कुंभ के तहत मेयर अनिता ने किया त्रिवेंणी घाट का निरीक्षण

मेयर अनिता ममगाई ने बंसत पंचमी के महा स्नान को लेकर प्रशासनिक व्यवस्थाओं को परखा। उन्होंने अधिकारियों सहित त्रिवेणी घाट का रखरखाव करने वाली गंगा सभा के पद्दाधिकारियों को भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने शहर की तमाम समाजिक एवं व्यापारिक संस्थाओं से भी शाही स्नान में प्रशासन को हर संभव सहयोग करने की अपील की है।

मेयर अनिता ममगाई ने अपर सहायक अभियंता आशीष बिष्ट को निर्देशित करते हुए कहा कि श्रद्वालुओं के सुरक्षित स्नान के लिए लगवाई जा रही चेनों का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण होना चाहिए, इसके लिए लेबर को भी बढाया जाये। घाट पर जगह-जगह बिखरी निर्माण सामग्री को देख उन्होंने तुरंत गंगा महासभा के अध्यक्ष राहुल शर्मा को फोन कर अपनी नाराजगी जताते हुए शांम तक व्यवस्थाओं को चाकचैबंद करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्हें कहा कि महिलाओं के स्नान की भी अलग से व्यवस्था होनी चाहिए।उन्हें स्नान में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े, यह जिम्मेदारी सुनिश्चित होनी चाहिए।

मेयर अनिता ने उम्मीद जताई कि शाही स्नान पर्वों पर शहर की तमाम संस्थाएं आस्था के महा कुंभ में कंधे से कंधा मिलाकर सफल, सुरक्षित और सुखद बनाने में प्रशासन को अपना अमूल्य योगदान देंगी। महापौर ने बताया कि कुम्भ को लेकर भव्य पैमाने पर कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इस दौरान सिचांई विभाग के अपर सहायक अभियंता आशीष बिष्ट, पार्षद राजेश दिवाकर, अनीता प्रधान, विजय बडोनी, मनीष बनवाल, पंकज शर्मा, पवन शर्मा, राजपाल ठाकुर, हैप्पी सेमवाल, प्रकांत कुमार, अक्षय खेरवाल, प्रिया धक्काल, मनीष मिश्रा, निर्भय गुप्ता, रणवीर सिंह, आकाश कुमार आदि मौजूद रहे।

श्रीराम मंदिर निर्माण में राज्यमंत्री भगतराम ने दी 1.21 लाख की धनराशि

गन्ना एवं चीनी विकास उद्योग बोर्ड अध्यक्ष भगतराम कोठारी ने अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को एक लाख इक्कीस हजार का अंशदान दिया।

राज्य मंत्री भगतराम कोठारी ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर निर्माण के लिए एक लाख इक्कीस हजार की समर्पण निधि का चेक आरएसएस के प्रांत कार्यवाह दिनेश सेमवाल को सौंपा। राज्य मंत्री भगतराम कोठारी ने कहा कि पूरे देश का जो सपना था कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण हो वह सपना सच हो रहा है , हम सभी को श्री राम मंदिर निर्माण के लिए बढ़-चढ़कर सहयोग करना चाहिए। इस अवसर पर चारु माथुर कोठारी, गगन देव, राजेश भट्ट आदि उपस्थित थे।

हरिद्वार में मकर संक्रांति पर बिना कोरोना निगेटिव रिपोर्ट श्रद्धालुओं को नहीं मिलेगा प्रवेश

हरिद्वार। मकर संक्रांति पर्व पर हरिद्वार में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। मकर संक्रांति के स्नान पर्व को लेकर जिला प्रशासन ने एसओपी जारी कर दी है। राज्य के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को पांच दिन की अवधि की कोविड आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य होगा।

श्रद्धालुओं की भीड़ की संभावना के मद्देनजर मेला पुलिस-प्रशासन ने बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों का रूट प्लान जारी करने के साथ पार्किंग स्थल भी निर्धारित कर दिए हैं। शहर में वाहनों का दबाव बढ़ने की स्थिति में रूट डायर्वजन भी लागू किया जाएगा।

भीड़ के सामान्य रहने पर पास धारक एवं गंगा सभा का परिचय पत्र धारक व्यक्ति उपरोक्त प्लान के विपरीत दिशा में भी जा सकेंगे। सामान्य परिस्थितियों में यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए रूट प्लान 13 जनवरी दोपहर 12 बजे से 15 जनवरी की दोपहर दो बजे तक लागू रहेगा। आवश्यक सेवाओं में दूध, तेल, गैस आदि के ट्रक एवं टैंकर पर यह प्रतिबंध नहीं होगा।

मकर संक्रांति को लेकर एसओपी जारी

मकर संक्रांति के स्नान पर्व को लेकर जिला प्रशासन ने एसओपी जारी कर दी है। राज्य के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को पांच दिन की अवधि की कोविड आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य होगा।

हालांकि प्रशासन का कहना है कि राज्य सीमा पर श्रद्धालुओं को रोका नहीं जाएगा। बार्डर में पूर्व की तरह केवल रैंडम सैंपलिंग व्यवस्था ही होगी। ऐसे में कोविड रिपोर्ट की अनिवार्यता को लेकर प्रशासन स्वयं असमंजस से घिरा नजर आ रहा है।

डीएम सी. रविशंकर ने मकर संक्रांति के स्नान पर्व को लेकर एसओपी जारी कर दी। होटल, धर्मशाला, आश्रम गेस्ट हॉउस प्रबंधन को श्रद्धालुओं की थर्मल स्कैनिंग करना अनिवार्य होगा। श्रद्धालुओें के लिए दो गज की दूरी और मास्क पहनना भी अनिवार्य होगा।

वहीं कोविड गाइडलाइन के उल्लंघन पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। बताया कि पूर्व की तरह स्नान पर्व के दिन भी बार्डर पर रैंडम सैंपलिंग की जाएगी।

बताया कि श्रद्धालुओं से कोविड की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपार्ट लाने की अपेक्षा की गई है, जिसकी अवधि पांच दिन निर्धारित होगी। डीएम ने बताया कि किसी भी श्रद्धालु को रोका नहीं जाएगा, लेकिन अगर कोविड रिपोर्ट न लाने का मामला संज्ञान में आता है तो कार्रवाई की जाएगी।

20 जनवरी तक कुंभ से संबंधित वित्तीय स्वीकृति आदेश निर्गत किए जाएंः मुख्य सचिव


मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में आज कुम्भ मेले से सम्बन्धित विभिन्न विभागों के प्रस्तावों को अनुमोदित किया गया। उन्होंने सख्त निर्देश दिये कि कुम्भ कार्यो से सम्बन्धित वित्तीय स्वीकृति के आदेश 20 जनवरी तक निश्चित रूप से निर्गत कर दिये जाएं। उन्होंने धीमी गति से चल रहे कार्यों में तेजी लाते हुए जनवरी माह तक पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। इसके साथ, जिन कार्यों के जी.ओ. अभी तक जारी नहीं हुए हैं, उन्हें 20 जनवरी तक जारी किए जाने के भी निर्देश मुख्य सचिव ने दिए।

मुख्य सचिव ने कहा कि नगर निगम हरिद्वार में अपर मुख्य नगर आयुक्त सहित लेखपाल एवं कानूनगो आदि की तैनाती शीघ्र सुनिश्चित की जाए। उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक में पार्किंग निविदा समिति, भू-आबंटन समिति, आई.सी.टी. सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट हेतु समिति सहित विभिन्न नगर निकायों हेतु स्वच्छता निविदा समितियों के गठन को भी अनुमोदन प्रदान किया गया। बैठक के दौरान मिल्क एण्ड डेरी प्रोडक्ट, फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट, होमगार्ड, सूचना आदि विभागों हेतु आवश्यक बजट को भी अनुमोदन प्रदान किया गया।

सचिव शहरी विकास शैलेश बगोली ने बताया कि अब तक कुम्भ मेले से सम्बन्धित 749 करोड़ लागत के कुल 166 कार्यों को अब तक स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है।

बैठक के दौरान मेलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि कुम्भ मेला 2021 में कुम्भ मेला की कहानियों का चित्रण, लाईट एण्ड साउण्ड शो, चंडीघाट में आयोजित होने वाले शो और चिर-परिचित आवाज में वॉयस ओवर और बैकग्राउण्ड म्यूजिक आकर्षण का केन्द्र होंगे।

बैठक में महानिदेशक सूचना डॉ0 मेहरबान सिंह बिष्ट द्वारा कुम्भ मेले-2021 में सूचना विभाग द्वारा किये जाने वाले मीडिया सेन्टर की स्थापना, संचालन, अनुरक्षण एवं प्रचार प्रसार से सम्बन्धित कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण दिया गया।

इस अवसर पर सचिव अमित नेगी, नितेश कुमार झा, सौजन्या, प्रभारी सचिव शहरी विकास विनोद कुमार सुमन एवं आई0जी0 कुम्भ मेला संजय गुंज्याल आदि उपस्थित थे।

कुम्भ से सम्बन्धित स्थायी व अस्थायी निर्माण कार्यो को समय से पूर्ण करने के सीएम नेे दिए निर्देश

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज मुख्यमंत्री आवास में मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक एवं शासन के उच्चाधिकारियों के साथ ही मेलाधिकारी एवं आईजी कुम्भ मेला के साथ कुम्भ के कार्यो के व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने कुम्भ मेले के सफल आयोजन एवं श्रद्धालुओं को सुविधा का ध्यान रखने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने सड़क, पुलों, पार्किंग स्थलों आदि के निर्माण पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने इसकी व्यवस्थाओं को 2010 कुम्भ के अनुरूप किये जाने की बात कही। उन्होंने प्रमुख अखाड़ो के प्रमुखों से समन्वय कर उनसे सुझावानुसार भी व्यवस्थाएं करने को कहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महत्वपूर्ण आयोजन में आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित ढ़ंग से कुम्भ स्नान की व्यवस्था की जाय। इसके लिये सभी सम्बन्धित विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में परिस्थिति के अनुकूल यथासमय एडवाइजरी जारी करने की व्यवस्था की जाय। कुम्भ मेले में आने वालो के लिये पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था, इन्ट्री प्वाइंट पर थरमल स्क्रीनिंग के साथ ही एन्टीजन टेस्टिंग की व्यवस्था किये जाने पर ध्यान दिया जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्भ मेले के अवसर पर क्राउड मैनेजमेंट की कार्ययोजना बनायी जानी चाहिए, इसके लिए अन्य राज्यों से भी विचार विमर्श किया जाय। उन्होंने पुलिस महानिदेशक से भीड नियन्त्रण आदि के लिए कन्टिजेंट प्लान तैयार करने पर ध्यान देने को कहा।

बैठक में मुख्य सचिव ओम प्रकाश, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव अमित नेगी, नीतेश झा, शैलेश बगोली, राधिका झा, सचिव एसए मुरूगेशन, मेलाधिकारी दीपक रावत, आईजी संजय गुंज्याल आदि उपस्थित थे।

नजरियाः अब श्रद्धालु आसानी से जा सकेंगे बदरीनाथ धाम

डोबराचांटी पुल के बाद त्रिवेन्द्र सरकार ने एक और ऐसे प्रोजेक्ट का काम पूरा कर लिया है जो बीते ढाई दशकों (26 वर्ष) से अटका हुआ था। बदरीनाथ धाम की यात्रा में नासूर बने ‘लामबगड़ स्लाइड जोन’ का स्थायी ट्रीटमेंट कर लिया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की इच्छाशक्ति और सख्ती की बदौलत यह प्रोजेक्ट महज दो वर्ष में ही पूरा हो गया। तकरीबन
500 मीटर लम्बे स्लाइड जोन का ट्रीटमेंट 107 करोड़ की लागत से किया गया। अब बदरीनाथधाम की यात्रा निर्बाध हो सकेगी, जिससे तीर्थयात्रियों को परेशानियों से निजात मिलेगी।

सीमांत जनपद चमोली में 26 साल पहले ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर पाण्डुकेश्वर के पास लामबगड़ में पहाड़ के दरकने से स्लाड जोन बन गया। हल्की सी बारिश में ही पहाड़ से भारी मलवा सड़क पर आ जाने से हर साल बदरीनाथधाम की यात्रा अक्सर बाधित होने लगी। लगभग 500 मीटर लम्बा यह जोन यात्रा के लिए नासूर बन गया। पिछले ढाई दशकों में इस स्थान पर खासकर बरसात के दिनों मे कई वाहनों के मलवे में दबने के साथ ही कई लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। करोड़ों खर्च होने पर भी इस समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा था। पूर्व मे जब लामबगड़ में बैराज का निर्माण किया जा रहा था, तब जेपी कंपनी ने इस स्थान सुरंग निर्माण का प्रस्ताव रखा, लेकिन उस वक्त यह सड़क बीआरओ के अधीन थी और बीआरओ ने भी सुरंग बनाने के लिए हामी भर दी थी। दोनों के एस्टीमेट कास्ट मे बड़ा अंतर होने के कारण मामला अधर मे लटक गया था। इसके बाद वर्ष 2013 की भीषण आपदा में लामबगड स्लाइड जोन में हाईवे का नामोनिशां मिट गया। तब सडक परिवहन मंत्रालय ने लामबगड स्लाइड जोन के स्थाई ट्रीटमेंट की जिम्मेदारी एनएच पीडब्लूडी को दी। एनएच से विदेशी कम्पनी मैकाफेरी नामक कंपनी ने यह कार्य लिया। फॉरेस्ट क्लीयरेंस समेत तमाम अड़चनों की वजह से ट्रीटमेंट का यह काम धीमा पड़ता गया।

वर्ष 2017 में त्रिवेन्द्र सरकार के सत्ता में आते ही ये तमाम अड़चनें मिशन मोड में दूर की गईं और दिसम्बर 2018 में प्रोजेक्ट का काम युद्धस्तर पर शुरू हुआ। महज दो वर्ष में अब यह ट्रीटमेंट पूरा हो चुका है। अगले 10 दिन के भीतर इसे जनता के लिए समर्पित कर दिया जाएगा। इसे त्रिवेन्द्र सरकार की बड़ी उपलब्धियों में से एक माना जा रहा है।

राम मंदिर निर्माणः विहिप 5.25 लाख गांवों में 14 करोड़ हिंदू परिवारों से दान के लिए करेगा संपर्क

देहरादून। अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा करने खातिर विश्व हिंदू परिषद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निधि समर्पण अभियान की शुरुआत कर रहा है। इस अभियान के तहत वीएचपी देश के 5.25 गांवों में 14 करोड़ रामभक्त हिंदू परिवारों से दान के लिए संपर्क साधेगा। वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने इस बात की जानकारी दी।

तिवारी ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए वीएचपी हर एक राम भक्त की मदद लेगा। वीएचपी के कार्यकर्ता संतों के साथ इनके घर जाएंगे। 15 जनवरी से शुरू हो रहा यह अभियान 27 जनवरी तक चलेगा। उत्तराखंड के 73 शहर और 14 हजार 526 गांवों के 24 लाख परिवारों से इस अभियान के तहत संपर्क किया जाएगा।

वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि यह अभियान बिल्कुल पारदर्शी होगा। हमने अभियान में एकत्र किए जाने वाले दान की देखभाल के लिए कई समितियों का गठन किया है। इसके तहत गांवों का दौरा करने वाली टीम को 18 घंटे के भीतर बताए गए बैंक में पैसा जमा करना होगा।

उन्होंने कहा कि लोग 10 रुपए से लेकर 2 हजार रुपए तक का दान कर सकेंगे। इसके लिए 10, 100, 1000 और 2000 रुपए के कूपन बनाए गए हैं। अगर कोई दो हजार से अधिक की राशि दान करना चाहता है तो उसे अलग से रसीद दी जाएगी। इसके अलावा लोग सीधे भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक के अकाउंट में पैसे जमा करा सकते हैं।

कुंभ मेला के तहत सर्विलांस सिस्टम को सीएम ने 17.34 करोड़ रूपए की धनराशि की स्वीकृत

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ई-ऑफिस परियोजना के सुगम एक्सेस हेतु प्रमुख राजकीय कार्यालयों में वाई-फाई सेटएप स्थापित करने हेतु 01 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की है। जनपद पौड़ी गढ़वाल के विधानसभा क्षेत्र यमकेश्वर में भवांसी-माण्डलू मोटर मार्ग से मसोगी-कूतली-अमाल्डू मोटर मार्ग तक मिसिंग मार्ग के निर्माण कार्य हेतु मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने 1.47 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की है।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने उत्तरकाशी जनपद के डुण्डा विकासखण्ड में राइकॉ पुजारगांव धनारी से सिद्धेश्वर मंदिर होते हुए कुवा तक मोटर मार्ग के नव निर्माण हेतु 29.48 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की है।

कुम्भ मेला 2021 के अंतर्गत सर्विलांस सिस्टम के अधिष्ठान कार्य हेतु मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने 17.34 करोड़ की स्वीकृति प्रदान करते हुए प्रथम किश्त के रूप में 6.94 करोड़ की धनराशि निर्गत करने की स्वीकृति दी है। इसके साथ ही चिकित्सा व्यवस्थाओं के अंतर्गत 1000 बेड अस्थाई कोविड केयर सेंटर हेतु विभिन्न मदों में सामग्री क्रय हेतु मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने 15.46 करोड़ की स्वीकृति प्रदान करने के साथ ही प्रथम किश्त के रूप में 6.18 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की, साथ ही चिकित्सा व्यवस्थाओं के अंतर्गत सामग्री क्रय हेतु 2.93 करोड़ की स्वीकृति प्रदान करते हुए प्रथम किश्त के रूप में 1.17 करोड़ की धनराशि निर्गत करने की स्वीकृति दी है।

सरकार चारों धामों में मास्टर प्लान के जरिए स्थानीय को करना चाहती है बेघरः तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी

चार धाम तीर्थ पुरोहित हक हकूक घाटी महापंचायत की एक अनौपचारिक बैठक कृष्णकांत कोठियाल जी की अध्यक्षता में भगवान आश्रम में संपन्न हुई जिसमें निम्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई सर्वप्रथम सरकार हमारे लोगों को आपस में तोड़ने की जो कोशिश कर रही है, महापंचायत उसका घोर विरोध करती है हमारे लोग-बगाहे सरकार हमारे लोगों को प्रलोभन दे रही है ऐसा हम होने नहीं देंगे। चार धाम के लोग सरकार की भाषा का विरोध करेंगे सरकार सभी चारों धामों में मास्टर प्लान ठोक कर वहां के स्थानीय लोगों को बेघर करना चाहती है उनके रोजगार को सुनना चाहती है।

स्थानीय स्तर पर चारों धामों में देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ जन जागरण अभियान चलाया जाएगा सरकार तानाशाही रवैया के अनेक काले कानून बना रही है। लेकिन चारों धामों में स्थानीय लोगों से कोई भी खुश नहीं है तानाशाही रवैया द्वारा सरकार अपनाएं अपनाया जा रहा है जो ठीक नहीं है नहीं है जनता इसका घोर विरोध कर रही है। भविष्य में आगे की रणनीति के लिए शीघ्र महापंचायत की विशाल बैठक बुलाई जाएगी और हक हकूक दार महापंचायत सभी जनमानस को एकत्र कर इसका घोर विरोध करेगी।

इस बैठक में कृष्ण कांत कोठियाल अध्यक्ष चार धाम तीर्थ पुरोहित हक हकूक जाति महापंचायत, हरीश डिमरी सचिव, विनोद शुक्ला उपाध्यक्ष एवं अध्यक्ष केदार सभा, लक्ष्मीनारायण कोषाध्यक्ष, विनोद उपाध्यक्ष पंचायत, आचार्य नरेश आनंद ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित, पुरुषोत्तम तिवारी महामंत्री केदार सभा, पंडित रवि शास्त्री अध्यक्ष तुलसी मानस मंदिर, अभिषेक शर्मा अध्यक्ष आश्रम धर्मशाला प्रबंधन समिति, रमाकांत भारद्वाज महामंत्री आश्रम प्रबंधन समिति, नरोत्तम दास, आनंद तिवारी, संतोष तिवारी, प्रकाश कोटियाल आदि उपस्थित थे।

सीएम के सोशल मीडिया काॅर्डिनेटर ने की भरत मंदिर परिवार से शिष्टाचार भेंट

हृषिकेश नारायण श्री भरत मंदिर में आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सोशल मीडिया काॅर्डिनेटर नितिन रावत पहुंचे। यहां उन्होंने भगवान श्री भरत जी के दर्शन किए। मंदिर के पुजारियों ने उन्हें भगवान भरत का आशीर्वाद स्वरूप पट्टा पहनाया। यहां के बाद नितिन रावत को श्री भरत मंदिर की ओर से वरूण शर्मा ने प्राचीन व अलौकिक शिवलिंग के दर्शन कराए। यहां नितिन रावत ने कुछ पल गुजारकर पुनः परिवार सहित आने की इच्छा जताई। वरूण शर्मा ने सीएम के सोशल मीडिया काॅर्डिनेटर नितिन रावत को हृषिकेश का पौराणिक महत्व बतलाया। साथ ही मंदिर को लेकर लोगों में आस्था से भी रूबरू कराया।

इसके बाद श्री भरत मंदिर के महंत वत्सल शर्मा ने उन्होंने शिष्टाचार भेंट की। दोनों के बीच काफी देर तक सामाजिक कार्यों को लेकर वार्ता भी हुई। नितिन रावत ने श्री भरत मंदिर सोसाइटी की ओर से किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा भी की। यहां के बाद नितिन रावत ने मंदिर परिसर पर स्थित म्जूजियम का भी रूख किया। श्री भरत मंदिर की ओर से वरूण शर्मा ने उन्हें एक-एक शिलालेख की विस्तार से जानकारी दी। यहां के बाद नितिन रावत अन्यत्र जगह के लिए रवाना हुए।