मुख्यमंत्री ने पिथौरागढ़ देहरादून हवाई सेवा का शुभारंभ कर दी बधाई

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनी सैनी एयरपोर्ट से पिथौरागढ़-देहरादून हवाई सेवा का शुभारंभ किया व स्वयं भी हवाई जहाज में बैठकर देहरादून रवाना हुए। मुख्यमंत्री ने इस हवाई सेवा प्रारंभ होने पर सभी को बधाई दी उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा उत्तराखंड धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण राज्य है। यहां पर धार्मिक पर्यटन व प्राकृतिक पर्यटकों का आना-जाना सहजता से हो, इसके लिए हवाई सेवा अति आवश्यक है। पहले पिथौरागढ़ से देहरादून, दिल्ली जाने में 17 घंटे लगते थे। मोदी के प्रयास से ऑल वेदर सड़क बनने से देहरादून, दिल्ली 11 घंटे लगते हैं, सीमांत जिले में हवाई सेवा प्रारंभ होने के बाद 1 घंटे में देहरादून पहुंच सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जा रहा है, इसके लिए नये टर्मिनल का निर्माण किया जा रहा है। पंतनगर एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा ओएलएस सर्वे कर लिया गया है। पहले जौलीग्रांट एयरपोर्ट से देहरादून-अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ के मध्य हेली सेवा की शुरूआत की गई थी, इसको भी नियमित करने की सरकार की योजना है। निकट भविष्य में चिन्यालीसौड़़ व गौचर से छोटे एयर क्राफ्ट की सेवाओं को शामिल करने के संबंध में भी कार्य किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदि कैलाश और जागेश्वर धाम के दर्शन करने के बाद आदि कैलाश और जागेश्वर धाम में पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। प्रधानमंत्री उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों को देश विदेश में नई पहचान दिला रहे हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह हवाई सेवा जनपद पिथौरागढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मील का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सेवा अभी सप्ताह में तीन दिन के लिए शुरू हुई है, बाद में इसे 05 दिन किया जायेगा। आने वाले समय में पिथौराग़ढ़ से हिंडन के लिए हवाई सेवा शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से अनुरोध किया।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार विकास के लिए हर संभव निरंतर प्रयास के लिए कटिबध है। उन्होंने कहा उत्तराखंड देवभूमि है, व उत्तर भारत का प्रवेश द्वार है उत्तराखंड से मेरा हृदय से जुड़ाव है। मेरे 5 वर्ष उत्तराखंड में ही बीते हैं। उन्होंने कहा कुमाऊं और गढ़वाल दोनों विमान सेवा से जुड़े रहे हैं, यह हमारे लिए हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा कि अभी 19 सीटर जहाज संचालित किया जा रहा है। जो सप्ताह में तीन दिन सोमवार, मंगलवार व शुक्रवार को चलाई जा रही है, 1 घंटे में पिथौरागढ़ से देहरादून पहुंच जाएगा। इससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य में किये जा रहे कार्यों की सराहना की।

सांसद श्री अजय टम्टा ने कहा आज ऐतिहासिक दिन है उन्होंने पिथौरागढ़ से देहरादून हवाई सेवा प्रारंभ होने पर सभी को बधाई दी। उन्होंने मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री नागरिक उड्डयन के विशेष प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने आने वाले समय में पिथौरागढ़ से देहरादून 3 दिन बढ़कर 5 दिन हवाई सेवा बढ़ाने व पिथौरागढ़ से दिल्ली को हवाई सेवा से जोड़ने का आग्रह किया।

कार्यक्रम में सचिव शैलेश बगौली ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हवाई सेवा प्रारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व नागरिक उड्डयन मंत्री का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में राज्य मंत्री गणेश भंडारी, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा, विधायक पिथौरागढ़ मयूख महर, पूर्व विधायक चंद्रा पंत, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह बोहरा, भाजपा जिला अध्यक्ष गिरीश जोशी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष इंद्रर लूंठी, जिलाधिकारी रीना जोशी, मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार, अपर जिलाधिकारी डा एस के वरनवाल, संयुक्त मजिस्ट्रेट आशीष कुमार मिश्रा फ्लाइविंग के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा सहित अनेक जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे।

नैनी सैनी हवाई अड्डे के संचालन को हुआ एमओयू हस्तांतरित

पिथौरागढ़ स्थित नैनी सैनी हवाई अड्डे का विकास, संचालन एवं प्रबंधन अब एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा किया जायेगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में उत्तराखण्ड नागरिक उड्डयन विभाग के मुख्य कार्याधिकारी सी. रविशंकर तथा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के एक्जक्यूटिव डायरेक्टर एन.वी. सुब्बारायडू के मध्य एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नैनी सैनी एयर पोर्ट के संचालन, रखरखाव, विकास एवं प्रबंधन के लिये पूर्व में उन्होंने केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से अपेक्षा की थी कि नैनी सैनी एयरपोर्ट के सामरिक महत्व को देखते हुए इसे अपग्रेड करने तथा इसके बेहतर प्रबंधन के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को हैंडओवर कर दिया जाए। इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा भेजे गये प्रस्ताव पर निर्णय लिये जाने हेतु एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और उत्तराखण्ड सरकार द्वारा अविलम्ब एम.ओ.यू की कार्यवाही पूर्ण करने की भी बात हुई थी। इसी के क्रम में आज यह एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित हुआ है। मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट अथॉरिटी व एक्जक्यूटिव डायरेक्टर से नैनी सैनी हवाई अड्डे से विमान सेवा के संचालन में शीघ्रता की अपेक्षा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुमाऊं की एयर कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए पंतनगर में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री ने पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित नये अलाइनमेंट का ओएलएस सर्वे करने की भी एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों से अपेक्षा की।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूडी, एयरपोर्ट अथॉरिटी के ऑपरेशन हेड समीर सिंह, देहरादून एयरपोर्ट के निदेशक प्रभाकर मिश्रा आदि उपस्थित थे।

सीमांत क्षेत्रों के विकास में कोई कमी नही आने दी जायेगी-धामी

नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में “देश की उत्तरी सीमाओं अवस्थापना विकास” के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ हवाई अडडे को वायु सेना द्वारा विकसित किया जाये। पिथौरागढ़ हवाई अड्डे का संचालन के फलस्वरूप देश के विभिन्न राज्यों से पर्यटक आसानी से पिथौरागढ़ पहुच सकते है जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के साधन सृजित होने के साथ ही एयर कनेक्टिविटी आसान होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के सीमांत जनपदों में अवस्थापना विकास यथा रोड़, रेल, दूरसंचार, वायुसेवा के कार्य तेजी से किये जा रहे हैं। लंबित कार्याे को शीर्ष प्राथमिकता पर निस्तारित करने के लिए सीमांत जनपदों के जिलाधिकारियों को प्रतिमाह बैठक आयोजित कर न्यूनतम समय में कार्याे को निस्तारित किये जाने के लिए निर्देशित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार सीमांत जनपदों में लंबित सभी कार्याे को प्राथमिकता पर सम्पादित कर रही है। सीमांत जनपदों में अवस्थापना विकास के कार्यों से प्रदेश में पर्यटन बढ़ने के साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार के साधन भी सृजित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड एक सैनिक बाहुल्य राज्य है। यहां लगभग प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति प्रत्यक्ष/परोक्ष रूप से सेना से जुडें है। मैं स्वंय सैनिक परिवार से हॅू। सेना के प्रति लोगों के दिल में अथाह प्रेम है। सेना के कार्य उत्तराखण्ड राज्य में प्राथमिकता के आधार पर करवाये जायेगें। बैठक में मुख्य सचिव डॉ एस एस संधू भी उपस्थित रहे।