मिशन सिलक्यारा नाटक का हुआ मंचन, सीएम सहित तमाम लोगों ने देखी प्रस्तुति


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दूरदर्शन केंद्र के समीप स्थित संस्कृति विभाग के प्रेक्षागृह में मिशन सिलक्यारा नाटक का अवलोकन किया। मदन मोहन सती की मूल कृति ‘नायक से जननायक’ पर आधारित ‘‘मिशन सिलक्यारा’’ नाटक के माध्यम से सिलक्यारा के श्रमिकों के संघर्ष को संजीदगी के साथ प्रस्तुत किया गया है। मुख्यमंत्री ने डॉ सुवर्ण रावत को इस नाटक के आलेख, परिकल्पना एवं निर्देशन के लिए भी बधाई देते हुए कहा कि यह नाटक निश्चित रूप से मानवीय अनुभवों को समझने में भी मददगार होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मिशन सिलक्यारा की सफलता में बाबा बौखनाग की असीम कृपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन, प्रगाढ़ इच्छाशक्ति के साथ ही पग-पग पर उनके सहयोग से विभिन्न संस्थानों, सेना के जवानों, रेट माइनर्स और ग्राउण्ड जीरो पर राज्य सरकार के समेकित प्रयासों से सुरंग में फंसे मजदूरों को जीवन बचाने में हम सफल हो पाए। यह घटना कोई साधारण घटना नहीं थी इन 17 दिनों में सभी अपने-अपने तरीके से श्रमिकों व उनके परिजनों को प्रेरणा देते रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नाटक के आयोजकों ने इस प्रदर्शन के माध्यम से समाज को साहस, समर्थन, और एकता का संदेश देने का कार्य किया है। इसके लिए उन्होंने नाटक के मंचन से जुड़े सभी लागों के प्रयासों की भी सराहना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को उत्तर नाट्य संस्थान के अध्यक्ष एसपी ममगाई एवं महासचिव रोशन धस्माना ने उत्तराखण्ड के संस्कृति एवं रंगकर्मियों की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा।

कार्यक्रम में विधायक दुर्गेश्वर लाल, प्रमोद नैनवाल, सुरेश गड़िया, उत्तराखण्ड संस्कृति कला परिषद की उपाध्यक्ष मधु भट्ट सहित संस्कृति एवं रंगकर्मियों सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने वर्चुअल फ्लैग दिखाकर हल्द्वानी से मुनस्यारी तक किया हेली सेवा का शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास, सभागार में नागरिक उडडयन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हल्द्वानी से मुनस्यारी, पिथौरागढ़, चम्पावत हेतु क्षेत्रीय कनेक्टिविटी स्कीम के अंतर्गत संचालित की जा रही हैली सेवा का वर्चुअल रूप से फ्लैग ऑफ कर शुभारम्भ किया।

कार्यक्रम को सम्बोधत करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुये कहा कि इस हवाई सेवा की लम्बे समय से प्रतीक्षा थी। उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों को परस्पर जोड़ने और लोगों को आवागमन हेतु सुविधा प्रदान करने में सक्षम तो होगी ही, आपात समय में राहत और बचाव कार्यों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए एक प्रभावी माध्यम भी साबित होगी। उन्होंने कहा कि इससे विभिन्न पर्यटन क्षेत्रों के दर्शन होने के साथ ही लोगों को आवागमन में भी काफी सुविधा होगी।

मुख्यमंत्री ने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना काल में जो बाहर चले गये थे, वे अब अपने गाँव वापस आ रहे हैं। इस तरह यह सिर्फ़ हवाई सेवा नहीं, बल्कि रिवर्स पलायन का मार्ग भी है। यही वह मार्ग है, जो हमारे पहाड़ों के घरों को पुनः आबाद करेगा तथा गाँव में रौनक़ लौटाएगा।

मुख्यमंत्री ने जोलीग्रांट एयरपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा कि हमने कुछ दिन पूर्व ही जोलीग्रांट एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का शुभारंभ किया है तथा शीघ्र ही अब जोलीग्रांट एयरपोर्ट से पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर देहरादून-अमृतसर, देहरादून-पंतनगर, देहरादून-अयोध्या रूट्स पर भी एयर कनेक्टिविटी शुरू की जाएगी। यही नहीं हम आगामी समय में त्रिजुगीनारायण, लैंसडाउन आदि स्थानों के लिए भी हेली सेवा की शुरूआत करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि इससे जहां एक ओर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं दूसरी ओर रोजगार के नए अवसर भी बढ़ेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून से पिथौरागढ़ तक फिक्सड विंग एयरक्राफ्ट सेवाएं विगत 30 जनवरी 2024 से शुरू की जा चुकी है। इस सेवा के प्रारंभ होने से सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को यात्रा करने के लिए एक नया और बेहतर विकल्प मिला है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण राज्य है तथा राज्य सरकार का प्रयास है कि श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को राज्य में आवागमन के लिए हर प्रकार की सुविधा मिले। इसमें हवाई सेवाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां हम जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बना रहे हैं, वहीं पंतनगर एयरपोर्ट को भी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके साथ ही प्रदेश के रमणिक क्षेत्रों का हवाई माध्यम से दर्शन करने हेतु “जॉय राइड सेवा“, “हिमालयन दर्शन“ आदि सेवाएं भी प्रस्तावित हैं तथा इन सेवाओं के प्रारंभ होने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अमृत काल में प्रवेश कर चुका है। उनके नेतृत्व में आज का भारत बड़े सपने देख रहा है और उन्हें पूरा भी कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आम व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आई है तथा उनके कार्यकाल में 25 करोड लोग गरीबी की रेखा से ऊपर उठे हैं। हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई यात्रा कर पाए, यह सपना उन्होंने देखा था और इन 10 वर्षों में हम उस सपने को साकार होते हुए देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां-जहां डबल इंजन की सरकार है, वहां-वहां प्रधानमंत्री का विजन आम आदमी के जीवन में खुशहाली ला रहा है तथा प्रधानमंत्री ने जिस उड़ान योजना की शुरुआत की थी आज हम उसका लगातार विस्तार देख रहे हैं। उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि हमारी सरकार प्रदेश में नागरिक उड्डयन को बढ़ावा देने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है और आगे भी करती रहेगी तथा हम उत्तराखंड को प्रत्येक क्षेत्र में देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं व आप सभी के सहयोग से हम अपने इस संकल्प को पूर्ण करने में अवश्य सफल होंगे।

कार्यक्रम को रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने दिल्ली से वर्चुअल रूप में सम्बोधित करते हुए कहा कि क्षेत्रीय पर्यटन व हवाई संपर्क को बढ़ावा देने के लिये उड़े देश का हर नागरिक के तहत हवाई सेवा शुरू की गयी थी। इस सेवा से पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि को काफी लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने यह भी बताया कि पिथौरागढ़ व चम्पावत के विकास के लिए केंद्र ने 140 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की है। उन्होंने कहा कि जो भी योजना भेजी जाएगी, उसे शत प्रतिशत स्वीकृति प्रदान की जाएगी।

कार्यक्रम को विधायक विशन सिंह चुफ़ाल, अपर सचिव नागरिक उड्डयन सी रवि शंकर, मुनस्यारी, पिथौरागढ़, चम्पावत तथा हल्द्वानी से जुड़े जन प्रतिनिधियों ने भी सम्बोधित किया तथा हवाई सेवा के शुरू होने से क्या क्या फायदा होंगे, के सम्बन्ध में विस्तार से प्रकाश डाला।

इस अवसर पर मोहन सिंह बिष्ट, जोगिंदर सिंह रौतेला, गिरीश जोशी, गणेश भंडारी, दीपिका बोरा, धन सिंह, प्रदीप रावत सहित सम्बंधित पदाधिकारी व अधिकारी उपस्थित थे।

काशीपुर कलस्टरः ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना के लिए 1429.89 लाख रूपये पर हुए अनुमोदन

काशीपुर कलस्टर की ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना के लिए वित्त मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने 1429.89 लाख रूपये पर अपना अनुमोदन दिया है।

मंत्री डा. अग्रवाल ने बताया कि काशीपुर कलस्टर जिसमें काशीपुर, जसपुर और महुआडाबरा आदि की ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना के लिए उनकी ओर से 1429.89 लाख रूपये को अपना अनुमोदन दिया है। उन्होंने बताया कि इसमें चतुर्थ राज्य वित्त आयोग से 571.956 लाख रूपये, स्वच्छ भारत मिशन से 500.46 लाख रूपये तथा काशीपुर कलस्टर से 357.4725 लाख रूपये स्वयं के वहन से करेगा।

उन्होंने बताया कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन का तात्पर्य है कि वातावरण एवं जन स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना ठोस कचरे के उपचार, निस्तारण, पुनः प्रयोग, पुनः चक्रण व ऊर्जा में परिवर्तन करने की प्रक्रिया से है।

उन्होंने बताया कि ठोस कचरा प्रबंधन की प्रक्रिया के अनेक लाभ है इन लाभों में जन स्वास्थ्य, पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी तंत्र को लाभ मिलता है, बताया कि पर्यावरण स्वच्छ रहता है।

उन्होंने बताया कि हमारे आसपास के सभी कचरे का उचित निपटान किया जाए तो हम पर्यावरण को आसानी से स्वच्छ रख सकते हैं। बताया कि कचरा प्रबंधन की पुनर्चंक्रण प्रक्रिया से हमें नए उत्पादों के लिए कच्चा माल प्राप्त होता है।

मुख्यमंत्री के निर्देश, फरवरी 2024 तक पूरा करें सैन्य धाम निर्माण का कार्य

देहरादून के गुनियाल गांव में निर्माणाधीन सैन्य धाम के निर्माण कार्यों की प्रगति की आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने प्रबंध निदेशक उत्तराखंड पेयजल निगम रणवीर सिंह चौहान को निर्देश दिए कि फरवरी 2024 तक योजना को पूरा कर लिया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सैनिक बाहुल्य प्रदेश है। इस लिहाज से देहरादून के गुनियाल गांव में बन रहा सैन्य धाम उत्तराखंड के लिए महत्वपूर्ण योजना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड प्रदेश सैनिकों की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण प्रदेश है। मुख्यमंत्री ने सैनिक कल्याण विभाग को निर्देश दिए गये कि योजना माह फरवरी-2024 तक पूर्ण कराया जाये, जिस हेतु आवश्यक धनराशि कार्यदायी संस्था उत्तराखण्ड पेयजल निगम को शीघ्रातिशीघ्र उपलब्ध कराई जाए।

पत्रकार कल्याण कोष समिति की हुई बैठक


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर सूचना निदेशालय, रिंग रोड देहरादून में सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी की अध्यक्षता में पत्रकार कल्याण कोष समिति की बैठक संपन्न हुई।

इस दौरान बैठक में कुल 5 पत्रकारों के आश्रितों को पत्रकार कल्याण कोष (कारपस फंड) से आर्थिक सहायता देने हेतु समिति ने सहमति जताई। साथ ही “मुख्यमंत्री पत्रकार सम्मान पेंशन योजना“ के अन्तर्गत 3 वरिष्ठ पत्रकारों को पेंशन देने पर सहमति बनी है।
उल्लेखनीय है कि पत्रकार एवं मृतक पत्रकार के आश्रितो हेतु पत्रकार कल्याण कोष (कारपस फंड) की स्थापना वर्ष 2008 में की गई। वर्तमान में पत्रकार कल्याण कोष (कारपस फंड) के मूलधन 7 करोड से अर्जित ब्याज के रूप में लगभग 24 लाख की धनराशि एंव 1 करोड़ 25 लाख की एफ.डी के रुप में जमा है। कारपस फण्ड के मूलधन से अर्जित ब्याज की धनराशि से ही पत्रकार एवं उनके आश्रितों को आर्थिक सहायता तथा वर्तमान में प्रदेश के 15 पात्र पत्रकारों को प्रतिमाह 8-8 हजार पेंशन का भुगतान किया जा रहा है।

इस दौरान समिति के सदस्यों के रूप में अपर निदेशक सूचना आशीष कुमार त्रिपाठी, वित्त नियंत्रक शशि सिंह, डॉ. बी.डी.शर्मा, दिनेश जोशी, निशा रस्तोगी, दीन दयाल मित्तल उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री की सादगीभरी जीवनशैली उन्हें हर किसी से कनेक्ट करती है….

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आमजन के मध्य यूं ही इतने लोकप्रिय नहीं हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री की सादगीभरी जीवनशैली उन्हें हर किसी से कनेक्ट करती है।

अब आज की ही बात लीजिए। मुख्यमंत्री टिहरी में “बेटी-ब्वारयूं कु कौथिगष् कार्यक्रम में प्रतिभाग के लिए पहुँचे थे। यहां स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों, हस्तशिल्प और हस्तकला प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित किए गए उत्पादों का न केवल उन्होंने बेहद गंभीरता के साथ अवलोकन किया बल्कि इन महिलाओं के बीच बैठकर उन्होंने उनका खूब उत्साहवर्धन भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्वयं जॉन्दरा (जांता) चलाकर महिलाओं को प्रोत्साहित भी किया। यही नहीं महिलाओं को हस्तशिल्प उत्पादों को बनाते देख मुख्यमंत्री उनकी मदद करने लगे। राज्य के मुखिया के इस रूप को देख प्रदर्शनी में मौजूद महिलाएं भी खासी प्रभावित दिखी। इस दौरान सीएम ने भी हल्के फुल्के पल बिताते हुए महिलाओं से उनके कामकाज के बारे में जाना और उनका उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि राज्य सरकार की ओर से हाउस ऑफ हिमाल्यास नाम से एकीकृत ब्रांड लांच किया गया है जिसके तले उत्तराखंड के तमाम उत्पादों को देश-विदेश में बेचा जाएगा।

राज्य की मातृशक्ति का स्वतंत्रता संग्राम व जन आंदोलनों में रही सक्रिय भागीदारीः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सायं मुख्यमंत्री आवास में प्रो सावित्री कैड़ा जन्तवाल द्वारा लिखित पुस्तक‘‘ कुमाऊँ की महिलाओं का राष्ट्रीय संग्राम तथा स्थानीय जनान्दोलनों में योगदान (बीसवी सदी) पुस्तक का विमोचन किया मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की मातृशक्ति का स्वतंत्रता संग्राम, जन आंदोलनों के साथ उत्तराखण्ड राज्य निर्माण आन्दोलन में सक्रिय भागीदारी रही है।

मुख्यमंत्री ने प्रो. सावित्री कैड़ा जन्तवाल के इन सामयिक विषयों पर शोध कर पुस्तक के रूप में प्रकाशित करने के प्रयासों की सराहना करते हुए इसे समाज के व्यापक हित में बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रो. जंतवाल इतिहास अनुसंधान, सामाजिक आर्थिक सुधार, सामाजिक जागरूकता, महिला सशक्तिकरण के साथ पर्वतारोहण के क्षेत्र में भी महिलाओं की प्रेरणास्रोत रही है।

इस अवसर पर विधायक सविता आर्या, अपर मुख्य सचिव आनन्द वर्धन, सचिव दिलीप जावलकर सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

सोमवार को खुला रहेगा उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन स्थल पर एग्जीबिशन एरिया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में एफ.आर.आई स्थित “उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट” के आयोजन स्थल पर “एग्जीबिशन एरिया” रविवार को स्कूली छात्रों और आम जनता के लिए खुला रहा। यह स्थल सोमवार 11 दिसंबर को भी स्कूली छात्रों और आम जनता के लिए खुला रहेगा।

रविवार को बड़ी संख्या में एफ.आर.आई पहुँचे छात्र-छात्राओं और आम जनता को विभिन्न स्टाल्स का भ्रमण कर उत्तराखण्ड के दो दशक की विकास यात्रा को करीब से जानने का अवसर प्राप्त हुआ।

स्टाल्स पर जहां एक ओर ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन, एरोमा पार्क, प्लास्टिक पार्क, फूड पार्क, वेलनेस पार्क, टिहरी डैम समेत विभिन्न जलविद्युत परियोजनाओं की प्रदर्शनी लगाई गई है, वहीं उत्तराखण्ड के पारंपरिक उत्पादों, हस्तकला, हस्तशिल्प प्रदर्शनी भी लगाई गई है।

मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में एमओयू के ग्राउंडिंग पर सरकार का फोकस

उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन समापन के बाद मीडिया सेंटर में सचिव मुख्यमंत्री, डॉ आर मीनाक्षी सुंदरम और सचिव उद्योग डॉ विनय शंकर पांडेय ने संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान सचिव डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया तीन माह पूर्व शुरू हुए “डेस्टिनेशन उत्तराखण्ड” अभियान में सरकार द्वारा देश के विभिन्न महानगरों समेत विदेश में भी चार रोड शो आयोजित किए गए। जिसमें आजतक 3 लाख 50 हज़ार करोड़ से अधिक के एमओयू साइन किए जा चुके हैं।

उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त निवेशकों द्वारा दो दिन के समिट के दौरान बेहद उत्साह दिखाया गया। समिट में 20 से अधिक देशों के ब्रांड एंबेस्टर/ प्रतिनिधि/ उद्योगपति मौजूद रहे। सचिव डॉ मीनाक्षी सुंदरम् ने बताया कि इस समिट के दौरान रू0 44 हज़ार करोड़ की ग्राउंडिंग अब तक हो चुकी है जो कि अब तक किसी भी वित्तीय वर्ष में सबसे बड़ा ग्राउंडिंग का आँकड़ा है। सचिव डॉ. सुंदरम् ने बताया कि जो प्रोजेक्ट ग्राउंड हुए हैं उनमें मैन्यूफ़ैक्चरिंग, ऊर्जा, हॉस्पिलिटी और रियल एस्टेट के सेक्टर प्रमुख रूप से हैं। उन्होंने बताया कि बताया मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में पहले दिन से ही सरकार का ग्राउंडिंग पर फोकस था। निवेशकों द्वारा दो दिन के समिट के दौरान बेहद उत्साह दिखाया गया।

सचिव उद्योग विनय शंकर पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में सरकार का “ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट” के आयोजन को लेकर जहां एक ओर निवेश पर फोकस था वहीं दूसरी ओर प्रदेश में रोज़गार सृजन भी प्राथमिकता थी, प्रदेश सरकार इस दिशा में बहद सकारात्मक दृष्टिकोण से आगे बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार इन एमओयू की ट्रैकिंग के लिए उद्योग मित्रों की भी नियुक्ति कर रही रही है। यह उद्योग मित्र बाक़ी एमओयू की ग्राउंडिंग में निवेशकों और सरकार के बीच सेतु के रूप में कार्य करेंगे।

सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने समस्त मीडिया प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आगामी 10 और 11 दिसंबर को भी थ्त्प् में स्कूली छात्रों और आम जानता के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का एक्सीबिशन एरिया खुला रहेगा। इस अवसर पर सूचना विभाग के विभिन्न अधिकारी मीडिया प्रतिनिधि मौजूद रहे।

राज्य की समृद्ध लोक संस्कृति व लोकविधा की परंपरा देवभूमि की पहचानः सीएम


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सांय नीबूवाला गढ़ी कैन्ट, देहरादून में हिमालयन सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा आयोजित सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी लोक संस्कृति एवं लोकविधा की परम्परा देवभूमि की पहचान है। राज्य की समृद्ध लोक संस्कृति एवं परम्पराओं को बढावा देने का हमारा प्रयास है। हमारी युवापीढी अपनी लोककला, लोकसंस्कृति से जुडे इसकी भी मुख्यमंत्री ने जरूरत बतायी। ऐसे आयोजनों को मुख्यमंत्री ने लोककला को बढावा देने तथा युवा कलाकारों को प्रोत्साहन देने वाला भी बताया।

इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, सचिव रविनाथ रमन, हरिचन्द सेमवाल, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।