रामनवमी पर हनुमान चालीसा पाठ कर मंत्री अग्रवाल ने वितरित किया प्रसाद

अयोध्या में श्रीरामलला विराजित होने के बाद पहली रामनवमी के अवसर पर हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया। इसमें क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने कार्यकर्ताओं और व्यापारियों के साथ सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ किया। साथ ही कार्यकर्ताओं और रामभक्तों में प्रसाद भी वितरित किया। इसके अलावा रामनवमी के अवसर पर श्रीगंगा आरती भी की गई।

त्रिवेणी घाट मार्ग स्थित श्रीरधुनाथ मंदिर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें मंत्री डा. अग्रवाल ने कार्यकर्ताओं के साथ सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ किया। उन्होंने कहा कि पांच शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद हमें रामनवमी इस तरह से मनाने का अवसर मिला है, यह देशवासियों की इतने वर्षों की कठिन तपस्या, त्याग और बलिदान का सुफल है।

इस दौरान मंत्री डा. अग्रवाल ने कार्यकर्ताओं और श्रीरामभक्तों में प्रसाद भी वितरित किया। बता दें कि बीते माह 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान श्रीरघुनाथ मंदिर त्रिवेणी घाट पर मंत्री डा. अग्रवाल ने कार्यकर्ताओं और श्रीराम भक्तों के साथ कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा था।

इस मौके पर मण्डल अध्यक्ष सुमित पंवार, जिलाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा सतीश सिंह, वन निगम के सदस्य देवदत्त शर्मा, जिला उपाध्यक्ष दिनेश सती, संजय शास्त्री, जितेंद्र अग्रवाल, बृजेश शर्मा, शम्भू पासवान, कृष्ण कुमार सिंघल, मंडल महामंत्री नितिन सक्सेना, नंद किशोर जाटव, विवेक शर्मा, मंडल अध्यक्ष युवा मोर्चा जगावर सिंह, अभिनव पाल, अनिता तिवारी, उषा जोशी, ज्योति पांडेय, रेखा चौबे, सचिन अग्रवाल, संजीव सिलस्वाल, व्यापारी नेता अखिलेश मित्तल, संजय कोहली, प्रकाश जाटव, राहुल शर्मा, विनोद शर्मा, सागर साधुका, राकेश जी, आनंद गोपाल गिरी, दीपक गुप्ता, कृष्ण कुमार लांबा, मोतीराम टुटेजा, शिवम टुटेजा, सौरभ गर्ग, प्रतीक पुंडीर, प्रदीप गुप्ता, राहुल पाल, नीरज कुशवाहा, अमित पुंडीर, गजेंद्र पाल, सुरेंद्र मोहन, मोहन पाहवा, मदनलाल जाटव, हरिशंकर मदान, सतबीर पाल आदि उपस्थित रहें।

28 करोड़ रूपये से कैंची धाम में होगी प्रकाश की व्यवस्था, सीएम ने किये स्वीकृत


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्री कैंची धाम तीर्थ में प्रकाश व्यवस्था और सौंदर्यीकरण के लिए 28 करोड़ रुपए धनराशि स्वीकृत की है। उन्होंने कहा कि कैंची धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या साल दर साल बढ़ रही है, इसे देखते हुए यहां पर तमाम व्यवस्थाएं की जा रही हैं। मुख्यंमत्री ने कहा कि हमारी सरकार केदारखंड और मानसखंड के अंतर्गत आने वाले समस्त मंदिरों के साथ ही प्रदेश के समस्त तीर्थ स्थलों के विकास के लिए संकल्पित है।
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सीएम ने आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों एवं मॉनिटरिंग हेतु कमेटी गठित किए जाने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय देहरादून में चारधाम यात्रा 2024 की तैयारियों के सम्बन्ध में आयोजित बैठक में प्रतिभाग करते हुए आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों एवं मॉनिटरिंग हेतु कमिटी गठित किए जाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने चारों धामों में यातायात प्रबंधन के सुगम संचालन हेतु एसपी/ एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी को नियुक्त किए जाने, सभी अधिकारी एवं विभागों में आपसी समन्वय से कार्य किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा बीते सालों की यात्रा में जो कमी एवं समस्याएं सामने आई हैं, उनके अनुभवों से, प्लानिंग से काम कर उन समस्याओं को इस वर्ष दूर किया जाए। संपूर्ण पैदल मार्गाे एवं संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी लगाए जाए। उन्होंने कहा यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों के हितों का भी ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा शासन स्तर से चारों धामों की लाइव मॉनिटरिंग की जाए साथ ही आपदा कंट्रोल रूम का सुचारू संचालन किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खराब मौसम पूर्वानुमान की सूचना यात्रियों तक समय से पहुंचे। जिसके लिए यात्रियों के मोबाईल पर अलर्ट मैसेज की व्यवस्था की जाए। पैदल मार्गाे की नियमित सफ़ाई हो। यात्रा मार्ग पर बने शौचालयों में विशेष तौर पर साफ सफाई रखी जाए। यात्रा मार्गाे पर शौचालय की संख्या भी बढ़ाई जाए। उन्होंने मिशन मोड पर प्लास्टिक फ्री चार धाम पर काम करने के निर्देश दिए। यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व ही चारों धामों में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। पैदल मार्गाे में स्ट्रीट लाइट भी लगाई जाए। साथ ही यात्रा मार्ग पर सुचारू पेयजल आपूर्ति व्यवस्था की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम मार्गों का सुधारीकरण यात्रा से पूर्व कर लिया जाए। जिन स्थानों पर अधिकांश मार्ग अवरूद्ध होते है ऐसे स्थानों का चिन्हीकरण कर जे.सी.बी / मशीन आदि की व्यवस्था की जाए। यात्रा के दौरान कोई भी मार्ग बंद होने पर उसे तुरंत खोले जाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने चारधाम यात्रा हेतु बसों व टैक्सियों आदि की आवश्यकता के सम्बन्ध में आंकलन कर पूर्व में व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य संबंधित व्यवस्थाओं का विस्तार जल्द किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा चारधाम यात्रा मार्गों पर अस्थाई चिकित्सा केन्द्रों में चिकित्सा व अपेक्षित स्टाफ की तैनाती के साथ जीवनरक्षक दवाई, उपकरण, पोर्टेबल आक्सीजन सिलेण्डर एवं एम्बुलेन्स / एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा घोड़े खच्चरों को होने वाली बीमारियों की रोकथाम हेतु पैदल मार्गों पर पशु चिकित्सकों की तैनाती की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा सीजन में धामों एवं यात्रा मार्गाे पर एस०डी०आर०एफ०, पुलिस बल, जल पुलिस, गोताखोर, ट्रैफिक पुलिस की तैनाती का प्रबन्धन किया जाए साथ ही जहां आवश्यकता हो वहां अस्थाई पुलिस चौकी की स्थापना भी की जाए ।उन्होंने कहा यात्रा के दौरान अच्छा कार्य करने वाले लोगों / विभागों को सम्मानित किए जाएगा।

इस दौरान बैठक में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, बी.के.टी.सी अध्यक्ष अजेंद्र अजय, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव सुभाष बगौली, वर्चुअल माध्यम से विभिन्न जिलों के जिला अधिकारी, एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।

सीएम ने देहरादून-अयोध्या, देहरादून-अमृतसर, देहरादून-पंतनगर-वाराणसी के लिये किया हवाई सेवाओं का शुभारम्भ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जौलीग्रांट एयर पोर्ट से देहरादून-अयोध्या, देहरादून-अमृतसर, देहरादून-पंतनगर-वाराणसी के लिये एयर कनेक्टिविटी के अंतर्गत दीप प्रज्जवलित कर, केक काटकर तथा फ्लैग ऑफ़ कर एलाइंस एयर की उड़ानों का शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री ने इस मौक़े पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारा यह प्रयास है कि सम्पूर्ण उत्तराखंड के अंदर लोगों का आवा-गमन सुविधाजनक, सरल व आसान हो, इसके लिये हम निरंतर प्रयासरत हैं तथा देश के लोग उत्तराखण्ड के विभिन्न स्थानों में आसानी से आ जा सकें, जिसके लिये हम लगातार कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने हवाई सेवाओं का उल्लेख करते हुये कहा कि इसके पूर्व हमने देहरादून से पिथौरागढ़ तथा पिथौरागढ़ से देहरादून के लिये एयर कनेक्टिविटी करने के साथ ही हल्द्वानी से चम्पावत, मुनस्यारी तथा पिथौरागढ़ के लिये हेली सेवाओं का शुभारम्भ कर चुके हैं। उन्होंने आज प्रारम्भ हो रही उड़ानों का उल्लेख करते हुये कहा कि आज का दिन काफी शुभ है, जिसके तहत देहरादून-अयोध्या, देहरादून-अमृतसर, देहरादून-पंतनगर-वाराणसी के लिये हवाई सेवाओं का शुभारम्भ किया गया है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उल्लेख करते हुये कहा कि उनके नेतृत्व तथा कालखण्ड में हवाई सेवा क्षेत्र सहित प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने इन हवाई सेवाओं के माध्यम से अयोध्या आदि स्थानों के लिये यात्रा करने वाले यात्रियों से जय श्री राम के उद्घोष के बीच मुलाकात तथा बातचीत की और उन्हें मंगल यात्रा की शुभकामनायें दीं।
इस अवसर पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, सचिव सचिन कुर्बे, अपर सचिव सी. रवि शंकर, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी यूकाडा दयानन्द सरस्वती, हरीश कोठारी सहित सम्बंधित पदाधिकारी तथा अधिकारीगण उपस्थित थे।

पूर्व के यात्रा सीजन के दौरान हुई दुर्घटनाओं का डेथ ऑडिट होगा तैयार

प्रदेश में आगामी चारधाम यात्रा को श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों के लिए सहज, सुगम, सुखद तथा सुरक्षित बनाने के दृष्टिगत मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने यात्रा मार्ग पर जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह तैयार करने हेतु सभी विभागों को दो महीने की डेडलाइन दी है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आम यात्रियों की सुविधाओं के लिए यात्रा रजिस्ट्रेशन को अधिक से अधिक ऑनलाइन प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएस ने वीआईपी दर्शन के कारण जनसामान्य को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए सुव्यवस्थित प्रबन्धन करने के निर्देश दिए हैं।

यात्रा मार्ग पर सड़क दुर्घटनाओं एवं रोड सेफटी के मामलों को गम्भीरता से लेते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जिलाधिकारियों को रोड सेफ्टी से सम्बन्धित सभी पहलुओं विशेषकर क्रेश बैरियर लगवाने के प्रस्ताव शीघ्र शासन स्तर पर भेजने, पुलिस एवं परिवहन की संयुक्त टीमों द्वारा गत वर्षो में यात्रा सीजन के दौरान हुई सड़क दुर्घटनाओं का डेथ ऑडिट करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्य सचिव ने सचिवालय में चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करते हुए आगामी चार धाम यात्रा को केजुअल्टी फ्री यात्रा बनाने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को 15 अप्रैल तक सड़कों के मरम्मत, पैच्स आदि का कार्य पूर्ण करने की डेडलाइन दी है। लोक निर्माण विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि इस वर्ष रोड सेफटी आदि कार्यो के लिए 600 करोड़ रूपये अनुमोदित है। मुख्य सचिव ने यात्रा मार्गो पर ड्राइवरों की सुविधा के लिए रेस्ट रूप एवं सस्ते भोजन की व्यवस्था करने तथा इन रेस्ट रूम्स का संचालन स्थानीय युवाओं को सौंपने के निर्देश दिए हैं।

हैली सर्विसेज के रजिस्ट्रेशन के ऑनलाइन फर्जीवाड़े की घटनाओं को पूरी तरह से रोकने तथा साइबर क्रिमिनलस् पर कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने के दृष्टिगत मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने ‘‘हेली सेवाओं की बुकिंग केवल आईआरसीटीसी के माध्यम से ही’’ का संदेश यात्रा रजिस्ट्रेशन के समय तथा विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने हैली सेवाओं के फर्जीवाड़े के मामलों की गम्भीरता से जांच के लिए एसटीएफ को पूर्णतः सक्रिय करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा यात्रा सीजन के दौरान ग्रीष्मकाल में गैरसैंण में होने वाले विधानसभा सत्र के साथ साथ ही यात्रा व्यवस्थाओं के भी शांतिपूर्ण संचालन हेतु विशेष निर्देश दिए गए हैं।

चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों हर समय बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्धता को शीर्ष प्राथमिकता पर लेते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने निर्देश दिए है कि चारधाम यात्रा मार्गों पर ड्यूटी पर लगे डॉक्टर्स की रोस्टर बनाकर तैनाती की जाय तथा इसके साथ ही पहले से ही उत्तरकाशी, चमोली एवं रूद्रप्रयाग जिलों के स्वास्थ्य केन्द्रों पर तैनात डॉक्टर्स की ड्यूटी चारधाम यात्रा में न लगाई जाय बल्कि यात्रा मार्ग पर बाहर से युवा डॉक्टर्स की तैनाती की जाय। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने यात्रा मार्ग पर घोड़े खच्चरों की हेल्थ स्क्रीनिंग हेतु चेक पोस्ट पर ही व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।

यात्रा के दौरान प्लास्टिक के बोतलों के उपयोग को हतोत्साहित करने के उद्देश्य से मुख्य सचिव रतूड़ी ने
ठनल ठंबा ठवजजसम पहल को पूरे यात्रा मार्ग पर लागू करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने जगह जगह पर्याप्त संख्या में वाटर एटीएम लगाने के भी निर्देश पेयजल विभाग को दिए हैं।

बैठक में सचिव सचिन कुर्वे, पंकज कुमार पाण्डेय, विनय शंकर पाण्डेय, अरविन्द सिंह हयांकी, डा0 आर राजेश कुमार, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी तथा वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।

चार धाम यात्रा के बेहतर संचालन के लिए सभी विभाग बनाए समन्वयः गढ़वाल कमिश्नर

आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडेय ने ऋषिकेश में चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर बैठक ली। उन्हांनें यात्रा को सुगम बनाने के लिए सभी व्यवस्थाएं समयबद्ध पूर्ण करने, यात्रा रूट की सड़कों को 30 अप्रैल से पूर्व चाक चौबन्ध करने, पार्किंग क्षमता बढाने, पैदल मार्ग का सुधारीकरण, स्वास्थ्य सुविधा बेहतर बनाएं, हेली सर्विस आरटीसी के माध्यम से करने के निर्देश दिए।

चारधाम यात्रा की पहली बैठक में बीते यात्रा वर्ष की कार्ययोजना के परिणामों की समीक्षा आगामी बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम और हेमकुंट साहिब यात्रा की तैयारियों के विषय में मंथन हआ। बैठक में गढ़वाल आयुक्त ने कहा कि चारधाम यात्रा से संबंधित सभी विभाग 15 अप्रैल तक यात्रा तैयारियां पूर्ण करें और कार्यप्रगति से अवगत करायें।

आयुक्त गढ़वाल मंडल ने निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा रूट की सड़के, पैदल मार्ग अच्छे रहें, आपदा के दृष्टिगत आपदा संभावित क्षेत्र के आस पास आपदा बचाव के साधन एवं आधुनिक उपकरण की व्यवस्था रहे। यात्रा रूट एवं पैदल मार्ग पर शौचालय, गर्म पेयजल, आदि की बेहतर सुविधा रहे।

उन्होने संबंधित जनपदों के वरिष्ठ पुलिस दुर्घटना संभावित क्षेत्र का चिन्हीकरण के जिलाधिकारियों को 1 सप्ताह की भीतर सूचना देंगे, तथा जिलाधिकारियों को ऐसे क्षेत्रों पर सुधारीकरण के निर्देश दिए। बीमार घोड़े, खच्चर का रजिस्ट्रेशन न हो तथा जानवरों के लिए चिकित्सा सुविधा एवं शेल्टर रहे।

आयुक्त गढवाल मण्डल ने निर्देश दिए कि यात्रा रूट पर मादक पदार्थों का सेवन कर वाहन ना चलाए इसकी जांच की जाए ताकि दुर्घटनाओं को कम किया जा सके। टैक्सी, होटल, भोजन की निर्धारित दर चस्पा रहें। शटल सेवा के लिए आउटसोर्स पर कार्मिक रखे, यात्रा मार्गों परिवहन विभाग द्वारा मोटर साइकिल ग्रुप भी रखे जा रहे हैं।

आयुक्त गढ़वाल ने निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा में जिन चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई जा रही है, उनका रोस्टर तय करें। उन्होंने निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा से सम्बन्धित जनपदों के सीएचसी, पीएचसी चिकित्सालयों के चिकित्सकों की ड्यूटी चारधाम यात्रा में न लगाई जाए, वे अपने चिकित्सालयों में ही बने रहेंगे। यात्रा सीजन में प्रत्येक रूट पर सफाई व्यवस्था रहे, प्रत्येक शौचालय में पानी रहे तथा 24 घंटे सफाई हेतु कार्मिक तैनात रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सफाई हेतु एक शौचालय में 3 व्यक्तियों की ड्यूटी रहे जो 8-8 घंटे की ड्यूटी पर रहेंगे। पेट्रोल पंप पर शौचालय, पानी की सुविधा के साथ साफ रहें, जिलाधिकारी निर्देशित करें।

यात्रा रूट पर उरेडा के पावर हाउस एक्टिवेट रहें। यूपीसीएल के पावर कट के दौरान प्रभावी बैकअप रहे। पावर कट के दौरान त्वरित रिस्पॉन्स रहे। पूर्ति विभाग यात्रा के दौरान पेट्रोल, डीजल, गैस की आपूर्ति पर फर्क न पड़े। पूर्ति विभाग योजना पर काम करें। बीएसएनएल कॉनेक्टिविटी प्रभावी रखें। यूकाडा हैली टिकेट ब्लैक पर रोक लगाने हेतु सम्बन्धित कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्य योजना बनाएं, टिकेट बुकिंग वेबसाइट का प्रचार प्रसार कराएं। यूटीडीबी यात्रा रजिस्ट्रेशन के दौरान चारधाम यात्रा खुलने की तिथि, विभिन्न सुविधाओं हेतु की बुकिंग के लिए दी गई, वेबसाइट, का विवरण, यात्रा हेतु बनाए गए विभिन्न कंट्रोल रूम के नंबर, एवं आवश्यक एवं महत्वपूर्ण सेवाओं सहित सम्बन्धित अधिकारियों के नंबर चस्पा रहें। बद्रीनाथ, केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि वीआईपी दर्शन के स्लॉट दिए जाएं, समय वर्णित रहे।आईजी गढ़वाल के एस नग्याल ने आपदा के दृष्टिगत बेहतर तैयारी रखने, चारधाम यात्रा मार्गों पर सुगम यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था रखने के निर्देश दिए।

आदि कैलाश की यात्रा के दौरान पर्यटकों को मिले उचित सुविधाः राधा रतूड़ी

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिवालय में आदि कैलाश की यात्रा पर आने वाले पर्यटकों के लिए सुविधाओं और कनेक्टिविटी को मजबूत करने के सम्बन्ध में पर्यटन विभाग के साथ बैठक की। बैठक में जानकारी दी गई कि माननीय प्रधानमंत्री जी की परिकल्पना के अनुरूप पर्यटन विभाग द्वारा पिथौरागढ़ जिले के धारचूला क्षेत्र में स्थित आदि कैलाश अथवा छोटा कैलाश, ओम पर्वत, पार्वती सरोवर पवित्र धार्मिक स्थलां के दर्शनों के लिए हैली सेवाएं प्रारम्भ की जा रही हैं। आदि कैलाश एवं ओम पर्वत के दर्शन पर्यटकों द्वारा जौलिंगकौंग एवं नाबीढांग से कराये जाने की योजना है।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि विषम मौसम एवं उच्च हिमालयी क्षेत्रों के अत्यधिक ठण्ड व विषम मौसम के कारण सर्दियों के दौरान छः माह में यहां के नागरिकां के पास कोई व्यवसायिक गतिविधियां न होने के कारण उन्हें मजबूर होकर निचले क्षेत्रों में आजीविका हेतु पलायन करना पड़ता है, जबकि सामरिक दृष्टिकोण, धार्मिक पर्यटन एवं साहसिक पर्यटन की दृष्टि से यह क्षेत्र अत्यन्त महत्वपूर्ण होने के कारण इस क्षेत्र में विंटर टूरिज्म को बढ़ावा देकर एक ओर जहां इस क्षेत्र में वर्ष पर्यन्त नागरिकां की उपस्थिति से न केवल सामरिक दृष्टिकोण अपितु वहीं दूसरी ओर एक नया शीतकालीन पर्यटन गन्तव्य व उत्पाद केन्द्र तैयार कर स्थानीय नागरिकों के लिये रोजगार के संसाधन उपलब्ध कराने तथा राजस्व अर्जित का प्रमुख स्रोत विकसित हो सकता है।

बैठक में जानकारी दी गई कि हैली सेवाएं प्रारम्भिक रूप से छः माह के लिए संचालित किये जाने का प्रस्ताव है एवं छः माह के उपरान्त यात्रा संचालन का व्यापक परीक्षण कर भविष्य में इस योजना को नियमित रूप से यात्रियां/पर्यटकों के लिए संचालित किया जा सकेगा। मुख्य सचिव ने पर्यटन विभाग को आदि कैलाश क्षेत्र में पर्यटकों के लिए मूलभूत सुविधाओं को विकसित करने की कार्ययोजना पर गम्भीरता और तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए हैं।

बैठक में सचिव सचिन कुर्वे, अपर सचिव पूजा गर्ब्याल तथा पर्यटन विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

अच्छी खबरः चंपावत के आयुष्मान आरोग्य मंदिर गैरीगोठ की बड़ी उपलब्धि, उत्तराखंड को पहली बार मिला एनक्यूएएस नेशनल सर्टिफिकेशन पुरस्कार

देहरादून। राज्य के चंपावत जनपद के आयुष्मान आरोग्य मंदिर गैरीगोठ को स्वास्थ्य सेवा में बेहतर कार्य के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता आष्वासन मानक (एनक्यूएएस) सर्टिफिकेशन दिया गया है। उत्तराखंड के किसी स्वास्थ्य केंद्र को पहली बार यह पुरस्कार मिला है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने इस उपलब्धि के लिए गैरीगोठ टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेष के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उनके मुताबिक प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा देने का प्रयास किया जा रहा है।

हर मानकों पर फिट रहा केंद्र
राष्ट्रीय गुणवत्ता आष्वासन मानक के तहत गर्भवती महिलाओं की देखभाल, नवजात की देखभाल, किशोर अवस्था के दौरान स्वास्थ की देखभाल गर्भावस्था एवं प्रसव के दौरान देखभाल, परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक सेवाएँ और अन्य प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल सेवाएँ, संचारी रोगों का प्रबंधनः राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम, सामान्य संचारी रोगों का प्रबंधन और गंभीर साधारण बीमारियों और छोटी बीमारियों के लिए सामान्य बाहा रोगी देखभाल, गैर-संचारी रोगों और टीबी और कुष्ठ रोग जैसी पुरानी संचारी बीमारियों की जांच, रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन, बुनियादी मौखिक स्वास्थ्य देखभाल, सामान्य नेत्र एवं ईएनटी समस्याओं की देखभाल आदि मानक तय किये जाते हैं। इनके आधार पर ही एनक्यूएएस सर्टिफिकेषन किया जाता है।

02 लाख 16 हजार की मिलेगी धनराशि
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक स्वाति भदौरिया ने कहा राष्ट्रीय गुणवत्ता अस्वाशन मानकों को प्राप्त करने के लिए विगत 01 वर्ष से प्रयास किया जा रहा था। औषधियों की कमी, उपकरणों, लैब जाँच की सुविधा न होना, प्रषिक्षण, बजट की आपूर्ति इत्यादि। जिसके लिए समय-समय पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं राज्य स्तर पर समन्वय स्थापित कर समस्याओं का निराकरण किया गया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक स्वाति भदौरिया ने कहा इसके साथ ही प्रषिक्षण हेतु राज्य स्तर एवं रीजनल कुमांऊ मंडल रुपेश मंमगाईं द्वारा महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया गया। आयुष्मान आरोग्य मन्दिर गदिगोठ से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी संजय सामंत एवं उनकी पूरी टीम ए०एन०एम०, आशाओं के भरकस प्रयत्नों के उपरान्त ही राष्ट्रीय गुणवत्ता अस्वाशन मानकों का प्रमाणीकरण की अहर्ता प्राप्त की गयी है। जिसका उद्देश्य आरोग्य मंदिर की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करना जिससे जन समुदाय को निम्नांकित प्रकार की गुणवत्ता युक्त सेवाओं का लाभ मिल सके। स्टेट क़्वालिटी नोडल ऑफिसर- Quality Assurance Program डॉक्टर मुकेश राय ने बताया कि भारत सरकार द्वारा आयुष्मान आरोग्य मंदिर गैरीकोठ को दो लाख सौलह हजार की धनराशि से सम्मानित किया जायेगा। जनमानस को गुणवत्तापूर्व इलाज देने के लिये राज्य निरंतर प्रयारत है।

गुणवत्तापूर्ण हेल्थकेयर पर फोकस
स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेष कुमार ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है। राज्य के सभी अस्पतालों में बुनियादी ढांचा मजबूत हुआ है। प्राथमिकता के आधार पर राज्य के अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जा रही है। उन्होंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य के प्रति जन-जागरूकता में वृद्धि तथा गुणवत्तापूर्ण हेल्थकेयर की बढ़ती मांग के चलते हमें निरंतर बढ़ती आबादी की स्वास्थ्य संबंधित जरूरतों को पूरा करने के लिए निजी क्षेत्र का भी सहयोग ले रहे हैं। सरकार व निजी क्षेत्र के सम्मिलित प्रयासों से हम हर क्षेत्र तक स्तरीय हेल्थकेयर सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही जन-समुदाय के जीवन की गुणवत्ता को भी सुधार करने को प्रयासरत हैं। राज्य सरकार ने हरिद्वार मेडिकल कॉलेज, हर्रावाला देहरादून स्थित 300 बेड के सुपर स्पेशलिटी कैंसर अस्पताल, मोतीनगर हल्द्वानी स्थित 200 बेड के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, हरिद्वार स्थित 200 बेड के एमसीएच सेंटर को लीज-ऑन एंड ट्रांसफर मॉडल पर निजी क्षेत्र के सहयोग से संचालित करने का निश्चय किया है।

गौरतलब है कि क्यालिटी एश्योरेंस मानकों के तहत चिकित्सा इकाइयों को गुणवत्ता एवं उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए राज्य स्तर से निरंतर सहयोग प्रदान किया जाता है। जिला क्वालिटी एश्योरेंस टीम एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर गैरीगोठ की टीम के फैसीलिटीइंचार्ज, नर्सिंग टीम एवं हाउसकीपिंग टीम ने यह सर्टिफिकेषन प्राप्त करने में अहम योगदान दिया है।

सीएम ने हरिद्वार से अयोध्या आस्था स्पेशल ट्रेन का किया फ्लैग ऑफ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार रेलवे स्टेशन से अयोध्या जाने वाली आस्था स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस ट्रेन से 1504 श्रद्धालु प्रथम रवानगी में अयोध्या पहुँचेंगे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हरिद्वार से अयोध्या के मध्य आस्था स्पेशल ट्रेन के संचालन की शुभकामनाएं देते हुए ट्रेन के संचालन पर प्रधानमंत्री और रेल मंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस ट्रेन के संचालन से हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून सहित गढ़वाल व कुमाउं क्षेत्र के रामभक्तों को सहूलियत मिलेगी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के लिए हम सभी ने कितना संघर्ष किया, अब हमें उस संघर्ष का प्रतिफल प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व वाली सरकार में मिला है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राम मंदिर के लिए चलाए गए आंदोलन में अर्पण भी था, तर्पण भी था, संघर्ष भी था, संकल्प भी था। उन्होंने कहा कि जिनके त्याग, बलिदान और संघर्ष से वर्षों पुराना ये स्वप्न साकार हुआ, जिनकी तपस्या राममंदिर में नींव की भांति जुड़ी हुई है, मैं उन सभी लोगों को नमन करता हूँ, उनका वंदन करता हूं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने भगवान भास्कर के सानिध्य में सरयू के किनारे एक स्वर्णिम अध्याय रचा है। अब सदियों का इंतजार समाप्त हो गया है और हर कोई अयोध्या में भगवान श्रीराम के दर्शन करने को लालायित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मैं स्टेशन में प्रवेश कर रहा था तो राम भक्तों के चेहरों पर जो भाव देख रहा था, उन्हें शब्दों में बयां करना संभव नहीं है। सभी रामभक्त वर्षों पुराने स्वप्न को सच होते देखने के लिए अयोध्या जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीराम का मंदिर हमारी संस्कृति का आधुनिक प्रतीक बनेगा, हमारी शाश्वत आस्था का प्रतीक बनेगा, हमारी राष्ट्रीय भावना का प्रतीक बनेगा और ये मंदिर करोड़ों-करोड़ लोगों की सामूहिक संकल्प शक्ति का भी प्रतीक बनेगा। उन्होंने कहा कि श्रीराम मंदिर आने वाली पीढ़ियों को आस्था, श्रद्धा, और संकल्प की प्रेरणा देता रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम उत्तराखंड को भगवान श्रीराम के आशीर्वाद से देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए कृतसंकल्पित हैं। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अपने विकल्प रहित संकल्प के मंत्र को लेकर निरंतर आगे बढ़ रहे हैं और इस लक्ष्य में हमें आप सभी का सहयोग व समर्थन चाहिए।

इस अवसर पर महानिर्वाणी के सचिव रविन्द्र पुरी, महामंडलेश्वर रूपेन्द्र प्रकाश, पदम जी, पूर्व कैबिनेट मंत्री व नगर विधायक मदन कौशिक, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, जिला महामंत्री विकास तिवारी, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल, एडीएम (प्रशासन) पीएल शाह, डीआरएम राजकुमार, एसडीएम अजय वीर सिंह, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, एसपी रेलवे सरिता डोबाल, नितिन गौतम, उज्ज्वल पंडित, जगदीश लाल पाहवा सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

सीएम के शासनादेश के बाद अब पवलगढ़ कहलाएगा सीतावनी कंजर्वेशन

उत्तराखंड की पुष्कर धामी सरकार ने श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक अवसर पर उत्तराखंड के पवलगढ़ कंजर्वेशन रिज़र्व का नाम बदल कर सीतावनी कंजर्वेशन रिज़र्व रख दिया है। सीतावनी कंजर्वेशन रिज़र्व में माँ सीता का पौराणिक मंदिर और महा ऋषि वाल्मीकि आश्रम है जिसकी देखरेख भारतीय पुरातत्व विभाग करता है और यहां जाने की अनुमति वन विभाग देता है।

उत्तराखंड की धामी सरकार देश की पहली ऐसी सरकार है जिसने एक संरक्षित क्षेत्र का नाम माँ सीता के नाम पर रखा है। ये जंगल 5824.76 हैक्टेयर क्षेत्रफल में फैला है जो टाईगर, हाथी, पक्षी व तितलियों के लिए प्रसिद्ध हैं । यहां बड़ी संख्या में पर्यटक और तीर्थ यात्री भी जाते है।

इस जंगल को सीतावनी कंजर्वेशन रिजर्व घोषित किए जाने की मांग, राम नगर और आसपास के कई छोटे बच्चो ने पत्र लिख कर मुख्यमंत्री धामी से की थी, जिस पर वन विभाग के अधिकारियों को सीएम धामी ने निर्देशित किया था, जिस पर आज शासनादेश जारी कर दिया गया।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रभु राम का उत्तराखंड की देव भूमि से संबंध रहा है इसी क्रम में पवल गढ़ कंजर्वेशन रिज़र्व का नाम बदल कर अब सीतावनी किया गया है। उन्होंने बताया कि इस बारे में कई बच्चों ने व स्थानीय लोगों द्वारा पत्र लिख कर अनुरोध भी किया था उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए सरकार ने ये फैसला लिया है।