चारधाम यात्रा का औपचारिक शुभारंभ, अग्रवाल और चन्दन राम दास ने दिखाई हरी झंडी

चारधाम यात्रा-2022 का औपचारिक श्रीगणेश उत्तराखंड के वित्त, शहरी विकास एवं आवास विधायी एवं संसदीय कार्य, पुनर्गठन एवं जनगणना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और परिवहन मंत्री चंदनराम दास ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर किया। इस मौके पर 30 वाहनों में 1200 श्रद्धालुओं को दोनों मंत्रियों की मौजूदगी में रवाना किया गया। इस दौरान ऋषि कुमारों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण, ढोल बाजो से पंडाल गूंज उठा।
गुरुवार को प्रत्येक वर्ष चारधाम यात्रा संचालित करने वाली संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के तत्वावधान में यात्रा का औपचारिक शुभारंभ किया गया। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने उत्तराखंड आगमन पर सभी चारधाम यात्रियों का स्वागत करते हुए उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होने की भगवान से प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि दो वर्ष से प्रभावित चारधाम यात्रा इस वर्ष 2022 में अच्छी होने जा रही है और इसके लिए राज्य सरकार पूरी तरह से तैयार है। इसकी प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जा रही है। बताया कि सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि चारधाम यात्रा पर लगे सभी वाहनों की फिटनेस पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि बिना फिटनेस वाली गाड़ी के संज्ञान में आने पर कठोर कार्यवाही की जाए।
अग्रवाल ने सभी यात्रियों का रजिस्ट्रेशन किये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा सभी यात्रियों का रजिस्ट्रेशन किया जाए, सरकार के पास सभी यात्रियों का पूरा रिकॉर्ड होना चाहिए। श्री अग्रवाल जी ने कहा कि चारधाम यात्री हमारे मेहमान हैं और हमारी संस्कृति ‘अतिथि देवो भवः‘ की है। अतिथियों का सत्कार हमारा फर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यात्रियों के साथ किसी तरह की दिक्कतें न हो, इसका ख्याल भी पूरी तरह से किया गया है। सोशल मीडिया के जरिए भी यात्रियों को जागरूक किया जा रहा है।

अग्रवाल ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग पर यात्रियों को सुविधाओं का राज्य सरकार ने विशेष ख्याल रखा है, इसमें मोबाइल टॉयलेट की समुचित व्यवस्था की गई है। साफ सफाई का विशेष ख्याल रखा गया है। इसके लिए यात्रा मार्ग पर आने वाले सभी निकायों ने तीन चरणों में सफाई व्यवस्था शुरू कर दी है, विशेषतौर पर रात्रिकाल में कूड़ा उठान का कार्य किया जा रहा है, जिससे अगली सुबह यात्रियों को यात्रामार्ग साफ और स्वच्छ मिले। इसके अलावा कीटनाशक दवाओं का उपयोग भी प्रतिदिन किया जा रहा है।
अग्रवाल ने कहा कि यात्रियों की सुविधाओं के लिए राज्य सरकार ने पहली बार होटल, रेस्टोरेंट आदि से बिल में सर्विस चार्ज न लेने को कहा है, कहा कि सर्विस चार्ज के लिए यात्रियों को बाध्य नहीं कर सकते। उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा के औपचारिक शुभारंभ के बाद से प्रत्येक शनिवार को स्कूल बंद रहेंगे। इससे ऋषिकेश में बच्चों और अभिभावकों को जाम से दो चार नहीं होना पड़ेगा।
परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने प्रदेश की जनता से आग्रह किया है कि यात्रियों को हर यथा संभव सहयोग करे। जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और यहां से वापस जा कर अपने प्रदेश में यात्रा के प्रति सकारात्मक सोच पैदा कर सकें। उन्होंने कहा कि मेडिकल की सुविधा बेहतर मिले, इसके लिए सरकार तैयार है। किराया वृद्धि पर संवेदनशील है, बीच का रास्ता निकाला जाएगा। ट्रिप कार्ड में दिक्कतें आ रही है, इसके लिए अधिकारियों को समुचित व्यवस्था करने को कहा गया है। हमारी सरकार परिवहन व्यवस्था को पटरी पर ला रही है। रोडवेज की इनकम बढ़ाने के लिए सरकार कार्य कर रही हैं।
यात्रा शुभारम्भ के दौरान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, पूर्व दायित्वधारी कृष्ण कुमार सिंघल, तहसीलदार अमृता शर्मा, परिवहन अधिकारी दिनेश पठोई, अरविंद पांडेय, संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय शास्त्री, सरोज डिमरी, भाजपा मंडल अध्यक्ष दिनेश सती, चेतन शर्मा, राकेश पारछा, जग मोहन सकलानी, पूर्व पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा, इंद्र कुमार गोदवानी, मदन कोठारी, शिक्षाविद बंशीधर पोखरियाल, पार्षद शिव कुमार गौतम, संजीव पाल, जितेंद्र सिंह नेगी, जीत सिंह पटवाल, भूपाल सिंह नेगी, रेखा गुसांई, सम्पत सिंह रावत, नरेंद्र सिंह राणा, अजय बधाणी, आशुतोष तिवारी, अनिता तिवारी पूर्व पार्षद सीमा रानी, माधवी गुप्ता, उषा जोशी, सचिन अग्रवाल, कविता साह, राजकुमारी पंत, रवि जैन, आंदोलनकारी वेद प्रकाश शर्मा, अखिलेश गुसाई, राकेश सेमवाल, मदन मोहन शर्मा, जयंत शर्मा, राजपाल ठाकुर, विनोद भट्ट, आनंदराम भट्ट, हुकुम चंद, हरिशंकर प्रजापति, संजय कौशिक, घनश्याम, जितेंद्र प्रसाद, भानु रांगड़ आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।

बदरीनाथ के भव्य रुप को संवारने की जिम्मेदारी सभी की-संधु

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.सन्धु ने बद्रीनाथ पहुंचकर मास्टर प्लान के तहत चल रहे निर्माण कार्याे का स्थलीय निरीक्षण कर कार्यदायी संस्थाओं को गुणवत्ता के साथ-साथ तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को शीघ्र ही मैन पावर बढाने के निर्देश दिए। वहीं मुख्य सचिव ने व्यापारियों से मुलाकात की और कहा फिलहाल उनके लिए अस्थायी दुकानों का निर्माण किया जा रहा है तथा कार्य पूरे होने के बाद स्थायी दुकाने आवंटित की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन और स्थानीय जनता के सहयोग से आने वाले वर्षाे में बद्रीनाथ का भव्य रूप दुनिया के सामने होगा जिससे यहां के व्यापारियों, स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के ज्यादा अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि पीएमओ भी डेली बेसिस पर इसकी मानीटरिंग कर रहा है।
उसके बाद मुख्य सचिव ने बदरीनाथ मास्टर प्लान तथा यात्रा की तैयारियों को लेकर बीआरओ गेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने उन्हें गतिमान कार्यों और यात्रा की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। मुख्य सचिव ने मास्टर प्लान कार्यों में लगे मजदूरों तथा अन्य कर्मचारियों के लिए अस्थायी आवास बनाने के निर्देश दिए। साथ ही यात्रा व्यवस्था को लेकर भी संबंधित विभागों को निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने गोविन्द घाट से पुलना पैदल मार्ग पर चल रहे निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर कार्यदायी संस्थाओं को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए कहा कि 15 दिन बाद फिर इसका स्थलीय निरीक्षण करेंगे।
इस दौरान पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे, मुख्य विकास अधिकारी वरूण चौधरी, एडीएम डा. अभिषेक त्रिपाठी, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक सैनी, एसडीएम कुमकुम जोशी, धर्मेश गंगानी, मुख्य अभियन्ता अयाज अहमद, इओ सुनील पुरोहित, कमाण्डर मनीष कपिल, हेमकुण्ड साहिब के प्रबंधक सेवा सिंह सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

केदारपुरी के कार्यो का सीएस ने किया स्थलीय निरीक्षण

एक दिवसीय जनपद भ्रमण पर पहुंचे मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने श्री केदारनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों का संबंधित अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्यों का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव द्वारा कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि केदारपुरी में जो भी निर्माण कार्य किए जा रहे हैं उन कार्यों को गुणवत्ता के साथ शीर्ष प्राथमिकता से पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि केदारनाथ में यात्रियों की सुविधाओं के दृष्टिगत सुविधाओं को विकसित करना है तथा जो कार्य किया जा रहा है जिसमें तीर्थ पुरोहितों हेतु आवासीय भवन का निर्माण, चिकित्सालय कंट्रोल सेंटर, संगमघाट मंदिर समिति का प्रशासनिक भवन, यात्रियों की सुविधा हेतु रैन शैटर, आस्थापथ का निर्माण कार्य आदि जो भी निर्माण कार्य गतिमान हैं उन कार्यों को शीघ्रता से शीघ्र पूर्ण करना सुनिश्चित करें। इसके लिए उन्होंने श्रमिकों की संख्या बढ़ाने के निर्देश कार्यदायी संस्था को दिए तथा श्रमिकों के रहने व खाने की उचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव द्वारा मंदाकिनी व सरस्वती नदी के दोनों ओर सुरक्षा के प्राविधान हेतु उचित व्यवस्था करने के लिए सचिव पर्यटन व जिलाधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मुख्य सचिव को केदारपुरी में चल रहे निर्माण कार्यों की जानकारी से अवगत कराया तथा जो भी निर्देश निरीक्षण के दौरान दिए गए हैं उनका तत्परता के साथ अनुपालन संबंधित कार्यदायी संस्था से कराया जाएगा।
इस अवसर पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, मुख्य अभियंता लो.नि.वि. अहमद, अपर मुख्य अधिकारी/कार्यकारी अधिकारी केदारनाथ योगेंद्र सिंह, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, उप जिलाधिकारी के.एन. गोस्वामी, अधीक्षण अभियंता विद्युत एस. एस. कंवर, अधिशासी अभियंता डीडीएमए प्रवीण कर्णवाल, जल संस्थान सहित अन्य विभागीय अधिकारी व कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी मौजूद रहे।

कृष्ण कुंज आश्रम से निकली भगवान वेणुगोपाल की शोभायात्रा

भगवान वेणुगोपाल के ब्रह्मोत्सव के पंचम एवं समापन दिवस के अवसर पर काबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रतिभाग किया। इस दौरान भगवान वेणुगोपाल की शोभायात्रा में काबीना मंत्री ने शामिल होकर दर्शन किये।

कृष्ण कुंज आश्रम मायाकुंड में बड़ी धूमधाम से नन्द महोत्सव मनाया गया। जगद्गुरु उत्तराखंड पीठाधीश्वर स्वामी कृष्णाचार्य महाराज की अध्यक्षता आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने भगवान वेणुगोपाल के जलाभिषेक में उपयुक्त 108 कलश के दर्शन किये।

कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के अवतार वेणुगोपाल आज अक्षय तृतीया के दिन अपने कक्ष से भक्तों को दर्शन देने के लिए निकलते है, यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। अक्षय तृतीया अपने आप में से स्वयंसिद्ध मुहर्त हैं कोई भी शुभ कार्य का प्रारंभ आज ही के दिन किया जाता है। इस मौके पर जगद्गुरु कृष्णाचार्य महाराज ने माननीय मंत्री जी को उत्तरीय पुष्पहार पहना कर भगवान वेणुगोपाल का आशीर्वाद दिया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

कृष्णाचार्य महाराज ने आज के दिन का विशेष महत्व बताते हुए कहा कि अक्षय तृतीया के पर्व का विशेष महत्व है इस मुहर्त को बेहतर शुभ माना जाता है आज ही के दिन भगवान परशुराम का जन्म, मां अन्नपूर्णा ‌का जन्म, गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। कृष्ण-सुदामा मिलन भी आज के दिन हुआ था। कुबेर को आज ही के दिन खजाना मिला। सतयुग त्रेता युग का आज ही के दिन प्रारंभ हुआ। वृंदावन बांके बिहारी मंदिर में आज ही के दिन भगवान के विग्रह के दर्शन होते हैं अन्यथा साल भर वस्त्र में ढके रहते हैं।

रथयात्रा केवलानंद चौक से निर्मल आश्रम, सुभाष चौक, घाट रोड, रेलवे रोड, क्षेत्र रोड़ होती हुई भरत मंदिर भगवान के दर्शन कर पुनः कृष्ण कुंज आश्रम मैं संपन हुई। भगवान वेणु गोपाल का कई जगह पुष्प वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया।

इस अवसर पर युवराज संत गोपालाचार्य महाराज, तुलसी मानस मंदिर के मंहत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज, मंहत वल्सल प्रपन्नाचार्य महाराज, महंत जगदीश प्रपन्नाचार्य महाराज, अभिषेक शर्मा, राम कृपाल गौतम, कपिल गुप्ता, धनश्याम भट्ट सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।

गंगा के तेज बहाव में बह रहे एक युवक को बचाया, दूसरा लापता

लक्ष्मणझूला थाना अंतर्गत गोवा बीच पर स्नान करते समय दो युवक डूबने लगे। एक युवक को पुलिस ने पानी के तेज बहाव से बाहर निकाल जान बचाई। जिसे एम्स अस्पताल में पुलिस ने भर्ती कराया। जबकि दूसरा युवक गंगा के तेज बहाव में आकर पानी की गहराई में ओझल हो गया। एसडीआरएफ टीम ने पानी में लापता युवक की तलाश को सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल पाया।
लक्ष्मणझूला थाना पुलिस के मुताबिक रविवार दोपहर बाद पुलिस को सूचना मिली कि गोवा बीच पर दो युवक गंगा में स्नान करते समय डूबने लगे हैं। जिस पर तत्काल पुलिस ने आयुष (22) पुत्र हिमांशु निवासी समस्तीपुर, बिहार को पानी के तेज बहाव से सुरक्षित निकाल लिया। जबकि युवक का दोस्त रामांश पाठक (22) पुत्र अनुपम पाठक निवासी जालौन, यूपी गंगा के तेज बहाव में कहीं दूर ओझल हो गया।
सूचना पर एसडीआरएफ की टीम ने रामांश की तलाश को सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन सफलता नहीं मिली। जबकि आयुष को पुलिस ने एम्स अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। लक्ष्मणझूला थाना निरीक्षक संतोष कुंवर ने बताया कि दोनों युवक गाजियाबाद के एक कॉलेज में पढ़ाई करते हैं।
रविवार को वे यहां पर घूमने के लिए आए थे। गंगा में डूबने वाले युवक के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। वहीं एसडीआरएफ उपनिरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया की सोमवार को फिर से युवक की तलाश को सर्च ऑपरेशन चलाया जायेगा।

त्रिवेणी घाट में पुलिस ने दो को डूबने से बचाया
त्रिवेणीघाट पर स्नान करते अलग-अलग हादसों में दो लोगों को जल पुलिस ने डूबने से बचाया है। त्रिवेणी घाट चौकी इंचार्ज जगत सिंह ने बताया कि रामविलास (54) पुत्र स्वर्गीय रामनारायण निवासी गली नंबर 10 भल्ला फार्म श्यामपुर रविवार को त्रिवेणी घाट में स्नान कर रहे थे। इस दौरान अचानक तेज बहाव में हुए बहने लगे। मौके पर जल पुलिस के जवानों ने रेस्क्यू कर उन्हें गंगा के पानी से सुरक्षित निकाला। वहीं दूसरी घटना में अनिश (30) पुत्र राम सेवक निवासी सीतापुर, यूपी को भी स्नान करते समय पुलिस ने बचाया है। टीम में रवि वालिया, पंकज, शिवकुमार शामिल रहे।

सुरकंडा देवी मंदिर में रोपवे सेवा शुरु

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे सेवा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इसके बाद मां सुरकंडा देवी मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख एवं समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी टिहरी को निर्देश दिए कि इस क्षेत्र में स्थाई हेलीपैड के निर्माण के लिए भूमि चिन्हित की जाय।
सुरकंडा देवी मंदिर जाने के लिए लगभग 5 करोड़ की लागत से बने रोपवे की लंबाई 502 मीटर है। इसकी क्षमता लगभग 500 व्यक्ति प्रति घंटा है। सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे सेवा, उत्तराखंड के राज्य के गठन होने के बाद पहली महत्वपूर्ण रोपवे परियोजना है जिसका निर्माण राज्य पर्यटन विभाग द्वारा किया गया है। सुरकंडा रोपवे सेवा शुरू होने से श्रद्धालु कद्दूखाल से मात्र 5 से 10 मिनट में सुगमता पूर्वक साल भर मां सुरकंडा देवी के दर्शन कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मां सुरकंडा देवी के लिए रोपवे सेवा शुरू होने से श्रद्धालुओं को दर्शन करने में सुगमता होगी। इससे स्थानीय स्तर पर लोगों की आजीविका भी बढ़ेगी। राज्य में धार्मिक पर्यटन के साथ ही साहसिक पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोपवे परियोजना यात्रियों एवं पर्यटकों के लिए प्रदूषण मुक्त यातायात का प्रमुख साधन है। राज्य सरकार द्वारा केंद्र की पर्वतमाला योजना के अंतर्गत जनपदों में विभिन्न रोपवे परियोजनाओं के निर्माण हेतु कार्यवाही की जा रही है। टिहरी जनपद में लगभग 42 वर्ग किलोमीटर में फैली विशालकाय झील में विभिन्न साहसिक जल क्रीड़ाओं का संचालन किया जा रहा है। इस झील में पर्यटन से संबंधित अन्य गतिविधियों के लिए योजना बनाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य में सभी क्षेत्रों में विकास के कार्य तेजी से हो रहे हैं। 2025 में जब हम उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाएंगे, उस समय उत्तराखंड हर क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में होगा। चारधाम यात्रा में इस वर्ष लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। राज्य में श्रद्धालुओं को हर सुविधा मिले, इसके पूरे प्रयास किए गए हैं।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि मां सुरकंडा के लिए रोपवे सेवा शुरू होने से यहां श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी। चारधाम यात्रा के दृष्टिगत श्रद्धालुओं के लिए हर संभव सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी धार्मिक एवं साहसिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
इस अवसर पर विधायक प्रीतम सिंह पंवार, किशोर उपाध्याय, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव, एसएसपी टिहरी नवनीत भुल्लर, मुख्य विकास अधिकारी टिहरी नमामि बंसल आदि उपस्थित रहे।

शनिश्चरी अमावस्या पर विशेष पूजा अर्चना कर प्रार्थना की

ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट, पूर्णानंद घाट में महिलाओं द्वारा की जा रही गंगा आरती में महिलाओं द्वारा शनिश्चरी अमावस्या उत्साह के मनाई। पूर्णानंद घाट में सुबह ब्रह्ममुर्हुत में यज्ञ के बाद भक्तों द्वारा पूजा-अर्चना की। सुबह नवग्रह पूजन के साथ हवन और भंडारा हुआ कुंभ मेला पार्किंग मुनि की रेती में दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। काफी संख्या में आये श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर शनि देव से प्रार्थना कर सुख समृद्धि की कामना की। इस मौके पर जप, अनुष्ठान और अन्य धार्मिक कार्यक्रम हुए।
अमेरिका से 94 वर्ष की दादी ध्रुव अमर के सौजन्य से भंडारा का आयोजन हुआ। दादी ध्रुव अमर ने कहा कि सत्यम शिवम् सुंदरम् भगवान शिव भारतीय जीवन की ऊर्जा और रचनात्मक शक्ति के प्रतीक हैं। शिव भारत की धरती की संस्कृति में समाहित हैं। सत्यम, शिव, सुंदर भारतीय संस्कृति का आदर्श है। सत्य ही शिव, शिव ही सुंदर हैं। शिव स्वास्थ्यप्रद औषधियों के परम ज्ञाता, ज्ञान, योग, विद्या, व्याख्यान तथा सभी शास्त्रों में पारंगत होने के साथ ही कुशल नर्तक तथा प्रवर्तक भी हैं। काम, लोभ, गुस्से आदि गलत आदतों का त्याग करना चाहिए। भगवान शिव की पूजा के साथ गरीबों की मदद करनी चाहिए।
ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट ने पूर्णानंद घाट में महिलाओं ने किया हवन पूजन साथ ही शनिश्चरी अमावस्या पर विशेष गंगा आरती की गई।
महिला गंगा आरती में मुख्य रूप से ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट की सदस्य डॉ. ज्योति शर्मा, शान्ति सिहं, संध्या, आचार्य अभिनव पोखरियाल डायरेक्टर नमामि गंगे स्पिरिचुअल, सावित्री चौधरी पूर्व वाइस चेयरमैन मुनीकीरेती, प्रवीण गोस्वामी आदि ने हवन एवं भंडारे में सहभागिता की।

सीएम ने चारधाम यात्रा को लेकर सीएस को दिये ये निर्देश

उत्तराखण्ड में बाहर से आने वाले यात्रियों और श्रद्धालुओं की कोविड जांच को लेकर भ्रम की स्थिति दूर करने के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मुख्य सचिव डॉ एसएस संधु ने संबंधित अधिकारियों की बैठक ली।
बैठक में मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा के सफल संचालन के लिये निर्देश दिए कि अग्रिम आदेशों तक यात्रियों एवं श्रद्धालुओं को राज्य की सीमा पर होने वाली असुविधा एवं भीड से बचाव करने के दृष्टिगत कोविड-19 टेस्टिंग वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट एवं अन्य किसी भी प्रकार की चेकिंग की अनिवार्यता नहीं है।
सभी यात्री एवं श्रद्धालुओं को उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा हेतु पर्यटन विभाग द्वारा संचालित पोर्टल पर पूर्व की भांति पंजीकरण करना अनिवार्य है। शासन एवं प्रशासन स्तर पर स्थिति का निरन्तर अनुश्रवण किया जाए।
मुख्य सचिव ने आगामी चार धाम यात्रा की तैयारियों की समीक्ष भी की। बैठक में सचिव स्वास्थ्य, सचिव पर्यटन, सचिव धर्मस्व, सचिव परिवहन, पुलिस महानिदेशक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति एवं अन्य अधिकारियों सहित यात्रा से जुड़े सभी जनपदों के जिलाधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर एवं सचिव, स्वास्थ्य राधिका झा द्वारा विस्तृत प्रस्तुतिकरण किया गया।

केदारनाथ धाम पहुंच सीएम ने ली पहाड़ी शैली में भवनों के निर्माण कार्यों की जानकारी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ मंदिर परिसर में पहुंच केदारनाथ धाम में हो रहे निर्माण कार्यों एवं आगमी यात्रा संबंधित तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री ने केदारनाथ धाम में पूर्ण हो चुके सरस्वती आस्था पथ का निरीक्षण किया। निर्माणाधीन मंदाकिनी आस्था पथ को अति शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। केदारनाथ परिसर के आस-पास हो रहे पहाड़ी शैली में भवनों के निर्माण कार्यों की जानकारी ली।

मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदार घाटी के निर्माण में अहम योगदान दे रहे श्रमिकों का हालचाल जाना एवं उनकी हर समस्या को दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रमिकों से वार्ता कर निर्माण कार्यों में आ रही समस्याओं को जाना एवं उनके अहम योगदान के लिये धन्यवाद किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंदिर परिसर के आसपास मुख्य मार्ग में अस्त-व्यस्त पड़े मलबे, निर्माणाधीन सामग्री को हटाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने बर्फ पिघलने के साथ ही निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ तेजी लाने के निर्देश दिए।

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा अनुसार प्रवेश द्वार बनाया जाएगा। साथ ही बरसात के दौरान यात्रियों की सुविधा अनुसार ड्रेनेज सिस्टम को विकसित किया जाएगा। जावलकर ने बताया कि वर्तमान में केदारनाथ धाम के निर्माण हेतु करीब 700 श्रमिक कार्यरत हैं। उन्होंने बताया केदारघाटी में ब्रह्म कमल वाटर पार्क का निर्माण किया जाएगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ ट्रैक की जानकारी लेते हुए यात्रियों की सुविधा अनुसार विभिन्न जगहों पर ठहरने, पानी एवं बरसात के दौरान रैन सेटर के निर्माण कार्यों में गति लाने की बात कही। मुख्यमंत्री ने मंदाकिनी एवं सरस्वती नदी के किनारे सुरक्षा दीवार के साथ रेलिंग के निर्माण कराए जाने की बात कही। साथ ही उन्होंने वासुकी ताल ट्रैक को विकसित किए जाने से संबंधित जानकारी लेते हुए इसमें शीघ्र कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदार घाटी का निर्माण प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सपनों अनुसार किए जाने की बात कही।

इस दौरान विधायक शैला रानी रावत, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, उपजिलाधिकारी योगेंद्र सिंह, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

चारधाम यात्रा मार्ग पर रेस्टोरेंट संचालक यात्रियों से सर्विस चार्ज न ले-प्रेमचन्द अग्रवाल

विधानसभा स्थित मीटिंग रूम में आज चारधाम यात्रा रूट पर आने वाली सभी नगर निकाय के अधिकारियों, यातायात संबंधी कठिनाइयों को दूर करने के लिए पुलिस अधिकारियों के साथ कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बैठक की। इस दौरान सभी मूलभूत समस्याओं जैसे चारधाम में आने वाले यात्रियों के लिए ठहरने की व्यवस्था, पार्किंग उपलब्ध कराने, शौचालयों की व्यवस्था आदि के निर्देश दिए।
अग्रवाल ने सर्वप्रथम सभी निकायों से सफाई कर्मियों, स्वच्छ्ता, दवा छिड़काव, पार्किंग, रेन बसेरों की स्थिति जानी। साथ ही यातायात की व्यवस्था पुलिस अधिकारियों से प्राप्त की। कहा कि इस वर्ष यात्रा के बहुत अच्छे संचालन होने की उम्मीद है। सभी अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाकर चैलेंज स्वीकार करें। इस मौके पर अग्रवाल ने तमाम जानकारी मिलने के बाद निम्न निर्देश अधिकारियों को दिए।
1- चारधाम यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी रेस्टोरेंट में यात्रियों से सर्विस चार्ज न लिया जाए। क्योंकि सभी रेस्टोरेंट संचालक जीएसटी बिल के साथ लेते है। ऐसे में सर्विस चार्ज देना कोई आवश्यक नहीं है।
2- एक मई से सभी निकायों में प्रतिदिन तीन चरणों मे सफाई की जाएगी।
3- कोई यात्री अपने प्रदेश जाकर यह न कहे कि उत्तराखंड से बीमार होकर आए है, इसके लिए प्रतिदिन सभी निकाय अपने क्षेत्रों में कीटनाशक दवा छिड़काव करेंगे।
4- यात्रा मार्ग पर दबाव पड़ने पर यात्रियों को मैदानी जैसे हरिद्वार, ऋषिकेश में रोक लिया जाए।
5- सभी निकाय वाहन पार्किंग के लिए समीपवर्ती महा विद्यालय, स्कूल परिसर का उपयोग करें। इसके लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य आदि से वार्ता करें।
6- रैनबसेरों के लिए स्कूल, महा विद्यालय में यात्रियों को मई और जून माह में ठहराया जा सकता है। इस दिशा में आवश्यक कदम उठाए।
7- प्लास्टिक को पूरी तरह से बंद करे। मंत्री जी ने अपनी मीटिंग में भी प्लास्टिक की पानी की बोतल को हटाने को कहा। कहा कि इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए।
8- यात्रियों से सद व्यवहार किया जाए। शिकायत मिलने पर कार्यवाही की जाएगी।
9- थराली और रायवाला में मीट की दुकानों को बंद करने या यात्रा के दौरान ढंकने के निर्देश दिए।
10- शौचालय को साफ सुथरा रखे।