आरटीआई की आड़ में ब्लैकमेल करने वालों के खिलाफ सड़कों पर उतरे व्यापारी

सूचना के अधिकार (आरटीआई) की आड़ में ब्लैकमेल करने वालों के खिलाफ सड़कों पर उतरे व्यापारियों ने दून तिराहे पर सांकेतिक धरना दिया। जुलूस की शक्ल में कोतवाली पहुंचकर प्रदर्शन करते हए ब्लैकमेलिंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। आक्रोशित व्यापारियों ने एक कारोबारी से रंगदारी मांगने वाले तीन तथाकथित लोगों के विरुद्ध शिकायती पत्र पुलिस को सौंपा।
बुधवार को नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र के नेतृत्व में व्यापारी दून तिराहे पर एकत्रित हुए। यहां आरटीआई की आड़ में ब्लैकमेलिंग करने वालों की एक स्वर में खिलाफत करते हुए सांकेतिक धरना दिया। धरने पर डटे व्यापारियों ने कहा कि शहर में नए निर्माण और अन्य कार्यों के बाबत आरटीआई में सूचना मांगने वाला गिरोह सक्रिय है, जो आरटीआई के नाम पर कारोबारियों को ब्लैकमेल कर रहा है। ऐसे तथाकथित लोगों को सबक सिखाने के लिए व्यापारियों को एकजुट होना पड़ा। धरनास्थल से व्यापारी जुलूस की शक्ल में ब्लैकमेलिंग करने वालों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कोतवाली पहुंचे। आक्रोशित व्यापारियों ने प्रदर्शन के बीच पुलिस को तीन तथाकथित लोगों पर रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र सौंपा।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी ने बताया कि मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्रदर्शन में रवि कुमार जैन, अरविंद जैन, नवल कपूर, ललित जिंदल, एकांत गोयल, मदन मोहन शर्मा, अब्दुल रहमान, अभिषेक शर्मा, जितेंद्र पाल, देवेंद्र प्रजापति, राजेंद्र बिष्ट, भगवान सिंह पंवार, राजेश साह आदि व्यापारी शामिल रहे।

अंकिता हत्याकांड-गैगेस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही शुरु

चार्ज सभालते ही पुलिस अधीक्षक जनपद पौड़ी गढवाल श्वेता चौबे द्वारा अंकिता हत्याकांड के मामले में तत्परता दिखाते हुये सम्बन्धित क्षेत्राधिकारी एवं प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मणझूला को अभियुक्तों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत कर वैधानिक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। जिसके क्रम में अभियुक्तों गैंग लीडर पुलकित आर्या, गैंग सदस्य सौरभ एवं अंकित द्वारा अपने होटल/रिजोर्ट में व उसके आसपास के क्षेत्र में असामाजिक कृत्य कर अनैतिक व्यापार जैसे अपराधों में संलिप्त होकर अवैध रुप से धन अर्जित कर समाज विरोधी क्रिया कलाप में संलिप्त होकर क्षेत्र में जधन्य अपराध कारित करने की घटना को अन्जाम देकर लोक शान्ति व्यवस्था को अस्त-व्यस्त किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद पौड़ी द्वारा उक्त प्रकरण/अभियोग में तत्परता दिखाते हुये अभियुक्तों के विरुद्ध 2/3 उ0प्र0 गिरोह बन्द एवं समाज विरोधी क्रिया कलाप निवारण अधिनियम 1986 के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। वर्तमान में अंकिता मर्डर से सम्बन्धित अभियोग की विवेचना SIT द्वारा सम्पादित की जा रही है, जो वर्तमान में विवेचनाधीन है।

अभियुक्तों का नाम पताः-
1. गैग लीडर पुलकित (उम्र-35 वर्ष) आर्य पुत्र विनोद आर्य, निवासी स्वदेशी भवन आर्यनगर, थाना ज्वालापुर हरिद्वार
2. गैग सदस्य अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता (उम्र-19 वर्ष) पुत्र राजेन्द्र कुमार, निवासी 42 ए, दयानन्द नगरी, थाना ज्वालापुर हरिद्वार
3. गैग सदस्य सौरभ भाष्कर (उम्र-35 वर्ष) पुत्र शक्ति भाष्कर, निवासी 18 ए, सूरजनगर, थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार

पंजीकृत अभियोगः-
मु.अ.सं. 33/2022, धारा-2/3 उ0प्र0 गिरोह बन्द एवं समाज विरोधी क्रिया कलाप निवारण अधिनियम 1986।

सीएम के गुस्से को देख एसटीएफ का निर्णय, जमानत के खिलाफ हाईकोर्ट जायेंगे

मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के क्रम में परीक्षा लीक प्रकरण में संगठित गिरोह के मास्टरमाइंड पर कठोर कार्यवाही हेतु एसटीएफ़ द्वारा हाई कोर्ट जाने की तैयारी की जा रही है। एसटीएफ उत्तराखंड ने ऐसे संगठित गिरोह को चलाने वाले माफिया जिनकी जमानत न्यायलय द्वारा हुई है उस आदेश के विरुद्ध माननीय उच्च न्यायालय में अपील की तैयारी कर ली है
मुख्यमंत्री उत्तराखंड के आदेश के क्रम में की कोई भी दोषी बख्शा न जाए के क्रम में आज एसटीएफ द्वारा 42 वे अभियुक्त को स्नातक परीक्षा लीक प्रकरण में गिरफ्तार किया गया है।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा वर्ष 2021 में आयोजित वीपीडीओ भर्ती पेपर लीक प्रकरण से सम्बंधित अभियोग में विवेचना के दौरान प्रकाश में आये अभियुक्त योगेन्द्र सिह उर्फ बंटी पुत्र स्व0 हरि सिह उम्र 46 वर्ष निवासी ग्राम जितनपुर थाना धामपुर (के एम इंटर कॉलेज धामपुर में टीचर) को परीक्षा लीक प्रकरण में संलिप्तता पाए जाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है

कोतवाली पुलिस ने चोरी के आरोप में एक युवक किया गिरफ्तार

आईडीपीएल चौकी के अंतर्गत विस्थापित क्षेत्र में बंद मकान का ताला तोड़कर चोरी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेशकर जेल भेज दिया गया है।

कोतवाली पुलिस के मुताबिक निर्मल ब्लॉक बी, विस्थापित निवासी मनोज कुमार पुत्र प्यारेलाल ने पुलिस को एक तहरीर दी। जिसमें उसने बताया कि वह बीते दो साल से मुकेश जिंदल निवासी गली नंबर 11, बी ब्लॉक विस्थापित के घर पर चौकीदारी करता है। 24 अक्तूबर की रात वह अपने घर दीपावली मनाने के लिए चला गया। अगले दिन वापस लौटा तो चोर ने बंद मकान का ताला तोड़कर उसका आधार कार्ड, एटीएम कार्ड सहित नकदी चोरी कर ली। गुरुवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने शिव चौक विस्थापित कॉलोनी के पास एक युवक को गिरफ्तार किया।

जिसके पास से चोरी का माल भी बरामद किया गया। कोतवाल रवि सैनी ने बताया कि आरोपी की पहचान सूरज पुत्र राजेश निवासी गली नंबर 12, नेहरूग्राम, वीरपुर खुर्द, ऋषिकेश के रूप में हुई है।

हरकत में शासन के अधिकारी, जिम्मेदारी तय करने के कड़े निर्देश

राज्य में कानून-व्यवस्था की समीक्षा के संबंध में समस्त जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों से सोमवार को सचिवालय में वीडियों कॉन्फ्रसिंग के माध्यम से बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने पुलिस-प्रशासन में हर स्तर पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के कड़े निर्देश दिए। उच्च अधिकारियों को अधीनस्थ स्तर के प्रभावी सुपरविजन के निर्देश दिए गए हैं। आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सभी जिलाधिकारियों तथा पुलिस अधीक्षकों को अपराधिक तत्वों पर निगरानी, शहरों की ट्रैफिक व्यवस्था मजबूत करने, पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था करने, संभावित आगजनी की घटनाएं रोकने, पटाखों की बिक्री के दौरान एसओपी, एनजीटी तथा माननीय न्यायालय के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। एसीएस ने आगामी त्यौहारों को देखते हुए पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था हेतु खाली पड़े स्थानों में पार्किंग की व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलों में समस्त पुलिस अधीक्षकों को पीक टाइम में शाम को 6 बजे से 10 बजे के बीच पुलिस अधिकारियों को फील्ड में तैनात रहने को कहा है। एसीएस श्रीमती रतूड़ी ने संभावित आगजनी की घटनाओं के नियंत्रण हेतु फायर ब्रिगेड के साथ ही एसडीआरएफ की मदद लेने के निर्देश दिए हैं। बैठक में डीजीपी श्री अशोक कुमार ने अपराधिक घटनाओं पर प्रभावी रोक हेतु जिलों के पुलिस अधीक्षकों को बेसिक ड्रिल, डॉग स्कॉयड, एटीएस टीम, बीडीएस टीम के माध्यम से निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि रेवन्यू पुलिस के कार्यों का हस्तान्तरण रेगुलर पुलिस को प्रथम चरण में अगले छः माह में 6 थानों और 20 चौकीयों में सुनिश्चित कर दिया जाएगा। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को इस सम्बन्ध में जल्द से जल्द विस्तृत प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। एसीएस ने इस दिशा में प्रशासन को प्रो-एक्टिव मोड पर कार्य करने को कहा है। जिलों में एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को मजबूत करने हेतु श्रीमती रतूड़ी ने जिलाधिकारियों को प्रत्येक माह नियमित बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य में ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025 मिशन को सफल बनाने हेतु जनजागरूकता अभियान चलाना, नशामुक्ति के क्षेत्र में प्रभावी काम वाले एनजीओं को प्रोत्साहित करना तथा स्कूल कॉलेजों में पैरेन्टस-टीचर्स बैठके आयोजित करना आवश्यक है। उन्होंने कहा युवाओं को नशे से दूर रखने में पुलिस के अतिरिक्त शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन के साझे प्रयासों की जरूरत है।
बैठक में विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, आईजी एपी अंशुमन, अपर सचिव गृह रिद्धिम अग्रवाल, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर तथा विडियो कॉन्फ्रसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उपस्थित रहे।

डीजीपी को दो टूक, धामी ने कहा-कानून व्यवस्था नही सुधरी तो कुर्सी छोड़ दे अधिकारी

प्रदेश में कानून व्यवस्था के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त निर्देश दिये हैं कि पिछले दिनों हुई कतिपय घटनाओं का खुलासा जल्द से जल्द किया जाए। अपराधों पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार सख्त है। इसी क्रम में पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार द्वारा उधमसिंहनगर के काशीपुर में खनन कारोबारी की हत्या, डोईवाला में हुई डकैती एवं जनपद हरिद्वार में पुलिसकर्मियों पर हुई फायरिंग के खुलासे हेतु 3 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है। उन्होंने कहा है कि 3 दिन में उक्त घटनाओं का खुलासा न होने पर संबंधित थाना प्रभारी एवं क्षेत्राधिकारी को हटाया जाएगा। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि संबंधित जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को भी उपरोक्त घटनाओं के जल्द खुलासे न होने पर अपराध नियंत्रण में नाकाम माना जाएगा।

पुलिस का बदमाशों को खौफ नही, दिनदहाड़े बंधक बनाकर कर दी डकैती

डोईवाला में हथियारों से लैस छह नकाबपोश बदमाशों ने शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के चचेरे भाई के घर पर धावा बोला। बदमाशों ने घर की मालकिन और घर पर काम करने वाली दो महिलाओं को बंधक बनाकर डकैती की। करीब डेढ़ घंटे इत्मीनान से लूटपाट करने के बाद बदमाश नगदी और कीमती आभूषण लेकर फरार हो गए। दिनदहाड़े हुई इस दुस्साहसिक घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
शहरी विकास मंत्री के चचेरे भाई और डोईवाला के प्रतिष्ठित व्यापारी शीशपाल अग्रवाल उर्फ कोली का घराट रोड पर आवास है। बताया जा रहा है कि व्यापारी अग्रवाल शनिवार को रोज की तरह घर से सुबह करीब 9 बजे डोईवाला चौक रेलवे रोड स्थित अपनी परचून की दुकान के लिए निकल गए। दोपहर करीब 12 बजे छह लोग खुद को व्यापारी का रिश्तेदार बताते हुए जबरन घर के अंदर घुस गए। उस वक्त घर पर व्यापारी की पत्नी ममता के अलावा दो नौकरानी लक्ष्मी और आरती मौजूद थीं। जब तक वह कुछ समझ पाती, असलहों से लैस बदमाशों ने तमंचे और चाकू की नोक पर रस्सी से हाथ-पैर बांधकर उन्हें बंधक बना दिया। महिलाओं को बंधक बनाने के बाद बदमाशों ने घर में दिवान बॉक्स, लॉकर, आलमारी आदि को खंगाला।
लूटपाट के बाद बदमाश नगदी और कीमती आभूषण लेकर फरार हो गए। बदमाशों के जाते ही महिलाओं के शोर-मचाने पर आस-पड़ोस के लोग पहुंचे और महिलाओं को बंधन मुक्त कराया। बदहवास घर की मालकिन और काम करने वाली महिलाओं ने बताया कि बदमाश नकाबपोश थे। उनके पास तमंचे और चाकू थे। सूचना पाकर फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना कर साक्ष्य जुटाने के प्रयास किए। एसएसपी दिलीप सिंह, एसपी देहात कमलेश उपाध्याय, सीओ डोईवाला अनिल शर्मा, सीओ ऋषिकेश डीसी ढौडियाल, कोतवाल राजेश शाह आदि मौके पर पहुंचे और बदमाशों की तलाश को कई जगहों पर चेकिंग की गई।

एसआईटी ने अंकिता मर्डर केस में धाराएं बढ़ाई, जांच में और तेजी आई

एसआईटी द्वारा अंकिता मर्डर केस में साक्ष्यों और महत्वपूर्ण गवाहों के आधार पर धारा-354 (क) भा0द0वि0 एवं अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम एक्ट की धारा-5 की बढोत्तरी की गयी है। अभियोग से सम्बन्धित कब्जे लिये सभी बरामद साक्ष्य प्रदर्श/माल जिन्हें विधि प्रयोगशाला परीक्षण हेतु भेजा गया है, के परीक्षण परिणाम को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र प्राप्त करने हेतु अनुरोध किया गया है। वर्तमान में विवेचनात्मक कार्यवाही जारी है।

एसआइटी ने मुकदमे में बढ़ाई धाराएं
एसआइटी ने आरोपित पुलकित आर्य और उसके साथियों पर दर्ज मुकदमे में यौन उत्पीड़न और देह व्यापार कराने की धाराएं बढ़ा दी है। इस संबंध में पुलकित आर्य के रिसोर्ट में मिले साक्ष्य को विधि प्रयोगशाला भेज दिए हैं।चीला बैराज से युवती का शव एसआइटी ने बरामद किया था। इसके अलावा आरोपितों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के बाद मुकदमे से जुड़े महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए गए। इसी आधार पर एसआइटी ने शनिवार को उक्त मुकदमे में दो और महत्वपूर्ण धाराएं बढ़ा दी है। एसआइटी के अनुसार महत्वपूर्ण गवाहों और साक्ष्यों के आधार पर पुलकित और उनके धारा-354 (क) भादवि एवं अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम एक्ट की धारा-5 की बढोत्तरी की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल के जनसंपर्क अधिकारी मुकेश गैरोला ने इसकी पुष्टि की है।

पुलिस के औचक निरीक्षण से खुली सुरक्षा मानकों की पोल, कार्रवाई

गुरुवार को पुलिस के द्वारा स्कूल बसों एवं पेट्रोल पंप की सुरक्षा मानकों को चेक करते हुए चलाया गया चेकिंग अभियान। अनियमितताएं पाए जाने पर 5 बस चालकों के विरुद्ध की गई कार्रवाई।
जनपद के समस्त थाना प्रभारियों को स्कूली छात्रों/आम जनमानस की सुरक्षा की दृष्टिगत स्कूल बसों एवं पेट्रोल पंप के सुरक्षा मानकों, प्रपत्रों, सत्यापन आदि को चेक करते हुए अभियान चलाने के लिए कहा गया है। आदेश के अनुपालन में अन्य आलाधिकारी व निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश के द्वारा स्वयं नेतृत्व करते हुए गुरुवार को स्कूली छात्रों की सुरक्षा के दृष्टिगत स्कूली बसों के सुरक्षा मानकों को चौक करते हुए एक चेकिंग अभियान चलाया गया। जिसके अंतर्गत स्कूली बसों के सुरक्षा मानकों सीसीटीवी कैमरे, स्कूल बस चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस एवं वाहन संबंधित अन्य प्रपत्र को चेक किया गया। चेकिंग के दौरान पुलिस द्वारा स्कूल बस में जाली ना लगा होने, महिला क्लीनर ना होने, वाहन चालक केबिन न होने, सीसीटीवी कैमरा सही रूप से कार्य न करने संबंधी अनियमितताएं पाए जाने पर 5 बस चालकों के विरुद्ध मोटर वाहन अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए ₹2500 संयोजन शुल्क वसूला गया।
पुलिस के मुताबिक ऋषिकेश कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत समस्त पेट्रोल पंप चेक किए गए। इस दौरान पेट्रोल पंप पर सुरक्षा मानकों, सीसीटीवी कैमरे एवं पेट्रोल पंप पर कार्यरत कर्मियों के सत्यापन का जायजा लिया गया। किसी भी पेट्रोल पंप पर कोई अनियमितता नहीं पाई गई।

रेगुलर पुलिस को दिये जायेंगे राजस्व क्षेत्र, सीएस ने अधिकारियों से की चर्चा

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु की अध्यक्षता में गुरुवार को सचिवालय में प्रदेश के राजस्व क्षेत्रों को रेगुलर पुलिस को दिए जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की गई।
बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि रेगुलर पुलिस में शामिल किए जाने हेतु जिन क्षेत्रों को तत्काल शामिल किए जाने की आवश्यकता है, उनके प्रस्ताव शीघ्र भेजे जाएं। जिन क्षेत्रों में रेगुलर पुलिस के थाना, रिपोर्टिंग चौकी या एरिया एक्सपेंशन की आवश्यकता है, शीघ्र अतिशीघ्र प्रस्ताव भेज दिए जाएं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड एक टूरिज्म स्टेट होने के कारण हॉस्पिटैलिटी का क्षेत्र में महिलाओं के कार्य की अत्यधिक संभावना को देखते हुए हम सभी को प्रोएक्टिव होकर कार्य करना होगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि जिन क्षेत्रों में पिछले कुछ समय में पर्यटन अथवा व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ी हैं, उन्हें प्राथमिकता से रेगुलर पुलिस में शामिल किया जाए। उन्होंने डीजीपी अशोक कुमार को भी जघन्य अपराधों की कैटेगरी निर्धारित किए जाने के निर्देश दिए कि राजस्व क्षेत्रों में जघन्य अपराध के मामलों को तत्काल रेगुलर पुलिस को सौंपते हुए एफआईआर दर्ज की जाए।
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि प्रदेश के किसी भी कोने में काम करने वाली महिलाओं के लिए रजिस्ट्रेशन या अन्य कोई ऐसा सिस्टम विकसित किया जाना चाहिए जिसमें वह अपनी जानकारी दर्ज कर सके कि वह यहां कार्य कर रही है, ताकि यदि कोई अप्रिय घटना होने पर तत्काल जानकारी उपलब्ध हो सके।
मुख्य सचिव ने कहा कि पुलिस को इसमें प्रोएक्टिव होकर काम करना होगा। उन्होंने डीजीपी को एक मोबाइल ऐप शुरू करने के निर्देश दिए जिसमें काम करने वाली महिला अपनी जानकारी दर्ज कर सके, साथ ही कॉल सेंटर जैसा सिस्टम भी तैयार किया जाए जो इन महिलाओं से कुछ-कुछ समयांतराल के बाद उनका हालचाल भी पूछा जाए। इसके प्रचार प्रसार पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। महिलाओं और उनके परिजनों को भी इसके लिए जागरूक किया जाए।
इस अवसर पर डीजीपी कानून व्यवस्था वी. मुरुगेशन एवं सचिव चंद्रेश यादव सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।