चारधाम डैशबोर्ड पर यात्रा से जुड़े विभाग नियमित रूप से रियल टाइम डाटा अपडेट करेंगेः सीएस

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा से सम्बन्धित सभी विभागों को जल्द आरम्भ होने वाले चारधाम डैशबोर्ड पर नियमित रूप से रियल टाइम डाटा अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह डैशबोर्ड चारधाम से सम्बन्धित सभी विभागों के मध्य सूचनाओं के प्रभावी आदान प्रदान व डाटा शेयरिंग का माध्यम बनेगा। इससे विभागों में प्रभावी समन्वय स्थापित होगा तथा उनके अलगाव में कार्य करने की प्रवृति खत्म होगी। उन्होंने इसके लिए सभी विभागों में एक-एक नोडल अधिकारी तैनात करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने सभी सम्बन्धित विभागों को हिदायत दी कि चारधाम डैशबोर्ड पर अपडेट किया जाने वाला डाटा डायनेमिक (गतिशील) व रियल टाइम होना चाहिए। इसे नियमित रूप से फीड किया जाना चाहिए।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम डैशबोर्ड में लोक निर्माण विभाग को यात्रा रूट पर पड़ने वाले ब्लैक स्पॉट, स्लिपिंग जोन, मुख्य मार्गों के अलावा वैकल्पिक मार्गों की जानकारी, मलबे, भूस्खलन या टै्रफिक जाम से बाधित सड़कों, सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े अनिवार्य रूप से अपडेट करने तथा यूकाडा को धामों में खराब मौसम या अन्य कारणों से हैली सर्विस रद्द होने की पूर्व जानकारी अनिवार्य रूप से अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने पशुपालन विभाग को चारधाम डैशबोर्ड में यात्रा मार्ग पर खच्चरों के लिए चारे, पीने के गर्म पानी, पशुचिकित्सकों की उपलब्धता का रियल टाइम डाटा भी नियमित रूप से अपडेट करने तथा पुलिस विभाग को यात्रा मार्ग पर पार्किंग स्थलों की जानकारी व पार्किंग स्पेस की उपलब्धता का रियल टाइम डाटा अपडेट करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिवालय में आईटीडीए द्वारा तैयार किए जा रहे चारधाम डैशबोर्ड की समीक्षा की। यह डैशबोर्ड आरम्भ में सरकारी विभागों के प्रशासनिक समन्वय व कार्यों के लिए उपयोग किया जाएगा और बाद में आमजन के लिए खोल दिया जाएगा।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम डैशबोर्ड में यात्रा मार्ग पर किए जाने वाले कार्यों की जीआईएस टैगिंग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने परफॉर्मेशन एवल्यूशन के लिए विभिन्न विभागों के इन्टरलिंकिंग को जरूरी बताया है। मुख्य सचिव ने चारधाम डैशबोर्ड में अन्य भीड़-भाड़ वाले पर्यटक स्थलों जैसे मसूरी को भी जोड़ने के निर्देश दिए हैं, ताकि इन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों को भी सभी जानकारियां व रियल टाइम डाटा उपलब्ध हो सके। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों के वाहनों में ट्रेश बैग (कूड़ादान) अनिवार्यत रखे जाने के नियमों का सख्ती से पालन करवाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए उन्होंने ट्रिप कार्ड जारी करते समय जानकारी देने तथा नियमित रूप से चौकिंग व चालान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस सम्बन्ध में नगर निकायों, निगमों व जिला पंचायतों को पत्र लिखे जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने यात्रा मार्ग पर सेवाएं देने वाले खच्चरों की बीमा व्यवस्था हेतु जिलाधिकारियों वार्ता के निर्देश दिए हैं।

बैठक में सचिव लोक निर्माण विभाग, आपदा प्रबन्धन, पशुपालन, निदेशक आईटीडीए, महानिदेशक स्वास्थ्य व अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।

मंत्री अग्रवाल ने चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन कार्यालय का किया स्थलीय निरीक्षण

क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन कार्यालय एवं श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डॉ अग्रवाल ने देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये श्रद्धालुओं से बातचीत कर उनसे व्यवस्थाओं का फीडबैक भी लिया।

डॉ अग्रवाल ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को आवश्यक मूलभूत सुविधाओं समेत पेयजल, भोजन, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ बनाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बनाए गए विश्राम स्थल, स्वास्थ्य केन्द्र एवं यात्रा नियंत्रण कक्ष में सभी सुविधाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने एवं व्यवस्थित यात्रा के लिए आपसी सामंजस्य से कार्य करने के निर्देश दिये।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों से उत्तराखण्ड आने वाले श्रद्धालुओं की सुगम, सुरक्षित एवं सुविधाजनक चारधाम यात्रा के लिए राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है।

इस अवसर पर अपर आयुक्त गढ़वाल नरेंद्र सिंह क्विरियाल, एडीएम कुमकुम जोशी, नगर आयुक्त शैलेन्द्र सिंह नेगी, एसपी ग्रामीण लोकजीत सिंह, मण्डल अध्यक्ष सुमित पंवार, जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा माधवी गुप्ता, मण्डल अध्यक्ष महिला मोर्चा माधवी गुप्ता, सीमा रानी, मनोज धयानी, शिव कुमार गौतम, उषा जोशी, अनिता तिवाड़ी, रूपेश गुप्ता, जितेंद्र पाल पाठी, राजू नरसिम्हा, दीपक बिष्ट आदि उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने की चार धाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास, देहरादून में चार धाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। चार धाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुये श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ने हरिद्वार व ऋषिकेश में ऑफलाईन रजिस्ट्रेशन की संख्या को 1500 से बढ़ाकर 2000 प्रतिदिन किये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा को सुगम व सुरक्षित बनाना हमारा उद्देश्य है। इस व्यवस्था से जुड़े सभी अधिकारी प्रतिबद्धता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में पेयजल की कमी को दूर करने के लिये प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जल संचय एवं जल संवर्द्धन के प्रति संजीदगी के साथ योजना बनाने पर ध्यान दिया जाए। इसे जन आंदोलन के रूप में संचालित करने के लिये आम जनता को इससे जोड़ने के प्रयास किये जाएं। इसके लिये मुख्यमंत्री ने जल संचय, जल संवर्धन तथा भू-जल स्तर में सुधार के लिये बनायी जाने वाली कार्ययोजना के लिये सचिव शैलेश बगोली तथा विशेष सचिव पराग मधुकर धकाते को नोडल अधिकारी नामित किये जाने के भी निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश पहुंचकर चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन कार्यालय का किया स्थलीय निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज ऋषिकेश पहुंचकर चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन कार्यालय एवं श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये श्रद्धालुओं से बातचीत कर उनसे व्यवस्थाओं का फीडबैक भी लिया।

मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को आवश्यक मूलभूत सुविधाओं समेत पेयजल, भोजन, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ बनाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बनाए गए विश्राम स्थल, स्वास्थ्य केन्द्र एवं यात्रा नियंत्रण कक्ष में सभी सुविधाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने एवं व्यवस्थित यात्रा के लिए आपसी सामंजस्य से कार्य करने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों से उत्तराखण्ड आने वाले श्रद्धालुओं की सुगम, सुरक्षित एवं सुविधाजनक चारधाम यात्रा के लिए राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है। इस अवसर पर आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय, आईजी के.एस. नगन्याल एवं जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।

चारधाम यात्रा की निरंतर मॉनिटरिंग के लिए एसीएस की अध्यक्षता में कमेटी गठन के दिए निर्देशः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड सदन, नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से चारधाम यात्रा की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सभी विभाग आपसी समन्वय से चार धाम यात्रा के सुगम संचालन हेतु अपनी जिम्मेदारियों का पूर्ण निष्ठा से निर्वहन करें। किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने सीधे कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा की निरंतर मॉनिटरिंग हेतु एसीएस आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में कमेटी गठन के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि यात्रा मार्गों पर शासन के उच्च अधिकारी एवं पुलिस के आईजी स्तर के अधिकारी यात्रा के बेहतर संचालन के लिए निरन्तर फील्ड में रहें। उन्होने कहा यदि श्रद्धालु बिना रजिस्ट्रेशन के धामों में पहुंचते हैं तो इसके लिए अब संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिरो में सभी श्रद्धालुओं को दर्शन हेतु एक समान समय मिले। इसके साथ ही रजिस्ट्रेशन एवं दर्शन व्यवस्था में वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने ऋषिकेश, हरिद्वार एवं अन्य ठहराव वाले स्थानों से केदारनाथ, बद्रीनाथ हेतु जा रही गाड़ियों को अलग -अलग समय में छोड़े जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा आवश्यकता हो तो बीकेटीसी से समन्वय कर मंदिरों में दर्शन का समय अवधि भी बढ़ाई जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा में आगामी मानसून सीजन को लेकर भी सभी तैयारियां समय रहते पूर्ण की जाए। बरसात के दौरान चारधाम यात्रा में होने वाली परेशानियों से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखी जाए। उन्होंने कहा श्रद्धालुओं के लिए तय किए गए ठहराव वाले स्थान पर नियमित सफाई, पेयजल एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं की पूर्ण व्यवस्था की जाए। आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती भी की जाए। उन्होंने कहा यात्रा को चलाना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है और श्रद्धालुओं की सेवा करना हमारा कर्तव्य।

बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, सचिव शैलेश बगौली, दिलीप जावलकर, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय, एडीजी अमित सिन्हा, ए.पी अंशुमान, आईजी के.एस नगन्याल, अपर सचिव पर्यटन युगल किशोर पंत, विभिन्न जिलों के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

मुख्य सचिव रतूड़ी ने केन्द्रीय गृह सचिव को दिया चारधाम यात्रा का अपडेट

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केन्द्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को वर्चुअल माध्यम से हुई बैठक में राज्य में चारधाम यात्रा की अद्यतन जानकारी दी। केन्द्रीय गृह सचिव ने मुख्य सचिव को धामों, यात्रा मार्गां एवं ठहराव स्थलों में यात्रियों की रिर्पाेट प्रतिदिन गृह मंत्रालय को भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जरूरत पड़ने पर यात्रा मार्ग पर क्राउड मेनेजमेंट हेतु एनडीआरएफ व आईटीबीपी की मदद लेने के भी निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही केन्द्रीय गृह सचिव ने भविष्य में चारधाम यात्रा प्रबन्धन की रणनीति हेतु एक कमेटी गठन के निर्देश दिए है। उन्होंने धरातल स्तर पर यात्रा प्रबन्धन पर कड़ी निगरानी पर विशेष बल दिया है।

मुख्य सचिव रतूड़ी ने केन्द्रीय गृह सचिव को जानकारी दी कि राज्य में चारधाम यात्रा सफलतापूर्वक, सुरक्षित, सुगम एवं सुचारू रूप से संचालित हो रही है। सभी राज्यों विशेषकर 5 प्रमुख राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र, जहाँ से सबसे अधिक यात्री चारधाम पर आते हैं, उनके मुख्य सचिवों को पत्र के माध्यम से तथा व्यक्तिगत तौर पर बातचीत कर अनुरोध किया गया है कि यात्री सिर्फ रजिस्ट्रेशन के बाद ही चारधाम पर आए तथा जिस तिथी का रजिस्ट्रेशन हुआ है उस तिथी को ही चारधाम यात्रा पर आए। व्यवस्था बनाए रखने के लिए 31 मई तक चारधाम यात्रा के ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाई गई है।

यात्रा मेनेजमेंट सिस्टम की जानकारी देते हुए सीएस ने जानकारी दी कि रजिस्ट्रेशन हेतु उत्तराखण्ड टूरिज्म डेवलमेंट बोर्ड द्वारा 24 घण्टे संचालित होने वाला कॉल सेन्टर कार्य कर रहा है। पंजीकृत श्रद्धालुओं को बड़कोट (यमुनोत्री), हीना (गंगोत्री), सोनप्रयाग (केदारनाथ) तथा पाण्डुकेश्वर (बद्रीनाथ) में चेक किया जा रहा है। जानकीचट्टी (यमुनोत्री), गंगोत्री मंदिर (गंगोत्री), स्वर्गारोहिणी (केदारनाथ) तथा आईएसबीटी, बीआरओ तथा माणा (बद्रीनाथ) में धामों के दर्शन हेतु पंजीकृत श्रद्धालुओं को टोकन जारी किए जा रहे हैं। मंदिरों के परिसर में पंक्ति में लगे श्रद्धालुओं के टोकन पर मोहर लगाकर उनके लिए धामों के दर्शनों की व्यवस्था की गई है।

मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि 22 मई तक कुल 3118926 रजिस्ट्रेशन में से यमुनोत्री हेतु 486285, गंगोत्री हेतु 554656, केदारनाथ हेतु 1037700, बद्रीनाथ हेतु 955858 तथा हेमकुण्ड साहिब हेतु 84427 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवाया है। चारधाम यात्रा पर आने वाले सर्वाधिक श्रद्धालुओं वाले 10 राज्यों में क्रमशः उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, बिहार, हरियाणा, पश्चिम बंगाल तथा छतीसगढ़ हैं।

मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि इस वर्ष 2024 में यमुनोत्री में 138537 श्रद्धालुओं ने यात्रा सीजन के पहले 10 दिनों में दर्शन किए। यह आंकड़ा गत 2 वर्षों से 127 प्रतिशत अधिक है। गंगोत्री धाम में पहले दस दिनों में 128777 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए जो कि गत 2 वर्षों से 89 प्रतिशत अधिक है। केदारनाथ धाम में इस वर्ष पहले दस दिनों में 319193 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए जो कि गत 2 वर्षों से 156 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार बद्रीनाथ धाम में इस वर्ष पहले दस दिनों में 139656 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए जो कि गत 2 वर्षाे से 27 प्रतिशत अधिक है।

परिवहन विभाग की विशेष पहल
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जानकारी दी कि इस वर्ष चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन हेतु परिवहन विभाग ने वाहन चालकों की कैपिसिटी बिल्डिंग तथा मेडिकल स्क्रीनिग की व्यवस्था की है। यात्रा रूट के मुख्य प्रवेश स्थलों पर चार हाईटेक चेक पोस्ट बनाए गए हैं। सोनप्रयाग तथा गौरीकुण्ड मार्ग पर शटल सर्विस की व्यवस्था की गई है। ऑनलाइन व्यवस्था द्वारा ग्रीन कार्ड की व्यवस्था की गई है। अभी तक 23063 ग्रीन कार्ड जारी किए गए हैं। टूरिज्म पोर्टल पर पंजीकृत यात्रियों को ट्रिप कार्ड जारी किए जा रहे हैं।

पुलिस विभाग के नव प्रयास
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा इस वर्ष यात्रा रूट पर 56 टूरिज्म पुलिस स्पोर्ट सेन्टर खोले गए हैं। यात्रा पर निगरानी हेतु 850 सीसीटीवी कैमरा तथा 8 ड्रोन लगाए गए हैं। केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर 1495 वाहनों की क्षमता वाले 20 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। पार्किंग मैनेजमेंट हेतु क्यूआर कोड बेस्ड सिस्टम शुरू किया गया है। यमुनोत्री एवं गंगोत्री यात्रा मार्ग पर वाहनों की नियंत्रित आवाजाही हेतु 3-4 हॉलण्डिंग पाइंट्स बनाए गए हैं। केदारनाथ रूट पर बेहतरीन ट्रैफिक मैनेजमेंट हेतु सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। टै्रक रूट की सफाई हेतु 657 पर्यावरण मित्रों की तैनाती की गई है।

स्वास्थ्य विभाग भी प्रोएक्टिव
इस वर्ष स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी विशेष प्रयासों के तहत 12 मुख्य लोकेशन पर 50 स्क्रीनिंग क्यिस्क लगाए गए हैं। स्वास्थ्य मित्र जो कि फर्स्ट मेडिकल रिस्पोण्डर्स हैं, की तैनाती भी यात्रा मार्ग पर की गई है। यात्रा रूट पर 156 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। 8 ब्लड बैंक तथा 2 स्टोरेज यूनिट भी उपलब्ध करवाए गए हैं। 49 स्थायी स्वास्थ्य सुविधाएं तथा 26 मेडिकल रिलीफ पोस्टस स्थापित की गई हैं। यात्रा मार्ग पर 22 स्पेशलिस्ट, 179 मेडिकल ऑफिसर्स तथा 299 पैरामेडिकल स्टाफ की भी तैनाती की गई है।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि वर्तमान में प्रशासन द्वारा यात्रा रूट पर टै्रफिक मेनेजमेंट पर विशेष फोकस किया जा रहा है। टै्रफिक की स्थिति पर सीसीटीवी व ड्रोन से कड़ी निगरानी की जा रही है। रजिस्ट्रेशन तथा टोकन सिस्टम के कड़ाई से पालन पर ध्यान दिया जा रहा है। बुजुर्गों, दिव्यांगों, बीमार तथा बच्चों की सहायता पर विशेष फोकस किया जा रहा है।

केन्द्रीय गृह सचिव ने उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के सफल संचालन हेतु केन्द्र से हर संभव सहायता एवं सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगौली, सचिन कुर्वे, दिलीप जावलकर, अरविन्द सिंह हयांकी मौजूद रहे।

कोतवाली पुलिस ने किया ट्रैवल एजेंसी का संचालक जनकपुरी दिल्ली से गिरफ्तार

बीती 21 मई को ऋषिकेश क्षेत्रान्तर्गत खांड गांव में बनाये गये रजिस्ट्रेशन चेकिंग सेन्टर का एसएसपी देहरादून ने निरीक्षण किया था, इस दौरान हैदराबाद से चारधाम यात्रा पर आये 11 सदस्यीय यात्रियों के दल के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में कूटरचना कर व तारिखो में हेरफेर का मामला सामने आया था। जिसमें सदस्य मुक्कावली साई भ्रमर मधुरिया, निवासी श्रीनिवासा नगर बैंक कॉलोनी, विजयवाडा आंध्र प्रदेश से जानकारी करने पर उसके द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा चारधाम यात्रा हेतु कुल 11 लोगों का legend India holidays, address 823 jaina tower 2 district centre, Janakpuri Delhi से ऑनलाइन पैकेज बुक किया गया था, जिस पर कंपनी के कर्मचारी कुमकुम वर्मा तथा डायरेक्टर ऋषि राज से फोन के माध्यम से वार्ता की थी, कर्मचारियों ने 11 सदस्यीय दल का चारधाम यात्रा के लिये रजिस्ट्रेशन एवं ठहरने आदि की व्यवस्था करने का आश्वासन देते हुए उसके एवज में उनसे 02 लाख 33 हजार रूपये लिये गये थे तथा बताया गया था कि चारधाम यात्रा के लिये उन सभी का 25 मई 2024 से 30 मई के बीच का रजिस्ट्रेशन का है।
इस पर एसएसपी देहरादून द्वारा तत्काल सम्बन्धित ट्रैवल एजेंसी संचालक के विरूद्व वैधानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये, जिस पर दल की सदस्य मुक्कावली साई भ्रमर मधुरिया, निवासी श्रीनिवासा नगर बैंक कॉलोनी, विजयवाडा आंध्र प्रदेश की ओर से धोखाधडी के सम्बंध में दी गई तहरीर पर कोतवाली ऋषिकेश में सम्बन्धित ट्रैवल एजेंसी के विरुद्ध धारा 420 468, 120 बी भादवि के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है।

कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि ऑनलाइन फर्जी रजिस्ट्रेशन कर धनराशि ठगी गई थी, को जनकपुरी दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने आरोपी की पहचान ऋषि राज पुत्र सुरेश कुमार निवासी 10 गली नंबर 13 कृष्णा पार्क दिल्ली के रूप में कराई। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने एक मोबाइल फोन भी बरामद किया है।

कोतवाली ऋषिकेश में गाजियाबाद की ट्रेवल कंपनी पर दर्ज हुआ धोखाधड़ी का मुकदमा

कोतवाली पुलिस ने गाजियाबाद की ट्रेवल कंपनी पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने यह कार्यवाही यात्रियों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन चैक करने के दौरान की।

कोतवाली ऋषिकेश के मुताबिक सिन्चन भट्टाचार्य नामक व्यक्ति ने बताया कि गाजियाबाद की ट्रेवल कंपनी
के जरिये केदारनाथ धाम के दर्शन हेतु 19 लोगो का टूर बुक कराया, जिसकी एवज में उनके द्वारा 01 लाख 70 हजार रू0 का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से कम्पनी को किया था। बताया कि कम्पनी के अलग-अलग प्रतिनिधियों तरूण, वशिंका, श्रुति व अन्य के द्वारा उनसे सम्पर्क कर धाम के दर्शन हेतु रजिस्ट्रेशन की दिनांक 23 मई बताई तथा उससे सम्बन्धित पीडीएफ उन्हें व्हाट्सअप के माध्यम से उपलब्ध करायी गयी, परन्तु ऋषिकेश पहुंचने पर उन्हें उक्त ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के फर्जी होने की जानकारी मिली।

पुलिस ने तहरीर के आधार पर आईपीसी की धारा 420, 468, 120 में टूर एजेंसी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया। साथ ही धरपकड़ के लिए पुलिस टीम रवाना की गई है। साथ ही केदारनाथ धाम के दर्शन हेतु आये 19 सदस्यीय दल के यात्रा पूर्ण करने हेतु पुलिस द्वारा आवश्यक व्यवस्थाये सुनिश्चित की गई। देश के अलग-अलग प्रान्तों से पवित्र धामों की यात्रा पर आये श्रद्वालुओं द्वारा पुलिस तथा प्रशासन से मिले सहयोग के लिये उत्तराखण्ड सरकार का आभार व्यक्त किया गयां।

चारधाम दर्शन को पहुंचे छह सदस्यीय दलों के साथ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में धोखाधड़ी

कोतवाली ऋषिकेश ने नोएडा की एक ट्रेवल एजेंसी के खिलाफ धोखाधड़ी जैसी अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस टीम की एक टुकड़ी आरोपियों की धरपकड़ के लिए रवाना भी की गई है।

दरअसल झारखंड के मल्टी लक्सेरिया सिटी बोकारो निवासी प्रिया कुमारी सिंह ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनके द्वारा अपने 06 सदस्यीय दल का एक धाम की यात्रा के लिये नोयडा स्थित Explore Raahein Travel एजेन्सी के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था। जिसके लिए एजेंसी को 65 हजार रूपये का भुगतान किया था। ट्रैवल एजेन्सी में कार्यरत मोहित रोहिला व अन्य लोगो द्वारा उन्हें एक धाम दर्शन के लिये दिनांक 22-05-2024 से 25-05-2024 के बीच का रजिस्ट्रेशन कराने की बात बताते हुए 21 मई की रात्री में दिल्ली से वाहन के माध्यम से ऋषिकेश भेजा गया।

तहरीर में बताया कि मोहित रोहिला द्वारा हमें व्हाटशएप के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की कॉपी उपलब्ध करायी गयी थी। बताया कि ऋषिकेश आकर हमें जानकारी मिली कि उनके द्वारा फर्जी तरीके से हमारे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन बनाया गया था।

वहीं, तहरीर के आधार पर कोतवाली पुलिस ने नोएडा की टैªवल एजेन्सी के विरूद्व आईपीसी की धारा 420, 468, 120 आईपीसी में मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं, यात्रा में आये उक्त यात्रियों के आगे की यात्रा के लिये प्रशासन के सहयोग से व्यवस्था सुनिश्चित की गई। पुलिस तथा प्रशासन से मिली सहायता पर यात्रियों द्वारा पुलिस की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए पुलिस व प्रशासन से मिले सहयोगात्मक व्यवहार के लिये उत्तराखण्ड सरकार की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।

मुख्यमंत्री ने की चारधाम यात्रा, पेयजल, विद्युत आपूर्ति तथा वनाग्नि रोकथाम प्रबंधन की समीक्षा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में प्रदेश में संचालित चार धाम यात्रा, पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति व्यवस्थाओं के साथ ही वनाग्नि की रोकथाम हेतु किये जा रहे प्रबंधन की मुख्य सचिव के सहित अन्य उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को हर समय सतर्क रहने के निर्देश देते हुए कहा कि यात्रा व्यवस्थाओं से जुडे अधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय बनाते हुए तीर्थ यात्रियों की यात्रा सुखद एवं सुरक्षित बनाये जाने के प्रयास किये जाएं। उन्होंने कहा कि देवभूमि में आने वाले श्रद्धालुओं को सभी आवश्यक सुविधायें उपलब्ध कराना हमारा उद्देश्य होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा राज्य की आर्थिकी से भी जुड़ी है। जिस तेजी से चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हो रही है, हम सबका दायित्व है कि यात्रा को सुगम और सरल बनाने में सभी मिलकर सहयोगी बनें। व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों से जुड़े सभी जनपद यात्रा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए समन्वय के साथ कार्य करें।

मुख्यमंत्री ने शासन और पुलिस के अधिकारियों को पुनः निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा से सबंधित जो भी आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए जिला प्रशासन से अनुरोध किया जाता है, उनकी समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाए। चारधाम यात्रा के लिए भीड़ प्रबंधन का विशेष ध्यान रखे जाने के साथ यह सुनिश्चित किया जाए कि चारों धामों में श्रद्धालुओं की जो संख्या निर्धारित की गई है, उसके अनुसार ही श्रद्धालुओं को भेजा जाए। बिना रजिस्ट्रेशन के जो श्रद्धालु उत्तराखण्ड की सीमा के अन्दर प्रवेश कर चुके हैं, वे चारों धामों के अलावा राज्य के अन्य धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों के लिए जाना चाहते हैं, तो उन्हें वहां भेजे जाने के भी प्रयास किये जाएं। उन्होंने कहा सभी अधिकारी ग्राउंड में जाकर श्रद्धालुओ से फीडबैक भी लें ताकि समय रहते छोटी कमियों को भी दूर किया जाए ।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि ग्रीष्मकाल को ध्यान में रखते हुए पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। चारधाम यात्रा में भी पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। पेयजल से जुड़े विभागों के वरिष्ठ अधिकारी फील्ड में जाकर पेयजल व्यवस्थाओं को देखें। जिन क्षेत्रों में पेयजल की कमी है, टैंकरों और अन्य माध्यमों से पेयजल व्यवस्था की जाए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि प्रदेश में पर्याप्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाय। इसके लिए तीनों निगम यूपीसीएल, यूजेवीएनएल और पिटकुल आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। राज्य में विद्युत की मांग के अनुसार आपूर्ति की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिये है।

मुख्यमंत्री ने वनाग्नि को रोकने के लिये जन जागरूकता पर भी ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि इसमें जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वनाग्नि की रोकथाम के लिये सचिवों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। सभी सचिव संबंधित जनपदों में जाकर वनाग्नि से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण करें और वनाग्नि को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठायें। जंगलों में आग लगाने की घटनाओं में जो भी लिप्त पाये जा रहे हैं, उन पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाय। वनाग्नि को रोकने के लिए रिस्पांस टाईम कम से कम किया जाय।

बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव शैलेश बगोली, सचिव एवं आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।