एमपी के सीएम भी पहुंचे, धामी के साथ घटनास्थल का भी किया निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के रिखाऊखड्ड डामटा के समीप बस दुर्घटना स्थल का स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बस दुर्घटना में मृतक रामसजी एवं बांके बिहारी के रिश्तेदार कृष्ण बिहारी द्विवेदी से बातचीत की तथा वाहन दुर्घटना में मृतक सभी श्रद्धालुओं के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक अन्य बस में सवार मध्यप्रदेश के तीर्थ यात्रियों से भी बातचीत की।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। कल घटना की सूचना मिलते ही हम लगातार उत्तराखंड सरकार के सम्पर्क में थे। जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री के निर्देशन में राहत और बचाव कार्य तत्काल प्रारम्भ किए। रेस्क्यू ऑपरेशन में जितनी जल्दी हो सकता था सभी ने तेजी से काम किया। जिला प्रशासन और स्थानीय निवासियों द्वारा रात में ही पार्थिव शरीर को गहरी खाई से निकाला। पोस्टमार्टम व पंचनामा की कार्यवाही तेजी से की गई। यात्रियों के पार्थिव शरीर को जौलीग्रांट देहरादून भेजा गया है। यात्रियों के पार्थिव शरीर को सेना के हेलीकॉप्टर के माध्यम से खजुराहो (मध्यप्रदेश) पहुंचाया जाएगा। जहां से उनके पार्थिव शरीर को उनके घर भेजा जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हृदयविदारक बस दुर्घटना के मजिस्ट्रियल जाँच के आदेश दिए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा करने आ रहें तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने एवं सुगम व सुदृढ़ यात्रा को लेकर लगातार रजिस्ट्रेशन कि व्यवस्था कर रहे है उसके बावजूद यह घटना हुई जो बेहद दुःखद है इस घटना का संज्ञान प्रधानमंत्री ने भी स्वयं व्यक्तिगत रूप से लिया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री जी लगातार पहले दूरभाष पर घटना की जानकारी लेते रहें और उसके बाद घटनास्थल पहुंचे है। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस द्वारा तेजी से रेस्क्यू अभियान चलाया गया। तीर्थ यात्रियों के पार्थिव शरीर को खाई से निकाला। राज्य सरकार की यही कोशिश है की उनके पार्थिव शरीर जल्द उनके घरों को पहुंच जाएं। तीर्थ यात्रियों के पार्थिव शरीर को डामटा से सड़क के माध्यम से जॉली ग्रांट एयरपोर्ट के लिए भेजा गया है। प्रधानमंत्री राहत कोष और मध्य प्रदेश सरकार ने मृतक के परिजनों एवं घायलों को मुआवजा राशि देने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक परिजनों को 2 लाख एवं घायलों को 50 हजार एवं मध्यप्रदेश की सरकार मृतक के परिजनों को 5 लाख एवं घायलों को 50 हजार की राशि देगी। हमारी सरकार भी मृतक के परिजनों को 1 लाख एवं घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा राशि देगी।
इस दौरान गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, डीआईजी पुलिस करन सिंह नगन्याल, डीएम उत्तरकाशी अभिषेक रुहेला, डीएम टिहरी इवा आशीष श्रीवास्तव, एसपी अपर्ण यदुवंशी, पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल, जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश चौहान, प्रदेश मीडिया प्रभारी भाजपा मनबीर सिंह चौहान, एसडीएम चतर सिंह चौहान, शालिनी नेगी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारी उपस्थित रहे।

आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों की ली जानकारी

यमुनोत्री मार्ग पर डामटा के समीप रविवार को हुई बस दुर्घटना की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे। उन्होंने बस दुर्घटना पर शोक व्यक्त करते हुए अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्याे में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में मारे गये लोगों की आत्मा की शांति तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी ईश्वर से कामना की है। उन्होंने घायलों के उपचार की समुचित व्यवस्था के निर्देश भी जिलाधिकारी उत्तरकाशी को दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने आपदा कंट्रोल के संचालन व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया तथा ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों से भी कंट्रोल रूम के संचालन से सम्बन्धित प्रक्रियाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में यात्रा अपने चरम पर है। यात्रा संचालन में व्यवस्थाओं के साथ ही किसी भी प्रकार की अनहोनी पर त्वरित राहत सम्बन्धी कार्य संचालित हो। इसके लिए कारगर व्यवस्था बनायी जाए। सभी जनपदों से आपदा कंट्रोल रूम को 24 घंटे सूचनाएं उपलब्ध कराये जाने के साथ ही जनपदों के आपदा कंट्रोल रूमों को भी और अधिक सक्रिय किये जाने के उन्होंने निर्देश दिए।
दुर्घटनाग्रस्त हुई बस में सवार लोग मध्यप्रदेश के होने के कारण मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से दूरभाष पर वार्ता कर दुर्घटना की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समस्या में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से किये जा रहे है।

महिला ने लगाया दुष्कर्म का आरोप, गिरफ्तार

लक्ष्मणझूला पुलिस ने अपने ही पिता पर दुष्कर्म जैसे गंभीर आरोप लगाने वाली महिला की तहरीर के आधार पर एक पिता को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, बीते 30 मार्च को एक महिला ने लिखित शिकायत दी। महिला ने अपने ही पिता पर गाली गलौज, मारपीट और बदनीयती से छेड़खानी कर उसके साथ जबरन दुष्कर्म का आरोप तक जड़ दिया। मामले का संज्ञान लेकर लक्ष्मणझूला पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर किशन चौधरी के खिलाफ दुष्कर्म समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया। पुलिस ने आरोप को कोटद्वार में नजीबाबाद चौक के पास से आरोपी को गिरफ्तार किया।

यात्रा मार्ग के सभी अधिकारी आपसी तालमेल बनाकर यात्रियों को सहूलियत उपलब्ध कराएंः प्रेमचंद

कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने सचिवालय स्थित वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली सभागार में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं की जानकारियां ली।

उन्होंने कहा कि श्रद्धालु बड़ी संख्या में देवभूमि उत्तराखण्ड पहुंच रहे है। बताया कि देशभर से लोगों ने दर्शन हेतु चारधामों के लिए ऑनलाइन व ऑफलाईन अपना रजिस्ट्रेशन कराया है अभी तक 07 जून तक रजिस्ट्रेशन के स्लॉट पूरे हो गये है। कहा कि सरकार का प्रयास है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो।

उन्होंने निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाय कि चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं अच्छी हों। जिन श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो रही है, उन्हें मैदानी जगहों पर ही रोककर मेडिकल की सुविधाएं उपलब्ध कराईं जाएं, जिससे उन्हें ऊंचाई पर असुविधा न हो सके।

उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद जिन लोगों को परमिशन मिली है, वहीं लोग चारधाम यात्रा हेतु आ सके। ऑनलाईन एवं ऑफलाईन रजिस्ट्रेशन काउंटरों की संख्या बढ़ाकर लगातार मॉनिटरिंग की जाए।

उन्होंने निर्देश दिये कि आने वाले श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सम्बन्धी जांच हेतु हरिद्वार एवं ऋषिकेश जैसे शुरूआती पड़ावों में ही स्वास्थ्य जांच हेतु कैंपों की संख्या बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में ट्रैफिक व्यवस्था एक अहम विषय है, इसके लिए जगह जगह बैरियर लगाकर यात्रा मार्गों की ट्रेफिक व्यवस्था को नियंत्रित किया जाए।

ने यात्रा मार्ग से संबंधित सभी जनपदों के जिलाधिकारियों, पुलिस अफसरों को आपस में तालमेल बनाकर यात्रा को सुचारू से चलाने को निर्देशित किया। उन्होंने यात्रा के लिए आ रहे सभी श्रद्धालुओं से अतिथि देवों भवः का भाव रखते हुए अच्छा आचरण अपनाने को कहा है।

बैठक पुलिस उपमहानिरीक्षक कार्मिक पी रेणुका देवी ने बताया कि वर्तमान में पुलिस भर्ती चल रही है, ऐसे में अधिकांश पुलिसकर्मियों की ड्यूटी भर्ती शिविर में लगी हुई है। पुलिस उपमहानिरीक्षक केएस नगन्याल ने वर्चुअल जुड़ते हुए बताया कि चारधाम यात्रा प्रचंड रूप से चल रही है। उन्होंने यात्रा मार्ग पर भीड़ को देखते हुए सुझाव दिया कि आगामी विधानसभा का प्रस्तावित सत्र गैरसैंण के समय व स्थान पर विचार किया जाए।

बैठक में सचिव दिलीप जावलकर, गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से रूद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, हरिद्वार एवं उत्तरकाशी के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक आदि उपस्थित थे।

मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ली बैठक

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने बुधवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा के सम्बन्ध में सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक ली।

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को चारधाम यात्रा को सुव्यवस्थित और सुचारू रूप से संचालन हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस और प्रशासन को भीड़ प्रबन्धन हेतु श्रद्धालुओं को विभिन्न स्थानों पर रोके जाने के निर्देश दिए, साथ ही आवश्यकता के अनुसार फिजिकल बैरियर भी लगाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलाधिकारियों को कैरिंग कैपेसिटी से अधिक लोगों को आगे न जाने देने की बात भी कही। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को अपने अपने स्तर पर लोकल प्लान बनाते हुए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही कम्युनिकेशन और इन्फोर्मेशन के लिए प्लान तैयार किया जाए कि चारधाम परिसर में कैरिंग कैपेसिटी फुल होने के बाद व्यवस्थित तरीके से श्रद्धालुओं को निचले पढ़ावों में रोका जा सके।

मुख्य सचिव ने कहा कि बारिश और बर्फबारी से श्रद्धालुओं को बचाने हेतु शेड आदि की भी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने चारों धामों में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के साथ ही कूड़ा निस्तारण और इसकी लगातार मॉनिटरिंग किए जाने के निर्देश दिए। कूड़ा निस्तारण, बिजली, पानी सहित अन्य व्यवस्थाओं हेतु कार्यदायी संस्थाओं द्वारा अपने दायित्वों का पूर्ण रूप से निर्वहन किया जा रहा है या नहीं इसके लिए थर्ड पार्टी मॉनिटरिंग की व्यवस्था भी की जाए या अलग से सोर्स ऑफ इनफॉर्मेशन विकसित किया जाए ताकि सही जानकारी मिल सके।

इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं खेल तथा युवा कल्याण अभिनव कुमार सचिव दिलीप जावलकर, अपर सचिव सोनिका सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी एवं सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी भी उपस्थित थे।

एमडीडीए ने अवैध निर्माण कार्यों को किया सील

एमडीडीए द्वारा अवैध रुप से किये जा रहे निर्माण कार्यो को आज सील किया गया। गौरतलब है कि लंबे समय से प्राधिकरण के द्वारा अवैध निर्माण कार्यों को लेकर कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा था। प्राधिकरण द्वारा अनाधिकृत निर्माणों के विरुद्ध निम्नानुसार कार्यवाही की-
१. रविन्द्र ढींगरा द्वारा राम गोशाला गली, हरिद्वार रोड़ (लक्षमण झूला रोड) ऋषिकेश में अवैध रूप से लगभग 40x 30 फ़ीट में अवैध रूप से बनाये जा रहे ब्यवसायिक निर्माण को सील कर दिया।
उपरोक्त कार्यवाही सचिव मोहन सिंह बर्निया के आदेशों के अनुपालन पर सहा अभियंता अजय मलिक, अवर अभियंता महिपाल सिंह द्वारा थाना पुलिस फॉर्स की उपस्थिति में शांति पूर्ण रूप से संपन्न की गयी।

2. भंडारीबाग, मका मस्जिद के पास अशरफ द्वारा लगभग 60x 50 फ़ीट में विना अनुमति के आवासीय निर्माण किया जा रहा था जिसे संयुक्त सचिव राजा अब्बास के आदेशों के अनुपालन में सहा अभियंता निशांत कुकरेती, अवर अभियंता वीरेंद्र नयाल तथा पुलिस की उपस्थिति में सील कर दिया गया।

नशीले इंजेक्शन की सप्लाई करने वाले युवक को पुलिस ने किया गिरफ्तार

कोतवाली पुलिस ने 26 नशीले इंजेक्शन के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ एनडीपीएस ऐक्ट में केस दर्ज कर लिया गया है।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक ऋषिकेश में चारधाम यात्रा के मद्देनजर नशे के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत पुलिस टीम संदिग्ध लोगों पर निगरानी रख रही है। शनिवार देर शाम पुलिस टीम ने आईडीपीएल चौकी क्षेत्र के लेबर कॉलोनी तिराहे पर सघन चेकिंग अभियान चलाया। इसी बीच विपरीत दिशा से आ रहे एक बाइक सवार को संदेह होने पर रोका। सघन तलाशी लेने पर उसके पास से नशे के इंजेक्शन बरामद किए गए हैं। कोतवाल रवि कुमार सैनी ने बताया कि केस दर्ज करने बाद पुलिस ने आरोपी दीपक पुत्र स्व. सुरेश जाटव निवासी शांतिनगर, ऋषिकेश को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने बाइक को भी सीज कर दिया है।

बिना पंजीकरण के वापस लौटेंगे श्रद्धालु, इस लिए इस नियम का करें पालन

चार धाम यात्रा पर जाने के इच्छुक यात्रियों को यह सलाह दी जाती है कि यात्रा के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए उपलब्ध स्लॉट के अनुसार पंजीकरण करवाने के उपरांत ही अपना टिकट और आवास बुक करें। अगले 7 दिनों की अवधि हेतु चारों धामों के सभी स्लॉट बुक होने के चलते यात्रा के लिए काउन्टर पर पंजीकरण उपलब्ध नहीं है। जैसे ही पंजीकरण के स्लॉट उपलब्ध होंगे, वैसे ही श्रद्धालुओं का पंजीकरण संभव हो सकेगा। साथ ही सभी फिजिकल ऑफलाइन काउंटर यथावत बने रहेंगे।
कुछ दिन पूर्व यह तथ्य संज्ञान में आया था कि कुछ लोग ऑफलाइन माध्यम से अगले महीनों के स्लॉट की बुकिंग कराकर उसी दिन तीर्थ यात्रियों को लेकर दर्शन के लिए रवाना हो रहे हैं। मार्ग में पुलिस द्वारा रजिस्ट्रेशन की जांच किए जाने पर ऐसे वाहनों को रोक दिया गया और तीर्थ यात्रियों को अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसा होने के कारण धामों में क्षमता से अधिक भीड़ भी पहुंच रही थी। इससे बचने के लिए अगले 7 दिनों के भीतर वाहन क्षमता के अनुसार कोई रजिस्ट्रेशन स्लॉट उपलब्ध ना होने के कारण फिलहाल बुकिंग को अगले 7 दिनों तक के लिए बंद किया गया है, यद्यपि सभी स्थानों पर फिजिकल रजिस्ट्रेशन काउंटर यथावत बने रहेंगे और अगले 7 दिनों के भीतर यात्रा करने वाले श्रद्धालु वहन क्षमता के अनुरूप रजिस्ट्रेशन प्लॉट उपलब्ध होने की दशा में यहां से अपना पंजीकरण करवा सकेंगे।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि ऑफलाइन पंजीकरण का उद्देश्य अगले 7 दिनों की अवधि में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध करवाना है, यद्यपि रजिस्ट्रेशन स्लॉट उपलब्ध ना होने की दशा में ऐसा कर पाना कदाचित संभव नहीं है क्योंकि इससे चार धाम मार्ग पर क्षमता से अधिक लोग पहुंच जाते हैं और पुलिस और प्रशासन को उन पर नियंत्रण पाना मुश्किल होता है। इसके अतिरिक्त स्वयं यात्रियों को भी आवास तथा वाहन की सुविधाएं नहीं मिल पाती है। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा का दुरुपयोग नहीं होने दिया जाएगा।
ज्ञातव्य है कि वाहन क्षमता के अनुरूप चारधाम में श्रद्धालुओं की संख्या को नियंत्रित करने के लिए स्लॉट व्यवस्था लागू की गई है। उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) की ओर से ऑनलाइन और फिजिकल काउंटरों के माध्यम से तीर्थयात्रियों का पंजीकरण कराया जा रहा है। तीर्थयात्रियों को यूटीडीबी की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ऋषिकेश, हरिद्वार, उत्तराखंड की सीमा सहित यात्रा मार्ग पर कुल 18 से 20 केंद्रों में ऑफलाइन पंजीकरण किया जा रहा है।

एक दो साल बाद श्री बदरीनाथ धाम के पुर्ननिर्माण कार्यों की देश विदेश में होगी प्रशंसा-संधु

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने श्री बद्रीनाथ में चल रहे विभिन्न पुर्ननिर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यों की अच्छी प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इतनी ऊंचाई पर जिस तेजी से कार्य हो रहा है, यह सराहनीय है। मुख्य सचिव ने कहा कि श्री बद्रीनाथ में काफी कार्य इसी सीजन में पूरे हो जायेंगे। श्री बद्रीनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को कम से कम असुविधा हो, इसके प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक-दो साल में केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया में भी लोग उदाहरण देंगे कि इतनी अधिक ऊंचाई के धार्मिक स्थल होने पर भी श्री बद्रीनाथ में सराहनीय कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के सुझावों को भी ध्यान में रखा जायेगा। मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि चारधाम यात्रा आने से पूर्व रजिस्ट्रेशन अवश्य करायें।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये यह सुनिश्चित किया जाए कि यात्रा के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं सुचारू रहें। श्रद्धालुओं को भगवान बद्रीविशाल के दर्शन हेतु हर संभव सुविधा मिले। इस अवसर पर उन्होंने हेलिपैड, दर्शनी गेट, बस स्टैंड, अराइवल प्लाजा, लूप रोड, शेष नेत्र व बद्रीश झील का स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर भी पुलिस व प्रशासन तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को मूलभूत सुविधाओं बिजली, पानी तथा मोबाइल कनेक्टिविटी की सुचारू व्यवस्था रखने के निर्देश दिये। मुख्य सचिव ने हेमकुंड साहिब के यात्रा मार्ग पर अतिरिक्त मेडिकल टीम की व्यवस्था करने और हेमकुंड जाने वाली सड़क को 15 जून तक दुरस्त करने के भी निर्देश दिये। विभिन्न कार्यों के निरीक्षण के बाद मुख्य सचिव ने श्री बद्रीनाथ धाम में पूजा-अर्चना की।
इस अवसर पर डीजीपी अशोक कुमार, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना, मुख्य विकास अधिकारी वरूण चौधरी, एसपी स्वेता चौबे उपस्थित रहे।

राज्यपाल और सीएम ने हेमकुंड साहिब के लिए संगतो को किया रवाना

श्री हेमकुंड साहिब के कपाट 22 मई को खुल रहे हैं। आज ऋषिकेश स्थित गुरूद्वारा से हेमकुंड साहिब के लिए संगतो को रवाना किया गया। गुरूद्वारा परिसर ऋषिकेश में यात्रियों के रजिस्ट्रेशन शुरू हुए। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि) गुरमीत सिंह व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऋषिकेश पहुंचे। उन्होंने गुरूद्वारा में मत्था टेका और गुरूवाणी पाठ में शामिल हुए।
लक्ष्मण झूला रोड पर स्थित हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा मैनेजमेंट ट्रस्ट ने अतिथियों का स्वागत किया गया। श्री हेमकुंड यात्रा हेतु व्यापक तैयारियां की गयी है। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल भी गुरूवाणी पाठ में शामिल हुए तथा गुरुद्वारा ऋषिकेश में मत्था टेका। इस अवसर पर बङी संख्या में सिक्ख संगत जत्थे मौजूद रहे।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी संगतों को हेमकुंड साहिब यात्रा की शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो वह कई बार इस यात्रा के प्रारंभ होने के मौके पर आते रहे हैं लेकिन यह पहला मौका है जब वे बतौर मुख्य सेवक के रूप में शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना गुरुकृपा के कुछ भी नहीं होता। प्रदेश में चार धाम यात्रा के साथ ही हेमकुण्ड यात्रा शुरू हो रही है। इस बार पिछले सालों की तुलना में कई गुना अधिक यात्री चार धाम यात्रा में पहुंचे हैं, सरकार सुरक्षित चार धाम एवं हेमकुण्ड साहिब यात्रा के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार का संकल्प है कि प्रदेश में आने वाले हर एक श्रद्धालु सुरक्षित आए और दर्शन करके सुरक्षित वापस लौटे।
मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह करते हुए कहा कि जिन श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानी हो रही हो, डॉक्टर की सलाह के बिना यात्रा न करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ धाम का भव्य पुनर्निर्माण कार्य हुआ है। अब बदरीनाथ धाम का काम जारी है। उन्होंने कहा कि बनारस में काशी विश्वनाथ हो या अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण, ये सब प्रधानमंत्री के दृढ़ संकल्प और आस्था का ही परिणाम है कि इन सभी मंदिरों का भव्य और दिव्य स्वरूप देश दुनिया के सामने दिख रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही सहयोग से हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर रोपवे बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि चार धाम हेमकुंड साहिब के अलावा कुमाऊं क्षेत्र और गढ़वाल क्षेत्र के अन्य धार्मिक स्थानों का भी सर्किट विकसित किए जाएं। उन्होंने कहा कि पर्यटन को आर्थिकी का मजबूत स्रोत बनाने के लिए प्रदेश में होम स्टे मॉडल को विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में अब तक लगभग 3600 होम स्टे रजिस्टर्ड हो चुके हैं।
इस अवसर पर हेमकुंड मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेन्द्रजीत सिंह बिंद्रा ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री का आभार जताया।