राहत राशि की किस्तें न मिलने पर गढ़वाल मंडल टैक्सी संचालक हुए एकत्र, उठाई मांग

आज गढ़वाल मंडल टैक्सी चालक एवं मालिक एसोसिएशन की बैठक हरिद्वार रोड स्थित कार्यालय में हुई। अध्यक्ष विजयपाल सिंह रावत ने कहा कि कोरोनाकाल में आर्थिक बदहाली से त्रस्त टैक्सी संचालकों के उत्थान के लिए राज्य सरकार ने लगातार छह माह तक प्रतिमाह 2000 रुपये की धनराशि खाते में डालने की घोषणा की थी। लेकिन उक्त धनराशि की मात्र दो किस्तों के बाद राहत राशि आनी बंद हो गई। शेष चार किस्तें अभी तक नहीं मिल पाई हैं। इसके चलते राज्य सरकार की विश्वसनीयता और मंशा पर सवाल खड़े हो गए हैं। कहा कि शीघ्र धनराशि टैक्सी संचालकों के खाते में डाली जाए, अन्यथा प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।

मौके पर अमर सिंह, पूरण सिंह रावत, पुरुषोत्तम रतूड़ी, बलवीर सिंह नेगी, महावीर सिंह, राम कुमार चौहान, प्रेमचंद गोयल, लखपत सिंह, संदीप कुमार, संजय मानू, भीम सिंह, पशुपति गैरोला, दीपक शर्मा, किशोर रमोला आदि उपस्थित रहे।

ऋषिकेश मेयर अनिता ने सीएम से मुलाकात कर राहत राशि का डेढ़ लाख का चेक सौंपा

कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए राज्य आपदा राहत कोष में नगर निगम मेयर अनिता ममगाई ने डेढ़ लाख रूपए देकर मिसाल कायम की है।

मेयर अनिता ने मुख्यमंत्री आवास में जाकर राहत राशि का चेक मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को सौंपा। कोविड-19 के दृष्टिगत मेयर ने मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु डेढ़ लाख रुपए का चेक दिया। जिसमें एक लाख पति डा. हेतराम ममगाई व पुत्र 50 हजार डा. हिमांशु ममगाई की ओर से दिए गए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश मेयर द्वारा कोरोना के खिलाफ जंग में कुशलता के साथ सरकारी नियमों का अनुपालन कराने एवं चलाये जा रहे राहत कार्यों की सराहना की। मेयर अनिता ममगाई ने मुख्यमंत्री की होसला अफजाई का आभार व्यक्त किया।

एम्स ने एक दिन के वेतन से दिए 80 लाख रूपए
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश की ओर से कोरोना वायरस (कोविड 19) के विश्वव्यापी बढ़ते दुष्प्रभाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री केयर फंड में 80 लाख से अधिक की धनराशि दान की है। इसमें संस्थान में कार्यरत कर्मचारियों का एक दिन का वेतन शामिल है।

निदेशक प्रो. रवि कांत ने बताया कि संस्थान हमेशा जनहित व स्वास्थ्य सेवा को लेकर तत्पर रहता है, लिहाजा एम्स ऋषिकेश संकट की इस घड़ी में अपने संपूर्ण संसाधनों से मरीजों की सेवा में जुटा है। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने बताया कि संस्थान की ओर से कोरोना मरीजों के लिए एम्स में 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड संचालित किया जा रहा है और इस संख्या को जल्द बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मरीजों के सैंपल की जांच के लिए माइक्रो बायोलॉजी विभाग में प्रयोगशाला शुरू कर दी गई है,जिसमें संस्थान में आने वाले कोविड 19 आशंकित मरीजों के अलावा राज्य के विभिन्न अस्पतालों से आने वाले नमूनो की जांच भी नियमिततौर पर की जा रही है। निदेशक एम्स प्रो.रवि कांत जी ने बताया कि संस्थान द्वारा कोविड 19 ग्रसित मरीजों की सुविधा के लिए संस्थान में वेंटीलेटर्स की संख्या 65 से बढ़ाकर 200 की जा रही है, इस दिशा में कार्य चल रहा है।