उत्तराखंड के प्रसिद्ध इतिहासकार यशवंत कठोच को राष्ट्रपति ने किया पद्मश्री से सम्मानित

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तराखंड के प्रसिद्ध इतिहासकार डॉ यशवंत कठोच को पद्मश्री से सम्मानित किया है। राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति डॉ कठोच को पद्मश्री से नवाजा। डॉ यशवंत कठोच को भारतीय संस्कृति, इतिहास, पुरात्व शोध के कार्यों के लिए पद्मश्री से नवाजा गया है।

पौड़ी जिले के रहने वाले डॉ यशवंत कठोच का जन्म जन्म 27 दिसंबर 1935 में एकेश्वर विकासखंड में मासौ गांव में हुआ। यशवंत कठोच उत्तराखंड के प्रसिद्ध इतिहासकार हैं। यशवंत कठोच ने कई साल तक शिक्षा के क्षेत्र में प्रधानाचार्य के रूप में सेवाएं दी। इसके बाद उन्होंने कई शोध कार्य किए। पुरातत्व के क्षेत्र में यशवंत कठोच को महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने इतिहास और पुरातत्व से जुड़ी कई किताबें भी लिखी हैं। डॉक्टर यशवंत सिंह कठोच उत्तराखंड शोध संस्थान के संस्थापक सदस्य हैं। इस संस्थान की स्थापना 1973 में की गई थी।

डॉक्टर कठोच ने मध्य हिमालय की कला- एक वास्तु शात्रीय अध्ययन, मध्य हिमालय का पुरातत्व, संस्कृति के पदचिन्ह, सिंह भारती और उत्तराखंड की सैन्य परंपरा समेत एक दर्जन पुस्तकें लिखी हैं। वर्तमान में डॉ कठोच मध्य हिमालय के पुराभिलेख और इतिहास तथा संस्कृति पर निबंध जैसी रचनाओं को पूर्ण करने का काम कर रहे हैं।

निर्विरोध पार्टी उम्मीदवार जीतने को 400 पार की शुभ शुरुआतः भाजपा

भाजपा ने सूरत से निर्विरोध पार्टी उम्मीदवार जीतने को 400 पार की शुभ शुरुआत बताया है। साथ ही प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने दावा किया कि जिस तरह चुनाव परिणामों से पहले ही पार्टी का खाता खुला है, ठीक उसी तरह राज्य में कमल के आगे कई पंजों की जमानत जब्त होने वाली है।

मीडिया में बयान जारी करते हुए जोशी ने गुजरात में सूरत सीट से भाजपा उम्मीदवार श्री मुकेश दलाल के निर्विरोध जीत पर खुशी जताई हैं। उन्होंने कहा, इतिहास में पहली बार किसी भाजपा उम्मीदवार का बिना चुनाव के लोकसभा पहुंचने का यह पहला मौका है। जो देश में मोदी जी के तीसरी बार प्रचंड जीत का स्पष्ट संकेत है। उन्होंने कहा, ठीक ऐसे ही मिलते जुलते आसार भाजपा के पक्ष में उत्तराखंड में भी नजर आ रहे हैं। जिस तरह का उत्साह और माहौल मतदाताओं के बीच मोदी जी को लेकर देखा गया और जिस तरह का फीड बैक कार्यकर्ताओं से प्राप्त हो रहा है। उसको देखते हुए, एक से अधिक कांग्रेस उम्मीदवारों की जमानत जब्त होना तय है।

उन्होंने कटाक्ष किया, जिस तरह प्रस्तावक के फर्जी हस्ताक्षर करने की बात सामने आने पर सूरत में कांग्रेस उम्मीदवार का नामांकन रद्द हुआ। ठीक ऐसे ही फर्जी घोषणाएं और सोशल मीडिया पर झूठा प्रचार कांग्रेस ने उत्तराखंड में किया है। जनता को न उनके दिल्ली के नेता नजर आए, न स्थानीय नेताओं की सभाओं में जनता नजर । और तो और उम्मीदवार भी पूरी तरह सोशल मीडिया के प्रचार पर निर्भर रहे, यही वजह है कि पोलिंग बूथों पर उनके कार्यकर्ता भी नजर नहीं आए, लेकिन जनता ने अपना जवाब ईवीएम में दर्ज कर दिया है, जो पांचों सीटों पर भाजपा की रिकॉर्ड मतों से जीत के रूप में 4 जून को सामने आ जाएगा।

उत्तराखंड राज्य स्तरीय किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में ऋषिकेश के खिलाड़ियों का रहा जलवा

उत्तराखंड एमेच्योर किकबॉक्सिंग एसोसिएशन के तत्वाधान में देहरादून में उत्तराखंड राज्य स्तरीय किकबॉक्सिंग प्रतियोगिता परेड ग्राउंड देहरादून बैडमिंटन हॉल में आयोजित की गई।

प्रतियोगिता में नेशनल रेफरी किक बॉक्सिंग एवम कोच शिवानी गुप्ता ने बताया कि प्रतियोगिता का शुभारंभ 21 अप्रैल 2024 को उत्तराखंड एमेच्योर किक बॉक्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद कोटनाला ने दीप प्रज्वलित कर किया।

प्रतियोगिता में देवभूमि ऋषिकेश मार्शल आर्ट ट्रेनिंग सेंटर के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मनन डोगरा दो स्वर्ण, हर्षित भट्ट दो स्वर्ण, दिव्यता थापा दो स्वर्ण, सोनाक्षी पात्रों दो स्वर्ण, तविषा तनेजा दो स्वर्ण,वर्णिका दो स्वर्ण, श्लोक गैरोला स्वर्ण एवम रजत,निकिता कौशिक स्वर्ण एवम रजत,सान्या स्वर्ण एवम रजत, भव्या चौहान दो रजत, शिवानी रजत एवम कांस्य, गरिमा कोठियाल दो रजत,माधवन रजत एवम कांस्य, सार्थक भट्ट दो स्वर्ण, अंश पाल दो रजत, प्राची नौटियाल दो कांस्य पदक हासिल किए।

कोच शिवानी गुप्ता ने बताया कि खिलाड़ियों का चयन राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता महाराष्ट्र पुणे के लिए हुआ है। इस अवसर पर उत्तराखंड एमेच्योर के किक बॉक्सिंग एसोसिएशन अध्यक्ष अरविंद कोटनाला, वर्किंग प्रेसिडेंट ओम प्रकाश मल, महासचिव सत्येंद्र कुमार, कोच मुक्ति, कोच विपिन डोगरा, कोच सुमित कुमार, कोच आदर्श कुमार, कोच मिंटू सैनी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे और उन्होंने खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य की कामना की।

व्यापार और व्यापारिक गतिविधियाँ राष्ट्रों की आर्थिक वृद्धि और समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैंः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गाजियाबाद में आयोजित व्यापारी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि व्यापारी वर्ग के बिना विकसित राष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती क्योंकि व्यापार और व्यापारिक गतिविधियाँ राष्ट्रों की आर्थिक वृद्धि और समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। व्यापारी देश की अर्थव्यवस्था और वित्तीय शक्तियों की रीढ़ हैं। हमारे लिए व्यापारी ब्रांड इंडिया के सच्चे राजदूत हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते 10 वर्षों में व्यापार, उद्यम, क्रिएटिविटी को साथ लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में एक नया विश्वास पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। अपनी नीतियों और क्विक एक्शन के माध्यम से प्रधानमंत्री का ये निरंतर प्रयास है कि देश में एक ऐसा माहौल बने जिसमें सामान्य से सामान्य परिवार का युवा भी उद्यमी बनने के बारे में सोच सके, उसके बारे में सपने देख सके। प्रधानमंत्री और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश की डबल इंजन की सरकार में भ्रष्टाचार मुक्त व भयमुक्त वातावरण में आज व्यापारी वर्ग स्वयं को सुरक्षित अनुभव कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज व्यवसायी बिना किसी डर के व्यापार कर पा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश अब ’’उत्तम प्रदेश’’ बन चुका है। यहां चारो तरफ बस विकास कार्य ही हो रहे हैं, इस सरकार से पूर्व यहां गुंडा टैक्स एंव रंगदारी वसूली जाती थी, गरीबों की संपत्ति हड़प ली जाती थी। व्यापारियों का अपहरण किया जाता था, लेकिन, महाराज जी के कार्यकाल में अब यूपी अराजक तत्वों से मुक्त हो चुका है। यहां बिना भेदभाव के हर व्यक्ति को सुरक्षा की गारंटी दी जा रही है। सुरक्षा का माहौल बनने से उत्तर प्रदेश के प्रति सबकी धारणा बदली है, देश-दुनिया के निवेशक यूपी में निवेश को इच्छुक हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद से कांग्रेस शासन में धारणा बन गई थी कि जो भी गड़बड़ है वह व्यापारी की वजह से हो रही है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व वाली डबल इंजन की सरकार में व्यापारियों को “सम्मान“ के साथ- साथ ’’प्रोत्साहन’’ और ’’प्रोटेक्शन’’ भी मिला है। आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली सरकार व्यापारीयों के हित में नए-नए कदम उठा रही है। आज पूरे देश में हर स्तर पर व्यापारियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 के बाद से देश में मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार राष्ट्रसेवा और अंत्योदय के सिद्धांत को लेकर निरंतर कार्य कर रही है। केन्द्र सरकार ने प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य करने के साथ ही कड़े फैसले लिए हैं, मुझे उन फैसलों के बारें में आप सभी को विस्तार से बताने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि आप सभी सीएए, तीन तलाक, धारा 370 का खात्मा, राम मंदिर निर्माण सहित अन्य सभी महत्वपूर्ण फैसलों से भलीभांति परिचित है। हमने भी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखंड में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं, जिन्हें पूर्व की सरकारों ने ठंडे बस्ते में डाला हुआ था। हमने हमने एक ओर जहां उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया, वहीं धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया, प्रदेश में पहली बार लैंड जिहाद के खिलाफ कार्रवाई की गई। वहीं भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भी पहली बार कार्रवाई करने से हम पीछे नहीं हटे, इसके साथ ही हमने प्रदेश की महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था भी प्रारंभ की। हमने उत्तराखंड में सभी को समान अधिकार देने के लिए समान नागरिक संहिता विधेयक भी लागू किया। अब इस विधेयक को देशभर में लागू करने के लिए हमारी पार्टी ने इसे अपने संकल्प पत्र में भी शामिल किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा मानना है कि व्यापारी वर्ग किसी भी शांतिप्रिय और विकसित समाज की रीढ़ होता है और उसका सुखी, सुरक्षित और प्रसन्न रहना, अत्यंत आवश्यक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में आज व्यापारी वर्ग न केवल सुखी और प्रसन्न है, बल्कि अपने आपको सुरक्षित भी महसूस करता है। कांग्रेस और विपक्षी दलों के राज में व्यापारी वर्ग दुखी था, हताश था, क्योंकि विपक्षी पार्टियों ने हमेशा व्यापारी समुदाय का अपमान करने की कुचेष्टा की। भारतीय जनता पार्टी जनसंघ के समय से ही व्यापारियों को सम्मान और मान्यता देती आयी है जबकि कांग्रेस की नीति हमेशा उन्हें अपमानित करने की रही है। भाजपा व्यापारियों पर भरोसा करती है, जबकि कांग्रेस उन पर इंस्पेक्टर राज लादती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी जानते हैं कि कांग्रेस तथा अन्य दल व्यापारी समुदाय को खास अवसरों पर ही याद करते हैं जबकि भाजपा सरकार उनके कल्याण के लिए लगातार काम करती रहती है। मेरा मानना है कि कांग्रेस ने व्यापारियों के साथ ही हर वर्ग को सिर्फ और सिर्फ वोटबैंक की राजनीति के लिए प्रयोग किया। इसी का नतीजा है कि आज कांग्रेस और उस जैसे स्वार्थी दल सत्ता से बाहर हैं और भविष्य में भी सत्ता से बाहर ही रहेंगे। हम भी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखंड को एक विकसित और आत्मनिर्भर राज्य बनाने के लिए कृतसंकल्पित हैं। इस संकल्प को सिद्ध करने के लिए हमने हाल में ही उत्तराखंड में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया। जिसमें करीब साढ़े तीन लाख करोड़ के एमओयू हस्ताक्षरित किए गए और मुझे खुशी है कि हमने करीब 71 हजार करोड़ के एमओयू की ग्राउंडिंग करने में सफलता प्राप्त की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी से यह अपील करते हैं कि उत्तर प्रदेश के साथ-साथ आप लोग उत्तराखंड में भी अपनी व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ाएं, आपका देवभूमि में स्वागत है। इस अवसर पर सभी को यह विश्वास दिलाता हूं कि उत्तराखंड में व्यापार हेतु आने पर आपको किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।

कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के कारण भगवान राम अयोध्या में कई दशकों से एक टेंट में रहने को मजबूर रहेः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नई दिल्ली में आयोजित हिन्दू नव वर्ष महोत्सव में प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये मेरा परम् सौभाग्य है कि आज मुझे एक साथ इतने महानुभावों का सानिध्य प्राप्त हो रहा है। आप सभी की आभा और ऊर्जा ने मेरे मन मस्तिष्क को और भी अधिक जागृत करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में उपस्थित प्रत्येक संत को, सनातन संस्कृति के प्रत्येक प्रहरी को दंडवत प्रणाम करता हूं और आशा करता हूं कि आप सभी सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे।

उन्होंने इस दौरान दिल्ली भाजपा के सभी लोकसभा प्रत्याशियों के भारी मतों से विजयी होने की कामना करते हुए सभी को ष्हिन्दू नववर्षष् की शुभकामनाएं प्रदान की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का यह हिन्दू नववर्ष महोत्सव कई मायनों में विशिष्ट है, क्योंकि जहां एक ओर आप सभी विद्वानों का सानिध्य प्राप्त हो रहा है, वहीं सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ कर हम सबको आत्मिक शांति प्राप्त हुई है। ब्रह्म पुराण के अनुसार चौत्र शुक्ल प्रतिपदा को ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण किया था, इस दिन को नव संवत्सर, गुडीपडवा सहित कई नामों से देश के अलग अलग क्षेत्रों में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि आज भी हमारी गणना इतनी सटीक है कि अमावस्या और पूर्णिमा सहित सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण जैसी खगोलीय घटनाओं की सटीक जानकारी हमें पहले ही प्राप्त हो जाती है और इन सबका आधार पूर्ण रूप से वैज्ञानिक है। इतनी विशेषताओं को समेटे हुए हमारा नव वर्ष वास्तव में हमें कुछ नया करने की प्रेरणा देता है। ग्रहों की चाल पर आधारित हमारा नववर्ष सबसे विशिष्ट और वैज्ञानिक है फिर भी यह दुर्भाग्य है कि हमारा समाज एक स्वर में भारतीय नववर्ष को नहीं मनाता।

उन्होंने कहा कि, भारतीय नव वर्ष के प्रति इतनी उदासीनता का मुख्य कारण संस्कृति के संवर्धन के प्रति पूर्व की सरकारों की उदासीनता रही। परंतु 2014 के पश्चात समय बदल चुका है, आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में आज पुनः भारतीय सनातन संस्कृति की धर्म ध्वजा पूरे विश्व में शान से फहरा रही है।

उन्होंने कहा कि हम सभी को ज्ञात है कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के कारण भगवान राम अयोध्या में कई दशको से एक टेंट में रहने को मजबूर थे। आदरणीय मोदी जी को देश की सेवा करने का अवसर मिला तो उन्होंने दृढ़ निश्चय के साथ अयोध्या में श्रीराम का भव्य और दिव्य मंदिर बनवाकर राम लला को टेंट से महल में लाने का कार्य किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने केदारनाथ तथा बद्रीनाथ धाम के पुनर्विकास कार्यों में हर कदम पर हमारा भी पूरा साथ दिया। इतना ही नहीं, देवभूमि के विभिन्न पौराणिक मंदिर जिनके पुनर्विकास पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता थी उन मंदिरों के लिए प्रधानमंत्री जी के सहयोग और मार्गदर्शन में मानसखंड मंदिर माला मिशन भी प्रारंभ किया गया। जिसके तहत मानसखंड के विभिन्न पौराणिक मंदिरों का पुनर्विकास और वहाँ तक पहुँचने की बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जा रही है।

इतना ही नहीं मोदी जी के नेतृत्व में बने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और उज्जैन के महाकाल लोक जैसे निर्माण कार्य आज विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। आदरणीय मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने अब देश के साथ ही विदेशों में भी सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी हाल ही में हमने अपने संकल्प पत्र में यह संकल्प लिया है कि हम विश्वभर में रामायण उत्सव मनाएंगे। ऐसे संकल्प सिर्फ वही ले सकते हैं जिन्होंने सनातन संस्कृति को शुद्ध अंतः करण से अपना माना हो। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार के साथ ही देश का चहुंमुखी विकास भी हुआ है। आज भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है और तीसरी बनने की ओर अग्रसर है। देश का समग्र विकास सुनिश्चित करने के साथ ही आदरणीय मोदी जी ने देश हित में कई अभूतपूर्व एवं कड़े निर्णय लिए हैं। राम मंदिर निर्माण के अलावा ब्।। लागू करना, धारा 370 का खात्मा और तीन तलाक की समाप्ति ऐसे कुछ उदाहरण हैं।

उन्होंने कहा कि हमने भी एक ओर जहां उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू कर सभी को समान अधिकार देने की पहल की है, वहीं धर्मांतरण विरोधी कानून बनाकर और लैंड जिहाद के खिलाफ कार्रवाई कर हमने ये बता दिया है कि सनातन के खिलाफ किया गया कोई भी कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एक ओर उत्तराखंड में हम जहां एक ओर समान नागरिक संहिता की बात कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में ष्मुस्लिम पर्सनल लॉ की बात कर रही है। यह बहुत शर्मनाक है। आज जब देश मे चुनाव चल रहा है तो ये दल मंदिरों में जाने का ढोंग कर रही हैं। दिल्ली में केजरीवाल की पार्टी बहुत धूर्तता से कार्य कर रही है। आज तमाम विदेशी शक्तियों के साथ मिलकर यह दल मोदी को प्रधानमंत्री बनने से रोकना चाहती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में मतदान हो चुका है और पांचों सीट भाजपा जीत रही है। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली के लोगों से भी कहना चाहता हूँ कि दिल्ली की 7 की 7 सीट जीतकर देनी हैं और मोदी जी को एक बार फिर देश का प्रधानमंत्री बनाना है।

पोलिंग पार्टियां सकुशल मतदान कराने के बाद पहुंची स्ट्रांग रूम, सील


जिले में लोक सभा चुनाव कुशलतापूर्वक सम्पन्न हो गया है। जिले की छः विधानसभाओं की सभी 1010 पोलिंग पार्टिया सकुशल मतदान कराने के बाद वापस स्ट्रांग रूम लौट गई है। पोलिंग पार्टियों का आने का सिलसिला 19 अप्रैल देर शाम से 20 अप्रैल की दोपहर तक चलता रहा। 993 पोलिंग टीमें देर रात को स्ट्रांग रूम पहुंच गई थी। जबकि दूरस्थ की 17 मतदान टीमें 20 अप्रैल की सुबह स्ट्रांग रूम पहुंची। जिला निर्वाचन अधिकारी वंदना सिंह एम बी पी जी डिग्री कालेज स्ट्रांग रूम में मौजूद रही। राजनैतिक दलों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम को आज सुबह सील किया गया। स्ट्रांग रूम की कड़ी सुरक्षा के लिए अर्द्धसैनिक बलों,पुलिस की तैनाती की गई है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी रहेगी।

वनाग्नि रोकने को सीएम धामी ने बुलाई बैठक, दिए निर्देश

उत्तराखंड में गर्मियां शुरू होते ही जंगलों का धधकना शुरू हो चुका है। जंगलों को आग बचाना सरकार की पहली प्राथमिकता बन गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज तमाम विभागों से जुड़े अधिकारियों के साथ अहम बैठक की और अधिकारियों को वनाग्नि रोकने के लिए दिशा निर्देश दिए।

सीएम धामी ने अधिकारियों के साथ हुई वर्चुअल बैठक में कहा ‘गर्मियों के चार महीने उत्तराखंड में वनाग्नि की दृष्टि से चुनौतीपूर्ण होते हैं। इन महीनों में अधिक से अधिक सतर्क रहना चाहिए। पूरा प्रयास कर वनाग्नि की घटनाओं को रोकने की कोशिश करनी चाहिए। सीएम धामी ने कहा स्थानीय स्तर पर प्रभारी वनाधिकारी के स्तर पर नोडल अधिकारी नामित किये जाएं। हेल्पलाइन नम्बर तथा टोल फ्री नंबर जारी करते हुए, उनका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। लोगों को भी इसके लिए जागरूक किया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिस क्षेत्र में भी वनाग्नि की घटनाएं हो रही हैं उसके लिये सम्बंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। सीएम ने कहा कि अगर कोई जानबूझकर वनों में आग लगाने की घटना में लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। बैठक में पिरुल का उपयोग किए जाने तथा आबादी क्षेत्रों में बंदरों के आवागमन को रोकने पर भी विस्तृत विचार-विमर्श हुआ।

ब्रह्मलीन हुए शैव मृत्युंजय हिरेमठ, धर्माचार्यों ने व्यक्त की संवेदना

श्री केदारनाथ धाम में वेदपाठी का कार्य संभाल रहे शैव मृत्युंजय हिरेमठ का शुक्रवार शाम आकस्मिक निधन हो गया। उनके ब्रह्मलीन होने से चारों ओर शोक की लहर है। धर्माचार्यों से लेकर आम लोग उनके निधन पर गहीर संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति ने भी उनके निधन पर शोक प्रकट किया है। मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने प्रार्थना की है कि भगवान केदारनाथ हीरेमठ को अपने श्री चरणों में स्थान दें। उनके पारिवारिक जनों को इस दुख को सहन करने की क्षमता प्रदान करें। आज उन्हें मंदाकिनी तट पर समाधि दी गयी।

बता दें कि केदारनाथ धाम के वेदपाठी शैव मृत्युंजय हीरेमठ को शुक्रवार को अचानक दिल का दौरा पड़ा था जिससे मात्र 31 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया। युवा वेदपाठी मृत्युंजय हीरेमठ, रावल 108 श्री गुरुलिंग जी महाराज के चार पुत्रों में सबसे छोटे थे। दक्षिण भारत के जंगम शैव समुदाय से तालुक रखनेवाले मृत्युंजय हीरेमठ अविवाहित थे। उनका परिवार अब स्थायी रूप से उखीमठ (रुद्रप्रयाग) में ही निवास करता है। उनके पिता गुरुलिंग भी केदारनाथ धाम के पुजारी के रूप में सेवा दे चुके हैं। उनके बड़े भाई शिवशंकर लिंग मंदिर समिति केदारनाथ प्रतिष्ठान में पुजारी के पद पर हैं। देश विदेश में बाबा केदारनाथ के भक्त मृत्युंजय को उनके मधुर मंत्रों और आरतियों से पहचानते हैं। वह शिव स्त्रोतम् सहित भगवान भोलेनाथ के भजनों का लय वद्ध गायन करते थे। सोशल मीडिया में उनके भजनों को काफी प्रशंसा भी मिली। केदारनाथ मंदिर परिसर में उनका गाया ‘सौराष्ट्रदेशे विशदेऽतिरम्ये ज्योतिर्मयं चन्द्रकलावतंसम्। भक्तिप्रदानाय कृपावतीर्णं तं सोमनाथं शरणं प्रपद्ये ॥’ लोगों को बहुत पसंद आया था। सोशल मीडिया पर उनकी मधुर आवाजा में गाया ये श्लोक मंत्र बहुत वायरल हुआ था

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने केदारनाथ धाम में वेदपाठी का कार्य संभाल रहे मृत्युंजय हीरेमठ (के आकस्मिक निधन पर शोक- संवेदना जतायी है। उन्होंने कहा कि मृत्युंजय हीरेमठ ने हमेशा निष्ठा एवं सेवा भाव से कार्य किया तथा शोसल मीडिया में उनके शिव भक्ति स्त्रोत, भजन तथा लय पूर्ण गायन लोकप्रिय रहे। उनके निधन से मंदिर समिति को अपूर्णीय क्षति हुई है। उनके निधन की खबर के बाद मंदिर समिति के उखीमठ, जोशीमठ, देहरादून सहित सभी कार्यालयों, विश्रामगृहों में शोक सभा आयोजित हुई

उत्तराखंड में प्रथम चरण में संपन्न हुए लोस चुनाव, लोगों में दिखा कम उत्साह

उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान समाप्त हो गया है। सुबह लोगों ने खासा उत्साह दिखाया, लेकिन शाम ढलते ही मतदान का जोश कम होता गया। शाम 5 बजे तक 53.56ः मतदान हुआ है। हालांकि पोस्टल बैलेट, 85$ उम्रदराज वोटर और दिव्यांग वोटरों को मिलाकर ये आंकड़ा थोड़ा बढ़ सकता है। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में 61 फ़ीसदी वोटिंग के मुकाबले बेहद कम वोटिंग हुई है। सबसे ज्यादा 59.36 फीसदी मतदान नैनीताल ऊधमसिंह नगर सीट पर हुआ है।

आज सुबह से ही मतदान को लेकर सभ जिलों में उत्साह देखा गया। सुबह सुबह पोलिंग बूथ पर वोटरों का तांता लगना शुरू हो गया। कहीं बुजुर्ग महिलाएं, कहीं जोड़े में सजी दुल्हनें, कहीं फर्स्ट टाइम वोटर्स अपने मताधिकार का प्रयोग करने घऱों से निकले। लेकिन दोपहर बाद मतदान के प्रति लोगों की दिलचस्पी कम होती दिखी। अनेक जगहों पर वोटरों ने मतदान का बहिष्कार किया। शाम होते होते मतदान के आंकड़े में कमी देखी गई।

शाम 5 बजे तक कुल 53.56 फ़ीसदी वोटिंग हुई जो 2019 के मुकाबले बेहद कम है।
अल्मोड़ा संसदीय सीट पर 44.43 फीसदी
गढ़वाल लोकसभा सीट पर 48.79 फीसदी
टिहरी संसदी सीट पर 51.01 फीसदी
हरिद्वार लोकसभा में 59.01 फीसदी
नैनीताल ऊधमसिंह नगर सीट पर शाम 5 बजे तक सबसे ज्यादा 59.36 फीसदी मतदान हुआ है।

मतदान को लेकर दुल्हन और दुल्हे में दिखा उत्साह, परिधान में ही पहुंचे वोट देने

उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण की वोटिंग जारी है। पांचों सीटों पर सुबह से ही मतदान के लिए खासा उत्साह दिख रहा है। आजकल शादी का सीजन भी चल रहा है। इस बीच कई पोलिंग बूथ पर सुखद तस्वीरें देखने को मिली हैं, जहां दुल्हनें जोड़े में सजकर वोट देने निकली। पौड़ी हो या कासशीपुर, दुल्हनों ने वोट देने के लिए गजब का उत्साह दिखाया है।

गढ़वाल लोकसभा सीट के विकासखंड कोट में भी दुल्हन ने ससुराल विदा होने से पहले वोट किया और लोकतंत्र के पर्व में भाग लिया। दुल्हन सोनाली ने राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय रणाकोट में पहुंचकर मतदान किया।

श्रीनगर में भी नवविवाहित जोड़ा शादी की रस्म खत्म होते ही जीआईसी श्रीनगर के पोलिंग बूथ पर मतदान करने पहुंचा। श्रीनगर के ही जोखोला पोलिग बूथ पर विदाई से पहले दुल्हन पति के साथ वोट देने पहुंची।

काशीपुर की 23 साल की दीक्षा की शादी देहरादून के अंशुल के साथ हुई है। बीते रोज अंशुल बारात लेकर काशीपुर पहुंचे थे। शुक्रवार 19 अप्रैल सुबह को विवाह समारोह की सभी रस्में पूरी हो गई थी, लेकिन सुबह विदाई से पहले दीक्षा अपने पति अंशुल और अन्य परिजनों के साथ मतदान केंद्र गई और वोट किया। वोट डालने के बाद दीक्षा की विदाई हुई. दूल्हे अंशुल ने कहा कि वो भी देहरादून में जाकर सबसे पहले मतदान करेंग.. नवविवाहित की इस पहल की हर कोई प्रशंसा कर रहा है।

बता दें कि 5 लोकसभा सीटों पर 85 लाख मतदाता 55 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला कर रहे हैं। नतीजे 4 जून को आएंगे।