फिल्म निर्माण के लिए राज्य सरकार द्वारा बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा रही-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सिल्वर सिटी में सातवें देहरादून अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में फिल्म निर्माता शूटिंग के लिए उत्तराखंड आ रहे हैं। फिल्म निर्माण के लिए राज्य सरकार द्वारा बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में फिल्मकारों के हित में फिल्मांकन की स्वीकृति हेतु ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध करायी गई है। अब एक सप्ताह में फिल्मांकन की स्वीकृति प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड आने वाले समय में फिल्म मेकर्स का पसंदीदा डेस्टिनेशन बनेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देहरादून-दिल्ली एलिवेटेड एक्सप्रेस वे से दिल्ली से देहरादून का सफर महज दो से ढाई घंटे में किया जा सकेगा। उत्तराखण्ड अध्यात्म व योग की धरती है। प्रदेश का लगभग 70 प्रतिशत भूभाग प्राकृतिक सुंदरता व वनों से घिरा हुआ है जो फिल्मांकन के लिये अनुकूल है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक सुरेश गड़िया, फिल्म निर्माता निर्देशक मधुर भंडारकर, रोहित राय, करण प्रधान, अभिनेत्री रूपा गांगुली, दीपा चिखलिया, हास्य कलाकार एहसान कुरैशी आदि उपस्थित रहे।

तीर्थनगरी के छोटे पर्दे के कलाकार मनमोहन तिवारी ने की सीएम धामी से शिष्टाचार भेंट

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आज मुख्यमंत्री आवास में दूरदर्शन के लोकप्रिय धारावाहिक जय भारती में मुख्य किरदार निभा रहे ऋषिकेश के मनमोहन तिवारी ने शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने उनके अभिनय को सराहा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जय भारती धारावाहिक बनाने के लिए दूरदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिक सीमाओं में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दे रहे है। उत्तराखंड सैनिक बाहुल्य प्रदेश है। यह हमारे लिए गौरव की बात है कि उत्तराखंड के ऋषिकेश से छोटे पर्दे में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके और कई भोजुपरी व हिंदी फिल्मों में शानदार अभिनय कर चुके मनमोहन तिवारी जय भारती धारावाहिक में मुख्य भूमिका निभा रहे है। उन्होंने कहा कि मनमोहन तिवारी के रुप में सैनिकों के जीवन पर आधारित इस धारावाहिक में उत्तराखंड की भूमिका भी जुड़ चुकी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड फिल्मों व धारावाहिक की शूटिंग के लिए सबसे बेहतर स्थल है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड से जुड़े कलाकारों से अपील करते हुए कहा कि उत्तराखंड में अधिक से अधिक शूटिंग हो, इसका प्रचार-प्रसार करना चाहिए। अपनी मातृभूमि के विकास के लिए सभी कलाकार अगर अपनी यूनिट को प्रेरित करेंगे तो निश्चित ही यह प्रयास सफल होंगे। वही अभिनेता मनमोहन तिवारी ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि जय भारती में किरदार निभाते हुए उन्हें गर्व महसूस हो रहा है। सैनिक की पृष्ठभूमि और उनके संघर्षों को पर्दे पर जीना उन्हें लिए गौरव की बात है।

उन्होंने बताया कि उनके द्वारा कई लोकप्रिय धारावाहिक और फिल्मों में कार्य किया जा रहा है। उनका प्रयास रहेगा कि इनकी शूटिंग उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर हो। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के लोग उत्तराखंड के लोगो को बहुत सम्मान देते है। जब उनके द्वारा लोगो को बताया जाता है कि वह उत्तराखंड से है तो युवा मुख्यमंत्री के रुप में महाराष्ट्र (मुम्बई) में श्री धामी के कार्याे की सराहना की जाती है। सिने जगत के लोग भी मुख्यमंत्री की कार्यशैली की प्रशंसा करते है। उन्होंने सीएम धामी को मुम्बई आने का निमंत्रण भी दिया। इस अवसर पर दयाशंकर पाण्डेय, विवेक तिवारी उपस्थित रहे।

सीएम से फिल्म निर्माता सत्यजीत मिश्रा ने की मुलाकात, फिल्म जान अभी बाकी का पोस्टर का हुआ विमोचन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हम उत्साहित है कि दुनियाभर के फिल्म निर्माताओं के लिए उत्तराखण्ड पसंदीदा शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है। फिल्म निर्माताओं हेतु अनुकूल माहौल के तैयार करने के कारण राज्य को हर साल राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जाना एक बड़ी उपलब्धि है। प्रत्येक वर्ष राज्य में 150 से अधिक फिल्मों की शूटिंग हो रही है। उत्तराखण्ड का नैसर्गिक सौन्दर्य, फिल्म शूटिंग हेतु राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सब्सिडी, शूटिंग हेतु बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर, इज ऑफ फिल्मिंग, उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद द्वारा दी जारी सुविधाएं राज्य को फिल्म निर्माताओं की पहली पसन्द बना रही है।

मुख्यमंत्री आवास में फिल्म निर्माता सत्यजीत मिश्रा की फिल्म ‘‘जान अभी बाकी है’’ के मोशन पोस्टर के विमोचन के अवसर पर फिल्म की टीम को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि फिल्म निर्माताओं से अनुरोध है कि वे अपनी फिल्मों में उत्तराखण्ड के प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ ही राज्य की अनूठी लोक संस्कृति व परम्पराओं के फिल्मांकन को भी प्राथमिकता दें। फिल्म निर्माता उत्तराखण्ड में शूटिंग के दौरान अधिक से अधिक स्थानीय प्रतिभाओं, फिल्म टेक्नीशियन व युवाओं को अवसर दें। उत्तराखण्ड में युवा प्रतिभाओं की कमी नही है। आशा है कि राज्य में फिल्म उद्योग के अधिक से अधिक विस्तार से स्थानीय प्रतिभाओं के लिए भी अवसर के नए द्वार खुलेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम फिल्म नीति का और भी अधिक आकर्षक बनाने पर कार्य कर रहे हैं, ताकि राज्य में फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित किया जा सके। राज्य में फिल्म शूटिंग निःशुल्क कर दी गई है। फिल्म पॉलिसी में 1.5 करोड़ रूपये की सब्सिडी की व्यवस्था कर दी गई है।
गौरतलब है कि आइजेएम प्रोडक्शन प्रा. लिमिटेड के बैनर तले बनी निर्देशक सत्यजीत मिश्रा की फिल्म ‘‘जान अभी बाकी है’’ की 95 प्रतिशत शूटिंग उत्तराखण्ड के भीमताल, नौकुचियाताल, काठगोदाम, पिथौरागढ़, मुनस्यारी, काशीपुर, बाजपुर में की गई है। फिल्म में काम कर रहे अभिनेता प्रांजल भी रुद्रपुर के निवासी है। फिल्म में अन्य कलाकार ब्रिजेन्द्र काला, स्वपनिल, राजेश जैस, रेशम टिपनिस है। फिल्म में लोकप्रिय संगीतकार अरिजीत सिंह, जुबिन नौटियाल में संगीत दिया है। फिल्म में उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध झोड़ा चांचरी और हिलजात्रा का भी फिल्मांकन किया गया है।
इस अवसर पर वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी भी उपस्थित थे।

नाना को पहाड़ी संस्कृति से सीएम ने कराया रुबरु

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नाना पाटेकर को पहाड़ी टोपी पहनाई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड में फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक बनाया जा रहा है ताकि राज्य में अधिक से अधिक फिल्म निर्माता आयें। सिंगल विंडो सिस्टम से शूटिंग की अनुमति प्रदान की जा रही है। शूटिंग हेतु कोई भी शुल्क नही लिया जा रहा है। 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत उत्तराखण्ड राज्य ने मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट (स्पेशल मेंशन) पुरस्कार प्राप्त किया है।
फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड का नैसर्गिक सौन्दर्य फिल्मों की शूटिंग के लिए बहुत अच्छा है एवं फिल्मांकन के लिए वातावरण भी बहुत अच्छा है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड के लोग बहुत अच्छे हैं, यहां के लोगों के व्यवहार में सौम्यता है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में फिल्म शूटिंग का उनका अच्छा अनुभव रहा। उन्होंने कहा कि वे उत्तराखण्ड में अपना घर बनाना चाहते हैं। नाना पाटेकर उत्तराखण्ड में एक मराठी फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं।

उत्तराखण्ड में फिल्म निर्माता-निर्देशकों को राज्य सरकार से मिला प्रोत्साहन- बंशीधर तिवारी

विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में भारत के राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा उत्तराखण्ड को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Most Film Friendly State (Special Mention) पुरस्कार प्रदान किया गया। राज्य सरकार की ओर से यह पुरस्कार महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी द्वारा प्राप्त किया गया है।
महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार मिलने से प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा। महानिदेशक, सूचना ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये है। राज्य सरकार में फिल्म निर्माता-निर्देशकों के लिए अनुकूल माहौल बनाया गया है, जिसका परिणाम है कि आज उत्तराखण्ड को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री धामी द्वारा प्रदेश की फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक बनाया जा रहा है। फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक और व्यावहारिक बनाया जा रहा है। इससे राज्य में फिल्म निर्माण क्षेत्र को और अधिक प्रोत्साहित किया जा सकेगा। राज्य में अधिक से अधिक फिल्म निर्माता आ सकेंगे और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ सकेंगे। राज्य सरकार द्वारा फिल्म नीति को आकर्षक बनाया गया है, जिसमें सिंगल विंडो शूटिंग अनुमति प्रदान किया जाना। अब राज्य में शूटिंग हेतु कोई भी शुल्क नही लिया जा रहा है। नई फिल्म नीति में रुपये 1.5 करोड़ तक अनुदान दिये जाने की व्यवस्था है। इसके साथ ही शूटिंग अवधि में पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराया जाना शामिल है। क्षेत्रीय फिल्मों को स्थानीय सिनेमाघरों द्वारा सप्ताह में एक शो अनिवार्य रूप से दिखाया जाना है।
महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के इस पुरस्कार के लिए उत्तराखण्ड राज्य का चयन हम सभी के लिए गौरव की बात है। अल्प कार्यकाल में देश के अन्य राज्यों को पीछे छोड़ते हुए उत्तराखण्ड राज्य का इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। उन्होंने कहा की आगे भी सुविधा और सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा ताकि अधिक से अधिक फ़िल्मों की शूटिंग उत्तराखंड में हो सके और उत्तराखंड विश्व पटल पर अपनी उपस्थिति और बेहतर तरीक़े से दर्ज करा सके।
उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी डॉ. नितिन उपाध्याय ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Most Film Friendly State (Special Mention) का पुरस्कार प्रदान किया गया है। भारत सरकार द्वारा यह पुरस्कार फिल्म उद्योग को आगे बढ़ाने, जिसमें राज्य में फिल्म निर्माण के लिए अनुकूल वातवारण तैयार करना शामिल है। इसके साथ ही फिल्म और कला क्षेत्र को प्रोत्साहन देना एवं बंद पड़े सिनेमा हॉल को फिर से खोलने के लिए प्रोत्साहित करना है। उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार राज्य में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया है।राज्य में उत्तराखण्ड राज्य सरकार द्वारा फिल्म निर्माताओं की सुविधाओं के दृष्टिगत आकर्षक फिल्म नीति लागू की गई है। विगत एक वर्ष में राज्य में 150 से अधिक फिल्मों, धारावाहिक, डाक्यूमेंट्री आदि की शूटिंग की गई है। इनमें द कश्मीर फ़ाइल, मीटर चालू, बत्ती गुल, परमाणु, बाटला हाउस, कबीर सिंह, केदारनाथ, नरेन्द्र मोदी, स्टूडेंट ऑफ द ईयर, परमाणु, रागदेश, तड़प, वार, डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित कार्यक्रम Man vs Wild आदि कई बड़े नाम भी शामिल है। वर्ष 2017 के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Special Mention Certificate for Film Friendly Environment पुरस्कार प्रदान किया गया था।
वर्ष 2017 में पर्यटन पुरस्कार के अर्न्तगत उत्तराखण्ड राज्य को “राष्ट्रीय फिल्म संवर्धन हितैषी राज्य” का पुरस्कार प्रदान किया गया है। वर्ष-2018 के तहत सर्वश्रेष्ठ फिल्म प्रमोशन फ्रेण्डली स्टेट पुरस्कार-2018, वर्ष-2019 में मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का प्रथम पुरस्कार-2019 मिला है। इन पुरस्कारों हेतु राष्ट्रीय स्तर पर गठित चयन समिति द्वारा निर्धारित मानकों का परीक्षण कर यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है। पुरस्कार हेतु निर्धारितों मानकों के अनुसार विवरण भारत सरकार को प्रेषित की किया जाता है, जिसमें Ease of filming, Infrastructure, सब्सिडी, Database, Marketing and Promotion एवं विगत वर्षो में राज्य में शूटिंग की गई फिल्मों की संख्या का विवरण प्रदान करना होता है।

प्रसिद्ध पवनदीप राजन ने की शिष्टाचार भेंट, आगामी फिल्म में संगीत निर्देशन की दी जानकारी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से प्रसिद्ध गायक पवनदीप राजन ने शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि उनके संगीत निर्देशन में हिन्दी एवं नेपाली भाषा में बनी फिल्म प्रेम गीत 3 आगामी 23 सितम्बर को रिलीज हो रही है।

मुख्यमंत्री ने पवनदीप राजन के प्रयासों की सराहना की तथा फिल्म के सफल प्रदर्शन के लिये शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर निर्माता निर्देशक सुभाष काले व सन्तोष सेन, अभिनेता प्रदीप खड़का, अभिनेत्री क्रिस्टियाना गुरूंग आदि भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने बालीवुड फिल्म हिंदुत्व का पोस्टर किया रिलीज

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से निर्देशक एवं लेखक करण राज़दान ने मुलाक़ात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने करण राज़दान की आगामी 7 अक्टूबर को रिलीज़ होने जा रही फ़िल्म “हिन्दुत्व” का पोस्टर रिलीज़ किया। मुख्यमंत्री ने फ़िल्म निर्माता निदेशक करण राज़दान से फ़िल्म को लेकर लम्बी चर्चा की, साथ ही उन्हें व उनकी टीम को बधाई दी।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड में कई बॉलीवुड की फ़िल्में और वेब सीरीज की शूटिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि फ़िल्म निर्माताओं को सरकार के स्तर पर मदद दी जाए, ताकि भविष्य में और भी फ़िल्म और वेब सीरिज़ की शूटिंग उत्तराखण्ड में हो सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में कई ऐसे विश्व स्तरीय प्राकृतिक स्थल हैं जिनको अभी बड़े पर्दे पर नहीं दिखाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में फ़िल्म नीति में सरलीकरण करते हुए शूटिंग परमिशन आदि की व्यवस्था को सरल किया गया है। प्रस्तावित नई पॉलिसी हेतु इंडस्ट्री और विशेषज्ञों के सुझाव माँगे गए हैं।

मुख्यमंत्री ने फ़िल्म निदेशक से अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्होंने पृथ्वीराज चौहान और कश्मीर फाइल्स फ़िल्म देखी हैं, और वो हिन्दुत्व फ़िल्म को भी ज़रूर देखेंगे।
फ़िल्म निदेशक करण राज़दान ने कहा कि हिन्दुत्व फ़िल्म जहाँ एक ओर देश दुनिया में हिन्दुत्व के मूल्यों का प्रचार करेगी वहीं दूसरी ओर इसमें दर्शाए दृश्यों से उत्तराखंड पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

इस दौरान फ़िल्म के सह निर्माता सचिन चौधरी और सुमित अदलखा भी मौजूद रहे।

नीति के प्रस्तावित ड्राफ्ट पर लोगों से मांगे गए हैं सुझाव, जानिए सरकार की ये खास पहल

उत्तराखंड को फिल्म शूटिंग डेस्टिनेशन बनाने के लिए नई फिल्म नीति-2022 में सरकार कई प्रोत्साहन व वित्तीय सहायता देने जा रही है। नीति के प्रस्तावित ड्राफ्ट पर लोगों से सुझाव मांगे गए हैं। नीति में फिल्मों की शूटिंग के लिए सिंगल विंडो सिस्टम को लागू किया जाएगा। इसके अलावा राज्य की गढ़वाली, कुमाऊंनी, जौनसारी बोलियों में बनने वाली फिल्मों पर 40 प्रतिशत अनुदान या अधिकतम दो करोड़ का अनुदान दिया जाएगा।

उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी नितिन उपाध्याय ने बताया कि उत्तराखंड फिल्म नीति-2022 का ड्राफ्ट लोगों के सुझाव के लिए विभागीय वेबसाइट http://www.uttarainformation.gov.in पर प्रकाशित किया गया।
उक्त प्रस्तावित फिल्म नीति-2022 पर यदि अभी भी कोई व्यक्ति सुझाव देने के इच्छुक हो तो दिनांक 15 सितम्बर, 2022 तक विभागीय Email- ufdc2015@gmail.com पर प्रेषित कर सकते हैं। 15 सितम्बर, 2022 तक प्राप्त सुझावों पर विचार करते हुए फिल्म नीति के ड्राफ्ट को अंतिम रूप देने की कार्यवाही की जायेगी।

उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी नितिन उपाध्याय ने बताया राज्य के नैसर्गिक सौंदर्य व लोक संस्कृति को विश्व पटल पर लाने के उद्देश्य से देश-विदेश से फिल्म निर्माताओं व निदेशक को शूटिंग के लिए नई नीति में प्रोत्साहन व वित्तीय लाभ देने का प्रावधान किया जा रहा है। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार व पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। नीति में फिल्मों को अनुदान, फिल्म पुरस्कार-सम्मान, उत्तराखंड की बोलियों में बनने वाली फिल्मों एवं कलाकारों को प्रोत्साहन के अलावा शूटिंग की अनुमति के लिए सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था की जा रही है।

सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग, उत्तराखण्ड के अधीन गठित उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद द्वारा ‘‘उत्तराखण्ड फिल्म नीति-2022’’ का ड्राफ्ट तैयार कर लोगों के सुझाव प्राप्त करने हेतु दिनांक 20 जुलाई, 2022 का विभागीय वैबसाईट लिंकः
http:// www.uttarainformation.gov.in/images/download/filmpolicydraft2022.pdf पर अपलोड किया गया था। उक्त के क्रम में फिल्म पॉलिसी को लेकर कतिपय व्यक्तियों एवं संस्थाओं के सुझाव प्राप्त हुए है।

नीति में ये मिलेंगे लाभ
– पर्वतीय क्षेत्रों में सिनेमाघरों व स्टूडियो में उपकरण खरीदने पर 25 प्रतिशत या अधिकतम 25 लाख का अनुदान।
– पर्वतीय क्षेत्रों में मोबाइल थियेटर वाहन खरीदने पर 15 लाख का अनुदान।
– फिल्म प्रशिक्षण संस्थान के लिए 25 प्रतिशत या अधिकतम 50 लाख का अनुदान।
– स्थानीय बोली में बनने वाली फिल्मों की शूटिंग के दौरान किए गए व्यय पर 40 प्रतिशत अनुदान।
– स्थानीय व हिंदी में सर्वोत्तम फिल्म को 10 लाख का पुरस्कार
– शूटिंग के दौरान फिल्म यूनिटों को जीएमवीएन व केएमवीएन के रेस्ट हाउस में ठहरने पर 50 प्रतिशत छूट दी जाएगी।

26 अगस्त से ऋषिकेश में देख सकेंगे गढ़वाली फिल्म थोकदार

गढ़वाली फिल्म थोकदार के प्रमोशन के लिए अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा ने फिल्म का पोस्टर लांच किया। यह फिल्म 26 अगस्त से ऋषिकेश के रामा पैलेस थियेटर में प्रदर्शित होगी।
मंगलवार को देहरादून रोड स्थित अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के कार्यालय में कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में कलाकारों की मौजूदगी में फिल्म का पोस्टर लांच किया गया। महासभा के अध्यक्ष डॉ. राजे नेगी ने कहा कि थोकदार फिल्म के देहरादून एवं कोटद्वार में जबरदस्त हिट होने से गढ़वाली फिल्मों के फिर से सुनहरे दौर की शुरुआत हो गई है। उन्हें पूरा विश्वास है कि यहां भी फिल्म जबरदस्त सफलता हासिल करेगी। कहा कि आगामी 26 अगस्त से फिल्म का एक शो रोजाना सुबह रामा पैलेस में प्रदर्शित होगा। समाजसेवी रघुवीर मिंटू चौहान ने कहा कि लोक संस्कृति को बढ़ावा देना ही इस फिल्म का उद्देश्य है।
फिल्म के लेखक निर्देशक देबू रावत ने कहा कि इस फिल्म में शानदार गीत संगीत, बेजोड़ कहानी और टिहरी के जौनपुर थत्यूड़ आदि खूबसूरत स्थलों को दिखाया गया है। यह फिल्म बुराई पर अच्छाई की जीत और मां-बाप के औलाद को दिए संस्कारों की सीख देती है। फिल्म में तमाम कलाकारों ने अपने शानदार अभिनय की छाप छोड़ी है।
मौके पर फिल्म के अभिनेता राजेश मालगुडी, विलेन का किरदार निभाने वाले पन्नू गुसाईं, अभिनेता रणवीर चौहान, अभिनेत्री शिवानी भंडारी, इंदु भट्ट, सुषमा व्यास, प्रदीप नैथानी, गायक लेखराज भंडारी, महासभा के महासचिव उत्तम सिंह असवाल, अंजली वर्मा आदि मौजूद रहे।

कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और पदमश्री प्रीतम भरतवाण ने पहला देशभक्ति गढ़वाली गीत का किया लोकार्पण

डेवलपमेंट इन रूरल एम्बॉसमेंट एंड मोटिवेशन सोसाइटी ‘ड्रीम्स‘ ने आज पहले गढ़वाली देशभक्ति गीत की लांचिंग की। गीत का लोकार्पण कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, जागर सम्राट पदमश्री प्रीतम भरतवाण ने किया। इस मौके पर उत्तराखंड फ़िल्म इंडस्ट्रीज से जुड़े कलाकरों के साथ ही गणमान्य लोग व गीत से जुड़े कलाकार मौजूद थे। इस गीत को संस्था के यू-ट्यूब चैनल एसपीसी पर देखा जा सकता है। इस दौरान फ़िल्म निर्माण के साथ ही समाजसेवा में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले ब्यक्तियों को भी समान्नित किया गया।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने ड्रीम्स संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा उत्तराखंड सरकार लोकसंस्कृति के संरक्षण और संवर्धन को लेकर लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा मुझे उत्तराखंड की लोक संस्कृति बोली-भाषा से बेहद लगाव है। विधानसभा अध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान मैने पहली बार विधानसभा में बोली भाषा समिति का गठन किया। एक बार जब मैं कश्मीर गया वहां लोगो को अपनी बोली भाषा में बात करते देखकर बहुत प्रसनता हुई। हमें भी अपनी बोली भाषा के लिए समर्पित होने की आवश्यकता है। उत्तराखंड के कलाकारों को अधिक से अधिक अवसर प्राप्त हो इसलिए हमने फिल्म नीति को सरल बनाया है पिछले 5 सालों में उत्तराखंड राज्य में बॉलीवुड, हॉलीवुड, दक्षिण भारतीय फिल्मों के साथ ही अन्य भाषाओं की फिल्मों की शूटिंग हुई है, जो अभी भी लगातार जारी है। इन फिल्मों के माध्यम से बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार मिला है।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा नई फिल्म नीति में निवेशकों से लेकर कलाकारों तक के प्रोत्साहन के लिए कई प्रावधान किए गए हैं। उत्तराखंड में फिल्मों, वेब सीरीज़, टीवी सीरियलों की शूटिंग के लिहाज़ से बेहतरीन लोकेशनें होने के कारण राज्य फिल्म मेकरों की पहली पसंद बनता जा रहा है। यही कारण है कि हर साल उत्तराखंड में बनने वाली फिल्मों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले 6 सालों के आंकड़े देखें तो दस गुना का इज़ाफा साफ नज़र आ रहा है। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा हम कोशिश कर रहे हैं कि फिल्म मेकर्स को परमिशन आदि के लिए भटकना न पड़े। फिल्म सिटी का निर्माण भी प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इसके लिए ज़मीन खोजी जा रही है। फिल्म सिटी बनने के बाद यहां बूम आने की संभावना है। फिल्म मेकर्स को एक ही जगह सारी सुविधाएं मिलेंगी।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा लगाने का आह्वान किया है। मेरी आप सभी से अपील है कि हम सब अपने घरों में तिरंगा जरूर लगाएं।
पदमश्री प्रीतम भरतवाण ने कहा कि संस्कृति को प्रचारित और प्रसारित किये जाने के लिए किया जा रहा प्रयास सराहनीय है। इससे कई अन्य नये गायकों और कलाकारों को मंच और प्रोत्साहन मिलेगा। आज उत्तराखंड की संस्कृति और सभ्यता का संरक्षण और संवर्द्धन किये जाने की जरूरत है।
ड्रीम संस्था के सचिव दीप प्रकाश नौटियाल ने बताया कि उत्तराखंड की संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए एक गढ़वाली देशभक्ति गीत का ऑडियो वीडियो लांच किया गया है। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत वन्दे मातरम राष्ट्रगीत को गाने व हमेशा याद रखने को प्रेरित करने के सन्दर्भ में है।
यह गीत उभरते गायक कार्तिक नौटियाल एवं सुप्रसिद्ध गायिका मीना राणा ने गाया है। कोरस एवं सहगयिकाओं के रूप में हिमानी एवं शिवानी ने गाया है। इसके लिए संस्था ने अपना एक यूट्यूब चैनल भी बनाया है जो ड्रीम्स प्रोडक्शन्स एसपीएस नाम से है। उन्होंने कहा कि यूू-टयूब चौनल का उद्देश्य उत्तराखंड की संस्कृति व बोली भाषा का प्रचार प्रसार करना, युवा कलाकारों के लिए मंच प्रदान करना, अपनी बोली-भाषा को महत्व देना और सम-सामायिक विषयों को महत्व देना है। इस मौके उत्तराखंड की लोकसंस्कृति और संबर्धन में जुटे कलाकारों को सम्मानित भी किया गया।
इस मौके पर गायिका मीना राणा, निर्माता दीपक नौटियाल, मंच संचालन गंभीर सिंह जयाड़ा, संगीतकार संजय कुमोला, वरिष्ठ पत्रकार चन्द्रवीर गायत्री, निर्देशक प्रदीप भंडारी, निर्देशक कांता प्रसाद, अभिनेता दीपक रावत, लेखक सुरेश स्नोही, नृत्य निर्देशक अजय भारती, नृत्य निर्देशक विजय भारती, वरिष्ठ गायक मणिभारती, उफतारा महामंत्री डा अमर देव गोदियाल, नीलम नौटियाल सहित अन्य गणमान्य लोग व कलाकार उपस्थित रहे।