गर्भवती महिला को डेंगू, अस्पताल में भर्ती

26 डेंगू के मरीज सरकारी अस्पताल में अब तक हो चुके हैं भर्ती

ऋषिकेश।
ऋषिकेश सरकारी अस्पताल में शनिवार को डेंगू के तीन नए मामले सामने आए। इनमें एक गर्भवती महिला भी शामिल है। गर्भवती महिला और एक अन्य मरीज अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती किया गया है। फिजीशियन डॉ. महेश कुमार सैनी की देखरेख में दोनों मरीजों का इलाज चल रहा है। आंकड़ों के अनुसार अब तक 26 डेंगू के मरीज अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं।
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शीशमझाड़ी निवासी गर्भवती महिला को बुखार, बदन दर्द आदि की शिकायत पर परिजन सरकारी अस्पताल में इलाज कराने लाए। यहां ब्लड जांच कराने पर महिला में डेंगू की पुष्टि हुई। ऐसे में डॉक्टर की सलाह पर महिला को भर्ती कर लिया गया है। वहीं अस्पताल में एक मरीज का मलेरिया से पीड़ित होने पर इलाज चल रहा था, जांच कराने पर मरीज में डेंगू की भी पुष्टि हुई है। ऐसे में मरीज को भी डेंगू वार्ड भर्ती किया गया है। इसके अलावा शनिवार को ओपीडी में इलाज कराने आए अन्य एक मरीज में भी डेंगू की पुष्टि हुई।
सरकारी अस्पताल में डेंगू के नोडल अधिकारी और सीनियर फिजीशियन डॉ. महेश कुमार सैनी ने बताया कि दोनों मरीज चिकित्सीय निगरानी में हैं। दोनों के स्वास्थ्य में सुधार भी हो रहा है। उधर, शनिवार को सरकारी अस्पताल की ओपीडी में 695 मरीजों ने शनिवार को पंजीकरण कराया। भीड़ अधिक होने के चलते फिजीशियन की ओपीडी में बारी के लिए मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ा।
नगर संक्रामक नियंत्रक एसएस यादव ने बताया कि डेंगू की आंशका के चलते शनिवार को 48 मरीजों की ब्लड जांच की गई, जिसमें एक मरीज की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। 91 की टाइफाइड जांच की गई, इसमें 13 मरीजों में टाइफाइड की पुष्टि हुई। वहीं 93 मरीजों की मलेरिया जांच की गई, जिसमें तीन मरीज मलेरिया से पीड़ित मिले। बताया कि रिकॉर्ड के अनुसार अब तक 26 डेंगू के मरीज सरकारी अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं।

ऋषिकेश रियल एस्टेट का दूसरे चरण का अभियान शुरू

डेंगू,चिकनगुनिया के मरीज बढ़ने पर चलाया अभियान
ऋषिकेश। शहर में डेंगू,चिकनगुनिया के मरीज बढ़ने पर ऋषिकेश रियल एस्टेट ने दूसरे चरण में अभियान शुरू कर दिया है। गुरूवार को एसोसिएशन पदाधिकारियों ने हरिद्वारमार्ग, घाटरोड, सुभाष चौक, सिंधी धर्मशाला, आदर्शग्राम, कुम्हारबाडा, आशुतोषनगर, ऋषिलोक कॉलोनी, प्रगति विहार, दूनमार्ग में दवा का छिड़काव किया। अभियान एक दिन छोड़कर चलाया जायेगा। एसोसिएशन अध्यक्ष दिनेश कोठारी ने बताया कि बीमारी से निजात दिलाने को रियल एस्टेट आगे आई है।
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शहर के अस्पताल डेंगू,चिकनगुनिया से पीड़ित मरीजों से अटे पड़े है। उन्होंने बीमारी से राहत पाने को पालिका को पूर्ण सहयोग देने का भरोसा दिया। कार्यक्रम में राजीव खुराना, नितिन गुप्ता, दीपक चुग, विरेन्द्र अरोडा,धीरज मखीजा, विरेन्द्र जोशी, विशाल कक्कड, संजय व्यास, सरदार मंगा सिंह, अनिल कुकरेती, हरेन्द्र रावत,प्रदीप गुप्ता, संजीव चौधरी, कोमल सिंह, अर्जुन सिंह, रमन अरोडा, गोपाल सती, नवीन भट्ट, अशोक पाल, दीपक थापा, राजेश अरोडा, अजीत कंवल, विजय रावत, शेखर अरोड़ा आदि शामिल थे।

डेंगू व चिकनगुनिया की चपेट में तीर्थनगरी

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ऋषिकेश।
तीर्थनगरी व आस-पास के क्षेत्र डेंगू व चिकनगुनिया से प्रभावित हो रहे है। वायरल पीड़ितों में मलेरिया व टाइफाइड की भी पुष्टि हो रही है। एम्स, सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में वायरल पीड़ित बड़ी संख्या में ब्लड जांच करवा रहे है। बुधवार को सरकारी अस्पताल में एक व प्राइवेट अस्पताल में दो लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है।
बुधवार को डेंगू व चिकनगुनिया के चलते नगर के अस्पतालों में मरीजों की अत्यधिक भीड़ रही। एम्स की ओपीडी में 1450 मरीजों ने पंजीकरण कराया। 424 मरीज वायरल पीड़ित रहे। डेंगू की आशंका के चलते यहां 60 मरीजों के ब्लड की जांच की गई। वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी हरीश थपलियाल ने जानकारी दी कि पिछले 15 दिनों में 300 मरीजों के डेंगू की आंशका के चलते जांच हुई है, जिसमें 16 मरीजों में डेंगू पॉजीटिव मिला है।
सरकारी अस्पताल में 51 मरीजों की डेंगू जांच करने पर एक मरीज पॉजीटिव मिला। 98 मरीजों की मलेरिया व टाइफाइड जांच करने पर क्रमश: दो और अट्ठारह मरीजों में मलेरिया व टाइफाइड की पुष्टि हुई। यहां ओपीडी में 640 लोगों ने पंजीकरण कराया। बुधवार को सिर्फ एक ही फिजिशियन डॉ. महेश सैनी ने वायरल पीड़ित मरीजों का उपचार किया। फिजिशियन डॉ. ऋचा रतूड़ी डे ऑफ पर रही।
वहीं, प्राइेवट अस्पतालों की ओपीडी पन्द्रह सौ के पार पहुंची। प्राइवेट अस्पतालों में उपचार करा रहे वायरल पीड़ित दो मरीजों में डेंगू पॉजीटिव मिला है। नगर के संक्रामक रोग नियंत्रक एसएस यादव ने बताया कि डेंगू व चिकनगुनिया मच्छर जनित रोग है। उन्होंने नगर के लोगों से स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करने की अपील भी की।
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तहसील में दहशत
ऋषिकेश तहसील में कार्यरत एक संग्रह अमीन के बेटे को डेंगू पॉजीटिव आने से अन्य कर्मचारियों में दहशत है। तहसील कॉलोनी में रह रहे कर्मचारी आस-पास पानी जमा होने व झाड़ियां काटने की मांग कर रहे है। उनका कहना है कि लंबे समय से यहां पानी का जमाव व झाड़ियां होने के कारण डर लगने लगा है।

पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष को भी डेंगू
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष व वरिष्ठ पत्रकार अरुण शर्मा भी डेंगू की चपेट में आ गये है। प्राइवेट अस्पताल के चिकित्सक उनका उपचार कर रहे है। बुधवार जांच के बाद उनकी प्लेट्लेटस सताईस हजार के करीब पहुंच गई थी।

डेंगू के चार मरीज ओर मिले

वायरल पीड़ितों में डेंगू व चिकन गुनिया के मिल रहे लक्षण
सरकारी व प्राइवेट अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही
ऋषिकेश।
शुक्रवार को सरकारी अस्पताल की ओपीडी में 670 मरीजों ने अपना पंजीकरण कराया। 46 मरीजों में डेंगू की आशंका के चलते ब्लड जांच करवाई गयी, जिसमें से 4 मरीज डेंगू से पीड़ित मिले। तीन ढालवाला क्षेत्र के बताए जा रहे है। मलेरिया के 61 मरीजों की ब्लड जांच के बाद एक मरीज पीड़ित मिला। जबकि टाइफाइड के 72 मरीजों की ब्लड जांच के बाद 14 मरीज पाजीटिव मिले है। फिजिशियन डा. ऋचा रतूड़ी के अनुसार वायरल पीड़ित मरीजों की संख्या कम नही हो रही है। दो-तीन दिन से ठीक हो गये मरीज फिर वापस आ रहे है। वायरल के लक्षण उनके शरीर में पहले की तरह दिख रहे है। 105
वहीं, नगर के प्राइवेट अस्पताल व नर्सिंग होम में भी वायरल पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। प्रतिदिन पन्द्रह सौ से अधिक मरीज ओपीडी में अपना पंजीकरण करा रहे है। आलम यह है कि डेंगू व चिकन गुनिया के खौफ से मरीज अपने ब्लड जांच करवाने की चिकित्सक से गुजारिश कर रहे है। नगरीय क्षेत्र के संक्रामक रोग नियंत्रक एसएस यादव ने बताया कि चार मरीज डेंगू से पीड़ित मिले है। तीन ढालवाला क्षेत्र के है, एक मरीज की पुष्टि नही हो पा रही है। सीएमओ को रिपोर्ट भेजी गयी है। ढालवाला टिहरी में आने के कारण सीएमओ टिहरी को जानकारी भेजी जा रही है।

पांच हजार लोगों ने पी डेंगू से बचाव की दवा

ऋषिकेश।
लायंस क्लब डिवाईन व आयुष्मान योग संस्थान ने डेंगू से बचाव को त्रिवेणीघाट पर कैंप लगाया। जिसमें पांच हजार लोगों को दवा पिलाई गई।
त्रिवेणीघाट पर सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक कैंप लगाया गया। जिसमें बड़ी संख्या में शहरवासी पहुंचे। आयुष्मान योग संस्थान ट्रस्ट मेरठ के प्रमुख आचार्य यशोवर्धन योगी ने डेंगू से बचाव को दुर्लभ जड़ीबूटी से निर्मित दवा निशुल्क पिलाई गई। क्लब अध्यक्ष पंकज चंदानी ने कहा कि शहर में डेंगू तेजी से फैल रहा है। शहर के प्राईवेट अस्पताल मरीजों से अटे पड़े है। इसके उपचार से ज्यादा जरूरी बचाव है। दवा के सेवन से डेंगू के प्रकोप से बचा जा सकता है। 106
इस अवसर पर सचिव दीपेश कोहली, कोषाध्यक्ष हिमांशु अरोडा, सुशील छाबडा, नवीन गांधी, पूर्व अध्यक्ष राही कपाडिया, आशीष अग्रवाल, ललित मोहन मिश्रा, अतुल जैन, महेश किंगर, अभिनव गोयल, आशु डंग, जगमीत सिंह, विजय नैरूला, अंकुर अग्रवाल, मयूर लांबा, धीरज अग्रवाल, रिक्की गोदवानी, शिवमोहन मिश्रा, जयेन्द्र रमोला, अब्दुल रहमान, प्रेम चंदानी, हीरालाल छाबड़ा आदि मौजूद थे।

प्राइवेट पैथोलाजी लैब में जांच के नाम पर मनमानी वसूली

ऋषिकेश।
शहर और आसपास क्षेत्रों में लगातार डेंगूए मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीज सामने आ रहे हैं। सरकारी अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं प्राइवेट अस्पतालों में भी इलाज कराने को भारी भीड़ है। डाक्टर ज्यादातर मरीजों को डेंगूए मलेरियाए टाइफाइड और चिकनगुनिया की जांच कराने की सलाह दे रहे हैं। वहीं कुछ मरीज खौफ के चलते खुद भी ब्लड की जांच करा रहे हैं। सरकारी अस्पताल में सुविधाओं के अभाव है। ऐसे में प्राइवेट लैब संचालकों की मौज हो रही है। लोगों की शिकायत है कि ब्लड जांच के नाम पर प्राइवेट लैब मनमानी कीमत वसूल रहे हैं। मरीज अधिक शुल्क देने को मजबूर हैं। डेंगू रैपेड किट जांच सरकारी अस्पताल में निशुल्क होती है। जबकि प्राइवेट में इसके 200 से 500 रुपये वसूले जा रहे हैं। इसके अलावा मलेरिया और टाइफाइड की जांच भी निशुल्क होती है। इसके प्राइवेट लैबों में 50 से 150 रुपये मरीजों से लिए जा रहे हैं। चिकनगुनिया की जांच प्राइवेट में 300 से 500 रुपये चुकाकर हो रही है। डेंगू में सबसे ज्यादा प्लेटलेट्स काउंट जांच कराई जाती है। यहां जांच सरकारी अस्पताल में 35 रुपये में होती है। जबकि प्राइवेट में इसके 250 से 500 रुपये वसूले जा रहे हैं। इसी तरह डेंगू मरीजों की शुगर और सीबीसी जांच कराई जाती है। सरकारी में शुगर का टेस्ट 35 रुपये में होता है। जबकि प्राइवेट में इसके 80 से 150 रुपये लिए जा रहे हैं। वहीं सीबीसी का सरकारी में शुल्क 145 रुपये है। वहीं प्राइवेट में यही जांच 400 से 800 में हो रही है। कुछ लोगों इस संबंध में देहरादून सीएमओ को शिकायत भी भेजी है।

ऋषिकेश में नहीं थम रहा डेंगू का कहर

सरकारी अस्पताल में डेंगू के चार और मरीज मिले
ऋषिकेश।
ऋषिकेश में डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को सरकारी अस्पताल में चार मरीजों की डेंगू रिपोर्ट पॉजीटिव आई। वहीं ओपीडी में मरीजों की भीड़ रही। प्राइवेट अस्पतालों में भी यही स्थिति रही।
सरकारी अस्पताल की ओपीडी में शुक्रवार को 670 नए मरीजों ने पंजीकरण कराया। इसमें डेंगू की आशंका पर 37 मरीजों के ब्लड जांच की गई। इसमें चार मरीजों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई। फिजीशियन डा. ऋचा रतूड़ी ने बताया कि वायरल पीड़ितों के बाद अब डेंगू के मामले बढ़ने लगे हैं। इसके अलावा 50 मरीजों की मलेरिया की जांच की गई। इसमें तीन में मलेरिया की पुष्टि हुई। वहीं टाइफाइड की आशंका पर 63 मरीज के ब्लड सैंपल जांचे गए, जिनमें आठ मरीजों में टाइफाइड की पुष्टि हुई। दूसरी ओर प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या रिकार्ड तोड़ रही है। मायाकुंड स्थित निर्मल अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या हर दिन हजार के आंकड़े को छू रही है। अन्य नर्सिंग होम और प्राइवेट अस्पतालों का भी यही हाल है।

कांग्रेस सभासद दल के नेता को चिकनगुनिया
संक्रामक बीमारियों की चपेट में जनप्रतिनिधि भी आ रहे हैं। नगर पालिका में कांग्रेस सभासद दल के नेता मनीष शर्मा में चिकनगुनिया के लक्षण मिले हैं। उनका इलाज एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है। प्राइवेट अस्पताल की जांच में चिकनगुनिया की पुष्टि हुई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने आधिकारिक रूप से इसकी जानकारी से इनकार किया है। चिकनगुनिया और डेंगू मच्छर के काटने से होते हैं। इनमें तेज बुखार के साथ जोड़ों में दर्द होता है। दोनों बीमारियों को हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है।

हाथ.पाव में सूजन, अकड़न, जोड़ों में दर्द, खुजली व चिकते पड़ने से वायरल पीड़ित परेशान

ऋषिकेश।
वायरल पीड़ित मरीजों की संख्या दिन.प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। गुरुवार को सरकारी अस्पताल की ओपीडी में 655 मरीज पहुंचे। पीड़ित मरीज हाथ.पाव में सूजनए सूजन, अकड़न, जोड़ों में दर्द, खुजली व चिकते पड़ने से परेशान थे। शंखनाद की टीम ने सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों से बात की। बताया कि मौसमी वायरल में चिकन गुनिया के लक्षण दिखाई दे रहे है।
गुरुवार को सरकारी अस्पताल की ओपीडी में 33 मरीजों में डेंगू के लक्षण दिखाई देने पर ब्लड की जांच की गयी। दो मरीजों में डेंगू पॉजिटिव मिला। दोनों मरीज शीशमझाड़ी स्थित किसी आश्रम के बताये जा रहे है। दोनों मरीज सरकारी अस्पताल में भर्ती है। 66 मरीजों की मलेरिया व 81 मरीजों की टाइफाइड जांच की गयी। जिसमें से 10 मरीज टाइफाइड से पीड़ित मिले।
फिजिशियन डॉ. ऋचा रतूड़ी ने बताया कि पीड़ित मरीज हाथ.पाव में सूजन, अकड़न, जोड़ों में दर्द, खुजली व चिकते पड़ने की शिकायत कर रहे है। पीड़ित मरीजों में हर दूसरा मरीज इस प्रकार की शिकायत कर रहा है। यह चिकन गुनिया के लक्षण है। बताया कि चिकन गुनिया मच्छर के काटने से होता है। इसके कारण महीनों तक जोड़ो में दर्द रहता है। वहींए वायरल पीड़ित मरीज प्राइवेट अस्पतालों का अधिक रुख कर रहे है। नगर के प्राइवेट अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों की संख्या प्रतिदिन दो हजार से अधिक बतायी जा रही है। चिकन गुनिया व डेंगू की आंशका के चलते मरीज प्राइवेट अस्पताल का रुख करना ज्यादा बेहतर समझ रहे है।

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एमएसवीवाईएल के लिए सपंर्क करेगी आशा
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए आशाएं नगर पालिका के वार्ड सदस्यों से सपंर्क करेंगी। कार्यक्रम संयोजक एसएस यादव ने बताया कि एमएसवीवाईएल के तहत नगर का लक्ष्य पूरा करने के उद्देश्य से आशा कार्यकत्रियों को नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों से संपर्क करने के निर्देश दिये गये है। जिला प्रशासन ने पात्र व्यक्ति छूट न जायेए इसके लिए संपर्क करने को कहा है। बताया कि गुरुवार को चूना भट्टा बनखंडी में कैंप भी लगाया गया।

टीकाकरण जारी
प्रदेश में एएनएम के कार्यबहिष्कार का असर सरकारी अस्पताल में देखने को नही मिला। एनजीओ के माध्यम से संचालित एएनएम सेंटर व सरकारी अस्पताल में महिलाओं व नौनिहालों का टीकाकरण सुचारु रुप से चल रहा है।

सरकारी अस्पताल में गुरुवार को दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। दोनों मरीज शीशमझाड़ी टिहरी क्षेत्र के रहने वाले है। अलग जिला होने के कारण सीएमओ देहरादून कार्यालय को टिहरी सीएमओ को सूचना देने के संदर्भ में सूचित कर दिया हैए ताकि नरेन्द्रनगर स्वास्थ्य विभाग की टीम संबधित क्षेत्र में दवा छिड़काव कर सकें।
एसएस यादव संक्रामक रोग नियंत्रक सरकारी अस्पताल नगरी क्षेत्र ऋषिकेश।

पालिका की दवा बेअसर
नगर पालिका ऋषिकेश के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार नियमित रुप से नगर के कई वार्डों में दवा का छिड़काव किया जा रहा है। लेकिन लगातार वायरल पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने से पालिका की दवा को लोग बेअसर बताने लगे है। वहींए सफाई निरीक्षक सचिन रावत ने बताया कि मायाकुंड क्षेत्र में टैंकर के द्वारा गुरुवार को दवा का छिड़काव किया गया।
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भीड़ का दबाब अधिक रहा
सरकारी अस्पताल में गुरुवार को भीड़ का दबाब अधिक रहा। नतीजन मरीजों को बैठने के लिए जगह भी नही मिल पा रही थी। कई मरीज बीमार होने के चलते जहां जगह मिली वही बैठ गये। पहाड़ से आयी एक बालिका स्वास्थ्य खराब होने के चलते फर्श में ही चादर डालकर लेट गयी। नबंर देर से आने पर छोटी सी बालिका को नींद भी आ गयी।

डोईवाला में सड़क पर पैदा हुआ बच्चाए मौत

108 एंबुलेंस पर समय पर नहीं पहुंचने का आरोप
डोईवाला।
डोईवाला क्षेत्र में एक महिला ने सड़क पर बच्चे को जन्म दे दिया। इस दौरान नवजात की मौत हो गई। 108 एंबुलेंस पर समय पर नहीं पहुंचने का आरोप है। 108
जानकारी के अनुसार मणिमाई मंदिर से एक किलोमीटर दूर जंगल में कुछ गुज्जर परिवारों की बस्ती है। बस्ती की एक महिला को बुधवार दोपहर डोईवाला अस्पताल लाया गया। चेकअप कराने के बाद परिजन घर लौट गए। बुधवार रात को महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। परिजनों ने 108 एंबुलेंस को फोन लगाया। परिजन महिला को मणिमाई मंदिर तक लाए और एंबुलेंस का इंतजार करने लगे। इसी दौरान महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया। लेकिन नवजात की मौत हो गई। इसके बाद पहुंची 108 एंबुलेंस ने महिला को डोईवाला अस्पताल पहुंचाया। महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। गुरुवार शाम को महिला को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई। डोईवाला सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसके पांडे ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी गुरुवार की सुबह मिली। उन्होंने यह जानकारी देहरादून के सीएमओ को दे दी है।

वायरल पीड़ित मरीजों में संक्रामक रोग का खतरा बढ़ा

मंगलवार को सरकारी अस्पताल की लैब ने दो ओर मरीजों में डेंगू की पुष्टि की
मलेरिया के 2 व टाइफाइड से 14 पीड़ित मरीज मिले
ऋषिकेश।
मंगलवार को सरकारी अस्पताल की पैथोलॉजी लैब ने दो ओर मरीजों में डेंगू की पुष्टि कर दी। मलेरिया के दो और टाइफाइड से 14 पीड़ित मरीज भी मिले। सरकारी अस्पताल के आंकड़ों को पर यकीन करें तो अब तक डेंगू के कुल 20 मामले सामने आ चुके है। सरकारी अस्पताल में मरीजों की ब्लड सैंपल रिपोर्ट बता रही कि वायरल पीड़ित मरीजों में मलेरिया व टाइफाइड के मामले भी बढे है। 111
मंगलवार को सरकारी अस्पताल की ओपीडी में वायरल पीड़ित मरीज की संख्या 200 के पार चली गई। पीड़ित मरीज लंबी लाइन लगाकर जांच कराते देखे गये। फिजिशियन डॉ. ऋचा रतूड़ी ने बताया कि मौसम में परिर्वतन के चलते ओपीडी में वायरल पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मंगलवार को डेंगू की आशंका के चलते 22 मरीजों के सैंपल लिये गये थे, जिसमें से 2 मरीजों में डेंगू पॉजीटिव मिला है। 52 मरीजों में मलेरिया व 72 मरीजों में टाइफाइड के लक्षण दिखने पर ब्लड के सैंपल लिये गये।
दो मरीजों में मलेरिया व 14 मरीजों में टाइफाइड पॉजीटिव मिला है। संक्रामक रोग नियंत्रक एसएस यादव ने बताया कि सोमवार के 2 डेंगू पीड़ित मरीजों की पहचान कैलाशगेट व ऋषिकेश निवासी के रुप में हुई है। बताया कि दोनों मरीजों ने प्राईवेट अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे है। मंगलवार को हुई जांच रिपोर्ट मरीज के द्वारा नही ली गयी है। जांच रिपोर्ट के लिए आने पर मरीज से संपर्क करने की बात कही।

मुख्यगेट पर अव्यवस्था का आलम
ऋषिकेश। सरकारी अस्पताल को स्वयं संजीवनी की जरुरत पड़ रही है। मरीज जिस मुख्य गेट से अस्पताल में प्रवेश करते है, कुछ रसूखदार लोग व स्टाफ कर्मी अपने वाहन वहीं पर खड़े कर अव्यवस्था फैलाने से बाज नही आ रहे। इन वाहनों के कारण मरीज व तीमारदारों को आने-जाने में परेशानियां झेलनी पड़ रही है। किसी का मरीज गंभीर बीमार है और वह अपनी गाड़ी या एंबुलेंस से मरीज को अस्पताल के मुख्य गेट तक लाना चाहे तो यह उसकी लाचारी ही कही जायेगी कि अव्यवस्थाओं के कारण वह मुख्यगेट तक वाहन से मरीज को नही ला सकता है।