मुख्यमंत्री धामी ने ठाणे क्षेत्र में भाजपा और महायुति संगठन के लिए की वोट अपील

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के तहत मिरा भायंदर ठाणे विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी नरेंद्रलाल चंद मेहता के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया साथ ही उन्होंने वर्तक नगर ठाणे (ईस्ट) में आयोजित जनसभा के दौरान संयुक्त रूप से कोपरी-पचपखड़ी विधानसभा क्षेत्र से महायुति संगठन एवं शिवसेना प्रत्याशी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, ओवला मजीवाड़ा सीट से शिवसेना प्रत्याशी प्रताप सरनाइक और ठाणे शहर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी संजय केलकर के पक्ष में जनता से वोट की अपील की।

जनसभाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि महाअघाड़ी गैंग परिवारवाद एवं भ्रष्टाचार में सबसे आगे है। ’महाअघाड़ी के नेता खुलेआम वीर सावरकर का अपमान करते हैं और इस पर बाला साहेब ठाकरे का उत्तराधिकारी बताने वाले उद्धव ठाकरे चुप्पी साधे बैठे रहते हैं।’ कांग्रेस में चाचा नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक ने दलितों और बाबा साहेब का अपमान किया है। महाअघाड़ी गैंग के नेताओं ने महाराष्ट्र को तुष्टिकरण की प्रयोगशाला बनाया हुआ है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह चुनाव महाराष्ट्र की जनता के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। इस चुनाव में हम सभी को एकजुट होकर ऐसी सरकार का गठन करना है जो सनातन संस्कृति में आस्था रखती हो और राष्ट्रवाद एवं विकास को प्राथमिकता देते हुए महाराष्ट्र को विकास के पथ पर तेजी से आगे ले जाने का कार्य करे।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि महाअघाड़ी ने कभी भी महाराष्ट्र के विकास को प्राथमिकता नहीं दी। इस गठबंधन को अपने व्यक्तिगत विकास की चिंता है। इनके नेताओं ने हमेशा सनातन का विरोध किया। राजनीतिक स्वार्थ के चलते जनकल्याणकारी योजनाओं को रोकने जैसे कुकृत्य किए। इसके विपरीत, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महायुति का गठबंधन राष्ट्रवाद और विकास को प्राथमिकता दे रहा है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि देश में जहां भी डबल इंजन की सरकार बनी है, वहां विकास की गति तेज हुई है। डबल इंजन सरकार के नेतृत्व में ही उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता का कानून बन सका है। इसके अलावा, हमने कड़ा धर्मांतरण विरोधी कानून लागू किया है और श्लैंड जिहादश् से मुक्ति के लिए मिशन स्तर पर कार्य करते हुए 5,000 एकड़ से अधिक भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया है।

सीएम धामी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमारी सनातन संस्कृति का पुनर्जागरण हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व में आस्था के केंद्रों का पुनर्स्थापन और वैभव का पुनर्निर्माण संभव हुआ है। यह समय है कि महाराष्ट्र की जनता भी भाजपा के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार बनाने में सहयोग करे।

उन्होंने जनता से भाजपा प्रत्याशियों से भाजपा को विजयी बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से जनता में भाजपा के प्रति उत्साह और विश्वास दिखाई दे रहा है, यह स्पष्ट है कि ’ठाणे क्षेत्र की सभी विधानसभा क्षेत्रों में महायुति संगठन की जीत तय है।

इस अवसर पर भाजपा के जिलाध्यक्ष किशोर शर्मा, पूर्व राज्य मंत्री अमरजीत मिश्रा, पूर्व महापौर डिंपल मेहता, प्रदेश संयोजक उत्तराखंड सेल महेंद्र सिंह गुंसाई, संजय बागुले, अरविंद टोनी, प्रकाश शिंदे, शैलेश पांडेय, प्रवक्ता रविंद्र दत्ता, मंडल अध्यक्ष हयात सिंह राजपूत, जेडी तिवारी, अनिल, ललिता दलवीर रौतेला, अर्जुन रावत मौजूद रहे।

प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन में पहुंचे देशभर से प्रवासी, सीएम ने किया गर्मजोशी से स्वागत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज देहरादून के दून विश्वविद्यालय में आयोजित “प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन” में सभी प्रवासी उत्तराखंडियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस विशेष सम्मेलन का उद्देश्य प्रवासी उत्तराखंडियों को राज्य के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करना और उनके साथ संवाद स्थापित करना था। सम्मेलन के दौरान दो प्रमुख सत्रों का आयोजन हुआ, जिनमें राज्य की अर्थव्यवस्था, पर्यटन, निवेश के अवसर और ग्रामीण विकास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।

प्रथम सत्रः उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था और पर्यटन में निवेश की संभावनाएं

प्रथम सत्र में उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था में पर्यटन क्षेत्र के योगदान और विभिन्न निवेश के अवसरों पर विचार-विमर्श हुआ। इस सत्र की कोऑर्डिनेटर पूजा गर्याल, अपर सचिव, पर्यटन, उत्तराखंड थीं, और इसका संचालन प्रतीक जैन, महानिदेशक एवं आयुक्त उद्योग द्वारा किया गया। सत्र के पैनलिस्टों ने विभिन्न उद्योगों में संभावित निवेश और रोजगार के अवसरों पर अपने अनुभव साझा किए।

सत्र के पैनलिस्टों में शामिल रहेः
एस.आर. नौटियाल, एमडी, स्पार्क टेक्नोलॉजीस, जिन्होंने तकनीकी क्षेत्र में निवेश के बारे में चर्चा की। गोर्की चंदोला, होम स्टे के संस्थापक, जिन्होंने होमस्टे के माध्यम से स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर प्रकाश डाला। संजय शर्मा, इको ग्लैम्पिंग रिसॉर्ट काणाताल के संस्थापक, जिन्होंने इको-टूरिज्म की संभावनाओं को प्रस्तुत किया।
कर्नल अश्विनी पुंडीर, एडिशनल सीईओ (एडवेंचर) यूटीडीबी, जिन्होंने साहसिक पर्यटन के विस्तार पर विचार व्यक्त किए।
रजत जैन, सनफॉक्स टेक्नोलॉजीस के संस्थापक, जिन्होंने पर्यावरण-अनुकूल तकनीकी समाधानों की संभावनाएं उजागर कीं।

द्वितीय सत्रः कृषि, बागवानी और ग्रामीण विकास में नवाचार की संभावनाएँ
दूसरे सत्र में उत्तराखंड में कृषि, बागवानी और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में प्रगति पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस सत्र की कोऑर्डिनेटर राधिका झा, सचिव, उत्तराखंड थीं, और इसका संचालन विनय कुमार, प्रबंधक निदेशक, यू.ओ.सी.बी. द्वारा किया गया। पैनल में विशिष्ट विशेषज्ञों और उद्यमियों ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की।

पैनलिस्टों में सम्मिलित रहेः
नवीन पटवाल, मशरूम विशेषज्ञ और उद्यमी, जिन्होंने मशरूम खेती के बढ़ते अवसरों पर बात की। प्रेम चंद शर्मा, पद्मश्री पुरस्कार विजेता, जिन्होंने कृषि क्षेत्र में किए गए नवाचारों पर अपने अनुभव साझा किए।
रॉबिन नागर, संस्थापक एवं सीईओ, वैलीकल्चर इंडिया, जिन्होंने जैविक खेती के क्षेत्र में कार्य को बढ़ावा देने के सुझाव दिए।
शालिनी चौहान, हिमालयन हर्बेरिया की सीईओ, जिन्होंने औषधीय पौधों की खेती में संभावनाओं को सामने रखा।
डॉ. नृपेन्द्र चौहान, निदेशक, सगन्ध पादप केंद्र, जिन्होंने सगंध पौधों की खेती और प्रसंस्करण के बढ़ते अवसरों को रेखांकित किया।

मुख्यमंत्री का संदेशः उत्तराखंड के विकास में प्रवासियों की भूमिका है अहम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में प्रवासी उत्तराखंडियों के राज्य के विकास में योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के प्रवासियों के पास न केवल अनुभव और संसाधन हैं बल्कि अपनी मातृभूमि के प्रति अटूट प्रेम भी है। यह सम्मेलन प्रवासी उत्तराखंडियों को राज्य के विकास में सहभागी बनने के लिए प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।

सम्मेलन के अंत में प्रवासी उत्तराखंडियों ने राज्य में निवेश और रोजगार के लिए संभावनाओं की खोज और उत्तराखंड के विकास में अपनी भूमिका निभाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। यह सम्मेलन उत्तराखंड की स्थिर और सतत आर्थिक प्रगति के लिए नए मार्ग खोलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

मुख्यमंत्री ने पलायन रोकने के लिये बतायी प्रभावी चिंतन की जरूरत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पलायन रोकने के लिये प्रभावी चिंतन की जरूरत बतायी है। पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन के कारणों का गहराई से अध्ययन किये जाने, युवाओं में स्वरोजगार के प्रति जागरूकता के लिये ग्रामीण उद्यमिता विकास कार्यशालाओं के आयोजन तथा जनपद स्तर पर जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की समीक्षा के निर्देश दिये हैं। इसमें जिला स्तरीय अधिकारियों का सहयोग लिये जाने की भी बात मुख्यमंत्री ने कही है। उन्होंने कहा कि आयोग के सुझावों पर शासन स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन की व्यवस्था सुनिश्चित हो। राज्य की रिवर्स माइग्रेशन की स्थिति का अध्ययन एवं राज्य में वापस आये लोगों के अनुभवों का लाभ लेने पर भी ध्यान देने को कहा। राज्य स्थापना दिवस के आसपास प्रदेश में आयोजित प्रवासी सम्मान समारोह के आयोजन तथा हाउस ऑफ हिमालयाज की सफलता के लिये राज्य के परम्पारागत उत्पादों का उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान देने की भी मुख्यमंत्री ने जरूरत बतायी है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सचिवालय में ग्राम्य विकास एवं पलायन निवारण आयोग की 7 वीं बैठक आयोजित हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों की आजीविका में तेजी से वृद्धि हो उसके लिए भी व्यापक स्तर पर कार्य योजनाएं बनानी होंगी। सरकार द्वारा पर्वतीय क्षेत्रों में लघु एवं मध्यम उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों की आजीविका वृद्धि के साथ ही शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। उद्योग, पर्यटन, कृषि, बागवानी को बढ़ावा देने के लिए निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग रिवर्स पलायन कर राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में स्वरोजगार के साथ ही अन्य लोगों को भी स्वरोजगार से जोड़ रहे हैं, ऐसे लोगों को प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य में वन पंचायत नियमावली को मंजूरी दी गई है। इससे जड़ी-बूटी उत्पादन, वृक्षारोपण, जल संचय, वनाग्नि रोकथाम, इकोटूरिज्म के क्षेत्र में भी बेहतर कार्य हो सकेंगे तथा इस क्षेत्र में स्वरोजगार के साधन उपलब्ध होंगे। उन्होंने वन पंचायतों एवं सभी संबंधित विभागों के साथ मिलकर जंगली जानवरों से खेती के नुकसान को कम करने पर भी ध्यान देने को कहा इससे हाउस ऑफ हिमालयाज के लिये उत्पादों की उपलब्धता में भी मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड वेडिंग डेस्टिनेशन बने, इस दिशा में भी प्रयास होने चाहिए। यहां का सौंदर्य देश व दुनिया के लोगों को आकर्षित करता रहा है। राज्य सरकार वेडिंग डेस्टिनेशन के लिये राज्य में विस्तृत नीति तैयार करने जा रही है। शीघ्र ही इसके परिणाम सामने आयेंगे।

बैठक में ग्राम्य विकास एवं पलायन निवारण आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. एस. एस. नेगी ने कहा कि आयोग द्वारा अब तक 21 रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत की जा चुकी हैं। जिनमें राज्य के विभिन्न जनपदों में सामाजिक, आर्थिक विकास को सुदृढ़ करने तथा पलायन को कम करने से सम्बन्धित सिफारिसें प्रस्तुत की गई हैं। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा राज्य में पलायन की स्थिति पर द्वितीय सर्वेक्षण रिपोर्ट भी शासन को प्रस्तुत की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा दिए जाने हेतु विभिन्न स्थनों पर कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। जनपद पौड़ी, चमोली एवं रूद्रप्रयाग हेतु प्रथम ग्रामीण स्वरोजगार कार्यशाला पौड़ी में, जनपद बागेश्वर, नैनीताल एवं अल्मोडा हेतु, द्वितीय ग्रामीण स्वरोजगार कार्यशाला हल्द्वानी (नैनीताल में), जनपद पिथौरागढ़, चम्पावत एवं ऊधमसिंह नगर हेतु तृतीय ग्रामीण स्वरोजगार कार्यशाला आयोजन रूद्रपुर, ऊधमसिंह नगर में एवं जनपद उत्तरकाशी, टिहरी, देहरादून एवं हरिद्वार हेतु चतुर्थ ग्रामीण स्वरोजगार कार्यशाला देहरादून में आयोजित किए गए।

बैठक में आयोग के सदस्यों ने बताया कि उनके द्वारा भारत-चीन अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से लगे जनपद उत्तरकाशी चमोली एवं पिथौरागढ़ के क्षेत्रों में स्थानीय निवासियों से संवाद किया गया एवं विभिन्न विभागों द्वारा संचालित स्वरोजगारपरक योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ चर्चा की गयी। पलायन पर विधान सभा समिति की उपस्थिति में सुझावों पर विचार के साथ शिक्षा विभाग के साथ बैठकें, वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली उत्तराखण्ड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय एवं अन्य विश्वविद्यालयों के साथ बैठकें एवं समय-समय पर आयोग द्वारा आयोजित विभिन्न विभागों के साथ बैठकों में मांगे गए सुझावों पर आयोग द्वारा कार्य गतिमान है।

उनका मानना था कि राज्य में लोगों का रूझान रिवर्स माइग्रेशन की दिशा में बढ़ रहा है। राज्य में कृषि एवं बागवानी को बढ़ावा देने के लिए फसलों को जंगली जानवरों से बचाव के लिए सुरक्षात्मक उपाय करने, पर्वतीय क्षेत्रों में युवाओं एवं महिलाओं को अधिक से अधिक स्वरोजगार से जोड़ने तथा त्रिजुगीनाराण के साथ ही अन्य धार्मिक व पर्यटन स्थलों पर वेडिंग की सुविधायें विकसित करने पर ध्यान देने का सुझाव रखा। मुख्यमंत्री द्वारा अपने जनपदों के प्रवास में होम स्टे में रात्रि विश्राम की परम्परा को सभी ने होम स्टे योजना को बढ़ावा देने वाला बताया।

बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद विश्वास डाबर, सचिव ग्राम्य विकास राधिका झा, आयोग के सदस्य राम प्रकाश पैन्यूली, दिनेश रावत, सुरेश सुयाल, अनिल सिंह शाही, रंजना रावत, आयोग के सदस्य सचिव राजेन्द्र सिंह रावत, ग्राम्य विकास के उपायुक्त, ए०के० राजपूत एवं ग्राम्य विकास एवं पलायन निवारण आयोग के शोध अधिकारी, गजपाल चन्दानी आदि उपस्थित रहे।

उत्तराखण्ड अप्रवासी सेल के संचालन को आरम्भ करने की कार्यवाही गतिमानः राधा रतूड़ी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने उत्तराखण्ड अप्रवासी सेल के संचालन को जल्द आरम्भ करने हेतु सचिवालय में आज सम्बन्धित अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए।

एसीएस ने उत्तराखण्ड अप्रवासी सेल के सम्बन्ध में देश और दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में रह रहे उत्तराखण्ड मूल के अप्रवासियों के सम्बन्ध में डाटा बेस तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इस दिशा में देश के विभिन्न राज्यों, शहरों और विदेशों में उत्तराखण्डी अप्रवासियों के संगठनों, एसोसिएशन एवं संस्थाओं की मदद ली जाएगी। विश्वभर में रह रहे उत्तराखण्ड मूल के अप्रवासियों को अपनी जड़ों का यह प्रयास आगामी दिसम्बर माह में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में ही आरम्भ हो जाएगा। इस समिट में देश विदेश में उत्कृष्ट कार्य करने वाले उत्तराखण्ड अप्रवासियों को सम्मानित किया जाएगा। बैठक में राज्य के अप्रवासियों के नियमित अप्रवासी सम्मेलन आयोजित करवाने, उत्तराखण्ड सरकार तथा अप्रवासियों के बीच बेहतर सामंजस्य, अप्रवासियों के निवेश प्रस्तावों पर त्वरित कार्यवाही, अप्रवासियों की समस्याओं के तत्काल समाधान की कार्ययोजना पर चर्चा की गई।

बैठक में उत्तराखण्ड अप्रवासियों के राज्य में समाज कल्याण , महिला सशक्तीकरण एवं सामाजिक उद्यमिता (सोशल इन्टरप्रियोन्शिप), ऑल्ड एज होम आदि में निवेश एवं योगदान को प्रोत्साहित करने की योजना पर भी चर्चा की गई। एसीएस राधा रतूड़ी ने कहा कि उत्तराखण्ड अप्रवासी सेल अप्रवासियों को राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, टेक्नॉलजी सहित सभी क्षेत्रों में जोड़ने एवं निवेश के लिए प्रोत्साहित भी करेगा। उन्होंने उत्तराखण्ड अप्रवासी सेल की वेबसाइट को जल्द से जल्द आरम्भ करने के भी निर्देश दिए। इसके साथ ही राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को अन्य राज्यों के अप्रवासी सेल के अध्ययन के निर्देश दिए हैं। एसीएस रतूड़ी के निर्देश पर तत्कालिन व्यवस्था के रूप में सचिवालय में उत्त्राखण्ड अप्रवासी सेल का एक कार्यालय का संचालन जल्द ही शुरू होने जा रहा है।

बैठक में सचिव शैलेश बगौली, अपर सचिव नमामि बंसल एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

उत्तराखण्डी लोकगीतों में झूमा लंदन, सीएम धामी के स्वागत में भव्य रंगारंग कार्यक्रम आयोजित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लंदन पहुँचने पर वहां मौजूद प्रवासी भारतीय एवं लंदन में रह रहे उत्तराखंड के निवासियों द्वारा भव्य रंगारंग स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया। लंदन में रह रहे उत्तराखण्ड के प्रवासियों द्वारा गढ़वाली, कुमाऊँनी, जौनसारी लोकगीतों पर मनमोहन प्रस्तुति दी गई। स्वागत कार्यक्रम में मौजूद समस्त प्रवासी भारतीय उत्तराखण्ड के पारंपरिक परिधानों में नजर आए।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लंदन में रह रहे समस्त प्रवासी उत्तराखण्ड के लोगों का आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “यह मेरा सौभाग्य है कि उत्तराखण्ड के मुख्य सेवक के रूप में मुझे इन्वेस्टर समिट की बैठक में शामिल होने के लिए लंदन आने का अवसर प्राप्त हुआ।” उन्होंने कहा लंदन में उत्तराखण्ड के लोगों की इतनी बड़ी भारी संख्या में उपस्थित देखकर यह प्रतीत हो रहा है कि यूके में भी उत्तराखण्ड का छोटा यूके बसता है।

मुख्यमंत्री धामी ने कार्यक्रम में मौजूद प्रवासी उत्तराखण्डियों को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि होने के साथ ही योग, आध्यात्मिक की भी भूमि है। इसके साथ ही उत्तराखण्ड देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हमारी जड़े उत्तराखण्ड से जुड़ी हुई हैं।

मुख्यमंत्री ने समस्त प्रवासी उत्तराखण्डियों से आह्वान करते हुए कहा कि वह साल में एक बार अपने प्रदेश उत्तराखण्ड ज़रूर आएँ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दुनिया भर में भारत का मान, सम्मान और स्वाभिमान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि आज विदेशों में भी एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को मूर्त रूप दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारत विश्व गुरु बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है, हाल में ही चंद्रयान-3 का सफल प्रक्षेपण और चंद्रमा पर सेफ लैंडिंग इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है।

इस अवसर पर सचिव मुख्यमंत्री डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव विनय शंकर पांडेय, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा, स्थानीय आयुक्त अजय मिश्रा समेत समेत बड़ी संख्या में उत्तराखण्ड के निवासी एवं प्रवासी भारतीय मौजूद रहे।

शराब के नशे में दो प्रवासियों ने केन्द्र व्यवस्थापक को पीटा

(एनएन सर्विस)
मुनिकीरेती थाना क्षेत्र के एक संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में प्रवासियों की दबंगई के चलते यहां केंद्र व्यवस्थापक को पीट दिया गया। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में मुकदमा कायम किया है। वहीं, रविवार को आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। यहां से न्यायिक हिरासत में दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार, तपोवन स्थित एक संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में दीवान सिंह रावत सहायक अध्यापक ब्लॉक नरेन्द्र नगर केंद्र व्यवस्थापक के रूप में तैनात है। बीते शनिवार की शाम करीब छह बजे यहां आंध्र प्रदेश से पहुंचे 16 दिन से क्वारंटीन दो युवकों ने शराब के नशे में मारपीट कर दी। मामले को लेकर पीड़ित अध्यापक ने मुनिकीरेती थाने में तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर पाकर दोनों आरोपियों कुलदीप जोशी पुत्र डा. व्योम जोशी निवासी जी ब्लॉक, नई टिहरी और जगमोहन पुत्र राजेन्द्र रमोला निवासी रामोल गांव प्रतापनगर को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों पर आईपीसी की धारा 186,188,323,332,353,504,506 और 51 आपदा प्रबंधन अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया है। रविवार को दोनों आरोपियों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। यहां से न्यायिक हिरासत में उन्हें जेल भेज दिया गया है।