वैदिक मंत्रों के बीच सीएम ने काठगोदाम में किया योजनाओं का शिलान्यास


मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सर्किट हाउस काठगोदाम में 10909.25 लाख के 24 विकास कार्यो का लोकार्पण व शिलान्यास वैदिक मंत्रों के बीच किया। विकास कार्यो में 1139.46 लाख की 04 योजनाओं का लोकार्पण एवं 9769.79 लाख की 20 योजनाओं का शिलान्यास किया।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्यो के साथ ही कोविड एवं आपदा की तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून काल में आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों का नियमित भ्रमण करें तथा बन्द सडकों को न्यून समय मे खोला जाए तथा किसी प्रकार की आपदा आने पर त्वरित राहत एवं बचाव कार्य किये जांए। उन्होने कहा कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित करें तथा जहां-जहां सडके टूटने अथवा धंसने की सम्भावनायें है उन सडकों पर यातायात सुचारू करने हेतु पहले से ही जेसीबी तैनात की जाए ताकि आम जनता को आवागमन मे कोई परेशानी का सामना ना करना पडे। उन्होने पेयजल व विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे मानसून के दौरान विद्युत एवं पेयजल सूचारू रखने हेतु दूरस्थ एवं ग्रामीण क्षेत्रों मे अभी से उपकरण अथवा सामग्री स्टोर करें ताकि मानसून के दौरान विद्युत एवं पेयजल बाधित होने पर तत्काल सुचारू किया जा सके। उन्हांने सिचाई विभाग के अधिकारियों के निर्देश दिये कि वे वर्षाकाल में नदियों व बैराजों के जलस्तर पर पैनी नजर रखें तथा बाढ चैकियों को सक्रिय करते हुये नदियों का जलस्तर बढने पर समय-समय पर चेतावनी विभिन्न माध्यमों से जारी करें ताकि जानमाल की हानि को रोका जा सके। जिस पर जिलाधिकारी धीराज सिह गर्ब्याल ने बताया कि जनपद में 17 बाढ चैकियां सक्रिय कर दी गई है जिनमें 24 घंटे काम्रिकां की तैनाती कर दी गई है तथा नदियों के जलस्तर बढने पर नियमित चेतावनी भी दी जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों मे रोस्टर बनाकर अधिक से अधिक कोविड जांच एवं वैक्सीनेशन किया जा रहा है। वैक्सीन की उपलब्धता के अनुसार नियमित वैक्सीनेशन सेन्टरों को बढाया जा रहा है। जनपद मे ंप्रतिदिन लगभग 15 हजार से अधिक लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई जा रही है।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कोविड कार्यो की समीक्षा करते निर्देश दिये कि कोविड की तीसरी लहर के लिए सभी तैयारिंयां अभी से कर ली जाए। उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे चिकित्सालयों में बच्चा वार्ड मे सारी व्यवस्थायें सुनिश्चित करें तथा आक्सीजन, वैन्टिलेटर, दवायें आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। उन्होने कहा कि सभी सीएचसी, पीएचसी में कोविड से सम्बन्धित व्यवस्थायें सुनिश्चित करते हुये उन्हे कोविड केयर सेन्टर के रूप मे विकसित किया जाए ताकि कोविड मरीजों को उनके क्षेत्र में ही तुरन्त उपचार मिल सके। मुख्यमंत्री ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड जांच बढाये जाने के साथ ही जनता को जागरूक करते हुये सभी लोगों का वैक्सीनेशन कराने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि वृद्ध एवं दिव्यांगों को उनके घर मे जाकर वैक्सीनेशन किया जाए। जिस पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. भागीरथी जोशी ने बताया कि जनपद में ब्लाकवार, ग्रामवार रोस्टर बनाकर कोविड जांच एवं वैक्सीनेशन किया जा रहा है। उन्होने बताया कि हम तीसरी कोविड लहर से लडने के लिए तैयार हैं। हमारे पास सभी चिकित्सालयों में पर्याप्त आक्सीजन एवं आक्सीजन सिलेन्डर हैं। प्रत्येक सीएचसी, पीएचसी में पर्याप्त आक्सीजन सिलेन्डर एवं कोविड दवा किट रखी गई हैं। उन्होने बताया कि जनपद में 12 सरकारी बालरोग चिकित्सक तथा प्राइवेट में 17 बालरोग चिकित्सक हैं। हमारे पास 15 सरकारी एम्बुलैंस तथा 108 की 23 एम्बुलैंस कार्यरत हैं। शहरी विकास एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बंशीधर भगत ने कोटाबाग में शीघ्र एक्सरे मशीन सुचारू करने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिये। विधायक संजीव आर्य ने दुरस्थ ब्लाक बेतालघाट चिकित्सालय मे अल्ट्रासाउन्ड व बी.डी. पाण्डे चिकित्सालय नैनीताल में सीटी स्कैन मशीन लगाने के साथ ही तकनीशियन तैनात करने का अनुरोध मुख्यमंत्री से किया। विधायक रामसिह कैडा ने कहा कि ओखलकांडा चिकित्सालय में मुख्यमंत्री द्वारा एक्सरे मशीन लगाने की घोषणा की गई थी, शीध्र एक्सरे मशीन लगाने की मांग की।

क्षेत्रीय सांसद अजय भटट ने कोविड वैक्सीनेशन में तेजी लाने के निर्देश दिये साथ ही हल्द्वानी मे 50 बैड का निर्मित आयुर्वेदिक चिकित्सालय के अवशेष धनराशि जारी करने का अनुरोध मुख्यमंत्री से किया। महांपौर डा0 जोगेन्दर पाल सिह रौतेला ने एसटीएच मे कैथ लैब खोलने का अनुरोध किया साथ ही मेयर ने तीनपानी से काठगोदाम तक हल्द्वानी रोड को एनएच से लोनिवि को हस्तांतरित कराने का अनुरोध भी किया।

विधायक संजीव आर्य ने राष्टीय राजमार्ग काठगोदाम से नैनीताल तक एनएच द्वारा हाल ही मे डामरीकरण किया गया जो खराब गुणवत्ता के कारण उखड़ गया है। जिस पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त करते हुये मामले की जांच कराने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जामरानी बांध के अध्यतन कार्यो की जानकारियां ली। जिस पर आयुक्त अरविन्द सिह ह्यांकी ने बताया कि ग्रामवासियों के साथ लगातार बैठकें की जा रही है तथा डूब क्षेत्र में आ रहे परिवारों को विस्थापित करने हेतु उधमसिह नगर के सितारगंज जेल परिसर मे भूमि चिन्हित की गई है ग्रामवासियों चयनित भूमि का भ्रमण कराया गया, ग्रामवासियों ने उक्त भूमि मे जलभराव होने की वजह से वहां भूमि लेने से असहमति व्यक्त की है। क्षेत्रवासियो से लगातार वार्ता की जा रही है एवं भूमि का तलाशी जा रही है।

पत्रकारों द्वारा मुख्यमंत्री का बुके एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। पत्रकारो को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कोरोना काल के दौरान जिन पत्रकारों की मृत्यु हो गई है, उन्हें श्रद्वांजलि देते हुये उनके परिवार में से एक सदस्य को उपनल अथवा आउटसोर्सिंग के माध्यम से रोजगार देने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने रविवार को सर्किट हाउस में स्यूडा बडेत पेयजल योजना 207.35 लाख,पस्तोला पेयजल योजना 50.79 लाख, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चोरगलिया 231.22 लाख,लालकुआ के गोरापडाव मॉल तिराहे से इन्दरपुर-हनुमान मन्दिर होते हुये धनश्याम जोशी- हरिपुर बच्ची के निवास तक मार्ग चैडीकरण लागत 650.10 लाख की योजनाओं का लोकार्पण किया। इसी तरह पाण्डे गांव भांकर मोटरमार्ग का नवनिर्माण 71.20लाख, सेनिटोरियम भवाली के रेडक्रास भवन, क्रियेशन भवन, फिमेल वार्ड, ब्लाक पांच भवन, न्यू सर्जिकल वार्ड व फिमेल वार्ड ब्लाक आठ में 76 बैड स्थापित किये जाने हेतु 367.11 लाख,सयुंक्त चिकित्सालय रामनगर मे आक्सीजन जनरेशन प्लांट एवं सेन्टल आक्सीजन पाईप लाइन की स्थापना 194.54 लाख, हाथीखाल लालकुआं में 200 शैय्यायुक्त उप जिला मल्टीस्पेशलिस्ट चिकित्सालय निर्माण लागत 7289.21 लाख,लालकुआ के अन्तर्गत तेजपुर नेगी, जयपुर बीशा,गंगापुर एवं गंगा रामपुर के आन्तरिक मार्गो का पुर्ननिर्माण 59.01 लाख, लालकुआ के ग्राम पदमपुर देवलिया व सूफीभगवापुर मे नवनिर्माण लागत 53.05 लाख, लालकुआ मे पदमपुर देवलिया के आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण लागत 59.82 लाख,लालकुआ के नारायणपुर कालोनी व तुलारामपुर के आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण लागत 64.84 लाख, लालकुआ के ग्राम सभा धनपुर एवं गंगारामपुर के आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण लागत 71.88 लाख,लालकुआ के फत्ताबंगर पूर्वी के आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण लागत 72.12 लाख,धौलाखेडा व फत्ताबंगर पश्चिम के आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण लागत 67.21 लाख, बिन्दुखत्ता के संजय नगर तीन के आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण लागत 68.26 लाख,बिन्दुखत्ता के राजीव नगर के आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण 52.47,चोरगलिया मे आन्तरिक मार्गो का नवनिर्माण 58.91 लाख,मण्डी हल्द्वानी से तीनपानी मोड तक मार्ग चैडीकरण एवं सुधरीकरण प्रथम चरण 117.99 लाख,तुमडीयाडैम प्रथम एवं तुमडीयाडैम द्वितीय मे 60 मीटर स्पान का सेतु 653.72 लाख,राइका नौकुचियाताल में एक आर्ट एवं क्राफ्ट कक्ष एवं पुस्तकालय कक्ष 40.49 लाख, राइका धौलाखेडा मे आर्ट एवं क्राफ्ट कक्ष एवं पुस्तकालय कक्ष 40.12 लाख,राइका गरगढी मल्ली मे एक कम्प्यूटर कक्ष, एक विज्ञान कक्ष तथा प्रयोगशाला कक्ष 67.84लाख व बन्दर बचाओ जन्म नियंत्रण एवं पुनर्वास केन्द्र दीनाबंगर लागत 200.00 लाख की योजनाओ का शिलान्यास किया।
कार्यक्रम में कृषि व कृषि शिक्षा एवं जनपद प्रभारी मंत्री सुबोध उनियाल, शहरी विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री बंशीधर भगत, सांसद अजय भटट, जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, विधायक नवीन दुम्का, संजीव आर्य, रामसिह कैडा, मेयर डा जोगेन्द्र पाल सिह रौतेला, अध्यक्ष मण्डी परिषद मनोज साह, उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग मजरह नईम नवाब, उपाध्यक्ष जिला पंचायत आनन्द सिह दरम्वाल, पूर्व दर्जा मंत्री तरूण बंसल, गजराज बिष्ट, प्रकाश हरर्बोला, हेमन्त द्विवेदी, राजेन्द्र सिह बिष्ट, प्रमोद तोलिया, शान्ति भटट, प्रकाश गजरौला, भूवन भटट, सुरेश तिवारी, बहादुर सिह नदगली, डा0 अनिल डब्बू, लक्ष्मण सिह खाती, नीरज बिष्ट, धु्रव रौतेला, जेडए वारसी के अलावा सचिव मुख्यमंत्री पराग मधुकर धकाते, आईजी अजय रौतेला, एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी, मुख्य विकास अधिकारी संदीप तिवारी, प्रबन्ध निदेशक केएमवीएन नरेन्द्र सिह भण्डारी, डीएफओ टीआर बीजूलाल, संदीप कुमार, परियोजना निदेशक अजय कुमार, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, जिला अर्थसंख्याधिकारी एलएम जोशी, मुख्य अभियन्ता सिचाई संजय शुक्ला आदि मौजूद थे।

विपक्ष की नेता इंदिरा हृदयेश का हुआ अंतिम संस्कार, सीएम सहित विभिन्न संगठनों ने दी श्रद्धांजलि


विधानसभा में विपक्ष की नेता डॉ. इंदिरा हृदयेश आज पंचतत्व में विलीन हो गई। चित्रशिलाघाट रानीबाग में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके पुत्र बॉबी हृदयेश, सौरभ हृदयेश और सुमित हृदयेश ने चिता को मुखाग्नि दी। इससे पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सहित कई राजनेताओं और गणमान्य लोगों ने उनके आवास में जाकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये। मुख्यमंत्री ने उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि एक दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर डॉ. इंदिरा हृदयेश विकास के लिए लड़ती रही है। उन्हें इसलिए हमेशा याद किया जाएगा। उनका निधन एक बड़ी क्षति है।

सुबह से ही नैनीताल रोड स्थित उनके आवास संकलन में उनके अंतिम दर्शन के लिए कांग्रेस नेताओं, उनके समर्थकों और स्थानीय नेताओं का तांता लगा रहा। वहीं, सांसद अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, यशपाल आर्य और अरविंद पांडेय सहित कई भाजपा नेता भी उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। सुबह करीब 10 बजे इंदिरा के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के स्वराज आश्रम लाया गया। यहां भी समर्थकों का तांता लगा रहा। यहां कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल श्रद्धांजलि देने पहुंचे। स्वराज आश्रम से इंदिरा की शवयात्रा नैनीताल रोड होते हुए चित्रशिला घाट पहुंचीं। यहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल, वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने चित्रशिला घाट पहंुचकर उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित की।

वहीं, उनके बेटे सुमित हृदयेश ने डॉ. इंदिरा हृदयेश को याद कर उनके द्वारा किये गये कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मां हमेशा हर जरुरत मंद लोगों की मदद किया करती थी। जब वह घर पर होती थी तो भी उनसे मिले बिना कोई वापस नही जाता था।

आपको बता दें कि रविवार को नई दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने से नेता विपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश का निधन हो गया। वह 80 वर्ष की थीं। कल देर रात उनका पार्थिव शरीर हल्द्वानी पहुंचा था।

ऋषिकेशः दिवंगत नेता प्रतिपक्ष इंदिरा को कांग्रेसियों ने दी श्रद्धांजलि

उत्तराखण्ड प्रदेश कॉंग्रेस की शीर्ष नेता व आयरन लेडी इंदिरा हृदयेश के आकस्मिक निधन पर महानगर कॉंग्रेस कमेटी ऋषिकेश ने कॉंग्रेस भवन रेलवे रोड पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि कर श्रधांजलि अर्पित की।

मौके पर अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत, प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला, पूर्व कबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण, ललित मोहन मिश्र, एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला, सुधीर राय, प्यारे लाल जुगरान, रामकुमार भतौलिया, सरोज देवराडी, विजय पाल सिंह, चंदन सिंह पंवार, ,शोभा भट्ट, रुकम सिंह पोखरियाल, अभिषेक शर्मा, अशोक शर्मा, विजय लक्ष्मी शर्मा, पार्षद, लल्लन राजभर, कमलेश शर्मा, इमरान सैफी, सोनू पांडे, नंद किशोर जाटव, राजकुमार तलवार, प्यारेलाल जुगरान, पुरँजय राजभर, राजेश शाह, सतेन्द्र पंवार, विक्रम भंडारी, धनंजय राजभर, संजय भारद्वाज, चंद्र कांता जोशी, मालती तिवारी, योगेश शर्मा, पुरँजय राजभर, ज्ञानेश मिश्र, ज्योति आदि उपस्थित रहे।

हल्द्वानी कोविड केयर सेंटर में 375 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था, सीएम ने किया वर्चुअल उद्धाटन


मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हल्द्वानी में डी.आर.डी.ओ द्वारा स्थापित 500 बेड के अस्स्थाई कोविड केयर सेंटर (जनरल विपिन चन्द्र जोशी) का वर्चुअल उद्घाटन किया।

10 हजार वर्गफीट में बनाये गये इस आधुनिक सुविधायुक्त कोविड केयर सेंटर में 375 ऑक्सीजन बेड, 125 आईसीयू एवं वेंटिलेटर की व्यवस्था की गई है। बच्चों के लिए अलग वार्ड के साथ ही उनके अभिभावकों के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। इसमें ब्लैक फंगस (म्यूकरमायोसिस) के मरीजों के लिए भी अलग वार्ड बनाया गया है। डीआरडीओ द्वारा यह कोविड केयर सेंटर मात्र तीन सप्ताह में तैयार किया गया है। अब इसका क्लीनिकल मैनेजमेंट डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल द्वारा किया जायेगा।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य के समन्वित प्रयासों से यह कोविड केयर सेंटर जल्द बनकर तैयार हुआ है। मुख्यमंत्री ने इस कोविड केयर सेंटर की स्थापना के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में इस कोविड केयर सेंटर के बनने से कुमायूं मण्डल के लोगों को ईलाज कराने में काफी सुविधा होगी। देवभूमि उत्तराखण्ड की परम्परा हमेशा सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय की रही है। जो भी मरीज यहां ईलाज के लिए आयेंगे, उन्हें उचित ईलाज दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य में ऑक्सीजन, आईसीयू, वेंटिलेटर एवं अन्य आवश्यक दवाओं की पूर्ण उपलब्धता है। कोविड की तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी पुख्ता व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में हल्द्वानी में यह एक महत्वपूर्ण कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि कुमायूं क्षेत्र के लिए यह एक बड़ी सौगात है। कोरोना की तीसरी लहर के दृष्टिगत भी यह कोविड केयर सेंटर बहुत मददगार साबित होगा।

सांसद अजय भट्ट ने कहा कि सीएम तीरथ सिंह रावत के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं। राज्य के पर्वतीय एवं दूरस्थ क्षेत्रों में भी ऑक्सीजन, कन्संट्रेटर आदि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उन्होंने कोविड केयर सेंटर की बहुत कम समय में स्थापना करने पर डी.आर.डी.ओ के अधिकारियों का भी आभार व्यक्त किया।

नेता प्रतिपक्षध्विधायक डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि हल्द्वानी में इस कोविड केयर सेंटर के बनने से मरीजों को ईलाज करने में काफी सुविधा होगी। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। हल्द्वानी में कुमांयू एवं उत्तर प्रदेश से अनेक मरीज ईलाज के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल ऐसा क्षेत्र है, जिसमें हमेशा सुधार की गुंजाइश रहती है। उन्होंने कहा कि कोविड लड़ने के लिए सबको मिलजुल कर प्रयास करने होंगे।

इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से मेयर हल्द्वानी डॉ. जोगेन्द्रपाल सिंह रौतेला, नैनीताल के भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार शत्रुघ्न सिंह, मुख्य सचिव ओम प्रकाश, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी, मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी जे. सुंद्रियाल, कुमायूं कमश्निर अरविन्द सिंह ह्यांकी, जिलाधिकारी नैनीताल धीराज गर्ब्याल, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा, डॉ सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज के प्रिन्सिपल डॉ. सी.पी. भैंसोड़ा एवं सीएमएस सुशीला तिवारी मेडिकल अस्पताल डॉ. अरूण जोशी आदि उपस्थित थे।

हल्द्वानी पहुंच सीएम ने किया 500 बेड फ्रेबीकेटेड चिकित्सालय का निरीक्षण


मुख्यमंत्री तीरथ सिह रावत ने हल्द्वानी के एमबीपीजी काॅलेज में कोविड वैक्सीनेशन सेंटर का फीता काटर शुभारंभ किया। सीएम ने युवाओं से कहा कि शतप्रतिशत कोविड वैक्सीन लगायें तथा औरों को भी कोविड बचाव, वैक्सीनेशन आदि हेतु जागरूक करें। उन्होने कहा प्रदेश मे सभी को मुफ्त वैक्सीन लगाई जा रही है। जिसमें 400 करोड से अधिक व्यय होगा, उन्होने कहा सरकार जनता के साथ खडी है सभी को स्वास्थ्य सुविधायें दी जायेंगी। उन्होने कहा कोविड से लडने के लिए सभी सुविधायें, उपकरण चिकित्सालयों में उपलब्ध कराये जायेंगे। मुख्यमंत्री तीरथ ने कहा मीडिया को हमने फं्रट लाइन वकर्स घोषित किया है उन्हें प्राथमिकता से कोविड वैक्सीन लगाई जा रही है। उन्होने अपील करते हुये कहा कि सावधानी बरतें तथा सामाजिक दूरी का पालन करें तथा मास्क पहनें। उन्होने कहा प्रदेश में कोविड कर्फ्यू चल रहा है इसलिए बहुत जरूरी हो तो ही घर से बाहर निकलें।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मिनी स्टेडियम हल्द्वानी में 150 बैड का संचालित कोविड चिकित्सालय की व्यवस्थाओं का मुआयना किया। उन्होने कहा कि हल्द्वानी कुमाऊ का मुख्य द्वार है जहां पर पर्वतीय क्षेत्रों से कोरोना के मरीजो का दबाव है। कोविड संक्रमित लोगों को तत्परता से उपचार देने के लिए मिनी स्टेडियम में आक्सीजन युक्त चिकित्सालय लाभप्रद होगा। जिलाधिकारी धीराज सिह गर्ब्याल ने मुख्यमंत्री को बताया कि मिनी स्टेडियम में आक्सीजन युक्त 150 बैड का चिकित्सालय बनाया गया है। सुशीला तिवारी चिकित्सालय में बैड न होने की दशा में मरीजों को यहां रखकर उनका उपचार किया जायेगा। उन्होने बताया कि निजी चिकित्सालयों को भी अधिग्रहण किया है साथ ही उन्हे भी बैड संख्या बढाने को कहा गया है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सुशीला तिवारी चिकित्सालय में चिकित्सालय स्टाफ की बैठक ली। बैठक मे उन्होने चिकित्सालय की व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी लेते हुये चिकित्सकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोडा ने बताया कि सुशीला तिवारी कोविड चिकित्सालय में आक्सीजन युक्त बैड की संख्या 500 से बढाकर 600 कर दी गई है।

जिलाधिकारी धीराज सिह गर्ब्याल ने बताया कि सांसद निधि से क्रय किये जाने वाले 300 आक्सीजन सिलेन्डर सुशीला तिवारी अस्पताल को दिये जायेंगे। उन्होने बताया कि कुमाऊ का सबसे बडा चिकित्सालय होने की वजह से यहां बडी संख्या मे कोविड पॉजेटिव मरीजों का इलाज किया जा रहा है। ऐसे मे आक्सीजन सिलेन्डरो की खपत भी यहां ज्यादा है। ऐसे मे सांसद निधि से क्रय किये जाने वाले 300 आक्सीजन सिलेन्डर सुशीला तिवारी चिकित्सालय को दिये जायेंगे जो कोविड मरीजों के काम आयेंगे। उन्होने बताया कि सांसद निधि से क्रय किये जाने वाले 2000 पल्स आक्सीमीटर जिले भर के सभी सरकारी चिकित्सालयों को वितरित किये जायेगे। उन्होने बताया कि 45 लाख की धनराशि से जिले में एक नया आक्सीजन प्लांट भी लगाया जायेगा।

इसके उपरान्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राजकीय मेडिकल कालेज परिसर में डीआरडीओ द्वारा बनाये जा रहे 500 बैड के फ्रैब्रीकेटेड चिकित्सालय निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। डीआरडीओ के प्रोजेक्ट मैनेजर ने फैब्रीकेटेड चिकित्सालय लेआउट के माध्यम से मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। उन्हांने बताया कि इस 500 बैड फैब्रीकेटेड कोविड चिकित्सालय में 100 बैड आक्सीजन युक्त तथा 125 आईसीयू बैड भी बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है इसलिए सभी सम्बन्धित अधिकारी चिकित्सालय निर्माण एवं व्यस्थाओं में प्राथमिकता से सहयोग करें तथा निरंतर आपसी समन्वय बनाकर कार्य को पूर्ण करें।

निरीक्षण के दौरान सांसद अजय भट्ट, शहरी विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री बंशीधर भगत, कृषि एवं जनपद प्रभारी मंत्री सुबोध उनियाल, पशुपालन एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या, विधायक संजीव आर्य, रामसिंह कैडा, माहपौर डॉ. जोगेन्दर पाल सिह रौतेला, अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, उपाध्यक्ष जिला पंचायत आनन्द सिह दरम्वाल, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट, महामंत्री सुरेश भटट, पूर्व दर्जा मंत्री प्रकाश हरर्बोला, हेमन्त द्विवेदी, गजराज बिष्ट, सभासद प्रमोद तोलिया,उपाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, लक्ष्मण खाती, विनीत अग्रवाल, नवीन पंत, भूपेन्द्र क्वीरा, गणेश पंत, मुकेश बोरा सहित आईजी अजय रौतेला, मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिह भण्डारी, एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी, सीएमओ डॉ. भागीरथी जोशी, एसीएमओ डा0 रश्मि पंत, एसटीएच पीएमएस डा0 अरूण जोशी, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, उपजिलाधिकारी विवेक राय आदि उपस्थित थे।

एम्स ऋषिकेश में रोगी को किया गया सीआरटी-डी मशीन का सफल प्रत्यारोपण

हार्ट फेलियर की समस्या से जूझ रहे नैनीताल निवासी एक व्यक्ति के उपचार में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के चिकित्सकों ने मरीज को बिना बेहोश किए सफलतापूर्वक सीआरटी-डी मशीन प्रत्यारोपित की है। उत्तराखंड राज्य का यह पहला मामला है, जिसमें एम्स में हुए इलाज पर किसी गोल्डन कार्ड धारक को 6 लाख रुपए का लाभ मिला है। मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है और उसे एम्स अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

पुलिस लाइन, नैनीताल निवासी 62 वर्षीय मोहम्मद हासिम पिछले एक साल से हार्ट फेलियर की समस्या से ग्रसित थे। रोगी को सांस फूलने और हृदय की पम्पिंग एक समान नहीं होने से उसे अक्सर बेहोशी आने की शिकायत थी। यहां तक कि कभी-कभी उसके दिल की धड़कन भी कुछ समय के लिए रुक जाती थी।

मरीज का सफलतापूर्वक उपचार करने वाले एम्स के काॅर्डियोलाॅजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. बरुण कुमार ने बताया कि रोगी का जीवन बचाने के लिए उसके शरीर में स्पेशल पेसमेकर की तरह कार्य करने वाली एक सीआरटी-डी डिवाइस लगाई जानी बेहद जरूरी थी। रोगी को लंबे समय से बार-बार सांस फूलने की तकलीफ भी थी। जांच में पाया गया कि उसका हार्ट फंक्शन सही ढंग से कार्य नहीं कर रहा है और हार्ट का साइज भी बड़ा हो चुका है। ऐसे में मरीज का जीवन बचाने के लिए सीआरटी-डी डिवाइस लगाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि सीआरटी-डी डिवाइस लगाने की प्रक्रिया में ढाई घंटे का समय लगा है।

डा. बरुण ने बताया कि डिवाइस लगाने की यह प्रक्रिया उच्च तकनीक के आधार पर मरीज को बिना बेहोश किए संपन्न कराई गई है। उन्होंने बताया कि पेशेंट के इलाज का खर्च गोल्डन कार्ड योजना द्वारा वहन किया गया है। उन्होंने बताया कि मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है और उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। सीआरटी-डी प्रत्यारोपित करने वाले चिकित्सकों की टीम में डा. बरुण के अलावा सीनियर रेजिडेंट डा. शिशिर, स्टाफ नर्सिंग ऑफिसर हंसराज, इन्दू, विपिन, हरिमोहन, अंकित आदि शामिल थे।

एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने मरीज को डिवाइस प्रत्यारोपण की जटिल प्रक्रिया को सकुशल अंजाम देने वाले चिकित्सकों की टीम के कार्य की सराहना की है। उन्होंने बताया कि संस्थान में मरीजों को वर्ल्ड क्लास स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने बताया कि जटिल से जटिल बीमारी के इलाज के लिए भी एम्स, ऋषिकेश में उच्च अनुभवी चिकित्सक और आधुनिक मेडिकल तकनीकें उपलब्ध कराई गई हैं। इस बाबत आयुष्मान भारत योजना के उत्तराखंड राज्य समन्वयक अतुल जोशी ने एम्स में हुए इस उपचार के बारे में बताया कि गोल्डन कार्ड धारक किसी भी व्यक्ति के उपचार में 5 लाख से अधिक धनराशि खर्च होने वाला यह राज्य में पहला मामला है।

क्या है हार्ट फेलियर
हार्ट फेलियर (दिल की विफलता) एक गंभीर बीमारी है। डा. बरुण ने बताया कि कुछ लोगों का हृदय शरीर के अन्य अंगों का सहयोग करने के लिए पर्याप्त स्तर पर पम्प नहीं करता है। ऐसे में हृदय की मांसपेशियां कठोर हो जाने के कारण हृदय से रक्त का प्रवाह कम या अवरुद्ध हो जाता है। यदि मरीज का समय पर इलाज नहीं हुआ तो उसके जीवन को क्षति पहुंच सकती है।

सीआरटी-डी
जिन लोगों को हार्ट फेलियर की समस्या होती है, उनके लिए सीआरटी-डी (कार्डियक रीसिंक्रोनाइजेशन थैरेपी डिफिब्रिलेटजिन) आधुनिक तकनीक आधारित यह विशेष पेसमेकर बहुत लाभकारी है। सीआरटी-डी एक विशेष प्रकार का पेसमेकर है, जिसे शरीर में हृदय और कंधे के मध्य भाग में प्रत्यारोपित किया जाता है। यह मशीन माचिस की डिब्बी के आकार की होती है। यह हार्ट की पम्पिंग को बढ़ाने का काम करती है।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने अपने दफ्तर की नेमप्लेट ऐपण कला में लगवाई

उत्तराखंड की पारंपरिक ऐपण कलाकृति को नया आयाम मिल रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हालिया दिल्ली दौरे पर केंद्रीय मंत्रियों को ऐपण कलाकृति भेंट कर ऐपण को नया जीवन दिया है। सीएम ने अपने दफ्तर की नेमप्लेट भी ऐपण कला में लगवाई है। इस पहल के बाद ऐपण कला से जुड़ी बेटियों को नई आस जगी है।

सीएम त्रिवेंद्र के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट के मुताबिक ऐपण को नई पहचान दिलाने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने सराहनीय प्रयास किए हैं। रमेश भट्ट खुद भी अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और नैनीताल जिलों में ऐपण पर काम कर रही बेटियों से रूबरू हो चुके हैं। ऐपण पर बने उनके वीडियो को फेसबुक पर लाखों लोग देख चुके हैं।

रमेश भट्ट बताते हैं कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने ऐपण को प्रोत्साहन देने में खासी रुचि दिखाई है। सीएम ने अपने दफ्तर की नेमप्लेट भी ऐपण में बनवाई है और सभी मंत्रियों व अफसरों को ऐसा करने के लिए प्रेरित किया है। सीएम अल्मोड़ा में ऐपण प्रदर्शनी के दौरान कई बेटियों से मुलाकात कर चुके हैं जो ऐपण को अपनी आजीविका से जोड़ रही हैं। अब पिछले दिनों दिल्ली दौरे पर सीएम त्रिवेंद्र ने केंद्रीय मंत्रियों को एक के बाद एक ऐपण गिफ्ट देकर मजबूत सांस्कृतिक संदेश दिया है। रमेश भट्ट ने उम्मीद जताई है कि ऐपण को विश्वव्यापी पहचान दिलाने में ये प्रयास कारगर साबित होंगे।

नैनीताल जनपद में संचालित व प्रस्तावित कार्यों की सीएम त्रिवेंद्र ने की समीक्षा

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नैनीताल जनपद में संचालित एवं प्रस्तावित कार्यों की गहनता से समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उच्च शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री डॉ.धनसिंह रावत, विधायक बंशीधर भगत, नवीन दुम्का, संजीव आर्य, राम सिंह कैड़ा, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट उपस्थित थे।
सीएम ने जिला योजना, राज्य सैक्टर, केन्द्र पोषित योजना एवं बाह्य सहायतित योजनाओं की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए जनहित में अवमुक्त धनराशि का समय से शतप्रतिशत उपयोग करना सुनिश्चित करें। उन्होंने जनपद में सिंचाई विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि फार्म मशीनरी बैंको का आवंटन जनपद के सभी क्षेत्रों में समान रूप से किया जाए और कृषि सिंचाई हेतु गूल के स्थान पर हाई डेंसिटी पाइप लाइन व्यवस्था पर कार्य किया जाये। उन्होंने उद्यान विभाग की समीक्षा के दौरान मशरूम विलेज भवालीगांव, नथुवाखान में मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में किये गये कार्य की सराहना की। उन्होंने निर्देश दिए कि रामगढ़ में 162 हैक्टेयर क्षेत्रफल वाले फार्म के उद्यान तथा वन को नुकसान पहुॅचाऐं बिना आध्यात्मिक ईको जोन के रूप में विकसित किया जाये, आध्यात्मिक जोन के रूप में विकसित करने के लिए उद्यान विभाग, केएमवीएन संयुक्त रूप से मण्डी परिषद द्वारा तैयार अवधारणा का अध्ययन करते हुए पर्यटन विकास हेतु भी कार्य योजना तैयार करें। उन्होंने पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि जनपद में सैक्स्ड सार्टेड सीमन से कृत्रिम गर्भाधान विधि को बढ़ावा दिया जाये।
जिलाधिकारी धीराज गब्र्याल ने बताया कि जनपद में हैचरी खोलने की दिशा में कार्य किया जा रहा है और कड़कनाथ प्रजाति के मुर्गों की मांग को देखते हुए जनपद में कार्यवाही की जा रही है, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बाजार की मांग एवं आवश्यकता के अनुसार हैचरी स्थापित की जाये। सीएम ने ग्राम्य विकास की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि जनपद में खुलने वाले हिलांस आउटलेट का एक ही डिजाइन एवं कलर कोडिंग की जाये ताकि दूर से देखने में ही हिलांस आउटलेट की पहचान हो सके और सभी में एकरूपता भी बनी रहे। उन्होंने जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनहित में मानकों में शिथिलता लाते हुए लक्षित कार्यो को यथाशीघ्र पूरा करना सुनिश्चित करें।
सीएम ने मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि योजना के हिसाब से सबसे ज्यादा फिजिबल क्षेत्रों का चयन करते हुए उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाये और योजना से लाभांवित करने के लिए जनपद स्तर पर ही लक्ष्य निर्धारित किया जाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि योजना का प्रचार-प्रसार व योजना में अधिक से अधिक लोगों को लाभांवित करने के लिए पंचायतीराज विभाग के माध्यम से प्रधानों को भी योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाये। उन्होंने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की समीक्षा करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि जो बैंक रोजगारपरक योजनाओं के अन्तर्गत लाभार्थियों को ऋण आवंटित करने में सहयोग प्रदान नहीं कर रहे हैं, ऐंसे सभी बैंको से सरकारी खाते अन्य बैंकों में स्थानान्तरित कर दिये जायें।
मुख्यमंत्री ने नैनीताल में बन रहे बीएम साह ओपन एयर थियेटर की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि किसी ऐंसी वॉल (दीवार) का चयन किया जाये कि जिस पर म्यूरल्स आदि के माध्यम से उत्तराखण्ड की पूरी कला एवं संस्कृति की झलक देखने को मिल सके और राज्य की महिलाओं की पूर्व दशा, महिलाओं की वर्तमान स्थिति तथा महिलाओं की स्थिति सुधार हेतु भविष्य के लिए निर्धारित लक्ष्य को भी प्रस्तुत किया जा सके।
उन्होंने शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को स्कूलों में शिक्षक, फर्नीचर, वर्चुअल क्लास, गुणवत्तायुक्त शिक्षा मुहैया हो। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि कम विद्यार्थियों वाले स्कूलों को क्लब किया जाये और बच्चों को बस की सुविधा उपलब्ध करायी जाये। उन्होंने जिलाधिकारी को जिला स्तर पर टास्क फोर्स बनाकर मिशन मोडल में 15 दिन में इस कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खाली होने वाले स्कूल के भवन को अन्य जनहित कार्यों हेतु उपयोग में लाया जाये।
उन्होंने पर्यटन एवं सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण चोखुटिया हवाई पट्टी निर्माण हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश मण्डलायुक्त अरविन्द सिंह ह्यांकी को दिये।
उन्होंने कहा कि हरेला पर्व पर 16 जुलाई को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है और इस दिन मार्केट,स्कूल, कार्यालय बन्द रहेंगे। उन्होंने कहा मान्यता है कि हरेला के दिन लगाया गया पौधा सूखता नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में दो माह का लक्षित वृक्षारोपण हरेला पर्व पर एक घण्टे में पूरा किया जायेगा। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी प्रकार के पौधों का रोपण किया जाये। इस प्रकार के पौधों को भी प्राथमिकता दी जाये जो पशु-पक्षियों के चारे एवं आवास के रूप में काम आये। उन्होंने इस कार्य हेतु जनपद में पौध की पर्याप्त व्यवस्था, गडडों की व्यवस्था, डबटेलिंग आदि की सभी व्यवस्थाऐं समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य में व्यापक जन सहयोग से वृक्षारोपण कार्यक्रम को महोत्वस के रूप में मनाया जायेगा। उन्होंने मण्डलायुक्त को हरेला पर्व पर आयोजित होने वाले वृक्षारोपण कार्यक्रम की तैयारियों हेतु जिलाधिकारियों के साथ बैठक आहूत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था के दौरान अकाल मौत का शिकार होने वाली महिलाओं की मृत्यु पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाओं की दशा में सुधार हेतु मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना की शुरूआत की जाने की योजना बनाई गयी है। उन्होंने कहा कि पॉच साल के भीतर महिलाओं को घास की समस्या से पूर्ण मुक्ति दिलानी है, इस कार्य के लिए बढ़िया व कारगर योजनाऐं बनायी जायें।
सीएम ने चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि पानी की निरन्तर मांग एवं उपयोग बढ़ रहा है, जिस कारण जल संरक्षण एवं संवर्धन की बहुत आवश्यकता है। जल संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में भी प्राथमिकता से कार्य किया जाये।
समीक्षा दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद में राशन वितरण व्यवस्था तथा राशन की गुणवत्ता की जानकारी भी ली। हल्द्वानी बाईपास निर्माण कार्य हेतु जिलाधिकारी को व्यक्तिगत रूप से ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होंने रानीबाग-नैनीताल हेतु प्रस्तावित रोपवे की भी जानकारी ली। उन्होंने जमरानी बांध परियोजना की स्थिति के बारे में जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि आर एण्ड आर पोलिसी तैयार करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये कि पोलिसी में सभी के हित समाहित हों। बैठक में महाप्रबन्धक जमरानी बांध परियोजना प्रशान्त विश्नोई ने बताया कि जमरानी बांध परियोजना को तीन चरणों में लिया जा रहा है। प्रथम चरण की विभिन्न स्वीकृतियॉ प्राप्त हो चुकी हैं। द्वितीय चरण में योजना की फण्डिंग हेतु भारत सरकार द्वारा एडीबी को फॉरवर्ड किया गया है। एडीबी के अधिकांश बिन्दुओ को शॉर्ट आउट कर लिया गया है तथा शेष बिन्दुओ पर रिपोर्ट शीघ्र उपलब्ध करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि आर एण्ड आर पोलिसी तैयार करने की दिशा में भी लगातार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एक्ट के हिसाब से विस्थापन हेतु लगभग 350 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। सितारगंज में 284 एकड़ जमीन उपलब्ध होने के साथ ही बनबसा में भी जमीन उपलब्ध है।
बैठक में विधायक बंशीधर भगत तथा संजीव आर्य ने विधायक निधि के अन्तर्गत धनराशि खर्च करने में आ रही दिक्कतों के बारें में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने विधायकों को विधायक निधि खर्च करने में आ रही दिक्कत का समाधान करने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी को दिये। विधायक संजीव आर्य ने बिजली के बिल ज्यादा आने की शिकायत की जिस पर सीएम ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को तत्काल समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दीन दयाल अन्त्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों हेतु जनपद नैनीताल के निर्मित नये ई-मार्केट पोर्टल www-himalyankart-in की लॉचिंग की।
बैठक में जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अन्तर्गत नैनीताल शहर के प्रत्येक घर पर बेटियों के नाम की नेम प्लेट लगायी जायेगी। जिस पर मुख्यमंत्री ने इस कार्य को अविलम्ब शुरू करने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि जिला योजना के अन्तर्गत अवमुक्त धनराशि 46.72 करोड़ के सापेक्ष 37.28 करोड़ की धनराशि व्यय हो चुकी है अर्थात जिला योजना में 80 प्रतिशत धनराशि व्यय हो चुकी है। उन्होंने बताया कि राज्य सैक्टर में अवमुक्त धनराशि 226.13 करोड़ के सापेक्ष 168.27 करोड़ की धनराशि व्यय हो चुकी है तथा व्यय प्रतिशत 74.41 है। उन्होंने बताया कि केन्द्र पोषित योजना में अवमुक्त धनराशि 221.06 करोड़ के सापेक्ष 179.57 करोड़ की धनराशि व्यय हो चुकी है तथा व्यय प्रतिशत 81.23 है। बाह्य सहायतित योजना के अन्तर्गत अवमुक्त धनराशि 23.75 करोड़ के सापेक्ष 20.21 करोड़ की धनराशि व्यय हो चुकी है तथा व्यय प्रतिशत 85.10 है। उन्होंने बताया कि जनपद बीस सूत्रीय कार्यक्रम के अन्तर्गत 23 मदों में से 21 मदों में ए श्रेणी में है तथा दो मदों में डी श्रेणी में है।

उत्तराखंडः दवा खरीद घोटाले और फर्जी गूल निर्माण में होगी कार्रवाई

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वास्थ्य उपकेंद्रों में औषधि खरीद घोटाले और भीमताल में करीब 15-16 साल पहले हुए फर्जी गूल निर्माण मामले में कार्मिक और सतर्कता विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

दोषी कार्मिकों से वसूली के निर्देशः स्वास्थ्य उपकेंद्रों में औषधि खरीद के लिए केंद्र सरकार द्वारा दी गई धनराशि के सापेक्ष क्रय की की गई दवाईयों की किट-ए, किट-बी और आशा किट का संपूर्ण उपयोग नहीं हो पाया। इसकी वजह से दवाईयां रुड़की ड्रग वेयर हाउस में कालातीत हो गई। मुख्यमंत्री ने कार्मिक और सतर्कता विभाग के प्रस्ताव पर इस मामले की विभागीय जांच किए जाने और दोषी कर्मचारियों से नियमानुसार धनराशि की वसूली किए जाने की संस्तुति दी है।

गूलों के निर्माण में फर्जीवाड़ाः लघु सिंचाई विभाग में वर्ष 2002-03 से 2006-07 के बीच राज्य में गूलों के निर्माण के लिए शासन से आवंटित बजट में फर्जीवाड़ा किया गया। बिना गूल बनाए धनराशि हड़पने और धरातल पर कोई कार्य नहीं होने से संबंधी मामले की जांच जस्टिस बीसी कांडपाल एकल जांच आयोग द्वारा की गई थी। इस मामले में आयोग द्वारा संबंधित अधीक्षण अभियंता, लघु सिंचाई की निरीक्षण रिपोर्ट व सतर्कता अधिष्ठान से उपलब्ध कराई गई जांच आख्या व संस्तुतियां के क्रम में नैनीताल के भीमताल ब्लाक में तत्समय कार्यरत कमलेश भट्ट तत्कालीन अवर अभियंता (सेवानिवृत 30 जून, 2017), सुरेश चंद्रा तत्कालीन सहायक अभियंता ( अधिशासी अभियंता- सेवानिवृत्त 30 जून, 2020 ) तथा परमजीत सिंह बग्गा, तत्कालीन अधिशासी अभियंता (सेवानिवृत्त) के खिलाफ कार्मिक व सतर्कता विभाग के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने विभागीय कार्रवाई किए जाने की मंजूरी दे दी है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग के स्थापना दिवस को सीएम त्रिवेंद्र ने किया वर्चुअली संबोधित

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में भारत मौसम विज्ञान विभाग के 146वें स्थापना दिवस समारोह में वर्चुअली प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मुक्तेश्वर (नैनीताल) में डॉप्लर वैदर रडार स्टेशन का वर्चुअली उद्घाटन किया।

केंद्रीय मौसम विज्ञान मंत्री डॉ.हर्षवर्धन का आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने भारत मौसम विज्ञान विभाग के146 वें स्थापना दिवस एवं डॉप्लर मौसम रडार मुक्तेश्वर के उद्घाटन की हार्दिक बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार, प्रदेश में लगने वाले 03 डॉप्लर मौसम रडारों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। राज्य सरकार ने मुक्तेश्वर में रडार स्थापना हेतु भूमि, मूल-भूत सुविधाएँ जैसे सड़क, बिजली, पानी उपलब्ध कराने एवं जगह को विकसित करने में पूर्ण सहयोग दिया है। दूसरे रडार की स्थापना हेतु भी राज्य सरकार ने सुरकंडा में भूमि आवंटित एवं विकसित की है तथा बिजली इत्यादि की भी व्यवस्था कर दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार रडार के उपकरणों को सड़क के अभाव के चलते सुरकंडा पहुँचाने हेतु एयर लिफ्ट के लिए भी सहयोग देगी। भविष्य में सुरकंडा में डॉप्लर मौसम रडार के संचालन में तैनात कार्मिकों के निशुल्क आवागमन हेतु वहाँ लग रहे रोपवे में उचित प्रावधान करेगी। लैंसडाउन में अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने के पश्चात राज्य सरकारवहाँ पर लगने वाले रडार के लिए जगह को विकसित करने इत्यादि में भी सहयोग देगी।उत्तराखंड राज्य सरकार ने धार्मिक यात्रियों एवं पर्यटकों को मौसम की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा मौसम डिस्प्ले स्क्रीन लगाने हेतु आवश्यक सुविधाओं के साथ 05 स्थान उपलब्ध करा दिये हैं।

उन्होंने कहा कि 09 नवम्बर 2000 को उत्तराखंड राज्य की स्थापना के साथ ही राज्य में केन्द्रीय सरकार के कुछ कार्यालय भी स्थापित हुए, जिसमें भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून में स्थापित किया गया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य मौसम की दृष्टि से अति संवेदनशील है यहाँ मानसून एवं वार्षिक वर्षण आस पास के राज्यों से बहुत अधिक है। उत्तराखण्ड राज्य में मौसम सम्बन्धित आपदाओं जैसे भारी वर्षा, बादल फटना, भूस्खलन, बाढ़ एवं भारी बर्फबारी इत्यादि से हर वर्ष जान-माल की बहुत हानि होती है।उत्तराखंड में मानसून ऋतु में औसतन 1177 मि.मी. वर्षा होती है, जबकि यहहिमाचल प्रदेश में 763 मि.मी., हरियाणा में 444 मि.मी. तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में721 मि.मी. है। इन तथ्यों के मद्देनजर, राज्य सरकार प्रारंभ से ही मौसम विज्ञान विभाग की स्थापना एवं विस्तार में सहयोग करती रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मौसम विज्ञान केंद्र हेतु वर्ष 2010 में देहरादून में भूमि आवंटित की गई,जहाँ पर वर्तमान मौसम विज्ञान केंद्र कार्यरत है। भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा इंटीग्रेटेड हिमालयन मीटीयोरोलोजी प्रोग्राम के अंतर्गत उत्तराखंड राज्य में सतही वेधशालाओं, ऊपरी वायु उपकरणों एवं रडार की स्थापना की जा रही है। उत्तराखण्ड सरकार ने इसमें सहयोग करते हुए 107 स्वचालित मौसम स्टेशन, 54 स्वचालितवर्षामापी एवं 25 सतही फील्ड वेधशालाओं की स्थापना भारत मौसम विज्ञान विभाग के तकनीकी सहयोग से की है। यह नेटवर्क राज्य के सभी ब्लाकों, महत्वपूर्ण पर्यटक स्थलों, शहरों एवं धार्मिक स्थलों तक फैला हुआ है। इन स्टेशनों केमौसम सम्बन्धित आंकडें भारत मौसम विज्ञान विभाग को प्राप्त हो रहे हैं, जो मौसम की निगरानी एवं पूर्वानुमान हेतु महत्वपूर्ण हैं।

केन्द्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने मुक्तेश्वर (नैनीताल) एवं कुफरी (शिमला) में डॉप्लर वैदर रडार स्टेशन के उद्घाटन पर बधाई देते हुए कहा कि किसानों एवं तीर्थयात्रियों को इससे अत्यधिक लाभ पहुंचेगा। उन्होंने रडारों की स्थापना के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में प्रदान किए जा रहे सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, मुख्यमंत्री के आई.टी. सलाहकार रविन्द्र दत्त, सचिव एस.ए. मुरूगेशन, ए.सी.ई.ओ.यू.एस.डी.एम.ओ. आनन्द श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।

बंशीधर भगत ने दी सफाई, बोले मेरा आशय इंदिरा को आहत करने का नहीं

देहरादून। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि उनके द्वारा भीमताल में आयोजित कार्यकर्ता सम्मलेन में एक शब्द से नेता प्रतिपक्ष आहत हुई है ऐसा उनके संज्ञान में आया है। जबकि उनका इसके पीछे कोई मंशा नही थी और यह उन्होंने सामान्य तौर पर कहा।

उन्होंने कहा कि वह तथा उनकी पार्टी महिलाओ के सम्मान के प्रति संकल्पित है। उनके शब्द से अगर नेता प्रतिपक्ष को कोई कष्ट पंहुचा तो वह खेद प्रकट करते हुए अपने शब्द सम्मान सहित वापस लेते है।