मुख्य सेवक सदन में मुख्यमंत्री ने सुनी जन समस्याए

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में जन ससमयाओं को सुना। इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आये लोगों ने अपनी समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। लोगों ने स्वास्थ्य, सड़क, रोजगार, जमीन से संबंधित एवं अन्य समस्याओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी समस्याएं लोगों द्वारा रखी गई है, उनका शीघ्र समाधान किया जायेगा। अधिकांश जन समस्याओं एवं शिकायतों का उन्होंने मौके पर ही समाधान किया।
मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों को निर्देश दिये कि आज जो भी जन शिकायतें एवं समस्याओं के लिए पत्र प्राप्त हुए हैं उनको समाधान के लिए शीघ्र संबंधित अधिकारियों को भेजा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी समस्याओं एवं शिकायतों पर हुई कार्यवाही का वे स्वयं भी फीडबैक लेंगे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि जिन अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा अनावश्यक रूप से लोगों के कार्यों को अटकाया जा रहा है या विलंब किया जा रहा है, उन पर सख्त कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जन समस्याओं का समाधान तेजी से हो इसके लिए जिलाधिकारियों को प्रत्येक कार्य दिवस में दो घंटे जन समस्याओं को सुनने के निर्देश दिये गये हैं। मुख्यमंत्री जनपदों के भ्रमण के दौरान सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लगातार फीडबैक ले रहे हैं। जिलाधिकारियों को जनपदों में जनता दरबार, तहसील दिवस एवं बीडीसी की नियमित बैठकें करने के निर्देश दिये गये हैं।
इस अवसर पर हरिद्वार जनपद के खेड़ी शिकोहपुर के एक व्यक्ति ने शिकायत की कि लेखपाल द्वारा उनकी वास्तविक जमीन को फरद में कम दिखाया गया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि इसकी जांच कराई जाए, यदि शिकायत सत्य पाई जाती है, तो संबंधित पर सख्त कार्रवाई की जाए। एक व्यक्ति द्वारा अपने कमर का इलाज करवाने के लिए मुख्यमंत्री से अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को उनका इलाज एम्स ऋषिकेश में करवाने का निर्देश दिया। एक व्यक्ति द्वारा देहरादून से रसिया महादेव तक बस सेवा शुरू करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका परीक्षण कराकर उचित कार्यवाही की जायेगी।
इस अवसर पर एडीजी वी. मुरूगेशन, अपर सचिव जगदीश चन्द्र काण्डपाल एवं मुख्यमंत्री कार्यालय के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

जल निकासी व्यवस्था मानसून सीजन से पहले पूर्ण करने के निर्देश

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने मंगलवार को सचिवालय में देहरादून स्मार्ट सिटी कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने सम्बन्धित अधिकारियों को देहरादून की सड़कों से जल निकासी व्यवस्था मानसून सीजन से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि ऐसे कार्यों, जिन से आमजन को असुविधा हो, को प्राथमिकता के आधार पर निर्धारित समयसीमा से पूर्व पूर्ण किए जाने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि नाईट शिफ्ट में श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर कार्य पूर्ण कराए जाएं। मुख्य सचिव ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्मार्ट सिटी सोनिका को निर्देश दिए कि अगले 15 दिनों में सड़कों के क्रॉस कनेक्शन सम्बन्धी कार्य पूर्ण कराए जाने हेतु सभी सम्बन्धित विभागों को निर्देशित किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़कों की डामरीकरण के बाद पुनः खोदने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मुख्य सचिव ने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत जो कार्य पूर्ण होने की कगार पर हैं उनको शीघ्र समाप्त कर जारी परियोजनाओं पर फोकस किया जाए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सड़क, स्मार्ट पोल और एकीकृत जल निकासी प्रणाली सभी विभाग आपसी सामंजस्य से कार्य करते हुए निर्धारित समय में करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी देहरादून एवं सीईओ स्मार्ट सिटी सोनिका ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत कुल 22 प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं, जिनमें से 14 पूर्ण किए जा चुके हैं और 8 प्रोजेक्ट्स पर कार्य गतिमान है। उन्होंने कहा ऑनगोईंग प्रोजेक्ट्स पर निर्धारित समयसीमा के अंदर पूर्ण कर लिया जाएगा।
इस अवसर पर निदेशक यातायात मुख्तार मोहसिन, एसपी ट्रेफिक अक्षय प्रह्नाद कोण्डे सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने मंगलवार को सचिवालय में वाह्य सहायतित परियोजनाओं की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने विभिन्न विभागों के अन्तर्गत चल रही 13 और 11 पाइपलाईन परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान सभी परियोजनाओं को निर्धारित समयसीमा के अंतर्गत पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने परियोजनाओं की गति बढाने हेतु जिलाधिकारियों एवं मुख्य विकास अधिकारियों को इन योजनाओं में शामिल किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों द्वारा इन योजनाओं की मासिक समीक्षा की जाए। साथ ही उन्होंने जिलाधिकारियों को परियोजनाओं के चयन में भी शामिल किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने विभागों में आईटी सम्बन्धित उपकरणों की खरीद हेतु आईटी विभाग की बैठक प्रत्येक 15 दिन में आयोजित किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समिति की बैठक के लिए दिवस निर्धारित कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि जिन विभागों की प्रगति लक्ष्य के सापेक्ष कम है उन्हें लगातार परियोजनाओं का अनुश्रवण कर तेजी लायी जाए।
इस अवसर पर सचिव डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम, डॉ. आर. राजेश कुमार, अपर सचिव रंजना राजगुर, विनीत कुमार एवं उदयराज सहित सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।

शहर की विभिन्न समस्याओं के समाधान को सीएम से मिले व्यापारी

नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के महामंत्री प्रतीक कालिया के नेतृत्व में शहर के व्यापारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। इस दौरान उन्हें शहर की विभिन्न समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन सौंपा।
व्यापारी नेता प्रतीक कालिया के नेतृत्व में रविवार को नगर के व्यापारी नेताओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। इस दौरान विभिन्न समस्याओं को लेकर व्यापार मंडल के महामंत्री ने उन्हें जानकारी देते हुए बताया कि चारधाम यात्रा के मुख्य पड़ाव ऋषिकेश के हरिद्वार रोड़ पर पिछले काफी वर्षों खाली भूखंड में कूड़े का पहाड़ खड़े होने से शहर की सुंदरता पर ग्रहण लगने के साथ लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ रहा है। इस पर सरकार को तत्काल कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। इसके अलावा शहर में ट्रासपोर्ट नगर, थोक गल्ला मंडी की मांग, जमीनों के सर्किल रेट कम करने की मांग सहित पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बैराज झील पर वाटर स्पोर्ट्स शुरु कराने, योग नगरी रेलवे स्टेशन के समीप और चन्द्रभागा पुल पर पार्किंग का निर्माण सहित शहर में सी एन जी फीलिंग स्टेशन खोले जाने की मांग एवं श्यामपुर फाटक में रोज लगने वाले जाम से मुक्ति के लिए जल्द से जल्द ओवरब्रिज बनवाने की मांग की गई है।
प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री ने तमाम समस्याओं पर सकारात्मक कारवाई की बात कही। मुख्यमंत्री से मिलने वालों में प्रांतीय डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष कोहली, व्यापार सभा के अध्यक्ष मनोज कालड़ा, प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के मंत्री श्रवण जैन, व्यापार सभा के पूर्व अध्यक्ष नवल कपूर, नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के उपाध्यक्ष प्रदीप कोहली, धीरज मखीजा शामिल रहे।

केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिले कैबिनेट मंत्री अग्रवाल

क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी से मुलाकात की। इस दौरान डा. अग्रवाल ने श्यामपुर, रायवाला, प्रतीतनगर गांव की ओर रेलवे फाटक से होने वाले जाम की समस्याओं को भी रखा। जिस पर केंद्रीय मंत्री गड़करी ने सकारात्मक आश्वासन दिया।
शुक्रवार को नई दिल्ली में मंत्री डा. अग्रवाल ने केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी से मुलाकात की। इस दौरान डा. अग्रवाल ने बताया कि ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत नेशनल हाइवे पर श्यामपुर एवं रायवाला, प्रतीत नगर गांव की ओर रेलवे फाटक से आम जनता को कठिनाइयों का सामना लंबे समय से करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि बीते चार मार्च को ऋषिकेश आगमन पर भी इस समस्या को रखा गया था।
डा. अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान समय में अनेकों वाहनों का ऋषिकेश से हरिद्वार की ओर आवागमन रहता है। साथ ही ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का काम भी प्रगति पर है। बताया कि ऐसे में भविष्य में अनेकों रेल गाड़ियों का आवागमन इस मार्ग से ओर बढ़ेगा।
डा. अग्रवाल ने बताया कि चारधाम यात्रा, कांवड यात्रा सहित तीर्थयात्री, पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों के आवागमन के कारण इस मार्ग पर यातायात का भारी दबाव रहता है। ऐसे में रेलवे फाटक बंद होने से दोनों ओर सैंकड़ों गाड़ियां रूक जाती है, जिससे रेल गाडी जाने के बाद घंटों तक यातायात बाधित रहता है।
इस पर केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने डा. अग्रवाल को पूरी तरह आश्वासन देते हुए कहा कि श्यामपुर फाटक पर आरओबी बनाया जाएगा। उन्होंने रायवाला फाटक पर राज्य सरकार की रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही करने का आश्वासन भी दिया।

कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील

विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर सचिव/आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ आर राजेश कुमार ने राज्य के स्वास्थ्यकर्मियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए प्रदेशवासियों से कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा विश्व स्वास्थ्य दिवस हमको को स्वस्थ रखने के लिए दिन रात काम करने वाले सभी लोगों के प्रति हमारी कृतज्ञता और उनकी प्रशंसा करने का दिन है। डॉ आर राजेश कुमार ने राज्य के आम जनमास से हेल्थ फॉर ऑल की अपील की है। डॉ आर राजेश कुमार ने कहा आजकल लोगों की जिंदगी आराम दायक होती जा रही है, जो शरीर के लिए कष्टकारी है। लोगों को रेग्यूलर एक्सरसाइज और मॉर्निंग वॉक करना चाहिए। आराम दायक जिंदगी जीने से शुगर, बल्डप्रेशर और मोटापा बढ़ता है। आजकल ये बीमारियां आम हो गई हैं। इसका मुख्य कारण काम न करना और नियमित दिनचर्या से हटकर कार्य करना है।
डॉ आर राजेश कुमार ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि गैर संक्रामक रोगों से बचने के लिए जीवनशैली में बदलाव बदलाव बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा उचित खान पान, नियमित व्यायाम अपनाने व भोजन में तेल,चीनी नमक व ट्रांसफैट से निर्मित खाद्य पदार्थाे का उपभोग कम करके हम शरीर को काफी हद तक स्वस्थ्य रख सकते हैं। उन्होंने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि हमें दैनिक उपयोग में लाये जाने. वाले भोज्य पदार्थ (पैकेट बंद आटा, तेल, चीनी, नमक एवं दूध) क़ो खरीदते समय प्लस एफ का निशान अवश्य देखें।
आयुक्त खाद्य सरक्षा द्वारा अवगत कराया गया कि सुरक्षित आहार के संबंध में जन जागरूकता बढ़ाने व मोटे अनाज आधारित उत्पादों क़ो प्रचलन में लाने हेतु विस्तृत स्तर पर जण जागरूकता कार्यक्रम ई ट्राइड मेला व कार्यशालाये आयोजित की जा रही हैं। आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तराखण्ड द्वारा यह भी अवगत कराया गया की प्रदेश में खाद्य एवं औषधियों की गुणवत्ता सुनिश्चित किये जाने हेतु संस्थागत प्रयास किये जा रहे हैं, साथ हीं आमजन मानस से अपील की है कि सुरक्षित आहार हीं स्वास्थ्य का आधार है अतः सुरक्षित आहार हेतु जागरूक उपभोक्ता बने व जिसे खाद्य जनित रोगों से बचा जा सकें। उन्होंने कहा जीवन में स्वास्थ्य नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि संतुलित आहार, नियमित व्यायाम के बल पर हम अपने स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल कर सकते हैं। सचिव/आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने कोरोना टीकाकरण से वंचित लोगों को कोरोना टीकाकरण करवाने के लिए प्रेरित करने तथा बेहतर शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए सदैव नशे से दूर रहने का संकल्प लेने की बात कही।
आपको बता दें कि हर साल, विश्व स्वास्थ्य दिवस को एक अनूठी थीम के साथ मनाया जाता है। डब्ल्यूएचओ ने इस साल हेल्थ फॉर ऑल थीम के साथ इसे मनाने का फैसला किया है। इस बार का विषय इस सोच को दर्शाता है कि स्वास्थ्य एक बुनियादी मानव अधिकार है और हर किसी को बिना किसी वित्तीय कठिनाइयों के जब और जहां इसकी आवश्यकता हो उसे स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी चाहिए। इस साल डब्ल्यूएचओ अपनी 75वीं वर्षगांठ भी मना रहा है, इसलिए इस दिन खास बनाने के लिए, डब्ल्यूएचओ उन सार्वजनिक स्वास्थ्य सफलताओं को भी देखेगा, जिन्होंने पिछले सात दशकों के दौरान जीवन की गुणवत्ता में सुधार किया है।

आयोग की नकलची अभ्यर्थियों पर बड़ी कार्रवाई

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग हरिद्वार ने जेई भर्ती पेपर लीक में शामिल 61 अभ्यर्थियों पर पांच साल का बैन लगा दिया है। इन सभी को कारण बताओ नोटिस भेजे गए थे। कुछ ने जवाब दिया था, जबकि बाकी ने नहीं दिया था। अब ये सभी आयोग की किसी भी परीक्षा में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। उत्तराखंड पब्लिक सर्विस कमीशन (प्रोसिजर एंड कंडक्ट ऑफ बिजनेस) रूल्स-2013 के बिंदु 23-ए के उप बिंदु 14 के तहत इन सभी को परीक्षाओं से पांच साल के लिए प्रतिबंधित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके बाद आयोग को पुलिस ने जेई भर्ती परीक्षा पेपर लीक में शामिल 49 अभ्यर्थियों की सूची दी, जिसे आयोग ने दो मार्च को वेबसाइट पर जारी करते हुए बताया कि सभी को कारण बताओ नोटिस भेजकर परीक्षाओं से डिबार करने की प्रक्रिया चल रही है। पेपर लीक के आरोपी अभ्यर्थी जवाब नहीं दे रहे थे। आयोग जेई भर्ती के पेपर लीक में शामिल सभी 61 अभ्यर्थियों को पांच साल के लिए परीक्षा से डिबार कर दिया गया। आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया, ये सभी उम्मीदवार अब आयोग की किसी भी भर्ती परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। माना जा रहा है कि जल्द ही पटवारी/लेखपाल भर्ती मामले में आयोग कोई बड़ा फैसला ले सकता है।

उत्तराखंड की फिजा बिगाड़ने का आरोप, कार्रवाई की मांग

अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से मुलाकात कर बेरोजगारों के आंदोलन को फंडिंग करने वाले व पत्थर बरसाने वाले पत्थरबाजों को चिन्हित कर इनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई को लेकर ज्ञापन सौंपा।
नेगी ने कहा कि लगभग दो माह पहले एसएसपी/डीआईजी, देहरादून दिलीप सिंह कुंवर ने दावा किया था कि बेरोजगार आंदोलन को कुछ कोचिंग सेंटर्स व राजनीतिक दलों के कुछ नेताओं द्वारा किसी खास मकसद से फंडिंग की गई, लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी पुलिस मामले का पर्दाफाश नहीं कर पाई, जोकि अपने आप में एक सवालिया निशान खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि उक्त फंडिंग मामले का पर्दाफाश होना देशहित में बहुत जरूरी है। अगर इसी प्रकार फंडिंग के माध्यम से आंदोलन हुए तो उत्तराखंड जैसे प्रदेश को जे एंड के जैसा प्रदेश बनने में देर नहीं लगेगी। अगर आंदोलन में कोई फंडिंग नहीं हुई है तो डीआईजी का बयान निश्चित तौर पर दुर्भाग्यपूर्ण है।
नेगी ने कहा कि फंडिंग के माध्यम से आंदोलन करने को उकसाने वाले व पत्थरबाजों के आकाओं/साजिशकर्ताओं पर भी रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस प्रशासन की नाकामी के चलते बेरोजगारों पर लाठीचार्ज की नौबत आई, जिसकी मोर्चा घोर निंदा करता है एवं पुलिस-प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग सरकार से करता है।
मोर्चा पहले भी राज्य गठन से लेकर आज तक हुई तमाम भर्तियों की सीबीआई जांच की मांग कर चुका है। हैरान करने वाली बात यह है कि डीआईजी का कहना है कि असामाजिक तत्वों द्वारा पत्थरबाजी की गई, तो फिर बेरोजगारों पर क्यों मुकदमे दर्ज किए गए। प्रतिनिधिमंडल में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, दिलबाग सिंह व सुशील भारद्वाज मौजूद रहे।

प्रदेश में हो रही लगातार बारिश के दृष्टिगत अधिकारियों को दिये सतर्क रहने के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को देर सायं सचिवालय स्थित आपदा प्रबंधन केंद्र पहुंचे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में हो रही वर्षा से उत्पन्न स्थिति का अधिकारियों के साथ समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश देने के साथ ही सचिव आपदा प्रबंधन को सभी जिलाधिकारियों से समन्वय बनाने को कहा। जिलाधिकारियों को उनकी जरूरत के अधार पर सहायता उपलब्ध करायी जाय। जनपदों में सड़कों की आवश्यक मरम्मत में भी तेजी लायी जाय। चारधाम यात्रा के दृष्टिगत सभी व्यवस्थायें समय पर सुनिश्चित किये जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो, इसके लिये आवश्यक व्यवस्थायें समय पर की जानी होगी। इस संबंध में उन्होंने स्वयं भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से वार्ता की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा भी पूरे सहयोग का आश्वासन दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में वर्षा के कारण किसानों को हुए नुकसान के आकलन के निर्देश कृषि विभाग को दिये गये हैं। किसानों की जो भी मदद जरूरी होगी वह की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जोशीमठ सहित अन्य क्षेत्रों की वर्षा के दृष्टिगत निरंतर समीक्षा कर अधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है। उन्होंने अधिकारियों को 24 घंटे सतर्क रहने के निर्देश देते हुए कहा कि भूकम्प के अलावा ज्यादातर आपदाएं बरसात के मौसम में ही घटित होती रही हैं, परन्तु पिछले कुछ वर्षों में आपदाएं हर मौसम में आ रही हैं। इसको देखते हुये राज्य को आपदाओं का सामना करने के लिये विशेष तैयारी की आवश्यकता है। जागरूकता और पूर्व चेतावनी से आपदाओं से होने वाले नुकसान को काफी कम किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी चारधाम में गत वर्ष की अपेक्षा अधिक लोगों के आने के दृष्टिगत सभी व्यवस्थायें दिसम्बर-जनवरी से आरंभ कर दी गई थी। स्वयं उन्होंने चार बैठकें कर समीक्षा की है। यात्रा सुगमता व सुरक्षित हो इसके लिये सभी आवश्यक व्यवस्थायें की जा रही हैं।
सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा ने मुख्यमंत्री को प्रदेश में वर्षा से उत्पन्न स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्षा के कारण कोई जनहानि नहीं हुई है। सड़क दुर्घटनाओं में टिहरी में दो लोगों की मृत्यु हुई है जबकि मसूरी में पार्किंग की दीवार गिरने से 4 वाहन क्षत्रिग्रस्त हुए हैं तथा नैनीताल के रामनगर में बस के नदी के बहाव में आने से सवारियों को सुरक्षित बचा लिया गया है। उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी में आकाशीय बिजली गिरने से भेड़ बकरियों के नुकसान का मुआवजा वितरित कर दिया गया है।
इस अवसर पर अपर सचिव आपदा प्रबंधन सविन बंसल, रिद्विम अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

नकल माफिया की संपत्ति का मूल्यांकन, कुर्क करने की तैयारी शुरु

नकल माफिया की कमर तोड़ने की दिशा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक और कड़ा कदम उठाया है। पटवारी और एई-जेई पेपर लीक प्रकरण के मुख्य आरोपी संजीव चतुर्वेदी समेत कुल पांच नकल माफिया को चिन्हित कर उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) में कार्यवाही शुरू कर दी गई है। इसके तहत इनकी कुल 75 लाख 60 हजार की सम्पत्ति का मूल्यांकन किया गया है।

भर्ती परीक्षाओं में धांधली करने वालों के खिलाफ राज्य की धामी सरकार लगातार कठोर कदम उठा रही है। अब तक 80 से ज्यादा आरोपितों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है। राज्य के युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने के लिहाज से देश का सबसे सख्त नकल रोधी कानून भी उत्तराखंड में लागू कर दिया गया है।
इसी क्रम में राज्य सरकार ने पटवारी एवं एई-जेई की परीक्षा में धांधली करने वालों पर शिकंजा कसना तेज कर दिया है। इस मामले के मास्टर माइंड संजीव चतुर्वेदी, रितु चतुर्वेदी सहित गैंग के कुल 5 सदस्यों पर गैंगस्टर एक्ट में कार्यवाही करते हुए इनकी कुल 75 लाख 60 हजार की सम्पत्ति का मूल्यांकन कर लिया गया है। हरिद्वार के थाना कनखल में गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत कार्यवाही करते हुए नकल माफिया संजीव चतुर्वेदी व रितु चतुर्वेदी सहित गैंग से जुड़े 05 सदस्यों की चिन्हित सम्पत्ति में 4,150,000/- (इकतालीस लाख पचास हजार रुपये) नगदी व 3,412,000/- (चौंतीस लाख बारह हजार रुपये) कीमत के प्लॉट शामिल हैं। साथ ही सम्पत्ति जब्तिकरण (Property Attachment) के लिए जिलाधिकारी हरिद्वार को रिपोर्ट प्रेषित की गई है।

अभियुक्तों का विवरण जिन पर धारा 14(1) गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही की जा रही है-

1- संजीव चतुर्वेदी पुत्र त्रिपुरारी निवासी मौहल्ला कदम्भ चौराहा बड़ी मठिया के सामने थाना सदर जिला बलिया उ.प्र. हाल निवासी भगीरथ आवासीय परिसर, टाईप-03, एफ-4 लोक सेवा आयोग कनखल हरिद्वार

2- रितु चतुर्वेदी पत्नी संजीव चतुर्वेदी निवासी उपरोक्त

3- राजपाल पुत्र स्व. फूल सिंह निवासी ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथौड़ी थाना गागलहेड़ी, जिला सहारनपुर, उ.प्र.

4- संजीव कुमार दुबे पुत्र स्व. मांगेराम निवासी उपरोक्त

5- रामकुमार पुत्र सुग्गन निवासी सेठपुर लक्सर, हरिद्वार, उत्तराखंड।