पिथौरागढ़ दौरे पर पहुंचे स्वास्थ्य सचिव, अधिकारियों को दिए अहम दिशा-निर्देश

राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार आजकल कुमांउ मंडल के चंपावत और पिथौरागढ़ जनपद के भ्रमण पर है। चंपावत में स्वास्थ्य सुविधाओं की जमीनी हकीकत परखने के बाद आज चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा के सचिव डॉ आर राजेश कुमार पिथौरागढ़ जिले के एक दिवसीय भ्रमण पर रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पिथौरागढ़ जनपद के प्रस्तावित दौरे को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव ने अधिकारियों-कर्मचारियों के संग समीक्षा बैठक कर अहम निर्देश दिये।
सबसे पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र इग्यारदेवी का निरीक्षण किया और वहां पर स्थित लैब का निरीक्षण कर जरूरी निर्देश दिये। उसके बाद विकास भवन स्थित सभागार में प्रधानमंत्री के जनपद आगमन की तैयारियों से संबंधित जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा एचएस ह्यांकी से जिले के बाहर से आने वाली कार्डियक एंबुलेंस व स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की तैनाती की जगह के विषय में जानकारी ली व इस दौरान सभी कार्मिकों को एलर्ट मोड में रखने के निर्देश दिए।

’ऑर्गन डोनर में पिथौरागढ़ आगे, सचिव ने जताई खुशी’
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने जिले में सबसे अधिक ऑर्गन डोनर बनाए जाने पर खुशी जताई। वहीं जनपद में आयुष्मान योजना की धामी प्रगति पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने सुधार के निर्दश दिये। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि योजना में जनजागरूकता को लेकर व्यापक कंपेन चालया जाये। जनपद में 100 फीसदी आयुष्मान कार्ड का लक्ष्य लेकर पूरी व्यापक कार्य योजना बनाई जाये। हर घर आयुष्मान कार्ड की सुविधा को लेकर अधिकारी-कर्मचारी कार्य करें। योजना के महत्व के बारे में आम जनमानस को बतायें। इससे मिलने वाले लाभों को समझायें।

’मेडिकल कॉलेज के धीमे निर्माण पर जाहिर की नाराजगी’
इसके साथ ही स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने पिथौरागढ़ जनपद के निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। स्वास्थ्य सचिव ने बारीकी से निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यदायी संस्था से निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य तय समय पर पूरा होना चाहिए ताकि आम जनमानस को इसका पूरा लाभ मिले। स्वास्थ्य सचिव ने कार्यदायी संस्था को मजदूरों और मशीनरी की संख्या बढ़ाने के निर्दश दिये। साथ ही हिदायत दी कि निर्माणकार्य की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता न किया जाये।

भ्रमण कार्यक्रम में उनके साथ निदेशक कुमाऊं मंडल डा तारा आर्या, प्रधानाचार्य मेडिकल कालेज डा अजय आर्या, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा एचएस ह्यांकी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा आर के जोशी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा कुंदन कुमार, नवल चौधरी, मोनू मोहित पंत, चंदन बिष्ट आदि लोग उपस्थित रहे।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयुष्मान ग्राम को लेकर निर्धारित किये गये हैं 6 इंडिकेटर्स

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा संचालित आयुष्मान भव अभियान के अंतर्गत प्रदेश में आयुष्मान ग्राम व आयुष्मान शहरी वार्ड घोषित करने के लिये केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निर्धारित सभी मानकों को पूर्ण करना होगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को संबंधित ग्राम पंचायतों व शहरी वार्डों का समय-समय पर विभिन्न स्तरों से मूल्यांकन कराना होगा। मार्च 2024 तक के मूल्यांकन व प्रमाणीकरण की रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा देशभर में आयुष्मान ग्रामों व आयुष्मान शहरी वार्डों की घोषणा की जायेगी।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी बयान में बताया कि आयुष्मान भव अभियान पूरे प्रदेश में निरंतर गतिमान है। जिसके तहत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों एवं आयुष्मान सभाओं के माध्यम से जनमानस को केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी प्रदान की जा रही है। प्रत्येक ग्राम पंचायत व शहरी वार्डों में आयुष्मान कार्ड व आभा आईडी बनाने का काम तेजी से चल रहा है। इसके साथ ही गैर संचारी रोगों की जांच, टीबी रोग की जांच व उपचार, सिकल सेल एनिमिया की जांच एवं कार्ड वितरण का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जो ग्राम पंचायत एवं शहरी वार्ड स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा निर्धारित 06 मानकों को शत प्रतिशत पूर्ण कर लेंगे उन्हें भारत सरकार द्वारा आयुष्मान ग्राम पंचायत एवं आयुष्मान शहरी वार्ड का दर्जा दिया जायेगा। इसके लिये समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन, ग्राम्य एवं शहरी विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा मानकों का मूल्यांकन किया जायेगा। इसके उपरांत ही ग्राम पंचायत व शहरी वार्डों की संबंधित विवरण 31 मार्च, 2024 से पूर्व भारत सरकार के पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है। सभी मानकों का परीक्षण करने के उपरांत भारत सरकार देशभर के आयुष्मान ग्राम पंचायत एवं शहरी वार्डों की सूची जारी करेगी। इस अभियान के तहत चयनित सभी पंचायतों व शहरी वार्डों को भारत सरकार द्वारा आयुष्मान ग्राम पंचायत व शहरी वार्ड का प्रमाण पत्र भी दिया जायेगा।

हर व्यक्ति को मिले आयुष्मान भवः योजना का लाभ अपर सचिव भारत सरकार


भारत सरकार में अपर सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय हेकाली झिमोमी डे. भ्मांसप श्रीपउवउप अपने एक दिवसीय दौरे पर देहरादून पहुंची। जहां उनके द्वारा देहरादून स्वास्थ्य महानिदेषालय में स्थित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन के सभागार में आयुष्मान भवः, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन कार्यक्रम तथा यूसैक्स के कार्यक्रमों की समीक्षा की गई।

आयुमान भवः, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन कार्यक्रम तथा यूसैक्स के कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए अपर सचिव, स्वास्थ्य हेकाली झिमोमी द्वारा कहा गया कि आयुष्मान भवः कार्यक्रम के अन्तर्गत आम जन तक सरकारी स्वास्थ्य सेवायें पहुचाना भारत सरकार का मुख्य उद्देष्य है। उन्होंने सभी कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देषित किया कि जहां जहॉ आयुष्मान मेलों का आयोजन किया जाना है, वहां पर लोगो को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए ताकि अधिक-अधिक लोगों को आयुष्मान कार्यक्रम के अन्तर्गत मिलने वाली आयुष्मान कार्ड, आभा आई0 कार्ड तथा स्वास्थ्य सम्बंधी अन्य जानकारियां मिल सकें व समय आने पर वह इनका लाभ ले सकें। कार्यक्रम की कार्ययोजना इस प्रकार हो कि इसका ज्यादा से ज्यादा लोगो को लाभ मिल सके। अपर सचिव द्वारा बताया गया कि क्यांेकि यह पहाडी राज्य है इसलिए विषम भौगोलिक परिस्थितियों में भी एक विषेष कार्ययोजना बनाकर आयुष्मान कार्यक्रम को सफल बनाया जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अंगदान को लेकर भी राज्य में जनजागरूकता कार्यक्रम चलायें जायें ताकि अधिक से अधिक लोग अंगदान का महत्व समझ कर अंगदान का संकल्प लें और जरूरतमंद लोगों की जिंदगी बचाने में आगे आ सकें।

वहीं भारत सरकार की अपर सचिव हेकाली झिमोमी द्वारा राज्य में डेंगू की रोकथाम को लेकर उठाए जा रहे कदमों की सराहना की गई विशेष कर हॉटस्पॉट क्षेत्र में चलाए जा रहे डेंगू नियंत्रण महाअभियान को एक नवीन पल के रूप में सराहा गया। अपर सचिव द्वारा कहा गया की अग्रिम वर्षों में फ्रंटलाइन वर्कर्स के माध्यम से नियमित तौर पर संचारी रोगों के नियंत्रण रोकथाम एवं जागरूकता हेतु घर-घर जाकर कार्य करने के लिए कार्य योजना बनाई जाए।

स्वास्थ्य सचिव डॉ0 आर राजेष कुमार द्वारा अपर सचिव स्वास्थ्य, नई दिल्ली भारत सरकार को आष्वासन दिलाया गया कि भारत सरकार द्वारा दिये गये सभी दिषानिर्देषों का पूर्ण रूप से पालन किया जाएगा। आयुष्मान भवः कार्यक्रम के अन्तर्गत दिये गये निर्देष एवं लक्ष्यों को प्राप्त किया जाएगा। इसका साथ ही उन्होंने बताया कि राज्य में अंगदान को लेकर आम जनमानस को लगातार प्रेरित किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों का असर है कि कई लोगों ने राज्य में अंगदान का संकल्प लिया है।

समीक्षा बैठक में राज्य की ओर से स्वाती भदौरिया, मिषन निदेषक एन0एच0एम0, आषीष श्रीवास्तव मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आयुष्मान, डॉ भागीरथी जंगपांगी प्रभारी निदेषक स्वास्थ्य महानिदेषालय, डॉ टी0 के0 टम्टा अपर निदेषक स्वास्थ्य महानिदेषालय, डॉ0 अजय कुमार नगरकर अपर परियोजना निदेषक, यूसैक्स, डॉ0 वी0एस0 टोलिया, डॉ अमित शुक्ला, डॉ0 राजन अरोडा, डॉ0 पंकज कुमार सहित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।

पौड़ी जिले में निरीक्षण के दौरान खामियां मिलने पर स्वास्थ्य सचिव ने लगाई फटकार

स्वास्थ्य सुविधाओं और डेंगू महाअभियान की जमीनी हकीकत जानने स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार आज पौड़ी जनपद के अपने एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे। इस दौरान स्वास्थ्य सचिव ने जिला चिकित्सालय पौड़ी के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाबौ, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पैठाणी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तिरपालीसैण व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थलीसैण का निरीक्षण किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के निर्देश दिये साथ ही अस्पतालों में अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जाहिर करते हुए जल्द सुधार के निर्देश दिये। पौड़ी जिला चिकित्सालय में विभिन्न जांच रिपोर्ट के आंकड़ों का लेखा-जोखा व्यवस्थित रूप में नहीं रखने पर सचिव स्वास्थ्य ने सीएमएस को फटकार लगाते हुए जांच रिपोर्ट के आंकड़ों को रजिस्टर में व्यवस्थित करने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने आज पीपीपी मोड में संचालित जिला चिकित्सालय पौड़ी का निरीक्षण किया गया। स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार द्वारा जिला चिकित्सालय में डेंगू वार्ड,सिटी स्कैन,पैथोलॉजी लैब, एक्स-रे कक्ष औषधि भंडार चंदन डायग्नोसिस द्वारा संचालित पैथोलॉजी लैब का निरीक्षण किया गया। उनके द्वारा चिकित्सालय वार्ड में भर्ती मरीजों उनके तीमारदारों से चिकित्सालय की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली जिसमें चिकित्सालय में भर्ती अनीता रावत ने चिकित्सालय की व्यवस्थाओं को लेकर कहा की यहां पर हमें उपचार मिल रहा है। उनके द्वारा डेंगू वार्ड में भर्ती मरीजों से भी बात कर उनके उपचार को लेकर चिकित्सालय प्रशासन से बात की। चिकित्सालय के केंद्रीय औषधि भंडार के निरीक्षण के दौरान सचिव स्वास्थ्य ने अधिकारियों को निर्देश दिए की जिन दवाओं की एक्सपायरी अगले माह नवंबर में निर्धारित है, उनका समय पर डिस्पोजल करना सुनिश्चित करें। चिकित्सालय में भर्ती डेंगू के तीन मरीजों की एलिसा रिपोर्ट मांगे जाने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा रिपोर्ट का रजिस्टर मेंटेन नहीं पाया गया वहीं डेंगू की एलिसा रिपोर्ट मोबाइल फोन पर रिपोर्ट दिखाई गई। जिस पर सचिव स्वास्थ्य ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमएस डॉ ए तिवारी को सभी जांच रिपोर्ट के आंकड़ों को रजिस्टर में व्यवस्थित करने के निर्देश दिए हैं।
पीपीपी मोड में संचालित जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं को लेकर उनके द्वारा संतोष जताया गया। उनके द्वारा कहा गया कि जिला चिकित्सालय वर्ल्ड बैंक द्वारा दिसंबर 2024 तक संचालित रहेगा उनके द्वारा कहा गया कि चिकित्सालय के संबंध में जो भी शिकायतें होगी उनको मॉनिटर कर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के प्रयास किए जाएंगे। उनके द्वारा डेंगू के संबंध में एलाइजा कलेक्शन की रिपोर्ट रेगुलर मेंटेन करने हेतु चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया। महिला वार्ड में भर्ती मरीजों से संवाद करते हुए स्वास्थ्य सचिव ने चिकित्सालय में दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर मरीजो से फीडबैक लिया। फीडबैक में मरीजों द्वारा चिकित्सालय की स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर संतोष व्यक्त किया गया। उनके द्वारा कहा गया कि भले ही जिला चिकित्सालय पीपीपी मोड में संचालित होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग का इसके संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका है। आमजन को चिकित्सालय में किसी भी प्रकार की अव्यवस्थाओं का सामना ना करना पड़े इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार चिकित्सालय में मौजूद व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग की जाती है। इसके साथ ही द्वारा कहा गया की जनपद में डेंगू के केस लगातार घट रहे हैं अभी उत्तराखंड में 340 एक्टिव केस हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू नियंत्रण के लिए महा अभियान संचालित किया जा रहा है। जिसमें नगर निगम के साथ ही जिला प्रशासन के सहयोग से घर-घर जाकर डेंगू सोर्स रिइंडक्शन कार्यवाही की जा रही है। जिससे डेंगू के केसों में लगातार कमी आ रही है। जिला चिकित्सालय में निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी ईला गिरी, चिकित्सा अधीक्षक डॉ कुमार आदित्य तिवारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश कुंवर, एम० एस० महंत इंद्रेश चिकित्सालय देहरादून डॉ०विजय, मंहत चिकित्सालय के मैनेजर प्रमोद चौहान, जिला कार्यक्रम प्रबंधक राजीव रावत व अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

’पाबौ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण’
पौड़ी जिला चिकित्सालय के उपरांत उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाबौ का निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान उपस्थिति प्रसव कक्ष में सुविधाओं का जायजा लिया साथ ही महिला सामान्य वार्ड में भर्ती मरीजों से मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बात की। आईपीएचएस नॉर्म्स के मुताबिक स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा उन्होंने चिकित्सालय में साफ सफाई व उपस्थिति पंजिका का भी अवलोकन किया। मौके पर स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी/एसीएमओ डॉ रमेश कुँवर, डॉक्टर पंकज सिंह सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी उपस्थित थे।

’सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पैठाणी का निरीक्षण’
पाबौ के उपरांत सचिव स्वास्थ्य ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पैठाणी का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र में उपकरणों की स्थिति सहित अन्य कक्षो/वार्डाे का निरीक्षण किया। उन्होंने मेडिकल स्टाफ के लिए आवासीय परिसर को लेकर पास ही में भूमि तलाश करने के निर्देश दिए हैं। सचिव ने स्वास्थ्य केंद्र की दीवारों से निकल रही पापड़ियों को देखते हुए ट्रीटमेंट करने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य केंद्र में पेयजल की निर्बाध व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। मौके पर एसीएमओ डॉक्टर रमेश कुंवर, स्वास्थ्य केंद्र के इंचार्ज डॉक्टर अंकित धवन चौतन्य मेडिकल स्टाफ मौजूद थे। आवासीय परिसर के निर्माण को लेकर सचिव ने स्वास्थ्य विभाग से प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश।

’प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तिरपालीसेण का निरीक्षण’
सचिव स्वास्थ्य डॉ आर राजेश कुमार ने इसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तिरपालीसैण का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मेडिकल स्टोर में रखी दवाओं की भी जांच पड़ताल की साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र के परिसर का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए।

’सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थलीसैण का किया निरीक्षण’
तिरपालीसैण के बाद स्वास्थ सचिव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थलीसैण का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने मेल वार्ड, प्रसव कक्ष, अल्ट्रासाउंड कक्ष, शल्य कक्ष, दवाखाना का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सालय में सर्जन और ऑर्थाे की तैनाती की आवश्यकता बताई गई। जिस पर सचिव ने प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। मौके पर एसीएमओ डॉ रमेश कुंवर, प्रभारी चिकित्साधिकारी सीएचसी थलीसैण शैलेन्द्र सिंह रावत, डिप्टी सीएमओ पारुल गोयल व अन्य मेडिकल स्टाफ मौजूद थे।

स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार ने किया हल्द्वानी में अस्पतालों का औचक निरीक्षण

देहरादून। डेंगू नियंत्रण अभियान की हकीकत जानने स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार आजकल प्रदेश के दौरे पर हैं। देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी जनपद के कोटद्वार के बाद आज स्वास्थ्य सचिव का काफिला कुमाऊ मंडल नैनीताल जनपद के हल्द्वानी शहर पहुँचा।
स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार ने आज हल्द्वानी का दौरा किया। उन्होंने डेंगू से निपटने के लिए किये जा रहे इंतजामों का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य सचिव ने अस्पतालों में डेंगू मरीजों के लिए की गयी व्यवस्थाओं पर नाराजगी जतायी और व्यवस्थाएं दुरस्त करने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि डेंगू के मरीज के इलाज में किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए।

बेस अस्पताल हलद्वनी का निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश द्वारा आईसीयू का संचालन न होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई । अस्पताल प्रशासन को जल्द से जल्द आईसीयू को चलाने के निर्देश मौके पर दिए गए। सचिव स्वस्थ्य डॉ आर राजेश कुमार ने बेस हॉस्पिटल पर वार्ड में जाकर मरीजों का हाल जाना अस्पताल प्रशासन को किसी भी मरीज के उपचार मैं कोई लापरवाही न हो इसके निर्देश दिये गये। उनके द्वारा द्वारा डेंगू वार्ड, आईसीयू, इमरजेंसी वार्ड, डायलिसिस यूनिट, ब्लड बैंक का निरीक्षण किया गया। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि डेंगू के उपचार के लिये निजी व सरकारी चिकित्सालय पर आयुष्मान कार्ड द्वारा भी उपचार प्रदान किया जाएगा। जिसके निर्देश अधिकारियो को दे दिये गये है।

सचिव स्वास्थ्य डॉ आर राजेश कुमार ने डेंगू जांचों की धीमी गति पर नाराजगी जाहिर की । उन्होंने अधिकारियों को जांचों में तेजी लाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य सचिव ने कहा अधिकारी कागज पर पेन कम चलकर थोड़ा जांचों में तेजी लाएं जिससे मरीज को समय पर सही इलाज मिल सके। स्वास्थ्य सचिव ने मरीजों और लोगों से भी अस्पताल में व्याप्त सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया।

इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया की स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने पूरे प्रदेश के अंदर डेंगू के 307 मामले एक्टिव है।
उन्होंने बताया डेंगू को लेकर अस्पताल में बेड्स पूरी तरह से उपलब्ध हैं, उन्होंने कहा कि अनावश्यक रूप से किसी को भी प्लेटलेट्स नहीं दी जाएगी, जरूरत पड़ने पर ही मरीज को प्लेटलेट्स दी जाएगी, डेंगू पर जो भी इलाज है, उसे अस्पताल द्वारा ठीक तरीके से नहीं किया जाएगा तो ₹50000 से लेकर ₹200000 तक का जुर्माना लगाने के प्रावधान बनाए गए हैं,

स्वास्थ्य विभाग के स्पष्ट निर्देश की डेंगू के मामलों को लापरवाही नहीं बरती जाएगी, जो भी प्राइवेट हॉस्पिटल या सरकारी हॉस्पिटल लापरवाही करेगा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी जिलों के जिलाधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वह बराबर डेंगू पर अपनी नजर बनाए रखें और डेंगू के मामले को लेकर शासन को लगातार अवगत कराए, सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल में अधिक पैसा लिए जाने पर भी उन्होंने कहा की रेट निर्धारित किए गए हैं, अधिक रेट लिए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

इस मौके पर उनके साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भागीरथी जोशी, मेडिकल कालेज हल्द्वानी के प्रधानाचार्य डा. अरुण जोशी, डॉ टिट्याल, चिकित्सा अधीक्षक सुशीला तिवारी अस्पताल, डॉ मनोज कांडपाल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ सविता ह्यांकी प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक बेस चिकित्सा हल्द्वानी, डा. ऊषा जंगपांगी महिला चिकित्सालय हल्द्वानी भी मौजूद थे।

सीएम के जन्मदिन पर रक्तदान शिविर का आयोजन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवा संकल्प दिवस के अवसर पर सहस्त्रधारा रोड स्थित अमृत फार्म में आयोजित अभिनंदन समारोह में प्रतिभाग कर उनके जन्म दिवस के उपलक्ष में लगाये गये रक्तदान शिविर का भी अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री ने उनके जन्म दिवस के अवसर पर बुजुर्गों, मातृशक्ति एवं पार्टी पदाधिकारियों द्वारा दिये गये सम्मान और स्नेह के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने रक्तदान करने वाले लोगों और प्रदेश की युवा शक्ति का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्य सेवक और एक कार्यकर्ता के रूप में उन्हें जन सेवा करने का जो अवसर मिला है, उसमें मातृशक्ति का बड़ा योगदान है। मुख्यमंत्री ने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तमाम योजनाओं को जन-जन तक पहुचाने में कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि जिस तरह उनके जन्म दिवस पर लोगों ने रक्तदान किया, उसी प्रकार लोग कभी भी, कहीं भी किसी जरूरतमंद को रक्त की जरूरत पड़े तो हमेशा पहली पंक्ति में खड़े नजर आएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार तेजी से कार्य कर रही है। राज्य के समग्र विकास के लिए सभी प्रदेशवासियों का योगदान जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में केन्द्र सरकार से राज्य को हर क्षेत्र में पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि वर्षाकाल के खत्म होते ही विकास और निर्माण कार्यों में तेजी लाई जायेगी।
विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति के पथ पर अग्रसर है। समाज के हर वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए राज्य में योजनाएं आगे बढ़ाई जा रही हैं।
इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक कुलदीप बुटोला, भाजपा के महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल एवं बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता एवं मातृशक्ति मौजूद रहे।

सीएम ने किया दो मोबाइल लर्निंग स्कूल बसों का फ्लैग ऑफ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज राजपुर रोड, देहरादून से कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत उत्तराखण्ड के सात जनपदों में औषधालयों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री के जन्म दिवस के अवसर पर राज्य के जिन सात जनपदों में कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत औषधालयों का उद्घाटन किया गया उनमें पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चम्पावत, बागेश्वर, चमोली, रूद्रप्रयाग एवं उत्तरकाशी शामिल हैं। उन्होंने श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों के बच्चों व आश्रितों को शिक्षा प्रदान करने हेतु दो मोबाइल लर्निंग स्कूल बसों का फ्लैग ऑफ भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर श्रमिकों की पुत्रियों को विवाह उपरांत आर्थिक सहायता के चेक भी प्रदान किये। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर केक काटकर स्कूली बच्चों के साथ अपना जन्मदिन मनाया।
मुख्यमंत्री ने राज्य के सात जनपदों में कर्मचारी राज्य बीमा औषधालयों के शुभारंभ होने पर इन जनपदों के वासियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार श्रमिकों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। राज्य सरकार, श्रमिकों के बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए अच्छी शिक्षा प्रदान करने के साथ ही बेटियों के विवाह के लिए आर्थिक सहायता और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। श्रमिकों की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए श्रम कानूनों में अनेक बदलाव किए हैं। उन्होंने कहा कि अब राज्य के सभी 13 जनपदों में कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत औषधालय बनाये जा चुके हैं।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक खजानदास, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी, श्रमायुक्त दीप्ति सिंह उपस्थित रहे।

स्वास्थ्य सचिव ने सीएमओ-सीएमएस सहित दो चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की

डेंगू की मौजूदा स्थिति का जायजा लेने के लिए स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने तकनीकी विशेषज्ञ/राज्य कार्यक्रम नोडल अधिकारी डॉ पंकज सिंह के साथ बीते रोज पौड़ी जनपद के कोटद्वार बेस अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। स्वास्थ्य सचिव को अपने निरीक्षण के दौरान बेस अस्पताल में कई खामियां देखने को मिली। डेंगू वार्ड सहित अस्पताल में फैली तमाम अव्यवस्थाओं पर उन्होंने कड़ी नाराजगी की थी। जिसके बाद उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को संबधित चिकित्सकों को खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये थे। जिसके बाद आज शासनस्तर से संबधित अधिकारियों सीएमओ, सीएमएस सहित दो डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिश जारी कर दिये गये हैं।
गौरतलब है कि कोटद्वार के स्थानीय लोगों, समाजिक संगठनों, विभिन्न पार्टी के पदाधिकारियों ने स्वास्थ्य सचिव से शिकायत की थी कि बेस अस्पताल में डेंगू की रोकथाम के साथ ही मरीजों के इलाज में घोर लापरवाही बरती जा रही है। जिससे मरीजों को इलाज में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने तकनीकी विशेषज्ञ/राज्य कार्यक्रम नोडल अधिकारी डॉ पंकज सिंह के साथ बेस अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक स्वास्थ्य सचिव के मरीजों के इलाज से सबंधित प्रशनों का कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये। इसके साथ ही डेंगू मरीजों के इलाज में स्वास्थ्य सचिव को कोताही देखने को मिली। मरीजों की केस हिस्ट्री पूछने पर चिकित्सकों के पास कोई जवाब नहीं था। जिस पर स्वास्थ्य सचिव ने कार्रवाही के निर्देश जारी कर दिये हैं। स्वास्थ्य सचिव के द्वारा सीएमओ पौड़ी प्रवीण कुमार, सीएमएस कोटद्वार डॉ0 विजयेश भारद्वाज को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। वहीं वरिष्ठ फिजीशियन डॉ जगदीश चन्द्र ध्यानी और पैथोलॉजिस्ट डॉ0 सुप्रिया को स्पष्टीकरण नोटिश जारी करने के साथ ही अग्रिम आदेशों तक उनका वेतन रोकने के आदेश जारी किये गये हैं।
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा कि राज्य में डेंगू की रोकथाम के लिए महाअभियान चलाया जा रहा है। डेंगू मरीजों के इलाज में किसी भी प्रकार की कोई कोताही बदार्शत नहीं की जायेगी। कोटद्वार बेस अस्पताल में संबधित चिकित्सकों के खिलाफ अपने कार्यों में लापरवाही पर कार्रवाही की गई है। डेंगू रोकथाम और मरीजों को बेहत्तर इलाज देना हमारी प्राथमिकता है। पहले ही गाइडलाइन जारी कर दी गई है। प्रदेश में सभी संबधित अधिकारियों को इसको लेकर निर्देश पहले ही दे दिये गये हैं। बावजूद इसके डेंगू मरीजों के इलाज या अन्य किसी भी प्रकार की कोई शिकायत सामने आती है तो जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

आयुष्मान भव अभियान के तहत प्रदेशभर में चलाया जायेगा जागरूकता कार्यक्रम

प्रदेश में आगामी 17 सितम्बर से आयोजित होने वाले आयुष्मान भव अभियान के तहत रक्तदान हेतु पंजीकरण के साथ-साथ अंगदान, नेत्रदान एवं देहदान के लिये भी जनजागरूकता अभियान चलाया जायेगा। जिसके तहत तीन माह के दौरान रक्तदान हेतु दो लाख लोगों का पंजीकरण कराने तथा अंगदान व देहदान हेतु 10 हजार लोगों का पंजीकरण एवं शपथ का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज, उच्च शिक्षण संस्थान, एनएसएस, स्काउट्स-गाइड, रेडक्रॉस सोसाइटी व स्वयंसेवी संस्थाएं भी अपना योगदान देगी।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने आज अपने शासकीय आवास पर स्वास्थ्य एवं उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ ही विभिन्न संगठनों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर आयुष्मान भव अभियान के आयोजन को लेकर विस्तृत चर्चा की। डॉ. रावत ने बताया कि प्रधानमंत्री के जन्मदिवस 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक चलने वाले सेवा पखवाड़ा एवं 31 दिसम्बर तक चलने वाले आयुष्मान आपके द्वारा 3.0 कार्यक्रम के तहत प्रदेशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। जिनकी रूपरेखा तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान प्रत्येक विधानसभा के अंतर्गत 10-10 रक्तदान शिविरों का आयोजन कर रक्तदान कराने के साथ ही दो लाख लोगों का रक्तदान हेतु पंजीकरण का भी लक्ष्य रखा गया है। इसी प्रकार प्रदेशभर में जनजागरूकता अभियान चलाकर 10 हजार लोगों को देहदान एवं अंगदान के लिये तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिये स्वैच्छिक रूप से तैयार लोगों को नेत्रदान, अंगदान व देहदान के लिये आयोजित होने वाले शिविरों में शपथ पत्र भरवाये जायेंगे। इसके अलावा अंगदान एवं देहदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से शीघ्र ही प्रदेश के प्रत्येक मेडिकल कॉलेजों में दधीची दीवार की स्थापना की जायेगी, जिस पर अंग एवं देह दानियों के नाम अंकित किये जायेंगे। डॉ. रावत ने बताया कि आयुष्मान भव अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड बनाने से वंचित रहे गये लोगों के आयुष्मान कार्ड एवं शत-प्रतिशत लोगों की आभा आईडी बनाई जायेगी। जिन ग्राम पंचायतों एवं शहरी वार्डों में शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाये जायेंगे उन्हें आयुष्मान ग्राम पंचायत एवं आयुष्मान शहरी वार्ड घोषित किया जायेगा। इसे अलावा राजकीय संयुक्त चिकित्सालयों व आयुष्मान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स में साप्ताहिक स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया जायेगा जहां पर चिकित्सकों द्वारा स्थानीय लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही गैर संचारी रोंगों की जांच की जायेगी।
बैठक में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. विनीता शाह, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना, संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. ए.एस. उनियाल, दधीचि देहदान समिति के संरक्षक विजय जी, अध्यक्ष डॉ. मुकेश गोयल, महासचिव नीरज पाण्डे सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

स्वास्थ्य सचिव को डेंगू के बारे में सही जानकारी नहीं दे पाए बेस अस्पताल के डॉक्टर

प्रदेश में डेंगू की रोकथाम को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में स्वास्थ्य सचिव लगातार जनपदवार डेंगू प्रभावित इलाकों के साथ ही अस्पतालों का भी दौरा कर रहे हैं। सबसे ज्यादा डेंगू प्रभावित देहरादून और हरिद्वार जनपद के बाद स्वास्थ्य सचिव का काफिला आज पौड़ी जनपद के कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र पहुंचा। जहां स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कोटद्वार बेस अस्पताल का निरीक्षण किया।
इस दौरान कोटद्वार बेस अस्पताल में स्वास्थ्य सचिव को कई खामियां मिली हैं। स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने सीएमओ पौड़ी डॉ. प्रवीन कुमार को जल्द खामियां सुधारने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान डेंगू आइसोलेशन वार्ड में बेस अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन स्वास्थ्य सचिव के सवालों के जवाब नहीं दे पाए। जिस पर स्वास्थ्य सचिव ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए फटकार लगाई। अस्पताल के निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने कोटद्वार के कलालघाटी में मेडिकल कॉलेज के लिए चिंहित भूमि का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सीएमओ को भूमि की पैमाइश के साथ ही उक्त भूमि के चारों तरफ से बांउड्री बाल करने के निर्देश दिये।
गुरूवार को कोटद्वार पहुंचे प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने कोटद्वार बेस अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड, एमआरआई, एक्सरे समेत डेंगू आईसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया। डेंगू आईसोलेशन वार्ड के निरीक्षण के दौरान वार्ड में भर्ती एक मरीज की प्लेटलेट्स अधिक कम होने पर वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. जेसी ध्यानी और सीएमएस डॉ. विजयेश भारद्वाज से जानकारी ली। स्वास्थ्य सचिव उनके जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आये। उन्होंने मरीज के बेहत्तर इलाज के लिए निर्देशित किया। इसके साथ ही उन्होंने डेंगू वार्ड में भर्ती मरीजों से भी स्वास्थ्य सुविधाओं के बारें में विस्तार से जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने अस्पताल के जच्चा-बच्चा कक्ष में भर्ती महिलाओं और वहां मौजूद आशा कार्यकत्री से गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के साथ ही गर्भवती महिलाओं के लिए शुरू की गई योजना से संबंधित जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही आशाओं और संबधित अधिकारियों को लाभार्थियों तक सभी योजनाओं का लाभ पहुंचाने हेतु निर्देशित किया।

बेस अस्पताल की पैथोलॉजी लैब में मिली खामियां
इसके बाद स्वास्थ्य सचिव ने अस्पताल की पैथोलॉजी लैब का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान लैब में भारी खामियां मिली हैं। लैब में मरीजों के प्लेटलेट्स की रिपोर्ट हाथ से लिखी जा रही थी, जिस पर स्वास्थ्य सचिव ने रिपोर्ट को कम्प्यूटराइजड करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा डेंगू को लेकर लिए जाने वाले सैंपल की वाईबिलटी 24 घंटे होती है। रिपोर्ट संदिग्ध लगने पर पुनः पुष्टि करने के लिए सैंपल का उपयोग किया जा सकता है। इससे पहले लैब में इन सैंपलों को एक बार चौक करने के बाद नष्ट कर दिया जा रहा था।

निजी लैबों की जांच के आदेश
स्वास्थ्य सचिव ने सीएमओ पौड़ी प्रवीन कुमार को कोटद्वार शहर की उन लैबों की जांच करने के भी निर्देश दिए हैं, जिनमें डेंगू के टेस्ट हो रहे हैं। स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने बताया कि जनपद पौड़ी में डेंगू के 121 केस हैं। स्वास्थ्य विभाग जल्द ही डेंगू को लेकर एक वृहद अभियान चलाने जा रहा है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ नगर निगम समेत अन्य विभागों का साथ आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर पांच से अधिक डेंगू के मरीज पाए जाएंगे, वहां कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा। घर-घर जाकर सोर्स रिडक्शन का कार्य किया जाएगा। शुक्रवार से सभी विभाग एक साथ मिलकर डेंगू को लेकर महाअभियान चलाने जा रहे हैं, जिसमें जिलाधिकारी आशीष चौहान और सीएमओ पौड़ी डॉ. प्रवीन कुमार को निर्देशित किया गया है। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीण कुमार, डॉ पंकज सिंह, कार्यक्रम अधिकारी एनएचएम, डॉ विजयेश भारद्वाज, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सौरभ सैनी, नगर आयुक्त वैभव गुप्ता, सहायक नगर अधिकारी अजहर अली, मौजूद रहे।

वहीं स्वास्थ्य सचिव ने अपने कोटद्वार दौरे के दौरान स्थानीय लोगों, समाजसेवियों व विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। बेस अस्पताल से संबधित उनकी समस्याओं को सुना तथा उनके सुझावों पर अमल का भरोसा दिया। इस दौनान कोटद्वार भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत और नगर अध्यक्ष पंकज भाटिया ने भी स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार से मुलाकात की। भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कोटद्वार बेस अस्पताल में डेंगू को लेकर चिकित्सकों द्वारा गंभीरता से इलाज न करने के बात कही। जिस पर स्वास्थ्य सचिव ने जल्द अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने के और सभी मरीजों को बेहत्तर इलाज के लिए उन्हें आश्वस्त किया।