श्री शिव महापुराण कथा सुनने में उमड़ रहा श्रद्धालुओं का सैलाब

ग्राम सभा खदरी खड़क माफ में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन कथा व्यास वैष्णवाचार्य पण्डित शिव स्वरूप नौटियाल ने कहा कि श्रावण मास में शिव महा पुराण कथा सुनाने और सुनने का बड़ा महात्म्य है। हरिनाम कथाएं सुनने से जीवन की व्यथाएं समाप्त होती हैं। उन्होंने कहा कि शिवलिंग पर बिल्वपत्र चढ़ाने से कोटिशः कन्याओं के विवाह के समान पुण्य की प्राप्ति होती है।
कथा श्रवण करने वालों में गीता देवी, नीलिमा कोठियाल, सुनीता चौहान, कुसुम ढोंडियाल, ज्योति राणा, अनिता राणा, आशा भट्ट, शशि भट्ट, डोली बोरा, अनुराधा कोठियाल, श्यामा देवी, रामेश्वरी देवी, भागा देवी, संतोषी सिलस्वाल, मधु चमोली, मधु पैन्यूली, संतोषी बलूनी, रजनी बलूनी, बीना पाण्डेय, रामेश्वरी बेड़वाल, जमुना चौहान, चन्द्रकला कुकरेती, कुसुम भट्ट, लखमा देवी नौटियाल, दयाश्वरी देवी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

11 दिवसीय शिवपुराण कथा का शुभारंभ

खदरी खड़कमाफ में 11 दिवसीय शिवपुराण कथा का शुभारंभ कलश यात्रा से हुआ। पहले दिन कथा वाचक शिवस्वरूप नौटियाल ने शिवपुराण के महत्व के बारे में बताया।
शुक्रवार को शिवपुराण कथा के शुभारंभ अवसर पर ढोल दमाऊ की थाप पर क्षेत्र में कलश यात्रा निकाली गई। उसके बाद कलश स्थापना कर कथा का शुभारंभ किया गया। कथा संचालक विनोद जुगलान ने बताया कि आठ वर्षों से हर साल होने वाली यह कथा 29 जुलाई से आठ अगस्त तक 3 बजे से 6 बजे तक ग्यारह दिन तक चलेगी। कथा विश्राम के बाद विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा।
कथा के पहले दिन कथा वाचक वैष्णवाचार्य पंडित शिव स्वरूप नौटियाल ने कहा कि कथा श्रवण मात्र से ही मनुष्य के पाप धुल जाते हैं। कथा का श्रवण कर इसका अनुशरण करने वाला मोक्ष की प्राप्ति करता है। इस मौके पर विकास थपलियाल, प्रभु दत्त कोठियाल, जय सिंह चौहान, प्रेमलाल कुलियाल, रोहित, मीना कुलियाल, आरती, शशि भट्ट, आशा भट्ट, अनिता रावत, विजय लक्ष्मी, संतोषी सिलस्वाल, राजी भंडारी, रजनी बलूनी, सांवला देवी, जशोदा नेगी, अनिता पंत, मंजू पंत, उर्मिला रावत, सविता बलूनी, कविता नेगी, नीमा रावत, कांता तिवाड़ी, मीरा पुंडीर आदि उपस्थित रहे।

कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर एसएसपी ने दिये अहम निर्देश

उत्तराखंड में भी कांवड़ यात्रा में तलवार, डंडे, त्रिशुल आदि लेकर आने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी ने बॉर्डर चेकिंग में इन्हें जब्त करने के निर्देश दिए। कहा कि इस मामले में थाना और चौकी प्रभारी भी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
14 जुलाई से आरंभ हो रही कांवड़ यात्रा को निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी, एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी, पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढौंडियाल ने व्यापारिक संगठनों, ऑटो, ई-रिक्शा यूनियन और प्रतिनिधियों की बैठक ली। इसमें पार्किंग, ट्रैफिक, सफाई, पेयजल आदि व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई। यात्रा के दौरान ओवररेटिंग रोकने के लिए व्यापारिक प्रतिष्ठानों, धर्मशाला और होटल में रेट लिस्ट चस्पा करने के निर्देश दिए।
एसएसपी ने मौके पर मौजूद लोगों की समस्याएं भी सुनीं। व्यापारी संजय व्यास ने पूर्व की तरह कांवड़ यात्रा में लोकल सवारियों के लिए अलग से ऑटो आरक्षित रखने, पंकज गुप्ता ने गंगा जल के लिए बिकने वाले प्लास्टिक कैन को जब्त करने के नाम पर व्यापारियों के उत्पीड़न पर रोक लगाने की मांग की। इस पर एसएसपी ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। साथ ही मुनिकीरेती, लक्ष्मणझूला, ऋषिकेश कोतवाली पुलिस को बेहतर तालमेल बनाकर कार्य करने को कहा। यात्रा के दौरान कांवड़ियों की अचानक भीड़ उमड़ने पर क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश को आवश्यक वनवे रूट प्लान तैयार कर प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए निर्देशित किया।
मौके पर ट्रक यूनियन अध्यक्ष जगमोहन सकलानी, प्रांतीय व्यापार अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल, नगर महासंघ अध्यक्ष राजेश भट्ट, नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र, महामंत्री प्रतीक कालिया, यातायात संघ अध्यक्ष मनोज ध्यानी, टीजीएमओ उपाध्यक्ष यशपाल राणा, स्वर्णकार संगठन उपाध्यक्ष हितेंद्र पंवार, रवि जैन, अभिषेक शर्मा, पार्षद गुरविंदर सिंह, भगवान सिंह पंवार, कोतवाल रवि सैनी, यातायात निरीक्षक हितेश कुमार, एसओजी प्रभारी देहात मुकेश डिमरी, थानाध्यक्ष रानीपोखरी शिशुपाल सिंह राणा, थानाध्यक्ष रायवाला भुवनचंद्र पुजारी, एसएसआई डीपी काला, एसआई विनोद कुमार आदि मौजूद रहे।

धामों में मोबाइल, पर्स मंदिर के अंदर ले जाने पर पूरी तरह नियंत्रित करने की मांग

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने प्रदेश के मुख्य सचिव एसएस संधू को पत्र लिखकर श्री केदारनाथ एवं श्री बदरीनाथ मंदिरों के निकट क्लॉक रूम बनाने का सुझाव दिया है, ताकि मंदिर में दर्शन हेतु जा रहे तीर्थयात्रियों के मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, बैग इत्यादि वहां जमा हो सकें।
उल्लेखनीय है कि विगत दिवस बीकेटीसी ने श्रद्धालुओं की संख्या में कमी को देखते हुए केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश की छूट दे दी थी। ऐसे में कतिपय शरारती तत्वों द्वारा गर्भ गृह का वीडियो बनाकर इंटरनेट पर वायरल कर दिया गया। जिस पर श्रद्धालुओं व तीर्थपुरोहितो ने कड़ी आपत्ति जताई है।
वीडियो बनाकर वायरल होने की घटना पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र ने भी कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने इस मामले में मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह को प्रकरण की जांच कर वहां ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही अजेंद्र ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर श्री केदारनाथ व श्री बदरीनाथ मंदिर की सुरक्षा की दृष्टि से एहतियाती कदम उठाने को कहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान यात्रा काल में अब तक लाखों लोग दोनों धामों की यात्रा कर चुके हैं। कतिपय यात्री मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, बैग इत्यादि के साथ मंदिर में प्रवेश कर जाते हैं, जो मंदिर के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए उचित नहीं है। लिहाजा, दोनों मंदिरों के निकट क्लॉक रूम बनाया जाए। जहां पर यात्रियों के मोबाइल, बैग इत्यादि सामान जमा कर सकें।

कांवड यात्रा की व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हो-सुबोध उनियाल

आगामी कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हों, ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। मुनिकीरेती स्थित जीएमवीएन के गेस्टहाउस गंगा रिसोर्ट में आगामी कांवड़ यात्रा के मद्देनजर आयोजित बैठक में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने आला अधिकारियों को सख्त हिदायत दी।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर पार्किंग, सड़कों, पेयजल, चिकित्सा एवं सफाई की व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों से पूछताछ की, जिसके बाद उन्होंने शीघ्र ही इन व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के निर्देश दिए। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान हरिद्वार, ऋषिकेश, मुनिकीरेती, रामझूला, स्वर्गाश्रम, तपोवन, नीलकंठ आदि जगहों पर बड़ी संख्या में शिवभक्तों का सैलाब उमड़ता है। बीते दो वर्षों से कोविड-19 महामारी के कारण कांवड़ यात्रा बंद रही, इस वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के उमड़ने की उम्मीद की जा रही है। इसके मद्देनजर कांवड़ यात्रा शुरू होने से पूर्व अधिकारियों को तैयारियां पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया है।
मौके पर जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव, जिलाधिकारी पौड़ी विजय जोगदंडे, जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडे, एसएसपी टिहरी नवनीत सिंह, एसपी ग्रामीण देहरादून कमलेश उपाध्याय, एसपी हरिद्वार योगेंद्र सिंह रावत, लोक निर्माण विभाग नरेंद्रनगर के अधिशासी अभियंता मौहम्मद आरिफ खान, सीएमओ टिहरी संजय जैन, चिकित्साप्रभारी फकोट जगदीश जोशी, नगर पालिका मुनिकीरेती-ढालवाला ईओ तनवीर मारवाह आदि उपस्थित रहे।

मानसखण्ड कॉरिडोर में अवस्थापना सुविधाओं का विशेष ध्यान देने के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को विधानसभा में मानसखण्ड कॉरिडोर के संबंध में बैठक ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के साथ ही श्रद्धालुओं और पर्यटकों को प्रदेश के अन्य धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों में भी हर दृष्टि से भी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करानी होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड प्राकृतिक संपदाओं वाला राज्य है, अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कुमाऊं मानसखण्ड सर्किट में जो भी मन्दिर लिये जा रहे हैं, उनको सुव्यवस्थित तरीके से बेहतर सड़क कनेक्टिविटी से जोड़ा जाय। गोल्ज्यू सर्किट को विकसित करने के लिए सुनियोजित प्लान बनाया जाए। 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए प्रत्येक विभाग द्वारा क्या कार्ययोजना बनाई जा रही है, विभागों से जल्द उनकी कार्ययोजना मांगी जाय।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य का राजस्व बढ़ाने के लिए इनोवेटिव प्रयासों की जरूरत है। पर्यटन के क्षेत्र में राज्य में अनेक संभावनाएं हैं। पर्यटन स्थलों एवं धार्मिक स्थलों के लिए रोपवे, सड़क एवं अन्य अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए जो स्वीकृतियां हो चुकी हैं, उन कार्यों में तेजी लाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक एवं आध्यात्मिक राज्य होने के साथ ही उत्तराखण्ड का नैसर्गिक सौन्दर्य भी पर्यटकों को आकर्षित करता है। राज्य में साहसिक खेलों के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं, इस दिशा में भी विशेष ध्यान दिया जाय। राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े लोगों को राज्य में उद्योगों की स्थापना के लिए हर संभव सहायता देने के प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों तक सुदृढ़ नेटवर्क कनेक्टिविटी हो, इसके लिए सर्विस प्रोवाइडरों के साथ बैठक की जाय और उचित समाधान निकाला जाय।
बैठक में प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव दिलीप जावलकर, अपर सचिव सी. रविशंकर, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग अयाज अहमद, लोक निर्माण विभाग एवं पर्यटन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

चारधाम आने वाले तीर्थ यात्रियों को मिलेगा बीमा कवर

बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर परिसर में दुर्घटना होने पर तीर्थ यात्रियों को एक लाख रुपये का बीमा कवर मिलेगा। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के प्रयासों से यह संभव हो पाया है। बदरीनाथ-केदार मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि आध्यात्मिक संस्था मानव उत्थान सेवा समिति की ओर से बीमा की प्रीमियम राशि युनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को दी गयी है। उन्होंने बताया कि मानव उत्थान सेवा समिति के संस्थापक पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज हैं। बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज एवं मानव उत्थान सेवा समिति का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि पहली बार चारधाम आने वाले तीर्थयात्रियों को बीमा कवर दिया जा रहा है।
मीडिया प्रभारी डॉ हरीश गौड ने बताया कि मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने इस संबंध में उपजिलाधिकारी जोशीमठ, उखीमठ, बड़कोट और भटवाड़ी को पत्र लिखकर सूचित किया है। उन्होंने लिखा है कि मंदिर परिसर में किसी दुर्घटना पर तीर्थ यात्रियों को यह बीमा कवर दिया जायेगा है। उन्होंने बताया कि बीमा राशि का भुगतान बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के माध्यम से युनाईटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड द्वारा दिया जाएगा।

थौलधार में नागराजा डोली यात्रा में शामिल हुए सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज ग्राम सभा इडियान ब्लॉक थौलधार में गंगा दशहरा के अवसर पर भगवान कांगुडा नागराजा डोली यात्रा में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने नागराजा मंदिर कांगुडा में पूजा अर्चना कर राज्य की खुशहाली एवं समृद्धि की कामना की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राजकीय महाविद्यालय कमान्द में विज्ञान संकाय की कक्षाओं का संचालन करने, इंदिरा कटखेत मोटर मार्ग का डामरीकरण द्वितीय चरण, चापड़ा से अंधियारी तक मोटर मार्ग का निर्माण, कांगुडा पंपिंग पेयजल योजना का निर्माण,रौतू की बेली चलीधार मोटर द्वितीय चरण, देवभूमि कांगुडा को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की। इस अवसर पर कैन्छु गांव के हाई स्कूल टॉपर मुकुल को सम्मानित भी किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड जब अपनी रजत जयंती मना रहा होगा तब वह देश के एक आदर्श एवं श्रेष्ठ राज्य के रूप में खड़ा होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने केदारनाथ में जो भविष्यवाणी की थी कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा, वह आज सच साबित हो रहा है। आज चारधाम यात्रा पर रिकार्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, व्यवस्थाओं को मध्य नजर रखते हुए रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री के 8 साल के कार्यकाल में नए-नए परिवर्तन हुए हैं, जितनी भी योजनाएं बनी है वह गरीबों को समर्पित की गई है। धारा 370 को हटाया गया, अयोध्या में मंदिर परिसर बनाया जा रहा है, केदारनाथ आपदा के बाद 400 करोड़ की लागत से पुनर्निर्माण का कार्य किये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड राज्य में भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हर गरीब को छत मुहैया कराई जा रही है। उज्जवला योजना के तहत महिलाओं को धुआं रहित करने हेतु गैस कनेक्शन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही किसान सम्मान निधि के अंतर्गत किसानों खातों में धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है, अटल आयुष्मान योजना अंतर्गत 5 लाख तक की निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा रही है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का कार्य चल रहा है, एम्स ऋषिकेश में हजारों लोग ओपीडी में स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी विकास के कार्य चलते रहे और प्रथम और द्वितीय डोज का शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का कार्य हुआ है तथा बूस्टर डोज का कार्य भी चल रहा है। देश के बाहर भी वैक्सीन भेजी गई। गरीब कल्याण योजना के तहत 80 करोड़ लोगों को राशन उपलब्ध कराया गया। आज भारत आत्मनिर्भर देश के रूप में खड़ा हो गया है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड राज्य में भी एक समान कानून बनाने का संकल्प लिया गया है, इसके तहत समिति कार्य कर रही है। इसके साथ ही एक साल में मुफ्त 3 गैस के सिलेंडर गरीब परिवारों को देने का निर्णय लिया गया है। भ्रष्टाचार पर नकेल कसने हेतु टोल फ्री नंबर 1064 जारी किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार तीन बिंदुओं सरलीकरण, समाधान और निस्तारण के अनुसार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जिला स्तर के कार्य जिला स्तर पर ही होने चाहिए। जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल इवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जनता की समस्याओं और शिकायतों के निस्तारण हेतु सोमवार का दिन जनता दर्शन हेतु समर्पित किया गया है।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार, जिला अध्यक्ष भाजपा विनोद रतूड़ी,
ब्लाक प्रमुख थौलधार प्रभा बिष्ट, मंडल अध्यक्ष रामचंद्र खंडूड़ी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर, अपर जिलाधिकारी रामजी चरण शर्मा, एएसपी राजन सिंह, एसडीएम अपूर्वा सिंह सहित जनप्रतिनिधि जिला उपाध्यक्ष वीरेंदर राणा, वरिष्ठ भाजपा नेता राजेश नौटियाल, प्रधान पढ़ोगी विनोद प्रसाद भट्ट, प्रधान इडियान सरल देवी सहित अन्य अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण मौजूद रहे।

यात्रा व्यवस्थाओं की निगरानी हेतु एक्सपर्ट कमेटी के गठन के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देर सांय मुख्यमंत्री आवास में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने यात्रा के दौरान यात्रियों के स्वास्थ्य को लेकर चिन्ता व्यक्त करते हुए इस सम्बन्ध में प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने इसके लिये एक्सपर्ट कमेटी गठित किये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान हो रही मृत्यु के वास्तविक कारणों की भी सही स्थिति जनता के समक्ष रखी जाए। ताकि चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु आवश्यक एहतियात बरतें। उन्होंने इसके लिये बुजुर्ग एवं अस्वस्थ लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण की कारगर व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बुजुर्ग लोग अपना स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही यात्रा पर आए, इसकी व्यवस्था पर ध्यान दिया जाए। इस सम्बन्ध में चारधाम यात्रा से सम्बन्धित व्यवस्थाओं के प्रति नकारात्मक संदेश से बचाव के साथ ही यात्रा के सम्बन्ध में की गई सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के लिये पर्यटन, स्वास्थ्य, परिवहन एवं एस.डी. आर. एफ. के अधिकारी समन्वय से कार्य करते हुए। नियमित रूप से मीडिया को भी वस्तुस्थिति से अवगत कराये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराये।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव राधिका झा, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, महानिदेशक सूचना एवं परिवहन आयुक्त रणवीर सिंह चौहान, अपर सचिव सी. रविशंकर, महानिदेशक स्वास्थ्य के साथ ही सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

बिना पंजीकरण के वापस लौटेंगे श्रद्धालु, इस लिए इस नियम का करें पालन

चार धाम यात्रा पर जाने के इच्छुक यात्रियों को यह सलाह दी जाती है कि यात्रा के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए उपलब्ध स्लॉट के अनुसार पंजीकरण करवाने के उपरांत ही अपना टिकट और आवास बुक करें। अगले 7 दिनों की अवधि हेतु चारों धामों के सभी स्लॉट बुक होने के चलते यात्रा के लिए काउन्टर पर पंजीकरण उपलब्ध नहीं है। जैसे ही पंजीकरण के स्लॉट उपलब्ध होंगे, वैसे ही श्रद्धालुओं का पंजीकरण संभव हो सकेगा। साथ ही सभी फिजिकल ऑफलाइन काउंटर यथावत बने रहेंगे।
कुछ दिन पूर्व यह तथ्य संज्ञान में आया था कि कुछ लोग ऑफलाइन माध्यम से अगले महीनों के स्लॉट की बुकिंग कराकर उसी दिन तीर्थ यात्रियों को लेकर दर्शन के लिए रवाना हो रहे हैं। मार्ग में पुलिस द्वारा रजिस्ट्रेशन की जांच किए जाने पर ऐसे वाहनों को रोक दिया गया और तीर्थ यात्रियों को अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसा होने के कारण धामों में क्षमता से अधिक भीड़ भी पहुंच रही थी। इससे बचने के लिए अगले 7 दिनों के भीतर वाहन क्षमता के अनुसार कोई रजिस्ट्रेशन स्लॉट उपलब्ध ना होने के कारण फिलहाल बुकिंग को अगले 7 दिनों तक के लिए बंद किया गया है, यद्यपि सभी स्थानों पर फिजिकल रजिस्ट्रेशन काउंटर यथावत बने रहेंगे और अगले 7 दिनों के भीतर यात्रा करने वाले श्रद्धालु वहन क्षमता के अनुरूप रजिस्ट्रेशन प्लॉट उपलब्ध होने की दशा में यहां से अपना पंजीकरण करवा सकेंगे।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि ऑफलाइन पंजीकरण का उद्देश्य अगले 7 दिनों की अवधि में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध करवाना है, यद्यपि रजिस्ट्रेशन स्लॉट उपलब्ध ना होने की दशा में ऐसा कर पाना कदाचित संभव नहीं है क्योंकि इससे चार धाम मार्ग पर क्षमता से अधिक लोग पहुंच जाते हैं और पुलिस और प्रशासन को उन पर नियंत्रण पाना मुश्किल होता है। इसके अतिरिक्त स्वयं यात्रियों को भी आवास तथा वाहन की सुविधाएं नहीं मिल पाती है। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा का दुरुपयोग नहीं होने दिया जाएगा।
ज्ञातव्य है कि वाहन क्षमता के अनुरूप चारधाम में श्रद्धालुओं की संख्या को नियंत्रित करने के लिए स्लॉट व्यवस्था लागू की गई है। उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) की ओर से ऑनलाइन और फिजिकल काउंटरों के माध्यम से तीर्थयात्रियों का पंजीकरण कराया जा रहा है। तीर्थयात्रियों को यूटीडीबी की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ऋषिकेश, हरिद्वार, उत्तराखंड की सीमा सहित यात्रा मार्ग पर कुल 18 से 20 केंद्रों में ऑफलाइन पंजीकरण किया जा रहा है।