सरस आजीविका मेला का हुआ शुभारंभ, आप भी कीजिए विजिट…

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत के टनकपुर में आयोजित 10 दिवसीय सरस आजीविका मेला 2023 का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार एवं उत्तराखंड राज्य विकास ग्रामीण आजीविका मिशन ग्राम्य विकास विभाग उत्तराखंड के संयुक्त तत्वाधान में टनकपुर में आयोजित सरस मेला 2023 का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। शुभारंभ कार्यक्रम में नन्दा कॉवेन्ट स्कूल टनकपुर के बच्चों ने स्वागत गीत से सीएम का स्वागत किया। उसके बाद राजकीय बालिका इंटर कालेज, टनकपुर के बच्चों ने शानदार प्रस्तुति दी।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने सरस आजीविका मेले में भारी संख्या में आय लोगों का हार्दिक स्वागत व अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि सरस आजीविका मेला अपने-आप में विशिष्ट है, क्योंकि इसका स्वरूप जहां एक ओर मेले जैसा है, वहीं यह व्यापारिक और स्वरोजगार के क्षेत्र में कार्य कर रहे युवाओं और महिलाओं को अपने कार्य का प्रदर्शन करने का एक मंच भी प्रदान करता है। प्रदेश का संपूर्ण विकास केवल तभी संभव है, जब प्रदेश का प्रत्येक नागरिक अपने-अपने दायित्वों का भली भांति निर्वहन करें। उन्होंने कहा की प्रदेश तभी आगे बढ़ सकता है जब लोग आगे बढ़े इसलिए इस बार गैरसैंण में प्रस्तुत सामान्य बजट को हर वर्ग के उत्थान के लिए रखा है, चाहे किसान हो, बागवानी करने वाला हो, स्वयं सहायता समूह के रूप में कार्य करने वाली महिलाएं हो, चाहे किसी भी क्षेत्र का व्यक्ति हो। इस प्रकार के आजीविका मेलों के माध्यम से जहां एक ओर स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करने का मौका मिलता है वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा दिए गए “आत्मनिर्भर भारत“ मंत्र को भी मजबूती मिलती है। मेले के संचालन से जहां ग्रामीण उत्पादों के विपणन हेतु बाजार उपलब्ध होगा, वहीं देश-विदेश तक इन ग्रामीण उत्पादों के प्रचार प्रसार में सहायता भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि मेले हमारी एकता एवं संस्कृति को बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही व्यापारियों, कलाकारों, कारीगरों आदि को परस्पर अनुभवों के आदान-प्रदान में भी सहायता मिलती है। एक और जहां सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा विभिन्न विभागों की जन कल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर समूहों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण, कौशल विकास एवं आजीविका संवर्धन के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर अधिक से अधिक महिलाओं को अवसर प्रदान कर विकासात्मक कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी हेतु उन्हें प्रेरित व प्रोत्साहित भी किया जा रहा है, जिसके चलते विभिन्न विकासात्मक कार्यक्रमों में आज महिलाओं की सहभागिता भी बढ़ रही है।

उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि सरस मेले में भी महिला समूहों द्वारा विभिन्न स्टालों का संचालन व गुणवत्तापूर्ण उत्पादों का विपणन आर्थिक सशक्तता की ओर महिलाओं की रुचि को भी प्रदर्शित करता है। यहां उपस्थित महिला संगठनों की सक्रिय भागीदारी, स्थानीय उत्पादों से सजे उत्तराखण्ड राज्य के लगभग 100 से अधिक महिला समूहों के स्टालों का प्रदर्शन तथा महिलाओं का विपणन कौशल इस बात का संकेत है कि महिलाओं को प्रदेश की आर्थिकी से जोड़ने हेतु सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाएं कारगर साबित हो रही हैं। इस ओर और अधिक कार्य किये जाने की आवश्यकता है, जिससे भविष्य में प्रत्येक क्षेत्र में महिलायें स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बन सकें। सरकार द्वारा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों की व्यावसायिक गतिविधियों को गति देने, उनकी आर्थिक सशक्तता बढ़ाने व उन्हें स्थायित्व प्रदान करने के लिए उत्तराखण्ड राज्य के सभी 13 जनपदों के 95 विकासखण्डों में “ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना“ की शुरुआत की गयी है। इससे निश्चित ही स्वयं सहायता समूहों से जुड़े सदस्यों में व्यवसाय संचालन एवं विपणन कौशल के साथ साथ स्वावलंबन की भावना भी विकसित होगी और गरीब परिवार की आय में वृद्धि होगी। हमारे राज्य में 4 लाख 22 हजार परिवारों को संगठित कर 56 हजार 3 सौ 62 समूह तथा 5 हजार 7 सौ 18 ग्राम संगठन तैयार किये गये हैं। इन संगठनों को व्यवसायिक गतिविधियों से निरंतर जोड़े रखने के लिए 350 पंजीकृत सहकारिताओं का गठन किया गया है। जिनमें से आज यहां पर उत्तराखण्ड राज्य के सौ से अधिक तथा अन्य राज्यों के पैंतीस से अधिक स्वयं सहायता समूहों के हैंण्डी क्राफ्ट, हैण्डलूम, जैविक उत्पाद एवं स्थानीय व्यंजन आदि के स्टॉल प्रदर्शित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारा देश हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। राज्य के लोगों को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। ये प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व का ही कमाल है कि आज वैश्विक पटल पर हमारा देश विश्व को एक नई दिशा दिखाने का काम कर रहा है। प्रधानमंत्री का हमारी देवभूमि के प्रति विशेष लगाव रहा है और प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व से आज उत्तराखंड राज्य को जी-20 की तीन बैठके आयोजित करने का मौका मिला है, जिसकी प्रथम बैठक 28, 29 और 30 मार्च को रामनगर में होनी है।
प्रधानमंत्री के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2023 को मिलेट वर्ष की संज्ञा दी है और यह हमारे लिए गर्व की बात है कि मिलेट मतलब मोटा अनाज जैसे मंडवा, झंगोरा जैसे आदि अनाजों की पारंपरिक खेती हमारे प्रदेश में होती है, इसे हम मिलेट अनाज ही नहीं पौष्टिक अनाज भी कह सकते है और मोटे अनाज को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए हम प्रयासरत हैं। हमारी सरकार हर क्षेत्र में लगातार अपने कर्तव्यों का पालन सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार पलायन जैसी वृहद समस्या के निराकरण के लिए भी निरंतर प्रयासरत है। युवाओं और महिलाओं को यदि रोजगार के सही अवसर अपने प्रदेश में ही मिलने लग जाएं तो वे अपनी जन्म भूमि को छोड़कर प्रदूषण से भरे हुए अन्य नगरों की ओर पलायन कभी नहीं करेंगे। प्रधानमंत्री जी ने जो हाल में जो “वोकल फॉर लोकल“ का नारा दिया है, उसे धरातल पर उतारने हेतु हमारी सरकार प्रतिबद्ध है और इस मेले में प्रदर्शित उत्पाद इसका प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से इकोनॉमी विद इकोलॉजी की बात करता हूँ, इसके अंतर्गत हम प्रदेश के समुचित विकास के साथ ही यहां के प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। आपका यही सहयोग हमें दिन-रात मेहनत कर उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने विकल्प रहित संकल्प को पूर्ण करने की प्रेरणा देता है। मेरा मानना है कि एक समृद्धशाली उत्तराखंड के निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि इस प्रकार के आयोजन प्रदेश में प्रत्येक स्थान पर निरंतर होते रहें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोकल उत्पादों को बढ़ावा/बाजार देने के लिए 13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टिनेशन अंतर्गत चंपावत नगर में हिमाद्री इंपोरियम केंद्र का जल्द निर्माण किए जाने, लोहाघाट में रामलीला मंदिर के समीप एक सांस्कृतिक मंच का निर्माण किए जाने, सरस मेले में विभिन्न संसाधनों हेतु विधायक निधि से 20 लाख रुपए देने की घोषणा की।

इस अवसर पर जनपद प्रभारी मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि आजीविका को मूल बिंदु रखते हुए आज इस मेले का आगाज हुआ है जिसकी सभी को बहुत बहुत बधाई। मेला सामाजिक एकता के प्रतीक ध्वजवाहक होते हैं। उन्होंने कहा कि यह मेला रोजगार सृजन में अहम भूमिका निभाएगा।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष टनकपुर विपिन कुमार, नगर पंचायत अध्यक्ष बनबसा रेनू अग्रवाल, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महरा, प्रदेश मंत्री भाजपा हेमा जोशी पूर्व दर्जा मंत्री हयात सिंह महरा, शिवराज सिंह, शंकर पांडेय, दीपक पाठक, हर्षवर्धन रावत,श्याम नारायण पांडेय, सतीश पांडे, प्रकाश तिवारी, दीपक रजवार, जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी, पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, विभिन्न विभागीय अधिकारी गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन आरजे काव्य एवं हेमंत बिष्ट द्वारा किया गया।

सीएम ने टनकपुर में मां शारदा चुंगी के समीप खाटू श्याम मंदिर में की पूजा अर्चना

जनपद चंपावत के विकास हेतु मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा की जा रही घोषणाएं लगातार पूरी हो रही हैं।

टनकपुर से खाटू श्याम राजस्थान बस सेवा को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टनकपुर में स्थित खाटू श्याम मंदिर के समीप से हरी झंडी दिखाकर बस को खाटू श्याम के लिए रवाना किया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टनकपुर के शारदा चुंगी के समीप स्थापित खाटू श्याम मंदिर में पूजा अर्चना कर ईश्वर से प्रदेश की सुख शान्ति की कामना की। पूजा अर्चना के बाद मुख्यमंत्री एवं जनपद चंपावत की प्रभारी मंत्री रेखा आर्या द्वारा हरी झंडी दिखाकर खाटू श्याम के लिए परिवहन निगम की बस को रवाना किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि टनकपुर, बनबसा एवं खटीमा समेत अन्य शहरों की जनता के लिए आज का दिन बहुत खुशी का दिन है। अब टनकपुर बनबसा एवं खटीमा के लोगों को सीधे टनकपुर से खाटू श्याम के लिए दर्शन हेतु सुविधा मिल गई है।

इस मौके पर परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पवन मेहरा ने बताया की बस में प्रथम दिवस पर अभी तक 36 सवारी यात्रा कर रहे हैं, बस में सीट की क्षमता 52 है। यह बस शाम 5ः00 बजे टनकपुर से रवाना होकर प्रातः 10 बजे खाटू श्याम पहुंचेगी तथा सायं 6 बजे खाटू श्याम से रवाना होकर प्रातः 10ः00 टनकपुर पहुंचेगी।

इस अवसर पर अध्यक्ष नगर पालिका टनकपुर विपिन कुमार,भाजपा जिलाध्यक्ष, पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका हर्षवर्धन सिंह रावत जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी, पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव सहित अनेक जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का स्थानीय जनता ने इस बस सेवा का शुभारंभ करने पर धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर जिला अधिकारी नरेंद्र भंडारी, अपर जिलाधिकारी हेमंत वर्मा, उप जिलाधिकारी सुंदर सिंह, सीओ अविनाश वर्मा, एआरएम के एस राणा, आरएम पवन मैहरा, रोहिताश अग्रवाल वैभव अग्रवाल, संजय अग्रवाल, कपिल भार्गव, मनीष अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, मयंक गर्ग, संजय गर्ग, दीन दयाल अग्रवाल, हर्षवर्धन रावत, सहित आदि लोग मौजूद थे।

मां पूर्णागिरी मेले का शुभारंभ कर सीएम ने की पूजा अर्चना

एक दिवसीय चंपावत दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टनकपुर के ठुलीगाड़, पूर्णागिरी मार्ग में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए उत्तर भारत के प्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने पूजा अर्चना कर प्रदेश में सुख, शांति एवं खुशहाली की कामना की।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा करते हुए कहा कि ककराली गेट, टनकपुर से मां पूर्णागिरि धाम तक यात्रा मार्ग में विद्युत विभाग द्वारा स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी। मां पूर्णागिरि धाम में लगने वाले मेले व्यवस्थाओं के सुचारू संचालन हेतु मंदिर समिति को अनुदान दिया जाएगा। टनकपुर जौलजीबी मोटर मार्ग के बाटनागाड़ में पुल का निर्माण किए जाने, भैरव मंदिर में स्थाई पुलिस चौकी बनाए जाने, पूर्णागिरि क्षेत्र को इको टूरिज्म हब के रूप में विकसित किए जाने, टनकपुर शारदा नदी के तट पर कर्मशाला का निर्माण किए जाने, बनबसा में मुक्तिधाम का निर्माण किए जाने, बनबसा खटीमा सितारगंज होते हुए टनकपुर से राजस्थान खाटूश्याम के लिए बस सेवा शुरू किए जाने, चम्पावत पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात हेतु रात्रि में भी खोले जाने, राजकीय प्राथमिक विद्यालय भजनपुर में एक फ्लोर और चार अतिरिक्त कक्ष बनाये जाने, चंपावत में साइंस सेंटर का निर्माण किए जाने, श्री पूर्णागिरी मंदिर घाटी क्षेत्र में हेलीपैड का निर्माण किया जाने एवं आदि कैलाश, ओम पर्वत की यात्रा को जाते वक्त अल्मोड़ा से एवं चम्पावत के रास्ते यात्रा को वापस लाए जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने माँ पूर्णागिरि मेले के शुभारंभ अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि आज मुझे इस पावन मेले का शुभारंभ कर मां पूर्णागिरि मैया के चरणों में शीश नवाने का सुअवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा मां पूर्णागिरि मैया की महिमा से हम सभी भली-भांति परिचित हैं। उन्होंने कहा पूर्णागिरि मेला उत्तर भारत का प्रसिद्ध मेला है जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु विभिन्न स्थानों से आते हैं। उन्हें प्रत्येक सुविधा मुहैया कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति की पताका संपूर्ण विश्व में लहरा रही है और दुनिया भर के देश हमारी प्राचीन संस्कृति और दर्शन से परिचित हो रहे हैं। हमारे धर्म ने कभी भी ’’स्व’’ अर्थात स्वयं की बात नहीं की, इसने सदा ’’सर्व’’ अर्थात सभी की बात की है, यही हमारी विशेषता है। हजारों वर्षों के पश्चात भी विश्व हमारी आस्थाओं और मान्यताओं के सामने नतमस्तक है। हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम अपने धर्म मार्ग से कभी विचलित ना हों और अपनी सनातन संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए सदैव प्रयत्नशील रहें। आज देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की भावना पुनः जागृत हुई है। वहीं प्रदेश सरकार भी उत्तराखंड के प्राचीन मंदिरों के पुनर्निर्माण और जीर्णाेद्धार के लिए प्रतिबद्ध है। आध्यात्मिक एवं धार्मिक रूप से उत्तराखंड को देवी-देवताओं की भूमि माना जाता है। यही कारण है कि गढ़वाल मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों को भगवान केदारनाथ की भूमि मानते हुए जहां केदारखंड पुकारा जाता है वहीं कुमाऊं मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों को कैलाश मानसरोवर की भूमि मानते हुए मानसखंड कहा जाता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारखंड के मंदिरों को विकसित करने के साथ ही हम मानसखंड कॉरिडोर को भी विकसित करने कि दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। जिसके अंतर्गत कुमांऊ के गोलज्यू मंदिर, पाताल भुवनेश्वर, कोट भ्रामरी, देवीधुरा, कैंचीधाम, बाल सुंदरी तथा मां पूर्णागिरि मंदिर सहित अनेक मंदिरों को चिह्नित किया गया है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर “कर्तव्य पथ“ में मानसखंड कॉरिडोर पर आधारित हमारी झांकी को पहली बार प्रथम पुरस्कार मिला। राज्य सरकार उत्तराखंड के पौराणिक धार्मिक स्थलों को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के साथ साथ विकास के ऐसे नए नए आयाम स्थापित करें जिससे उत्तराखंड का नाम पूरे देश में गूंजे। प्रधानमंत्री जी के दिशा निर्देशन में हमारी सरकार आज उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए ’’विकल्प रहित संकल्प’’ के मंत्र के साथ निरंतर कार्य कर रही है।
इस दौरान मुख्यमंत्री धामी द्वारा समूह की महिलाओं द्वारा पूर्णागिरि धाम हेतु तैयार किए गए प्रसाद तथा प्रसाद रखने हेतु समूह की महिलाओं द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत पीरुल की टोकरी जो बनाई गई है, उसका भी शुभारंभ किया गया।
सांसद अजय टम्टा ने कहा कि सभी धामों को आगे बढ़ाने हेतु कुमाऊं मंडल के सभी धामों, मंदिरों को मानसखंड में शामिल कर उन्हें आगे बढ़ाने हेतु राज्य सरकार द्वारा ऐतिहासिक कार्य किया जा रहा है।जिससे धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा। युवा नेतृत्व में राज्य विकास की सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। राज्य सरकार पर्यटन, साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए लगातार कार्यरत है। उन्होंने कहा आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री धामी के दिशा-निर्देशों में प्रत्येक वर्ग का विकास तेजी के साथ किया जा रहा है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्णागिरि मेले में आए श्रद्धालुओं का माल्यार्पण कर स्वागत किया एवं भक्तों द्वारा लगाए गए भंडारे में पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया।
शुभारंभ के अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महरा, पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष किशन तिवारी, भाजपा प्रदेश मंत्री हेमा जोशी, नगर पालिका अध्यक्ष टनकपुर विपिन कुमार, नगर पंचायत अध्यक्ष बनबसा रेनू अग्रवाल, जिला अधिकारी नरेंद्र भंडारी, पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

चंपावत संभागीय निरीक्षक कार्यालय का सीएम के हाथों हुआ शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद चम्पावत मुख्यालय के संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) कार्यालय का शुभारंभ किया। गोरलचोड़ मैदान में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने चंपावत के विकास का संकल्प लिया है। उत्तराखण्ड में विराजमान देवी-देवताओं का तथा सभी लोगों का ही आशीर्वाद है कि वे पूरे प्रदेश के साथ ही चम्पावत के लिए मुख्य सेवक के रूप में कुछ कर पा रहे हैं, और ’इस कार्यालय का शुभारम्भ उस संकल्प को पूर्ण करने की दिशा में उठाया गया कदम है। आगे भी ऐसे कार्य नित प्रतिदिन होते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से चली आ रही यहां के लोगों की ये मांग आज पूरी होने पर जितनी खुशी आप लोगों को है, उससे कहीं ज्यादा खुशी उन्हें हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चंपावत में परिवहन विभाग के संभागीय निरीक्षक कार्यालय होने से यहां पर वाहनों की फिटनेस व ड्राइविंग लाइसेंस बनने जैसे कार्य होंगे तथा जनता के समय व धनराशि की बचत भी होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय लोगों की समस्या के समाधान के लिए वह सदैव प्रयासरत हैं। इसी उद्देश्य से जिला मुख्यालय एवं टनकपुर में जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय की स्थापना की गई है। ताकि यहां के लोगों को अनावश्यक देहरादून के चक्कर न काटने पड़े। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किए गए सभी वादों को समय पर पूरा करने का पूरा प्रयास भी कर रही है, इसी का परिणाम है कि चम्पावत भ्रमण के दौरान जिस सिप्टी वाटर फॉल के सौंदर्यीकरण की घोषणा की थी, महाशिवरात्रि के दिन से ही इस कार्य की शुरुआत हो चुकी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने टनकपुर में अंतरराज्यीय बस अड्डे की घोषणा की थी, उसके लिए भी धनराशि आवंटित कर दी है, जिला पुस्तकालय के लिए भी धनराशि स्वीकृत की गयी है, राजकीय स्नात्तोकोत्तर महाविद्यालय चम्पावत को सोबन सिंह जीना विश्वविधालय अल्मोड़ा का परिसर बनाये जाने की स्वीकृति प्रदान हो गयी है, इस कॉलेज को मॉडल कॉलेज भी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार जनपद में कई विकास कार्य लगातार किये जा रहें है और आगे भी किये जायेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की विभिन्न क्षेत्रों में विश्व में पहचान बनी है। प्रधानमंत्री के दिशा निर्देशन में सरकार भी उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने “विकल्प रहित संकल्प“ के मंत्र के साथ निरंतर कार्य कर रही है। सभी के सहयोग से हम 2025 तक उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संभागीय निरीक्षक कार्यालय द्वारा बनाए गए लक्ष्मण सिंह के वाहन संख्या यूके 03 टीए 0491 का फिटनेस सर्टिफिकेट तथा सुरेश चन्द्र पाल और पुष्पा जोशी का लर्निंग लाइसेंस भी वितरित कर कार्यालय के कार्यों की शुरुआत की।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा जिले के विकास हेतु अनेक घोषणाएं भी की जिसमें,

० मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि चम्पावत में आर्मी स्कूल खोला जाएगा। इसके लिए निशुल्क भूमि आवंटित की जाएगी।
० गोल्ज्यू मन्दिर के समीप पीडब्ल्यूडी की भूमि पर बने क्वार्टर्स को अन्यत्र सरकारी भूमि आवंटित की जाएगी। इसके लिए पीडब्ल्यूडी विभाग धनराशि आवंटित करेगा।
० गोल्ज्यू मन्दिर के समीप पीडब्ल्यूडी की भूमि पर एवं पशुपालन की भूमि पर पर्यटन अवस्थापनाओं का विकास किया जाएगा ताकि मानसखण्ड कॉरिडोर से जुड़े इस भव्य मन्दिर को पर्यटन से जोड़ा जा सके।
० लोहाघाट नगर के लिए जल्द ही सरयू पेयजल योजना के सम्बन्ध में उपयुक्त पाये जाने पर डीपीआर बनाया जाएगी
० टनकपुर बनबसा में तत्काल विस्तृत ड्रेनेज प्लान सिंचाई विभाग द्वारा बनाया जाएगा।
० गौरलचौड़ मैदान के समीप पुरानी जेल वाली भूमि पर ओपन एयर थियेटर पर्यटन द्वारा बनाया जाएगा। इसमें कुमाऊँनी शैली की वास्तुकला प्रयोग में लायी जाएगी।
०राजकीय उच्चतर मा० विद्यालय डुंगराबोरा के उच्चीकरण के सम्बन्ध में (इण्टर तक)।
०जनपद चम्पावत के विधानसभा क्षेत्र लोहाघाट में लोहाघाट पंचेश्वर मोटरमार्ग के खीड़ी गांव से धौनी शिलिंग मोटर मार्ग का पुनः निर्माण एवं सुधारीकरण का कार्य किया जाएगा।

इस दौरान क्षेत्रीय सांसद अजय टम्टा ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के विकास हेतु नित नए निर्णय लिए जा रहे हैं जिसमें नकल विरोधी कानून एक महत्वपूर्ण निर्णय है।
कार्यक्रम में अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, नगर पालिका अध्यक्ष विजय वर्मा, लोहाघाट पालिका अध्यक्ष गोविंद वर्मा, जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी, पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा, एआरटीओ सुरेंद्र कुमार समेत विभिन्न अधिकारी, जनप्रतिनिधि तथा भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

प्रदेश में नकल विरोधी कानून लागू होने पर चम्पावत में मुख्यमंत्री का किया गया अभिनन्दन

राज्य सरकार द्वारा नकल विरोधी कानून बनाए जाने पर चंपावत जिला मुख्यालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सम्मान में अभिनंदन रैली आयोजित की गई। रैली में बड़ी संख्या में युवा एवं अन्य लोग शामिल हुए। स्थानीय जीआइसी चौक से गोरलचौड़ मैदान तक निकली आभार रैली में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सांसद अजय टम्टा भी शामिल हुए। उन्होंने खुली जीप में रैली के साथ चलकर जनता का अभिवादन किया।

रैली को लेकर लोगों में काफी उत्साह नजर आया। कलेक्ट्रेट में अधिकारियों की बैठक लेने के बाद मुख्यमंत्री सीधे जीआईसी चौक पहुंचे जहां युवाओं एवं कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने आम जनता का आभार जताते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार ने ऐसा नकल विरोधी कानून बनाया है जिसकी पूरे देश में चर्चा हो रही है इस कानून से प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने वाले युवाओं का भविष्य सुरक्षित हो गया है। अब कोई भी नकल माफिया युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं कर पाएगा। इस अवसर पर महिलाओं ने भी मुख्यमंत्री के समर्थन में नारे लगाए उनका कहना था कि मुख्यमंत्री ने सख्त कानून बनाकर उनके बच्चों का भविष्य सुरक्षित किया है। इसी कारण वे मुख्यमंत्री को नकल विरोधी कानून लागू करने के लिए बधाई देने रैली में शामिल हुई हैं।

रैली में जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, बाराकोट की ब्लाक प्रमुख विनीता फर्त्याल चंपावत की ब्लाक प्रमुख रेखा देवी, भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल मेहरा, नगर पालिका अध्यक्ष विजय वर्मा, लोहाघाट पालिका अध्यक्ष गोविंद वर्मा, श्याम नारायण पांडेय, शंकर खाती, पूर्व दर्जा मंत्री हयात सिंह मेहरा, पूर्व चेयरमैन प्रकाश तिवारी, गोविंद सामंत, भाजयुमो जिलाध्यक्ष गौरव पांडेय, सहित सैकड़ों की संख्या में युवा एवं भाजपा कार्यकर्ता व अन्य लोग मौजूद रहे।

चंपावतः मॉर्निंग वॉक कर सीएम ने लिया विकास कार्यों का फीडबैक

अपने चंपावत भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज मॉर्निंग वॉक पर निकले और इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के लोगों से बातचीत कर न केवल विकास कार्यों को लेकर फीडबैक लिया बल्कि आमजन की समस्याओं को भी जाना।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने जिला भ्रमण के दौरान प्रातः कालीन सैर पर अवश्य जाते हैं। रुद्रप्रयाग, पौड़ी, देहरादून आदि जगहों पर वे अक्सर ऐसा करते देखे गए हैं। ऐसा करने के पीछे उनका मकसद यही है कि वे बगैर किसी ताम झाम के बीच आमजन की वास्तविक समस्याओं को जानें और विकास कार्यों पर भी फीडबैक लें।

इसी क्रम में आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने चंपावत भ्रमण के दौरान प्रातः सैर पर निकले। धामी सर्किट हाउस से निकलते हुए ब्लॉक रोड स्थित नित्यानंद जोशी की चाय की दुकान पर पहुंचे और सबसे पहले सूर्य नमस्कार किया। फिर चाय की चुस्की के साथ नित्यानंद जोशी और अन्य लोगों से बात करते हुए उनका हाल चाल जाना। इस दौरान उन्होंने सरकारी योजनाओं, कार्यक्रमों और विकास कार्यों पर चर्चा की। इसी दौरान वहां मौजूद मासूम रियांश से भी उन्होंने बातें की और अपना आशीर्वाद दिया।

इसके बाद वे नागनाथ वार्ड होते हुए निकले जहां उन्होंने पानी भर रही महिला से बातें की और पेयजल की स्थिति के बारे में जाना, जिस पर महिला ने मुख्यमंत्री को बताया कि पानी नियमित आ रहा है।

उसके बाद मुख्यमंत्री मुख्य बाजार होते हुए गोरलचोड़ मैदान पहुंचे। मुख्य बाजार में उन्होंने दुकान स्वामियों से भी बात कर उनके हाल चाल जाने ।
गौरलचौड़ मैदान पंहुचकर मुख्यमंत्री ने वहॉ विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं की प्रेक्टिस कर रहे युवाओं से बातें की और उनका उनका उत्साहवर्धन करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

सप्तेश्वर महादेव मंदिर के पुर्ननिर्माण के भूमि पूजन करने का मिला सौभाग्यः सीएम


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत स्थित श्री सप्तेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर भगवान शिव के दर्शन किए। शिवरात्रि के पावन अवसर पर भगवान शिव की आराधना कर मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सुखशान्ति समृद्धि एवं खुशहाली की कांमना की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनता को संबोधित करते हुए समस्त क्षेत्रवासियों व प्रदेशवासियों को महाशिवरात्रि पर्व की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर भगवान सप्तेश्वर महादेव मंदिर के पुर्ननिर्माण का भूमि पूजन करने का शौभाग्य जो मुझे देवभूमि के मुख्य सेवक के रूप में आज प्राप्त हुआ है यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि सप्त ऋषियों ने जहाँ तपस्या की, ऐसा पवित्र व आस्था के इस केन्द्र पर कोई किसी के बुलाने से नहीं आता, यह महादेव का ही आशिर्वाद ही है कि मैं यहाँ पंहुचा हूँ। ’उन्होंने कहा कि सपतेश्वर प्राचीन मंदिर की स्थापना करने वाले बाबा भैरव गिरि ने जो स्वप्न देखा था आज वह स्वप्न मंदिर के भव्य व दिव्य पुर्ननिर्माण के रूप में पूर्ण होने जा रहा है,भविष्य में भी यहाँ के लिए अनेक योजनाएं सरकार बना रही है, जिसका लाभ क्षेत्रीय जनता को अवश्य मिलेगा। उन्होंने अवगत कराया कि सरकार द्वारा सपतेश्वर के लिए 7 किमी सड़क निर्माण का कार्य चल रहा उसके पूर्ण होने से निश्चित रूप यह स्थान स्वयं में जो भव्यता और दिव्यता से भरा है विकास की ओर आगे बढ़ेगा’। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति की पताका पूरे विश्व में लहरा रही है और दुनिया भर के देश हमारी प्राचीन संस्कृति और उसके परम वैभव से परिचित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे धर्म ने कभी भी “स्व“ अर्थात स्वयं की बात नहीं की, इसने सदा “सर्व“ अर्थात सभी की बात की है, यही हमारी विशेषता है, तभी तो हमारे यहां ’“सर्वे भवन्तु सुखिनः“’ बोला जाता है। यही कारण है कि हजारों वर्षों के पश्चात भी विश्व हमारी आस्थाओं, संस्कृति और मान्यताओं के सामने नतमस्तक है। उन्होंने कहा कि हम अपने धर्म मार्ग से विचलित न हों और जो हमारे सनातन संस्कृति है उस सनातन संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए, उसको बचाने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहें। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की भावना पुनः जागृत हुई है वहीं हमारी प्रदेश सरकार भी उत्तराखंड के प्राचीन मंदिरों के पुर्ननिर्माण और जीर्णोद्वार के लिए कृत संकप्लिप, प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक एवं धार्मिक रूप से उत्तराखंड को महादेव की भूमि माना जाता है। यही कारण है कि ’गढ़वाल मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों को भगवान केदारनाथ की भूमि मानते हुए जहां केदारखंड पुकारा जाता है वहीं कुमाऊं मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों को कैलाश मानसरोवर की भूमि मानते हुए मानसखंड कहा जाता है। यही कारण है कि केदारखंड के मंदिरों को विकसित करने के साथ ही हम मानसखंड कॉरिडोर को भी विकसित करने कि दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, जिसके अंतर्गत कुमांऊ के गोलज्यू मंदिर, पाताल भुवनेश्वर, कोट भ्रामरी, गुरूगोरखनाथ, मॉ पूर्णागिरि, देवीधुरा, कैंचीधाम, बाल सुंदरी समेत अनेक मंदिरों को प्रथम चरण लिया है और दूसरे चरण में अन्य मंदिरों को लिया जायेगा’। इसके लिए हम महायोजना तैयार कर रहे है और उसी अनुसार कार्य कर रहे है। यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि ’मानसखंड कॉरिडोर पर आधारित हमारी झांकी को गणतंत्र दिवस की परेड में प्रथम पुरुष्कार मिला’। उन्होंने कहा कि चंपावत जिले के विकास हेतु वह कृत संकल्पित हैं इसी उद्देश्य से जिला मुख्यालय एवं टनकपुर में जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए सी.एम. कैंप कार्यालय भी खोला है। सरकार ’चंपावत को आदर्श जिला बनाने के लिए लगातार मिशन मोड़ में कार्य कर रही हैं’। जल्द ही इसी माह चम्पावत में विकास कार्यां को लेकर एक बैठक प्रस्तावित की गई है। उन्होंने कहा कि सिप्टी वॉटर फॉल का सौंदर्यीकरण हेतु धनराशि भी आवंटित कर दी गई है। चंपावत के साथ साथ पूरे प्रदेश को आगे बढ़ाने का कार्य निरंतर जारी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ’चम्पावत जिले के विकास हेतु अभी तक कुल 95 घोषणाएं की जिसमें जिसमें 45 घोषणाएं पूर्ण हो चुकी है और शेष घोषणाओं पर कार्य किया जा रहा है’। ’टकनपुर में बनने वाले आईएसबीटी बस अडडे हेतु 58 करोड़ की धनराशि स्वीकृत हो गयी है’
इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिले के विकास हेतु विभिन्न घोषणाएं भी की जिसमें ’श्यामलाताल झील में पूरे राज्य के अन्दर चल रही 13 डिस्ट्रिक 13 डेस्टिनेशन के अन्तर्गत पर्यटन संस्थाओं के लिए बनी डीपीआर को जल्द ही स्वीकृति प्रदान करने किए जाने की घोषणा’।
’बाराकोट ब्लॉक मुख्यालय क्षेत्र में सड़कों का डामरीकरण किया जाएगा’
’जिला मुख्यालय में स्थित गोरलचोड़ मैदान को स्टेडियम का स्वरूप दिया जायेगा,इसके लिए विस्तृत डीपीआर बनायी जायेगी’।
’टनकपुर स्थित साहसिक खेल केंद्र को संचालित करते हुए ऐरो स्पोटर्स गतिविधियों एवं आधारभूत ढांचा तैयार किया जायेगा’।
’सप्तेश्वर महादेव मंदिर के पूरे स्थान का सौन्दर्यीकरण किया जायेगा और यहा के स्नान घाट एवं अन्तिम संस्कार के स्थान का पुर्ननिर्माण एवं सौन्दर्यीकरण किया जायेगा’।
’मुख्यमंत्री बीएडीपी योजनान्तर्गत पौराणिक लधौन धूरा मेला स्थल का सौन्दर्यीकरण किया जायेगा’।
’सिप्टि पंपिंग योजना को स्वीकृत किए जाने की घोषणा की’।
कार्यक्रम के दौरान ’मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री घोषणा अंतर्गत स्वीकृत लागत रुपए 81.97 लाख के पर्यटक आवास गृह टनकपुर का उच्चीकरण, स्वीकृत लागत रुपए 89.41 लाख के पर्यटक आवास गृह लोहाघाट का उच्चीकरण, स्वीकृत लागत रुपए 61.35 लाख के पर्यटक आवास गृह चंपावत का उच्चीकरण तथा स्वीकृत लागत रुपए 78.20 लाख के सिप्टी वाटरफाल का सौंदर्यीकरण एवं ट्रैक रूट का विकास योजनाओं का शिलान्यास किया’।
इस दौरान ’मुख्यमंत्री द्वारा मंदिर में आयोजित होली गायन,झोड़ा गीत कार्यक्रम में भी सामिल होकर गायन किया’।
इस अवसर पर लोहाघाट विधायक खुशाल सिंह अधिकारी, भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल महरा, पूर्व दर्जा मंत्री हयात सिंह महरा, जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पिंचा, प्रभागीय वनाधिकारी आरसी कांडपाल, मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत,एडीएम हेमंत कुमार वर्मा, भाजपा नगर अध्यक्ष कैलाश अधिकारी, मंडल अध्यक्ष प्रकाश बिलवाल, सुभाष बगोली, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सतीश पांडे, अध्यक्ष भाजयूमो गौरव पांडे, श्याम नारायण पांडे, जिला महामंत्री पूरन सिंह महरा,विभिन्न विभागीय अधिकारी, जन प्रतिनिधि समेत स्थानीय लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन मुकेश कलखुड़िया द्वारा किया गया।

चौपाल के दौरान सीएम ने सड़क दुर्घटना में दिवंगत के परिजनों को दिए एक लाख रूपये का चेक

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सुराज दिवस के अवसर पर जनपद चम्पावत के टनकपुर स्थित रामलीला मैदान, ग्राम – उचौलीगोठ में चौपाल कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जन समस्याएं सुनी एवं संबंधित अधिकारियों को समस्याओं के तत्काल निस्तारण के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटना में दिवंगत दान सिंह के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 1 लाख का चेक प्रदान किया एवं 2 दिव्यांगजनों को व्हील चेयर प्रदान की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारत रत्न स्व. अटल जी की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए चौपाल कार्यक्रम में आए सभी लोगों का स्वागत किया। उन्होंने कहा अटल जी ने उत्तराखण्ड राज्य का गठन किया था, लंबे संघर्ष के बाद मिला यह राज्य आज विकास की राह पर लगातार आगे बढ़ रहा है। राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा निर्देशन में अटल जी के सपनों का उत्तराखंड बनाने हेतु संकल्पबद्ध है। हमारा संकल्प उत्कृष्ट उत्तराखंड बनाने का है और इसके लिए राज्य सरकार प्रदेश के कोने-कोने को विकसित करने का कार्य कर रही है। हमारा मुख्य लक्ष्य है कि उत्तराखंड को भारत का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना। सभी के सहयोग और समर्थन से सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड बनाने का जो महायज्ञ हमने शुरू किया है, वह निश्चित ही सफल होगा। मुख्य सेवक के रूप में उन्होंने अपने प्रत्येक क्षण को जनसेवा, जन कल्याण और सुशासन के लिए समर्पित किया है। राज्य सरकार का लक्ष्य भी अंत्योदय है, हमारा प्रण भी अंत्योदय है और हमारा पथ भी अंत्योदय है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मां पूर्णागिरी यात्रा सुगम सुरक्षित हो इसके लिए राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है। पूर्णागिरि में रोपवे बनाए जाने पर भी कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा 2022-23 में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के 723 प्रस्तावित आवासों को जल्दी ही स्वीकृति दी जाएगी। उन्होंने कहा टनकपुर तवाघाट मार्ग तामली मंच से जुड़ जाने के कारण टनकपुर से तामली मंच का सफर महज 1- 2 घंटे का रह जाएगा, जो कि पहले 6 घंटे का हुआ करता था। उन्होंने कहा इससे पूरे तल्लादेश क्षेत्र एवं टनकपुर वासियों को सुविधा होगी। चंपावत जिले को आदर्श जिले के रूप में स्थापित किए जाने पर लगातार कार्य किया जा रहा है साथ ही आने वाले दिनों में यहां सभी अधिकारियों की एक बड़ी बैठक भी की जाएगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार उत्तराखंड के चहुंमुखी विकास के लिए पूर्ण निष्ठा के साथ कार्य कर रही है। आज प्रदेश में इन्फ्रास्क्टचर, पर्यावरण सुरक्षा एवं आधुनिक विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक विकास के लिए भी विशेष अभियानों का संचालन किया जा रहा है। राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा करने, पलायन को रोकने, पर्यटन को बढ़ावा देने और आधारभूत व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए हम नीतिगत योजनाओं का खाका तैयार कर रहे हैं। हमारी विकास योजनाओं के केंद्र में हमारे युवा, हमारे किसान और हमारी नारी शक्ति है। हम जानते हैं की जब तक हमारा युवा,हमारे किसान और हमारी महिलाएं आत्मनिर्भर नहीं होंगी तब तक विकसित उत्तराखंड की राह सुनिश्चित नहीं होगी। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का भी विजन यही है और उन्हीं के मार्गदर्शन में हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। जिस गति से आज हमारे प्रदेश में सड़कों का निर्माण हो रहा है, जिस मजबूती के साथ सीमाओं को सुरक्षित किया जा रहा है और जिस समर्पण के साथ हमारे देवस्थानों को और भी अधिक भव्य बनाया जा रहा है वो अभूतपूर्व है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार का सपना सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड बनाना का है। हम इस लक्ष्य को अपने “विकल्प रहित संकल्प“ के मंत्र के साथ पाने में अवश्य सफल होंगे। जब हम सभी वर्ष 2025 में राज्य का रजत जयंती वर्ष मना रहे होंगे, तब हम सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड के सपने को साकार होता हुआ देखेंगे। आज प्रदेश का प्रत्येक नागरिक और विशेष रूप से चंपावत विधानसभा के लोग सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड बनाने के हमारे संकल्प की पूर्ति के लिए सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर कार्य कर रहे है।

इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल माहरा, पूर्व दर्जा मंत्री शिवराज कठायत, हयात माहरा, मानी चंद, हर्षवर्धन, अध्यक्ष नगर पालिका विपिन कुमार, दीपक पाठक, मुकेश कालखुडिया, मुकेश महराना, गोविंद सामंत, ग्राम प्रधान गणेश महर, प्रदेश महामंत्री हेमा जोशी, नगर पंचायत अध्यक्ष बनबसा रेनू अग्रवाल एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सीएम ने बनबसा चंपावत में लगाया जनता दरबार, वुनी समस्याएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवभूमि कॉलेज ऑफ एजुकेशन बनबसा में आयोजित मुख्य सेवक जनता मिलन कार्यक्रम में प्रतिभाग कर स्थानीय जनता की समस्याएं सुनी। जनता मिलन कार्यक्रम में लोगों द्वारा विभिन्न समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया। कुछ समस्याएं सड़क निर्माण, जल भराव, पेयजल, स्वरोजगार, सौर ऊर्जा, शौचालय निर्माण आदि की भी समस्याएं रखी। जन समस्या शिविर में विभिन्न लोगों द्वारा अपनी अपनी समस्याएं मुख्यमंत्री के समक्ष रखी।

मुख्यमंत्री ने लोगों की समस्याओं के निस्तारण हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए कि समस्याओं को ससमय निस्तारण करें जिससे किसी को भी अनावश्यक परेशानी न हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता की समस्या जिस स्तर की हो उसका समाधान उसी स्तर पर होना चाहिए। बेवजह वह समस्या उच्च स्तर पर न आए। अगर ऐसा होता है तो संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जायेगी।

इस दौरान प्रदेश भाजयुमो अध्यक्ष शशांक रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष दीप पाठक, भाजपा प्रदेश मंत्री हेमा जोशी, नगर पंचायत अध्यक्ष बनबसा रेनू अग्रवाल, उपाध्यक्ष बीसूका संतोष थपलियाल, पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा, मुख्य विकास अधिकारी आरएस रावत अन्य लोग मौजूद रहे।

सरदार पटेल ने 562 से भी ज्यादा रियासतों को एक सूत्र में पिरोयाः सीएम

सरदार बल्लभ भाई पटेल जी के जन्म दिवस 31 अक्टूबर राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में चंपावत जिले के मिनी स्टेडियम बनबसा से एनएचपीसी गेस्ट हाउस बनबसा तक आयोजित रन फॉर यूनिटी (रैली) में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रतिभाग कर एकता दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

मुख्यमंत्री द्वारा सभी प्रतिभागियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई गई। एकता दौड़ में शामिल होकर एनएचपीसी गेस्ट हाउस पहुंच कर मुख्यमंत्री ने सरदार बल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित किए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल जी ने एकीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। देश में 562 से भी ज्यादा रियासतों को एक सूत्र में पिरोने का काम सरदार बल्लभ भाई पटेल ने ही किया था। इसलिए उन्हें आजाद भारत के इतिहास में लौह पुरुष की संज्ञा दी गई। उन्होंने कहा कि हमारे देश के अंदर सरदार बल्लभ भाई पटेल जैसे जांबाज लौह पुरुष पैदा हुए, वहीं देश के अंदर शंकराचार्य जी ने पूरब से लेकर पश्चिम, उत्तर से लेकर दक्षिण तक एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया। आज हमारे देश के अंदर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश एक भारत श्रेष्ठ भारत के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। आज पूरी दुनिया में भारत का मान सम्मान एवं स्वाभिमान बढ़ रहा है। आज भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। जिस समय पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा था उस समय मोदी जी के मार्गदर्शन में देश में वैश्विक महामारी कोरोना लड़ने के लिए दो-दो स्वदेशी वैक्सीन बनाई गई। देश में गरीबों के घर का चूल्हा जलते रहे, कोई भी भूखा न रहे इसके लिए गरीब कल्याण अन्न योजना चलाई और जिससे हर किसी को इस योजना का लाभ मिल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले 25 साल बाद जब देश आजादी का शताब्दी वर्ष मनाएगा। ये 25 साल देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण होंगे। इन 25 सालों में देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ने वाला है, जिसमें युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होने वाली है। उन्होंने कहा आने वाले 25 साल अमृतकाल के रूप में हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं हमने उत्तराखण्ड के लिए संकल्प लिया है कि आने वाले दो सालों में हम प्रदेश को टीबी मुक्त करेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 2025 तक उत्तराखण्ड को नशा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। नशा से मुक्ति के लिए सबको दृ़ढ़ संकल्प लेना होगा और अन्य लोगों को भी नशा मुक्ति के प्रति जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि एक अच्छे समाज के लिए सबका स्वस्थ शरीर होना जरूरी है। स्वस्थ मन, वचन, एवं कर्म के लिए मनुष्य का निरोगी होगा जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को विश्वगुरू बनाने के लिए सबको अपना योगदान देना होगा। हमारी युवा पीढ़ी जो आने वाले समय में देश के कर्णधार होंगे, उन्हें सही दिशा मिलनी जरूरी है।

इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष शशांक रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष दीप पाठक, भाजपा प्रदेश मंत्री हेमा जोशी, नगर पंचायत अध्यक्ष बनबसा रेनू अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा, मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी आदि मौजूद रहे।