विस अध्यक्ष ने सरकारी अस्पताल का दौरा कर व्यवस्थाएं जांची

एसपीएस राजकीय चिकित्सालय, ऋषिकेश में प्रस्तावित ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट एवं ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट को स्थापित करने की कवायद शुरू कर दी गई है, जिसको लेकर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने राजकीय चिकित्सालय पहुंचकर ऑक्सीजन प्लांट एवं स्टोरेज प्लांट लगाने के लिए चिन्हित स्थान का निरीक्षण किया।
अवगत करा दें कि एसपीएस राजकीय चिकित्सालय में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट एवं ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट स्थापित किए जाने के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है एवं वित्तीय स्वीकृति के लिए शासन द्वारा विभाग द्वारा प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है। शीघ्र ही वित्तीय स्वीकृति प्राप्त होने पर एसपीएस राजकीय चिकित्सालय के परिसर में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट एवं ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट स्थापित किया जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा चिन्हित स्थान का निरीक्षण करने के दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षक विजयेश भारद्वाज ने अवगत कराया कि प्रस्तावित ऑक्सीजन प्लांट के निर्मित होने के बाद प्लांट से 24 घंटे 800 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन का उत्पादन होगा वहीं स्थापित होने वाले ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट की क्षमता 10 मिट्रिक टन ऑक्सीजन स्टोर करने की है। सीएमएस ने बताया कि प्लांट से अस्पताल को निर्बाध रूप से ऑक्सीजन की सप्लाई मिलती रहेगी, जिससे अस्पताल में भर्ती मरीजों को उनके बेड पर ही 24 घंटे हाईफ्लो ऑक्सीजन मिल सकेगी।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जल्द ही ऑक्सीजन प्लांट को वित्तीय स्वीकृति प्राप्त होगी, जिसके बाद ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित होने से अस्पताल में भर्ती मरीजों को इसका लाभ मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की संभावित तिथि लहर से रोकथाम के प्रयास के लिए निश्चित ही इसका लाभ प्राप्त होगा। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने ऑक्सीजन प्लांट से संबंधित अन्य जानकारी भी उपस्थित अधिकारियों से प्राप्त की।
वहीं, इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने डेंगू मरीजों के लिए बनाए गए वार्ड का भी निरीक्षण किया, इस दौरान डेंगू वार्ड में भर्ती मरीज से बातचीत कर स्वास्थ्य का हाल-चाल भी जाना। श्री अग्रवाल ने इस मौक़े पर कोरोना टीकाकरण से संबंधित जानकारी भी डॉक्टरों से प्राप्त की।
इस अवसर पर राजकीय चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक विजयेश भारद्वाज, बीपी भट्ट, डॉ पीपी गर्ग, नगर निगम पार्षद शिव कुमार गौतम, संजीव पाल, राजू नरसिम्हा, जयंत किशोर शर्मा, हरिशंकर प्रजापति, दुर्गेश जाटव, कविता शाह, रवि दुबे, राजू दिवाकर, सुमित सेठी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

मसूरी विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री ने की 14 घोषणाएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सर्वे ऑफ इण्डिया परिसर में मसूरी विधानसभा क्षेत्र की लगभग 70 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने बहल चौक से सर्वे ऑफ इण्डिया तक जन आशीर्वाद रैली में भी प्रतिभाग किया।

मसूरी विधानसभा क्षेत्र की मुख्यमंत्री की घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मसूरी विधानसभा के लिए 14 घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वार्ड 5 धोरणखास, वार्ड 7 जाखन, वार्ड 8 सालावाला, वार्ड 9 आर्यनगर, वार्ड 10 डोभालवाला, वार्ड 11 विजय कालोनी सहित बिलासपुर काडली, जैतनवाला एवं मंसदावाला में सड़कों का पुनर्निर्माण एवं सुधारीकरण किया जाऐगा। विजय कालोनी, पथरिया पीर, नीलकण्ठ विहार, इंदिरा कालोनी चुक्खुवाला क्षेत्र में सीवर लाईन निर्माण का कार्य किया जायेगा। सिगली. हल्दूवाला (संतला देवी), भितरली एवं मसंदावाला में झील का निर्माण किया जायेगा। वार्ड 8 सालावाला में न्यू कैंट रोड़ से सालावाला की ओर जाने वाले मार्ग पर पुल निर्माण किया जायेगा। ग्राम पंचायत रिखोली के सोलाह गांव में विद्युतीकरण का कार्य किया जाऐगा। सरोना न्याय पंचायत क्षेत्र के अर्न्तगत 5 किमी आन्तरिक सीसी सड़कों एवं पुश्तों का निर्माण किया जायेगा। ग्राम पंचायत चामासारी में पशु सेवा केन्द्र बनाया जायेगा। ग्राम पंचायत चामासारी के तल्यानीगाड गांव हेतु राजपुर टोल से सिमयाना तक 4 किमी सड़क का निर्माण किया जायेगा। ग्राम पंचायत सेरागांव के अर्न्तगत सिलकोटी में पुल निर्माण किया जाएगा। ग्राम पंचायत सरोना के छोटी छमरोली से डोमकोट तक 4 किमी सड़क निर्माण किया जायेगा। ग्राम पंचायत सिल्ला के अर्न्तगत शेरा- सिल्ला-डबराना गढ़-बुरासखण्डा तक 10 किमी सड़क निर्माण किया जायेगा। ग्राम पंचायत सिल्ला के शेरा, भूमिसरो काडद, काणीगाड आदि क्षेत्रों में बाढ़ सुरक्षा कार्य किया जायेगा। सहस्त्रधारा नहर के भूमिगत भाग में आरसीसी पाईप बिछाने का कार्य किया जायेगा। जिला पंचायत चन्द्रोटी में 5 किमी आन्तरिक सड़कों एवं पुश्तों का निर्माण किया जायेगा।

मुख्यमंत्री द्वारा किये गये महत्वपूर्ण लोकार्पण एवं शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने जिन महत्वपूर्ण योजनाओं का लोकार्पण किया उनमें 5 करोड़ रूपये की लागत के देहरादून-किमाड़ी-लम्बीधार-होलोक कम्पनी गार्डन मोटर मार्ग में 30 एम.एम.बी.सी. द्वारा सतह सुधार का कार्य, 4 करोड़ 71 लाख की रूपये की लागत के देहरादून-मसूरी राज्यमार्ग संख्या-1 में दिलाराम चौक से कुठालगेट तक बी.सी द्वारा मार्ग का सतह सुधार का कार्य, 4 करोड़ 54 लाख रूपये की लागत के राजपुर से कुठालगेट मोटर मार्ग में 30 एम.एम.बी.सी. द्वारा सतह सुधार का कार्य, हाथीबड़कला-मालसी मोटर मार्ग तथा स्नोव्यू-झड़ीपानी बार्लाेगंज मसूरी मोटर मार्ग में 30 एम.एम.बी.सी. द्वारा सतह सुधार का कार्य शामिल है। मुख्यमंत्री ने जिन महत्वपूर्ण योजनाओं का शिलान्यास किया उनमें 5 करोड़ 22 लाख रूपये की अनुमानित लागत के सहस्त्रधारा-चामासारी मोटर मार्ग का डामरीकरण का कार्य, 4 करोड़ 89 लाख की अनुमानित लागत के कालीदास रोड, पुनर्गठन सीवरेज योजना का कार्य, 3 करोड़ 23 लाख की अनुमानित लागत के मसूरी विधानसभा अन्तर्गत सड़कों का निर्माण कार्य एवं 2 करोड़ 25 लाख रूपये की अनुमानित लागत के अनारवाला पेयजल योजना का सुदृढ़ीकरण का कार्य शामिल है।

प्रधानमंत्री के पद्चिन्हों पर चलकर किये जा रहे हैं राज्य में विकास कार्य-सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के पद्चिन्हों पर चलकर राज्य में विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव है। उन्होंने कहा कि जब मैं प्रधानमंत्री से मिलने दिल्ली गया तो मुझे मिलने के लिए मात्र 15 मिनट का समय मिला था, लेकिन प्रधानमंत्री जी ने 1 घण्टे 40 मिनट तक उत्तराखण्ड से जुड़े अनेक पहलुओं पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि राज्य को हरसंभव मदद दी जायेगी। केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं को आगे बढ़ाने के साथ ही राज्य में भी अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। हमारा लक्ष्य है कि समाज के अंतिम पंक्ति तक खड़े लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिले।

रोजगार और स्वरोजगार पर सरकार का विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। युवाओं को प्रदेश में रोजगार एवं स्वरोजगार के पर्याप्त अवसर मिले इसके लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। राज्य में रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। ये भर्ती प्रक्रिया जल्द पूर्ण की जाएगी। स्वरोजगार पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास सरकार का मूलमंत्र है। जन समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए अधिकारियों को प्रत्येक कार्यदिवस में प्रातः 10 से 12 बजे तक जन समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। कार्यों के सरलीकरण, समाधान निस्तारण एवं उनकी संतुष्टि भी हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को जिलों में शिविरों के माध्यम से आम जनमानस तक पहुंचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश को अगले 10 सालों में विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा, चिकित्सा, पर्यटन, कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की भूमि हमारे वीर सैनिकों एवं राज्य आन्दोलनकारियों की भूमि है, इनके सपनों के अनुरूप राज्य का विकास हो, इस दिशा में राज्य सरकार द्वारा विशेष प्रयास किये जा रहे हैं।

सर्वांगीण विकास के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध-सैनिक कल्याण मंत्री
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने मसूरी विधानसभा क्षेत्र के लिए सीएम द्वारा की गई घोषणाओं के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है। देश की रक्षा के लिए हमारे जवानों ने हमेशा अपना सर्वस्व दिया है। युद्ध में किसी भी सैनिक या अर्द्धसैन्य बलों के जवानों की वीरगति होने पर राज्य सरकार द्वारा उनके एक आश्रित को उनकी शैक्षिक योग्यता के आधार पर राज्याधीन सेवाओं में नौकरी दी जा रही है। सैनिकों के कल्याण के राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।

राफ्ट संचालकों में खुशी, साहसिक रोमांच का सफर हुआ शुरु

पर्यटन व्यवसाय से जुड़े 15 हजार लोगों को पर्यटन विभाग की ओर से अब तक 7 करोड़ की धनराशि वितरित की जा चुकी है। उक्त बात गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन समिति द्वारा साहसिक पर्यटन राफ्टिंग सीजन समारोह के शुभारंभ अवसर पर प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने अपने संबोधन में कहीं।
प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने रविवार को मुनिकीरेती स्थित खारास्रोत में गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन समिति द्वारा साहसिक पर्यटन राफ्टिंग सीजन समारोह का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर राफ्टिंग, एयरो स्पोर्ट्स सेवा प्रदाताओं सहित समस्त पर्यटन कारोबारियों को संबोधित करते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि साहसिक पर्यटन राफ्टिंग सीजन समारोह का शुभारंभ करते हुए उन्हें अपार प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने आयोजन कर्ताओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कोरोना काल के पश्चात साहसिक पर्यटन राफ्टिंग का प्रारंभ होना पर्यटन व्यवसायियों के लिए बेहद ही सुखद है।
पर्यटन मंत्री महाराज ने कहा कि कोविड संक्रमण के चलते आर्थिक मंदी से जूझ रहे चारधाम यात्रा और पर्यटन से जुड़े कारोबारियों के लिए राज्य सरकार ने 200 करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की घोषणा की है। पर्यटन विभाग की ओर से अब तक पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लगभग 15 हजार लोगों को 7 करोड़ की धनराशि वितरित की जा चुकी है।
महाराज ने कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा विशेष क्षेत्र एवं गतिविधियों हेतु बनाई गई समितियों के पास अपने संसाधन से पर्यटन विभाग द्वारा स्वीकृत 631 राफ्टिंग प्रति गाइड के हिसाब से 10 हजार रूपये की एकमुश्त आर्थिक सहायता दी गई है। जिस पर 63 लाख 10 हजार की धनराशि व्यय की गयी।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि राज्य सरकार ने सभी पंजीकृत 301 राफ्टिंग, एयरो स्पोर्टस सेवा प्रदाताओं को राहत देते हुए उत्तराखंड पर्यटन विभाग द्वारा लिए जाने वाले लाइसेंस नवीनीकरण शुल्क में भी छूट प्रदान की है। इस पर 65 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई।
महाराज ने कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा एडवेंचर टूर ऑपरेटरों को भी बड़ी राहत देते हुए 30 लाख 30 हजार रूपये का आर्थिक पैकेज दिया गया है। इसके तहत 303 एडवेंचर टूर ऑपरेटरों को 10 हजार रूपये प्रति फर्म के हिसाब से एकमुश्त आर्थिक सहायता दी गई है।
इस अवसर पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, मुनिकीरेती नगर पालिका अध्यक्ष रोशन रतूड़ी, एसीईओ पर्यटन कर्नल अश्वनी पुंडीर, संयुक्त निदेशक पर्यटन विवेक चौहान, जिला साहसिक खेल अधिकारी सोवत राणा, दिनेश भट्ट, विकास भंडारी, हुकम सिंह रावत, रामपाल भंडारी, मदन बडोनी, धनवीर भंडारी, हेमंत चौहान, अनुराग रावत, राजेश पुंडीर, राजेंद्र भंडारी, अजय धमान्दा, लेखराज भंडारी, वीरेंद्र गुसाईं और पंकज भट्ट आदि उपस्थित थे।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सरकार बढ़ाने जा रही मानदेय

प्रदेश सरकार 35 हजार से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने जा रही है। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के अनुसार, इसके लिए विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार कर इसे मंजूरी के लिए वित्त विभाग को भेजा गया है। वित्त की मंजूरी के बाद प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जाएगा। इससे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में एक से दो हजार रुपये का इजाफा होगा। इसके अलावा एक महीने के भीतर सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पहचान पत्र जारी किए जाएंगे। 
प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 7500 रुपये, मिनी कार्यकर्ताओं को 4750 रुपये एवं सहायिकाओं को 3750 रुपये मानदेय दिया जा रहा है। सरकार आंगनबाड़ी एवं मिनी कार्यकर्ताओं के मानदेय में दो हजार एवं सहायिकाओं के मानदेय में 1500 रुपये की बढ़ोत्तरी कर सकती है। 

चारधाम यात्रा शुरु, तीर्थयात्रियों के साथ ही कारेाबारियों के खिले चेहरे

केदारनाथ, बदरीनाथ सहित चार धाम में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रदेश में यात्रा का श्रीगणेश हो गया। पहले दिन बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री धाम में 700 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किया। यात्रा शुरू होने से श्रद्धालुओं में उत्साह है तो दूसरी ओर, चारधाम रूट के पर्यटन और परिवहन कारोबारी भी बेहद खुश नजर आ रहे हैं। केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए दोपहर 12 बजे तक 352 तीर्थयात्री प्रस्थान कर चुके थे। केदारधाम में प्रतिदिन 800 लोगों को ही जाने की अनुमति दी गई है।
देवस्थानम बोर्ड के अनुसार, केदारनाथ में गर्भ गृह में भी व्यवस्थाएं बहाल कर दी गई हैं। गर्भ गृह में किसी को प्रवेश की अनुमति नही हैं। सभी यात्रियों को सभा मंडप से ही दर्शन की अनुमति दी गई है। बदरीनाथ में ब्रह़्म मुर्हुत में भगवान बदरी विशाल का पूजन अभिषेक शुरू हुआ। मुख्य रावल ईश्वरी प्रसाद नम्बूदरी ने नियमानुसार भगवान का स्नान, श्रृंगार, अभिषेक किया। धर्माधिकारी भुवन उनियाल अपर धर्माधिकारियों ने वेद ऋचाओं का वाचन किया। कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं ने जय बदरीविशाल के जयघोष के साथ मंदिर परिसर में प्रवेश किया। दोपहर तक 250 श्रद्धालु भगवान बदरीनाथ के दर्शन कर चुके थे। अभी सिलसिला जारी है। उधर, उत्तरकाशी में दोपहर तक गंगोत्री धाम में 73 श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे। यमुनोत्री में भी श्रद्धालुओं ने मां यमुना की पूजा अर्चना की। दोनों धामों में शाम तक 302 श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पूजा अर्चना की।

कोविड जांच के लिए सख्त इंतजाम
भगवान बदरीनाथ के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य जांच के लिये जिले के प्रवेश द्वार गौचर, मोहन खाल, मेहलचौरी से ही बैरियर पर कोविड जांच की व्यवस्था की गई है। पांडुकेश्वर में भी कोविड जांच यात्रियों की जांच हो रही है । हेमकुंड जाने वाले यात्रियों की भी कोविड जांच की जा रही है। बदरीनाथ आने वाले यात्रियों कोविड प्रपत्रों की जांच देवदर्शनी में भी हो रही है। उधर,केदारनाथ के दर्शन के लिए जाने वाले महाराष्ट्र, केरल और आंध्रप्रदेश के श्रद्धालुओं के लिए सोनप्रयाग में आरटीपीसीआर कोविड टेस्ट की अलग से व्यवस्था की है।

विधानसभावार विकास कार्यों को वित्तीय स्वीकृति दे रहे सीएम धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के लिये विकास कार्यों हेतु वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र धर्मपुर के अन्तर्गत वार्ड सं0-88 मेहूवाला में ऋषिविहार में आईटीबीपी के पीछे नाले को भूमिगत करते हुए सड़क का चौड़ीकरण कार्य किये जाने हेतु 188.79 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र धर्मपुर के अन्तर्गत वार्ड संख्या 89 तथा 90 में दुर्गा विहार, हरभजवाला, कुमाऊनी बस्ती, नन्दा एन्क्लेव, तुन्तोवाला, चन्द्रताल, विष्णुपुर, माया एन्क्लेव तथा नीलवाला में मार्ग एवं नाली निर्माण हेतु 204.26 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल के अन्तर्गत बेदीखाल भरोलीखाल एरोली मोटर मार्ग का चन्दोली तक विस्तारीकरण हेतु 133.58 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की है।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र प्रतापनगर के अन्तर्गत मदन नेगी खोला मोटर मार्ग के किमी 1 से मोटना मदन नेगी मोटर मार्ग के जलवागांव तक मोटर मार्ग का नव-निर्माण हेतु 3.75 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र पिथौरागढ़ के अन्तर्गत ऐंचोली बड़ावे मोटर मार्ग के किमी 13 पत्थरखानी से सेलकटिया डुबरिया बिजरकाण्डा धुईरा तक मोटर मार्ग का नव-निर्माण हेतु 104.35 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की है।
मुख्यमंत्री ने ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारियों को कोविड-19 में उनके द्वारा किये जा रहे सराहनीय कार्यों एवं सेवाओं हेतु सम्बन्धित 649 कार्मिकों को एकमुश्त 10,000 रूपये प्रति कार्मिक प्रोत्साहन राशि दिये जाने को वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।

सीएम ने ऋषिकेश को दी कई सौगातें, की 12 महत्वपूर्ण घोषणाएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश में जन आशीर्वाद रैली में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने 12 घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्यामपुर रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा। ऋषिकेश स्थित संजय झील का सौन्दर्यीकरण कर पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। बैराज स्थित झील पर साहसिक पर्यटन एवं वाटर स्पोर्ट्स प्रारंभ कराएं जाएंगे। ऋषिकेश में बहुमंजिला पार्किंग का निर्माण कराया जाएगा। ऋषिकेश में मां गंगा की धारा को निरंतर व व्यवस्थित स्वरूप में त्रिवेणी घाट पर लाया जाएगा।
कैम्पा योजना के अन्तर्गत वनों से सटे गांवों जैसे सत्यनारायण मंदिर से गौहरीमाफी, साहबनगर, भट्टोवाला, रूषाफार्म (गुमानीवाला) में सड़क तथा विद्युत एवं अन्य जरूरी सुविधायें उपलब्ध कराई जाएगी। गुलदार प्रभावित क्षेत्र रायवाला, साहबनगर, खदरी के निवासियों की जानमाल की सुरक्षा का प्रबन्ध किया जाएगा। खदरी, लक्कडघाट, गुमानीवाला, रूषाफार्म, भट्टोंवाला, छिद्दरवाला आदि क्षेत्रों में हाथी व अन्य वन्यजीवों से सुरक्षा के प्रबन्ध किए जाएंगे। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र गौहरीमाफी, साहबनगर, ठाकुरपुर (खैरीखुर्द), गढ़ीमयचक में बाढ़ सुरक्षा के लिए प्रभावी कार्यवाही यथाशीघ्र आरम्भ की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में हाईटेक मिनी स्टेडियम की स्थापना की जाएगी। ऋषिकेश में सड़कों के निर्माण के लिए राज्य योजना से 20 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। निराश्रित गौवंश को आश्रय हेतु गौशाला की स्थापना कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा योग नगरी में आकर जहां एक ओर मैं स्वयं को गौरवान्वित अनुभव कर रहा हूँ वहीं दूसरी ओर आप सभी का प्रेम देखकर भावविभोर भी हूँ। इस योग ओर आध्यात्मिक भूमि को माँ गंगा का आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम छोर तक विकास की धारा को पहुंचाया जा रहा है। डबल इंजन की सरकार में सराहनीय कार्य हो रहे हैं। ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक रेल लाइन का कार्य तेजी से चल रहा है। इस रेल लाइन का निर्माण डबल इंजन की सरकार में ही संभव था। ऋषिकेश हमारी ऐतिहासिक धरोहर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। युवाओं को प्रदेश में रोजगार एवं स्वरोजगार के पर्याप्त अवसर मिले इसके लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। राज्य में रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। ये भर्ती प्रक्रिया जल्द पूर्ण की जाएगी। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास सरकार का मूलमंत्र है। जन समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए अधिकारियों को प्रत्येक कार्यदिवस में प्रातः 10 से 12 बजे तक जन समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। कार्यों के सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को जिलों में शिविरों के माध्यम से आम जनमानस तक पहुंचाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश को अगले 10 सालों में विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बनाया जाएगा। कोविड के दौरान अनेक क्षेत्रों से जुड़े लोगों का कार्य प्रभावित हुआ। सरकार द्वारा उनको राहत देने का कार्य किया जा रहा है। चिकित्सा क्षेत्र के लिए 205 करोड़ का पैकेज दिया गया है। पर्यटन एवं परिवहन से जुड़े लोगों को भी 200 करोड़ का राहत पैकेज दिया गया है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक एवं जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।

पीएम के जन्मदिन पर यूथ कांग्रेस ने मनाया बेरोजगार दिवस

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन को युवा कांग्रेस ने राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस के रूप में मनाया।

कार्यकर्ताओं ने कहा कि भारत में बढ़ती नौकरियों की समस्या, काम की कमी, कारोबार का ठप्प होना और सरकारी संस्थानों का निजी हाथों में चले जाने के कारण आज युवा निराश हो गया है। घटते रोजगार ने कोरोना काल में भारत की 14 करोड़ से ज्यादा आबादी को बेरोजगार बना दिया, जिसका परिणाम है ‘राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस’ आज के दिन मनाया जा रहा है।

कहा कि देश की युवा जनता आज पीएम मोदी को उनके जन्मदिन की बधाई के साथ-साथ देश में बढ़ती बेरोजगारी के लिए भी चेता रही है।

इन नियमो का पालन करने से चारधाम यात्रा पर नही करना होगा कठिनाईयों का सामना

चारधामों के कपाट खुलने के लगभग चार महीने के बाद शनिवार से चारधाम यात्रा शुरू होगी। शुक्रवार को सरकार ने चारधाम यात्रा की मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी कर दी है। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों को पंजीकरण करने के बाद ई-पास जारी किए जाएंगे। जिसके बाद ही चारधामों में दर्शन की अनुमति मिलेगी।
राज्य के बाहर से आने वाले यात्रियों को स्मार्ट सिटी पोर्टल पर भी अनिवार्य रूप से पंजीकरण करना होगा। कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने के 15 दिन के बाद प्रमाण पत्र दिखाने पर यात्रा की अनुमति दी जाएगी। लेकिन केरल, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से आने वाले यात्रियों को दोनों डोज लगवाने के बाद 72 घंटे पहले की कोविड जांच निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई है। 
सचिव धर्मस्व हरिचंद्र सेमवाल ने चारधाम यात्रा की एसओपी जारी की है। इस बीच चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने भी एसओपी जारी कर दी है। दोनों एसओपी में एक समान प्रावधान हैं। चारधामों में यात्रा का संचालन 18 सितंबर से होगा। यात्रा में राज्य और बाहर से आने वाले यात्रियों को सशर्त अनुमति दी जाएगी।
धामों में दर्शन करने के लिए यात्रियों को सबसे पहले देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण करना होगा। जिसके बाद देवस्थानम बोर्ड की ओर से सीमित संख्या में प्रतिदिन ई-पास जारी किए जाएंगे। मंदिर परिसर के मुख्यद्वार पर दर्शन करने से पहले यात्रियों का ई-पास चेक किया जाएगा। 

मंदिर परिसर में प्रसाद चढ़ाने और तिलक लगाने पर प्रतिबंध
कोविड संक्रमण को देखते हुए चारधामों में दर्शन करने वाले यात्री प्रसाद नहीं चढ़ाएंगे। साथ ही मंदिरों में यात्रियों को तिलक भी नहीं लगेगा। मंदिर में मूर्तियों और घंटियों को छूने, तप्त कुंडों में स्नान पर प्रतिबंध रहेगा। केदारनाथ धाम में एक समय में छह यात्री ही सभामंडप से दर्शन कर सकेंगे। गर्भगृह में जाने की अनुमति नहीं होगी। 

केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मंदिर परिसर में दिन में तीन बार सैनिटाइजेशन और साफ सफाई की जाएगी। मंदिरों में कोविड प्रोटोकाल का पालन कर मास्क पहनने, सोशल डिस्टेसिंग की निगरानी देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की ओर से सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी। प्रत्येक धाम में स्वास्थ्य विभाग की ओर से नोडल अधिकारी तैनात किया जाएगा। एसओपी का पालन कराने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन और एसडीएम की होगी। 
 
यात्रा के लिए ऐसे करेंगे पंजीकरण
चारधाम यात्रा के लिए राज्य और बाहर से आने वाले यात्रियों को देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की वेबसाइट https://badrinath-kedarnath.gov.in/ पर पंजीकरण करना होगा। बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों को सबसे पहले स्मार्ट सिटी पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य होगा। जबकि राज्य के यात्रियों को इस पोर्टल पर पंजीकरण नहीं करना होगा। यात्रा के लिए ई-पास के लिए देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण करना होगा। जिसके बाद ई-पास जारी किए जाएंगे। जिन लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज 15 दिन पहले लग चुकी है। उन्हें कोविड जांच नहीं करानी होगी। एक डोज लगाने वाले को कोविड जांच की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य है। केरल, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश से आने वाले यात्रियों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाने के बाद 72 घंटे पहले की कोविड निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य होगा। 

चारधामों में दर्शन के लिए ये रहेगी प्रतिदिन संख्या
बदरीनाथ-1000
केदारनाथ-800
गंगोत्री-600
यमुनोत्री-400

यात्रियों को बिना आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट के न जाने दें
चारधाम यात्रा के लिए डीआईजी नीरू गर्ग ने रेंज के सभी एसएसपी, एसपी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कहा कि कोविड संक्रमण को देखते हुए यात्रियों को बिना आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट और देवस्थानम बोर्ड पंजीकरण किए बिना यात्रा पर न जाने दिया जाए। चेकिंग के लिए सभी स्थानों पर चौकपोस्ट बनाकर उनमें पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाए। इस दौरान उन्होंने सभी जनपदों में यात्रा के लिए सीओ को नोडल अधिकारी बनाया है। 
डीआईजी ने यात्रा के दौरान शासन-प्रशासन और हाईकोर्ट की ओर से दिए गए दिशा-निर्देशों का भी कड़ाई से पालन करने और इस संबंध में यात्रियों को जागरूक करने के निर्देश भी दिए। कहा कि निर्धारित संख्या से अधिक यात्रियों को चार धाम यात्रा के लिए अनुमन्य न किया जाए। यात्रा आरंभ में ही हरिद्वार, ऋषिकेश, मुनि की रेती, लक्ष्मणझूला आदि स्थानों पर फ्लैक्स आदि के जरिये व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
टिहरी में भद्रकाली, तपोवन, सुवाखोली, कैम्पटी, पौटी में कोटद्वार, श्रीनगर में सघन चेकिंग किया जाए। इस दौरान उन्होंने जनपद उत्तरकाशी के यमुनोत्री में सीओ बड़कोट गंगोत्री में सीओ उत्तरकाशी, केदारनाथ में सीओ गुप्तकाशी व बदरीनाथ में सीओ चमोली को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
नोडल अधिकारी जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त प्रशासनिक अधिकारियों के संपर्क में रहेंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में एसएसपी देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, उत्तरकाशी, चमोली आदि मौजूद रहे।
चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने बताया कि सरकार की ओर से यात्रा शुरू करने की अधिसूचना जारी की जाएगी। जिसके बाद बोर्ड की ओर से चारधामों में कोविड प्रोटोकाल का पालन करने के लिए एसओपी जारी की जाएगी। यात्रा के लिए तैयारियां पूरी है। 

धामी सरकार की मजबूत पैरवी से ही खुली चारधाम यात्रा
सरकार की ओर से मजबूत पैरवी होती तो चारधाम यात्रा के द्वार पहले ही खुल जाते। लेकिन यात्रा संचालन करने के लिए सरकार की तरफ से कमजोर होमवर्क भी दिखाई दिया। अब कोर्ट ने रोक हटाई तो यात्रा की राह में मौसम की चुनौतियां भी खड़ी है। चारधाम यात्रा के लिए लगभग डेढ़ माह ही समय बचा है। भारी बारिश से चारधाम यात्रा के सड़क मार्गों की हालत खराब है। कई संवेदनशील स्थानों पर भूस्खलन का खतरा बरकरार है। 

धामी सरकार के 200 करोड़ के राहत पैकेज से भी मिली राहत
प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा संचालन न होने से पर्यटन क्षेत्र को दो सौ करोड़ का पैकेज देकर राहत का मरहम लगाया था। चारधाम व पर्यटन कारोबार से जुड़े 50 हजार लोगों को छह माह तक प्रति माह दो हजार रुपए की आर्थिक सहायता देेने की घोषणा की थी। अब तक 11813 लाभार्थियों के खाते में कुल 440.54 लाख की राशि दी गई। 655 पंजीकृत टूर ऑपरेटरों एवं एडवेंचर टूर ऑपरेटरों को 10 हजार रुपए प्रति आपरेटर देने की घोषणा की थी। इसमें 208 लाभार्थियों को 20.80 लाख रुपये की राशि दी गई। 630 पंजीकृत रीवर राफ्टिंग गाइड में से 209 को 20.90 लाख, टिहरी झील में 86 मोटर बोट संचालकों को 10 हजार रुपये के अनुसार 8.60 लाख की राशि दी गई।

धामी सरकार की पहल, मोबाईल एटीएम वैन से लीजिए कैश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में सहकारी बैंक की 10 मोबाईल एटीएम वैन का फ्लैग ऑफ किया। ये मोबाईल एटीएम वैन राज्य के विभिन्न जनपदों में जाकर लोगों को पैसे निकालने की सुविधा उपलब्ध कराएगी। इस अवसर पर सहकारिता एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारी बैंक के मोबाईल एटीएम वैन द्वारा ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों में लोगों को धन निकासी की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इस सुविधा से लोगों को दूरस्थ क्षेत्रों से पैसे निकालने के लिए बैंकों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। राज्य में आने वाले पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को भी इसका लाभ मिलेगा।
सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि नाबार्ड के सहयोग से सहकारी बैंक के माध्यम से मोबाईल एटीएम वैन की सुविधा राज्य के प्रत्येक जनपद में दी जा रही है। किसी भी बैंक खाते वाला व्यक्ति इसके माध्यम से पैसे निकाल सकता है।
इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक खजान दास, कॉपरेटिव बैंक के अध्यक्ष दान सिंह रावत, निबंधक सहकारिता आनंद स्वरूप, अपर निबंधक ईरा उप्रेती उपस्थित थे।