हरिद्वार में मां गंगा के घाटों में तीन लाख 51 हजार दीप प्रज्वलित किये

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हर की पैड़ी, हरिद्वार में आयोजित गंगा दीप महोत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए मां गंगा की पूजा अर्चना एंव गंगा आरती में सम्मलित होकर प्रदेश की सुख समृद्धि एवं तरक्की की कामना की। इस दौरान हर की पैड़ी स्थित पुलिस चौकी का लोकार्पण भी मुख्यमंत्री द्वारा किया गया।

मुख्यमंत्री ने हर की पैड़ी में राज्य की परंपरा आध्यात्मिकता और नैसर्गिकता, सनातन संस्कृति, श्री बद्रीनाथ धाम, श्री केदारनाथ धाम , कुंभ कलश, भगवान शिव, मां गंगा पर आयोजित हुए ड्रोन शो का भी अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री ने अल्मोड़ा बस हादसे में हताहत हुए लोगों की याद एंव राज्य स्थापना दिवस की वर्षगांठ में दीप प्रज्वलित किया। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में हरिद्वार के 50 घाटों में लाखों की संख्या में दीप प्रज्वलित किए गए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिवस मां गंगा को प्रणाम कर संकल्प लेने का दिवस है। राज्य रजत जयंती वर्ष मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21वी सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक बताया था। उस दशक को बनाने के लिए हर उत्तराखंडी आगे बढ़कर इसमें अपना योगदान देगा। राज्य सरकार राज्य को आगे बढ़ाने लिए हर पल राज्य के विकास को समर्पित कर रही है।

भजन संध्या में प्रतिभाग करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार क्षेत्र में यह नई शुरुआत हो रही है। उन्होंने राज्य आंदोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि राज्य स्थापना एवं रजत जयंती के अवसर पर मां गंगा के घाटों में 3 लाख 51 हजार दीप प्रज्वलित किए गए। उन्होंने कहा हर दीप अंधकार को दूर कर तरक्की का उजाला जगाएगा। बीते 24 सालों में जनता के अटूट प्रेम और आशीर्वाद से राज्य आगे बढ़ा है। उत्तराखंड राज्य स्वास्थ्य पर्यटन शिक्षा एवं हर क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहा है। आज उत्तराखंड ने कई क्षेत्रों में देश के सर्वाेच्च राज्यों में स्थान बनाया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य के विकास हेतु लिए गए ऐतिहासिक फैसलों को देश के लिए आदर्श उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा मां गंगा के तट से मैं प्रधानमंत्री को उनके सपनों के अनुरूप विकास को आगे बढ़ाने का विश्वास दिलाता हूं। उन्होंने कहा नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्यों की सूची में उत्तराखंड प्रथम आया है। युवाओं को रोज़गार देने में भी राज्य आगे बढ़ा है।उन्होंने कहा राज्य सरकार ने यूसीसी विधेयक पारित करके नया इतिहास बनाया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने भर्तियों में घोटालों को रोकने के लिए देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया एवं बीते 3 वर्षों में रिकॉर्ड 18,500 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां प्राप्त हुई हैं। धर्मांतरण कानून लागू होने से देवभूमि की पवित्रता और संस्कृत संरक्षित रहेगी। प्रदेश में दंगा रोधी कानून भी लागू किया गया है, जिसके तहत दंगा करने वाले से ही पाई पाई की वसूली की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हरिद्वार क्षेत्र का भी निरंतर विकास कर रही है। ऋषिकेश हरिद्वार कॉरिडोर के कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। विभिन्न पर्वों पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। इस वर्ष 4 करोड़ से अधिक कांवड़िए हरिद्वार आए। राज्य सरकार बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए आने वाले 40 से 50 सालों के रोड़मैप पर कार्य कर रही है। ताकि स्थाई समाधान के साथ हरिद्वार का समग्र विकास किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मां गंगा हमारे जीवन का आधार है। सनातन संस्कृति का प्रमुख अंग है। हमें गंगा की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना है। स्वच्छता के प्रयासों में सरकार के साथ आमजन की भी सहभागिता जरूरी है। उन्होंने कहा हरिद्वार के लोग मां गंगा की स्वच्छता में अपना भरपूर समर्थन दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा हरिद्वार का धार्मिक स्वरूप बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा आसपास जहां भी अतिक्रमण हो रहा है। उसे हटाने की जिम्मेदारी हरिद्वार विकास प्राधिकरण की है। उन्होंने कहा कि इस पवित्र भूमि में किसी तरह का भी अतिक्रमण नहीं होना चाहिए।

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, आचार्य बाल कृष्ण, सांसद कल्पना सैनी, विधायक मदन कौशिक, विधायक आदेश चौहान, विधायक प्रदीप बत्रा, विधायक उमेश कुमार, गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, राज्य आपदा प्रबन्धन सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष विनय रौहेला, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, सुरेश राठौर, देशराज कर्णवाल, बीजेपी जिलाध्यक्ष सन्दीप गोयल, प्रमुख सचिव श्री आर. के सुधांशु, आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय, पुलिस महानिरीक्षक के. एस नगन्याल, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह, एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल, एंव अन्य लोग मौजूद रहे।

राज्य आंदोलन के संस्मरण सुनाते हुए भावुक हुए विधानसभा अध्यक्ष

उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने उत्तराखंड राज्य निर्माण के आंदोलनकारीयों एवं शहीद हुए आंदोलनकारी के परिजन को पुष्पगुच्छ एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड राज्य का निर्माण आंदोलनकारियों के संघर्ष के बल पर हुआ है।
इस अवसर पर राज्य आंदोलनकारी शहीद सूर्य प्रकाश थपलियाल की माता सत्यभामा थपलियाल, वरिष्ठ आंदोलनकारी सत्येश्वरी मनुड़ी, शकुंतला नेगी, गंभीर सिंह, विजय रावत, बीजेपी के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य संजय शास्त्री, जयंती नेगी को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा शाल ओढ़ाकर एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि इस राज्य के निर्माण के लिए महिलाओं, पुरूषों एवं युवाओं का संघर्ष किसी से छिपा हुआ नहीं है। उन्होंने कहा है कि राज्य प्राप्ति के लिए अपने घर गृहस्थी के सारे काम निपटाने के बाद महिलाएं सड़कों पर उतरती थी और उत्तराखंड को अलग राज्य प्राप्त करने के लिए संघर्ष किया।
विस अध्यक्ष ने कहा है कि राज्य आंदोलन कार्यों का सपना था कि पहाड़ी राज्य की राजधानी पहाड़ पर बने। उन्होंने कहा कि उनके विधान सभा अध्यक्ष के कार्यकाल में सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बना कर आंदोलनकारियों का सम्मान करते हुए उनके सपनों को साकार करने का काम किया है।
विस अध्यक्ष ने कहा कि राज्य के लिए जिन लोगों ने अपना बलिदान दिया है अब उनके सपनों को साकार करने का समय आ चुका है। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण को 21 वर्ष पूरे हो चुके हैं और 22 वें वर्ष में हम प्रवेश कर रहे हैं। अब उत्तराखंड अपने पैरों पर खड़ा हो चुका है, अब हमें विकास के नए नए आयाम स्थापित करने की आवश्यकता है।
विस अध्यक्ष ने राज्य निर्माण के दौरान चले आंदोलन के अनेक संस्मरण भी सुनाए जब मुजफ्फरनगर कांड की बात आई तो उनका गला भर आया। उन्होंने कहा है कि हमारे मातृशक्ति को अपमानित होना पड़ा परंतु उनके अपमान का बदला राज्य प्राप्त करके लिया। उन्होंने कहा कि अब हमें राज्य को और अधिक विकसित करने की आवश्यकता है प्रत्येक व्यक्ति को अपने निष्ठा व ईमानदारी के साथ इस राज्य को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करना होगा। इस अवसर पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का भी स्मरण किया है। उन्होंने कहा कि उन्हीं के प्रण से उत्तराखंड राज्य की स्थापना हुई है। बाजपेई ने उत्तराखंड राज्य बनाया है एवं प्रधानमंत्री मोदी जी उसको संवारने का काम कर रहे हैं।
इस अवसर पर ऋषिकेश मंडल अध्यक्ष दिनेश सती, प्रधान सोबन सिंह कैंतुरा, प्रधान अनिल कुमार, अनीता तिवारी, जयंत किशोर शर्मा, रविंद्र राणा, शंभू पासवान, माधुरी गुप्ता, पूर्व प्रचारक चित्रमणि, जिला पंचायत सदस्य दिव्या बेलवाल, गौतम राणा, समां पवार, हेमलता चौहान सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

22वें राज्य स्थापना दिवस पर धामी ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामना दी है। मुख्यमंत्री ने राज्य निर्माण के सभी अमर शहीदों, आन्दोलनकारियों एवं देश के लिये सर्वाेच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों को श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए हाल ही में प्रदेश में आई आपदा में जान गवाने वाले लोगों के प्रति भी संवेदना प्रकट की है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य निर्माण के साथ औद्योगिक उत्तराखण्ड की मजबूत नींव रखने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल विहारी वाजपेई को भी राज्य की जनता की ओर से नमन किया है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा है कि प्रदेश की महान जनता के आशीर्वाद, सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव और केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड तेजी से विकास की ओर अग्रसर हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य में बहुत से ऐसे काम हुए हैं, जो कि पहले मुमकिन नहीं लग रहे थे। पिछले पांच वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा एक लाख करोड़ रूपए से अधिक की विभिन्न परियोजनाएं प्रदेश के लिए स्वीकृत की गई। इनमें बहुत सी योजनाओं पर काम हो गया है या काम तेजी से चल रहा है। 16 हजार 216 करोड़ रूपए की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। परियोजना को 2024-25 तक पूरा कर लिया जाएगा। टनकपुर-बागेश्वर और डोइवाला से गंगोत्री-यमुनोत्री रेललाइन के सर्वे की भारत सरकार द्वारा सहमति दी गई है। हरिद्वार-देहरादून रेललाइन के दोहरीकरण का कार्य जल्द पूरा किया जायेगा। केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री की सड़क कनेक्टिविटी में सुधार के लिए 889 किलोमीटर की चारधाम सड़क परियोजना पर काफी काम किया जा चुका है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जा रहा है। उधमसिंहनगर में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट विकसित किया जा रहा है। उत्तराखण्ड पहला राज्य है जहां उड़ान योजना में हेली सर्विस शुरू की गई है। पिछले कुछ वर्षों में एयर कनेक्टिविटी को बहुत मजबूती मिली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रस्तावित योजना के अनुसार शीघ्र ही हेमकुंड साहब को रोपवे से जोड़ा जा सकेगा और केदारनाथ तक केबल कार भी चलेगी। जिससे पर्यटन के क्षेत्र में हमें अत्यन्त लाभ होगा। हम उत्तराखण्ड में अनेक उच्च स्तरीय संस्थाएं लाए हैं। इनमें देश का पहला ड्रोन एप्लीकेशन सेंटर, सीपेट, कोस्ट गार्ड भर्ती सेंटर, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑन नेचुरल फाईबर शामिल है। इसके अतिरिक्त स्मार्ट सिटी परियोजना उत्तराखण्ड वाटर मैनेजमेंट प्रोजेक्ट और जमरानी बहुद्देशीय परियोजना, भारत नेट फेज-2 परियोजना सहित अन्य बहुत सी परियोजनाएं भी डबल इंजन का ही परिणाम है। राज्य सरकार युवाओं के लिए समर्पित सरकार है। हमने 24 हजार सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की है। राज्य की भर्ती परीक्षाओं में आवेदन शुल्क से राहत दी गई है। समूह-ख व ग के पदों पर चयन में अभ्यर्थियों को आयु सीमा में एक वर्ष की छूट दी गई है। संघ लोक सेवा प्रयोग, एन.डी.ए, सी.डी.एस. एवं उसके समकक्ष लिखित परीक्षा पास करने पर परिवार की आर्थिक स्थिति के आधार पर अभ्यर्थी को साक्षात्कार की तैयारी के लिये 50 हजार रुपए की वित्तीय सहायता दी जा रही है। विभिन्न विभागों को स्वरोजगार के टाईम बाउंड लक्ष्य दिये गये हैं। आवेदकों की सुविधा के लिए कैम्प लगाकर एक ही स्थान पर सारी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड पूर्ण रूप से पात्र लाभार्थियों को कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम डोज लगाये जाने वाला राज्य बन गया है। शत-प्रतिशत दूसरी डोज का लक्ष्य भी जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। प्रदेश में कोविड-19 से प्रभावित पर्यटन, परिवहन व संस्कृति क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए लगभग 200 करोड़, चिकित्सा क्षेत्र के लिए 205 करोड़ जबकि महिला स्वयं सहायता समूहों और राज्य सरकार की स्वरोजगार योजनाओं से जुड़े लाभार्थियों को 118 करोड़ रूपए का कोविड राहत पैकेज दिया जा रहा है। लाभार्थियों के खातों में डीबीटी द्वारा राहत राशि पहुंचनी भी शुरू हो गई है। प्रदेश में कोविड से प्रभावित परिवारों के निराश्रित बच्चों को वात्सल्य योजना का सहारा दिया गया है। ऐसे बच्चों को 21 वर्ष की आयु तक 3000 रूपये प्रति माह दिये जायेंगे। राज्य सरकार इन बच्चों का एक अभिभावक की तरह पूरा संरक्षण करेगी। पिछले वर्षों में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। प्रत्येक जिले में आक्सीजन प्लांट प्रारम्भ किए गए हैं। हमने राज्य में निशुल्क जांच योजना प्रारम्भ की है। इसके तहत मरीजों को 207 प्रकार की पैथेलॉजिकल जांचों की निःशुल्क सुविधा मिल रही है। आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना में 44 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। आयुष्मान योजना के अंतर्गत अब तक 3 लाख 40 हजार से अधिक मरीज मुफ्त में उपचार करा चुके है। योजना के अंतर्गत लाभार्थियों के उपचार पर अब तक 461 करोड़ अधिक का व्यय किया जा चुका है।
राष्ट्रीय फलक पर उत्तराखण्ड अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहा है। सतत् विकास लक्ष्य सूचकांक में वर्ष 2018 में हम 10वें स्थान पर थे और आज हमारा स्थान तीसरा हो गया है। ऊर्जा और कानून व्यवस्था संबंधी इंडेक्स में हमारा राज्य प्रथम स्थान पर है। मातृत्व मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर, बाल मृत्यु दर आदि स्वास्थ्य सूचकों में काफी सुधार हुआ है। तमाम सामाजिक-आर्थिक सूचकांक में हम देश के अग्रणी राज्यों में हैं। राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी बहनों के मानदेय में बढ़ोतरी की है। प्रदेश के लोक कलाकारों का मानदेय दोगुना किया है। वृद्धावस्था, विधवा और दिव्यांगजन पेंशन की राशि को एक हजार रूपए प्रतिमाह से बढ़ाकर बारह सौ रूपए प्रतिमाह किया गया है। ग्राम प्रहरियों का मानदेय रूपए 2 हजार प्रतिमाह किया गया है। सरकार अन्त्योदय की भावना के अनुरूप विकास का लाभ, अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है। लोगों को योजनाओं का लाभ मिले और उनकी समस्याओं का समाधान हो, इसके लिए सरलीकरण, समाधान, निस्तारण व संतुष्टि पर खास तौर पर फोकस किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य निर्माण आन्दोलन के शुरूआती दौर से ही गैरसैंण को राजधानी बनाये जाने की संकल्पना हर आंदोलनकारी के मन में रही। जनभावनाओं को सर्वाेच्च सम्मान देते हुए राज्य सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया। अब हम गैरसैण में राजधानी के अनुरूप आवश्यक सुविधाओं के विकास की कार्ययोजना पर काम कर रहे हैं। सरकार का पूरा कार्यकाल दूरस्थ और पिछड़े क्षेत्रों के विकास को समर्पित रहा है। यह पहली सरकार है जिसने पलायन को गम्भीरता से लिया और रिवर्स पलायन को साकार करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। वोकल फॉर लोकल पर आधारित ’’एक जनपद दो उत्पाद’’ योजना से स्थानीय लोगों के लिए स्वरोजगार के अवसर पैदा होंगे, वहीं स्थानीय उत्पादों को विश्वस्तरीय पहचान मिलेगी। होम स्टे योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। 16 ईको टूरिज्म डैस्टीनेशन विकसित किए जा रहे हैं। ट्रैकिंग मार्गों पर भी होम स्टे को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा हैं। साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इसकी अलग से विंग बनाई गई है। सौर ऊर्जा और पिरूल ऊर्जा नीति, ग्रामीण युवाओं की आजीविका में सहायक हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की अपेक्षा के अनुसार हम वर्ष 2025 तक जब उत्तराखंड अपनी स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहा होगा, तब हम उसे देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए संकल्पबद्ध हैं और इसके लिए हम ’’विकल्प रहित संकल्प’’ के मंत्र को ध्यान में रखकर दिन-रात कार्य कर रहे हैं। जिसके द्वारा हम अन्त्योदय के अपने अंतिम लक्ष्य को प्राप्त कर सकें और उत्तराखंड को सच्चे अर्थों में देवभूमि बना सकें।

स्थापना दिवस पर नपां मुनिकीरेती के सभासद हुए सम्मानित

उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा व उत्तराखंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सयुंक तत्वावधान में ढालवाला ऋषिकेश स्थित आरएमआई ग्राउंड में एक दिवसीय खेल महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें एथलेटिक, रस्साकस्सी और बॉलीवाल की प्रतियोगिता विधिवत सम्पन्न कराई गई।

कार्यक्रम का उद्घाटन पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी, समाज सेवी कमल सिंह राणा, मधु असवाल, रोशनी राणा, निर्मला उनियाल द्वारा किया गया। प्रतियोगिता में वॉलीबॉल की 20 टीमों ने प्रतिभाग किया, इसमें विजेता एरिना स्पोर्ट्स एकेडमी व उपविजेता कुंजापुरी क्लब रही।

रस्साकशी पुरूष वर्ग में 17 टीमों ने हिस्सा लिया, इसमें विजेता आरएसबी भानियावाला एवं उपविजेता द ब्याज ढालवाला रही।
रस्साकस्सी 8 टीमों में महिला वर्ग विजेता टीम एक भारत श्रेष्ठ भारत ऋषिकेश एवं उपविजेता स्टार क्लब रही ।
100 मीटर अंडर 10 बालक वर्ग में प्रथम स्थान पर शान, द्वितीय स्थान नितिन कंसवाल, तृतीय स्थान आर्यन ।
200 मीटर अंडर 10 बालक वर्ग में प्रथम स्थान सागर लेखवार, दीपश्री थपलियाल द्वितीय, रुद्राक्ष थपलियाल तृतीय ।
100 मीटर अंडर 15 बालक वर्ग में प्रथम स्थान अर्जुन द्वितीय रघु दास, तृतीय दीपांशु सिंह
100 मीटर अंडर 15 बालिका वर्ग में अनुष्का चैहान प्रथम, स्नेहा द्वितीय, तानिया तृतीय रही ।
200 मीटर अंडर 15 बालक वर्ग में प्रथम दिपांशु सिंह, द्वितीय अर्जुन महाजन, तृतीय राहुल ।
100 मीटर अंडर 18 बालक वर्ग में प्रथम अभिषेक कुमार, द्वितीय विकास रावत, तृतीय अमन ।
200 मीटर अंडर 18 बालक वर्ग में प्रथम स्थान पर अभिषेक कुमार, द्वितीय सुखदेव डवोला, तृतीय प्रभात पांडे ।
सभी विजेता खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय महासभा के अध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी, महामंत्री उत्तम सिंह असवाल, उत्तराखंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश चंद्र भट्ट, महामंत्री दिनेश पैन्यूली के द्वारा ट्रॉफी मेडल के साथ माल्यार्पण कर के सम्मानित किया गया। मौके पर पालिका के सभी 11 सभासदों को विशिष्ट सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया।

मौके पर अरविंद नेगी, हॉकी गुरु डीपी रतूड़ी, राम कृष्ण पोखरियाल, सभासद विनोद सकलानी, वंदना थलवाल, अंकित नैथानी, रोशन पंत, कुलभूषण द्विवेदी, शेर सिंह थापा, अनिकेत प्रजापति, पूजा गुसाईं, कुलबीर सिंह, रंजीत सिंह भंडारी, अमित राणा, संजय न्यूली, दिलवीर रावत, प्रिंस गुप्ता, राहुल, पूनम चैहान, रजनी बिष्ट, पिंकी पयाल, वीरेंद्र नौटियाल, सुमित उनियाल, विशन मिंया, राजू थलवाल, राहुल लेखवार, भगवान सिंह भंडारी, अनुज गोड़ आदि मौजूद रहे।