान चली गई.हिंसा पर पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने खट्टर सरकार को लगातार तीसरे दिन जमकर लताड़ा है. कोर्ट ने कहा कि सरकार ने राजनीतिक फायदे के लिए शहर को जलने दिया. ऐसा लगता है कि सरकार ने सरेंडर कर दिया।
इससे पहले शुक्रवार को कोर्ट के फैसले के बाद पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने आदेश दिया कि स्वयंभू बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह के अनुयायियों द्वारा की जा रही हिंसा और आगजनी के कारण हुई क्षति की भरपाई डेरा सच्चा सौदा से कराई जाए। अदालत ने आदेश दिया कि कोई भी राजनीतिक, सामाजिक या धार्मिक नेता कोई भड़काऊ बयान नहीं दे और अगर कोई ऐसा करता है, तो उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए। पीठ ने आदेश में कहा, स्थिति से निपट रहे अधिकारी बिना भय के और निष्पक्षता के साथ अपना काम करे। अगर कोई अधिकारी कर्तव्य के निर्वहन में चूकता है तो उसके खिलाफ अदालत कड़ी कार्रवाई करेगी।