सीएम ने शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालय द्वारा किये जा रहे प्रयासों को सराहा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनपद सम्भल के जनता कृषक इंटर कॉलेज पंवासा के रजत जयंती वार्षिकोत्सव में शामिल हुये। मुख्यमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालय के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विद्यालय के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा का हमारे जीवन में विशेष महत्व है, शिक्षा से व्यक्ति का भौतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक विकास सुनिश्चित होता। व्यक्तित्व के निर्माण के लिए भी शिक्षा नितांत आवश्यक रहती है। शिक्षा और संस्कार मनुष्य के जीवन के दो कीमती उपहार है, जो व्यक्ति के जीवन की दिशा और दशा दोनों बदल देते है। उन्होंने कहा कि जब मनुष्य में शिक्षा और संस्कार दोनों का विकास होता है, तभी वह परिवार, समाज और देश का विकास कर सकता है। हमारी शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक ही सीमित न रहे, बल्कि अच्छी शिक्षा के साथ-साथ हमारा चारित्रिक विकास भी सुनिश्चित हो, इस दिशा में ध्यान दिये जाने पर भी उन्होंने बल दिया। इसमें माता-पिता और गुरुजनों का अहम योगदान रहता है।

उन्होंने कहा कि माता-पिता और शिक्षकों का यह कर्तव्य होना चाहिए कि बच्चों को सदा सच्चाई के मार्ग पर चलना सिखाएं। उन्हें सहनशील, कर्तव्यनिष्ठ बनाएं तथा सभी से प्रेम पूर्वक आत्मीयता का व्यवहार करना सिखाएं। क्योंकि मनुष्य अपने जीवन में जो डिग्री हासिल करता है वह सिर्फ एक कागज का टुकड़ा मात्र है, जबकि व्यक्ति की असली डिग्री उसके संस्कार हैं, जो उसके व्यवहार में झलकते हैं। प्राचीन काल से ही भारत में संस्कारों का पाठ पढ़ाया जाता रहा है। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से अपेक्षा की कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दें। देश के कल का भविष्य तैयार करने की बड़ी जिम्मेदारी शिक्षकों के ही कंधों पर है। शिक्षक किसी भी विद्यार्थी के जीवन को प्रकाश एवं उन्नति से आलोकित करने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है। उनके मार्गदर्शन में ही छात्र साधारण से असाधारण की यात्रा करने में सफल होता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत प्राचीनकाल से ही विश्व गुरू रहा है और आज का नया भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पुनः विश्व गुरु का स्थान प्राप्त करने के लिए पूरी शक्ति के साथ शिक्षा सहित हर क्षेत्र में विकास की दिशा में अग्रसर है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के कुशल नेतृत्व में देश को आज नई शिक्षा नीति प्राप्त हुई है। उत्तराखण्ड राज्य में इस नीति को लागू कर दिया गया है। जो हमारे लिये गौरव की बात है।

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति से सभी वर्ग के लोगों को समानता के आधार पर शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे तथा स्कूल स्तर पर युवाओं के कौशल विकास में सहायता प्राप्त होगी। इस नीति से शोध एवम अनुसंधान को बढ़ावा मिलने के साथ ही युवा पीढ़ी को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में युवाओं के भविष्य की बेहतरी के लिये विशेष रोड मैप तैयार किया जा रहा है। इसके आधार पर उत्तराखण्ड सरकार राज्य के युवाओं को प्रत्येक स्तर पर उनके सपने साकार करने में सहायता प्रदान करने का हर संभव प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की डबल इंजन की सरकारों में बडे स्तर पर जहां मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जा रही है वहीं प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के विकास पर भी पूर्ण ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिखाए मार्ग पर चलते हुए हम शीघ्र ही एक विकसित भारत बनाने में अवश्य सफल होंगे। इस वर्ष देश में आयोजित हुये जी-20 सम्मेलन से पूरी दुनिया भारत के सामर्थ्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित हुई है। आज विश्व मंच पर भारत की बात सुनी जाती है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के कुशल नेतृत्व में नये भारत का मॉडल तैयार हुआ है तथा 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना साकार करने की दिशा में मजबूती के साथ कदम बढाये जा रहे है।

आंदोलनकारियों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूर्ण करना सरकार की प्राथमिकता और कर्तव्य-मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को शहीद स्थल रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर में राज्य आन्दोलनकारी शहीदों की पुण्य स्मृति पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद राज्य आन्दोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 अक्टूबर 1994 को उत्तराखण्ड के अलग राज्य की प्राप्ति के लिए आंदोलन कर रहे हमारे नौजवानों और माता-बहनों के साथ क्रूरता पूर्वक बर्ताव किया गया। अनेक आंदोलनकारियों की इसमें शहादत हुई। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। राज्य आन्दोलनकारियों के द्वारा किये गये संघंर्षों के परिणामस्वरूप हमें उत्तराखण्ड अलग राज्य मिला। राज्य आंदोलनकारियों के सपनों एवं संकल्पों के आधार पर राज्य के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर स्थित शहीद स्थल में उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों की उपलब्धता एवं स्थानीय उत्पादों के स्थल के रूप में विकसित किए जाने की बात कही।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूर्ण करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। सभी आंदोलनकारियों को पूरा मान-सम्मान और अधिकार देने का संकल्प लिया है। राज्य सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी नौकरियों में दस प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया है। राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन बढ़ाने के साथ ही राज्य आंदोलकारियों की मृत्यु के पश्चात उनके आश्रितों को भी पेंशन देने का निर्णय लिया है। सरकार राज्य आंदोलनकारियों को ’एक समान पेंशन’ देने के लिए कार्ययोजना तैयार कर रही है। उद्योगों में नौकरी के लिए राज्य आंदोलनकारियों को प्राथमिकता के लिए समुचित व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का ’’विकल्प रहित संकल्प’’ लेकर आगे बढ़ रही है। सरकार की नीतियों के केंद्र में राज्य का सर्वांगीण विकास है। राज्य सरकार उत्तराखंड को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मागदर्शन में उत्कृष्ट उत्तराखंड बनाने के लिए वचनबद्ध है। आज केदारनाथ पुनर्निर्माण, बदरीनाथ के मास्टर प्लान कार्य के साथ ही मानसखंड मंदिर माला मिशन पर कार्य चल रहा है। वाइब्रेंट विलेज के तहत सीमांत क्षेत्र में बसे गांवों को प्रथम पंक्ति में लाने का कार्य किया जा रहा है।
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने शहीद राज्य आंदोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि हमारे शहीद आंदोलनकारियों के बलिदान की बदौलत हमें उत्तराखंड राज्य मिला। उन्होंने कहा कि भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेई जी के प्रधानमंत्रित्व काल में उत्तराखण्ड अलग राज्य बना। राज्य निर्माण के बाद उन्होंने उत्तराखण्ड को विशेष औद्योगिक पैकेज भी दिया। उन्होंने कहा आज केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य में हर क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने शहीद राज्य आंदोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि युवा साथियों एवं मातृशक्ति ने इस आंदोलन का नेतृत्व किया। शहीदों के सपनों के अनुसार आज राज्य में विकास की नींव रखी जा रही है। मुजफ्फरनगर के स्थानीय लोगों ने भी आंदोलनकारियों का साथ दिया।
इस दौरान कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव कुमार बालियान, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार उत्तर प्रदेश सरकार कपिल देव अग्रवाल, विधायक प्रदीप बत्रा, उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड संस्कृत साहित्य एवं कला परिषद् मधु भट्ट, गौ सेवा आयोग अध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, जिलाध्यक्ष भाजपा रूड़की शोभा राम प्रजापति, भाजपा जिला अध्यक्ष मुजफ्फरनगर सुधीर सैनी, सचिव संस्कृति हरि चंद्र सेमवाल, जिलाधिकारी हरिद्वार धीराज सिंह गर्ब्याल, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस पर आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन में पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री

सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस पर बनारस में आयोजित सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के अंतरराज्यीय सम्मलेन में आज सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने प्रतिभाग किया। सिगरा स्थित रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन में डॉ रावत ने उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों के बावजूद उत्तराखंड में तेजी से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है। राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी चिकित्सा इकाईयों में आम लोगों को निःशुल्क दवा उपलब्ध कराई वहीं लगभग 260 पैथोलॉजी जांचे मुफ्त में की जा रही है। डॉ रावत ने बताया कि उत्तराखंड में आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के अंतर्गत 49 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। प्रदेश में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत टीबी उन्मूलन को लेकर लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में 13752 सक्रिय टीबी मरीज है जिसमें से 11664 मरीजों द्वारा निरूक्षय से सहायता प्राप्त की दी गई, जिसके सापेक्ष 7675 निक्षय मित्र बनाये जा चुके हैं। निक्षय मित्र बनाने में उत्तराखंड देशभर में दूसरे स्थान पर है। सम्मेलन में डॉ रावत ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 तक सूबे में कुल 1422 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का उच्चीकरण किया गया और दिसम्बर 2022 तक 1800 वेलनेस सेंटरों को स्थापित किया जायेगा। विभगीय मंत्री ने बताया कि प्रदेश में 7 सितम्बर 2022 से 7 अक्टूबर 2022 तक जन आरोग्य अभियान संचालित किया गया जिसमें सीएचओ के माध्यम से 10-10 गांव में स्थानीय लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इस अभियान के तहत 3 लाख 21हजार 236 लोगों का मेडिकल चेकअप किया गया। जिसमें 2 लाख 67 हजार 263 लोगों का रक्तचाप स्क्रीनिंग की गई, 2 लाख 58 हजार 231 लोगों की मधुमेह जांच की गई, 2 लाख 46 हजार 592 लागों के ओरल कैंसर की जांच, 1 लाख 39 हजार 116 महिलाओं के स्तन कैंसर की जांच, 2 लाख 8 हजार 944 लोगों का नेत्र परीक्षण, 1 लाख 94 हजार 385 लोगों का टीबी रोग परीक्षण किया गया जबकि 2 लाख 5 हजार 980 लोगों को तम्बाकू निषेध के प्रति जागरूक किया गया। डॉ0 रावत ने बताया कि राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को लगातार बेहतर करने जुटी है।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्तराखंड द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जमकर सराहना की, साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री डॉ रावत के कार्यों की प्रशंसा भी की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज का अर्थ है देश में रहने वाले सभी लोगों और समुदायों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाना। इसका उद्देश्य यह भी है कि जाति, धर्म, लिंग, आय स्तर और सामाजिक स्थिति में भेदभाव किए बगैर सभी को वहनीय, उत्तरदायी, गुणवत्तापूर्ण और यथोचित स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना सुनिश्चित करना है। इस दो दिवसीय सम्मेलन में उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के 900 से अधिक सीएचओ ने भी प्रतिभाग किया।

हिमाचल चुनाव के बाद योगी और धामी जैसे चेहरों की तलाश में जुटी भाजपा

हिमाचल के नतीजों ने हाईकमान को सोचने में मजबूर कर दिया है कि देश में मोदी के बाद अब राज्यों में भी भाजपा को दमदार चेहरे को आगे रखकर चुनाव लड़ना होगा। जैसे यूपी में योगी और उत्तराखंड में धामी को रखकर भाजपा ने सत्ता प्राप्त की। ऐसा हम नही भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से जुड़े सूत्र कह रहे है।
अगर उत्तराखंड में सत्ता परिवर्तन ना हुआ तो 15 सीटों पर सिमट जायेगी भाजपा। कुछ ऐसा ही भाजपा के सर्वे में चौंकाने वाले खुलासे के बाद हाईकमान में उत्तराखंड में एक नही दो बार परिवर्तन किया। स्वयं पीएम को देवभूमि में हस्तक्षेप करना पड़ा और भाजपा के हाथ में पुष्कर की रिपोर्ट सबसे बेहतर और संगठनात्मक पकड़ वाली साबित हुई। कहा जाये कि अगर पीएम मोदी चुनाव से पहले पुष्कर को सीएम बनाने का दूरदर्शी फैसला न करते तो उत्तराखंड में भी होते हिमाचल जैसे हालात होते। पीएम मोदी के मंत्र को आमजन तक पहुंचाने में कामयाब रहे सीएम पुष्कर धामी भले ही चुनाव हारे लेकिन सत्ता दिलाने में कायाब रहे। हालांकि आज भी उन्हें वह लॉबी नही चपा पा रही है जो उत्तराखंड में भय, भ्रष्टाचार और अनैतिक कार्यों में लिप्त रही। हर राह में रोड़े अटका कर उनके लिए आसान राह को भी कठिन और चुनौती पूर्ण किया जा रहा। लेकिन अपनी मुस्कान की तरह ही अकेले योद्धा की तरह लड़ कर विजय हासिल कर रहे धामी। कहा जाये तो पीएम मोदी के बाद राज्य में सबसे अधिक लोकप्रिय नेता बन चुके है आज धामी।
फिर लौटते है हिमाचल विधानसभा चुनाव के नतीजों में जिसने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत का भी राज खोल दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले दूरदर्शी फैसला लेते हुए सीएम के रूप में युवा तुर्क पुष्कर धामी को कमान सौंपी। इस युवा सीएम ने भी रात दिन की अथक मेहनत कर पीएम मोदी के चेहरे, उत्तराखंड को लेकर पीएम मोदी के किए गए काम को घर घर तक पहुंचाया। कार्यकर्ताओं में जोश भरने के साथ ही जनता में भी विश्वास कायम किया। उत्तराखंड में भाजपा की प्रचंड जीत इसी मेहनत का नतीजा है।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का कैडर बेदम हो चुका था। ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन, जल जीवन मिशन समेत केंद्र की तमाम योजनाओं के बावजूद जनता में जोश गायब था। जनता के इसी मूड को केंद्रीय नेतृत्व ने समय रहते भांप लिया। सीएम के रूप में मौका पहले तीरथ सिंह रावत को दिया, लेकिन उन्हें तत्काल बदल केंद्र ने युवा नेतृत्व के रूप में पुष्कर सिंह धामी को जुलाई 2021 में मौका दिया। सीएम के रूप में पुष्कर सिंह धामी ने भी सबसे पहले उत्तराखंड को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के विजन को उत्तराखंड के जन जन तक पहुंचाया। कार्यकर्ताओं, पार्टी कैडर में जोश भरा।
महज छह महीने के भीतर पूरे उत्तराखंड के गांव गांव को एक सिरे से नाप दिया। पार्टी के ही तमाम बड़े नेता जहां भाजपा की सीटों का आंकड़ा बामुश्किल दहाई के अंक तक पहुंचने के दावे कर रहे थे, उन्हीं दावों को खारिज करते हुए पीएम मोदी और सीएम पुष्कर धामी की जोड़ी ने प्रचंड जीत दिलाई। अब हिमाचल के नतीजों को देख कर केंद्रीय नेतृत्व को समझ आ गया है कि यदि जुलाई 2021 में पीएम नरेंद्र मोदी उत्तराखंड में सीएम के रूप में पुष्कर का चुनाव न करते, तो उत्तराखंड में भी हिमाचल जैसे हालात तय थे। क्योंकि उत्तराखंड में हालात हिमाचल से अधिक विकट थे। लगातार एक के बाद एक सीएम बदलने से जनता के मन में उपजे अविश्वास को विश्वास में बदलने की एक बड़ी चुनौती थी। इस चुनौती से सीएम पुष्कर धामी ने मोदी मंत्र के जरिए पार पाने में सफलता हासिल की।
जुलाई 2021 से लेकर मतदान होने तक सीएम पुष्कर धामी ने 70 विधानसभाओं को कई कई बार नापा। पूरे राज्य में भाजपा का माहौल बनाने और कमजोर सीटों को जीत में बदलने के लिए वे अपनी खटीमा विधानसभा सीट को भी अधिक समय नहीं दे पाए। दूसरी ओर खटीमा सीट पर पार्टी के ही कई दिग्गज एक के बाद एक नया षड़यंत्र रचते रहे। नेताओं का फोकस खटीमा में भाजपा को जिताने से अधिक हराने पर रहा। पार्टी संगठन के तमाम बड़े दिग्गज, कैबिनेट मंत्री अपनी सीटों से बाहर ही निकल पाए। बड़े नेताओं ने प्रदेश में भ्रमण करना तो दूर अपनी बगल की सीटों तक पर झांकने की जहमत नहीं उठाई।
उत्तराखंड की इस अंदरुनी हकीकत से पीएम नरेंद्र मोदी भली भांति वाकिफ रहे। यही वजह है, जो चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद सीएम के रूप में पीएम मोदी की पहली पसंद सीएम पुष्कर सिंह धामी ही रहे। पीएमओ के इंटेलीजेंस को पूरी खबर थी कि जिस चुनाव को उत्तराखंड के भाजपा नेता हारा हुआ मान कर चल रहे थे, उसकी जीत के असल नायक पुष्कर ही हैं। पुष्कर ही रहे, जिन्होंने पीएम मोदी के विकास मंत्र को उत्तराखंड के जन जन तक पहुंचाया। अब हिमाचल के नतीजों ने भी साफ कर दिया है कि उत्तराखंड में भाजपा की प्रचंड जीत ऐसे ही नहीं मिली। ऐसे में अब उत्तराखंड में सीएम पुष्कर धामी की राह में कांटे बिछाने वालों के लिए समय आसान नहीं रहने वाला है।
मोदी द्वारा दिए गए दो मंत्र मेहनत और ईमानदारी को धरातल पर उतारने में धामी कामयाब रहे। इसी वजह से प्रधानमंत्री ने अपने केदारनाथ और बद्रीनाथ के दौरे पर धामी के काम काज की तारीफ भी की।

मुख्यमंत्री की बुर्जुगों को सम्मान देने की कार्यप्रणाली बनेगी प्रेरणादायी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कन्नौज निवासी 102 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामप्यारी ने पत्र भेजकर 13 अक्टूबर को आईएसबीटी देहरादून में उनका आत्मीय सम्मान करने के लिये आभार व्यक्त किया है। रामप्यारी ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित पत्र में लिखा है कि 13 अक्टूबर 2022 को आईएसबीटी पर आपके द्वारा प्रार्थनी का जो सम्मान किया गया। चाय पिलाई गई तथा 102 वर्षीय वृद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कन्नौज, उ.प्र. निवासी रामप्यारी पत्नी स्व. रामचन्द्र चतुर्वेदी के चरण छूकर जो आशीर्वाद लिया गया प्रार्थिनी उन क्षणों को ताउम्र याद रखकर आपके उज्जवल भविष्य के लिए प्रार्थना परम पिता परमात्मा से करती है। इससे समाज में बुजुर्गों को सम्मान की भी प्रेरणा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने रामप्यारी को भेजे पत्र में उल्लेख किया है कि अपने गंतव्य कन्नौज पहुंचने पर उन्होंने जिस सहृदयता के साथ शुभकामनायें भेजी है, इसके लिये वे उनका हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। मुख्यमंत्री ने उनके स्वस्थ एवं दीर्घायु की भी कामना की है।

यूपी और यूके के परिवहन निगम के मध्य आस्तियों के विभाजन की समस्या का हुआ समाधानः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा परिवहन निगम की परिसम्पत्तियों की अवशेष एक सौ करोड़ की धनराशि उत्तराखण्ड परिवहन निगम को उपलब्ध कराने के लिये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अवशेष धनराशि रू.100 करोड़ की धनराशि उत्तराखण्ड परिवहन निगम को भुगतान कर दिये जाने से दोनो राज्यों के परिवहन निगम के मध्य आस्तियों के विभाजन की समस्या का समाधान हुआ है। इससे उत्तराखण्ड परिवहन निगम को अपनी अवस्थापना सुविधाओं के विकास में मदद मिलेगी।

पंत ने कुली बेगार प्रथा और जमींदारी उन्मूलन के निर्णायक संघर्ष में निभाई अहम भूमिका-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सर्वे चौक स्थित आई.आर.डी.टी. सभागार में भारत रत्न पं. गोविन्द बल्लभ पंत के 135 वें जन्मदिन समारोह कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने पं. गोविन्द बल्लभ पंत के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पं. गोविन्द बल्लभ पंत महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाजसेवी एवं कुशल प्रशासक थे। उन्होंने देश को नई दिशा देने के साथ ही कुली बेगार प्रथा तथा जमींदारी उन्मूलन के लिए निर्णायक संघर्ष कर समाज में व्याप्त बुराइयों को मिटाने में अहम भूमिका निभाई। देश की आजादी से पूर्व एवं देश की आजादी के बाद भी उन्होंने देश सेवा के लिए जो कार्य किये, वे सभी कार्य हमें हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देते रहेंगे। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित किया। हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिलाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पं. गोविन्द बल्लभ पंत का पहाड़ के प्रति विशेष लगाव था। जीवन में तमाम समस्याओं के बावजूद भी वे अपने कर्तव्य पथ से कभी पीछे नहीं हटे। उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री एवं भारत के गृह मंत्री के महत्वपूर्ण दायित्व उनके पास रहे। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड के ऐसे महान सपूत से प्रेरणा लेकर हमें आगे बढ़ना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड युवा राज्य है। 2025 में हम उत्तराखण्ड राज्य की स्थापना की रजत जयंती मनायेंगे। तब तक उत्तराखण्ड हर क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में हो, इसके लिए सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। हमें विकल्प रहित संकल्प के साथ आगे बढ़ना होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि पं. गोविंद बल्लभ पंत ने देश की आजादी के लिए पूरा जीवन खपाया। उन्होंने पहाड़ के विकास एवं संस्कृति के संरक्षण का कार्य किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है। पं. गोविंद बल्लभ पंत जैसे क्रांतिकारी इसी देवभूमि में पैदा हुए। डॉ. निशंक ने कहा कि भारत रत्न पं. गोविंद बल्लभ पंत ने जो रास्ता दिखाया, उससे प्रेरणा लेकर हमें आगे बढ़ना होगा। वे देवभूमि उत्तराखण्ड के गौरव एवं सम्मान हैं। उन्होंने कहा आज देश ज्ञान-विज्ञान अनुसंधान के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, मैती आन्दोलन के प्रणेता पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, दीप्ति रावत भारद्वाज, श्री राकेश डोभाल एवं अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

आशारोड़ी बॉर्डर पर राज्य कर जांच चौकी का औचक निरीक्षण

वित्त मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने दिल्ली से लौटते वक्त आशारोड़ी बॉर्डर पर बनी राज्य कर जांच चौकी का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने दिनभर की कार्यवाही को जानते हुए व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। साथ ही मौके पर खड़े ट्रक चालकों से भी वार्ता की।
मंगलवार को वित्त मंत्री डॉ अग्रवाल आशारोड़ी बॉर्डर पर बनी राज्यकर जांच चौकी पहुंचे। यहां सेल टैक्स ऑफिसर भूपेंद्र रावत कार्यरत मिले। जिस पर वित्त मंत्री ने चौकी की दिनभर की की गई कार्यवाही की जानकारी मांगी। जिस पर रावत द्वारा बताया गया कि आज दिनभर में तीन चालान किये गए हैं।
अग्रवाल ने मौके पर पिछली चालानी कार्यवाही सहित फाइलें व्यवस्थित जांची। कहा कि प्रदेश का राजस्व बढ़ाने में राज्यकर की अहम भूमिका है। यह सुनिश्चित किया जाए कि राजस्व वृद्धि में प्रत्येक कर्मचारी द्वारा ईमानदारी से कार्य किया जाए।
वहीं, अग्रवाल ने कमिश्नर सेल टैक्स को सघन अभियान चलाकर राजस्व बढ़ाने के निर्देश भी दिए। कहा कि उनके द्वारा भविष्य में भी इस तरह के औचक निरीक्षण करेंगे।

तीर्थनगरी में नशे की सप्लाई करने वाला साजिद बरेली से गिरफ्तार

ऋषिकेश पुलिस ने बरेली से एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के बैंक खाते में जमा 10 लाख रुपये भी फ्रीज कर दिए हैं।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक बीते साल 10 दिसंबर को पुलिस ने चंद्रेश्वरनगर, ऋषिकेश निवासी रेखा साहनी पत्नी सुरेंद्र साहनी को 6.05 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था। महिला के पास से स्मैक से बेचकर कमाए गए 2870 रुपये भी बरामद किए थे। पुलिस को पूछताछ में महिला ने बताया कि वह स्मैक यूपी के बरेली से साजिद हुसैन नाम के व्यक्ति से खरीदती है। स्मैक की रकम वह उसके बैंक एकांउट में जमा कर देती है। जांच के दौरान महिला की बात सच निकली। इसके बाद पुलिस ने साजिद हुसैन के बारे में जानकारी जुटाई। पुलिस ने पहले आरोपी के बैंक अकाउंट में जमा 10 लाख रुपये फ्रीज करवाए। रविवार को पुलिस ने मुखबिर की मदद से नशा तस्कर साजिद हुसैन पुत्र नबी हुसैन निवासी मोहम्मद गोरिफ बिठोलिया, थाना सीबीगंज बरेली को गिरफ्तार किया। सीओ डीसी ढौड़ियाल ने बताया कि आरोपी को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।

स्पीकर खंडूड़ी ने योगी आदित्यनाथ से की शिष्टाचार भेंट

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने अपने लखनऊ प्रवास के दौरान को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष एवं यूपी सीएम के बीच उत्तराखंड राज्य के विकास एवं कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर लंबी वार्ता हुई।

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने लखनऊ पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लोकभवन स्थित उनके कार्यालय कक्ष में भेंट कर उनका आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने भगवान हनुमान की मूर्ति भेंट कर ऋतु खंडूडी का सम्मान किया। कोटद्वार से विधायक एवं उत्तराखंड की विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद ऋतु खंडूडी की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यह प्रथम मुलाकात है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ऋतु खंडूडी को उत्तराखंड की प्रथम महिला विधानसभा अध्यक्ष बनने पर शुभकामनाएं दी।

इस मुलाकात के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने उत्तराखंड के विकास संबंध में विभिन्न विषयों पर वार्ता की। वहीं अपनी विधानसभा क्षेत्र कोटद्वार से जुड़े अहम मुद्दों को लेकर भी सीएम योगी से विस्तृत में बातचीत की, मुख्यमंत्री ने भी विधानसभा अध्यक्ष को क्षेत्र के विकास में हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया।