राज्य के विकास में युवाओं की भूमिका अहम-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सांय मुख्यमंत्री आवास में वर्चुअल रोजगार एवं उद्यमिता संवाद आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड बोधिसत्व विचार श्रृंखला की पांचवी संगोष्ठी को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बोधिसत्व विचार श्रृंखला की रोजगार एवं उद्यमिता संवाद संगोष्ठी में तकनीकी दक्षता प्राप्त कर रहे छात्रों एवं विषय विशेषज्ञ शिक्षकों, विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार के माध्यम से समाज को नई राह दिखाने वाले युवा उद्यमियों के विचार इस विचार श्रृंखला को नई दिशा देने में प्रभावी भूमिका निभायेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास उत्तराखण्ड को ब्राण्ड मॉडल बनाने का भी कार्य करेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा कैम्पस सलेक्शन न होने वाले छात्रों को प्रशिक्षित करने के प्रयासों की सराहना की तथा ऐसे छात्रों को लेटर ऑफ इन्ट्रेन भी प्रदान किये, उन्होंने कहा कि ऐसे छात्रों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के प्रयास युवाओं के भविष्य को संवारने में मददगार होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य स्थापना के दो दशक के बाद उत्तराखण्ड युवा राज्य बन चुका है। पिछले दो दशकों में राज्य के विकास के लिये सतत प्रयत्न किये गये हैं, जिनका असर धरातल पर दिखाई भी दे रहा है। इन दशकों में राज्य के विकास का आधारभूत ढ़ांचा बनाने के लिये भी कई पहलुओं पर प्रयोग हुए हैं। प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिये एक दूरगामी योजना बनाने के लिये समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों एवं विषय विशेषज्ञों को सहयोगी बनाने का हमारा प्रयास है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लोगों ने देश व दुनिया में अनेक क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा एवं योग्यता से अपनी पहचान बनायी है। राज्य के सर्वांगीण विकास की रूपरेखा के निर्धारण में विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों एवं प्रबुद्ध जनों को सहयोगी बनाये जाने का हमारा प्रयास है। इसके लिये इस विचार श्रृंखला की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि इस श्रृंखला में प्राप्त होने वाले सुझाव व विचार उत्तराखण्ड को 2025 में रजत जयंती वर्ष के अवसर पर राज्य को देश का श्रेष्ठ व अग्रणी राज्य बनाने में मददगार होंगे, इसके लिये सभी विभागों का आगामी 10 सालों का रोड मैप भी तैयार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अच्छी स्कूल हो, शिक्षा का बेहतर वातावरण हो, स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास हो, राज्य के आय के संसाधनों की वृद्धि के साथ ही मूलभूत सुविधाओं के विकास पर कैसे नियोजित ढंग से व्यय हो, पलायन रूके, बेरोजगारी दूर हो इस प्रकार की ज्वलंत समस्याओं का हमें समाधान करना है। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी सीमित है, इससे ही बेरोजगारी दूर नहीं होगी। इसके लिये स्वरोजगार की दिशा में पहल की गई है। विभिन्न विभागों के 24 हजार पदों के साथ ही पुलिस विभाग में रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की है। सरकारी नौकरी हजारों में है और बेरोजगारी लाखों में, यह विषय सभी के लिये सोचनीय है इसके लिये हम सबको सहयोगी बनना होगा। इसमें बुद्धिजीवियों, विषय विशेषज्ञों, समाजसेवियों, सभी को योगदान देना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन हमारी आर्थिकी का महत्वपूर्ण आधार है, इसके लिये राज्य में होम स्टे योजना को प्रभावी बनाया गया है। इनकी संख्या लाखों में पहुंचे इसके भी प्रयास किया जा रहा है।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.पी. ध्यानी ने कहा कि उत्तराखण्ड के युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध हों उन्हें तकनीकी दक्षता का बेहतर माहौल उपलब्ध हो, कैम्पस सलेक्शन न होने वाले छात्रों को कैम्पस में उनके प्रशिक्षण की व्यवस्था पर ध्यान दिया जा रहा है। ऐसे 250 छात्रों को संस्थान द्वारा प्रशिक्षित भी किया गया है।
संवाद कार्यक्रम में न्यूयार्क युनिवर्सिटी के डीन आशीष जोशी ने सुझाव दिया कि कम्यूनिटी हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावो देने के साथ ही राज्य के विकास का मॉडल तैयार किया जाना चाहिये इसमें हर क्षेत्र में कार्य करने वालों को सहयोगी बनाने के लिये रिसर्च सेंटर की स्थापना की बात उन्होंने कही। स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास से सम्बन्धित उद्यम से जुड़े सीएस डांगी ने राज्य के उत्पादों को पहचान दिलाने तथा विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों के बुद्धिजीवियों की टीम बनायी जाने तथा नवाचार के प्रति विशेष ध्यान देने पर बल दिया। युवा उद्यमी तरूण कुमार ने कहा कि उत्तराखण्ड में हेंडी क्राफ्ट को बढ़ावा देने की बड़ी संभावना है। कास्तकारों की आय तथा स्वरोजगार के अवसर इससे बढ़ सकेंगे। इसके साथ ही संवाद कार्यक्रम में तकनीकि प्रशिक्षण एवं कौशल विकास से जुड़े अमित गोस्वामी, आंचाल डाकिया ने अपने विचार साझा किये। प्रदेश के सभी प्रमुख संस्थानों के शिक्षक छात्र तथा देश के विभिन्न क्षेत्रों से विषय विशेषज्ञ इस संवाद कार्यक्रम से जुड़े थे।
कार्यक्रम के संयोजक एवं मुख्यमंत्री के मुख्य समन्वयक प्रो. दुर्गेश पंत ने बताया अब तक बोधिसत्व की 5 विचार श्रृंखलायें तथा 13 विचार गोष्ठी आयोजित की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि विचार श्रृंखला में प्राप्त सुझावों को संकलित किया जायेगा तथा इससे भविष्य की योजना तैयार करने में मदद मिलेगी।

ऋषिकेश में चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग को लेकर कोतवाल से मिले

नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने तीर्थनगरी ऋषिकेश में चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग कोतवाली पुलिस से की है। सकारात्मक कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
सोमवार को नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र के नेतृत्व में व्यापारियों का एक शिष्टमंडल कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी से मिला। बताया कि शहर में पिछले कुछ दिनों से चोरी की घटनाओं में इजाफा हो रहा है। इससे शहर के व्यापारी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। व्यापारियों ने आवास विकास कॉलोनी, भरत विहार और छोटी सब्जी मंडी में हुई चोरियों का उल्लेख किया। खुलासा नहीं होने पर आक्रोश जताया। व्यापारियों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि घटनाओं का पर्दाफाश नहीं होने से अपराधियों के हौसले बुलंद है। एक स्वर में बिगड़ती कानून व्यवस्था को सुधारने की मांग की।
नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष ने बताया कि कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने व्यापारियों को चोरी की घटनाओं का शीघ्र खुलासा करने और रात्रि गश्त बढ़ाने का आश्वासन दिया। मौके पर अरविंद जैन, राजकुमार तलवार, दीपक बंसल, रवि जैन, आशु अरोड़ा, योगेश कालड़ा, आशु डंग, अभिषेक शर्मा, दीपक दरगन, राजू गुप्ता मौजूद रहे।

स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में 50 से अधिक लोगों ने किया रक्तदान

ऋषिकेश के वरिष्ठ व्यापारी एवं समाजसेवी रहे यशपाल अग्रवाल की स्मृति में व्यापार सभा भवन में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। शिविर में 50 से अधिक लोगों ने रक्तदान किया।
प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल और यशपाल अग्रवाल चौरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित शैक्षिक रक्तदान शिविर में लोगों ने बढ़ चढ़कर रक्तदान किया। शिविर का आयोजन एम्स अस्पताल के डॉक्टरों की टीम एवं मेडिकल स्टाफ की निगरानी में किया गया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के संस्थापक यशपाल अग्रवाल ने जीवन पर्यंत व्यापारियों के हितों के लिए अपनी आवाज बुलंद की। अग्रवाल ने कहा कि विभिन्न संगठनों से जुड़कर पदों पर रहकर उन्होंने समाज के हित में कई महत्वपूर्ण कार्य किए।
वहीं, विधानसभा अध्यक्ष ने कहा की रक्त का कोई विकल्प नहीं है। दूसरों के जीवन को बचाने के लिए रक्तदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्तदान से बड़ा महादान कुछ भी नहीं है। अग्रवाल ने समाज में इस प्रकार के कार्य करने वाले विभिन्न संगठनों की भी सराहना की।
इस दौरान प्रांतीय उद्योग मंडल के चेयरमैन अनिल गोयल, व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष नरेश अग्रवाल, जिला महामंत्री सचिन गर्ग, ऋषिकेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष ललित मोहन मिश्रा, महामंत्री प्रतीक कालिया, हर गोपाल अग्रवाल, सुभाष कोहली, नवल कपूर, गोपाल नारंग, जितेंद्र अग्रवाल, मनोज कालरा, ललित जिंदल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

राकेश अग्रवाल के मनोनयन पर ऋषिकेश के व्यापारियों ने जताई खुशी

प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल उत्तराखंड के नव नियुक्त प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राकेश अग्रवाल का स्वागत किया गया। व्यापारियों ने राकेश अग्रवाल के मनोनयन पर हर्ष जताया।
सोमवार को रेलवे मार्ग स्थित नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ऋषिकेश के कार्यालय में कार्यक्रम हुआ। प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल उत्तराखंड के नव नियुक्त प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राकेश अग्रवाल का स्वागत किया गया। जिलाध्यक्ष नरेश अग्रवाल ने कहा कि राकेश अग्रवाल छात्र जीवन से ही सामाजिक कार्यों से जुड़े हैं। वे हमेशा व्यापारी हितों के लिए संघर्ष करते रहते हैं। नगर अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र ने कहा कि राकेश अग्रवाल ने मंडी समिति अध्यक्ष रहते हुए भी व्यापारी हितों के लिए बहुत कार्य किए हैं। इनकी नेतृत्व क्षमता अभूतपूर्व है। व्यापार मंडल में इनके आने से संगठन मजबूत होगा। राकेश अग्रवाल ने कहा कि वे सगठन द्वारा दी गई जिम्मेदारी का सही ढंग से निर्वहन करेंगे। इस मौके पर रवि जैन, पवन शर्मा, दीपक बंसल, अभिषेक शर्मा, सुनील तिवारी, सतीश पाल, मनोज टुटेजा, नवीन भारद्वाज, अनुज जैन, आशु डंग, जगमीत सिंह, अनुराग शर्मा, अवनीश गुप्ता, नरेंद्र मैनी, अखिलेश दीवान आदि उपस्थित रहे।

सीएम के निर्देश पर अब जिला स्तर से ही मिलेगी 50 करोड़ तक के उद्योग प्रस्तावों को मंजूरी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिये वर्तमान में लागू व्यवस्था में प्राधिकृत समितियों की अधिकारिता के संबंध में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के अंतर्गत उत्तराखण्ड उद्यम एकल खिडकी सुगमता एवं अनुज्ञापन नियमावली में संशोधन करते हुए अब प्लांट एवं मशीनरी मद में रू0 10.00 करोड़ के स्थान पर रू0 50.00 करोड तक के प्रस्ताव जनपद स्तरीय प्राधिकृत समिति एवं रू0 10.00 करोड़ से अधिक के स्थान पर रू0 50.00 करोड़ से अधिक के प्रस्ताव पर राज्य स्तरीय प्राधिकृत समिति को विचार कर अनुज्ञा/अनुमोदन प्रदान करने के लिये अधिकृत किये जाने की व्यवस्था की गई है। इस सम्बन्ध में सचिव सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम अमित नेगी द्वारा शासनादेश भी निर्गत कर दिया गया है। इससे प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।

टिहरी के अदरक को पहचान दिलाने के लिए अंतराष्ट्रीय अदरक महोत्सव का आयोजन

टिहरी जनपद के अदरक को विश्वभर में पहचान मिलेगी। इसके लिए मुनिकीरेती क्षेत्र में अंतराष्ट्रीय अदरक महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। बुधवार को पोखरी, चाका में आयोजित सम्मान समारोह के संबोधन के दौरान कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने यह बात कही।
पोखरी, चाका में भाजपा मंडल के पदाधिकारियों और स्थानीय ग्रामीणों ने नरेंद्रनगर मंडी अध्यक्ष पद पर वीर सिंह रावत को मनोनीत किए जाने पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल का आभार जताया। सभी ने कैबिनेट मंत्री और मंडी अध्यक्ष का फूलमालाओं से जोरदार स्वागत किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि किसानों को अपने उत्पाद का उचित मूल्य मिले यही सरकार का उद्देश्य है। बताया कि नरेंद्रनगर की मंडी प्रदेश की बेहतरीन मंडियों में शुमार है, इसमें पर्वतीय क्षेत्र का किसान सुनियोजित प्लान के तहत अपने उत्पादों को मंडी में बेच सकेगा। साथ ही मंडी में अत्याधुनिक सुविधाएं होने के कारण ऑफसीजन में भी उचित मूल्य पर उत्पाद बिक सकेंगे। उन्होंने बताया कि किसानों की सुविधा हेतु उत्तरकाशी जनपद में 13 करोड़ की लागत से जल्द मंडी खुलेगी। इसके साथ ही आराकोट में 23 करोड़ की लागत से कोल्ड स्टोरेज भी खोला जाएगा। बताया कि इससे प्रदेश में कृषि उत्पादों के बिचौलियों की भूमिका समाप्त होगी।
मौके पर ब्लाक प्रमुख राजेन्द्र भंडारी, मीना खाती, मंडल अध्यक्ष अरविंद उनियाल, क्रेजी फेडरेशन अध्यक्ष मनीष डिमरी, जिला अध्यक्ष रेखा राणा, रोशनी राणा, गजेंद्र खाती आदि उपस्थित थे।

कृषि मंत्री ने व्यपारियों की मांग पर मंडी समिति के नोटिस कार्रवाई पर रोक लगाई

मंडी समिति की किराया वसूली को लेकर की जा रही नोटिस की कारवाई पर उत्तराखंड के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने फिलहाल रोक लगा दी है। नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के महामंत्री प्रतीक कालिया ने बताया कि फल एवं सब्जी थोक विक्रेता संघ के प्रतिनिधि मंडल द्वारा कृषि मंत्री से इस संदर्भ में मुलाकात की गई थी। व्यपारियों का पक्ष मजबूती से रखने पर कृषि मंत्री ने इस संदर्भ में तत्काल कृषि उत्पादन मंडी समिति के अध्यक्ष को जांच करने और मंडी सचिव को जांच पूरी ना होने तक किसी भी तरह की कारवाई न करने के आदेश दिए गये है।
फल एवं सब्जी थोक विक्रेता संघ के महामंत्री गिरीश छाबड़ा ने बताया कि मंडी समिति द्वारा पारित नियमों के अनुरूप वर्ष 1992 में 23 दुकानें ए श्रेणी में 22 दुकानें शैड एवं सात दुकानें सी क्लास में आवंटित की गई थी। उस दौरान तय किया गया था कि हर तीन वर्ष पश्चात परस्पर सहमति से दुकानों के किराए में 15 प्रतिशत की वृद्धि की जायेगी। लेकिन कुछ वर्षों बाद उक्त व्यवस्था में झोल उत्पन्न हो गया। अब तमाम व्यापारियों को किराया वसूली के नाम पर नोटिस थमाए जा रहे हैं। जिसकी वजह से व्यापारियों में असमंजस की स्थिति बन गई है।
प्रतिनिधिमंडल में समिति के पूर्व अध्यक्ष अनिल खुराना व पूर्व महामंत्री चंद्र प्रकाश चौरसिया भी शामिल रहे।

धामी सरकार ने 6 माह के ब्याज प्रतिपूर्ति का शासनादेश जारी किया

मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के ऋण खाता धारकों को 6 माह हेतु ब्याज प्रतिपूर्ति सहायता उपलब्ध करायी जायेगी। इसका शासनादेश जारी कर दिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी घोषणा की थी। यह ब्याज प्रतिपूर्ति सहायता, अधिसूचना निर्गत होने की तिथि से आगामी 6 माह की अवधि के लिये मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत वर्तमान ऋण प्राप्त खाताधारकों और इंगित अवधि में ऋण प्राप्त करने वाले खाताधारकों को अनुमन्य होगी।

उद्योगों को बढ़ावा देना रोजगार का सृजन करना है-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास से पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि किसी समाज एवं राष्ट्र की उन्नति में उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में उद्योगों से जुड़े लोगों की समस्याओं का सरलीकरण कर समाधान किया जा रहा है। उत्तराखंड में जितने भी उद्योग स्थापित हुए हैं, उनकी समस्याओं को दूर कर उनके विकास के लिए हर संभव प्रयास किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा राज्य को दिये गये औद्योगिक पैकेज से प्रदेश में बड़ी संख्या में उद्योगों की स्थापना हुई है। भविष्य में राज्य में और अधिक उद्योग स्थापित हों इसके लिये हमारे उद्यमी ही हमारे ब्राण्ड एम्बेसडर हैं। राज्य में इन्वेस्टर समिट के आयोजन के बाद उद्योगपतियों का रूझान उत्तराखण्ड के प्रति तेजी से बढ़ा है। राज्य का वातावरण पूर्णतः उद्योगों के अनुकूल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्पूर्ण देश में भी यह संदेश जाना चाहिए कि उत्तराखंड उद्योगों के लिए एक श्रेष्ठ डेस्टिनेशन है। उन्होंने कहा कि सरकार और उद्योगपतियों के बीच लगातार संवाद किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव है। राज्य में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार से राज्य को पूरा सहयोग मिल रहा है। सड़क, रेल एवं हवाई कनेक्टिविटी राज्य में तेजी से बढ़ रही है। आने वाला समय उत्तराखण्ड में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए बहुत अच्छा होगा।
इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संजय अग्रवाल, सीएमडी आईटीसी लि. संजीव पुरी, उद्योग जगत से जुड़े आलोक किलोस्कर, मनीष भटनागर, प्रदीप मुल्तानी मौजूद थे।

उद्यमियों की सहायता के लिए सिंगल विंडो सिस्टम का सरलीकरण-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में उद्योग विभाग की समीक्षा की। उन्होंने प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए व्यापक प्रयासों की जरूरत बताते हुए बड़े उद्योगपतियों से संवाद कर प्रदेश में उद्योग लगाने हेतु आकर्षित करने, उद्योगों में स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने, उद्यमियों की सहायता के लिए सिंगल विंडो सिस्टम का सरलीकरण और अधिक प्रभावी बनाए जाने के साथ ही उद्योगों की स्थिति एवं समस्याओं आदि की जानकारी के लिए कांक्रीट ऑडिट की व्यवस्था पर ध्यान देने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर ध्यान देने के भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि उद्योगों से संबंधित लंबित प्रकरणों का त्वरित निस्तारण तत्परता एवं समयबद्धता के साथ किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उद्योगों के हित में लिए गए निर्णयों की भी जानकारी उद्यमियों को होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में औद्योगिक अवस्थापना सुविधाओं के विकास एवं निवेशकों से संवाद से निवेश संवर्धन एवं आर्थिक विकास में मदद मिलेगी। उन्होंने युवाओं में उद्यमिता एवं स्वरोजगार के प्रति अभिरुचि पैदा करने की भी जरूरत बताई। उन्होंने मेगा इंडस्ट्रियल पॉलिसी, मेगा टेक्सटाइल पॉलिसी, क्रय वरीयता नीति, एम.एस.एम.ई. इकाइयों को दी जाने वाली सहूलियतों से संबंधित नियमों में किए जाने वाले आवश्यक संशोधनों पर त्वरित कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इन विषयों पर त्वरित निर्णय हेतु मुख्य सचिव के स्तर पर सभी सम्बन्धित विभागों की बैठक आयोजित किये जाने के भी निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने औद्योगिक विकास योजना को विस्तारित किये जाने, जनपद हरिद्वार मे इन लेण्ड कन्टेनर डिपो की स्थापना, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम के अन्तर्गत कल्स्टर विकास योजनाओं, अमृतसर-कोलकता इंडस्ट्रियल कोरिडोर, खटीमा एवं टनकपुर में सिड़कुल की स्थापना से सम्बन्धित प्रस्तावों के क्रियान्वयन मे भी तेजी लाये जाने को कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य प्रदेश में औद्योगिकरण को बढ़ावा देना है। राज्य में उद्योगों के अनुकूल माहौल है। कानून व्यवस्था की भी कोई समस्या नहीं है। बिजली की उपलब्धता है, इनके साथ ही राज्य का शान्त एवं स्वच्छ वातावरण उद्यमियों के अनुकूल है। इसके लिये सभी विभागों को समेकित प्रयासों पर ध्यान देना होगा। राज्य का औद्योगिक वातावरण प्रदेश की आर्थिकी एवं रोजगार सृजन में भी मददगार है।
बैठक में सचिव उद्योग राधिका झा ने व्यापक प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रदेश में उद्योगों की स्थिति विभागीय कार्यों एवं प्रदेश में व्यापक औद्योगीकरण के लिये किये जा रहे प्रयासों, नीतियों कार्यक्रमों के साथ ही सिडकुल औद्योगिक क्षेत्र हरिद्वार पंतनगर, सेलाकुई, कोटद्वार,आईटी पार्क देहरादून, सितारगंज एस्कॉर्ट फार्म में उपलब्ध एवं आवंटित भूमि आदि की भी जानकारी दी।
बैठक में कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.सन्धू, अपर मुख्य सचिव आनन्द वर्धन, प्रबन्ध निदेशक सिड़कुल रोहित मीणा, निदेशक उद्योग सुधीर नौटियाल, उप निदेशक अनुपम द्विवेदी एवं अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जनपदों के महाप्रबन्धक उद्योग उपस्थित थे।