यूकेडी प्रत्याशी मोहित डिमरी ने चुनाव में किया भ्रामक, खुद पर हमले की झूठी कहानी रची

14 फरवरी को हुए मतदान से दो दिन पहले आई एक खबर ने सबको चौंका दिया। 12 फरवरी की रात ये खबर आई की रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) से उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी मोहित डिमरी पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया है। इसमें मोहित डिमरी को चोटें भी आई औऱ उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। लेकिन इस मामले की (Police says attack on Mohit Dimri was fake and scripted) जांच के बाद पुलिस का कहना है कि हमले की यह पूरी कहानी फर्जी है औऱ मोहित डिमरी द्वारा चुनाव में फायदा लेने के लिए यह स्वांग रचा गया।

रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि 12 फरवीर को हमले की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई थी। पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाकर उनके बयान लिए गए और मामले की जांच शुरू हुई। कॉल डिटेल्स, सीसीटीवी फुटेज खंगालने और तमाम जांच के बाद ये सामने आया कि हमले की कहानी फर्जी थी। मोहित डिमरी और उनके साथियों ने चुनाव में फायदा लेने के लिए ये स्वांग रचा था।

पुलिस के मुताबिक विवेचनात्मक कार्यवाही में यह बात स्पष्ट रूप से सामने आयी है कि, उस दिन पुलिस को जो भी सूचना दी गयी थी, भ्रामक दी गयी थी, वास्तव में ऐसी कोई घटना घटित ही नहीं हुई थी। विवेचनात्मक कार्यवाही के दौरान सीसीटीवी फुटेज एवं कॉल डिटेल्स इत्यादि का गहरायी से विश्लेषण किया गया, जो लोग उस समय वहां पर मौजूद थे या जो भी इनके साथ कार में थे, तथा जो इनको लेकर निजी चिकित्सालय ले गये थे, सभी के बयानों के आधार पर यह बात सामने आयी है कि, इनके द्वारा चुनाव में फायदा लेने व सहानुभूति प्राप्त करने के इरादे से झूठी सूचना पुलिस को दी गयी थी, और एक ऐसा अपराध का घटनास्थल एवं वातावरण तैयार किया गया था, जिसमें इनके द्वारा खुद ही अपने वाहन के शीशे पत्थर से तोड़े गये तथा अपने पर कुछ हल्की चोटें लगवाईं गयी। और उस दिन इस घटनाक्रम को काफी बढ़ा-चढ़ा कर विभिन्न सोशल मीडिया एवं मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से प्रस्तुत कराया गया था। इस सम्बन्ध में पुलिस के स्तर से रिपोर्ट न्यायालय में प्रेषित की जा रही है तथा न्यायालय के आदेश से इस सम्पूर्ण घटनाक्रम में संलिप्त लोगों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।

यूकेडी ने आज 14 उम्मीदवारों की घोषणा की

उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने 14 और विधानसभा क्षेत्रों के लिए अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं। बुधवार को दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने केंद्रीय कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रत्याशियों के नामों का एलान किया। दल अब तक 30 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी मैदान में उतार चुका है। ऐरी का कहना है कि शेष सीटों पर भी प्रत्याशियों के नाम की घोषणा जल्द की जाएगी। उन्होंने कहा कि उक्रांद के चुनावी एजेंडे में पलायन, बेरोजगारी, भू-कानून जैसे मुद्दे प्रमुख रहेंगे।
वहीं प्रत्याशियों के नाम का ऐलान करते ही यूकेडी कार्यकर्ताओं ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। यूकेडी की केन्द्रीय महिला अध्यक्ष प्रमिला रावत के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता ने नेताओं को बधक बनाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रमिला रावत ने टिकटों पर बंदरबांट का आरोप लगाते हुए निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया। प्रमिला रावत ने वरिष्ठ नेताओं की कार्यशैली पर सवाल उठाते कहा कि कभी भी टिकट वितरण पर हमारी राय नहीं ली जाती है। नेताओं की लचर कार्यशैली के कारण आज कार्यकर्ताओं में निराशा का माहौल है। अगर यही हाल रहा तो यूकेडी में को उई झंडा डंडा उठाने वाला नहीं बचेगा।

ये हैं यूकेडी के 14 उम्मीदवारों की सूची
यमुनोत्री-रमेश चंद्र रमोला
गंगोत्री-जसवीर सिंह असवाल
घनसाली-कमलदास
नरेंद्रनगर-सरदार सिंह पुंडीर
चकराता- रामानंद चौहान
विकासनगर-प्रीति थपलियाल
सहसपुर-गणेश प्रसाद काला
राजपुर रोड-बिल्लू वाल्मीकि
नैनीताल-ओमप्रकाश
रामनगर-राकेश चौहान
भीमताल-हरीश चंद्र राहुल
जागेश्वर-मनीष सिंह नेगी
हरिद्वार-आदेश कुमार मरवाड़ी
सल्ट-राकेशनाथ गोस्वामी

प्रीतम ने दिल्ली में थामा भाजपा का हाथ, भाजपाईयों में बैचेनी

उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने बड़ा दांव चला है। धनोल्टी के निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार को पार्टी अपने पाले में लाने में कामयाब रही है। बुधवार को विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने नई दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने उन्हें सदस्यता ग्रहण कराई। बता दें कि प्रीतम उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) से भी मंत्री रह चुके हैं। उन पर कांग्रेस की भी नजर थी।
इस मौके पर प्रीतम सिंह पंवार ने कहा कि मैं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि देश की सबसे बड़ी पार्टी में शामिल हुआ हूं। मैं धार्मिक प्रदेश से हूं, जहां चारधाम हैं, देवी देवताओं का वास है। पीएम मोदी का नाता भी देवभूमि से रहा है। जिस तरह से उनकी धार्मिक आस्था देवभूमि से जुड़ी हैं उससे निश्चित तौर पर प्रदेश का विकास होगा।

जानिए प्रीतम सिंह पंवार के बारे में खास बातें
नाम- प्रीतम सिंह पंवार
पिता का नाम- स्व. मनोहर लाल पंवार
माता का नाम- कमला देवी
जन्मतिथि- 1 जनवरी 1966
स्थाई पता- ग्राम थान, जौनपुर, टिहरी गढ़वाल।
प्रारंभिक शिक्षा- प्राथमिक से इंटरमीडिएट तक की शिक्षा बड़ेथी, उत्तरकाशी।
स्नातक- डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून।

प्रीतम पंवार का राजनीतिक सफर
– 1984 में उत्तराखंड क्रांति दल में शामिल हुए।
– 1988 में पहली बार चिन्यालीसौड़ उत्तरकाशी से क्षेत्र पंचायत सदस्य चुने गए।
– 1994 में उत्तराखंड राज्य आंदोलन में सक्रिय भागीदारी की।
– 1996 में जिला सहकारी बैंक उत्तरकाशी के निदेशक।
– 1996 में दोबारा चिन्यालीसौड़ उत्तरकाशी से क्षेत्र पंचायत सदस्य चुने गए।
– वर्ष 2000 से 2002 तक उत्तरकाशी जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष रहे।
– 2002 में पहली बार यूकेडी से यमुनोत्री विधानसभा सीट से विधायक बने।
– 2012 में दूसरी बार भी यूकेडी से ही यमुनोत्री सीट से विधायक बने। तत्कालीन कांग्रेस सरकार में पहली बार कैबिनेट मंत्री का दायित्व संभाला। पंवार को शहरी विकास, मत्स्य पालन, पशुपालन, कारगार जैसे बड़े विभागों का मंत्री बनाया गया।
– 2017 में टिहरी जिले की धनोल्टी विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल कर तीसरी बार विधायक बने।