जौनसार बाबर के प्रथम कवि के काव्य संग्रह रमणी जौनसार का विमोचन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को आई.आर.डी.टी सभागार, सर्वे चौक, देहरादून में जौनसार बाबर के प्रथम कवि पं. शिवराम द्वारा रचित काव्य संग्रह ’रमणी जौनसार ’ एवं पं. शिवराम शर्मा के व्यक्तित्व व कृतित्व पर केन्द्रित ग्रंथ ’जौनसार बावर के जननायक पं. शिवराम’ पुस्तक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि चकराता क्षेत्र में पंडित शिवराम शर्मा मूर्ति लगाये जाने के लिए प्रस्ताव आयेगा तो उस क्षेत्र में उनकी मूर्ति स्थापित की जायेगी। उनके द्वारा लिखी गई कविताओं का संग्रह कर संजोया जायेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पं. शिवराम की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि पं. शिवराम की कविता संकलनों से नई पीढ़ी को व्यापक रूप से पुराने गौरवशाली इतिहास के बारे में पता चलेगा। पंडित शिवराम ने हिंदी को अपनी अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया। उन्होंने अपना जीवन समाजिक कार्यों के लिए समर्पित किया एवं कविताओं के माध्यम से समाज में अलख जगाने का कार्य किया। उनके संघर्ष एवं उनके द्वारा किए गए कार्यों को आने वाली पीढ़ियों को अपनी स्मृति में लाना जरूरी है। उन्होंने कहा उनकी रचनाओं के माध्यम से अन्य महापुरुषों से भी परिचय होता है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक सविता कपूर, मुन्ना सिंह चौहान, पद्मश्री लीलाधर जगूड़ी, एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष मूरत राम शर्मा, अनिल गोयल, रामशरण नौटियाल, प्रताप सिंह रावत, पद्मश्री प्रेमचन्द शर्मा आदि उपस्थित रहे।

नीरजा देवभूमि चौरिटेबल ट्रस्ट ने शुरु किया निःशुल्क शिक्षण संस्थान

नीरजा देवभूमि चौरिटेबल ट्रस्ट ने निर्धन वर्ग के छात्र-छात्राओं को शिक्षित करने के लिए निशुल्क शिक्षण संस्थान की शुरुआत की है। आज शिक्षण संस्थान के शुरुआत में किया गया सहयोग वीरेंद्र गुसाईं द्वारा किया गया। राजेंद्र सिंह गुसाईं ट्रस्ट मैं सहयोग अपने माता की याद मैं किया करते हैं। ट्रस्ट ने इस शिक्षण संस्थान को निर्धन वर्ग के बच्चों के लिए निशुल्क संचालन किया है। जिसमें बच्चों को प्राइमरी से पांचवी कक्षा तक ट्यूशन, क्रीडा और विभिन्न प्रकार की कला सिखाई जाएगी। जिससे बच्चों को आगे चलकर अपने फ्यूचर को लेकर ज्यादा कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। ट्रस्ट संस्थापक नीरजा गोयल ने कहा ट्रस्ट का सदैव यही प्रयास रहा है कि समाज के निर्धन वर्ग के लोगों और उनके बच्चों को कभी किसी परिस्थिति में किसी कठिनाई का सामना ना करना पड़े।
इस दौरान मुख्य अतिथि भरत मन्दिर के महंत वत्सल, हरिशानन्द, कार्यक्रम की अध्यक्षता डीबीपीएस रावत, पूर्व प्रधानाचार्य अजय शर्मा, डीपी रतूड़ी, रीणा शर्मा पार्षद, राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट पार्षद, भावना सिंधी अध्यक्ष सिंधी लेडीज क्लब, ट्रस्ट सहसंस्थापक नूपुर गोयल, सीमा खुराना, मनप्रीत, मनजीत, प्रिंस गुप्ता, कमल, सोनी ध्रुव, खुशी, दुर्गेश, आशु, उषा चौहान, पूनम, आचार्य सन्तोष व्यास, मनोज गुप्ता, सुनील थपलियाल, वरुण जैन, अध्यापिका शिखा पाल, मंजू द्वारा बच्चों को अध्ययन कराया जाएगा।

पुलिस लाइन में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव कार्यक्रम मनाया

पुलिस लाइन, देहरादून में आयोजित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि) ने बतौर मुख्य अतिथि एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतौर विशिष्ट अतिथि प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के दौरान कलाकारों द्वारा भगवान कृष्ण और राधा पर आधारित गीतों को प्रस्तुत किया गया जिसने पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया। इस मौके पर छोटे बच्चों ने कृष्ण और राधा पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किए।
इस दौरान राज्यपाल ने जन्माष्टमी पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि श्रीकृष्ण जन्मोत्सव हमारे लिए सदैव एक उत्साह, आनंद, प्रेरणा और उमंग लेकर आता है। भगवान श्रीकृष्ण का जीवन चरित्र, व्यक्तित्व और उनके उपदेश हमें अलौकिक मार्ग दिखाते हैं। उन्होंने कहा की पुलिस प्रशासन का यह एकमात्र त्यौहार होता है जिसे काफी बेहतर तरीके से मनाया जा रहा है। पुलिस प्रशासन 24 घंटे जनता की सेवा में तत्पर रहती है और आज उनके के लिए यह त्योहार महत्वपूर्ण होता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण का प्रत्येक अवतार मनुष्य को जीवन जीने कि नई सीख देता है। भगवान श्री कृष्ण की प्रेरणा मनुष्य को सफल एवं समृद्ध बनाती है। उन्होंने कहा जब-जब धर्म की हानि हुई भगवान श्री कृष्ण ने विभिन्न अवतारों में धर्म एवं संसार की रक्षा की है।
कार्यक्रम में प्रथम महिला गुरमीत कौर, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ’निशंक’, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक खजान दास, विधायक मुन्ना सिंह चौहान, विधायक सविता कपूर, विधायक खजान दास, गीता धामी, डीजीपी अशोक कुमार एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिये समेकित प्रयासों की जरूरत-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय स्थित सभागार में आयोजित बोधिसत्व विचार श्रृंखला-बिन पानी सब सून विचार संगोष्ठी को सम्बोधित किया। संगोष्ठी में प्रत्यक्ष एवं वर्चुअल रूप से विभिन्न विषय विशेषज्ञों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव रखे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बोधिसत्व विचार श्रृंखला के अंतर्गत बिन पानी सब सून के रूप में विचार श्रृंखला की यह 8वीं संगोष्ठी है। उन्होंने कहा कि पानी जीवन का आधार है। जल संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में समेकित प्रयासों की जरूरत बताते हुए मुख्यमंत्री ने इस क्षेत्र से जुडे विषय विशेषज्ञों एवं बुद्धिजीवियों के विचारों एवं सुझावों को राज्यहित में उपयोगी एवं व्यावहारिक बताया। उन्होंने कहा कि जल के महत्व, संवर्धन एवं संरक्षण से सम्बन्धित संगोष्ठी के मंथन से निकलने वाला अमृत राज्य की लगभग 17 छोटी-बड़ी नदियों का जल स्तर बढ़ाने के प्रयासों को फलीभूत करने वाला होगा।
मुख्यमंत्री नेे कहा कि ऐसे महत्वपूर्ण विषय पर और अधिक विषय विशेषज्ञों के सुझावों का लाभ लेने के लिये राज्य स्तर पर एक फोरम का गठन किया जायेगा। उन्होंने इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को जन जन का कार्यक्रम बनाने पर बल देते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों की सफलता के लिये सरकार के साथ सभी को सहयोगी बनना होगा। ऐसे कार्यक्रमों का ज्ञान विज्ञान एवं अनुसंधान के माध्यम से आगे बढ़ाना होगा तभी हम अपनी विरासत को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ने में भी सफल हो पायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जन संवर्धन की दिशा में राज्य में आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में प्रति जनपद 75 अमृत सरोवर बनाये जा रहे हैं। इस प्रकार प्रदेश में कुल 1275 अमृत सरोवर तैयार किये जायेंगे।
संगोष्ठी में विषय विशेषज्ञों द्वारा दिये गये सुझावों के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बांज के जंगलों के विस्तार, बंजर जमीन को उपजाऊ बनाये जाने तथा चीड के प्रबंधन पर ध्यान दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि जल का बेहतर प्रबंधन से ही हम जल को बचा पायेंगे तथा नदियों के जल स्तर को बढ़ाने में सफल हो पायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नीति आयोग की बैठक में उन्होंने हिमालयी राज्यों के लिये अलग नीति बनाये जाने की बात रखी है। राज्य की इकोनॉमी एवं इकोलॉजी का बेहतर समन्वय कर हम संसाधनों का बेहतर उपयोग कर पायेंगे। उन्होंने कहा कि हमें अपने व्यवहार में पानी बचाने की प्रवृत्ति को अपनाना होगा। प्रदेश में जल स्त्रोतों के चिन्हीकरण के साथ ही ग्राम इकाइयों को इससे जोड़ने का प्रयास किया जायेगा।
इस अवसर पर पद्म कल्याण सिंह रावत ने गैर हिमानी नदियों को बचाने के लिये बांज व चौड़ी पत्ती के वृक्षों के रोपण पर ध्यान देने के साथ ही चीड़ का वैज्ञानिक प्रबंधन पर बल दिया। उनका सुझाव था कि होम स्टे योजना के तहत पहाड़ी शैली के भवनों के निर्माण के लिये चीड़ के पेड़ों के दोहन की व्यवस्था हो। बंजर खेतों को आबाद करने तथा बुग्यालों को बचाने की दिशा में भी पहल किये जाने का उनका सुझाव था।
पानी राखो आंदोलन के प्रणेता डॉ. सच्चिदानंद भारती ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में जल तलैया बनाने तथा धारे नोले के पुनर्जीवीकरण के लिये सरल व टिकाऊ तकनीकि पर ध्यान दिया जाए, जो लोगों को सहजता से जोड़ने का भी कार्य करें। उनका कहना था क धारे बचेंगे तो नदियां भी बचेंगी।
पर्यावरणविद राजेन्द्र सिंह बिष्ट ने सुझाव दिया कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग, पानी के स्त्रोतों का चिन्हीकरण तथा जल संरक्षण के लिये ग्राम पंचायतों को जिम्मेदारी दी जाए। हेस्को के डॉ. विनोद खाती का कहना था कि खेत बंजर होने के कारण पहाड़ों में भूजल संरक्षण में कठिनाई आ रही है।
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ वाटर मैनेजमेंट भुवनेश्वर के डॉ. अशोक नायक, रिमोट सेंसिंग के डॉ प्रवीन, सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड के निदेशक डॉ. प्रशांत राय, जल विज्ञान केन्द्र की सुश्री भक्ति देवी, डॉ रीमा, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी के डॉ. राजेश कुमार सिंह, नौला के श्री बिशन सिंह, कंसल्टेंट श्री भुवन जोशी, वाडिया इंस्टीट्यूट के डॉ. के. सी. सैन, एचएनबी गढ़वाल केन्द्रीय विश्व विद्यालय के प्रो. मोहन सिंह पंवार आदि ने भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव रखे। इस अवसर पर श्री भुपेन्द्र बसेड़ा द्वारा पानी के महत्व को दर्शाने वाली कैच द वाटर-कैच द रेन गीत की भी प्रस्तुति दी गयी।
इस अवसर पर सचिव मुख्यमंत्री आर. मीनाक्षी सुंदरम भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने किया।

मुख्यमंत्री ने बैडमिंटन खेलकर खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को बहुउद्देशीय क्रीडा भवन, परेड ग्राउंड, देहरादून में उत्तरांचल राज्य बैडमिंटन एसोसिएशन द्वारा आयोजित ’उत्तराखण्ड राज्य सीनियर बैडमिंटन प्रतियोगिता’ का शुभारंभ किया। यह प्रतियोगिता 21 अगस्त 2022 तक चलेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वयं बैडमिंटन खेल खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया।
मुख्यमंत्री ने मौजूद सभी खिलाड़ियों को उनके भविष्य हेतु शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि बच्चे खेल की विभिन्न विधाओं में सराहनीय प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदेश के खिलाड़ी आज विश्व पटल पर राज्य एवं देश का नाम रोशन कर रहे हैं। हमारे खिलाड़ियों ने अपने संकल्प, इच्छा शक्ति और परिश्रम के आधार पर अच्छा मुकाम हांसिल किया है। खिलाड़ी अपने संघर्ष एवं मेहनत के बलबूते पर अपने सपनों को पूरा करते हैं। खिलाड़ी की सफलता से क्षेत्रवासियों, राज्यवासियों एवं देश की भावनाएं जुड़ती हैं, हजारों लोगों का आशीर्वाद उनके साथ होता है, एक खिलाड़ी की सफलता से अन्य खिलाड़ी भी प्रोत्साहित होते हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा उत्साह और उमंग से मनुष्य में ऊर्जा का संचार होता है, संकल्प एवं दृढ़ इच्छाशक्ति ही हमें हमारी सफलता की ओर ले जाती हैं। उन्होंने कहा आज हर क्षेत्र में भारत लीडर के रूप में आगे बढ़ रहा है। नए भारत का निर्माण हो रहा है। हम अमृत काल में प्रवेश कर गए हैं। इस अमृत काल में भारत एवं राज्य प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़े इसके लिए हम सभी ने अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए राष्ट्र के प्रति योगदान देना है। खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य में नई खेल नीति बनाई गई है। खिलाड़ियों की सुविधा अनुसार एवं उनके हितों को ध्यान में रखते हुए समय-समय पर खेल नीति में और सुधार किये जायेंगे। नई खेल नीति में कई प्रावधान किए गए हैं, जिससे हमारे नौजवान खेल के क्षेत्र में नई बुलंदियां हासिल करें।

सरकार ने ऋषिकेश में अवस्थापना विकास के लिए 1600 करोड रुपये मांगे

धर्म एवं योग नगरी ऋषिकेश को पूर्णरूप से सुविधा सम्पन्न बनाये जाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री की पहल पर ऋषिकेश नगर के एकीकृत शहरी अवस्थापना विकास परियोजना हेतु वित्तीय मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा यूरोपीय वित्तपोषण संस्था को 160 मीलियन यूरो की सहायता हेतु प्रस्ताव प्रेषित किया गया है। परियोजना की कुल लागत लगभग 200 मीलियन यूरो (लगभग रू0 1600 करोड़) है। परियोजना हेतु भारत सरकार व राज्य सरकार का वित्तीय अनुपात 80ः20 प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखण्ड में इन्फ्रास्ट्रक्चर में अभूतपूर्व विकास हो रहा है। ऋषिकेश में एकीकृत शहरी अवस्थापना विकास परियोजना से विश्व में योग नगरी के रूप में विख्यात ऋषिकेश नगर में स्थानीय नागरिकों एवं पर्यटकों को बेहतर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
परियोजना के अंतर्गत चौबीसों घंटे पेयजल आपूर्ति प्रणाली, पेयजल मीटर वर्षाजल प्रबन्धन व बाद सुरक्षा, सार्वजनिक स्वच्छता सुविधाएं, स्मार्ट शहरी स्थल, परिधान व सामान कक्ष, प्रतीक्षालय, घाट और व्यापारिक स्थल का विकास, सड़के और यातायात प्रबंधन भूमिगत उपयोगिता नालिका नागरिक सुरक्षा और सुविधाओं हेतु विकसित एकीकृत नियंत्रण व आदेश केन्द्र, स्मार्ट स्तम्भ व ऊर्जा बचत हेतु उपकरणों की स्थापना, परिवहन केंद्र, बस टर्मिनल और पार्किंग इत्यादि के कार्य किए जायेंगे।
प्रत्येक वर्ष ऋषिकेश में लाखों पर्यटकों का आवागमन धार्मिक एवं साहसिक पर्यटन गतिविधियों के लिए किया जाता है। ऐसे में अतिरिक्त सुविधाओं को विकसित किए जाने के दृष्टिगत विकास कार्य किए जाने की आवश्यकता है। यातायात संकुलन से होने वाली परेशानी को कम करने के उद्देश्य से ऊंचे पथों का निर्माण किया जायेगा।
परियोजना के पूर्ण होने पर नागरिक जीवनशैली व जीवन योग्यता मानकों में वृद्धि होगी, स्थानीयों के व्यापारिक व आजीविका स्तर में सुधार होगा, नागरिकों व पर्यटकों को बेहतर पेयजल एवं स्वच्छता सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी, जीविकोपार्जन गतिविधियों में वृद्धि होगी, यातायात में सरलता होगी तथा पर्यटकों को उच्चस्तरीय सुविधाएं प्राप्त हो सकेगी।

ट्रक चोरी के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार

नुन्नावाला से ट्रक चोरी के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि उनका एक साथी अभी फरार चल रहा है। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
डोईवाला कोतवाली पुलिस के मुताबिक सतवीर सिंह निवासी नुन्नावाला, भानियावाला ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनके भाई गुरदेव सिंह का ट्रक 15 अगस्त को घर के बाहर खड़ा था। इसके बाद ट्रक मौके से गायब मिला। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी। इस दौरान घटनास्थल से लंढौरा, हरिद्वार तक करीब 83 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज बारीकी से चेक की गई। सीसीटीवी कैमरे की मदद से ट्रक समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। जौलीग्रांट चौकी प्रभारी उत्तम रमोला ने आरोपियों की पहचान इशरार पुत्र सराजू निवासी ग्राम जौरासी, नाजिम पुत्र अजीज निवासी मोहितपुर, थाना भगवानपुर, नदीम पुत्र शमीम उर्फ निवासी लंढौरा थाना मंगलौर जिला हरिद्वार के रूप में हुई है। जबकि मामले में आसिफ पुत्र हसन निवासी ग्राम सिकारपुर, मंगलौर, हरिद्वार फरार चल रहा है। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास पुलिस ने तेज कर दिए हैं। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया है।

विभागीय सचिव को जनगणना कराने के निर्देश

आज दो वर्षों से स्थगित 2021 की जनगणना के आरंभ को लेकर कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने विभागीय सचिव के साथ समीक्षा बैठक की।
बुधवार को विधानसभा स्थित कार्यालय पर कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने जनगणना एवं पुनर्गठन के सचिव चंद्रेश यादव के साथ समीक्षा बैठक की। डॉ अग्रवाल ने कहा कि वर्ष 2011 के बाद 2021 में जनगणना की जानी थी। मगर कोविड-19 के चलते जनगणना नहीं की जा सकी।
मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि जनगणना निदेशालय भारत सरकार के द्वारा जनगणना के संबंध में जो भी निर्देश दिए गए हैं, उन निर्देशों का यथा अनुपालन करते हुए इस वर्ष जनगणना आरंभ की जाए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के दिए गए निर्देशों के अनुसार आगामी जनगणना की जाए साथ ही पूरी कार्ययोजना तैयार कर शीघ्र उनके समक्ष प्रस्तुत की जाए।
इस मौके पर सचिव जनगणना एवं पुनर्गठन चंद्रेश यादव ने बताया कि संभवतया माह अगस्त के बाद जनगणना शुरू की जाएगी। बता दें कि 2021 में कोरोना के चलते जनगणना नहीं हो पाई थी। तभी से दो वर्ष से जनगणना स्थगित चल रही है।

विश्व स्तर का हो उत्तराखण्ड लैंडस्लाइड मिटिगेशन एंड मैनेजमेंट सेंटर-मुख्य सचिव

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने बुधवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड लैंडस्लाइड मिटिगेशन एंड मैनेजमेंट सेंटर की प्रगति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने सचिव आपदा को सेंटर की स्थापना में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि यह सेंटर विश्व स्तर का बनाया जाना है।
मुख्य सचिव ने कहा कि हिमालयी राज्यों में भूस्खलन बहुत बड़ी समस्या है, परन्तु राष्ट्रीय स्तर में भी भूस्खलन से सम्बन्धित अध्ययन, शोध और न्यूनीकरण के लिए समर्पित कोई संस्थान उपलब्ध नहीं है। इस क्षेत्र में उत्तराखण्ड लैंडस्लाइड मिटिगेशन एंड मैनेजमेंट सेंटर सिर्फ अन्य राज्यों को ही नहीं बल्कि देश-विदेश में सेवा उपलब्ध कराने में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
मुख्य सचिव ने कहा कि इस सेंटर के कार्यों में गुणवत्ता बनाए रखने के लिए विश्व स्तरीय विशेषज्ञता पर फोकस किया जाए। इस सेंटर में सम्बन्धित क्षेत्र से प्रोफेशनल्स को ही तैनात किया जाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए सम्बन्धित क्षेत्र में कार्य कर रहे नेशनल और इंटरनेशनल संस्थानों में कार्य कर रहे प्रोफेशनल्स से संपर्क किया जाए।
मुख्य सचिव ने उत्तराखण्ड लैंडस्लाइड मिटिगेशन एंड मैनेजमेंट सेंटर शीघ्र ऑपरेशनल किए जाने हेतु प्रत्येक स्तर की तिथियां निर्धारित किए जाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर सचिव आपदा डॉ. रंजीत सिन्हा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

पत्रकार जितेंद्र जोशी बने उत्तराखंड पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष

उत्तराखंड पत्रकार यूनियन का विस्तार करते हुए ऋषिकेश इकाई का गठन किया गया, जिसमें सर्वसम्मत्ति से अध्यक्ष पद पर जितेंद्र जोशी, महासचिव विनय पाण्डेय और कोषाध्यक्ष अमित कंडियाल को चुना गया। नियुक्ति पर पत्रकारों ने अध्यक्ष और महासचिव का फूल-मालाओं से स्वागत किया।

रायवाला स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में ऋषिकेश इकाई के गठन के लिए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र कंडारी और महामंत्री हरीश जोशी पहुंचे। उत्तरांचल प्रेस क्लब अध्यक्ष जितेंद्र अंथवाल की मौजूदगी में अध्यक्ष और महासचिव पद को लेकर क्षेत्र के पत्रकारों से रायशुमारी की गई। इस दौरान अध्यक्ष पद पर जितेंद्र जोशी और महासचिव पर विनय पाण्डेय के नाम पर सहमति बनी। कोषाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी अमित कंडियाल को दिए जाना तय हुआ, जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष ने ऋषिकेश इकाई अध्यक्ष जितेंद्र जोशी और महासचिव पद पर विनय पाण्डेय की नियुक्ति की घोषणा की।

अध्यक्ष जितेंद्र जोशी ने कहा कि वह पत्रकारों के हित के लिए संघर्ष करेंगे। महासचिव विनय पाण्डेय ने भी पत्रकारों के उत्थान के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करने की बात कही। बताया कि संगठन की मजबूती के साथ ही अन्य पदों पर जल्द ही नामों की घोषणा की जाएगी। मौके पर यूनियन के प्रांतीय संरक्षक नवीन थलेड़ी, जिलाध्यक्ष संतोष चमोली, जिला संयोजक मनोहर काला और जितेंद्र चमोली, गिरधर शर्मा, जितेंद्र भट्ट, राव राशिद, भगतराम कपरूवान, दीपक जोशी, मयंक ध्यानी, रेखा भंडारी आदि मौजूद थे।