जुब्बल कोटखाई विधानसभा में सीएम धामी की जनसभा में उमड़ा जन सैलाब

उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिमाचल प्रदेश की जुब्बल कोटखाई विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी चेतन बरागटा के पक्ष में आयोजित जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने उस दौरान कहा कि, जुब्बल कोटखाई विधानसभा की इस विशाल जनसभा में आए आप सभी भाई-बहनों के जोश को देखकर मेरे मन में एक प्रतिशत का भी संशय नहीं है कि इस बार यहां फिर से कमल खिलने वाला है। उन्होंने कहा कि, आप सब का उत्साह बता रहा है कि उत्तराखण्ड की तरह ही हिमाचल में भी भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड बहुमत की सरकार आने वाली है। जनसभा में उमड़ा जनसैलाब व देवभूमि की देवतुल्य जनता से मिला अपार स्नेह प्रदेश में पुनः भाजपा की ऐतिहासिक विजय को सुनिश्चित कर रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, उत्तराखण्ड में भी जनता ने लगातार दूसरी बार भाजपा की सरकार बनाकर मिथक तोड़ने का कार्य किया है, उसी तरह यहां भी भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड के बीच सीमाओं का रेखांकन भले ही हो गया हो लेकिन हमारे दिल एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। हिमाचल और उत्तराखण्ड का रोटी-बेटी का रिश्ता है।
हिमाचल के जुब्बल कोटखाई विधान सभा में रैली को संबोधित करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, एक तरफ वे लोग हैं जिन्होंने झूठे वादे किए, 55 सालों तक राज किया है लेकिन हमेशा पहचान समाप्त करने का काम किया। एक तरफ वे हैं जिन्होंने मोदी के नेतृत्व में देश को आगे बढ़ाने का काम किया।
पुष्कर सिंह धामी ने इस दौरान कहा कि, आज केंद्र में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार आगे बढ़ रही है उसी तरह हिमाचल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश आगे बढ़ रहा है। पहले के समय में अयोध्या में रामलला को टेंट में देखकर मन बहुत दुखी होता था लेकिन आज मोदी के नेतृत्व में वहां भव्य राम मंदिर बन रहा है।
सीएम धामी आराकोट क्षेत्र से लगे हिमाचल प्रदेश की जुब्बल कोटखाई विधानसभा के रोटान, मांडल, ठाणा,जगटान आदि क्षेत्र में विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे।
हिमाचल प्रदेश में पुष्कर सिंह धामी ने चुनावी जनसभा से पूर्व श्री हाटकेश्वरी दुर्गा माता मंदिर में माँ भगवती दुर्गा एवं भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर समस्त प्रदेशवासियों के सुख, शान्ति एवं समृद्धि की कामना की।

परिजनों से नाराज नाबालिग युवती ऋषिकेश पहुंची

यमुनानगर की एक किशोरी को परिजनों ने इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाने से मना कर दिया। इससे नाराज होकर वह घर छोड़कर ऋषिकेश पहुंच गई। ऋषिकेश पुलिस ने किशोरी को सकुशल परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।

कोतवाल रवि सैनी के मुताबिक सोमवार की रात उपनिरीक्षक अरूण त्यागी पुलिसकर्मियों के साथ रात्रि गश्त पर थे। इसी दौरान उनकी नजर संयुक्त यात्रा बस अड्डे पर संदिग्ध अवस्था में घूम रही किशोरी पर पड़ी। पूछताछ करने पर उसने अपना नाम ट्विंकल 13 पुत्री कृष्णपाल निवासी मकान नंबर 8बी, धर्मपूरा कॉलोनी थाना फर्कपुर, यमुनानगर,हरियाणा के रूप में बताया। किशोर को पुलिस अपने साथ कोतवाली लेकर आई। यहां पर संबंधित थाना पुलिस से संपर्क किया तो पता चला कि उसकी थाने में परिजनों ने गुमशुदगी लिखवाई है। उसके पिता ने उसे इंस्टाग्राम पर वीडियो डालने से मना किया था। जिससे नाराज होकर वह घर से बिना बताए कहीं चली गई है। मंगलवार को संपर्क करने पर परिजन ऋषिकेश पहुंचे और पुलिस ने उनकी बेटी को सकुशल सौंप दिया।

जंगल में भटके मेरठ के दो युवकों को पुलिस व एसडीआरएफ ने खोजा निकाला


शिवपुरी चौकी प्रभारी सुनील पंत ने बताया शनिवार रात नौ बजे शास्त्रीनगर, मेरठ निवासी विशांत सोम ने चौकी पहुंचकर सूचना दी कि वह अपने दोस्त सुदर्शन यादव 23 पुत्र राजकुमार यादव निवासी देवीनगर और पर्व गर्ग 23 पुत्र अजय गर्ग निवासी गांधीनगर, मेरठ, यूपी ऋषिकेश आए थे। तीनों दोस्त शिवपुरी में रूक गए। सुबह पांच बजे केआसपास दोनों ने कहा कि वे मंदिर की ओर जा रहे है। उनके दोस्त रास्ता भटक गए हैं। अभी तक वापस नहीं लौट हैं। उनकी आखिरी कॉल शाम 5.50 बजे आयी थी। उसके बाद उनका मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा है। इसकी सूचना पौड़ी कंट्रोल रूम को भी दी गई है। जिस पर पुलिस ने तत्काल कारवाई करते हुए जंगल में भटके दोनों युवकों की तलाश शुरू कर दी। उनकी मोबाइल नंबर की लोकेशन नीर गांव के घने जंगल में मिली। देर रात उनकी जंगल में तलाश की गई, लेकिन पता नहीं चल पाया।

रविवार सुबह फिर से दोनों युवकों की तलाश एसडीआरएफ की टीम के साथ शुरू कर की गई। जहां ब्रह्मपुरी के पास घने जंगल में सुदर्शन यादव सहमी हालत मिला। पुलिस को देख उसकी जान में जान आई। उसने बताया कि उसका साथी पर्व गर्ग पहाड़ी की चोटी के आसपास है। उसके पैरों में रात जंगल में चलने से सूजन आ गई है। जिस वजह से वह चल नहीं पा रहा है।

एसडीआरएफ के जवानों ने अति दुर्गम स्थान पर सर्च ऑपरेशन कर पर्व को वहां से सुरक्षित निकाल लिया। टीम में एसडीआरएफ उपनिरीक्षक नीरज चौहान, कांस्टेबल अजय राज, कौशल राठौर शामिल रहे।

लक्ष्मणझूलाः चेन स्नैचिंग के आरोप में हरियाणा की चार महिलाएं गिरफ्तार

नीलकंठ मंदिर में दर्शन के दौरान एक महिला से चेन स्नैचिंग के आरोप में लक्ष्मणझूला पुलिस ने चार महिलाओं को गिरफ्तार किया है।

पुलिस के अनुसार, पीयूष जोशी पुत्र देवेंद्र जोशी निवासी सी57 न्यू भारत नगर, भिवानी हरियाणा ने तहरीर दी। बताया कि नीलकंठ महादेव मंदिर में दर्शन के दौरान उनकी मां सुनीता जोशी के गले से कुछ महिलाओं ने चेन स्नेचिंग की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए चार महिला आरोपियों को नीलकंठ टैक्सी स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया।

थाना प्रभारी लक्ष्मणझूला प्रमोद उनियाल ने आरोपियों की पहचान ममता पत्नी विनोद, कमलेश पत्नी भीम सिंह, पूजा पुत्री रोहित और सुमन पत्नी गोलू सभी निवासी मौहल्ला राम कॉलोनी, थाना सदर, जिला रेवाड़ी, हरियाणा के रूप में कराई है।

फाइनेंसर व भाजपा नेता के पिता के मर्डर केस में एसएसपी देहरादून ने किया खुलासा


आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के कार्यालय पर राजकुमार गुप्ता मर्डर केस को लेकर प्रेस वार्ता की गई। एसएसपी डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने आरोपियों की पहचान सुरेश चैधरी पुत्र स्वर्गीय मुंशी राम निवासी ग्राम गुरदासपुर थाना स्योहारा बिजनौर हाल निवासी सुमन विहार बापू ग्राम आईडीपीएल के रूप में कराई जबकि इसके दो अन्य साथी इंद्रपाल सिंह उर्फ पप्पू पुत्र जयपाल सिंह हाल निवासी छाबरा फार्म मनसा देवी श्यामपुर ऋषिकेश व राजकुमार पुत्र स्वर्गीय बाबूराम निवासी शक्तिनगर चक्कर रोड कोतवाली शहर जिला बिजनौर के रूप में कराई।

क्या था मामला
बीते 15 जनवरी को भाजपा नेता रूपेश गुप्ता ने अपने पिता फाइनेंसर राजकुमार गुप्ता की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले में करीब 100 से अधिक नंबरों की कॉल डिटेल व 55 सीसीटीवी फुटेज खगाली। जिसमें मृतक के साथ जाते आरोपियों को देखा गया।

कैसे दिया घटना को अंजाम
15 जनवरी की रात को आरोपियों ने मृतक को स्मृति वन के जंगल में ले जाकर रस्सी से गला घोट कर हत्या कर दी। 16 जनवरी की सुबह 3रू30 बजे एक वाहन में रखकर श्यामपुर के कच्चे रास्ते से होते हुए मंडावर बिजनौर ले गए यहां सुनसान इलाका इनाम पुर रजवाड़े के किनारे पेट्रोल डालकर जला दिया। बिजनौर उत्तर प्रदेश की पुलिस को एक आध जला शव बरामद हुआ उस दौरान शव की शिनाख्त नहीं हो पाई इसके चलते 19 जनवरी को यूपी पुलिस ने मृतक का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज से कर दिया।

घटना में उपयुक्त सामानों का विवरण
एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि घटना में प्रयुक्त वाहन, गुमशुदा की स्कूटी, हत्या करने के बाद शव को जलाने के लिए पेट्रोल में प्रयोग की गई प्लास्टिक की बोतल तथा शव को छिपाने के लिए प्रयोग में लाई गई काली पन्नी बरामद की है।

प्रधानमंत्री का पुतला फूंक सिख समाज ने किया किसानों आंदोलन का समर्थन

तीर्थनगरी में भी किसान आंदोलन को जायज ठहराते हुए सिख समाज के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला आग के हवाले किया। इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की गई। वहीं, सिख समाज ने किसान आंदोलन के पक्ष में नारे भी लगाए।

आज त्रिवेणी घाट चैक पर किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए ऋषिकेश का सिख समाज व कई दलों के लोग एकत्र हुए। यहां केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस दौरान तीनों कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग उठी।

पुतला दहन व प्रदर्शन करने वालों में श्री गुरू सिंह सभा ऋषिकेश के प्रधान, गोबिंद सिंह, दिनेश कोठारी, ललन राजभर, ललित मोहन मिश्रा, सरदार मंगा सिंह, इदंरपाल सिंह, तजिंदर सिंह चिटकारा, जगमीत सिंह, परमजीत सिंह, मोहिंदर सिंह, जय्मल सिंह, इकबाल सिंह, हिम्मत सिंह, हरविंदर सिंह, अजित सिंह, सिमरजीत सिंह, तीर्थ सिंह, करनप्रीत सिंह, सतवीर सिंह, राजिंदर सिंह, जगजीत सिंह आदि उपस्थित रहें।

मुंबई से अरेस्ट कर ला रही यूपी पुलिस की गाड़ी एमपी में पल्टी, गैंगस्टर की मौत

मध्य प्रदेश के गुना में मुंबई से अरेस्ट कर ला रही यूपी पुलिस की गाड़ी पलट गई। इससे कार में सवार गैंगस्टर फिरोज उर्फ शमी की मौत हो गई। जबकि रिंगरोड चैकी प्रभारी जगदीश पांडेय सिपाही समेत चार लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए। इससे एक बार पुनः विकास दुबे की मौत की तस्वीर पुनः सामने आ गई।

पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय के मुताबिक बहराइच निवासी फिरोज उर्फ शमी के खिलाफ ठाकुरगंज कोतवाली में छह मुकदमे दर्ज थे। इनमें तीन लूट के, दो चोरी और एक गैंगस्टर एक्ट का था। वर्ष 2014 से वह फरार चल रहा था। इसके बाद ही उस पर गैंगस्टर लगा था। तीन दिन पहले उसके मुंबई में होने की खबर मिलने पर ठाकुरगंज कोतवाली की रिंगरोड चैकी के प्रभारी जगदीश पांडेयए सिपाही संजीव सिंहए मुखबिर और ड्राइवर के साथ सड़क मार्ग से 25 सितंबर को मुंबई गए थे। शनिवार रात को इस टीम ने मुंबई पुलिस की मदद से फिरोज को गिरफतार कर लिया। फिरोज का गैरजमानती वारन्ट कोर्ट से जारी हुआ था।

पुलिस के मुताबिक रविवार तड़के तीन बजे उसे लेकर टीम लखनऊ के लिए निकली। करीब सात बजे गुना में चचोड़ा इलाके के पास कार के सामने अचानक नील गाय आ गई। उससे बचने के प्रयास में गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे में कार सवार पांचों लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया जहां फिरोज को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि जगदीशए सिपाहीए मुखबिर व ड्राइवर का इलाज चल रहा है।

त्रिवेंद्र सरकार कर रही कोरोना संक्रमण पर वार

चीन की लैब से जन्मे कोरोना वायरस ने आज संपूर्ण विश्व को अपनी चपेट में ले रखा है। भारत में ताजा आंकड़ों के अनुसार, अब तक 49,30,236 लोग संक्रमित हो चुके है, जबकि 38,59,399 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके है। वहीं, 80,776 ने संघर्ष करते हुए कोरोना से जंग हार ली। उत्तराखंड में नजर डालें तो यहां अब तक एक्टिव केस मात्र 5445 हैं, जो अन्य राज्यों की तुलना में काफी कम हैं। मगर, इन आंकड़ों से संतुष्ट होने के बजाए इसे रोकना एक चुनौती है और इस चुनौती को उत्तराखंड की त्रिवेन्द्र सरकार ने स्वीकार किया है। त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार लगातार इस मामले में अपनी पैनी नजर बनाए हुए है। इसके लिए राज्य सरकार ने 104 हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। यहीं नहीं, शुरूआत से ही रावत सरकार ने एक्टिव केस को बढ़ने से रोकने को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए, इनमें राज्य की सीमाओं पर पुलिस की चैकसी है।

कोरोना संक्रमण और लाॅकडाउन के चलते राज्य के ज्यादातर नागरिकों की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है, ऐसे में कोरोना टेस्ट शुल्क व्यय करना भी इन नागरिकों के लिए काफी मुश्किल था। इस मुश्किल दौर में त्रिवेंद्र सरकार ने एक बहुत बड़ा राहत पहुंचाने वाला फैसला लिया। निजी अस्पतालों में अटल आयुष्मान योजना के तहत कोरोना का ईलाज किया जायेगा। यह अन्य रोगों की भांति निःशुल्क होगा। वहीं इस फैसले के अलावा भी प्रदेश के निजी अस्पतालों में केंद्र की ओर से तय दरों का 80 प्रतिशत उपचार शुल्क लिया जाएगा। इसमें 1200 और 2000 रुपये पीपीई किट का खर्च और बिस्तर, भोजन, निगरानी, नर्सिंग देखभाल, डॉक्टरों का परामर्श, कोविड जांच ऑक्सीजन समेत अन्य सुविधाएं भी शामिल हैं।

लोगों में कोरोना के प्रति जागरूकता लाने के लिए त्रिवेंद्र सरकार ने राज्य की पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं। राज्य में बिना मास्क आवागमन करने वाले लोगों पर पुलिस चालानी कार्रवाई कर मास्क उपलब्ध करवा रही है, तो वहीं, सोशल डिस्टेंस का पालन कराने में भी मित्र पुलिस अहम रोल अदा कर रही है। स्वयं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनका मंत्रिमंडल भी इस नियम को फाॅलो कर रहा है।

एक्टिव केस को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार ने अब अहम निर्णय लिया है, इसके चलते नेगेटिव रिपोर्ट के बिना कोई भी राज्य की सीमा पर प्रवेश नहीं कर सकेगा। चार दिन की नेगेटिव रिपोर्ट लेकर आने वालों को क्वांरटीन नहीं होना होगा। रिपोर्ट न होने पर कोविड लोड शहरों से आने वालों को सात दिन संस्थागत क्वारंटीन जबकि अन्य शहरों से आने वालों को 14 दिन के लिए होम क्वारंटीन होना होगा।

इसके अलावा सरकार ने सावन मास की कांवड़ यात्रा को स्थगित किया लेकिन आस्था से कोई समझौता ना करते हुए गंगाजल को अन्य शहरों में उपलब्ध कराया। इससे कोरोना के मामले में बढ़ोतरी होने से बड़ी कामयाब मिली। इसके अलावा त्रिवेंद्र सरकार ने 21 सितंबर से कक्षा नौ और 12वीं तक के छात्रों के लिए खुलने जा रहे स्कूलों पर भी रोक लगा दी है। राज्य सरकार का यह निर्णय कोरोना के मामले को रोकने में महत्वपूर्ण निर्णय साबित हो रहा है। सरकार के इस निर्णय से न सिर्फ अभिभावक बल्कि विशेषज्ञों ने भी सराहा है।

शासन के बड़े अधिकारियों की मानें तो सरकार ने कोरोना की रोकथाम के लिए जिस प्रकार से कार्य किया है वह अन्य राज्यों की तुलना में इक्कीस साबित हुआ है। कोविड सेन्टर के लिए सरकार ने प्राईवेट सेन्टर बनाये है जिनमें कई होटल भी शामिल है। जिससे लोगों को बड़ी राहत मिल रही है। शुरुआत दौर में सरकार को थोड़ा कठिनाई जरुर हुई लेकिन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत की इच्छा शक्ति से इस ओर कामयाबी मिली है। निरन्तर जिलाधिकारियों और शासन के उच्च स्तर के अधिकारियों से संवाद और निर्देशन मुख्यमंत्री की कार्यकुशलता को दर्शाता है।

5100 दिये जलाकर मनाया गया दीपोत्सव, सीएम त्रिवेन्द्र बोले जन समर्थन से सपना हुआ साकार

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अयोध्या में किये गये राम मन्दिर शिलान्यास को भविष्य के भारत के प्रति प्रधानमंत्री की स्पष्ट सोच को प्रदर्शित करता है। उन्होंने इसे सबका साथ सबका विश्वास का भी मंत्र बताया है।

बुधवार को राम मन्दिर शिलान्यास के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री आवास में अपनी पुत्री श्रृजा के साथ दीपोत्सव कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि 21 वीं सदी में इस भूमि पर प्रधानमंत्री द्वारा किये गये राम मन्दिर के शिलाल्यास से यह संदेश भी गया है कि भविष्य के भारत के प्रति प्रधानमंत्री की सोच क्या है। उन्होंने कहा कि आज देश का बहुप्रतीक्षित सपना पूरा हुआ है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली दृढ़ इच्छा शक्ति वाली सरकार तथा जन समर्थन से यह सपना पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि आज देश व प्रदेश में दीपावली जैसा माहौल है, उन्होंने सबको साथ लेकर प्रदेश को आगे बढ़ाने का संकल्प भी दोहराया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि माता सीता का उत्तराखण्ड से भी सम्बंध रहा है। पौड़ी जनपद के सितोलस्यूँ पट्टी में फलस्वाड़ी के सीतासैण के पास विदाकोटी स्थान पर माता सीता ने भूसमाधि ली थी उसके पास ही ऋषि वाल्मीकि का उत्तराखण्ड का अकेला मन्दिर है जो माता सीता के मन्दिर की पुष्टि करता है। उन्होंने कहा कि यहां पर मेला भी आयोजित होता है। इस स्थान पर माता सीता का भव्य मन्दिर बनाकर उसे पहचान दिये जाने की बात भी मुख्यमंत्री ने कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राम मन्दिर के शिलान्यास से राम जन्म भूमि आन्दोलन के साक्षी रहे लोगों को असीम सुख की प्राप्ति हुई है तथा इस आन्दोलन में अपना जीवन उत्सर्ग करने वालों की आत्मा को निश्चित रूप से शांति मिली होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीराम मन्दिर के निर्माण के लिए जब 1989 में आन्दोलन चल रहा था, तब वे मेरठ में थे। भेष बदलकर हमने इस आन्दोलन में भाग लिया था। हमारे साथ हजारों लोगों ने इस आन्दोलन में भाग लिया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि वे परिस्थितियां सामान्य होते ही अयोध्या जाकर भगवान श्रीराम के दर्शन करेंगे।

टिकटॉक को आ गया बाय-बाय करने का समय, स्वदेशी एप मित्रों हो रहा पॉपुलर

भारत में टिकटॉक का बाय-बाय करने का वक्त आ गया है। भारत के युवाओं की जुबां पर अब टिकटॉक नहीं बल्कि स्वदेशी निर्मित एप मित्रों का नाम है। अभी तक इस एप को 50 लाख से ज्यादा युवा गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर चुके है। इसे आईआईटी रूड़की के पूर्व छात्रों ने बनाया है। इसे टिकटॉक का क्लोन भी कहा जा रहा है।

आईआईटी के पूर्व छात्रों का कहना है कि एप लांच करते समय हमें ऐसे ट्रैफिक की उम्मीद नहीं थी। इसे बनाने के पीछे लोगों को सिर्फ भारतीय विकल्प देना था। आईआईटी रुड़की में वर्ष 2011 में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग ब्रांच से पासआउट छात्र शिवांक अग्रवाल ने अपने चार साथियों के साथ मित्रों एप बनाया है।

11 अप्रैल को हुआ था मित्रों एप लांच
पेटीएम के पूर्व सीनियर वाइस प्रेजिडेंट दीपक के ट्वीट के बाद इसकी चर्चा हर किसी की जुबान पर है। अचानक बड़ी संख्या में लोगों के एप डाउनलोड करने से नेटवर्क ट्रैफिक भी प्रभावित होने लगा। टीम मेंबर ने बताया कि वास्तव में 11 अप्रैल को एप लांच करते समय यह नहीं सोचा था कि इसे इतनी सफलता मिलेगी। टिकटॉक को पीछे छोड़ना जैसी कोई बात नहीं है। हमारा उद्देश्य लोगों को सिर्फ एक भारतीय विकल्प देना था। लोग इसका इस्तेमाल करना चाहेंगे या नहीं यह हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन हमें लोगों से जो आशीर्वाद मिला, उससे हम बहुत खुश हैं। उन्होंने बताया कि हमें किसी ने फंड नहीं दिया है, उनका फंड लोगों का प्यार ही है।

मित्रों स्वदेशी नाम, इसलिए देना उचित
टीम मेंबर ने बताया कि मित्रों का अर्थ मित्र ही है। एक तो यह भारतीय उपभोक्ताओं को भारतीय मंच के जरिए सेवा देने के लिए है। हम स्वदेशी नाम देकर भारतीय नामों के खिलाफ पूर्वाग्रहों को भी दूर करना चाहते हैं।