गृह और पुलिस विभाग की समीक्षा में सरलतम तरीके अपनाने पर सीएम ने दिया जोर

प्रदेशवासियों को जल्द ही ई-एफआईआर की सुविधा मिलेगी। इसमें घर बैठे ही एफआईआर दर्ज कराई जा सकेगी। प्रारम्भ में वाहन चोरी और गुमशुदा वस्तुओं के संबंध में ई-एफआईआर कराई जा सकेगी। इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में गृह और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री के समक्ष सीसीटीएनएस के अंतर्गत बनाए जा रहे ई-एफआईआर पोर्टल का प्रस्तुतिकरण दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि सरकार का मूल मंत्र है। सिस्टम इस प्रकार का होना चाहिए जिससे जनता सरलतम तरीके से अपनी शिकायतों का समाधान करा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि ई-एफआईआर से आम जन को बहुत सुविधा होगी। व्यक्ति को एफआईआर दर्ज कराने के लिये परेशान नहीं होना पड़ेगा। ई-एफआईआर में उच्चाधिकारियों द्वारा नियमित रूप से समीक्षा की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसिंग में आधुनिक तकनीक का उपयोग बढ़ाये जाने की जरूरत है। ड्रोन टेक्नोलोजी का भी उपयोग किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशिक्षण, आधुनिकीकरण और पुलिस सुधार से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर बैठक आयोजित करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि झूठी एफआईआर को रोकने के लिये जरूरी प्राविधान किये जाने की आवश्यकता है। इस संबंध में सुझाव देने के लिये एक समिति बनाई जाए।
बताया गया कि ई-एफआईआर के लिये अभी अधिसूचना जारी की जानी है। शुरुआत में इसमें वाहन चोरी व गुमशुदा मोबाईल व वस्तुओं के संबंध में एफआईआर को शामिल किया जाएगा। ई-एफआईआर में वर्चुअल थाना स्थापित किया जाएगा। जो भी ई-एफआईआर की जाएगी, वह इस वर्चुअल थाने में जाएगी। शिकायत करने वाले को इसकी पावती मिल जाएगी। यहां इसका परीक्षण कर संबंधित थाने में आवश्यक कार्यवाही के लिए अग्रसारित की जाएगी। ई-एफआईआर पोर्टल को देवभूमि मोबाईल एप से भी जोड़ा जाएगा।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अशोक कुमार, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, एडीजी वी मुरूगेशन, आईजी बिमला गुन्ज्याल, अपर सचिव रिद्धिम अग्रवाल, सहित गृह व पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

चेक बाउंस-छह माह के कठोर कारावास की सजा सुनाई

चेक बाउंस के मामले में अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने दोष सिद्ध होने पर आरोपी को छह माह के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। दो महीने में परिवादी को क्षतिपूर्ति धनराशि 16 लाख 50 हजार रुपये अदा करने का आदेश दिया है। निर्धारित अवधि के भीतर क्षतिपूर्ति नहीं देने पर तीन माह की अतिरिक्त सजा भुगतनी पड़ेगी।
अधिवक्ता अमित अग्रवाल ने बताया कि अक्तूबर 2015 में राजेंद्र सिंह ने अपने एक परिचित अनुज कालिया निवासी ऋषिकेश से 15 लाख रुपये उधार लिए थे। दो महीने बाद उधार की रकम चुकाने के एवज में 5 दिसंबर 2015 को 15 लाख का चेक दिया। विश्वास दिलाया कि चेक अनादरित नहीं होगा।
अनुज कालिया ने तय तारीख आने पर चेक बैंक में प्रस्तुत किया। करीब एक महीने बाद बैंक ने चेक यह कहकर लौटा दिया कि संबंधित खाते में रकम नहीं है। चेक बाउंस होने पर अनुज कालिया ने आरोपी को कोर्ट नोटिस भिजवाया। नोटिस प्राप्त करने के बाद भी आरोपी ने उधार की रकम नहीं लौटायी। परिवादी अनुज कालिया ने मामले की शिकायत कोर्ट में दर्ज करायी। कोर्ट में विचाराधीन मामले की अंतिम सुनवाई अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट भवदीप की अदालत में हुई। आरोप साबित होने पर कोर्ट ने सजा सुनायी है।

पुलिस गिरफ्त में अन्तर जनपदीय गिरोह के चार सदस्य

रायवाला के छिद्दरवाला क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर देर रात्रि लूट करने वाले अन्तर जनपदीय गिरोह के चार आरोपियों को रायवाला पुलिस व एसओजी ग्रामीण की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। उनके के कब्जे से लूटी गयी 92 हजार रुपये और घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल अपाचे को बरामद की है।
रविवार को उप-महानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनमेजय खंडूड़ी ने पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। 21 जून को तजिन्दर सिंह ग्रोवर पुत्र मोहन सिंह ग्रोवर निवासी 18 गांधी रोड़ देहरादून ने बताया था कि अपने दोस्त रघुवीर सिंह पटवाल के साथ वाहनों की नीलामी में भाग लेने के लिए अपने साथ कैश लेकर अपनी स्कूटी से रुड़की के लिए निकले और 11ः30 बजे वहां पहुंच गये थे। नीलामी खत्म होने पर हम रात 11ः45 बजे रुड़की से देहरादन के लिए चले। रात्रि समय लगभग 01ः40 बजे एक मोटर साइकल पर सवार 03 व्यक्तियों द्वारा रास्ट्रीय राजमार्ग तीनपानी फ्लाइओवर के ऊपर हमें धक्का मार के गिरा दिया और शर्ट के अन्दर रखे कैश 130000 रुपये, ऱघुवीर की चेक बुक और जीएसटी के पेपर की कॉपी लेकर भाग गये। क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश डीसी ढौडियाल व थानाध्यक्ष रायवाला भुवन चन्द्र पुजारी द्वारा अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया। घटना स्थल तीन पानी फ्लाईओवर से राष्ट्रीय राजमार्ग रायवाला, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, लक्सर आदि क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेजों का गहनता से अवलोकन किया गया। टीम द्वारा लोकल स्तर पर सत्यापन की कार्यवाही की गई। एसओजी टीम द्वारा घटना स्थल क्षेत्र से सर्विलांस की मदद से अपराधियों के लोकेशन की गहनता से जांच की गयी। आरोपी सुमित पुत्र ओमपाल नि ग्राम चौतपुर, थाना लक्सर हरिद्वार, विकास उर्फ राजा पुत्र पवन सिंह नि ग्राम मुण्डाखेड़ा कला थाना लक्सर हरिद्वार, टीटू पुत्र पप्पू सिंह नि मुण्डाखेड़ा कलां, थाना लक्सर है। चौथा अभियुक्त विधिविवादित किशोर है। टीम में थानाध्यक्ष भुवन चन्द्र, दारोगा नीरज त्यागी, ज्योति प्रसाद उनियाल आदि थे।

सोशल मीडिया में गृह मंत्री के फर्जी पत्र की जांच शुरु, केस दर्ज

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम एक फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने की जांच बैठा दी गई है। इस पत्र में भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता रही नुपूर शर्मा के एक रिश्तेदार को जेड सुरक्षा उपलब्ध कराने को कहा गया है। बुधवार को यह पत्र सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ।
केंद्रीय मंत्री शाह की तरफ से मुख्यमंत्री धामी को लिखे गए इस कथित पत्र में 13 जून की तिथि अंकित है। जिसमें कहा गया है कि संबंधित व्यक्ति आरएसएस और हिन्दु राष्ट्रीय विचारधारा के साथ ही नुपूर शर्मा का भी रिश्तेदार है। नुपूर शर्मा के साथ ही उनके रिश्तेदार को भी धमकियां मिल रही है लिहाजा तत्काल संबंधित व्यक्ति को जेड सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
इस पत्र के वायरल होते ही पीआईबी ने इसे ट्विटर पर टैग करते हुए फर्जी बताया। उधर, मुख्यमंत्री धामी ने फर्जी पत्र की गंभीरता को देखते हुए दोषी व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त कारवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री की अपर मुख्य सचिव राधा रतूङी ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम को इस तरह का कोई पत्र नहीं भेजा है, यह पूरी तरह फर्जी है।
उन्होंने बताया कि एसटीएफ में सोशल मीडिया इंटरवेशंन सेल गठित है। जिसका मकसद सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की भ्रामक एंव गलत सूचना प्रसारित होने पर तत्काल प्रभाव से विश्लेषण कर वैधानिक एवं उचित कारवाई करना है। इस सेल को यह पत्र हुआ है, जिसके आधार से संबंधित व्यक्ति की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि शरारत करने वालों ने इस पत्र का रुपांतरण इस तरह से किया है जिससे समाज में कानून व्यवस्था बाधित हो। बताया कि एसटीएफ को मुकदमा दर्ज कर कारवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। विदित है नुपूर शर्मा का एक रिश्तेदार दून में रहते हैं जो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं।

गृहमंत्री का फर्जी पत्र वायरल करने में केस
गृहमंत्री अमित शाह का उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को संबोधित पत्र वायरल करने के मामले में एसटीएफ ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि एसटीएफ उत्तराखंड का सोशल मीडिया इंटरवेंशन सेल कार्यरत है।
जिसका उदेश्य सोशल मीडिया पर भ्रामक या गलत सूचना प्रसारित होने पर तत्काल विश्लेषण कर वैधानिक कार्रवाई करना है। ऐसी पोस्टों को हटना भी है जिससे कानून व्यवस्था की समस्या बनें। इस सेल को गृहमंत्री का संशय पैदा करने वाला फर्जी पत्र मिला। इसे वायरल करने को लेकर केस किया गया है।

पुलिस ने अपहृत किशोरी को हरिद्वार से सकुशल किया बरामद

कोतवाली पुलिस ने एक अपहृत किशोरी को हरिद्वार से सकुशल बरामद किया है। जबकि मामले में फरार अपहरणकर्ता युवक की तलाश पुलिस ने तेज कर दी है।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक 12 जून को एक महिला ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि उनकी 14 साल की भतीजी को सनी पुत्र सतीश निवासी झुग्गी झोपड़ी ऋषिकेश अपने साथ बहला फुसलकर भगा ले गया है। पुलिस ने मामले में संबंधित धारा में केस दर्ज कर किशोरी की तलाश शुरू कर दी। सर्विलांस और मुखबिर की मदद से किशोरी को मंगलवार को चंडी चौक, हरिद्वार से सकुशल बरामद किया गया। जबकि आरोपी सनी की तलाश पुलिस ने शुरू कर दी है। कोतवाली के एसएसआई डीपी काला ने बताया कि पूछताछ में किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। लिहाजा पुलिस ने दुष्कर्म सहित पोक्सो की धारा भी विवेचना में बढ़ा दी है।

हुड़दंग मचा रहे पर्यटकों को पुलिस ने सिखाया सबक

लक्ष्मणझूला क्षेत्र के राधेश्याम घाट पर नशे में हुड़दंग मचा रहे छह पर्यटकों को पुलिस ने पकड़ा। पुलिस ऐक्ट में चालान के बाद सबक सिखाने के लिए उनसे घाटों की सफाई भी करवाई। पुलिस के इस अनूठे कार्य को स्थानीय लोगों ने सराहा।
मिशन मर्यादा के तहत पुलिस टीम गंगा घाटों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर गश्त कर रही थी। इसी बीच राधेश्याम घाट पर नशे में धुत्त कुछ युवक उत्पात मचाते नजर आए। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को पकड़ लिया। पुलिस ऐक्ट में चालान कर अनुशासन का पाठ पढ़ाया।
पुलिस ने हत्थे चढ़े हिमांशु पुत्र दिवाकर, एलन पुत्र मैथ्यू, अभिषेक पुत्र मुकेश, आशीष पुत्र रामकुमार निवासी शामली, उत्तर प्रदेश, मोहित कुमार पुत्र नरेश कुमार, सोमबीर पुत्र धनवीर निवासी ग्राम नूरपुर, पानीपत, हरियाणा से क्षेत्र के घाटों की सफाई कराई। थाना प्रभारी निरीक्षक संतोष सिंह कुंवर ने बताया कि पुलिस टीम में कांस्टेबल दीपक, बीरेंद्र कुमार, अनुराग, भवानंद आदि शामिल रहे।

शातिर ठगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

शिकायतकर्ता रोहित राजभर पुत्र सूरज राजभर निवासी चंद्रभागा ऋषिकेश के द्वारा एक प्रार्थना पत्र दिया गया कि मैं अमरीक सिंह की दुकान में काम करता हूं। 8 जून को सुबह 10 बजे के लगभग मेरे मालिक अमरीक सिंह के द्वारा ₹73000 पंजाब नेशनल बैंक में जमा करने हेतु दिए गए। जिन्हें जमा करने में पंजाब नेशनल बैंक देहरादून रोड ऋषिकेश गया लेकिन बैंक के अंदर कुछ अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा मुझे अपनी बातों में लेकर मुझ से ₹34000 ठग लिए गए। जिसके बाद मैंने उन्हें बाहर आकर तलाश किया तो कहीं दिखाई नहीं दिए।शिकायतकर्ता की शिकायत पर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कर घटना की जानकारी उच्च अधिकारी गणों को दी गई। पुलिस अधीक्षक देहात व क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश के निकट पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली के द्वारा एक पुलिस टीम बनाकर दिशा निर्देश दिए। गठित पुलिस टीम द्वारा 8 जून की सांय मुखबिर की सूचना पर बैंक में ठगी करने वाले 6 शातिर अभियुक्तों को ठगी करने के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली कागज की 1 गड्डी व नकद ₹69,000/- के साथ घटना में प्रयुक्त ब्रेजा कार के साथ देहरादून रोड फ्लाईओवर के पास से गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में अभियुक्तों का नाम व पता पिंटू पुत्र रामनाथ राम निवासी ग्राम धर्म बागी नराव थाना अवतार नगर छपरा बिहार
हाल निवासी लक्ष्मी नगर अक्षरधाम दिल्ली, सत्य प्रकाश पुत्र लालाराम निवासी ग्राम सिरसौल पट्टी जसा थाना बिल्सी बदायूं उत्तर प्रदेश हाल निवासी- करावल नगर दिल्ली, सोनू पुत्र राजाराम निवासी मकान नंबर 10 गली नंबर 2 वेस्ट कमल विहार थाना करावल नगर दिल्ली, अंसार पुत्र अब्दुल अंसार उर्फ गफ्फार निवासी 369 कर्बला थाना दक्षिण जिला फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश हाल निवासी- करावल नगर दिल्ली, पंकज कुमार पुत्र छतु साहू निवासी हर्ष विहार टू चेतना पब्लिक विद्यालय थाना साहिबाबाद गाजियाबाद उत्तर प्रदेश, ऋषि पाल सिंह पुत्र उदय सिंह निवासी वेस्ट कमल विहार डी 368 गली नंबर 4 थाना करावल नगर दिल्ली के रूप में हुआ है। सभी अभियुक्तों के अन्य आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। पुलिस टीम में डीपी काला, वरिष्ठ उप निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश,
उप निरीक्षक उत्तम रमोला, महिला उपनिरीक्षक सोनल, कांस्टेबल सचिन सैनी, कांस्टेबल संदीप छाबड़ी, कांस्टेबल पंकज कुमार, कांस्टेबल सोविन्द्र।
एसओजी देहात टीम में कांस्टेबल नवनीत नेगी, कांस्टेबल सोनी कुमार, कांस्टेबल मनोज शामिल थे।

दुष्कर्म के आरोप में युवक अरेस्ट

कोतवाल रवि सैनी ने बताया कि बीते सोमवार को एक महिला ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनकी 14 साल की नाबालिग बेटी के साथ युवक ने बहला-फुसलाकर जबरन शारीरिक संबंध बनाए हैं। पुलिस ने तहरीर के आधार पर दुष्कर्म और पॉक्सो ऐक्ट में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी सुमित पुत्र खेम सिंह निवासी झबरेडी, थाना झबरेड़ा जिला हरिद्वार हाल पता बैराज कॉलोनी, ऋषिकेश को वीरपुर खुर्द तिराहे से गिरफ्तार किया है। कोतवाल रवि सैनी ने बताया कि आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।

मोबाइल लूट में दो नाबालिग सहित चार व्यवस्क गिरफ्तार

कोतवाल रवि सैनी ने बताया कि बीते रोज वीरपुर खुर्द, सीमा डेंटल, गली नंबर तीन निवासी उर्मिला देवी पत्नी इंदू कुमार यादव ने पुलिस को तहरीर दी। बताया कि देर रात 10.30 बजे उनका बेटा उज्जवल किसी काम से मीरानगर पुलिया के पास से मोबाइल पर बात करते हुए जा रहा था। इसी बीच स्कूटर में सवार कुछ लड़के आए और अचानक बेटे से मोबाइल छीन कर फरार हो गए। इसके बाद घर पहुंचकर उनके बेटे ने मोबाइल लूटने की घटना की जानकारी दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज जांच पड़ताल शुरू कर दी। घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज बारीकी से खंगाली। मंगलवार सुबह पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दो आरोपियों को ऋषिकेश बस अड्डे के पास से गिरफ्तार किया। जबकि दो अन्य नाबालिगों को पुलिस संरक्षण में लिया गया है।

आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने अलग-अलग घटनाओं में लूटे गए चार मोबाइल भी बरामद किए हैं। कोतवाली के एसएसआई डीपी काला ने आरोपियों की पहचान करण राजपूत उर्फ संजू पुत्र रोहित कुमार निवासी कबीर बस्ती, मिलेरगंज, जिला लुधियाना, पंजाब हाल पता न्यू चंद्रेश्वरनगर, ऋषिकेश और भोलू उर्फ विश्वनाथ सिंह पुत्र जीवन कुमार सिंह निवासी चंद्रेश्वरनगर, ऋषिकेश के रूप में कराई है। आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। टीम में एम्स चौकी प्रभारी शिवराम, महिला उपनिरीक्षक सोनल पुरी, कांस्टेबल विकास फोर, सतीश रावत, अमित कुमार शामिल रहे।

महिला ने लगाया दुष्कर्म का आरोप, गिरफ्तार

लक्ष्मणझूला पुलिस ने अपने ही पिता पर दुष्कर्म जैसे गंभीर आरोप लगाने वाली महिला की तहरीर के आधार पर एक पिता को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, बीते 30 मार्च को एक महिला ने लिखित शिकायत दी। महिला ने अपने ही पिता पर गाली गलौज, मारपीट और बदनीयती से छेड़खानी कर उसके साथ जबरन दुष्कर्म का आरोप तक जड़ दिया। मामले का संज्ञान लेकर लक्ष्मणझूला पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर किशन चौधरी के खिलाफ दुष्कर्म समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया। पुलिस ने आरोप को कोटद्वार में नजीबाबाद चौक के पास से आरोपी को गिरफ्तार किया।