सीएम ने श्री बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत संचालित कार्यो का निरीक्षण किया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को श्री बदरीनाथ पहुंचकर मास्टर प्लान के तहत संचालित कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को मास्टर प्लान के तहत संचालित कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। कहा कि निर्माण कार्याे को गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए। इस दौरान सीएम ने रिवर फ्रंट डेवलपमेंट, एराइवल प्लाजा, झीलों का सौंदर्यीकरण, अस्पताल का विस्तारीकरण, लूप रोड व बीआरओ बाईपास निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया और निर्माण कार्याे की प्रगति पर संतुष्टि व्यक्त की। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मुख्यमंत्री को मास्टर प्लान के तहत प्रथम चरण में संचालित कार्याे की प्रगति से अवगत कराया।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के चारों धामों में हर साल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। तीर्थयात्रियों की यात्रा सुगम हो, इसके लिए सरकार संकल्पबद्ध है। कहा कि प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत बद्रीनाथ धाम में भी तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए ढांचागत विकास कार्य किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के सहयोग से बद्रीनाथ धाम में विकास कार्य किए जाएंगे। मास्टर प्लान के तहत स्ट्रीट स्कैपिंग, क्यू मैनेजमेंट, मंदिर एवं घाट सौंदर्यीकरण, तालाबों का सौंदर्यीकरण, बद्रीश वन, पार्किंग फैसिलिटी, सड़क एवं रिवर फ्रंट डेवलपमेंट आदि निर्माण कार्य चरणबद्ध ढंग से किए जाएंगे और बदरीनाथ मंदिर के चारों ओर श्रद्धालुओं के आवागमन की सुविधाओं को बेहतर बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ धाम की तर्ज पर बद्रीनाथ धाम को भी विकसित करने हेतु मास्टर प्लान के तहत चरणबद्ध ढंग से बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है। जिसमें पहले चरण का कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने बद्रीनाथ मंदिर पहुंचकर भगवान श्री बद्रीनाथ की विशेष पूजा अर्चना करते हुए देश और प्रदेश की खुशहाली की कामना भी की। बद्रीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे, एडीएम आशीष त्रिपाठी, एसडीएम कुमकुम जोशी, सीओ धन सिंह तोमर, सीओ नताशा सिंह, सहकारी बैंक अध्यक्ष गजेंद्र रावत, मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार सहित मास्टर प्लान से संबंधित जिला स्तरीय विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

चारधाम आने वाले तीर्थ यात्रियों को मिलेगा बीमा कवर

बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर परिसर में दुर्घटना होने पर तीर्थ यात्रियों को एक लाख रुपये का बीमा कवर मिलेगा। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के प्रयासों से यह संभव हो पाया है। बदरीनाथ-केदार मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि आध्यात्मिक संस्था मानव उत्थान सेवा समिति की ओर से बीमा की प्रीमियम राशि युनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को दी गयी है। उन्होंने बताया कि मानव उत्थान सेवा समिति के संस्थापक पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज हैं। बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज एवं मानव उत्थान सेवा समिति का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि पहली बार चारधाम आने वाले तीर्थयात्रियों को बीमा कवर दिया जा रहा है।
मीडिया प्रभारी डॉ हरीश गौड ने बताया कि मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने इस संबंध में उपजिलाधिकारी जोशीमठ, उखीमठ, बड़कोट और भटवाड़ी को पत्र लिखकर सूचित किया है। उन्होंने लिखा है कि मंदिर परिसर में किसी दुर्घटना पर तीर्थ यात्रियों को यह बीमा कवर दिया जायेगा है। उन्होंने बताया कि बीमा राशि का भुगतान बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के माध्यम से युनाईटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड द्वारा दिया जाएगा।

उत्तराखंड के प्रमुख तीर्थस्थलों में स्वच्छता अभियान का शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय से मिशन हील एनवायरनमेंट एंड सोशल कॉज फ्रॉम पैज पीपल ट्रस्ट द्वारा दिव्यांगजन प्रेरणा 2022 के अंतर्गत तीर्थ स्थानों में पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता अभियान का फ्लैग ऑफ किया। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छता की शपथ भी दिलाई गई। मुख्यमंत्री ने दल के सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मिशन हील एनवायरनमेंट एंड सोशल कॉज फ्रॉम पैज पीपल ट्रस्ट, कई वर्षों से दिव्यांग जनों के हितार्थ के लिए निरंतर प्रयासरत है। जिसमें दिव्यांग जनों की सक्रिय भागीदारी से अनेक साहसिक एवं प्रेरणादायक कार्यक्रमों का सफल आयोजन किया जाता रहा है। ट्रस्ट द्वारा दिव्यांगजन प्रेरणा 2022 के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण एवं तीर्थ स्थानों की स्वच्छता हेतु 15 जून से 18 जून तक जन जागरण अभियान का सराहनीय प्रयास किया जा रहा है।
मिशन हील एनवायरनमेंट एंड सोशल कॉज फ्रॉम पैज पीपल ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. विजय कुमार नौटियाल ने जानकारी दी कि इस अभियान में यात्रा दल गौरीकुंड से श्री केदारनाथ धाम के माय पर्यावरण संरक्षण एवं तीर्थ स्थानों स्वच्छता के लिए जन जागरण अभियान के साथ-साथ स्वच्छता अभियान चलायेगी। यात्रा दल 15 जून को देहरादून से चलकर गौरीकुंड में विश्राम करेगा और अगले दिन से पर्यावरण संरक्षण एवं तीर्थ स्थानों की स्वच्छता हेतु जन जागरण अभियान के साथ-साथ गौरीकुंड से श्री केदारनाथ धाम की यात्रा मार्ग पर स्वच्छता अभियान चलाएगी।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह उपस्थित रहीं।

श्री केदारनाथ धाम पहुंचे थल सेनाध्यक्ष मनोज पांडे

थल सेनाध्यक्ष मनोज पांडे ने रविवार को केदारनाथ धाम पहुंचकर भगवान केदारनाथ के दर्शन किए। इस दौरान उनके साथ सेना के कई अधिकारी मौजूद थे। दर्शन के बाद कुछ देर यहां रुकने के बाद वह वापस हुए। जानकारी के मुताबिक रविवार को सेना के शीर्ष कमांडर थल सेनाध्यक्ष मनोज पांडे सपरिवार सुबह केदारनाथ धाम पहुंचे। उन्होंने भगवान केदारनाथ के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। उनके साथ सेना के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। इधर, बदरी-केदार मंदिर समिति ने सेनाध्यक्ष का स्वागत किया और उन्हें केदारनाथ का प्रसाद भेंट किया। इस मौके पर पुजारी टी गंगाधर लिंग, मंदिर समिति प्रभारी अधिकारी आरसी तिवारी, मंदिर प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, अरविंद शुक्ला ने थलसेनाध्यक्ष को भगवान केदारनाथ का प्रसाद भेंट किया।

सचिव पशुपालन ने श्री केदारनाथ धाम में अब की कार्रवाई का विवरण दिया

सचिव पशुपालन विभाग डॉ. वी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम ने जानकारी देते हुए बताया कि श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग में हो रही पशुओं की मृत्यु पर विभाग पूरी तरह से गंभीर है। उन्होंने जानकारी दी कि पशुपालन विभाग यात्रा मार्ग पर निरंतर स्थिति का निरीक्षण कर रहा है। विभाग द्वारा पशुओं को निरंतर चिकित्सा एवं उनके मालिकों को सुविधाएं प्रदान की जा रही है। उन्होंने जानकारी दी कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में अभी तक 140 पशुओं की मृत्यु हुई है।
पशुपालन विभाग द्वारा अभी तक 6880 पशुओं का निरीक्षण किया गया है। जिनमें 1804 पशुओं को चिकित्सा प्रदान की गई है। 118 पशुओं को यात्रा हेतु अयोग्य पाया गया। इसके साथ ही 91 पशु मालिकों के चालान भी किए गए हैं। 411 पशुओं को यात्रा प्रतिभाग से ब्लॉक भी किया गया तथा 9 एफ आई आर भी दर्ज़ की गई है। साथ ही निरंतर पानी व चारे की व्यवस्था की जा रही है।

एमपी के सीएम भी पहुंचे, धामी के साथ घटनास्थल का भी किया निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के रिखाऊखड्ड डामटा के समीप बस दुर्घटना स्थल का स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बस दुर्घटना में मृतक रामसजी एवं बांके बिहारी के रिश्तेदार कृष्ण बिहारी द्विवेदी से बातचीत की तथा वाहन दुर्घटना में मृतक सभी श्रद्धालुओं के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक अन्य बस में सवार मध्यप्रदेश के तीर्थ यात्रियों से भी बातचीत की।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। कल घटना की सूचना मिलते ही हम लगातार उत्तराखंड सरकार के सम्पर्क में थे। जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री के निर्देशन में राहत और बचाव कार्य तत्काल प्रारम्भ किए। रेस्क्यू ऑपरेशन में जितनी जल्दी हो सकता था सभी ने तेजी से काम किया। जिला प्रशासन और स्थानीय निवासियों द्वारा रात में ही पार्थिव शरीर को गहरी खाई से निकाला। पोस्टमार्टम व पंचनामा की कार्यवाही तेजी से की गई। यात्रियों के पार्थिव शरीर को जौलीग्रांट देहरादून भेजा गया है। यात्रियों के पार्थिव शरीर को सेना के हेलीकॉप्टर के माध्यम से खजुराहो (मध्यप्रदेश) पहुंचाया जाएगा। जहां से उनके पार्थिव शरीर को उनके घर भेजा जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हृदयविदारक बस दुर्घटना के मजिस्ट्रियल जाँच के आदेश दिए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा करने आ रहें तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने एवं सुगम व सुदृढ़ यात्रा को लेकर लगातार रजिस्ट्रेशन कि व्यवस्था कर रहे है उसके बावजूद यह घटना हुई जो बेहद दुःखद है इस घटना का संज्ञान प्रधानमंत्री ने भी स्वयं व्यक्तिगत रूप से लिया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री जी लगातार पहले दूरभाष पर घटना की जानकारी लेते रहें और उसके बाद घटनास्थल पहुंचे है। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस द्वारा तेजी से रेस्क्यू अभियान चलाया गया। तीर्थ यात्रियों के पार्थिव शरीर को खाई से निकाला। राज्य सरकार की यही कोशिश है की उनके पार्थिव शरीर जल्द उनके घरों को पहुंच जाएं। तीर्थ यात्रियों के पार्थिव शरीर को डामटा से सड़क के माध्यम से जॉली ग्रांट एयरपोर्ट के लिए भेजा गया है। प्रधानमंत्री राहत कोष और मध्य प्रदेश सरकार ने मृतक के परिजनों एवं घायलों को मुआवजा राशि देने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक परिजनों को 2 लाख एवं घायलों को 50 हजार एवं मध्यप्रदेश की सरकार मृतक के परिजनों को 5 लाख एवं घायलों को 50 हजार की राशि देगी। हमारी सरकार भी मृतक के परिजनों को 1 लाख एवं घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा राशि देगी।
इस दौरान गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, डीआईजी पुलिस करन सिंह नगन्याल, डीएम उत्तरकाशी अभिषेक रुहेला, डीएम टिहरी इवा आशीष श्रीवास्तव, एसपी अपर्ण यदुवंशी, पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल, जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश चौहान, प्रदेश मीडिया प्रभारी भाजपा मनबीर सिंह चौहान, एसडीएम चतर सिंह चौहान, शालिनी नेगी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारी उपस्थित रहे।

आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों की ली जानकारी

यमुनोत्री मार्ग पर डामटा के समीप रविवार को हुई बस दुर्घटना की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे। उन्होंने बस दुर्घटना पर शोक व्यक्त करते हुए अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्याे में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में मारे गये लोगों की आत्मा की शांति तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी ईश्वर से कामना की है। उन्होंने घायलों के उपचार की समुचित व्यवस्था के निर्देश भी जिलाधिकारी उत्तरकाशी को दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने आपदा कंट्रोल के संचालन व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया तथा ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों से भी कंट्रोल रूम के संचालन से सम्बन्धित प्रक्रियाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में यात्रा अपने चरम पर है। यात्रा संचालन में व्यवस्थाओं के साथ ही किसी भी प्रकार की अनहोनी पर त्वरित राहत सम्बन्धी कार्य संचालित हो। इसके लिए कारगर व्यवस्था बनायी जाए। सभी जनपदों से आपदा कंट्रोल रूम को 24 घंटे सूचनाएं उपलब्ध कराये जाने के साथ ही जनपदों के आपदा कंट्रोल रूमों को भी और अधिक सक्रिय किये जाने के उन्होंने निर्देश दिए।
दुर्घटनाग्रस्त हुई बस में सवार लोग मध्यप्रदेश के होने के कारण मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से दूरभाष पर वार्ता कर दुर्घटना की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समस्या में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से किये जा रहे है।

यात्रा व्यवस्थाओं की निगरानी हेतु एक्सपर्ट कमेटी के गठन के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देर सांय मुख्यमंत्री आवास में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने यात्रा के दौरान यात्रियों के स्वास्थ्य को लेकर चिन्ता व्यक्त करते हुए इस सम्बन्ध में प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने इसके लिये एक्सपर्ट कमेटी गठित किये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान हो रही मृत्यु के वास्तविक कारणों की भी सही स्थिति जनता के समक्ष रखी जाए। ताकि चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु आवश्यक एहतियात बरतें। उन्होंने इसके लिये बुजुर्ग एवं अस्वस्थ लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण की कारगर व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बुजुर्ग लोग अपना स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही यात्रा पर आए, इसकी व्यवस्था पर ध्यान दिया जाए। इस सम्बन्ध में चारधाम यात्रा से सम्बन्धित व्यवस्थाओं के प्रति नकारात्मक संदेश से बचाव के साथ ही यात्रा के सम्बन्ध में की गई सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के लिये पर्यटन, स्वास्थ्य, परिवहन एवं एस.डी. आर. एफ. के अधिकारी समन्वय से कार्य करते हुए। नियमित रूप से मीडिया को भी वस्तुस्थिति से अवगत कराये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराये।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव राधिका झा, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, महानिदेशक सूचना एवं परिवहन आयुक्त रणवीर सिंह चौहान, अपर सचिव सी. रविशंकर, महानिदेशक स्वास्थ्य के साथ ही सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

ऑटो चालकों की मनमर्जियां सवारियों पर पड़ रही हैं भारीः राजे नेगी

अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष डॉ राजे नेगी ने बताया कि चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद तिपहिया चालकों का मनमाना रवैय्या देखने को मिल रहा है। श्रद्वालुओं की जबरदस्त भीड़ रोजाना यात्रा के मुख्य द्वार में उमड़ रही है। प्रशासन ने न तो ऑटो के रूट तय किए हैं और न ही उनका किराया। इसके चलते यहां आने वाले यात्री आए दिन उनकी मनमर्जी का शिकार हो रहे हैं। लोकल यात्री भी तिपहिया चालकों की मनमर्जियों की वजह से परेशान हैं।उन्होंने कहा कि लोकल यात्रियों के लिए अलग से ऑटो के रूट तय होने चाहिए।ऑटो तय रूट पर ही चलें साथ ही हर रूट पर उनका किराया भी तय होना चाहिए। यह निर्धारण पूर्व के वर्षों में प्रशासन करता था।

तय व्यवस्था के अनुसार प्रत्येक ऑटो में उसका निर्धारित रूट, किराया सूची और आपातकाल सहायता नंबर का होना जरूरी है। पर, धर्मनगरी में प्रशासन ने यह व्यवस्था नहीं की है।उन्होंने कहा कि तीर्थ नगरी में चलने वाले ऑटो लोगों के लिए असुविधा और परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं। ऑटो पर निर्भर रहने वाले लोगों को रोजाना चालकों की मनमानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने लापरवाही और नियम के विरुद्ध ऑटो चलाने वालों के खिलाफ एआरटीओ एवं पुलिस प्रशासन से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

फर्जी रजिस्ट्रेशन कराकर यात्रियों से धोखाधड़ी करने के मामले में ट्रेवल एजेंट और एजेंसी पर मुकदमा दर्ज

ऋषिकेश पुलिस ने बताया कि सोमवार को संजय कुमावत पुत्र राधेश्याम कुमावत निवासी गुणावद थाना सदरपुर जिला धार, मध्य प्रदेश ने पुलिस को शिकायत देकर बताया कि हरिद्वार में एक एजेंट सुमित कश्यप उन्हें हरकी पैड़ी की पार्किंग में मिला। एजेंट ने बताया कि वह चारधाम यात्रा की ऑनलाइन बुकिंग करता है। उन्होंने एजेंट की बातों पर विश्वास कर अपने ग्रुप के 120 लोगों का उससे ऑनलाइन पंजीकरण कराया।
पंजीकरण की एवज में उसने आठ हजार रुपये लेकर एक कागज उन्हें थमा दिया। इसके बाद वे ऋषिकेश में पहुंचे तो चेकिंग बैरियर पर उन्हें रोका गया। यहां पर रजिस्ट्रेशन फर्जी बताकर उन्हें वापस लौटा दिया। जबकि दूसरे मामले में रामअवतार शर्मा पुत्र किशन चंद शर्मा निवासी ग्राम पोस्ट गोमी थाना सिंघानिया, जिला मुरैना, मध्य प्रदेश ने पुलिस को बताया कि 25 मई को मुरैना से गंगा टूर एंड ट्रेवल्स एबी रोड स्टैंड थाना सिविल लाइन मुरैना, एमपी के जरिए 65 लोगों का एक ग्रुप उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए आया था।
ट्रेवल एजेंसी मालिक रामू सिकरवार उर्फ रामेंद्र सिंह पर प्रत्येक यात्री से 10 हजार रुपये किराया लेने का आरोप लगाया। साथ उन्हें रजिस्ट्रेशन का भी भरोसा दिलाया गया। 26 मई को ट्रेवल एजेंट राम निवास धाकड़ एवं शोभन ने बताया की मुरैना में ही चारधाम के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया जा रहा है। बीते रोज एजेंट ने रामेंद्र सिकरवार को व्हाट्सएप से उनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भेजा। लेकिन ऋषिकेश में चेकिंग बैरियर पर रजिस्ट्रेशन फर्जी होने पर उन्हें वापस लौटा दिया गया। ट्रेवल एजेंसी पर 6 लाख 40 की रकम ठगने और फर्जी रजिस्ट्रेशन का आरोप लगाया है। कोतवाल रवि सैनी ने बताया की ट्रेवल एंजेसी और एजेंट पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी है